Om Nirakaar Omkareshwarai Bhagwan Shiva Ambe matai Ramakrishnai Kalki Mahakaaleshwarai hanumate Gurudevai namah Satyam Shivam Sundaram har har Mahadev Jai shree Ram Jai shree hanuman jai Gurudev Jai hind 🙏🙏❤️❤️
शिव ही सत्य है और यदि शिव से परे कुछ भी नहीं तो अंधकार शिव क्यों नहीं है मित्र ? यदि शिव प्रकाश है तो शिव अंधकार भी है शिव यदि रात्रि है तो शिव दिन भी है शिव यदि ज्ञान है तो शिव अज्ञान भी है शिव यदि अजन्मा है घट घट में व्याप्त परम् सत्य शिव ही है शिव यदि माया है सपना है भूख है तो जाग्रत तत्व भी है शिव से ऊपर कुछ नहीं शिव से नीचे कुछ नहीं शिव के बराबर कुछ नहीं शिव कालातीत है महाकाल है शिव शुन्य है अनंत भी शिव है शिव से परे कुछ ना था शिव के बाद कुछ भी नहीं होगा आदि अनंत शून्य धनात्मक ऋणात्मक संतुलन शून्य अमृत विष मंथन असुर देव देवाधि देव समुद्र कच्छप सुमेरु सब कुछ शिव ही है शिव के अतिरेग कुछ नहीं न है न होगा शिव यदि अमूल्य है तो शिव मुफ्त भी है कुछ भी शिव से अलग हो ही नहीं सकता है। सांबसदाशिव 🙏
हम सब आत्माये है परम आत्मा है शिव, ज्योतिर्लिंग means ज्योति स्वरुप लिंगम, मुस्लिम धर्म मे नूर कहा, क्रिस्चियन ने लाइट माना, शिवलिंग के मध्य मे भी लाइट ही है तो अंधकार कैसे है.
@@rajeevkumarpahuli बात प्रकाश और अंधकार की है कि शिव यदि प्रकाश है तो अंधकार क्या है ? क्या अंधकार शिव जी भिन्न है ? यदि है तो अंधकार अस्तित्व में क्यों है ? क्योंकि वेद कहते है परम् पिता परमात्मा से भिन्न कुछ भी नहीं तो अंधकार शिव जी भिन्न कैसे हो सकता है क्योंकि भगवान शिव जगतपिता जगदीश्वर है तो या तो वेद गलत है या भोलेनाथ जगदीश्वर नहीं है चुकीं वेद प्रमाण है और शिवजी ही सत्य है और सत्य की परिधि में प्रकाश अंधकार ज्ञान अज्ञान यश अपयश जय पराजय लाभ हानि जीवन मृत्यु सब है तो शिवजी निर्माता निर्देशक है यदि प्रकाश उनके द्वारा सृजित है अंधकार और कौन बना सकता है इसीलिए कहा गया है कि जो है वो शिव है और जो नहीं है वो भी शिव ही है क्योंकि जो नहीं है आपके हमारे सबके मस्तिष्क में आया है वो कल्पना भी शिव ही है। रही बात ज्योतिर्लिंग की ज्योति का संबंध प्रकाश अंधकार से नहीं होता क्योंकि यदि होता ज्योतिर्लिंग बोला गया और ज्योति से ज़्यादा प्रकाश सूर्य में है जिसमें किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं है तो ज्योतिर्लिंग क्यों कहा गया सूर्यलिंग कहा जाना चाहिए था ? किंतु क्या सूर्यलिंग कहा गया ? नहीं.. क्यों ? क्योंकि ज्योति का अर्थ सत्य है और जो सत्य है वही शिव है ज्योति का अर्थ निराकार ब्रह्म है इसीलिए ब्रहज्योति भी कहा गया है ॐ प्रणव भी कहा गया है ज्योति का अर्थ प्रकाश नहीं है ज्योति का सत्य है। 🙏
आप जो बता रहे हैं शंकर के बारे में मैं शंकर देवता ह शंकर भी ध्यान में बैठा करते हैं वो भी शिव के ध्यान में बैठते हैं शिव निराकार ज्योतिस्वर बिंदु परमात्मा हैं शिव भगवान हैं जो परमधाम में रहते हैं उनका कोई शरीर नहीं परमधाम शिव का धाम और हम सभी आत्मा का
बहुत सुंदर विचार है! 🙏🏼 सही कहा आपने, शिव निराकार हैं और उनकी उपासना की कोई सीमा नहीं है। उनका अस्तित्व परमात्मा के रूप में है, जो हर जगह और हर समय विद्यमान हैं। धन्यवाद आपके गहरे ज्ञान को साझा करने के लिए! 😊💫
