यध्यपि मै जैन नही हूँ पर बचपन से ही सुबह सुबह इस मंत्र की स्वर लहरियां मेरे कानो मे पड़ती थी लेकिन उसकी तर्ज याद थी पर उसकी मौखिक रचना याद नही थी । मेने अपने जैन मित्र अरविंद सालेचा को पूछा कि यार वो कौनसा गीत है जो विमल नाथ मंदिर पे आज से 30 वर्ष पूर्व बजता था पर बता नही पाया फिर मैने उसे नाक से tune गुनगुना कर सुनाई तो उसने भक्ताम्बर स्त्रोत बताया आज 42 वर्ष बाद बचपन के उसी दिव्य गीत को सुनना वो भी लता दीदी जी की आवाज मे सचमुच बहुत ही सुखद अहसास हो रहा । । सुनते समय ऐसा लग रहा है कि मै स्वर्ग कि सेर कर रहा हूँ ध्यान की अनंत ऊंचाइयों पर पहुँच गया हूँ । । अब गूँगा गुड़ के स्वाद को केसे बताए । । i love bhaktamer And lata dd काश ये डाउनलोड हो पाता तो हमेशा अविरल सुनने का लाभ मिलता । दौलत राज सोनगरा bio lecturer Balotra badmer Rajsthan
मैं पिछले दो तीन दिन रुड़की हरिद्वार में किसी काम के सिलसिले में गया था .... मलिकपुर चुंगी के पास होटल में रुका .. रोज सुबह सामने जैन मंदिर में यही भजन सुनता था .. मन को मोह लिया इस गायन ने 🙏 सुबह सुबह के शांत माहौल में गूंजती लता जी की मीठी सुरमई आवाज़ और शुद्ध संस्कृत उच्चारण अविस्मरणीय है 💐💐
Proud to be jain and proud on following jainism Best bhaktamar shlok ever listen Ek do teen char jain dharam ki jai jaikar Panch chah saat aath jain dharam rahega hamesha yaad
🏳🌈 चौविसवे तीर्थंकर वर्तमान शासननायक देवाधिदेव 1008 श्री भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याण्यक महामहोत्सव की आपको और आपके परिवार को बहुत बहुत शुभकामनाएं ओर बधाइयाँ🙏।। जिनेन्द्र देव का आशिर्वाद हम सब पर सदा बना रहे।🙏🏻 जय जिनेंद्र जय महावीर 😊घर पर रहे सुरक्षित रहे।😊 🙏जिओ और जीने दो🙏
saakshaat devi saraswati ki aawaz....bahut bhaagyashaali hai hum jo hum lata jii k daur mein hue hai.... mahaan shtrotra by ever green lataa dii. ........
voice of God by live godess saraswati lata dii....aatma tript ho gai jis tallinta aur shudhdhta se gaaya h usko Sun Kar.....thanks for up loading........
भगवान आदिनाथ के श्रेष्ठ भजनो में से एक कृपया एक बार अवश्य सुने यदि पसंद आये तो शेयर लाइक और सब्सक्राइब अवश्य करे। ua-cam.com/video/HQn2XAIZGTc/v-deo.html
Beautiful, beyond words. Though hearing it for first time, there's a magic in Lataji's voice and thanks for sharing this. So peaceful and divine. Miss you Lata ji...
The great legend latha ji hats off for singing power full strotra. Ur voice cannot be praised by few words it's wow....wow .friends if you want to learn Bhaktamar stotra pls search for ( easy learning of Bhaktamar stotra by jain pathshala ) in easy way it is taught ,thank you .
