Gaon dikhane jaate hain ,to gaon better ho gaya , log bachcho ko jungle ,aur janwar bhi dikhane le jaate hain bachcho ko , to kya jungle me rahne chale jaye ,aur jungle raaj lagoo karwa de .
सही बोले भाई ..... मैंने भी शहर में प्लाट ले लिया था ।लेकिन जब अच्छे से शहर और गांव की जिंदगी में कंपेरिजन किया तो गांव ही बेहतर समंझकर प्लाट बेच दिया और गांव में अच्छा सा घर बनाकर अपने परिवार के साथ रह रहे हैं।
अरे भाई, गांव वाले अब स्माट हो गये हैं, जमिन शहर में खरिदते है। किराये पर दे देते हैं। और रहते हैं ,गांव में। क्योंकि गांव वालों को मालुम है, बेवकुफो की कमी नही है।
शहर बेस्ट होता है शहर में नौकरी तो मिल जाती है यहां सुविधा भी है गांव में कुछ लोगों के पास बाइक और साइकिल खरीदने के लिए भी पैसा नही है कर तो दूर की बात है गांव में 24 घंटे बिजली नहीं है शहर में तो मेट्रो की सुविधा भी है लोग कमाने गांव से शहर में आते हैं
@@Reactionswalebhaiya241jadu tona v hota hai, har koi ek dusre se Jalan krta hai, ekdum toxic mahol hota hai, isse acha hai city me sukun se rho , life simple hai city me, village me log life ko difficult bana dete hai, jamin ka lafda alag, gaw me rehna hai to rawody banna padega
@@AdityaChandra478 गाँव में ना पैसा ना रोजगार किसान गन्ना पैदा करता है दो साल तक सरकार पैसा नही देती ताजी हवा रोजगार नही देती हां बात ये है गाँव का जीवन टेशंन फ्रि होता है आप के पास कोई पैसा नही है ओर एंमरजेन्सी में आप को एक लारव रु० चाहिये तो हो जाते है ये ही गाँव का जीवन है भाई
गाव पहले जेसे गाव नही हे, शहरो जेसी बहोत सारी सुविधा मिलती हे, ATM, Bank , Bus, mobile tower, road,ओर अब तो खेती भी आधुनिक तरीके से होने लगी हे, लोग केमिकल खेती छोड़कर जेविक खेती अपना रहे हे,
@@jaishriram9562 तुम्हे क्या पता🤢 ?? रहता मै शहर में ही हूं पर गांव जाता हूं बहुत मजा आता । खेत खलिहनों ने ,पुरानी पीपल ने , सावन की झुलो ने, झूलती बेलो ने ,देशी खान - पान, नदी में ऊपर से छलांग लगाने😊😊
मेरे दोनों भाई दिल्ली रहते हैं मैं भी job की तलाश में दिल्ली गया था But वहा की लाइफ style भीड़ भाड़ धुंआ हर time सर मे दर्द सा रहता था और घर पर मम्मी पापा भी अकेले pad गए थे मे भी अपने कस्बे वापस लौट आया यहा सब कुछ फ्रेश है
गांव पर हसने वालो जब फटेगी तो गांव ही याद आएंगे मैं भी गांव का हु मकान है एक बीघा में (गज में नही ) ओर कच्चा नही टाइल्स ओर मार्बल लगा हुआ बिजली,,,पानी ,,बाइक,,स्कोर्पियो,, सबमर्सिबल, गर्म पानी के लिए गीजर,ओर ताजी हवा ,,हरी सब्जियां,, घर का दूध,,घी,,माँ ,बाप ,,पूरा परिवार सब एक साथ ,,,,पैसा कमाना तो शहर में जाओ,,,,,,ओर जनन्त के मज़े लेने तो गांव में रहो
समझदार इंसान के लिये गांव की जिंदगी बेहतर है ! जैसे की पंजाब, गोवा, हिमाचलप्रदेश, मेघालय, उत्तराखंड ! आबादी बढ़ाते जाओगे तो ना गांव अच्छा रहेगा और ना शहर !
@@govindasingh8441 तू हिमाचल आके देख बुद्धू, केरल जैसी humidity wali गर्मी नहीं है और मुल्लों को कोई भाव नही देता ! Crime rate is also very low in HP as compared to Kerala.
*शहर बसाकर अब* *लोग शुकून के लिए* *गाँव ढूंढत है* *बड़े अजीब हैं लोग* *हाथ मे कुल्हाड़ी लेकर* *शुकून के लिए छाँव ढूंढते हैं ।।* *successful लोगों की दुनिया मे आपका स्वागत है ।।*
सबसे अच्छा तो गांव है क्योकि गाँव सुकून मिलता हैं , जहाँ गाँव वाले गाय ,बैल ,भैस , को अपने घर मे रखते हैं और कुत्ता को घर से बहार , वहीं शहर मे कुत्ता को घर के अंदर रखते हैं , और गाय , बैल , भैस को घर के बहार ।
मैं शहर में पढ़ा दस साल ओर आज गाँव में खेती करता हूँ बङा खूस हूँ अच्छा खना मिल रहा है घर का दो ट्रेक्टर है 120 बीघा जमीन बोई हुई है 20-25 लाख का धान है ।
After spending 15 year of my life in hell Delhi, finally I decided to go back my home town, varanasi... Air, food,.Milk all natural...And yes, in education we have best of universities in own city and many international level school even better than Delhi....Now I am thinking, what I was doing here ?
Agreed with sir i left bangalore 2 years back and living in my village. Quit my 50k job and earning 20k in my village and i am 1000% satisfied with my life. I don know about others but yeah village life is way better than city life.