@SeekhoAppIndia शिव तो हम सभी आत्माओं के पिता है शिव ज्ञान के सागर है। परमात्मा शिव के ज्ञान के सागर मे हम सभी आत्माओं को तैराना आना चाहिए । भगवान शिव कहते है की बच्चो तुमने अब भक्ति बहुत कर ली विश्व की सभी आत्माओं को अब ज्ञान मार्ग पर चलना है ।शिव भगवान कहते है कि बच्चों भक्ति मार्ग से श्रेष्ठ है परमात्मा ज्ञान । इस मार्ग पर तुम चलोगे तो तुम्हे जो अपने जीवन मे प्राप्त करना चाहते हो वो तुम्हारे पास स्वयं आयेगा बस तुम्हे मुझे मेरे सत्य स्वरुप को पहचान ना है और स्वयं को भी पहचान ना है की आखिर तुम्हारा सत्य स्वरुप क्या है ।परमात्मा शिव kehte है की बच्चे आप सभी आत्मा हो मे भी आत्मा हु विश्व की सारी मनुष्य आत्मा मेरे ही अंश हो परमात्मा ने ये भी बताया है कि बच्चों तुम्हारा शरीर मे स्थान कहा पर होता है ।परमात्मा ने सत्य सृष्टि चक्र का भी पूरा ज्ञान दिया है ओर भी बहुत से रहस्य बताए है सत्य ज्ञान सिर्फ भगवान ही दे सकते ओर कोई नहीं। परमात्मा कहते है कि बच्चों मुझपर मेरे शिव लिंग पूजा आदि करने की जरूरत नही मुझे ये सब की जरूरत नही बस खुद को आत्मा समझ मुझ परमात्मा को याद करो मेरे करीब आने की ये विधि है और कोई नहीं। बच्चों ज्ञान मार्ग सर्वश्रेष्ठ मार्ग है मुझे पाने के लिए मेरी प्राप्ति करना चाहते हो तो ज्ञान मार्ग पर चल मुझे पा सकते हो ।।अगर आप भगवान शिव के सत्य स्वरूप उनका ज्ञान वो क्या कहना चाहते है आपको शिव का ज्ञान समझना है आप इच्छुक है तो आप कमेंट मे बताना मे आपको उन तक पहुंचने का मार्ग बताऊंगा ओर एक ओर बात भगवान का तो कोई शरीर नहीं वो किसी ना किसी के द्वारा अपने बच्चों को अपनी बात पहुंचाते है क्यों की भगवान आप से बहुत स्नेह और बहुत प्रेम करते है आप मेरा कमेंट पढ़ रहे हो तो मेरी ये इच्छा है जो मुझे भगवान शिव को पाकर जो मुझे परम आनंद शांति की प्राप्ति हुई है वो आप भी अनुभव करो मेरी शुभ कामना है आपके लिए
Interesting thought! 😄 There's definitely a lot of mystery and symbolism around Lord Shiva that sparks such creative theories. What makes you think Shiva could be from another planet? Would love to hear more of your perspective! 🌌🙏
Namaskar! Bahut hi accha aur sochne wala sawal poocha hai aapne. 😊 Humare paas is prithvi par sabse pehle aayi cheezon ke liye kuch scientific theories hain jaise ki micro-organisms aur unicellular jeev, jo sabse pratham jeev ke roop mein maane jaate hain. Lekin dharmik aur alag-alag dhrishti koano se bhi alag-alag mat hain is vishay par. 🙏✨
भगवान सूर्य का अस्तित्व अनादि काल से हैं। भगवान सूर्य प्रत्यक्ष देवता हैं और सूर्य कभी नहीं बुझ सकता और तो और प्रकाश और अंधकार दोनों एक दूसरे में समाए हुए हैं ये दोनों कभी एक दूसरे से अलग नहीं हो सकते हैं। वेदों और पुराणों में भगवान सूर्य को परमात्मा बताया गया हैं। सभी आत्माओं का जन्म भगवान सूर्य से ही हुआ हैं। ॐ ॐ ॐ।
आपने बहुत सुंदर और गहरी बात कही है! 🙏🏼 सूर्य देव का अस्तित्व सच में अनादि काल से है और उनका प्रकाश हमेशा हमारे जीवन में ऊर्जा और आशीर्वाद देता है। वेदों और पुराणों में सूर्य को परमात्मा के रूप में सम्मानित किया गया है, जो सभी जीवों के लिए जीवन और ऊर्जा का स्रोत हैं। ॐ सूर्याय नमः! ☀️✨
You still have not succeeded in telling regarding Shiva, Ordinary Hindu man can describe more than you. However, hats off your effort. 🙏 Om Namah Shivaya 🙏