Listening to this as I fight through covid positive and 9 months back while I was in pain for my ectopic pregnancy. Gives me so much power and hope. Thankyou Lataji. A big thankyou to uploader and also who made this project happen. 😇
Peaceful mantra....sunn ne ke baad aisa lagta hai jaise ki saari negative energy chali gayi hai...positivity is very important in life...a person should be always happy and smiling then nobody can stop us to achieve whatever we want in life...music is life....thank you lata mangeshkar ji....Deepak and Mona Bohra
Aisa lag raha haiSakshat Sarswati Maa Apne Awaz se Navkar mantra aur Bhaktambar Stotra Keh Rahi, Lata Mageshkar means Sarswati Maa ka dusra rup, Thank you for Sharing this mantra 🙏
भक्तामर-प्रणत-मौलि-मणि-प्रभाणा-
मुद्योतकं दलित-पाप-तमो-वितानम् ।
सम्यक्प्रणम्य जिन-पाद-युगं युगादा-
वालम्बनं भव-जले पततां जनानाम् ॥1॥
यःसंस्तुतः सकल-वांग्मय-तत्त्वबोधा-
दुद्भूत-बुद्धि-पटुभिः सुरलोक-नाथै ।
स्तोत्रैर्जगत्त्रितय-चित्त-हरै-रुदारैः,
स्तोष्ये किलाहमपि तं प्रथमं जिनेन्द्रम् ॥2॥
बुद्धया विनापि विबुधार्चित-पाद-पीठ,
स्तोतुं समुद्यत-मतिर्विगत-त्रपोहम् ।
बालं विहाय जल-संस्थित-मिन्दु-बिम्ब-
मन्यःक इच्छति जनः सहसा ग्रहीतुम् ॥3॥
वक्तुं गुणान् गुण-समुद्र! शशांक-कांतान्,
कस्ते क्षमः सुर-गुरु-प्रतिमोपि बुद्धया ।
कल्पांत-काल-पवनोद्धत-नक्र-चक्रं,
को वा तरीतु-मलमम्बु निधिं भुजाभ्याम् ॥4॥
सोहं तथापि तव भक्ति-वशान्मुनीश,
कर्तुं स्तवं विगत-शक्ति-रपि प्रवृतः ।
प्रीत्यात्म-वीर्य-मविचार्य्य मृगी मृगेन्द्रं,
नाभ्येति किं निज-शिशोः परि-पालनार्थम् ॥5॥
अल्पश्रुतं श्रुतवतां परिहास-धाम,
त्वद्भक्ति-रेव-मुखरी-कुरुते बलान्माम् ।
यत्कोकिलः किल मधौ मधुरं विरौति,
तच्चाम्र-चारु-कालिका-निकरैक-हेतु ॥6॥
त्वत्संस्तवेन भव-संतति-सन्निबद्धं
पापं क्षणात्क्षय-मुपैति शरीर-भाजाम् ।
आक्रांत-लोक-मलिनील-मशेष-माशु,
सूर्यांशु-भिन्न-मिव शार्वर-मन्धकारम्॥7
मत्वेति नाथ तव संस्तवनं मयेद-
मारभ्यते तनुधियापि तव प्रभावात् ।
चेतो हरिष्यति सतां नलिनी-दलेषु,
मुक्ताफल-द्युति-मुपैति ननूद-बिन्दुः ॥8॥
आस्तां तव स्तवन-मस्त-समस्त-दोषं,
त्वत्संकथापि जगतां दुरितानि हंति ।
दूरे सहस्त्र-किरणः कुरुते प्रभैव,
पद्माकरेषु जलजानि विकास-भांजि ॥9॥
नात्यद्भुतं भुवन-भूषण-भूतनाथ,
भूतैर्गुणैर्भुवि भवंत-मभिष्टु-वंतः ।
तुल्या भवंति भवतो ननु तेन किं वा,
भूत्याश्रितं य इह नात्मसमं करोति ॥10॥
