गंगा मैया की जय हो जिसके जल से भारत के किसानों की फसल होती है अनाज पैदा होता है पीने को जल मिलता है और गोमूख के दर्शन करने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है धन्यवाद मेरे भाई मेरा भारत महान है
भैया जी आप स्वर्ग में घूम रहे हो और हमारे को भी गंगा मैया के दर्शन करवा रहे हो गंगा मैया आप रक्षा करे आप की इच्छा पूरी करे हर हर महादेव ॐ नमः शिवाय हर हर गंगे मैया की जय हो
Aapane bahut paropkari karya Kiya hai aur ham logon Ko Ganga Maiya ka darshan karae Hain Jahan se udgam Ganga Maiya ka hai use sthan ka darshan kara kar sabko Dhanya kar kar diya hai bahut bahut dhanyvad
ऐसा नजारा देखने के लिए हमारा भी मन करता है पर क्या कर हम तो मध्य प्रदेश के आदिवासी लोग हैं और आपको पता ही होगा कि आदिवासी लोग जितनी मेहनत करते उतना ही खाना मिलता है
आप थोड़ा सा अपना लिविंग स्टाइल बदलो ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करो किसी अच्छे पढ़ने वाले व्यक्ति को अपना मित्र बनाओ और फिर देखो आप कितना आगे निकल जाओगे मैं समझ सकता हूं आपके जीवन में बहुत संघर्ष है लेकिन संघर्ष करके ही आप अपने जीवन को बदल सकते हो यकीन करो
ये सतयुग त्रेता द्वापर सब का सब भारत का इतिहास नहीं बल्कि ब्राह्मणों द्वारा बनाया गया झूठा काल्पनिक इतिहास है ये सिर्फ ब्राह्मणी ग्रंथों में ही मिलेगा और कहीं नहीं। आश्चर्य होता है आप जैसे शिक्षित व्यक्ति भी इन कपोल कल्पित कहानियों पर विश्वास करते हैं। आप तर्क क्यों नहीं करते कि इनका दावा सारे संसार के इतिहास का वर्गीकरण का है उन युगों में पैदा हुए ईश्वर के अवतारों को तीनों लोक का मालिक बताया गया है किन्तु इन युगों और उनमें पैदा हुए कथित जगत के पालनहार भगवानों के बारे में इंग्लैंड फ्रांस जर्मनी अमेरिका किसी को पता ही नहीं है। आपने पढ़ा होगा इनका एक एक युग कई कई लाख साल का होता था जबकि मानव सभ्यता के पूरे विश्व के इतिहास अध्ययन करिए तो पाषाण काल से लेकर अभी तक अलग ही इतिहास है जो पुरातात्विक सबूतों के आधार पर सिद्ध भी किया जा चुका है कि कब मानव ने अग्नि का उपयोग शुरू किया ,कब से शिकारी जीवन से खेती पशुपालन आदि करने लगे, कब से घर बनाकर बस्तियों में रहने लगे ,कब से कपड़ा पहनने लगे, कब से पढ़ने लिखने लगे कब लोहा तांबा पीतल सोना आदि का आविष्कार हुआ यह सब कुछ हजार सालों का सत्य व प्रमाणिक इतिहास है दूसरी तरफ ब्राह्मणों के एक एक युग लाखों साल के होते थे और उनकी गप्प कथाओं में ऐसे ऐसे पात्रों का वर्णन है जो तीन तीन युगों तक जीवित रहे जैसे परशुराम वह सतयुग में गणेश के दांत तोड़कर उन्हें एक दन्त बनाता है त्रेता में सीता स्वयंवर में जाकर हंगामा करता है और द्वापर में भीष्म व कर्ण को धनुर्विद्या सिखाता है यानी तीनों युगों में जवान सैनिक के रोल में , बूढ़ा तो होता ही नहीं , हनुमान जामवंत आदि त्रेता यानी रामायण कालीन पात्र महाभारत काल यानी द्वापर में भी अपना रोल निभा रहे हैं । यह सब सिर्फ कहानियों में ही संभव है वास्तव में नहीं । लोहे का आविष्कार होकर अभी चार हजार साल भी नहीं हुए फिर सतयुग से लेकर द्वापर तक फरसा लहराने वाले परशुराम व अन्य योद्धाओं के हथियार तलवार त्रिशूल आदि के लिए लोहा किस ग्रह से आयात किया गया था ? चारों धाम की स्थापना शंकराचार्य जो ब्राह्मण थे ने सातवीं आठवीं शताब्दी में किया था उसके बाद ही धीरे-धीरे प्रचारित करते हुए आज वे उन्हें उन शूद्रों को भी अपना तीर्थस्थान स्वीकार करवाने में कामयाब हो गए जिन्हें उनके ब्राह्मण धर्म के अनुसार शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान का अधिकार ही नहीं था जिनकी संस्कृति श्रमण संस्कृति थी श्रमजीवी थे जो बुद्ध के अनुयायी थे। आज भी शंकराचार्य का पद ब्राह्मण के लिए ही आरक्षित है कोई शूद्र शंकराचार्य नहीं बन सकता। भारत में संघर्ष विषमता वादी अंधश्रद्धा वादी ब्राह्मण वाद और समतावादी मानवतावादी वैज्ञानिकता वादी बुद्धिज्म के बीच ही रहा है और आज भी जारी है ब्राह्मण वादी शूद्रों को सत्ता के बल पर शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान से वंचित करके उन्हें पूर्व की स्थिति में ले जाने के लिए प्रयासरत हैं, एससी एसटी ओबीसी के जीवन स्तर में जो भी सकारात्मक बदलाव आये हैं वे समतावादी महापुरुषों फुले साहू अम्बेडकर पेरियार आदि के संघर्षों के बदौलत आये हैं किंतु यह बात अभी तक अशिक्षित तो छोड़िए शिक्षित शूद्र भी नहीं समझ पा रहे हैं और हिन्दू बनकर ब्राह्मण वाद और ब्राह्मण शाही को ही मजबूत कर रहे हैं जिस दिन शूद्र समाज के लोगों को अपना सच्चा इतिहास और समतावाद विषमता वाद का संघर्ष मालूम पड़ जायेगा वे ब्राह्मणों द्वारा थोपे गए झूठे काल्पनिक इतिहास होगा..