Thank you for your feedback. Yes, sir, how can we possibly explain everything about Lord Shiva? He is a God, and we are only humans. We can only share His teachings, the ones that can truly help improve our lives. 🙏
Kohi Pani chadeko chhaina ahile samma merelepa chadeko chhaina Kailash Chanda KO lagi vaneko haina sagarmatha chadnalai vaneko ho tyaha chada jhuto nabola ahile samma kohi Pani chadeko chhaina Kailash ma
Leaving religion apart , Shiva represents the very Earth . With moon at the top, flowing river, garland of skeleton ( mundmala) portraying death, snakes on the body portraying different life forms and poison in the neck portraying various mineral deposits inside the earth and when mined will poison our environment. Third eye of Shiva represents the sun which when opens will destroy the whole world with its heat and power. The Shiv linga represents the core of earth from where the whole energy is produced. And water pouring represents keeping the earth and environment cool & vegetative otherwise the increase in temperature will create desert , earthquake and will melt ice and the world will submerged in water and that will be the end. Hinduism is not about God or any picture portray Gods . Since lack of education and illiteracy these pictures were used as symbols, as we currently use in scientific principles, to show nature and how to protect our world.
Thank you for sharing this thoughtful perspective! 🙏 Shiva, as you described, symbolizes such profound elements of life and the natural world. These interpretations show how ancient symbols carry deep meanings about life, death, nature, and balance. It’s amazing to see how different aspects of Shiva represent essential parts of our planet, and how Hindu philosophy emphasizes harmony with nature. Your insights add a beautiful layer to understanding Shiva’s symbolism beyond religious views. Thanks for contributing to the conversation and helping us all see Shiva’s teachings in a new light. 🌍✨
Can anyone really capture the essence of Shiv in just 8 minutes? 😁 Shiv is beyond words, beyond time - an endless source of wisdom, energy, and mystery. In a few minutes, we can only touch on his teachings and stories that inspire us, but there's always so much more to explore and learn. Let's dive in and see what we can uncover together! 🙏✨
सादर प्रणाम जिस शम्भो की आप इतनी महत्त्व बताते हो वह शम्भो भी थक हार कर अंत मैं मैडिटेशन करने लगा था के नहीं ? अनेक प्रकार से अनेक वर्षो तक प्रयास कर अंत मैं शम्भू फ़ाइनली मैडिटेशन करने लगा था की नहीं तो ऐसे इस काली भैरव शम्भो का आप इतना महत्त्व क्यूँ बता रहे हो उस शिव लिंग पर जल डालने से क्या होगा? उस काली भैरव शम्भो की पूजा करने से क्या होगा के जो शम्भू स्वयं भी जब व्यथित होता है अशांत होता है व्यग्र होता है तब वह भी उसे भी मैडिटेशन करना पड़ता है ?