भाई गांव में रहने का मन तो बहुत करता है लेकिन कोई आय का साधन नहीं होना और गांव पहले वाले गांव नहीं रहे वो लोग नहीं रहे जो आपस में भाईचारे के साथ रहते थे अब तो कुछ भी हो तो आदमी की बात बात में औकात देखी जाती हैं।
Kam se kam isi bahane log dekhate or pehchante to hai... City me log mar jate hai par samne wale ko pata nai hota ki kon mara... Yaha city me koi kisi ko nai pehchanta... Koi kisi ka nai hai ... Sab pese pese karke buddhe hoke mar rahe hai jaanwar jaise...
I left Delhi and started living in a village. I do freelancing and able to save 5 times what I used to save in Delhi. I am more focused in work as there is no distraction in village. I have bought a car and building a 3 storey house in my sweet village.
Sir most important thing you have said is INDIA NEEDS SMART VILLAGES NOT SMART CITIES. I also live in my native village although I can afford to settle in any big metro, but I am 100 % in agreement with your views. In fact I have watched your video and now typing my reply sitting in my village, thanks to internet.
Dear sir, great thoughts for village . I'm from Mumbai Badlapur it's very difficult to survive due to air, noise, food pollution. Thanks CMA Ramlakhan Ahirwar
Pahle mai gaon me rahta tha par mujhe lagta tha ki sahar achha hai liking mai galat tha ab mai sahar me hoon par mujhe mere gaon ki yaaden kheench Pati hain gaon is really great
Zorba the Zen sir, मैं स्वयं इसका शुरू से समर्थन करता रहा हूँ। गाँव का जीवन जन्नत है।शहर में अपनापन नही है, लोग एक दूसरे से जरूरत के लिये संबंध रखते हैं। गाँव मे आज भी लोगो मे अपनत्व की भावना है वो भी बिना किसी आशा के। शहरीकरण तो एक भेड़चाल है। धीरे धीरे लोगो को समझ आ जाएगा।
People in villages are as rich as people in cities. There are many farmers in villages who earn 1 cr per annum. After 2025 there will be more business opportunities in villages. Also by staying in villages you can run business in cities.
Main difference , In city u r known by flat no. / house no. But in village u r known by your ancestors name.... Or your own name. Once a legend said, it's better to be the 1st class citizen of an underdevelop country than to b the 2nd class citizen of a develop country.
अंध विश्वास भी एक महत्वपूर्ण कारण था जिससे लोग गांव से शहर की ओर पलायन करते थे परंतु आजकल ये भी कम हो गया है इसलिए अब आधिक्तर गांव में रहना पसंद कर रहे है।
Mere Village me sab H I'm Lucky Thanks To God Pure Air Pure Water Food Transportation Electricity My House in 1 Hactear Good Education Upto 12 And Sir I'm watching you From Last 1 year I'm From Alwar (NCR) Rajasthan
जब भी मैं बचपन में नानी के यहाँ जाता था बस वहां कुछ समय रहकर आता था तो मेरी शक्ल बदल जाती थी शुद्ध खाना शुद्ध पानी नदियों में नहाना ताज़े फल अब तो मैं ऊब गया हूं शहर से सबको अब वापस जाना पड़ेगा अपने रूट्स के पास.
sir aapne to hila kar rakh diya... me gaav me dairy business karne ki planning kar raha hu.. aapka video dwkhne ke baad itni himmat jarur mili hai ki gaav me b hum business kar sakte hai... thank you sir...
Wahhh kub ,,, Mai Arunachal Pradesh Mai rehta ...bohut accha life hai surrounding by mountain, hill ,waterfall , organic food fresh air ,, I hate metro city ,, I was work in Mumbai 2 yrs so boring life always croud running for taking local train ,, every where slam joparpatti ,,, Life is so fast no rest ..thank GOD I am come back my Home village life is much better then 80% to town life
जय हिंद सर हम आपको अरुणाचल प्रदेश से देख रहे हैं जहां पर बहुत ही घना जंगल है पहाड़ियां है और कुछ भी नहीं है ना मार्केट है ना ही कोई रोड है हम आपका सभी वीडियो अपडेट देता हूं और बहुत ही अच्छा लगता है कि आप समाज में अच्छी बातें बताते हैं हम बहुत खुश हैं आपसे वैसे मैं डिफेंस में जॉब करता हूं
I am working with few villages in Punjab and noticed there is serious lack of information among villagers. They do not know what govt schemes are available. We facilitated blue card (BPL) for 110 families, then they realised the benefit it carries. Meaning, more the educated people migrate to villages more the villages get benefit
अगर टूटे किसी का दिल ,तो शब् भर आख रोती है | ये दुनिया है गुलो की जी इसमें काटे पिरोती है || हम मिलते है अपने गांवों में दुश्मन से भी इठला कर | तुम्हारा शहर देखा तो बड़ी तकलीफ होती है ||
@@blmeena1443 humare gaon mein school khali aacha hai pura desh mein education system change hona chahiye real based practical learning chahiye theory mein kabhi bhi kisi ka kuch bhi nahi ho sakta hai
Peace , Happiness aren't related to money. There are millions of unhappy millionaire. Our goal should be of happiness , quality and joy instead of money and Materialism.
When everybody will start thinking like you then what their families will eat,what they will drink, where they will stay, where they will study and for you it is easy but in real life it is not
@@TheZenDen-y6s yes and do you know that when you have just 1₹ in your pocket and when you will ask them to talk with you for a minute then they will say that, I don't talk with poor or beggars and this is the reality of this world. If we say in simple word : When you have a lot of money then everyone will come, but when you have no money then they all will vanish
thank you so much sir 🙏 This video is on a very beautiful subject बड़ी सहर से गांव में अच्छी सेहत आरोग्य और बड़ी सुकून मिलता है I love village 🙏 I love green village 🏡
I am living in a village surrounded by beautiful jungle in shimla. I feel so much connected with this mother nature. It keeps me peaceful happy and joyful. In villages the quality of food is very good because it is organic.water and air is also fresh to keep you alive. And the most thing is that the relative income of people in village is more than the people who lives in cities because in villages there are agriculture income too.
