क्या ‘ब्रह्म’ हमारे मन की दशा है? || आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव (2022)

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  • Опубліковано 28 вер 2024
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    संगीत: मिलिंद दाते
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КОМЕНТАРІ • 70

  • @Shakti_Hindi_AP
    @Shakti_Hindi_AP  2 роки тому +6

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  • @apaths
    @apaths 2 роки тому +14

    आचार्य जी की सीख :
    • अहंकार विस्तार है
    • आत्मा गहराई है

  • @kingsrj14
    @kingsrj14 2 роки тому +25

    जहां तक की मुझे याद है में हमेशा पता नहीं कहां खोया रहता था जैसे कुछ खो गया है मेरा आपको सुनने के बाद जो आनंद मिला उसे कैसे बयान करूं समझ नहीं पा रहा हूं। बस ये मान लीजिए की यदि आप और आपका ऐप नहीं होते तो मेरा फोन महत्वहीन था। धन्यवाद आचार्य जी☺️🙏

  • @-KundanYadav
    @-KundanYadav Рік тому +1

    सादर प्रणाम आचार्य जी 🙏

  • @maheshmallik2097
    @maheshmallik2097 2 роки тому +1

    Pranam Acharya jii

  • @vaishanavi9110
    @vaishanavi9110 Рік тому

    🌹🙏

  • @user-rg9mf1ms9k
    @user-rg9mf1ms9k 2 роки тому +1

    True 🙏

  • @subhadrasimkhada6760
    @subhadrasimkhada6760 2 роки тому +1

    हम् कैसे परम् अान्नदको प्राप्त करे

  • @rajendraprasadrastogi7091
    @rajendraprasadrastogi7091 2 роки тому

    Pranam आचार्य जी 🌹❤️

  • @anu9360
    @anu9360 2 роки тому

    🙏🏿🙏🏿🙏🏿pranaam acharyji

  • @sumitradevi2471
    @sumitradevi2471 2 роки тому +1

    Sachi bat ka ahsas aj hua
    Kya iske bad bhi puja path ki jrurat hoti hai yadi nehin to age badne ke liye kiska Sahara lain

    • @rajutriveditrivedi1269
      @rajutriveditrivedi1269 2 роки тому

      सच्चिदानंद जिसके अनुभव में है वह तो इसकी चर्चा करते हैं नहीं और लोग अनुमान ज्ञान का सहारा लेकर पता नहीं इसकी क्या क्या व्याख्या करते रहते हैं,
      यह एक समयअतीत शब्दातीत चेतन की सिर्फ होने मात्र की आनंद स्वरूप स्थिति है, वहां किसी भी स्वरूप में "मैं" उपस्थित नहीं है क्योंकि वहां पर किसी भी प्रकार के "मैं" "तू" और "वह" का अस्तित्व नहीं है, और वह आनंद ऐसा है जो इस जगत के व्यवहार की घटने वाली सुख पूर्ण घटनाओं मे अनुभव नहीं होता... इसलिए लोगों के मुंह पर जो हास्य दिखता है उस हास्य के साथ इस आनंद की तुलना नहीं हो सकती, क्योंकि वह एक ऐसा आनंद पूर्ण हास्य है जिसको हंसने वाला कोई नहीं है, कोई मुंह नहीं है वहां ,
      आचार्य जी को अपने वास्तविक स्वरूप में होने का अनुभव नहीं है इसीलिए वह ऐसी व्याख्या कर रहे हैं...🙏🌹🙏

  • @Amarjeetsingh-hb6dx
    @Amarjeetsingh-hb6dx Місяць тому

    Ye question puchhne wale achanak angrej kyon ban jate hai.
    😂😂😂😂😂😂😂

  • @भगतसिंह-व3ध
    @भगतसिंह-व3ध 2 роки тому +1

    🌄🙏

  • @riteshdubey1786
    @riteshdubey1786 2 роки тому +9

    मेरा दावा है आचार्यजी ,, कि आप आज हमारे लिए बुद्ध हैं...
    बस
    मुझे और कुछ नहीं पता 🙏