जय श्री गंगा मैया की जय हो, बहुत बहुत धन्यवाद व साधुवाद एवं शुभकामनाएं और ढेरों मंगलकामनाएं करते हैं कि आप इसी प्रकार आगे भी हमें ऐसे ही सुन्दर ढंग से नजारा संचार माध्यम से वीडियो बनाकर देते रहें।🎉❤
आपका यह वीडियो बहुत अच्छा लगा ऐसा लग रहा था जैसे हम भी आपके साथवहीं पर हैं आपका बहुत बहुत शुक्रिया आपने हमें घर बैठे गंगोत्री के दर्शनकर दीजिए जय हो गंगा मैया की भगवान आपको खूबशक्ति दे और आप ऐसे ही और बढ़िया बढ़िया दर्शन करते रहे जय सियाराम हर हर महादेव
बहुत सुंदर, उत्तम कार्य , आपकी साफ आवाज, भाषा शैली, कैमरे का चित्रण और एकांत का अनुभव वाकई बहुत हार्दिक है। मनोज कुमार इगलास की तरफ से प्रार्थना है आप जीवन में बहुत उन्नति करें। धन्यवाद
भाई आपकी हिम्मत के लिए सलाम जो ऐसी भयानक और खतरनाक रास्ते और पहाड़ों में वीडियो शूट किया है मुझे तो वीडियो में सीन देखने में ही डर और घबराहट लगने लगे आपके लिए धन्यवाद
aapki vajah se hame ghar baithe maa bhagirathi aur gangotri ke darshan prapt ho gae aur bahut sari jagah ke darshan hue dhanyavaad aap bahut hi acchhi videos banate hain
आपको गोमुख धाम का दर्शन करने के लिए कोटि कोटि धन्यवाद गंगा मैया आपको सदैव स्वस्थ रखे आप पर सब की कृपा बनी रहे आपके लिए बहुत सारी शुभकामनाएं हर हर गंगे जय गंगा मैया❤❤ से धन्यवाद
ये सतयुग त्रेता द्वापर सब का सब भारत का इतिहास नहीं बल्कि ब्राह्मणों द्वारा बनाया गया झूठा काल्पनिक इतिहास है ये सिर्फ ब्राह्मणी ग्रंथों में ही मिलेगा और कहीं नहीं। आश्चर्य होता है आप जैसे शिक्षित व्यक्ति भी इन कपोल कल्पित कहानियों पर विश्वास करते हैं। आप तर्क क्यों नहीं करते कि इनका दावा सारे संसार के इतिहास का वर्गीकरण का है उन युगों में पैदा हुए ईश्वर के अवतारों को तीनों लोक का मालिक बताया गया है किन्तु इन युगों और उनमें पैदा हुए कथित जगत के पालनहार भगवानों के बारे में इंग्लैंड फ्रांस जर्मनी अमेरिका किसी को पता ही नहीं है। आपने पढ़ा होगा इनका एक एक युग कई कई लाख साल का होता था जबकि मानव सभ्यता के पूरे विश्व के इतिहास अध्ययन करिए तो पाषाण काल से लेकर अभी तक अलग ही इतिहास है जो पुरातात्विक सबूतों के आधार पर सिद्ध भी किया जा चुका है कि कब मानव ने अग्नि का उपयोग शुरू किया ,कब से शिकारी जीवन से खेती पशुपालन आदि करने लगे, कब से घर बनाकर बस्तियों में रहने लगे ,कब से कपड़ा पहनने लगे, कब से पढ़ने लिखने लगे कब लोहा तांबा पीतल सोना आदि का आविष्कार हुआ यह सब कुछ हजार सालों का सत्य व प्रमाणिक इतिहास है दूसरी तरफ ब्राह्मणों के एक एक युग लाखों साल के होते थे और उनकी गप्प कथाओं में ऐसे ऐसे पात्रों का वर्णन है जो तीन तीन युगों तक जीवित रहे जैसे परशुराम वह सतयुग में गणेश के दांत तोड़कर उन्हें एक दन्त बनाता है त्रेता में सीता स्वयंवर में जाकर हंगामा करता है और द्वापर में भीष्म व कर्ण को धनुर्विद्या सिखाता है यानी तीनों युगों में जवान सैनिक के रोल में , बूढ़ा तो होता ही नहीं , हनुमान जामवंत आदि त्रेता यानी रामायण कालीन पात्र महाभारत काल यानी द्वापर में भी अपना रोल निभा रहे हैं । यह सब सिर्फ कहानियों में ही संभव है वास्तव में नहीं । लोहे का आविष्कार होकर अभी चार हजार साल भी नहीं हुए फिर सतयुग से लेकर द्वापर तक फरसा लहराने वाले परशुराम व अन्य योद्धाओं के हथियार तलवार त्रिशूल आदि के लिए लोहा किस ग्रह से आयात किया गया था ? चारों धाम की स्थापना शंकराचार्य जो ब्राह्मण थे ने सातवीं आठवीं शताब्दी में किया था उसके बाद ही धीरे-धीरे प्रचारित करते हुए आज वे उन्हें उन शूद्रों को भी अपना तीर्थस्थान स्वीकार करवाने में कामयाब हो गए जिन्हें उनके ब्राह्मण धर्म के अनुसार शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान का अधिकार ही नहीं था जिनकी संस्कृति श्रमण संस्कृति थी श्रमजीवी थे जो बुद्ध के अनुयायी थे। आज भी शंकराचार्य का पद ब्राह्मण के लिए ही आरक्षित है कोई शूद्र शंकराचार्य नहीं बन सकता। भारत में संघर्ष विषमता वादी अंधश्रद्धा वादी ब्राह्मण वाद और समतावादी मानवतावादी वैज्ञानिकता वादी बुद्धिज्म के बीच ही रहा है और आज भी जारी है ब्राह्मण वादी शूद्रों को सत्ता के बल पर शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान से वंचित करके उन्हें पूर्व की स्थिति में ले जाने के लिए प्रयासरत हैं, एससी एसटी ओबीसी के जीवन स्तर में जो भी सकारात्मक बदलाव आये हैं वे समतावादी महापुरुषों फुले साहू अम्बेडकर पेरियार आदि के संघर्षों के बदौलत आये हैं किंतु यह बात अभी तक अशिक्षित तो छोड़िए शिक्षित शूद्र भी नहीं समझ पा रहे हैं और हिन्दू बनकर ब्राह्मण वाद और ब्राह्मण शाही को ही मजबूत कर रहे हैं जिस दिन शूद्र समाज के लोगों को अपना सच्चा इतिहास और समतावाद विषमता वाद का संघर्ष मालूम पड़ जायेगा वे ब्राह्मणों द्वारा थोपे गए झूठे काल्पनिक इतिहास होगा..