Thank you so much, esi knowledge her koi nhi deta. es video se mujhe aage ki life se kuchh idea's lg gye h ki Future! Kaisa hone vala h. Thank you thank you so much
Thank you so much sir Apka Video Search bar mein pehela dikha Muze bhi Gaav mein Shift hona hai vo bhi permenant City Life Acchi hai lekin Sukun to Gaav Mein Milega Hariyali mein milega City mein dreams pure karte karte Frastation Anxiety Gussa bhi badh jata hai nahi chahiye humko naukariyan uase accha hai Gaav mein kisi kisaan se kheti sikhaloon aur kheti karke kamalu
सभी अभी गांव की तारीफ कर रहे है। पर जितने भी लोग गांव का तारीफ कर रहे है। 90% लोग इसमे से शहर में रहते है। मैं तो भाई आज गाव में ही रहता हूं। मेरा गांव है कापन kpna रेल्वे स्टेशन सहमत हो तो लाइक करो
Yesss it's true as transport mediums will increase people will prefer to stay in villages and almost all work will be work from home kind.....it's already started in mumbai....people are shifting toward suburban areas
सर नमस्ते 🙏आपने जो बाते बताए सो 100% सहि है,इसलिय मै काठमाडौं नहि जाती हु अपनि गांव मे रहेती हु,मेरा गाउँ मे तो यक कार भि नहि है,चारो वोर नेसनल पार्क है,मुझे लगता है अब हर सुबिधा गाउँ मे है,लाइन है वाइ फाइ है,घर घरमे हेन्ड पम्प है स्वच्छ पानी है मुझे लगता है गाउँ हि स्वर्ग है🙏🙏
हम ये 20 साल पहले ही समज गए थे, अहमदाबाद से उमरगांव (गुजरात में महाराष्ट्र से सटा गाव) में आगाए थे बहन अहमदाबाद में है.. हम मज़े में सस्ते में ज़िन्दगी गुजार रहे है बहन को यही सब मुश्किल आती है बहोत महंगाई स्कूल, भीड़, प्रदूषण, ट्रैफिक मूवी टिकट सहर में 450₹ के आसपास है यह हम वहीं पिचर 100₹ में देखलेते है अच्छी होटल में खाने के दाम भी दुगने है
सुना है उसने खरीद लिया है करोड़ों का घर शहर में
मगर आंगन दिखाने आज भी वो बच्चों को गांव लाता है
Well said brooo....
You are right
😂😂😂
Gaon dikhane jaate hain ,to gaon better ho gaya , log bachcho ko jungle ,aur janwar bhi dikhane le jaate hain bachcho ko , to kya jungle me rahne chale jaye ,aur jungle raaj lagoo karwa de .
Apne bache ke future ke liye cities me na lekr jaye, village me PHD krwado ,
*क्या जबाना था*
*एक का खत*
*पूरा गाँव पढ़ता था*
*आज तो हर एक लोग*
*मोबाइल लेकर*
*मतलबी हो गए हैं ।।*
*successful लोगों की दुनिया में आपका स्वागत है।।*
U r very good ji
Maza AATA Hoga padne me.
Gaaw me bhhut achha
मानव धर्म एक
Ye sahi hai❤
Ek telephone ☎️ pure gaon me rahta tha
Maza hi ata tha
सही बोले भाई ..... मैंने भी शहर में प्लाट ले लिया था ।लेकिन जब अच्छे से शहर और गांव की जिंदगी में कंपेरिजन किया तो गांव ही बेहतर समंझकर प्लाट बेच दिया और गांव में अच्छा सा घर बनाकर अपने परिवार के साथ रह रहे हैं।
मानव धर्म एक
Village mai kya krte ho jb kisi ka agarculature nahi hai.
@@Rahuldancer672sab milke hugne jate hai morning me
I love you bhai bohat achha kaam kiya 🎉🎉🎉 bohat achha
Mae bhi 12 th class ke bad nauri lagne par gao me rhuga
सर यही कारण है कि मैंने नोएडा में पत्रकारिता छोड़ अपने गांव में रहना शुरू कर दिया। अब अपनी खेती भी खुद करता हूं और इनकम के लिए ब्लॉग लिखता हूं।
Blog written btye bhai kise likhte h
Very nice
Hello vivek,
Actually I also want to do blogging
How can I do?
मै राजस्थान के रेगिस्तान से हु जहा एक घर से दूसरे घर की दूरी 1KM तक है। गांव की लाइफ बेस्ट है
Me also 💙💙
muje rajestan ka gao bahot pasand aaya mai gao me rahena chahta tha lekin koi pahechan wala nahi tha isaliye mera man bahot dukhi hua
Rajasthan mai kha sai ho
Barmer se ho kya
May kota se hu
Thankfully, great moment advice for younger generation. I am village resident from my childhood, now i am 76th year old.