दृष्ट्वा भवंत-मनिमेष-विलोकनीयं,
नान्यत्र तोष-मुपयाति जनस्य चक्षुः ।
पीत्वा पयः शशिकर-द्युति-दुग्ध-सिन्धो,
क्षारं जलं जलनिधे रसितुँ क इच्छेत् ॥11॥
यैः शांत-राग-रुचिभिः परमाणु-भिस्त्वं,
निर्मापितस्त्रि-भुवनैक-ललाम-भूत ।
तावंत एव खलु तेप्यणवः पृथिव्यां,
यत्ते समान-मपरं न हि रूपमस्ति ॥12॥
वक्त्रं क्व ते सुर-नरोरगनेत्र-हारि,
निःशेष-निर्जित-जगत्त्रित-योपमानम् ।
बिम्बं कलंक-मलिनं क्व निशाकरस्य,
यद्वासरे भवति पाण्डु-पलाश-कल्पम् ॥13॥
सम्पूर्ण-मण्डल-शशांक-कला कलाप-
शुभ्रा गुणास्त्रिभुवनं तव लंग्घयंति ।
ये संश्रितास्त्रिजगदीश्वर-नाथमेकं,
कस्तान्निवारयति संचरतो यथेष्टम ॥14॥
चित्रं किमत्र यदि ते त्रिदशांगनाभि-
नीतं मनागपि मनो न विकार-मार्गम् ।
कल्पांत-काल-मरुता चलिता चलेन
किं मन्दराद्रि-शिखरं चलितं कदाचित् ॥15॥
निर्धूम-वर्त्ति-रपवर्जित-तैलपूरः,
कृत्स्नं जगत्त्रयमिदं प्रकटी-करोषि ।
गम्यो न जातु मरुतां चलिता-चलानां,
दीपोपरस्त्वमसि नाथ! जगत्प्रकाशः ॥16॥
नास्तं कदाचिदुपयासि न राहु-गम्यः,
स्पष्टी-करोषि सहसा युगपज्जगंति ।
नाम्भोधरोदर-निरुद्ध-महा-प्रभावः,
सूर्यातिशायि-महिमासि मुनीन्द्र लोके ॥17॥
नित्योदयं दलित-मोह-महान्धकारं।
गम्यं न राहु-वदनस्य न वारिदानाम् ।
विभ्राजते तव मुखाब्ज-मनल्प-कांति,
विद्योतयज्-जगदपूर्व-शशांक-विम्बम् ॥18॥
किं शर्वरीषु शशिनान्हि विवस्वता वा,
युष्मन्मुखेन्दु-दलितेषु तमःसु नाथ ।
निष्पन्न-शालि-वन-शालिनी जीव-लोके,
कार्यं कियज्-जलधरैर्जल-भारनम्रैः ॥19॥
ज्ञानं यथा त्वयि विभाति कृतावकाशं
नैवं तथा हरि-हरादिषु नायकेषु ।
तेजःस्फुरन्मणिषु याति यथा महत्वं,
नैवं तु काच-शकले किरणा-कुलेपि ॥20॥
मन्ये वरं हरि-हरादय एव दृष्टा,
दृष्टेषु येषु हृदयं त्वयि तोषमेति ।
किं वीक्षितेन भवता भुवि येन नान्यः,
कश्चिन्मनो हरति नाथ भवांतरेपि ॥21॥
स्त्रीणां शतानि शतशो जनयंति पुत्रान्-
नान्या सुतं त्वदुपमं जननी प्रसूता ।
सर्वा दिशो दधति भानि सहस्त्र-रश्मिं,
प्राच्येव दिग्जनयति स्फुर-दंशु-जालम् ॥22॥
त्वामा-मनंति मुनयः परमं पुमांस-
मादित्य-वर्ण-ममलं तमसः पुरस्तात्
त्वामेव सम्य-गुपलभ्य जयंति मृत्युं,
नान्यः शिवः शिव-पदस्य मुनीन्द्र पंथाः ॥23॥
त्वा-मव्ययं विभु-मचिंत्य-मसंखय-माद्यं,
ब्रह्माण-मीश्वर-मनंत-मनंग केतुम् ।
योगीश्वरं विदित-योग-मनेक-मेकं,
ज्ञान-स्वरूप-ममलं प्रवदंति संतः ॥24॥
बुद्धस्त्वमेव विबुधार्चित-बुद्धि-बोधात्,
त्त्वं शंकरोसि भुवन-त्रय-शंकरत्वात् ।
धातासि धीर! शिव-मार्ग-विधेर्-विधानात्,
व्यक्तं त्वमेव भगवन्! पुरुषोत्तमोसि ॥25॥