Shiv Mera baap h
Aur Mera baap sare Jagat ka baap h
Jai shree Mahakal 🙏🙏🙏
शिव शंभू हर हर महादेव शिवशंकर ओम नमः शिवाय 🙏🕉️🔱
शिव ही सत्य है शिव ही सुन्दर ❤
जय बाबा शिव शिव शिव सम्बंसदा शिव शम्भू शंकर हर हर महादेव 🕉️❤️🙏🚩🌼🌺🌸📿🌍
Iswar Satya Hai
Shiv Hi Satya Hai
Shiv Hi Sundar Hai
Satyam Si Bam Sundaram
Om Nam Shivai 🕉️ Nam Nam 🙏
Har har Mahadev
Har har Mahadev 🙏
ॐ नमाः शिवाय
Har Har Mahadev ❤
Jai shiv jai maa ambe ki
Satyam shivam sundram
Har har ❤Mahadev ❤🎉❤🎉
Har Har Mahadev ⚔️☠️🙏❤️
Har Har Mahadev ❤jai ho pram pita pramatama❤️💞🙏 apki sada hi jai ho 🙏🙏
Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv Shiv ❤❤❤❤❤❤
Har har Mahadev ❤🕉️🌺📿🔱
Har Har mahadav
सत्य शिवम सुंदरम
I m Muslim but glad to learn about this and have huge respect for shiv
Thank you so much sir for your feedback ☺️
Har har mahadev ❤
Shiv vhi hain jo,,,, anant Satay hai!!
हर_हर_महादेव
Om Niranjan om niraakaar om Neelkanth Mahadev ki Jay
Shiv hi sateye hai ❤
Har har Mahadev ❤
मेरे ❤महादेव ❤❤️ ❤️
Har Har Mahadev 🙏
हर हर महादेव गुरु देव 🙏 सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव ❤❤ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ हर हर महादेव गुरु देव 🙏 सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव सांब सदाशिव
Om Nirakaar Omkareshwarai Bhagwan Shiva Ambe matai Ramakrishnai Kalki Mahakaaleshwarai hanumate Gurudevai namah Satyam Shivam Sundaram har har Mahadev Jai shree Ram Jai shree hanuman jai Gurudev Jai hind 🙏🙏❤️❤️
Om Namah Shivaya ❤️
हर हर महादेव
Har Har Mahadev ❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤
Om nomo Shiva poonam ❤️
शिव अंधकार नही प्रकाश है, इस ब्रह्माण्ड की चेतना है शिव हम सभी आत्माये है परमात्मा है शिव, अकर्ता, अजन्मा, अभोक्ता, अयोनिज है शिव
🕉️ नमः शिवाय
शिव ही सत्य है और यदि शिव से परे कुछ भी नहीं तो अंधकार शिव क्यों नहीं है मित्र ? यदि शिव प्रकाश है तो शिव अंधकार भी है शिव यदि रात्रि है तो शिव दिन भी है शिव यदि ज्ञान है तो शिव अज्ञान भी है शिव यदि अजन्मा है घट घट में व्याप्त परम् सत्य शिव ही है शिव यदि माया है सपना है भूख है तो जाग्रत तत्व भी है शिव से ऊपर कुछ नहीं शिव से नीचे कुछ नहीं शिव के बराबर कुछ नहीं शिव कालातीत है महाकाल है शिव शुन्य है अनंत भी शिव है शिव से परे कुछ ना था शिव के बाद कुछ भी नहीं होगा आदि अनंत शून्य धनात्मक ऋणात्मक संतुलन शून्य अमृत विष मंथन असुर देव देवाधि देव समुद्र कच्छप सुमेरु सब कुछ शिव ही है शिव के अतिरेग कुछ नहीं न है न होगा शिव यदि अमूल्य है तो शिव मुफ्त भी है कुछ भी शिव से अलग हो ही नहीं सकता है। सांबसदाशिव 🙏
हम सब आत्माये है परम आत्मा है शिव, ज्योतिर्लिंग means ज्योति स्वरुप लिंगम, मुस्लिम धर्म मे नूर कहा, क्रिस्चियन ने लाइट माना, शिवलिंग के मध्य मे भी लाइट ही है तो अंधकार कैसे है.