  • @vaibhavsinha11
    @vaibhavsinha11 2 роки тому +5

    धर्म में व्याप्त शब्दों के सही अर्थ जानने के लिए सबसे अच्छी वीडियो। पता नहीं सच्चिदानंद और ब्रम्ह को लेकर क्या क्या फैल रखा है धार्मिक लोगों के बीच मे कि हसते रहना सच्चिदानंद है वगैरह। आचार्य जी अपना पूरा जोर लगा देते है कठिन से कठिन सवाल का तर्कसंगत उत्तर देने के लिए। हर वीडियो जैसे कहता है की जिंदगी से भीड़ जाओ और अपने बंधनों को काटो।

  • @Dharmadhyaksh
    @Dharmadhyaksh 4 місяці тому +2

    मन की दशा नहीं केंद्र का बदलना ब्रह्म है।
    मन की अंतिम अवस्था सच्चिदानंद हैं।
    अहंकार को विस्तार चाहिए और आत्म गहराई का नाम है।

  • @umavatichauhan9670
    @umavatichauhan9670 2 роки тому +1

    जय श्री कृष्ग शत् शत् नमन गुरूदेव

  • @RanjeetKumar-os4yl
    @RanjeetKumar-os4yl 2 роки тому +4

    आचार्य जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम है मेरा 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @pramodnaik5717
    @pramodnaik5717 2 роки тому +2

    The questioner is truly seeker

  • @ushaphatak6539
    @ushaphatak6539 2 роки тому +2

    अहंकार ... Quantity . आत्मा ... Quality , गहराई ... गहरी पैठ ... धन्यवाद ... 🙏 🙏 ... !

  • @praveengautam4567
    @praveengautam4567 2 роки тому +3

    सद्चित ही आपका ब्रह्म से एकाकार कराती है
    आनंद उसके बाद की अवस्था है जो कि शांति और सुख से अलग है।

    • @rajutriveditrivedi1269
      @rajutriveditrivedi1269 2 роки тому +1

      सच्चिदानंद जिसके अनुभव में है वह तो इसकी चर्चा करते हैं नहीं और लोग अनुमान ज्ञान का सहारा लेकर पता नहीं इसकी क्या क्या व्याख्या करते रहते हैं,
      यह एक समयअतीत शब्दातीत चेतन की सिर्फ होने मात्र की आनंद स्वरूप स्थिति है, वहां किसी भी स्वरूप में "मैं" उपस्थित नहीं है क्योंकि वहां पर किसी भी प्रकार के "मैं" "तू" और "वह" का अस्तित्व नहीं है, और वह आनंद ऐसा है जो इस जगत के व्यवहार की घटने वाली सुख पूर्ण घटनाओं मे अनुभव नहीं होता... इसलिए लोगों के मुंह पर हास्य आने की जो घटनाएं है उस हास्य के साथ आनंद की तुलना नहीं हो सकती... क्योंकि वह एक ऐसा आनंद पूर्ण हास्य है जिसको हंसने वाला कोई नहीं है कोई मुंह नहीं है वहां ,
      आचार्य जी को अपने वास्तविक स्वरूप में होने का अनुभव नहीं है इसीलिए वह ऐसी व्याख्या कर रहे हैं...🙏🌹🙏

  • @nishamishra7007
    @nishamishra7007 2 роки тому +1

    Sahi baat hai sab log Pooja path kerky pareshan ho rahy per man ki saanti ni milti sangharsh he jeevan hai isasay koi Bach ni saka sabko face kerna hai

  • @dr.susheelkhemariya8966
    @dr.susheelkhemariya8966 2 роки тому +2

    Wahwah AhaAha wonderful Chamatkaric VISHMAYPURNA wonderful UNDERSTANDING ACHARAJI thanksgretitude dhanyabad dhanyabadDhanyabadDhanyabad

    • @rajutriveditrivedi1269
      @rajutriveditrivedi1269 2 роки тому

      सच्चिदानंद जिसके अनुभव में है वह तो इसकी चर्चा करते हैं नहीं और लोग अनुमान ज्ञान का सहारा लेकर पता नहीं इसकी क्या क्या व्याख्या करते रहते हैं,
      यह एक समयअतीत शब्दातीत चेतन की सिर्फ होने मात्र की आनंद स्वरूप स्थिति है, वहां किसी भी स्वरूप में "मैं" उपस्थित नहीं है क्योंकि वहां पर किसी भी प्रकार के "मैं" "तू" और "वह" का अस्तित्व नहीं है, और वह आनंद ऐसा है जो इस जगत के व्यवहार की घटने वाली सुख पूर्ण घटनाओं मे अनुभव नहीं होता... इसलिए लोगों के मुंह पर जो हास्य दिखता है उस हास्य के साथ इस आनंद की तुलना नहीं हो सकती, क्योंकि वह एक ऐसा आनंद पूर्ण हास्य है जिसको हंसने वाला कोई नहीं है, कोई मुंह नहीं है वहां ,
      आचार्य जी को अपने वास्तविक स्वरूप में होने का अनुभव नहीं है इसीलिए वह ऐसी व्याख्या कर रहे हैं...🙏🌹🙏