Sir आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जो हमें गौमुख के, माँ गंगा जी के दर्शन कराए, आप बहुत भाग्यशाली है I जो स्वयं जाकर भागीरथी नदी माँ गंगा जी के दर्शन किए! इतना खूबसूरत, प्राकृतिक नजारा देखना सामने से मेरे किस्मत में नहीं हैं शायद I सधन्यवाद 🙏🙏👍
ये सतयुग त्रेता द्वापर सब का सब भारत का इतिहास नहीं बल्कि ब्राह्मणों द्वारा बनाया गया झूठा काल्पनिक इतिहास है ये सिर्फ ब्राह्मणी ग्रंथों में ही मिलेगा और कहीं नहीं। आश्चर्य होता है आप जैसे शिक्षित व्यक्ति भी इन कपोल कल्पित कहानियों पर विश्वास करते हैं। आप तर्क क्यों नहीं करते कि इनका दावा सारे संसार के इतिहास का वर्गीकरण का है उन युगों में पैदा हुए ईश्वर के अवतारों को तीनों लोक का मालिक बताया गया है किन्तु इन युगों और उनमें पैदा हुए कथित जगत के पालनहार भगवानों के बारे में इंग्लैंड फ्रांस जर्मनी अमेरिका किसी को पता ही नहीं है। आपने पढ़ा होगा इनका एक एक युग कई कई लाख साल का होता था जबकि मानव सभ्यता के पूरे विश्व के इतिहास अध्ययन करिए तो पाषाण काल से लेकर अभी तक अलग ही इतिहास है जो पुरातात्विक सबूतों के आधार पर सिद्ध भी किया जा चुका है कि कब मानव ने अग्नि का उपयोग शुरू किया ,कब से शिकारी जीवन से खेती पशुपालन आदि करने लगे, कब से घर बनाकर बस्तियों में रहने लगे ,कब से कपड़ा पहनने लगे, कब से पढ़ने लिखने लगे कब लोहा तांबा पीतल सोना आदि का आविष्कार हुआ यह सब कुछ हजार सालों का सत्य व प्रमाणिक इतिहास है दूसरी तरफ ब्राह्मणों के एक एक युग लाखों साल के होते थे और उनकी गप्प कथाओं में ऐसे ऐसे पात्रों का वर्णन है जो तीन तीन युगों तक जीवित रहे जैसे परशुराम वह सतयुग में गणेश के दांत तोड़कर उन्हें एक दन्त बनाता है त्रेता में सीता स्वयंवर में जाकर हंगामा करता है और द्वापर में भीष्म व कर्ण को धनुर्विद्या सिखाता है यानी तीनों युगों में जवान सैनिक के रोल में , बूढ़ा तो होता ही नहीं , हनुमान जामवंत आदि त्रेता यानी रामायण कालीन पात्र महाभारत काल यानी द्वापर में भी अपना रोल निभा रहे हैं । यह सब सिर्फ कहानियों में ही संभव है वास्तव में नहीं । लोहे का आविष्कार होकर अभी चार हजार साल भी नहीं हुए फिर सतयुग से लेकर द्वापर तक फरसा लहराने वाले परशुराम व अन्य योद्धाओं के हथियार तलवार त्रिशूल आदि के लिए लोहा किस ग्रह से आयात किया गया था ? चारों धाम की स्थापना शंकराचार्य जो ब्राह्मण थे ने सातवीं आठवीं शताब्दी में किया था उसके बाद ही धीरे-धीरे प्रचारित करते हुए आज वे उन्हें उन शूद्रों को भी अपना तीर्थस्थान स्वीकार करवाने में कामयाब हो गए जिन्हें उनके ब्राह्मण धर्म के अनुसार शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान का अधिकार ही नहीं था जिनकी संस्कृति श्रमण संस्कृति थी श्रमजीवी थे जो बुद्ध के अनुयायी थे। आज भी शंकराचार्य का पद ब्राह्मण के लिए ही आरक्षित है कोई शूद्र शंकराचार्य नहीं बन सकता। भारत में संघर्ष विषमता वादी अंधश्रद्धा वादी ब्राह्मण वाद और समतावादी मानवतावादी वैज्ञानिकता वादी बुद्धिज्म के बीच ही रहा है और आज भी जारी है ब्राह्मण वादी शूद्रों को सत्ता के बल पर शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान से वंचित करके उन्हें पूर्व की स्थिति में ले जाने के लिए प्रयासरत हैं, एससी एसटी ओबीसी के जीवन स्तर में जो भी सकारात्मक बदलाव आये हैं वे समतावादी महापुरुषों फुले साहू अम्बेडकर पेरियार आदि के संघर्षों के बदौलत आये हैं किंतु यह बात अभी तक अशिक्षित तो छोड़िए शिक्षित शूद्र भी नहीं समझ पा रहे हैं और हिन्दू बनकर ब्राह्मण वाद और ब्राह्मण शाही को ही मजबूत कर रहे हैं जिस दिन शूद्र समाज के लोगों को अपना सच्चा इतिहास और समतावाद विषमता वाद का संघर्ष मालूम पड़ जायेगा वे ब्राह्मणों द्वारा थोपे गए झूठे काल्पनिक इतिहास होगा..