छोटे शहर में रहना सबसे अच्छा है शहर वाली सब सुविधा भी मिल जाती है और गांव जैसा साफ वातावरण भी
Shi kha main chote shehar main rhta ho
सही बोले भैया।पॉइंट वाली बात बोले
Chotta kaha rahega jab sabhi chote Mai jayege
ये भी सही है।
You are right
अरे भाई, गांव वाले अब स्माट हो गये हैं, जमिन शहर में खरिदते है। किराये पर दे देते हैं। और रहते हैं ,गांव में। क्योंकि गांव वालों को मालुम है, बेवकुफो की कमी नही है।
Bhai bilkul sahi 😊😊💪
Hahaha... Absolutely true ... 😅
Yes
Ye bahut sahi kaha aapne
Maine v aise hi ki hain
गांव बेस्ट होता है
शहर के लोग देखने के बाद भी मदद नहीं करते और गांव के लोग बिना बोले मदद के लिए आ जाते है
I love my village
फ़
शहर बेस्ट होता है
शहर में नौकरी तो मिल जाती है यहां सुविधा भी है गांव में कुछ लोगों के पास बाइक और साइकिल खरीदने के लिए भी पैसा नही है कर तो दूर की बात है गांव में 24 घंटे बिजली नहीं है शहर में तो मेट्रो की सुविधा भी है लोग कमाने गांव से शहर में आते हैं
गांव में लड़ाई भी होती है यह एक बात खराब है 😢😢😢😢😢
@@Reactionswalebhaiya241jadu tona v hota hai, har koi ek dusre se Jalan krta hai, ekdum toxic mahol hota hai, isse acha hai city me sukun se rho , life simple hai city me, village me log life ko difficult bana dete hai, jamin ka lafda alag, gaw me rehna hai to rawody banna padega
बिलकुल सही कहा भाई@@zeshish
बहुत अच्छा किया आपने जो गांव की तारीफ कर दी वरना मेरा भी शहर जाने का इरादा था
Sahi Bhai mera Bhi iradha tha.
man.rahata.to.gao.m.hu.magar.dkha.kibat.sahar.ban.raha.ha
मुझे गांव के बारे में जानना है।
क्या आप मुझे बता सकते हैं
यादव जी इसकी बातों में ना आओं ये क्यो नही गाँव में रहता
@@AdityaChandra478 गाँव में ना पैसा ना रोजगार किसान गन्ना पैदा करता है दो साल तक सरकार पैसा नही देती ताजी हवा रोजगार नही देती हां बात ये है गाँव का जीवन टेशंन फ्रि होता है आप के पास कोई पैसा नही है ओर एंमरजेन्सी में आप को एक लारव रु० चाहिये तो हो जाते है ये ही गाँव का जीवन है भाई
गाव पहले जेसे गाव नही हे, शहरो जेसी बहोत सारी सुविधा मिलती हे, ATM, Bank , Bus, mobile tower, road,ओर अब तो खेती भी आधुनिक तरीके से होने लगी हे, लोग केमिकल खेती छोड़कर जेविक खेती अपना रहे हे,
Good
Maja aali aikun bhai
मेरे गांव में १०० ₹ लीटर दुध गीर गाय का बीकता है
Lol
ग
Smart village is better than smart City , this is the essence of this video 🙏🙏😊
सुना है उसने खरीद लिया है करोड़ों का घर शहर में
मगर आंगन दिखाने आज भी वो बच्चों को गांव लाता है
Villagers like hear
Wah.. Khoob kaha.
Jio mere ser
Vaah
Villegc to village hi hote hai . Me Nepal se hu . Best air quality. Bhai maze hi Maze
Good bhai
I am from village..i love soo much my village..becz no air polution,no water polution, everything is fresh..
Agar gao nahi hote ,to sheher vale bhukhe marte
@@dushyantpatel3274 sahi kaha app ne👍👍
Mlm knowledge konse village se ho
@@Vlograhulkr207 main West Bengal se belong korta hu..
@@sonalimaji3345 main bhi........kaun se gaon se ho aap?
Sukoon तो गाॅव की जिंदगी में ही है
आज भी गाॅव मे सब लोग मिल कर रहते हैं एक दूसरे के सुख दुख मे सामिल होते हैं
बारिश में गांव में मिट्टी की खुशबू आती है !
शहर में नाले और गटर के 😜😜😜😜
Ekdum sahi
वो मिट्टी नहीं टटटी की खुशबू होगी जो खुले शोच से निकलती है 😝😝
Bhaut hi acchi example di
@@jaishriram9562 तुम्हे क्या पता🤢 ?? रहता मै शहर में ही हूं पर गांव जाता हूं बहुत मजा आता । खेत खलिहनों ने ,पुरानी पीपल ने , सावन की झुलो ने, झूलती बेलो ने ,देशी खान - पान, नदी में ऊपर से छलांग लगाने😊😊
वा क्या बात है
मेरे दोनों भाई दिल्ली रहते हैं मैं भी job की तलाश में दिल्ली गया था But वहा की लाइफ style भीड़ भाड़ धुंआ हर time सर मे दर्द सा रहता था और घर पर मम्मी पापा भी अकेले pad गए थे मे भी अपने कस्बे वापस लौट आया यहा सब कुछ फ्रेश है
Konse gaw se ho
@@Vlograhulkr207 bijnor
Khushkismat ho app
Well done Bhai
@@GauravKumar-nj3ir बिजनोर का तो मैं भी हूँ और दिल्ली में जॉब करता हूँ लेकिन गांव जाकर गुजारा तो नही है और दिल्ली में भी मन नही लगता।
गांव पर हसने वालो जब फटेगी तो गांव ही याद आएंगे मैं भी गांव का हु मकान है एक बीघा में (गज में नही ) ओर कच्चा नही टाइल्स ओर मार्बल लगा हुआ बिजली,,,पानी ,,बाइक,,स्कोर्पियो,, सबमर्सिबल, गर्म पानी के लिए गीजर,ओर ताजी हवा ,,हरी सब्जियां,, घर का दूध,,घी,,माँ ,बाप ,,पूरा परिवार सब एक साथ ,,,,पैसा कमाना तो शहर में जाओ,,,,,,ओर जनन्त के मज़े लेने तो गांव में रहो
Bhai small cities m jada pesa kama sakte h aj kal
@@yamansharma8240😮kaise.vistar me banayiye
@@yamansharma8240 kaise small me jyada kama sakte ho bhai
Baat Paisa ka nahi hai sukoon ka hai
कौन कौन अपने गांव से प्यार करता है👌 लाइक करो,♥️
...