तुभ्यं नम स्त्रिभुवनार्ति-हाराय नाथ,
तुभ्यं नमः क्षिति-तलामल-भूषणाय ।
तुभ्यं नमस्त्रिजगतः परमेश्वराय,
तुभ्यं नमो जिन! भवोदधि-शोषणाय ॥26॥
को विस्मयोत्र यदि नाम गुणैरशेषै,
स्त्वं संश्रितो निरवकाश-तया मुनीश ।
दोषै-रुपात्त-विविधाश्रय-जात-गर्वैः,
स्वप्नांतरेपि न कदाचिद-पीक्षितोसि ॥27।।
उच्चैर-शोक-तरु-संश्रित-मुन्मयूख-
माभाति रूप-ममलं भवतो नितांतम् ।
स्पष्टोल्लसत-किरणमस्त-तमोवितानं,
बिम्बं रवेरिव पयोधर-पार्श्ववर्ति ॥28॥
सिंहासने मणि-मयूख-शिखा-विचित्रे,
विभाजते तव वपुः कानका-वदातम ।
बिम्बं वियद्-विलस-दंशु-लता-वितानं,
तुंगोदयाद्रि-शिरसीव सहस्त्र-रश्मेः ॥29॥
कुन्दावदात-चल-चामर-चारु-शोभं,
विभ्राजते तव वपुः कलधौत-कांतम् ।
उद्यच्छशांक-शुचि-निर्झर-वारि-धार-
मुच्चैस्तटं सुर-गिरेरिव शात-कौम्भम् ॥30॥
छत्र-त्रयं तव विभाति शशांक-कांत-
मुच्चैः स्थितं स्थगित-भानु-कर-प्रतापम् ।
मुक्ता-फल-प्रकर-जाल-विवृद्ध-शोभं,
प्रख्यापयत्-त्रिजगतः परमेश्वरत्वम् ॥31॥
गम्भीर-तार-रव-पूरित-दिग्वभाग-
स्त्रैलोक्य-लोक-शुभ-संगम-भूति-दक्षः ।
सद्धर्म-राज-जय-घोषण-घोषकः सन्,
खे दुन्दुभिर्-ध्वनति ते यशसः प्रवादि ॥32॥
मन्दार-सुन्दर-नमेरु-सुपारिजात
संतानकादि-कुसुमोत्कर-वृष्टिरुद्धा ।
गन्धोद-बिन्दु-शुभ-मन्द-मरुत्प्रपाता,
दिव्या दिवः पतति ते वयसां ततिर्वा ॥33॥
शुम्भत्प्रभा-वलय-भूरि-विभा विभोस्ते,
लोकत्रये द्युतिमतां द्युतिमा-क्षिपंती ।
प्रोद्यद्दिवाकर्-निरंतर-भूरि-संख्या,
दीप्त्या जयत्यपि निशामपि सोम-सौम्याम् ॥34॥
दुर्भिक्ष चोरी मिरगी आदि निवारक
स्वर्गा-पवर्ग-गममार्ग-विमार्गणेष्टः,
सद्धर्म-तत्त्व-कथनैक-पटुस-त्रिलोक्याः ।
दिव्य-ध्वनिर-भवति ते विशदार्थ-सर्व-
भाषा-स्वभाव-परिणाम-गुणैः प्रयोज्यः ॥35॥
उन्निद्र-हेम-नवपंकजपुंज-कांती,
पर्युल्लसन्नख-मयूख-शिखा-भिरामौ ।
पादौ पदानि तव यत्र जिनेन्द्र धत्तः,
पद्मानि तत्र विबुधाः परि-कल्पयंति ॥36॥
इत्थं यथा तव विभूति-रभूज्जिनेन्द्र,
धर्मोप-देशन विधौ न तथा परस्य ।
यादृक् प्रभा देनकृतः प्रहतान्ध-कारा,
तादृक्कुतो ग्रह-गणस्य विकासिनोपि ॥37॥
श्च्योतन-मदा-विल-विलोल-कपोल-मूल-
मत्त-भ्रमद-भ्रमर-नाद विवृद्ध-कोपम् ।
ऐरावताभ-मिभ-मुद्धत-मापतंतं,
दृष्टवा भयं भवति नो भवदा-श्रितानाम् ॥38॥
भिन्नेभ-कुम्भ-गल-दुज्ज्वल-शोणिताक्त-
मुक्ताफल-प्रकर-भूषित-भूमिभागः ।
बद्ध-क्रमः क्रम-गतं हरिणा-धिपोपि,
नाक्रामति क्रम-युगाचल-संश्रितं ते ॥39॥
कल्पांत-काल-पवनोद्धत-वह्नि-कल्पं,
दावानलं ज्वलित-मुज्ज्वल-मुत्स्फुलिंगम् ।
विश्वं जिघत्सुमिव सम्मुख-मापतंतं,
त्वन्नाम-कीर्तन-जलं शमयत्य-शेषम् ॥40॥