हर हर महादेव जय गंगा मैया अपने गोमुख के दर्शन कराए आपने बिल्कुल सत्य वीडियो बनाई है यह मेरी देखी हुई है मैं भी 2023 में जुलाई में गोमुख दर्शन के लिए गया था छत्रपाल मीना उप4
भाग्य शाली हो आप,और पुण्य के भागी भी,जो हम जैसे बूढे लोगो को गंगोत्री -गोमुख यात्रा का जीवंत दर्शन भी करा रहे हो।ईश्वर तुम्हे स्वास्थ्य, सुख और यश दे।शुभकामना है। आद्या दत्त, लखनऊ।
Har har mahadev har har gange.
घर बैठे स्वर्ग का दर्शन हो गया हरी ओम
Radha Radha vai🙏🏻🥹
Jai Ma Gange
गंगा मैया की जय हो जिसके जल से भारत के किसानों की फसल होती है अनाज पैदा होता है पीने को जल मिलता है और गोमूख के दर्शन करने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है धन्यवाद मेरे भाई मेरा भारत महान है
गंगोत्री धाम से गोमुख का सफर बड़ा रोमांचकारी और दुरूह के साथ भयंकर भी है।
Bahut bahut dhanyawad Bhai, aapke साथ साथ हमने भी इस पवित्र स्थान का दर्शन किया, जय मां भागीरथी जय मां गंगे, हर हर महादेव, जय भारत, जय श्री राम
आपने मा गंगा का दर्शन कारवाया आपको बहोत बहौत धन्यवाद
Koti koti naman 😂🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Thank,s bro aapke jriye main gowmukh. Ganga mata or shiv baba ki darshan ki
आप ने मा गंगा की दर्शन करादि दिल से धन्यवाद भाई
भैया जी आप स्वर्ग में घूम रहे हो और हमारे को भी गंगा मैया के दर्शन करवा रहे हो गंगा मैया आप रक्षा करे आप की इच्छा पूरी करे हर हर महादेव ॐ नमः शिवाय हर हर गंगे मैया की जय हो
Aapane bahut paropkari karya Kiya hai aur ham logon Ko Ganga Maiya ka darshan karae Hain Jahan se udgam Ganga Maiya ka hai use sthan ka darshan kara kar sabko Dhanya kar kar diya hai bahut bahut dhanyvad
Jay maa Ganga
2:19
Jay maa Ganga🙏🙏🙏🚩
ऐसा नजारा दिखाने के लिए भाई साहब को बहुत बहुत हृदय से धन्यवाद
Jai maa gange🌱☘️🌿🍀💐🌷🌹🥀🌻🌸🌺🌾🌾🌾🌾👏👏👏👏👏👏👏👏
बहुत खूब यात्रा कर आपने इस माॅ गंगा का उद्गम स्थल दिखाई।
ऐसा नजारा देखने के लिए हमारा भी मन करता है पर क्या कर हम तो मध्य प्रदेश के आदिवासी लोग हैं और आपको पता ही होगा कि आदिवासी लोग जितनी मेहनत करते उतना ही खाना मिलता है
इतना भाई दिल दुखी मत करो
😢
आप थोड़ा सा अपना लिविंग स्टाइल बदलो ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करो किसी अच्छे पढ़ने वाले व्यक्ति को अपना मित्र बनाओ और फिर देखो आप कितना आगे निकल जाओगे मैं समझ सकता हूं आपके जीवन में बहुत संघर्ष है लेकिन संघर्ष करके ही आप अपने जीवन को बदल सकते हो यकीन करो
Jai Maan Ganga Mata ki...🙏🙏🙏
आदिवासी हमारे भगवान श्री राम जी के मित्र है उन्हे तो वैसे ही प्रभू का कृपा है🙏🙏
हर हर गंगे बहोत बहोत धन्यवाद भाई साहब आपका जो आज हमें गंगा मैय्या का दर्शन जो आपने कराया इसलीये 🙏🙏
Bahut badiya
Har Har Mahadev
हर हर गंगे हर हर महादेव हे भोले शंकर जय जय महाकाल के गायक मुख्य माता
हर हर महादेव गोमुख का दर्शन करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ओम नमः शिवाय
Har har gange❤🎉
Goodvidio
जय गंगा मैया धन्यवाद दोस्तों अपने स्वर्ग का दर्शन कराने का धन्यवाद जय माता जी की
ये सतयुग त्रेता द्वापर सब का सब भारत का इतिहास नहीं बल्कि ब्राह्मणों द्वारा बनाया गया झूठा काल्पनिक इतिहास है ये सिर्फ ब्राह्मणी ग्रंथों में ही मिलेगा और कहीं नहीं।
आश्चर्य होता है आप जैसे शिक्षित व्यक्ति भी इन कपोल कल्पित कहानियों पर विश्वास करते हैं।
आप तर्क क्यों नहीं करते कि इनका दावा सारे संसार के इतिहास का वर्गीकरण का है उन युगों में पैदा हुए ईश्वर के अवतारों को तीनों लोक का मालिक बताया गया है किन्तु इन युगों और उनमें पैदा हुए कथित जगत के पालनहार भगवानों के बारे में इंग्लैंड फ्रांस जर्मनी अमेरिका किसी को पता ही नहीं है।
आपने पढ़ा होगा इनका एक एक युग कई कई लाख साल का होता था जबकि मानव सभ्यता के पूरे विश्व के इतिहास अध्ययन करिए तो पाषाण काल से लेकर अभी तक अलग ही इतिहास है जो पुरातात्विक सबूतों के आधार पर सिद्ध भी किया जा चुका है कि कब मानव ने अग्नि का उपयोग शुरू किया ,कब से शिकारी जीवन से खेती पशुपालन आदि करने लगे, कब से घर बनाकर बस्तियों में रहने लगे ,कब से कपड़ा पहनने लगे, कब से पढ़ने लिखने लगे कब लोहा तांबा पीतल सोना आदि का आविष्कार हुआ यह सब कुछ हजार सालों का सत्य व प्रमाणिक इतिहास है दूसरी तरफ ब्राह्मणों के एक एक युग लाखों साल के होते थे और उनकी गप्प कथाओं में ऐसे ऐसे पात्रों का वर्णन है जो तीन तीन युगों तक जीवित रहे जैसे परशुराम वह सतयुग में गणेश के दांत तोड़कर उन्हें एक दन्त बनाता है त्रेता में सीता स्वयंवर में जाकर हंगामा करता है और द्वापर में भीष्म व कर्ण को धनुर्विद्या सिखाता है यानी तीनों युगों में जवान सैनिक के रोल में , बूढ़ा तो होता ही नहीं , हनुमान जामवंत आदि त्रेता यानी रामायण कालीन पात्र महाभारत काल यानी द्वापर में भी अपना रोल निभा रहे हैं ।
यह सब सिर्फ कहानियों में ही संभव है वास्तव में नहीं ।
लोहे का आविष्कार होकर अभी चार हजार साल भी नहीं हुए फिर सतयुग से लेकर द्वापर तक फरसा लहराने वाले परशुराम व अन्य योद्धाओं के हथियार तलवार त्रिशूल आदि के लिए लोहा किस ग्रह से आयात किया गया था ?
