त्याग तो वासना क्रोध लालच और अपने अहंकार को मिटाना चाहिए और शुद्ध भोजन का उपयोग करने से राग द्वेष और गलत सोच को बदलाव करके सकारात्मक विचार बनता है जिस भोजन मे बास आ रहा उसे टेस्टी मत समझो उसे नफरत समझो जैसे जिस भोजन मे टेस्टी नही मिलता हो उसे स्वाद का आनंद मिलता और परात्मा का ज्ञान होता है गलत लगे तो माफ करें
Narayn Narayan Narayan
Sachme bohot khubsurat Tarikey sey prastut karte hai Aap🙏🙏🙏
त्याग तो वासना क्रोध लालच और अपने अहंकार को मिटाना चाहिए और शुद्ध भोजन का उपयोग करने से राग द्वेष और गलत सोच को बदलाव करके सकारात्मक विचार बनता है जिस भोजन मे बास आ रहा उसे टेस्टी मत समझो उसे नफरत समझो जैसे जिस भोजन मे टेस्टी नही मिलता हो उसे स्वाद का आनंद मिलता और परात्मा का ज्ञान होता है
गलत लगे तो माफ करें