@@rajeevkumarpahuli बात प्रकाश और अंधकार की है कि शिव यदि प्रकाश है तो अंधकार क्या है ? क्या अंधकार शिव जी भिन्न है ? यदि है तो अंधकार अस्तित्व में क्यों है ? क्योंकि वेद कहते है परम् पिता परमात्मा से भिन्न कुछ भी नहीं तो अंधकार शिव जी भिन्न कैसे हो सकता है क्योंकि भगवान शिव जगतपिता जगदीश्वर है तो या तो वेद गलत है या भोलेनाथ जगदीश्वर नहीं है चुकीं वेद प्रमाण है और शिवजी ही सत्य है और सत्य की परिधि में प्रकाश अंधकार ज्ञान अज्ञान यश अपयश जय पराजय लाभ हानि जीवन मृत्यु सब है तो शिवजी निर्माता निर्देशक है यदि प्रकाश उनके द्वारा सृजित है अंधकार और कौन बना सकता है इसीलिए कहा गया है कि जो है वो शिव है और जो नहीं है वो भी शिव ही है क्योंकि जो नहीं है आपके हमारे सबके मस्तिष्क में आया है वो कल्पना भी शिव ही है। रही बात ज्योतिर्लिंग की ज्योति का संबंध प्रकाश अंधकार से नहीं होता क्योंकि यदि होता ज्योतिर्लिंग बोला गया और ज्योति से ज़्यादा प्रकाश सूर्य में है जिसमें किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं है तो ज्योतिर्लिंग क्यों कहा गया सूर्यलिंग कहा जाना चाहिए था ? किंतु क्या सूर्यलिंग कहा गया ? नहीं.. क्यों ? क्योंकि ज्योति का अर्थ सत्य है और जो सत्य है वही शिव है ज्योति का अर्थ निराकार ब्रह्म है इसीलिए ब्रहज्योति भी कहा गया है ॐ प्रणव भी कहा गया है ज्योति का अर्थ प्रकाश नहीं है ज्योति का सत्य है। 🙏
Om namah shivay ❤❤😊
Har har mahadev
❤HAR. HAR MAHADÈV
Har har Mahadev 🙏🙏
Har Mahadev
आप जो बता रहे हैं शंकर के बारे में मैं शंकर देवता ह शंकर भी ध्यान में बैठा करते हैं वो भी शिव के ध्यान में बैठते हैं शिव निराकार ज्योतिस्वर बिंदु परमात्मा हैं शिव भगवान हैं जो परमधाम में रहते हैं उनका कोई शरीर नहीं परमधाम शिव का धाम और हम सभी आत्मा का
बहुत सुंदर विचार है! 🙏🏼 सही कहा आपने, शिव निराकार हैं और उनकी उपासना की कोई सीमा नहीं है। उनका अस्तित्व परमात्मा के रूप में है, जो हर जगह और हर समय विद्यमान हैं। धन्यवाद आपके गहरे ज्ञान को साझा करने के लिए! 😊💫
@SeekhoAppIndia शिव तो हम सभी आत्माओं के पिता है शिव ज्ञान के सागर है। परमात्मा शिव के ज्ञान के सागर मे हम सभी आत्माओं को तैराना आना चाहिए । भगवान शिव कहते है की बच्चो तुमने अब भक्ति बहुत कर ली विश्व की सभी आत्माओं को अब ज्ञान मार्ग पर चलना है ।शिव भगवान कहते है कि बच्चों भक्ति मार्ग से श्रेष्ठ है परमात्मा ज्ञान । इस मार्ग पर तुम चलोगे तो तुम्हे जो अपने जीवन मे प्राप्त करना चाहते हो वो तुम्हारे पास स्वयं आयेगा बस तुम्हे मुझे मेरे सत्य स्वरुप को पहचान ना है और स्वयं को भी पहचान ना है की आखिर तुम्हारा सत्य स्वरुप क्या है ।परमात्मा शिव kehte है की बच्चे आप सभी आत्मा हो मे भी आत्मा हु विश्व की सारी मनुष्य आत्मा मेरे ही अंश हो परमात्मा ने ये भी बताया है कि बच्चों तुम्हारा शरीर मे स्थान कहा पर होता है ।परमात्मा ने सत्य सृष्टि चक्र का भी पूरा ज्ञान दिया है ओर भी बहुत से रहस्य बताए है सत्य ज्ञान सिर्फ भगवान ही दे सकते ओर कोई नहीं। परमात्मा कहते है कि बच्चों मुझपर मेरे शिव लिंग पूजा आदि करने की जरूरत नही मुझे ये सब की जरूरत नही बस खुद को आत्मा समझ मुझ परमात्मा को याद करो मेरे करीब आने की ये विधि है और कोई नहीं। बच्चों ज्ञान मार्ग सर्वश्रेष्ठ मार्ग है मुझे पाने के लिए मेरी प्राप्ति करना चाहते हो तो ज्ञान मार्ग पर चल मुझे पा सकते हो ।।