रक्तेक्षणं समद-कोकिल-कण्ठ-नीलं,
क्रोधोद्धतं फणिन-मुत्फण-मापतंतम् ।
आक्रामति क्रमयुगेन निरस्त-शंकस्-
त्वन्नाम-नाग-दमनी हृदि यस्य पुंस ॥41॥
वल्गत्तुरंग-गज-गर्जित-भीम-नाद-
माजौ बलं बलवतामपि भू-पतीनाम् ।
उद्यद्-दिवाकर-मयूख-शिखा-पविद्धं,
त्वत्कीर्त्तनात्-तम इवाशु भिदा-मुपैति ॥42॥
कुंताग्र-भिन्न-गज-शोणित-वारिवाह-
वेगावतार-तरणातुर-योध-भीमे ।
युद्धे जयं विजित-दुर्जय-जेय-पक्षास्-
त्वत्-पाद-पंकज-वना-श्रयिणो लभंते ॥43॥
अम्भो-निधौ क्षुभित-भीषण-नक्र-चक्र-
पाठीन-पीठ-भय-दोल्वण-वाडवाग्नौ ।
रंगत्तरंग-शिखर-स्थित-यान-पात्रास्-
त्रासं विहाय भवतः स्मरणाद्-व्रजंति ॥44॥
उद्भूत-भीषण-जलोदर-भार-भुग्नाः,
शोच्यां दशा-मुपगताश्-च्युत-जीविताशाः ।
त्वत्पाद-पंकज-रजोमृतदिग्ध-देहाः,
मर्त्या भवंति मकर-ध्वज-तुल्य-रूपाः ॥45॥
आपाद-कण्ठ-मुरुशृंखल-वेष्टितांगा,
गाढं बृहन्निगड-कोटि-निघृष्ट-जंघाः ।
त्वन्नाम-मंत्र-मनिशं मनुजाः स्मरंतः
सद्यः स्वयं विगत-बन्ध-भया भवंति ॥46॥
मत्त-द्विपेन्द्र-मृगराज-दवानलाहि-
संग्राम-वारिधि-महोदर-बन्धनोत्थम् ।
तस्याशु नाश-मुपयाति भयं भियेव,
यस्तावकं स्तव-मिमं मतिमान-धीते
स्तोत्र-स्त्रजं तव जिनेन्द्र गुणैर्-निबद्धां
भक्त्या मया विविध-वर्ण-विचित्र-पुष्पाम् ।
धत्ते जनो य इह कण्ठ-गतामजसं
तं मानतुंगमवश समुपैति लक्ष्मीः
😊on
H
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And lata dd
काश ये डाउनलोड हो पाता
तो हमेशा अविरल सुनने का लाभ मिलता ।
दौलत राज सोनगरा
bio lecturer
Balotra badmer
Rajsthan
Hello, I am jain. If you are interested in to learn, I can send you the lyrics on What's App.
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भक्ताम्वऱ स्तोत्र लता मंगेतर सर्च कीजिए और रोज़ सुनिये
Ll@@dr.darshanachaturmohta9424
A, RSS@@ayushturboworld7791
@@dr.darshanachaturmohta9424🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Proud to be jain and proud on following jainism
Best bhaktamar shlok ever listen
Ek do teen char jain dharam ki jai jaikar
Panch chah saat aath jain dharam rahega hamesha yaad
Yes
Ok ch ko
Itna Sukun or shanti kahi nhi milti jitna bhaktam sun kar milti he … Jay jinshasan
🙏🙏🙏👍👌👍
Proud to be Jain and follow Jainism ......
With No doubt , the voice is amazing...
We thank Lata ji for presenting bhaktambar for Jain's..😇
Mooksha margashya namaha
Wow
Proud to be a jain and want to be in every birth.
