घर मारो काळो कर आई रे , बंजारा तीज गीत ,banjara teej geet khed

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  • Опубліковано 16 вер 2024
  • घर मारो काळो कर आई रे , बंजारा तीज गीत ,banjara teej geet khed मारो बाप हुंडा दिनो छ ये बंजारा गीत banjara teej geet khed गोदावरीबाई khed, banjara👆raj🙏स्टुडिओ arni लाडली बहीण योजना बंजारा गीत banjara teej geet khed बंजारा तीज, बंजारों का बतुकम्मा माना जाने वाला एक वार्षिक त्योहार है. यह त्योहार, तेलुगु आषाढ़ महीने की शुरुआत में ही अविभाजित जिले की सभी आदिवासी बस्तियों में धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान, सभी बंजारा बस्तियां गतिविधियों से भरी रहती हैं. तीज के दिन, महिलाएं जगदम्बा की पूजा करती हैं और देवी से अच्छे पति की प्राप्ति का आशीर्वाद मांगती हैं. विवाहित महिलाएं अपने पति की खुशहाली के लिए प्रार्थना करती हैं. इस दिन, महिलाएं मिट्टी से बने मंदिर जैसे ढांचे की परिक्रमा करते हुए पारंपरिक गीतों की धुन पर नाचती-गाती हैं.

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