मेरे आदिवासी भाई 33 साल की उम्र हो गई एक बार सभी धर्म को पढ़ते सोच विमर्श करते फिर आदिवासी का इतिहास जानते तो पता होता आदिवासी कौन है क्या है धर्मपूर्वी आदिवासी जोहार 💛
समाज में रहकर जो समाज की सेवा की जा सकती है वह कहीं और रहकर नहीं की जा सकती | सन्यासी बनाकर सिर्फ धर्म का प्रचार और कुछ ज्ञान दिया जा सकता है लेकिन आदिवासियों को अपनी संस्कृति नहीं समझाया जा सकता है| बाकी संत बनने पर बाबा जी को बहुत-बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं🙏🙏
आदिवासी को क्या समझना जो समझते हैं उनकी बात समझते नहीं है बड़े बड़े ज्ञानी आते हैं समझाने के लिए वह उसकामजाक बनाते हैं टिटौली करते हैं क्या कभी किसी आदिवासी भाई के पास पूर्णता ज्ञान है चोरी करना कोर्ट में जाना थाने में जाना लड़ाई करना झगड़ा करना गाली गलोज करना समाज की बात ना मानना अपनी मनमानी करना बड़ों की बात ना मानना यही कमजोरी है हमारे आदिवासीभाइयों की मुझे समझ से कोई लेना देना नहीं है भाई इसीलिए तो मैंने सन्यास लिया है
पागल मत बनो ये भीख मांग कर जीवन गुजारने की प्रथा भील लोगों में नहीं है मेहनत मजदूरी करो ग्रहस्थ जीवन सबसे कठोर तपस्या का जीवन है मनुष्य का जीवन ग्रहस्थ से होकर ही गुजरना चाहिए
भाई मुझे भी पता है यह कोई बड़ा काम नहीं है पर आप अपना खुद का घर का काम ही संभाल और परिवार संभालो मुझेपता है बड़े बुजुर्ग बात करते थे हमेशा दूसरों की थाली में घी ज्यादादिखता है तो बेहतर यही है कि अपना ही परिवार देखें परिवार का बोझ उठाना या नहीं उठाना वह मुझे देखना है घर का बोझ क्या पूरे परिवार का बोझ उठाने वाला मैं हूं पहले मेरे घर पर जाकर बात कर लेना और समझ लेना की गंगा प्रसाद कौन था और वह क्या इंसान था मेरे गांव में किसी भी आदमी से पूछ लेना फिर उसके बाद बहुत उठाने की बातकरना भाई तेरे घर का बोझ भी तू नहीं उठा पता है पर मैं पूरे परिवार का बहुत उठता था
। राम राम l अच्छी शुरुआत कभी भी, कहीं से भी, कैसे भी तथा किसी भी तरह हो। कल्याणकारी है। बशर्ते कि धर्म का आचरण व धर्म का आडंबर किसे कहते हैं। एक सेवाभावी को यह अनुभव होना चाहिए। अन्यथा संसार सागर से अधिक आध्यत्मिक सागर में कर्म का फल बहुत ही विरले व्यक्ति को ही सही मायने में नसीब होता है। राम राम।
भगवद्गीता के अनुसार, एक पारिवारिक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह अपने परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समर्पण के साथ पूरा करे, परिणामों की परवाह न करते हुए, सभी सदस्यों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करे, ये कही से भी निष्पक्ष व्यवहार नहीं लग रहा उनकी धर्मपत्नी फफक फफक के रो रही हैं वो अकेले अपनी ओर अपने बच्चों की जिंदगी के लिए क्या करेंगी ये तो लग रहा हे जैसे कि अपनी जिम्मेदारियों से दूर भागता एक इंसान लोगो को दिखा रहा हे कि में धर्म के लिए कुछ कर रहा हु किंतु वह अपने मूल कर्तव्य ( अपने परिवार की जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहता हैं ).