Thanks lata ji for giving this stotra
@@printbranchtraining8317 QA
🏳🌈
चौविसवे तीर्थंकर वर्तमान शासननायक देवाधिदेव 1008 श्री भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याण्यक महामहोत्सव की आपको और आपके परिवार को बहुत बहुत शुभकामनाएं ओर बधाइयाँ🙏।।
जिनेन्द्र देव का आशिर्वाद हम सब पर सदा बना रहे।🙏🏻
जय जिनेंद्र
जय महावीर
😊घर पर रहे सुरक्षित रहे।😊
🙏जिओ और जीने दो🙏
Jai jinendra! Thanks lot singing for jain people our maha stotra bhaktamar pranam.
Bahut khub , bahtrin
आचार्य भगवन् श्री १०८ मानतुंग देव को कोटि कोटि नमोस्तु
Nmo nme
Respect for Starting the Stotra with Navkar Mantra👍🏻👍🏻
Nice
Bahut hi SHAANDAAR
Bahut hi Madhur
Bahut Bahut Bahut Barambar sunne aur sunane layak
Y😊😊
What a Melodious voice sung by lataji👍👍in this bhaktambar stotra👌🏼👌🏼👌🏼
लताजी की आवाज में भक्ताम्बर सुनना, एक अलग ही अहसास।
@@yogeshjain2313 yes
The Jain anthem by the greatest GOAT... blissful !!
Very very very beautiful voice and mantra , after hearing I fell relaxed and energetic, Lataji's voice is marvelous........
At the age of 86 Lataji was still singing for us, thanks Lataji.
bahut sunder 👌shri bhaktamber ji 🙏🏻jai ho 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
अत्यंत शुद्ध भाषा और मधुर स्वर में गाया गया" भक्तामर स्तोत्र"भावना एवं साधना के पश्चात प्रस्तुत किया गया है
बहुत बहुत धन्यवाद।🙏
Jai jinendra, Om arham. So sweet voice and good pronounce.
Melodious voice... with very Devine stotra
दिन की शुरूवात और रात्री समाप्ति भक्तामर सुन के होती 😊
Aaj jab pura Vishwa Corona mahamari se behal hai ...Pujy Matang Muni dwara Rachit yah Stotr ka nity shravan..hame nischit bacha sakta hai 🙏🏻
Ja
@@supriyatated4117 S
अद्वितीय रचना एवं अनुपम गायकी.... जैसे कोई अमृत घोल रहा हो कानो मे
very nice voice i cant belev it and very beautiful voice very softly spoken
बहुत ही प्रेरणादायक भजन🙏🙏
It's not like a stotra it's that who give comfortably and feelings like heaven
Wow shresth
Jainism at its best 🙏🙏Thankful to Lata Didi for singing this at its best ♥️♥️
LATAJIJ VOICE IN BHAKTAMBAR STOTRA . I THANKFULL FOR THIS. MERA MNA SHANT HO GAYA, LATAJIIKE AAWAJAME BHAKTAMBAR SUNKAR.
👏👏👏
jainam jayati shashanam
saakshaat devi saraswati ki aawaz....bahut bhaagyashaali hai hum jo hum lata jii k daur mein hue hai....
mahaan shtrotra by ever green lataa dii. ........
Downlodad & save
Jai Jinender,,,,
अति सुन्दर प्रस्तुति है
Ji sahi kaha aapne @Swati Kapoor ji
@@sureshjain10254 णणणण
सुबह सुने तो पुरे दिन भरपूर आशीर्वाद मिलता रहेंगा ..
वसंत देढीया ची पोस्ट.🙏
लगता है जैसे माँ सरस्वती स्वम प्रभु की भक्ति कर रही हैं..
Sayyad hi iss jagat mein mother LATAJI jaisa itni maanmohak aawaz mein BHAKTAMER gaa paayega.JAY AADINATH !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
भक्तामर स्तोत्र की प्रत्येक गाथा का स्पष्ट ऊच्चारण एवं गीत ईतन सुंदर है की बार बार सुनने की ईच्छा होती है 🙏 धन्यवाद लताजी.