  • @shrisameer
    @shrisameer Рік тому +1

    🙏

  • @blossom_4849
    @blossom_4849 2 роки тому +1

    Pranam Acharyaji apko sunana mera param bhagya hai atmashanti milati hai koti koti naman

  • @ashishchoudhary9502
    @ashishchoudhary9502 2 роки тому +2

    " Jeevan me joojhogey nahi, Khali Kitab padhogey to aise hi baudhik Sawal pareshan Kartey rahengey ! " - AP ji

  • @divyaalok5538
    @divyaalok5538 Рік тому +1

    Awesome

  • @PushpaDevi-oy2hv
    @PushpaDevi-oy2hv 2 роки тому +2

    हिंदी बोलो भाई।

  • @arunkulkarni8238
    @arunkulkarni8238 Рік тому +1

    प्रणाम आचार्य।

  • @BabitaPoetry
    @BabitaPoetry 2 роки тому +2

    बहुत उचित व्याख्यान । सच्चिदानंद का ये व्याख्यान पहले पता नहीं था । 🙏👍

  • @shabijotzrbdhdh6768
    @shabijotzrbdhdh6768 2 роки тому +1

    Sachi khushi andar se aati hai dill se aur muskurahat mai chalaki ho skti ho skti hai pr khush rehne se chehra btta deta hai

  • @deepikasharma7845
    @deepikasharma7845 2 роки тому +2

    Radhey radhey

  • @rakhikundjwar624
    @rakhikundjwar624 2 роки тому +1

    Naman Acharya ji koti koti pranam 🙏♥️

  • @g.apparao4322
    @g.apparao4322 2 роки тому +1

    Lord Krishna said in bhagvat geeta iam a mind as in every one every living thing

  • @g.apparao4322
    @g.apparao4322 2 роки тому +1

    Happiness is original quality of soul but mind maan covered with maya. Like sun surya covered with badal

  • @khushbootiwari5748
    @khushbootiwari5748 2 роки тому +2

    Pranam Guruvar!

  • @RaushanKumar-lm7rf
    @RaushanKumar-lm7rf 2 роки тому +1

    Yes bhi

  • @bbmishra9126
    @bbmishra9126 2 роки тому +1

    Dhanyawad acharya ji

  • @sudhirgangrade4357
    @sudhirgangrade4357 2 роки тому +1

    Naman

  • @napindersidhu1019
    @napindersidhu1019 2 роки тому +1

    ਵਾਹਿਗੁਰੂ ਜੀ। 🙏

  • @apaths
    @apaths 2 роки тому +1

    धन्यवाद आचार्य जी

  • @ashishchoudhary9502
    @ashishchoudhary9502 2 роки тому +1

    Pranam !

  • @vaishanavi9110
    @vaishanavi9110 4 місяці тому

    ❤❤❤

  • @shashankkumar3977
    @shashankkumar3977 2 роки тому +1

    Waah dhanyawad acharya ji

    • @rajutriveditrivedi1269
      @rajutriveditrivedi1269 2 роки тому

      सच्चिदानंद जिसके अनुभव में है वह तो इसकी चर्चा करते हैं नहीं और लोग अनुमान ज्ञान का सहारा लेकर पता नहीं इसकी क्या क्या व्याख्या करते रहते हैं,
      यह एक समयअतीत शब्दातीत चेतन की सिर्फ होने मात्र की आनंद स्वरूप स्थिति है, वहां किसी भी स्वरूप में "मैं" उपस्थित नहीं है क्योंकि वहां पर किसी भी प्रकार के "मैं" "तू" और "वह" का अस्तित्व नहीं है, और वह आनंद ऐसा है जो इस जगत के व्यवहार की घटने वाली सुख पूर्ण घटनाओं मे अनुभव नहीं होता... इसलिए लोगों के मुंह पर जो हास्य दिखता है उस हास्य के साथ इस आनंद की तुलना नहीं हो सकती, क्योंकि वह एक ऐसा आनंद पूर्ण हास्य है जिसको हंसने वाला कोई नहीं है, कोई मुंह नहीं है वहां ,
      आचार्य जी को अपने वास्तविक स्वरूप में होने का अनुभव नहीं है इसीलिए वह ऐसी व्याख्या कर रहे हैं...🙏🌹🙏

