जानने और मानने मे क्या फर्क होता है || आत्म चैतन्य बापूजी

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  • Опубліковано 1 гру 2024

КОМЕНТАРІ • 1

  • @prakashrathod1481
    @prakashrathod1481 Місяць тому

    बाबुजी 84 लक्ष योनिभोगकर यह मनुष्य जिवन मिलता हे तो बापुजी जब जब बालक जन्म लेता हे तो कोई लंगड़ा लुला पैदा क्यों होता हे वह तो 84 लक्ष योनिभोगकर आया तो दास का समाधान किजिए प्रभु