मुझे गांव के बारे में जानना है।
क्या आप मुझे बता सकते हैं
@@AdityaChandra478 आवो राजस्थान में
No
Aao gretar noida
समझदार इंसान के लिये गांव की जिंदगी बेहतर है ! जैसे की पंजाब, गोवा, हिमाचलप्रदेश, मेघालय, उत्तराखंड ! आबादी बढ़ाते जाओगे तो ना गांव अच्छा रहेगा और ना शहर !
Hundred percent bro population hike is terrible
72 saal mein 35 se 135 karod ho gaye hum. Aanewale 10 saal mein na jane kya hoga.
@@premjeph6676 musalman abadi badha rahe hai kabhi mahsoos kar k dekho gaddar gandhi bhart me musalman ko na rakhta to sab ki life acchi hoti..
kerla aao kabhi
@@govindasingh8441 तू हिमाचल आके देख बुद्धू, केरल जैसी humidity wali गर्मी नहीं है और मुल्लों को कोई भाव नही देता ! Crime rate is also very low in HP as compared to Kerala.
Maine Rajasthan se hu, gaon main rahti hu, bahut sukun ki jindgi hai.
Dance sikhati ho ap
Aaja fir
Realy
Kha pr
और मैं फील करता हूँ आप दुनिया के किसी भी कोने में हो एक बार मरने से पहले किसी गाँव मे कुछ दिनों के लिए रह कर जरूर देखे बहुत सुकून मिलेगा।।🙏🙏
गाव वाले like ठोको
👇✌️💪
Begusarai , chakpunarwas village hai,mere gao ki shape bhutt bdhiya h
Mai to Mumbai me rahti hu lekin mujhe gaon hi pasand hai
मुझे गांव के बारे में जानना है।
क्या आप मुझे बता सकते हैं
Ola or cab nhi milti village me 😂😂😂😂
But free me log 10-15km ki distance tk drop kr dete hai 🙏😍😍
Village is better than city
Nice
I like it
हम भी सोच रहे थे गांव से सहर जाने को पर आप की वीडियो देख कर मन बदल लिया
Bahut Acha kiya bhai
You very good
यूरोप के 50% log village me rahte hai.
Very nice sugession.
*शहर बसाकर अब*
*लोग शुकून के लिए*
*गाँव ढूंढत है*
*बड़े अजीब हैं लोग*
*हाथ मे कुल्हाड़ी लेकर*
*शुकून के लिए छाँव ढूंढते हैं ।।*
*successful लोगों की दुनिया मे आपका स्वागत है ।।*
सुकून कहीं बाजारों में नहीं बिकता वह हमारे अंदर ही होता है सुकून का शहर गांव से कोई लेना-देना नहीं है बस ढूंढने की जरूरत है
KY bat kahi Sir ji
पर्मानेंट रहो विलेज में
घूमने करने जाते रहो शहर में
Very correct.
Great
Sahi bat
True
सही है भाई
Mai to khud city chhodke gaon me ghar banaya hai 6mahine pahele hi city se gaon shift huwa hu
सबसे अच्छा तो गांव है क्योकि गाँव सुकून मिलता हैं , जहाँ गाँव वाले गाय ,बैल ,भैस , को अपने घर मे रखते हैं और कुत्ता को घर से बहार , वहीं शहर मे कुत्ता को घर के अंदर रखते हैं , और गाय , बैल , भैस को घर के बहार ।
मैं शहर में पढ़ा दस साल ओर आज गाँव में खेती करता हूँ बङा खूस हूँ अच्छा खना मिल रहा है घर का दो ट्रेक्टर है 120 बीघा जमीन बोई हुई है 20-25 लाख का धान है ।
Jaat ho?
120 bigha jameen ghar ki hai ya rent ki
Jaat ha Haryana se
Junjharam Beniwal
Apne kheti karne ki training kaha se li ?
Mera mn bhi gaon jane ka krta h.. ☹️
Rahne k liye apna gaon, ghumne k liye shahar....
Nice angle of thinking..
Smart villages,, banenge jarur...
Jai jawan jai kisan
After spending 15 year of my life in hell Delhi, finally I decided to go back my home town, varanasi... Air, food,.Milk all natural...And yes, in education we have best of universities in own city and many international level school even better than Delhi....Now I am thinking, what I was doing here ?
Kamal Singh Same here living in Delhi now want to shift plz let me know your contact no will discuss in detail
Bhai aaj delhi aakar pachta rha hu
Town is best.
Bhai whats diffrence between varansi and delhi both are big cities
@@RaviKumar-zi8hc varanasi bola matlab eye to nehi na ki city me. Jo sakta hai Varanasi ke pass koi goa me.
Agreed with sir i left bangalore 2 years back and living in my village. Quit my 50k job and earning 20k in my village and i am 1000% satisfied with my life. I don know about others but yeah village life is way better than city life.
Ankush Patial goodd bro
@@prashantvyas9468 thanks buddy
Hi can i contact you please give me contact email or phone than delete thanks
what are you doing there bro
@@rrr5_Finance2 mene apna business shuru kiya he
भाई गांव में रहने का मन तो बहुत करता है लेकिन कोई आय का साधन नहीं होना और गांव पहले वाले गांव नहीं रहे वो लोग नहीं रहे जो आपस में भाईचारे के साथ रहते थे अब तो कुछ भी हो तो आदमी की बात बात में औकात देखी जाती हैं।
Sahi kaha bhai
शहर से तो फिर भी अच्छा है भाई
Sahi kaha bhai .same here
Kam se kam isi bahane log dekhate or pehchante to hai... City me log mar jate hai par samne wale ko pata nai hota ki kon mara... Yaha city me koi kisi ko nai pehchanta... Koi kisi ka nai hai ... Sab pese pese karke buddhe hoke mar rahe hai jaanwar jaise...