चारों धाम की स्थापना शंकराचार्य जो ब्राह्मण थे ने सातवीं आठवीं शताब्दी में किया था उसके बाद ही धीरे-धीरे प्रचारित करते हुए आज वे उन्हें उन शूद्रों को भी अपना तीर्थस्थान स्वीकार करवाने में कामयाब हो गए जिन्हें उनके ब्राह्मण धर्म के अनुसार शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान का अधिकार ही नहीं था जिनकी संस्कृति श्रमण संस्कृति थी श्रमजीवी थे जो बुद्ध के अनुयायी थे।
आज भी शंकराचार्य का पद ब्राह्मण के लिए ही आरक्षित है कोई शूद्र शंकराचार्य नहीं बन सकता।
भारत में संघर्ष विषमता वादी अंधश्रद्धा वादी ब्राह्मण वाद और समतावादी मानवतावादी वैज्ञानिकता वादी बुद्धिज्म के बीच ही रहा है और आज भी जारी है ब्राह्मण वादी शूद्रों को सत्ता के बल पर शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान से वंचित करके उन्हें पूर्व की स्थिति में ले जाने के लिए प्रयासरत हैं, एससी एसटी ओबीसी के जीवन स्तर में जो भी सकारात्मक बदलाव आये हैं वे समतावादी महापुरुषों फुले साहू अम्बेडकर पेरियार आदि के संघर्षों के बदौलत आये हैं किंतु यह बात अभी तक अशिक्षित तो छोड़िए शिक्षित शूद्र भी नहीं समझ पा रहे हैं और हिन्दू बनकर ब्राह्मण वाद और ब्राह्मण शाही को ही मजबूत कर रहे हैं जिस दिन शूद्र समाज के लोगों को अपना सच्चा इतिहास और समतावाद विषमता वाद का संघर्ष मालूम पड़ जायेगा वे ब्राह्मणों द्वारा थोपे गए झूठे काल्पनिक इतिहास होगा..
हर हर गंगे हर हर महादेव🙏🙏🌷🌷🙏🙏
Wow हमारा india 🇮🇳 सच में ग्रेट हैं ❤❤❤❤❤❤❤❤❤ I'm proud an Indian 🇮🇳❤
मै और मेरी बुआ का लड़का हम दोनो 2012 में गोमुख गये थे,वाक़ई जिंदगी का असली मजा आ जाता है😊
आपने घर बैठे गोमुख के दर्शन करवा दिए ढेरों आशिर्वाद
बहुत अच्छी बात गौ माता का दर्शन करवा गंगोत्री का बहुत अच्छा लगा
😂
Khoop S
under
जय मां गंगा बहुत पवित्र दृश्य है भाई❤❤❤❤❤❤
🌷🌷🌷जय गंगा गणपतये गौरी गौपालाय गौ मुखाय नम:🌷🌷🌷
जय श्री गंगा मैया की जय हो, बहुत बहुत धन्यवाद व साधुवाद एवं शुभकामनाएं और ढेरों मंगलकामनाएं करते हैं कि आप इसी प्रकार आगे भी हमें ऐसे ही सुन्दर ढंग से नजारा संचार माध्यम से वीडियो बनाकर देते रहें।🎉❤
आपने घर बैठे गोमुख का दर्शन करा दिया, धन्यवाद।
Beautiful नजारा❤ मन खुश हो गया
❤❤❤🎉🎉🎉😢😢😢😊😊om. Nmo. Shivay. Nmo. Gangaye. Bishnu. Rupine. NaRayni. Nmastute❤
घर बैठे गंगा मइया के दर्शन होकर जीवन कृतार्थ हो गया। जय गंगा मइया की।
Very good 👍 मेरे भाई आपने आज वो जगह दिखाई जो हमने किताबो में पढ़ा आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏
बहुत बहुत धन्यवाद भाई साहब इतना सुंदर नजारा दिखाने के लिए।आपने स्वर्ग के दर्शन करा दिया।आप बहुत किस्मत वाले हो❤❤
👍👍👍
Very good video 👏👏👏👏👏👏😅😅😅
आपने माँ गंगा का दर्शन करवाया आपको बहुत-बहुत धन्यवाद
अद्भुत अप्रतिम अतिसुंदर
जय मां गंगा
Avin भईया आप के सभी विडियो देखें मगर यह विडियो दिल को छू लिया ❤❤❤❤❤❤❤❤ love you भाई आप इसी तरह हम लोगो को दर्शन कराते रहे ❤❤❤❤
😚😚😚
Good
बड़े भाई आप वीडियो तो अच्छे बनाते ही हो साथ मे अपने धर्म और संस्कृति का भी ध्यान रखते हो ❤
आपका यह वीडियो बहुत अच्छा लगा ऐसा लग रहा था जैसे हम भी आपके साथवहीं पर हैं आपका बहुत बहुत शुक्रिया आपने हमें घर बैठे गंगोत्री के दर्शनकर दीजिए जय हो गंगा मैया की भगवान आपको खूबशक्ति दे और आप ऐसे ही और बढ़िया बढ़िया दर्शन करते रहे जय सियाराम हर हर महादेव
