भवाई लोक नृत्य। Rajasthan Folk Dance । बूंदी महोत्सव 2023 ।

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  • Опубліковано 29 лис 2023
  • भवाई लोक नृत्य
    राम राम सा
    जय जौहार
    प्रस्तुत प्रोग्राम बूंदी महोत्सव 2023 के अंतर्गत प्रस्तुत किया जा रहा हैं।
    भवाई नृत्य यह मूलतः मटका नृत्य है, इस नृत्य की यही पहचान है। इसे करने वाला अपने सिर पर मटका लिए रहता है। यह उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़ क्षेत्र में लोकप्रिय है। सिर पर 7-8 मटके रखकर नृत्य करना, तलवारों की धर पर नृत्य करना, जमीन से मुंह से रूमाल उठाना, गिलासों पर नाचना, थाली के किनारों पर नाचना आदि इस नृत्य की मुख्य विशेषताएँ हैं। इसमें शारीरिक क्रियाओं के अद्भुत चमत्कार तथा लयकारी देखने को मिलती है।
    इस नृत्य के कई प्रकार हैं, जैसे- बोरा बोरी, शंकरिया, सूरदास, बीकाजी, बाघाजी, ढोलामारू आदि।
    आदिवासी घेरा पद दंगल, सवाई गैटोर

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