अगर आप भगवान शिव के सत्य स्वरूप उनका ज्ञान वो क्या कहना चाहते है आपको शिव का ज्ञान समझना है आप इच्छुक है तो आप कमेंट मे बताना मे आपको उन तक पहुंचने का मार्ग बताऊंगा ओर एक ओर बात भगवान का तो कोई शरीर नहीं वो किसी ना किसी के द्वारा अपने बच्चों को अपनी बात पहुंचाते है क्यों की भगवान आप से बहुत स्नेह और बहुत प्रेम करते है आप मेरा कमेंट पढ़ रहे हो तो मेरी ये इच्छा है जो मुझे भगवान शिव को पाकर जो मुझे परम आनंद शांति की प्राप्ति हुई है वो आप भी अनुभव करो मेरी शुभ कामना है आपके लिए
❤🎉🎉🎉🐯🇮🇳💯Sir aap sweet, soul Ho
Arey, itni pyaari baat! ❤🙏 Aapke shabd dil ko chhoo gaye. Aapka support hi hamari asli strength hai! 🎉🐯🇮🇳💯
@SeekhoAppIndia very nice person💯 ❤☘👍
Saamb sadashiv ❤❤
❤❤❤❤🙏🙏🙏
Okay
I think shiv is first alien on earth .comes from another planet.
Interesting thought! 😄 There's definitely a lot of mystery and symbolism around Lord Shiva that sparks such creative theories. What makes you think Shiva could be from another planet? Would love to hear more of your perspective! 🌌🙏
@SeekhoAppIndia shiva height is 9 ft.according sadguru said.thats why I believe he is coming from different planet
Mananiy main app se ke prasna Karna chata hon ki is dharti par kon sa jiv sarba pratham aya tha..? 🙏🙏
Namaskar! Bahut hi accha aur sochne wala sawal poocha hai aapne. 😊 Humare paas is prithvi par sabse pehle aayi cheezon ke liye kuch scientific theories hain jaise ki micro-organisms aur unicellular jeev, jo sabse pratham jeev ke roop mein maane jaate hain. Lekin dharmik aur alag-alag dhrishti koano se bhi alag-alag mat hain is vishay par. 🙏✨
Superb 😊❤
Thanks 🤗
Ashwatthama shiv avatar nahi hai for your kind information
भगवान सूर्य का अस्तित्व अनादि काल से हैं। भगवान सूर्य प्रत्यक्ष देवता हैं और सूर्य कभी नहीं बुझ सकता और तो और प्रकाश और अंधकार दोनों एक दूसरे में समाए हुए हैं ये दोनों कभी एक दूसरे से अलग नहीं हो सकते हैं। वेदों और पुराणों में भगवान सूर्य को परमात्मा बताया गया हैं। सभी आत्माओं का जन्म भगवान सूर्य से ही हुआ हैं। ॐ ॐ ॐ।
आपने बहुत सुंदर और गहरी बात कही है! 🙏🏼 सूर्य देव का अस्तित्व सच में अनादि काल से है और उनका प्रकाश हमेशा हमारे जीवन में ऊर्जा और आशीर्वाद देता है। वेदों और पुराणों में सूर्य को परमात्मा के रूप में सम्मानित किया गया है, जो सभी जीवों के लिए जीवन और ऊर्जा का स्रोत हैं। ॐ सूर्याय नमः! ☀️✨
You still have not succeeded in telling regarding Shiva, Ordinary Hindu man can describe more than you. However, hats off your effort. 🙏 Om Namah Shivaya 🙏
Thank you for your feedback. Yes, sir, how can we possibly explain everything about Lord Shiva? He is a God, and we are only humans. We can only share His teachings, the ones that can truly help improve our lives. 🙏
Sub kuch to shiv je se he hai.