हर हर गंगेमेया बहुत बहुत धन्यावाद भाईसाहब आपका जो आपने हमे घरबेठे मां गंगा के दर्शन करवाऐ
हर हर गंगे हर हर महादेव
जो भक्त यथा नही जा पाए उन्हें तुम्हारे द्वारा इन दर्शन का लाभ मिला बहुत धन्यवाद ।एम,ब्रो
अद्भुत एवं अवर्णनीय निसर्ग का चमत्कार हैं हमारा गंगा मैय्या 🚩🚩🙏🙏🙏
❤❤❤ATI sunder❤❤❤ jai maa gange/ om namah shivaye🎉🎉🎉
बहुत सुंदर, उत्तम कार्य , आपकी साफ आवाज, भाषा शैली, कैमरे का चित्रण और एकांत का अनुभव वाकई बहुत हार्दिक है। मनोज कुमार इगलास की तरफ से प्रार्थना है आप जीवन में बहुत उन्नति करें। धन्यवाद
आपको बहुत बहुत बधाई हो जो आप ने हमें गोमुख का दर्शन करवाया जय गंगा मैया 🙏♥️🌷🥀
😊
भाई आपकी हिम्मत के लिए सलाम जो ऐसी भयानक और खतरनाक रास्ते और पहाड़ों में वीडियो शूट किया है मुझे तो वीडियो में सीन देखने में ही डर और घबराहट लगने लगे आपके लिए धन्यवाद
Behad accha darshan danyawad
aapki vajah se hame ghar baithe maa bhagirathi aur gangotri ke darshan prapt ho gae aur bahut sari jagah ke darshan hue dhanyavaad aap bahut hi acchhi videos banate hain
Nice vidio aap bhut badiya bnate ho❤
नमो नमो शंकरा , पार्वती पते हर हर महादेव ❤❤❤❤❤
ये दृश्य दिखाने के लिए कोटि-कोटि धन्यवाद
वाह भाई साहिब आप कितने भाग्यशाली, और हिम्मत वाले है,, जो ऐसे रमणीक और खतरनाक यात्रा को अंजाम दे रहे है,,, जय गंगे माई
हमें लगता है हम भी आपके साथ चल रहे हैं, इतने सुन्दर ढंग से आपका यात्रा वृत्तांत सुनकर मैं भूल गया मैं कहां हूं
Man khusa kardio Bhai oma nam shivay
बहुत सुन्दर ।माँ गंगा का दर्शन कराया।अापकाे भी नमन।
बहुत अच्छी लगी व्हिडिओ. आपको धन्यवाद.
आपको गोमुख धाम का दर्शन करने के लिए कोटि कोटि धन्यवाद गंगा मैया आपको सदैव स्वस्थ रखे आप पर सब की कृपा बनी रहे आपके लिए बहुत सारी शुभकामनाएं हर हर गंगे जय गंगा मैया❤❤ से धन्यवाद
आपको माता सदैव सुखी जीवन प्रदान करें धन्यवाद बेटा।
Bahut hi pyara laga vaha ka najara thanku sir 🌹🌹
जय श्री महादेव को प्रणाम करता हूं
हर हर गंगे खूबसूरत दर्शन
Jai Maa Ganga 🙏🙏🙏🙏🙏
बांसुरी कि धुन बहुत ही सुन्दर मजा आ गया
बहुत खूबसूरत नजारा है भाई सुक्रिया दिखाने के लिए आपको मेरी तरफ से राधे राधे 🙏🚩
❤❤ स्वर्ग में घूम रहे भाई
Very good Jai Ganga Maiya ki 🙏🌹🙏🌹🌹🙏🙏🌹🙏🌹
भारत की पहचान और सनातन की पहचान मां गंगा से है युगों युगों से गंगा निरंतर कल कल करके बहती आ रही है जय मां गंगे
शूटिंग कॅमेरा और संभाषण बहुत अच्छा. द ग्रेट
Har har Mahadev
Bahot hi kismt vale ho aap ma ganga ke pavn dham pragty dham ke darshn kiye 🙏
Ma Gange ke darshan karwane ke liye koti koti dhanywaad
धन्यवाद जी,
आज गोमुख स्थान जहां से भागीरथी का उद्गमस्थल है दर्शन हुआ। धन्य हो गये।
जय गंगे माता दी
🌹🌹🌹
🙏🙏🙏
Jai Gangaa Maiya ❤
thanks avin bhai manoram prakriti chhata dikhane ke liye ma ganga aur bhole baba ko 🙏
बहुत बहुत धन्यवाद भाई जी गौ मुख के दर्शन कराने के लिए आभार जय देव भूमि उत्तराखंड
भाई जी बहुत सुंदर श्री हर हर गंगे श्री हर हर महादेव❤ गोमुख का पहली बार दर्शन किया
Great nature beautiful nature awesome nature 😊😊😊☺️🚩
ि
Nature sur duniya bahut jhoobdoorat hai. Hammi ullu ke pathe Hinfu Muslim maen phas ke zindgi.kharaab karte hain.
Jai Baba Mahadev.