लोग कहते हैं दूसरों की थाली में घी ज्यादा दिखता है वही कहानी आज मैं सुन रहा हूं हमारे आदिवासी समाज में कौन अपने माता-पिता और परिवार की सेवा कर रहा है लड़कियों के चक्कर में अपना परिवार घर बार छोड़ कर चले जाते हैं वह कौन सा फर्ज निभाते हैं
धर्म खतरे में नहीं भाई आदिवासी समाज खतरे में विदेशी षड्यंत्र में आदिवासी फ़सता जा रहा है आदिवासी का मूल धर्म क्या है कोई बता सकता है सफेद भगत कौशल्या भगत रामपाल भगत हिंदू धर्म सनातन भगत जोहार भगत क्रिश्चियन ईसा मसीह भगत यही तो कमजोरी है आदिवासियों की आदिवासी का कोई धर्म नहींहै यही सोच के जो मन पड़े वह कर रहा है और समाज में देखो वह निष्ठावान है अपने धर्म के लिए वह सिर्फ धर्म के बारे में सोचते हैं दूसरे धर्म नहीं जाते हैं अपना ही आदिवासी भटक रहा है
Sir ji pithanpur me bhopal se kachara jalane ke liye laya gya ud par ek vidio bana kar share kare or logo ko bataye ki vo Kitana logo ko prabhavit kare ga
Is tarah koi Parivar chhodkar Sanyasi banta hai to vah sarasar galat hai sabse pahle Parivar khatre mein hai Dharm khatre mein nahin hai Parivar Dharm se badhkar hai
पहले अपना परिवार संभालो फिर दूसरे के परिवार के बारे में सोचो भाई हमेशा कहते हैं लोग दूसरों की थाली में घी ज्यादा दिखता है जंगल जलता हुआ लोगों को सब दिखता है पर पैरों में जलता हुआ कभी नहीं दिखता
मेरे आदिवासी भाई 33 साल की उम्र हो गई एक बार सभी धर्म को पढ़ते सोच विमर्श करते फिर आदिवासी का इतिहास जानते तो पता होता आदिवासी कौन है क्या है धर्मपूर्वी आदिवासी जोहार 💛
अब आपसे मुझे सीखनापड़ेगा आदिवासी कौन है धर्मक्या है जो भी डिसीजन लिया है मैं सोच समझ कर लिया है बिना नसेपेट में मैं नशेड़ी नहीं हूं
माता पिता की सेवा करो और माता पिता से कोई धर्म नहीं है
समाज में रहकर जो समाज की सेवा की जा सकती है वह कहीं और रहकर नहीं की जा सकती | सन्यासी बनाकर सिर्फ धर्म का प्रचार और कुछ ज्ञान दिया जा सकता है लेकिन आदिवासियों को अपनी संस्कृति नहीं समझाया जा सकता है| बाकी संत बनने पर बाबा जी को बहुत-बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं🙏🙏
आदिवासी को क्या समझना जो समझते हैं उनकी बात समझते नहीं है बड़े बड़े ज्ञानी आते हैं समझाने के लिए वह उसकामजाक बनाते हैं टिटौली करते हैं क्या कभी किसी आदिवासी भाई के पास पूर्णता ज्ञान है चोरी करना कोर्ट में जाना थाने में जाना लड़ाई करना झगड़ा करना गाली गलोज करना समाज की बात ना मानना अपनी मनमानी करना बड़ों की बात ना मानना यही कमजोरी है हमारे आदिवासीभाइयों की मुझे समझ से कोई लेना देना नहीं है भाई इसीलिए तो मैंने सन्यास लिया है
पागल मत बनो ये भीख मांग कर जीवन गुजारने की प्रथा भील लोगों में नहीं है मेहनत मजदूरी करो ग्रहस्थ जीवन सबसे कठोर तपस्या का जीवन है मनुष्य का जीवन ग्रहस्थ से होकर ही गुजरना चाहिए
राइट ब्रो 🏹🙏✌️🤙
घर पर गांव पर मंदिर खोलकर बैठ जाना था इतना साधु संत बनना था धन्यवाद्
साधु संत बनना आसान है लेकिन घर परिवार में छोटे बच्चे रहते हैं वह अपने माता पिता की सेवा नहीं रह सकते
ये कोई बहुत बड़ा काम नहीं है घर पर रह कर समाज परिवार का बोझ उठाना बहुत बड़ा काम है
भाई मुझे भी पता है यह कोई बड़ा काम नहीं है पर आप अपना खुद का घर का काम ही संभाल और परिवार संभालो मुझेपता है बड़े बुजुर्ग बात करते थे हमेशा दूसरों की थाली में घी ज्यादादिखता है तो बेहतर यही है कि अपना ही परिवार देखें परिवार का बोझ उठाना या नहीं उठाना वह मुझे देखना है घर का बोझ क्या पूरे परिवार का बोझ उठाने वाला मैं हूं पहले मेरे घर पर जाकर बात कर लेना और समझ लेना की गंगा प्रसाद कौन था और वह क्या इंसान था मेरे गांव में किसी भी आदमी से पूछ लेना फिर उसके बाद बहुत उठाने की बातकरना भाई तेरे घर का बोझ भी तू नहीं उठा पता है पर मैं पूरे परिवार का बहुत उठता था
बहुत बहुत बधाई हो गंगाराम जी 🎉
भील वंश है तो भील रहे कहीं जाने की जरूरत नहीं है फालतू भीख मांगने 😂
Miss You Dost 😢
राम राम जी भाई साहब। 🚩🙏
Jay siya ram.