Bilkul sahi kaha aapne! 🙏 सब कुछ शिवजी से ही शुरू होता है और उन्हीं में विलीन होता है। उनकी महिमा और शक्ति असीम है। ❤🕉
vishnu ji k baare mai boliye unke 24 avatar k baare mai..aur kitna shiv k baare mai bolenge
Ok Sir
Aare Bhai Bo hi toh Bishnu he un dono ke beech Koi Prabhed nahi he
@@patitapabanmahapatra3536 dono ek hain lakin mai vishnu ji ko pasand karta hu
😂😂😂 शिव को पूरा जानना ब्रह्मदेव की भी बस की बात नहीं है तो हम एक साधारण इंसान है।😂😂❤❤❤
Bilkul sahi kaha aapne! 😊 शिव का ज्ञान और महिमा असीमित है, जो शायद किसी के लिए पूरी तरह समझ पाना मुमकिन नहीं। यही उनकी महानता और रहस्य है। 🙏❤
Bhagawan kon hai
Jan te hai app
Kohi Pani chadeko chhaina ahile samma merelepa chadeko chhaina Kailash Chanda KO lagi vaneko haina sagarmatha chadnalai vaneko ho tyaha chada jhuto nabola ahile samma kohi Pani chadeko chhaina Kailash ma
Leaving religion apart , Shiva represents the very Earth . With moon at the top, flowing river, garland of skeleton ( mundmala) portraying death, snakes on the body portraying different life forms and poison in the neck portraying various mineral deposits inside the earth and when mined will poison our environment. Third eye of Shiva represents the sun which when opens will destroy the whole world with its heat and power.
The Shiv linga represents the core of earth from where the whole energy is produced. And water pouring represents keeping the earth and environment cool & vegetative otherwise the increase in temperature will create desert , earthquake and will melt ice and the world will submerged in water and that will be the end.
Hinduism is not about God or any picture portray Gods . Since lack of education and illiteracy these pictures were used as symbols, as we currently use in scientific principles, to show nature and how to protect our world.
Thank you for sharing this thoughtful perspective! 🙏 Shiva, as you described, symbolizes such profound elements of life and the natural world. These interpretations show how ancient symbols carry deep meanings about life, death, nature, and balance. It’s amazing to see how different aspects of Shiva represent essential parts of our planet, and how Hindu philosophy emphasizes harmony with nature.
Your insights add a beautiful layer to understanding Shiva’s symbolism beyond religious views. Thanks for contributing to the conversation and helping us all see Shiva’s teachings in a new light. 🌍✨
Bahut galat tark chal raha hei social media mei youtube
Do you believe that you can explain Shiv in 8 mins...😁
Can anyone really capture the essence of Shiv in just 8 minutes? 😁 Shiv is beyond words, beyond time - an endless source of wisdom, energy, and mystery. In a few minutes, we can only touch on his teachings and stories that inspire us, but there's always so much more to explore and learn. Let's dive in and see what we can uncover together! 🙏✨
Shiv ji becoming an asset for others income...🙏😁...that's all about our beloved Bholenath...☺️
Har Har Mahadev...🕉🚩
5min ke video mein 1 min ka intro. Kya bhai
Thank you sir, we will keep this in mind.
Real fact Pata hei kisiko ulta gyan dete hain ye sab
Kuch naya ni tha
सादर प्रणाम जिस शम्भो की आप इतनी महत्त्व बताते हो वह शम्भो भी थक हार कर अंत मैं मैडिटेशन करने लगा था के नहीं ? अनेक प्रकार से अनेक वर्षो तक प्रयास कर अंत मैं शम्भू फ़ाइनली मैडिटेशन करने लगा था की नहीं तो ऐसे इस काली भैरव शम्भो का आप इतना महत्त्व क्यूँ बता रहे हो उस शिव लिंग पर जल डालने से क्या होगा? उस काली भैरव शम्भो की पूजा करने से क्या होगा के जो शम्भू स्वयं भी जब व्यथित होता है अशांत होता है व्यग्र होता है तब वह भी उसे भी मैडिटेशन करना पड़ता है ?
❤❤❤❤❤
Har har mahadev ❤
Har har mahadev
Har Har Mahadev ❤
Har har Mahadev
Har har Mahadev
Har har mahadev
Har har Mahadev
Har Har mahadev