Har Har Gange
अच्छा लगा भाई साहब जय सनातन धर्म जय भारत माता कि 🎉❤❤❤❤❤
ये सतयुग त्रेता द्वापर सब का सब भारत का इतिहास नहीं बल्कि ब्राह्मणों द्वारा बनाया गया झूठा काल्पनिक इतिहास है ये सिर्फ ब्राह्मणी ग्रंथों में ही मिलेगा और कहीं नहीं।
आश्चर्य होता है आप जैसे शिक्षित व्यक्ति भी इन कपोल कल्पित कहानियों पर विश्वास करते हैं।
आप तर्क क्यों नहीं करते कि इनका दावा सारे संसार के इतिहास का वर्गीकरण का है उन युगों में पैदा हुए ईश्वर के अवतारों को तीनों लोक का मालिक बताया गया है किन्तु इन युगों और उनमें पैदा हुए कथित जगत के पालनहार भगवानों के बारे में इंग्लैंड फ्रांस जर्मनी अमेरिका किसी को पता ही नहीं है।
आपने पढ़ा होगा इनका एक एक युग कई कई लाख साल का होता था जबकि मानव सभ्यता के पूरे विश्व के इतिहास अध्ययन करिए तो पाषाण काल से लेकर अभी तक अलग ही इतिहास है जो पुरातात्विक सबूतों के आधार पर सिद्ध भी किया जा चुका है कि कब मानव ने अग्नि का उपयोग शुरू किया ,कब से शिकारी जीवन से खेती पशुपालन आदि करने लगे, कब से घर बनाकर बस्तियों में रहने लगे ,कब से कपड़ा पहनने लगे, कब से पढ़ने लिखने लगे कब लोहा तांबा पीतल सोना आदि का आविष्कार हुआ यह सब कुछ हजार सालों का सत्य व प्रमाणिक इतिहास है दूसरी तरफ ब्राह्मणों के एक एक युग लाखों साल के होते थे और उनकी गप्प कथाओं में ऐसे ऐसे पात्रों का वर्णन है जो तीन तीन युगों तक जीवित रहे जैसे परशुराम वह सतयुग में गणेश के दांत तोड़कर उन्हें एक दन्त बनाता है त्रेता में सीता स्वयंवर में जाकर हंगामा करता है और द्वापर में भीष्म व कर्ण को धनुर्विद्या सिखाता है यानी तीनों युगों में जवान सैनिक के रोल में , बूढ़ा तो होता ही नहीं , हनुमान जामवंत आदि त्रेता यानी रामायण कालीन पात्र महाभारत काल यानी द्वापर में भी अपना रोल निभा रहे हैं ।
यह सब सिर्फ कहानियों में ही संभव है वास्तव में नहीं ।
लोहे का आविष्कार होकर अभी चार हजार साल भी नहीं हुए फिर सतयुग से लेकर द्वापर तक फरसा लहराने वाले परशुराम व अन्य योद्धाओं के हथियार तलवार त्रिशूल आदि के लिए लोहा किस ग्रह से आयात किया गया था ?
चारों धाम की स्थापना शंकराचार्य जो ब्राह्मण थे ने सातवीं आठवीं शताब्दी में किया था उसके बाद ही धीरे-धीरे प्रचारित करते हुए आज वे उन्हें उन शूद्रों को भी अपना तीर्थस्थान स्वीकार करवाने में कामयाब हो गए जिन्हें उनके ब्राह्मण धर्म के अनुसार शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान का अधिकार ही नहीं था जिनकी संस्कृति श्रमण संस्कृति थी श्रमजीवी थे जो बुद्ध के अनुयायी थे।
आज भी शंकराचार्य का पद ब्राह्मण के लिए ही आरक्षित है कोई शूद्र शंकराचार्य नहीं बन सकता।
भारत में संघर्ष विषमता वादी अंधश्रद्धा वादी ब्राह्मण वाद और समतावादी मानवतावादी वैज्ञानिकता वादी बुद्धिज्म के बीच ही रहा है और आज भी जारी है ब्राह्मण वादी शूद्रों को सत्ता के बल पर शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान से वंचित करके उन्हें पूर्व की स्थिति में ले जाने के लिए प्रयासरत हैं, एससी एसटी ओबीसी के जीवन स्तर में जो भी सकारात्मक बदलाव आये हैं वे समतावादी महापुरुषों फुले साहू अम्बेडकर पेरियार आदि के संघर्षों के बदौलत आये हैं किंतु यह बात अभी तक अशिक्षित तो छोड़िए शिक्षित शूद्र भी नहीं समझ पा रहे हैं और हिन्दू बनकर ब्राह्मण वाद और ब्राह्मण शाही को ही मजबूत कर रहे हैं जिस दिन शूद्र समाज के लोगों को अपना सच्चा इतिहास और समतावाद विषमता वाद का संघर्ष मालूम पड़ जायेगा वे ब्राह्मणों द्वारा थोपे गए झूठे काल्पनिक इतिहास होगा..
Bahut he सरल और शानदार जानकारी देते है आप
Sir आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जो हमें गौमुख के, माँ गंगा जी के दर्शन कराए, आप बहुत भाग्यशाली है I जो स्वयं जाकर भागीरथी नदी माँ गंगा जी के दर्शन किए! इतना खूबसूरत, प्राकृतिक नजारा देखना सामने से मेरे किस्मत में नहीं हैं शायद I सधन्यवाद 🙏🙏👍
गोमुख का लाइव दर्शन कराने के लिए धन्यवाद। जय मां गंगे
बहुत सुंदर, बहुत बहुत धन्यवाद आपको भाई आपने प्रकृति का दर्शन कराया इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद कोटि कोटि प्रणाम करतीं हूं मैं
बहुत अच्छा लगा आपका गोमुख जाता का वीडियो ।
हर हर गंगे आप बहुत अच्छे दर्शन करा रहे हैं बहुत बहुत धन्यवाद भाई साहब
Very very beautiful. First time. I see the view. It's really fantastic. Har har gage .Om Nemo .Har har mahadev.