गावो में सिर्फ घतीया राजनीती ..दादागिरी ..गुंडागर्दी ..जितने भी घतीया काम गावो में होते हे क्यून्की वहा कोई टोकाने वाला नहीं होता
I left Delhi and started living in a village. I do freelancing and able to save 5 times what I used to save in Delhi. I am more focused in work as there is no distraction in village. I have bought a car and building a 3 storey house in my sweet village.
Good i came delhi for study today and regret my decision now i will left delhi when my rent over...
@@amangupta4648 For learning you should stay for few years, then plan to shift.
@@avikasstoriesforkids7466 which type of skills we learn in City which is not possible to learn in villages
Sir most important thing you have said is INDIA NEEDS SMART VILLAGES NOT SMART CITIES. I also live in my native village although I can afford to settle in any big metro, but I am 100 % in agreement with your views. In fact I have watched your video and now typing my reply sitting in my village, thanks to internet.
10 saal se software engineer ki naukri kr rha Hun MUMBAI me .. mai bhi sonch rha hun gaon wapas laut jaun ..
Mujhe naukri nahi mili mai bhi abhi CS kiya kuch batao sir
Bhai app ki sallery kitni hai
Dear sir, great thoughts for village .
I'm from Mumbai Badlapur it's very difficult to survive due to air, noise, food pollution.
Thanks CMA Ramlakhan Ahirwar
I live in village. I am listening this lecture in village with high quality of life.
Which village
@@dnyaneshwarbangar6588 g. Near Agra(UP)
Ye sirf lecture de sakta h kuch kr nhi sakta apne aap kyon village me nhi Leta ghar
Good
this is wrong. ..ab pahele jaisa goan nhin raha
वाह मेरे भाई, मैं क्या बोलूं? आपने मेरे मुंह की बात छीन ली! लेकिन अफसोस की बात है कि ये बात आज कोई नहीं समझ रहा है! Well done bro!
Samj jahenge
Sahi h ji
मानव धर्म एक
Pahle mai gaon me rahta tha par mujhe lagta tha ki sahar achha hai liking mai galat tha ab mai sahar me hoon par mujhe mere gaon ki yaaden kheench Pati hain gaon is really great
Zorba the Zen sir, मैं स्वयं इसका शुरू से समर्थन करता रहा हूँ। गाँव का जीवन जन्नत है।शहर में अपनापन नही है, लोग एक दूसरे से जरूरत के लिये संबंध रखते हैं। गाँव मे आज भी लोगो मे अपनत्व की भावना है वो भी बिना किसी आशा के। शहरीकरण तो एक भेड़चाल है। धीरे धीरे लोगो को समझ आ जाएगा।
Ab village me v log jalane lage h
@@kumarsunnytejas2444 jalan to bhai population bdne se ho rhi h
मानव धर्म एक
People in villages are as rich as people in cities. There are many farmers in villages who earn 1 cr per annum. After 2025 there will be more business opportunities in villages. Also by staying in villages you can run business in cities.
Good point
सर आपने अच्छी बात कही की गाँव की जीवन बहुत अच्छी है । पर जिनको नॉकरी करनी है, व्यापार करना है , जीविका चलाने के लिए गाँव से बाहर आना पड़ता है ।
Main difference , In city u r known by flat no. / house no. But in village u r known by your ancestors name.... Or your own name. Once a legend said, it's better to be the 1st class citizen of an underdevelop country than to b the 2nd class citizen of a develop country.
अंध विश्वास भी एक महत्वपूर्ण कारण था जिससे लोग गांव से शहर की ओर पलायन करते थे परंतु आजकल ये भी कम हो गया है इसलिए अब आधिक्तर गांव में रहना पसंद कर रहे है।
र
मैं सिटी में रहकर भी गांव की तरफ जमीन लिया हूं और गांव से ड्यूटी करने सिटी आता हूं और फिर गांव चले जाता हूं
उ
You are right Sir. I am from Odisha staying in a village, doing a teaching job and also working on plantation programme in our locality
इसीलिए गांधी जी ने कहा था ‘असली भारत गांवों में बसता है’
Nahi
Gandhi g ne kaha tha desh ki atama gawn me besati hain.......
yes
बहुत ही बढिया .आपका समझाने का तरिका no.1 है .100% सही बोला आपने.
हम तो पहाड़ों में रहते है मस्त होकर the best पहाड़ी
Wow
8269435934
Usko Jannat Kahate Hain dost
Ham bhi ghumne aa rahe hai..
@@ankitkunalrathore2095 ha bhai Me Nepal se hu pahad se. heaven hai bhai
मैं भी नौकरी छोड़-छाड के अपने गांव जा रहा हू।
पिछले दिनों ही इस्तिफा दिया है।।
Bhai konsi gaam se ho
Sir ji AAP konse village Mai reh rahe ho aaj kal
Bhai kitne Sall nokari kiya
GOPAL SHARMA ji are u to be retired😍😍
भाई बीवी बचे तयार है की आकेले जा रहे हो
I also agree.
Thanks a bunch sir, for sharing your thoughts and ideas with us.
I also love my Village 🌅🎪🌇💒.
Good Day! 🙂
जिंदगी में हर उस इंसान की कद्र करो जो सफल है
या फिर सफल होने के लिए मेहनत कर रहा हो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकेगा 🙏
कश्मीर
र
Bikul shai baat boli sir aapne...... ye video me sb गाँव walo ko dekhaunga jo ab city me rhate h....
गाव वाले like ठोको💪💪👈
Pleas suport
Whatsapp 7091847336 kro kro
Bhai vilage me mja hi alag aata hai.
Good
6 month ago I shift to my village Frome Pune, making less money than city bt
trust me I m very satisfied
No pollution,Ghar ka kahna,more saving..
I'm resident of village in Punjab, and I'm proud to be a villager.
