क्रिसमस गैदरिंग मना रहे अच्छी बात है पर एक बार उड़ीसा का घटना को जरा गौर कीजिए ,एक गैर ख्रीस्तीय भाई हमारे बाईबल को अपने पैरों से रौंद दिया कितना दुःख की बात है और आपलोग इधर नाच रहे हो। नाच गान से कुछ नहीं होता ये बस एक क्षण भर की खुशी है।अपने धर्म को बचाना है तो जागो।
@@DINESHWARRAM-s3h आपको क्या मालूम है, आपका संस्कृति,आरक्षण का आपके घर से मिला है, क्या साहब, आप संविधान का अध्यन किजिए। और शिक्षित होने कि जरूरत है, संविधान को बाबा साहेब ने लिखा है, हर त्यौहार मौसम के हिसाब से मनाई जाती है, आपको बधाई देना चाहिए, तो आप कहां संस्कृति कि बात कर है, जिसको जैसे नाचने का मन होता है, वैसे ही नाचता है। आप आपके आने वाली भवीष्य को ले के आगे badhiye सफलता कि ओर जाइए, और आगे बढ़ते जाइए।
Happy Christmas 🎉🎉🎉
दौ लगिया❤💐💐💐🙏
❤
Merry Christmas of all 🎉
क्रिसमस गैदरिंग मना रहे अच्छी बात है पर एक बार उड़ीसा का घटना को जरा गौर कीजिए ,एक गैर ख्रीस्तीय भाई हमारे बाईबल को अपने पैरों से रौंद दिया कितना दुःख की बात है और आपलोग इधर नाच रहे हो। नाच गान से कुछ नहीं होता ये बस एक क्षण भर की खुशी है।अपने धर्म को बचाना है तो जागो।
@@masihatoppo9756 देर नहीं है, जो जैसे किया है, उसको भी वैसे ही मिलेगा दण्ड।
मुरूक नाचूंगी 🤣🤣🤣🤣😅😅😅😅😅🤣🤣🤣🤣
Poorkho pariyanta alaarin era aur sikharara enela ulta kalalagi
🤦
Sabhi Christian jante hai virodh jitna hoga utna Christian badhenge
Ye आदिवासी संस्कृति तो नहीं है और कैसे आदिवासी है बोलते है 😂
आप करते हो तो, कोई बोलते हैं, क्या
Aap kisme ate ho btao fir ans. Deta hu
भारी जलन😂
पहले तो तू अच्छे से पढ़ लिख के आ और समझ की आदिवासी का मतलब क्या होता है?
@@arvindkujur8114sahi bat hai bhai. Sabko apna adhikar hai. Sambidhan me.
Takla sabse mst dance kr rha h😂😂😂😂
Hn bhai tera bap hai na bap ko bhul jata hai kya 🤣🤣
ये क्या है 😂😂😂😂😂
ST ka aarakshan Lene walon ka khud apna sanskriti ko malum nahi hai.
आज तक आपको आरक्षण का लाभ नहीं मिला क्या😂😂😂 ?
Eski pichwada jal rhi hy Kya
Ye sab jalan hai or kuch nhi ap v aarakshan ka labh lo is me koi rok tok nhi hai
ब्राह्मणों के चंगुल में तो फंसे हुए हो।
@@DINESHWARRAM-s3h आपको क्या मालूम है, आपका संस्कृति,आरक्षण का आपके घर से मिला है, क्या साहब, आप संविधान का अध्यन किजिए। और शिक्षित होने कि जरूरत है, संविधान को बाबा साहेब ने लिखा है, हर त्यौहार मौसम के हिसाब से मनाई जाती है, आपको बधाई देना चाहिए, तो आप कहां संस्कृति कि बात कर है, जिसको जैसे नाचने का मन होता है, वैसे ही नाचता है। आप आपके आने वाली भवीष्य को ले के आगे badhiye सफलता कि ओर जाइए, और आगे बढ़ते जाइए।