। राम राम l अच्छी शुरुआत कभी भी, कहीं से भी, कैसे भी तथा किसी भी तरह हो। कल्याणकारी है। बशर्ते कि धर्म का आचरण व धर्म का आडंबर किसे कहते हैं। एक सेवाभावी को यह अनुभव होना चाहिए। अन्यथा संसार सागर से अधिक आध्यत्मिक सागर में कर्म का फल बहुत ही विरले व्यक्ति को ही सही मायने में नसीब होता है। राम राम।
राम राम भाई साहब
Jay Shri Ram
Jay ho sanatan dharm ki
भगवद्गीता के अनुसार, एक पारिवारिक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह अपने परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समर्पण के साथ पूरा करे, परिणामों की परवाह न करते हुए, सभी सदस्यों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करे, ये कही से भी निष्पक्ष व्यवहार नहीं लग रहा उनकी धर्मपत्नी फफक फफक के रो रही हैं वो अकेले अपनी ओर अपने बच्चों की जिंदगी के लिए क्या करेंगी ये तो लग रहा हे जैसे कि अपनी जिम्मेदारियों से दूर भागता एक इंसान लोगो को दिखा रहा हे कि में धर्म के लिए कुछ कर रहा हु किंतु वह अपने मूल कर्तव्य ( अपने परिवार की जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहता हैं ).
मैं 10 साल से बिना औरत से हूं और अभी तक किसी औरत को मैंने हाथ नहींलगाया
लोग कहते हैं दूसरों की थाली में घी ज्यादा दिखता है वही कहानी आज मैं सुन रहा हूं हमारे आदिवासी समाज में कौन अपने माता-पिता और परिवार की सेवा कर रहा है लड़कियों के चक्कर में अपना परिवार घर बार छोड़ कर चले जाते हैं वह कौन सा फर्ज निभाते हैं
ओम नमो शिवाय
Jai shree ram
Jay sri ram
🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🇮🇳🚩🙏
धर्म खतरे में है परिवार खतरे में नहीं हैं
धर्म खतरे में नहीं भाई आदिवासी समाज खतरे में विदेशी षड्यंत्र में आदिवासी फ़सता जा रहा है आदिवासी का मूल धर्म क्या है कोई बता सकता है सफेद भगत कौशल्या भगत रामपाल भगत हिंदू धर्म सनातन भगत जोहार भगत क्रिश्चियन ईसा मसीह भगत यही तो कमजोरी है आदिवासियों की आदिवासी का कोई धर्म नहींहै यही सोच के जो मन पड़े वह कर रहा है और समाज में देखो वह निष्ठावान है अपने धर्म के लिए वह सिर्फ धर्म के बारे में सोचते हैं दूसरे धर्म नहीं जाते हैं अपना ही आदिवासी भटक रहा है
Kese hai khatare me
@pappubhabor3132 parivar ko छोड़ kar धर्म ki रक्षा karne ja rha bhai esliy dhrm privar se jyada bad kar he
Darm khatare me to chhote bacche bi kitane dukha me hoga jab mami papa dono nahi he to bhaiya wapas aajao na
जय राम जी की 🚩
जय राम जी की
Jay shree ram ❤
Esa kadam nhi uthana miss you bro 😢
😮😮😮
जय श्री राम
जय श्री राम
Jay Shri Ram 🎉🎉
Sir ji pithanpur me bhopal se kachara jalane ke liye laya gya ud par ek vidio bana kar share kare or logo ko bataye ki vo Kitana logo ko prabhavit kare ga
Is tarah koi Parivar chhodkar Sanyasi banta hai to vah sarasar galat hai sabse pahle Parivar khatre mein hai Dharm khatre mein nahin hai Parivar Dharm se badhkar hai
पहले अपना परिवार संभालो फिर दूसरे के परिवार के बारे में सोचो भाई हमेशा कहते हैं लोग दूसरों की थाली में घी ज्यादा दिखता है जंगल जलता हुआ लोगों को सब दिखता है पर पैरों में जलता हुआ कभी नहीं दिखता
घेर काम नि थाई बीजू कई नि 😅
Galat Soch He
मेरे पास बहुतकाम है फिर भी सन्यास लिया हूं तो भाई पैसे भी बहुत कमाता हूं तने कमेंट करी मतलब तू ही काम नहीं करता होगा
क्या बात है भाई एकदम सटीक बात 😅😅😅
भाई गलत बात है आपकी सन्यास किस्मत वालो को ही मिलता है गागा प्रसाद को राम राम सा
जय श्री राम
जय श्री राम