ਬਾਈ ਜੀ ਆਪ ਬਿਲਕੁਲ ਸਹੀ ਕਿਹ ਰਹੇ ਹੋ ਸਲਾਮ ਹੈ
ਬਹੁਤ ਹੀ ਵਧੀਆ ਵਿਚਾਰ ਹੈ
ਮੰਨੇ ਲੰਦਨ ਛੋੜ ਦਿਤਾ ਹੈ ਯੌਰਕ ਮੇ ਚਲਾ ਗਿਆ ਹਾ
Mere Village me sab H I'm Lucky Thanks To God
Pure Air
Pure Water
Food
Transportation
Electricity
My House in 1 Hactear
Good Education Upto 12
And Sir I'm watching you From Last 1 year
I'm From Alwar (NCR) Rajasthan
Nice yahi sahi h
Bhai kabhi hame bhi apne villege mein ghumao
@@devrajsehgal9841 *Kaha* Se Ho Aaap ?
Aajao Alwar (NCR) Rajasthan
@@khalsatarvindar1924 Ludhiana city
@@devrajsehgal9841 Alwar Rajasthan Aajo HR Border Te
जब भी मैं बचपन में नानी के यहाँ जाता था बस वहां कुछ समय रहकर आता था तो मेरी शक्ल बदल जाती थी शुद्ध खाना शुद्ध पानी नदियों में नहाना ताज़े फल अब तो मैं ऊब गया हूं शहर से सबको अब वापस जाना पड़ेगा अपने रूट्स के पास.
Right bro
Nahi Chaya ya shari jeven
Right
Jhute naahaa b hai kyaa kabhi
Kahaa rhtaa thaa
द
sir aapne to hila kar rakh diya... me gaav me dairy business karne ki planning kar raha hu.. aapka video dwkhne ke baad itni himmat jarur mili hai ki gaav me b hum business kar sakte hai... thank you sir...
Wahhh kub ,,, Mai Arunachal Pradesh Mai rehta ...bohut accha life hai surrounding by mountain, hill ,waterfall , organic food fresh air ,, I hate metro city ,, I was work in Mumbai 2 yrs so boring life always croud running for taking local train ,, every where slam joparpatti ,,, Life is so fast no rest ..thank GOD I am come back my Home village life is much better then 80% to town life
बहुत ही बढ़िया बात कही सर आपने,आज लोग अगर लोग अपने वो पुराने तरीके अपनाए तो स्वास्थ्य और संसकार दोनों सुधर जाए, बहुत बहुत धन्यवाद सर जी
मानव धर्म एक
Thanks a lot Sir for sharing and discussing on this important topic, which is valuable for millions of people of India.
Thank you 😊
एक समय था की लोग शहर की ओर जा रहे थे अब बहुत जल्द समय आने वाला है शहर से गाँव की तरफ आयेंगे | कौन कौन इस बात से सहमत है लाइक यू
Right
Jrur bhai
Right
Mere gav me kuch log Mumbai se vapas aa rhe hia
भाई यू समय अब करोना की वजय से अपने आप ही आ गया है
जितनी ज्यादा भीड़ उतना क्राइम और पॉल्यूशन
100% right
Village people are not running to ruin town but town people themselves are destroying the Earth and done halfway.
Nicely explained sir.
गांव में शांति है
और शहर में सब कुछ मिलेगा लेकिन शांति नहीं मिलेगा।
कौन-कौन गांव में रहना चाहता है यहां लाइक करें
👇❤❤❤❤❤❤
Very nice
@@user-fl6rt2gy3m 👌
Husain Ali raja sahab Mai rahana chahta hun.jagah aap muhaiya karwa dijiye.
Very nice
@@chefprayagduttbhardwaj ji log aajkal social media per bayanaveer hi hote hain.aapne no de Diya dekhana ab sahayata ke liye koi na taiyar hoga.
जय हिंद सर हम आपको अरुणाचल प्रदेश से देख रहे हैं जहां पर बहुत ही घना जंगल है पहाड़ियां है और कुछ भी नहीं है ना मार्केट है ना ही कोई रोड है हम आपका सभी वीडियो अपडेट देता हूं और बहुत ही अच्छा लगता है कि आप समाज में अच्छी बातें बताते हैं हम बहुत खुश हैं आपसे वैसे मैं डिफेंस में जॉब करता हूं
I am working with few villages in Punjab and noticed there is serious lack of information among villagers. They do not know what govt schemes are available. We facilitated blue card (BPL) for 110 families, then they realised the benefit it carries. Meaning, more the educated people migrate to villages more the villages get benefit
एक बात तो साफ है,
गाँव तो शहर का बाप है.
*I leave in village*
👍👍👍
Leave in village ya live in village
अगर टूटे किसी का दिल ,तो शब् भर आख रोती है |
ये दुनिया है गुलो की जी इसमें काटे पिरोती है ||
हम मिलते है अपने गांवों में दुश्मन से भी इठला कर |
तुम्हारा शहर देखा तो बड़ी तकलीफ होती है ||
I am from a village of rajasthan.. we have all facilities.. always feel proud to be villager...
Kaha se?
गांव की लाइफ ही रीयल लाइफ है बाकी कचरा पेटी के अलावा कुछ नही है।
Rajasthan toh paas mein hi toh city hai toh facility hoga
@@blmeena1443 humare gaon mein school khali aacha hai pura desh mein education system change hona chahiye real based practical learning chahiye theory mein kabhi bhi kisi ka kuch bhi nahi ho sakta hai
I m frm KTM currently living in Macau since 007 now I m fed up from this city life, planning to shift soon to himalayan village.
Mujhe to village achha lagta hi city sirf pesa kamane k liye hi 😊
Jo sukun village me hi o sukun city me nhi milega
Village life best life 💞💘👌🇮🇳🇮🇳🙏🇮🇳🙏
I am from Himachal Pradesh (Manali)
I feel Lucky to have born in mountains . Sb kuch ha aj ke time me Villages me bhi
Me to gaon me hi rahta hu gaon hi best hai ek din sabko gaon me hi vapas Ana hai..