आप बहुत मेहनत कर के वीडियो बनाते है भाई और बिल्कुल खतरनाक वीडियो मजा आता है ❤
ये सतयुग त्रेता द्वापर सब का सब भारत का इतिहास नहीं बल्कि ब्राह्मणों द्वारा बनाया गया झूठा काल्पनिक इतिहास है ये सिर्फ ब्राह्मणी ग्रंथों में ही मिलेगा और कहीं नहीं।
आश्चर्य होता है आप जैसे शिक्षित व्यक्ति भी इन कपोल कल्पित कहानियों पर विश्वास करते हैं।
आप तर्क क्यों नहीं करते कि इनका दावा सारे संसार के इतिहास का वर्गीकरण का है उन युगों में पैदा हुए ईश्वर के अवतारों को तीनों लोक का मालिक बताया गया है किन्तु इन युगों और उनमें पैदा हुए कथित जगत के पालनहार भगवानों के बारे में इंग्लैंड फ्रांस जर्मनी अमेरिका किसी को पता ही नहीं है।
आपने पढ़ा होगा इनका एक एक युग कई कई लाख साल का होता था जबकि मानव सभ्यता के पूरे विश्व के इतिहास अध्ययन करिए तो पाषाण काल से लेकर अभी तक अलग ही इतिहास है जो पुरातात्विक सबूतों के आधार पर सिद्ध भी किया जा चुका है कि कब मानव ने अग्नि का उपयोग शुरू किया ,कब से शिकारी जीवन से खेती पशुपालन आदि करने लगे, कब से घर बनाकर बस्तियों में रहने लगे ,कब से कपड़ा पहनने लगे, कब से पढ़ने लिखने लगे कब लोहा तांबा पीतल सोना आदि का आविष्कार हुआ यह सब कुछ हजार सालों का सत्य व प्रमाणिक इतिहास है दूसरी तरफ ब्राह्मणों के एक एक युग लाखों साल के होते थे और उनकी गप्प कथाओं में ऐसे ऐसे पात्रों का वर्णन है जो तीन तीन युगों तक जीवित रहे जैसे परशुराम वह सतयुग में गणेश के दांत तोड़कर उन्हें एक दन्त बनाता है त्रेता में सीता स्वयंवर में जाकर हंगामा करता है और द्वापर में भीष्म व कर्ण को धनुर्विद्या सिखाता है यानी तीनों युगों में जवान सैनिक के रोल में , बूढ़ा तो होता ही नहीं , हनुमान जामवंत आदि त्रेता यानी रामायण कालीन पात्र महाभारत काल यानी द्वापर में भी अपना रोल निभा रहे हैं ।
यह सब सिर्फ कहानियों में ही संभव है वास्तव में नहीं ।
लोहे का आविष्कार होकर अभी चार हजार साल भी नहीं हुए फिर सतयुग से लेकर द्वापर तक फरसा लहराने वाले परशुराम व अन्य योद्धाओं के हथियार तलवार त्रिशूल आदि के लिए लोहा किस ग्रह से आयात किया गया था ?
चारों धाम की स्थापना शंकराचार्य जो ब्राह्मण थे ने सातवीं आठवीं शताब्दी में किया था उसके बाद ही धीरे-धीरे प्रचारित करते हुए आज वे उन्हें उन शूद्रों को भी अपना तीर्थस्थान स्वीकार करवाने में कामयाब हो गए जिन्हें उनके ब्राह्मण धर्म के अनुसार शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान का अधिकार ही नहीं था जिनकी संस्कृति श्रमण संस्कृति थी श्रमजीवी थे जो बुद्ध के अनुयायी थे।
आज भी शंकराचार्य का पद ब्राह्मण के लिए ही आरक्षित है कोई शूद्र शंकराचार्य नहीं बन सकता।
भारत में संघर्ष विषमता वादी अंधश्रद्धा वादी ब्राह्मण वाद और समतावादी मानवतावादी वैज्ञानिकता वादी बुद्धिज्म के बीच ही रहा है और आज भी जारी है ब्राह्मण वादी शूद्रों को सत्ता के बल पर शिक्षा संपत्ति शस्त्र सम्मान से वंचित करके उन्हें पूर्व की स्थिति में ले जाने के लिए प्रयासरत हैं, एससी एसटी ओबीसी के जीवन स्तर में जो भी सकारात्मक बदलाव आये हैं वे समतावादी महापुरुषों फुले साहू अम्बेडकर पेरियार आदि के संघर्षों के बदौलत आये हैं किंतु यह बात अभी तक अशिक्षित तो छोड़िए शिक्षित शूद्र भी नहीं समझ पा रहे हैं और हिन्दू बनकर ब्राह्मण वाद और ब्राह्मण शाही को ही मजबूत कर रहे हैं जिस दिन शूद्र समाज के लोगों को अपना सच्चा इतिहास और समतावाद विषमता वाद का संघर्ष मालूम पड़ जायेगा वे ब्राह्मणों द्वारा थोपे गए झूठे काल्पनिक इतिहास होगा..
❤❤ बहुत सुंदर प्रस्तुति जय माता जय भागीरथी जय उत्तराखंड
चौटे धुळे.
🎉🎉हर हर महादेव.हर हर गंगे.भाई आपने हमे गंगा माँ का उगमस्थान का दर्शन कराया.हम गंगा माँ के दर्शन करके धन्य हो गए.जय गंगा भैय्या.🎉🎉
🙏बहुत बहुत धन्यवाद अवि भाई आप का माँ गंगा के दर्शन करने के लिए🙏
Very hurtful video of mother ganga ❤🎉🎉
हर हर महादेव जय गंगा मैया अपने गोमुख के दर्शन कराए आपने बिल्कुल सत्य वीडियो बनाई है यह मेरी देखी हुई है मैं भी 2023 में जुलाई में गोमुख दर्शन के लिए गया था छत्रपाल मीना उप4
आपकों मां गंगा ने बुलाया था ❤
जय मां गंगे ❤
हर हर महादेव ❤
WoW so beautiful place thanks to you sir 🙏
Really this is heaven
Aisa khobsorat nazara Dikhane ke liye shukriya
भाग्य शाली हो आप,और पुण्य के भागी भी,जो हम जैसे बूढे लोगो को गंगोत्री -गोमुख यात्रा का जीवंत दर्शन भी करा रहे हो।ईश्वर तुम्हे स्वास्थ्य, सुख और यश दे।शुभकामना है। आद्या दत्त, लखनऊ।
Jai maa chandi devi mansa devi vaishno devi balasundri devi lalita devi chintpurni devi jwala devi shitla mata harsidhi mata bramhri devi shakumbri devi kangra devi naina devi chamunda devi kalka devi kalka devi ji ki ❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
HarHar Mahadevji HarHar Gangamata namonamaha ll
बहुत खुब सरद नमामि गंगे हर हर महादेव 🙏
Jay maa ganga 🙏🙏🙏
Salute to your efforts to show us such a beautiful and divine place ❤
सुरग में घूम रहे हैं
बहुत सुंदर जय देव भूमि जय उत्तराखंड
खुपछान व्हीडीओ धन्यवाद!!
1 St view 1 st like🤩
Really nice place❤
Gomug aur Gangotri dham ke darshan karne ke liye bahut hi Danya yad
बहुत बहुत धन्यवाद आपका दिखाने के लिए