😢😢😅😅😅
voice of God by live godess saraswati lata dii....aatma tript ho gai jis tallinta aur shudhdhta se gaaya h usko Sun Kar.....thanks for up loading........
JINENDRA ADINATH NO JAI HO BHAGVAN MAANTUNG AACHARYA KI JAI HO JINNE ASI SUNDER RACHNA KI
Bh
Proud of Being Jain, Really a best Religion around Globe.....
Very true
Successful religion in this world
And most honest helpful kind and Positive religion in this world
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
😭😭❤️😀😀💯💯🔥🔥🔥🔥🔥
Bhaktamar stotra gaa kar Lataji ne apne jiwan ki sabse unchi jagah pa li hai. Apko shatadhik dhanyavad. Long live Lataji.
Lost in peace and tranquility 🌟♥️
Qq
The greatest strotra the greatest singer. the combination made the greatest shlokha
रोज इसका जप करें
This voise is very melodious and heart touching voice . Thanks for Lataji to sing bhaktambar stotra .
Ja
Danke
Nice Lata ji, Jay ho Bhaktambar Mahima se bhadkar Kuch nahi hai. Es ko manan se sary kast door ho jatey hai. Dhney hai Bhaktambar ji Mahima....
Very emotional , peacefull and joyful sang Bhaktambar by lM, I had tears in my eyes while listening
Shree Bhaktamar Stotra is already strong & spiritual but lataji's voice make it SURILA. Jainam jayti shasnam ,🙏
Awesome music and above all legendary Lata Mangeshkar !! True Justice to Bhaktamar Stotra !!! Jai Jinendra ...
Lata ji ki aukat nahi ki vo bhakt ambar strot ko justice de , balki ye stotra gaa ke lata ji or bhi achi ho gyi jai jinendra
Didi ki awaz mein sunna sapna tha jo pura hua awesome word less...
Really very peaceful and sweet voice....
RIP Lata Didi 😥😓
Your all songs will always present on our herat 😔😔
आपके सभी भजन आपकी तरह सुन्दर और अच्छे हैं।
Wow it's song is very good I proud for lata ji god bless you
Really soothing and very powerful stotra #proudtobejain
Peaceful to mind to here this stotra.. My stress relief song Bhaktamar stotra.. Tq lataji...
बहोत ही सुंदर इस साल बाहुबली शिबीर में यही सुननेको मिलता था बहोत अच्छा गाया है लता दिदीने धन्यवाद 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 namostu bhagwan
Lataji ka swar Acharya Shri Mantung Ji ki rachit advitiya Teerthankar stuti... ❤😊❤
no words to express the feeling just awesome lata ji
Qq%
लता दी के आवाज मे यह कालजयी रचना को सुनना एक बहुत शांति का अनुभव दिलाता है..
मुझे गर्व है कि मै जैन हूं।
सचिन जैन बानापुरा
Good Boy
Jay jinendr
भगवान आदिनाथ के श्रेष्ठ भजनो में से एक
कृपया एक बार अवश्य सुने
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Very super
Very nice
Being a jain i cant say her a legend.. she is a core non vegetarian and a damm sea food lover...
Wah kya aawaj h
Or gaya Bhi bahut sunder h
If Question is how to attain eternity and infinite happiness then listen to the Bhaktamar stotra🤍❤💙💚🧡🖤
बहुत सुन्दर
Bhaktana Striya gives our mind and body peach
osam voice by Lata Mangeshkar
So beautifuly sung by lataji .... It give a miracle effect on mind.
jai jinendra ji . 👌👌👌👌👌
Very very melodious voice ❤
Thanks Lataji
While hearing this strotra feeling relaxed and energetic 🙏
Listening to this as I fight through covid positive and 9 months back while I was in pain for my ectopic pregnancy. Gives me so much power and hope. Thankyou Lataji. A big thankyou to uploader and also who made this project happen. 😇
💐💐
I hope fell better 💐
एक अनमोल स्तोत्र लताजी के सुरिले आवाज मे सुन के वातावरण पवित्र हो जाता है! भगवान आदिनाथजी की साक्षात प्रतिमा आन्खो के सामने खडी हो जाती है!