I wanted to decide to go to Delhi but i watched your video my perspective changed..I think village life is Best ❤
हम पहाड़ो में रहते हैं और जब तक जिंदगी है तब तक यही रहेंगे अपने गाँव को छोड़ के कही नहीं जाऊगा
न
Peace , Happiness aren't related to money. There are millions of unhappy millionaire.
Our goal should be of happiness , quality and joy instead of money and Materialism.
When everybody will start thinking like you then what their families will eat,what they will drink, where they will stay, where they will study and for you it is easy but in real life it is not
@@EternalScreams
Irony is - we are living in the most comfortable era of all times ,
Are we the most joyful generation ?
@@TheZenDen-y6s yes and do you know that when you have just 1₹ in your pocket and when you will ask them to talk with you for a minute then they will say that, I don't talk with poor or beggars and this is the reality of this world. If we say in simple word :
When you have a lot of money then everyone will come, but when you have no money then they all will vanish
Things are made for me , I am not for them .
May be that is 1 rs or 1 cr.
@@TheZenDen-y6s I'm showing you the reality
Yes.... I'm Watching From Chamba Himachal Pradesh 💝
thank you so much sir 🙏
This video is on a very beautiful subject
बड़ी सहर से गांव में अच्छी सेहत आरोग्य और बड़ी सुकून मिलता है
I love village 🙏
I love green village 🏡
मानव धर्म एक
हमारे हिसाब से गाँव अच्छा है अगर गाँव मे हर चीज मिलती तो हम शहर कभी जाते ही नही,गावँ का वातावरण का जवाब ही नही है ।
👌
प
Sir me to गाँव में ही रहूँगा लेकिन मजबूरी मे शहर जाना पड़ता है
लेकिन अब गाँव मे भी जॉब लेके आऊंगा पर अभी पता नहीं कैसे 😎
प्रकृति की और लौटो 🌳🌴🌳🌴🌳🌴🌾🌾
s
Nice
I am living in a village surrounded by beautiful jungle in shimla. I feel so much connected with this mother nature. It keeps me peaceful happy and joyful. In villages the quality of food is very good because it is organic.water and air is also fresh to keep you alive. And the most thing is that the relative income of people in village is more than the people who lives in cities because in villages there are agriculture income too.
ऐसा है तो ही अच्छा लगेगा गाँव में.. आप खुशनसीब हो..
Shimla bahut sundar h
me too from solan ❤️
Thank you so much, esi knowledge her koi nhi deta. es video se mujhe aage ki life se kuchh idea's lg gye h ki Future! Kaisa hone vala h. Thank you thank you so much
I came today only in ahmedabad bt after watching this my brain gone back to village leaving back to do better there only m from Rajasthan 😄
Nice info सर जी लेकीन हमारे विलेज मे लोग बहोत विचित्र हे अच्छा काम करो तो उसको भी बोलते हे और बुरा करो तो भी बोलते हे...
सही बोला भाई
Thank you so much sir Apka Video Search bar mein pehela dikha
Muze bhi Gaav mein Shift hona hai vo bhi permenant
City Life Acchi hai lekin Sukun to Gaav Mein Milega Hariyali mein milega
City mein dreams pure karte karte Frastation Anxiety Gussa bhi badh jata hai nahi chahiye humko naukariyan uase accha hai
Gaav mein kisi kisaan se kheti sikhaloon aur kheti karke kamalu
सभी अभी गांव की तारीफ कर रहे है। पर जितने भी लोग गांव का तारीफ कर रहे है। 90% लोग इसमे से शहर में रहते है। मैं तो भाई आज गाव में ही रहता हूं।
मेरा गांव है कापन kpna रेल्वे स्टेशन
सहमत हो तो लाइक करो
प
Currently living in Bengaluru but after 10-12 years definitely shift to my small hometown. Traffic, pollution, noise, flood no way.
Sir aaj pehli bar apki video dekhi or aaj me bohot khush hu kyunki aaj mujhe esa lga ke is duniya me koi to he jiski soch mujhse milti he.
Yesss it's true as transport mediums will increase people will prefer to stay in villages and almost all work will be work from home kind.....it's already started in mumbai....people are shifting toward suburban areas
Really?
जितना फ्लैट है ना आपका दिल्ली वाला, इतने में तो हमने अपनी turban सुखाने के लिए डाली है 😎
😂🔥
Op bhai saab
मानव धर्म एक
सर नमस्ते 🙏आपने जो बाते बताए सो 100% सहि है,इसलिय मै काठमाडौं नहि जाती हु अपनि गांव मे रहेती हु,मेरा गाउँ मे तो यक कार भि नहि है,चारो वोर नेसनल पार्क है,मुझे लगता है अब हर सुबिधा गाउँ मे है,लाइन है वाइ फाइ है,घर घरमे हेन्ड पम्प है स्वच्छ पानी है मुझे लगता है गाउँ हि स्वर्ग है🙏🙏
इसिलए हमारे बुजुर्गो ने कहा था
पहला सुख निरोगी काया
उस पर हो थी सी माया
Exactly, village is great, we live in village. Its much close to nature.
आप कभी यूपी बिहार गांव मैं रहकर 24 घंटे देख लीजिए तुरंत शहर की तरफ भागेंगे
हम ये 20 साल पहले ही समज गए थे, अहमदाबाद से उमरगांव (गुजरात में महाराष्ट्र से सटा गाव) में आगाए थे
बहन अहमदाबाद में है..
हम मज़े में सस्ते में ज़िन्दगी गुजार रहे है
बहन को यही सब मुश्किल आती है बहोत महंगाई स्कूल, भीड़, प्रदूषण, ट्रैफिक
मूवी टिकट सहर में 450₹ के आसपास है
यह हम वहीं पिचर 100₹ में देखलेते है
अच्छी होटल में खाने के दाम भी दुगने है
के