  • @apurvasoni4065
    @apurvasoni4065 2 місяці тому

    🕉️🙏

  • @berational9829
    @berational9829 2 роки тому +1

    This valuable knowledge discussion about bramha is Not able to cure my hunger .

    • @rajutriveditrivedi1269
      @rajutriveditrivedi1269 2 роки тому

      सच्चिदानंद जिसके अनुभव में है वह तो इसकी चर्चा करते हैं नहीं और लोग अनुमान ज्ञान का सहारा लेकर पता नहीं इसकी क्या क्या व्याख्या करते रहते हैं,
      यह एक समयअतीत शब्दातीत चेतन की सिर्फ होने मात्र की आनंद स्वरूप स्थिति है, वहां किसी भी स्वरूप में "मैं" उपस्थित नहीं है क्योंकि वहां पर किसी भी प्रकार के "मैं" "तू" और "वह" का अस्तित्व नहीं है, और वह आनंद ऐसा है जो इस जगत के व्यवहार की घटने वाली सुख पूर्ण घटनाओं मे अनुभव नहीं होता... इसलिए लोगों के मुंह पर जो हास्य दिखता है उस हास्य के साथ इस आनंद की तुलना नहीं हो सकती, क्योंकि वह एक ऐसा आनंद पूर्ण हास्य है जिसको हंसने वाला कोई नहीं है, कोई मुंह नहीं है वहां ,
      आचार्य जी को अपने वास्तविक स्वरूप में होने का अनुभव नहीं है इसीलिए वह ऐसी व्याख्या कर रहे हैं...🙏🌹🙏

    • @rajutriveditrivedi1269
      @rajutriveditrivedi1269 2 роки тому

      सिर्फ आपका खुद का अनुभव आपकी भूख को शांत कर सकता है

  • @kishan2k21
    @kishan2k21 2 роки тому +1

    Ye video main channel pe kyu uploaded nahi hai?

    • @pankajjaiswal9501
      @pankajjaiswal9501 2 роки тому

      मेरा भी यही सवाल है ..

  • @krishenchand3707
    @krishenchand3707 2 роки тому +1

    Jay guru dev 🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌹🌷🌹🌹🌹🌹🌹❤❤❤❤❤

  • @luckyday0392
    @luckyday0392 2 роки тому +1

    😂

  • @anuasija7121
    @anuasija7121 2 роки тому +1

    🙏🌹🙏

  • @mukeshjaat5441
    @mukeshjaat5441 2 роки тому +1

    🙏

  • @premsinghsisodiya5325
    @premsinghsisodiya5325 2 роки тому +1

    🙏🙏🙏

  • @dipaliadhikary4128
    @dipaliadhikary4128 2 роки тому +1

    ❤️❤️❤️

  • @narenderartist1611
    @narenderartist1611 2 роки тому

    🙏🌷

  • @umeshkumartripathi7094
    @umeshkumartripathi7094 2 роки тому

    प्रणाम आचार्य जी 💐💐💐

  • @class6084
    @class6084 2 роки тому +1

    💜

  • @PushpaDevi-oy2hv
    @PushpaDevi-oy2hv 2 роки тому

    कोटि कोटि प्रणाम आचार्य जी।

  • @anitakanojia8346
    @anitakanojia8346 2 роки тому

    आचार्य जी प्रणाम 🙏🙏🙏🌹🌹

  • @gambhirsahu105
    @gambhirsahu105 2 роки тому

    प्रणाम आचार्य जी🙏🙏💐💐❤❤

  • @neelamrana6999
    @neelamrana6999 2 роки тому

    🙏💓☀️🌍💐💐💐

  • @apaths
    @apaths 2 роки тому

    🙇💓