Very very nice
@@rajeshmadake8488 पर क्या इतना पवित स्तोत्र एक मांसाहारी से गवाना सही है?
Jai jinendra ji bahut Sundar Bhajan hai ji or man ko shanti milti hai ❤
Jin logo dislike kara he vo to is video ki gehrai ko hi nhi samajhte he 😏😏
Adinath prabhuji ki kirpa bani rahaa 💐💐
Excellent voice and very peaceful 👌👍
Subah ki shuruwath nice
Jai jenendra
बहुत ही सुन्दर , शाश्वत सत्य भक्तामर स्तोत्र, जय जिनेन्द्र
Heart touching and miracle mahmantra 👆👏🏻
Mahamantra is namokar mantra
And stotra is bhaktambar stotra okay
Khub sundar 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
This bhaktambar stotra by Lata ji generates positive energy at home. Listening to this stotra is a compulsion for me. 🙏🙏🙏🙏
My every morning starts with it. Feel peace at soul.
Absolutely divine, gets one closer to HIM !!!!
Thanks to the legendary and Her Sweet voice. feeling blessed and relaxed
🙏 Jai Jinendra 🙏
Superb singing N music by lata ji bhaktambar is always great with voice of lata ji its grt
भक्ताम्बर स्त्रोत को स्वर बद्ध करने के लिये हार्दिक आभार 🙏
great mantra🙏
So nice to listen bhaktamar stotra in the voice of late Lataji!! Such clear pronunciation. Last four-five verses are misordered.
absolutely soul stirring !
stotra sung by lataji is awesome...giving mental peace...great lata ji...
Jai Jinendra,
Bhaktamara Stotra with new visualization
Do Watch and Subscribe
ua-cam.com/video/kcUT0iGyjgk/v-deo.html
Sayam
@@art_soul_words okay thanks
Very nice👌👌👌
LATAJI THE BEST
BHAKTAMER MORE THAN BEST
Fell very good after hearing this stotra...
❤🎉Jay Jinendra
Gives a sense of peace. Thanks lataji
Peaceful mantra....sunn ne ke baad aisa lagta hai jaise ki saari negative energy chali gayi hai...positivity is very important in life...a person should be always happy and smiling then nobody can stop us to achieve whatever we want in life...music is life....thank you lata mangeshkar ji....Deepak and Mona Bohra
very nice super excellent sung no word Prabhu 1008 Shri Adinath Bhagwan ki Jai ho Path Bnane banvane wale sabhi ko dhanyvaad.
Virendra ajmera
Virendra ajmera to
Sayyam swarn Mahotsav Acharya Shri Vidya Sagarji
Yrurjfit
@@sonugosalia4554 hsjdjdrydhdnfjf
बहुत ही शुद्ध भक्तामर पाठ लाता जी नमन..
Jai ..Jai...Shree...Aadinath..Bhagwan..
Aisa lag raha haiSakshat Sarswati Maa Apne Awaz se Navkar mantra aur Bhaktambar Stotra Keh Rahi, Lata Mageshkar means Sarswati Maa ka dusra rup, Thank you for Sharing this mantra 🙏
❤️ touching
Very good bhaktamar tune and singing
Loved this voice
Very good bhakamar tune and singing loved this voice 🎉
This is a type of mantra from which all our stress goes.....and we feel relax.....🙏
Ja
Danke,vielen dank
es ist sehr mächtiges Stotra
What? respect stotra please🙏
@@vishaljain9350 Bist du böse?
Please reply bro
So peaceful n awakens ur soul
SCM the o ki RC po se.pp❤l morningdtt ll
I didn’t know the beauty of lataji’s voice until I heard this Shri Bhaktamer stotra
divine feelings so calm.so clear and very sweet voice of Lataji. blessed feelings.
please remove the ad
⁰⁰⁰⁰⁰⁰⁰⁰⁰⁰⁰⁰⁰⁰0⁰⁰⁰⁰⁰⁰0⁰⁰⁰0⁰⁰⁰0⁰⁰⁰⁰⁰⁰⁰⁰
Wow 👏 👌
⁰00000000000000⁰⁰⁰0⁰ you 000000000000000000p0
Bahut hi powerful stotar h tan man ko shanti pradan karta h 👌👌👌