एस के सोलंकी भजन/कबीर भजन/हिन्दी भजन/आदिवासी भजन/कड़वी बेल नी ककड़ी भले गंगा मा डुबाय/अंदर का बीज..
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- Опубліковано 14 жов 2024
- गायक एस के सोलंकी संगीत राकेश कनोजे।
कबीर भजन कड़वी बेल नी ककड़ी भले गंगा मा
डुबाय अंदर का बीज बदले बिना कहा से मीठी होय।
सत गुरु के सत्य वचन सुनकर अपना जीवन धन्य बनाएं और उसे अपने जीवन काल में उतार कर अंतर आत्मा तक पहुंचाए।
भजन को अधिक से अधिक शेर करे और लाईक करे और अपना जीवन धन्य बनाएं और किसी और का जीवन सफल बनाने में मदद करें धन्यवाद।
एक घड़ी आधी घड़ी आधी से भी आधी घड़ी।
कबीर संगत साधु की कोटि कटे अपराधी।।
अपराध को काटने के लिए, भजन सुने 6263215855
बहुत ही बढ़िया भजन गुरु जी
❤🚩👍🥰🙏🙏bahut badiyaa bhajan❤❤ Ram Ram ji Jai Sai Ram
बहुत सुंदर भजन
अति सुंदर भजन राम 👌👌👌👌👌🎸👌
सुपर भजन 🙏🙏🙏🙏🙏❤️👍🏽👍🏽👍🏽
बहुत बढ़िया भजन गुरुजी
वाह भाई साहब जी क्या भजन है साहेब बन्दगी
👌🏻👌🏻बहुत शानदार सरजी।।
जय नमः शिवाय
सुपर भजन
100%satya vani
Ram ram 🙏🙏🙏🙏🙏💅💅
Supar
Very nice sirji
👍❤️
🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏👍👍
Sat sahib ji bandi chhod sat guru kabir sahib ji ki jay
जय शिव नंम माहाराज
Jay shiree ram
💐👌🙏💐👌🙏💐👌🙏💐
J❤
कबीर तीरथ में सब पानी है होय कछु नहीं नाहाय देखा प्रतिमा सकल जड़ हे भाई बोले नहीं बोलाय देखा अनुभव की बात कबीर क है यह सब है झूठी पोल देखा
👌👌👌🙏🙏best super guruji
Rama
,🚩🚩🚩🚩🚩👏🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌺🌸🌺🙏🏻
100% 100% 100% 100% 100%
Honey lover free fire
GyarsilalohreYouTue
धन्यवाद
But bilal nite jogger solanki
Babulal nayok
संत, साहेब कबीर वानी
👌👌👌👂👂🦻🦻