youtube.com/@Kabeerashramdevri इस लिंक को क्लिक करें और अपने जीवन में अमृत वाणी से समाज को लाभ पहुंचाएं। हमारी सर्वश्रेष्ठ सोच ही जीवन को सुखमय बना सकती है। स सेवा में संलग्न कबीर आश्रम देवरी।
।।गुरु गुरु मे भेद है, गुरु गुरु मे भाव। गुरु नित्य वही बंदिये, जो शबद लखावे दांव।।00।।सात द्वीप नौ खण्ड मे शबद गुरु ने फेकी डोर। ता पर हंसा ना चढे, तो सतगुरु का क्या दोष।।01।।सब घट मेरा सांईयां खाली घट नही कोय बलिहारी उस घट की जिस घट प्राकट्य होय। सुरति शबद संग मेल मिलाप कर, जीवित सतधाम लखावे सोय।।02।।शबद गुरु ही पारब्रम्ह पूर्ण स्वरुपा, शबद निरंतर विदेह अनूपा। तत्व प्रकृति भाव सब देहा, शबद गुरु झनकार विदेहा।।03।।शबद ही धरती शबद ही आकाश, शबद ही शबद अखंड उजियार। सकल सृष्टी शबद के पाछे, काल निरंजन भी शबद धुन पर नाचे।।04।।सतगुरु कबीर सुजान ने कही है कबीर बीजक मे, सतगुरु की गुरुवाणी। अभिमानी नर क्या समझेगे, जिनकी मति भुलानी।।05।।बहुत गयी थोडी आयु बची, मानुष अब तो चेत। परमपिता परमेश्वर ही सबका बाप, तुझ पर परमेश्वर की लागी छाप।।06।।हमारे मानुष जीवन पाने के उद्देश्य मे, परमात्मा पर विश्वास ही मूल आधार है। सारशबद अखण्ड धुन को अपने चित्त मे संजोना, हमारे सदग्रंथो का सार है।।07।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सारशब्दानंद।।🙏🏻🌹
याह आपकी भाषा शैली अत्यंत प्रिय है भगवान का नाम बताने से तो एक तरह का कैंसर होता है बोलिए बाबा साहब कबीर दास की जय याह कितना सुंदर इसका उच्छरण बहुत हाय अति अमृत के समान है क्यों धन्यवाद मैडम धन्यवाद
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी 🙏🙏🙏🌹🌹🌻🌻🌻
🙏🙏🙏
जय श्री साहेब बंदगी श्री साध्वी जी के चरणों मेंरा प्रणाम सत्यराम स्वीकार हो
🙏🙏🙏
बहुत सुन्दर साहिब बंदगी साहिब जी
Pranam qq
Saheb bandagi saheb ji
🙏🙏🌷🌷
🙏🙏🙏
સાહેબ બંદગી 🙏🙏🌹🌹
ठीक से,समझाया साहिब बंदगी साहिब बंदगी
Aapbhout achha samjhate ho
आपको बहुत बहुत धन्यवाद नवीता
मैं आपके सभी बिचारों को बहुत प्रसन्नता से सुना करती हूं।
🙏🙏🙏🌹🌹🌹
❤❤❤
Sunder tarike se samjaha aapne Sahab ji
youtube.com/@Kabeerashramdevri
इस लिंक को क्लिक करें और अपने जीवन में अमृत वाणी से समाज को लाभ पहुंचाएं।
हमारी सर्वश्रेष्ठ सोच ही जीवन को सुखमय बना सकती है।
स सेवा में संलग्न कबीर आश्रम देवरी।
काया का बीर कबीर
Very good thoughts
Saheb Bandagi
Saheb bandagi
बहुत ही सुन्दर विचार साहेब जी सप्रेम साहेब बंदगी साहेब जी 🙏🙏🙏
भगवान = अच्छाई,भलाई की प्रवृति🙏🙏🙏🙏
Aapke vichaaron se puri tarah se santust hu ji
परम पूज्यनीया साध्वी साहेब जी आपके पावन चरणों में मेरी कोटि कोटि सादर सप्रेम साहेब बंदगी
🙏🙏🙏
😊😊😊😊😊
नमो बुद्धाय जय भीम बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तुत किया और ग्यान वर्धक वर्णन किया शाहब बंदगी
Saheb Bandagi Saheb Ji ❤❤❤
नमो बुद्धाय जय भीम बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तुत किया और ग्यान वर्धक वर्णन किया शाहब बंदगी प्रयागराज यू पी
सभी पारखी साध्वियों, एवं संतों महन्तों के चरणों में कोटि कोटि नमन। त्रयवार सप्रेम साहेब बंदगी।
।।गुरु गुरु मे भेद है, गुरु गुरु मे भाव। गुरु नित्य वही बंदिये, जो शबद लखावे दांव।।00।।सात द्वीप नौ खण्ड मे शबद गुरु ने फेकी डोर। ता पर हंसा ना चढे, तो सतगुरु का क्या दोष।।01।।सब घट मेरा सांईयां खाली घट नही कोय बलिहारी उस घट की जिस घट प्राकट्य होय। सुरति शबद संग मेल मिलाप कर, जीवित सतधाम लखावे सोय।।02।।शबद गुरु ही पारब्रम्ह पूर्ण स्वरुपा, शबद निरंतर विदेह अनूपा। तत्व प्रकृति भाव सब देहा, शबद गुरु झनकार विदेहा।।03।।शबद ही धरती शबद ही आकाश, शबद ही शबद अखंड उजियार। सकल सृष्टी शबद के पाछे, काल निरंजन भी शबद धुन पर नाचे।।04।।सतगुरु कबीर सुजान ने कही है कबीर बीजक मे, सतगुरु की गुरुवाणी। अभिमानी नर क्या समझेगे, जिनकी मति भुलानी।।05।।बहुत गयी थोडी आयु बची, मानुष अब तो चेत। परमपिता परमेश्वर ही सबका बाप, तुझ पर परमेश्वर की लागी छाप।।06।।हमारे मानुष जीवन पाने के उद्देश्य मे, परमात्मा पर विश्वास ही मूल आधार है। सारशबद अखण्ड धुन को अपने चित्त मे संजोना, हमारे सदग्रंथो का सार है।।07।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सारशब्दानंद।।🙏🏻🌹
Saheb bandagi Saheb Ji 👏
आपकी वाणी में बहुत मिठास और सत्यता समाहित है।
याह आपकी भाषा शैली अत्यंत प्रिय है भगवान का नाम बताने से तो एक तरह का कैंसर होता है बोलिए बाबा साहब कबीर दास की जय याह कितना सुंदर इसका उच्छरण बहुत हाय अति अमृत के समान है क्यों धन्यवाद मैडम धन्यवाद
साहिब बंदगी साहिब बंदगी साहिब बंदगी
घट घट मैं निवास करता है वो तो सब में है
🙏🙏🙏
साहिब बंदगी साहिब जी
चरणों में प्रणाम
🙏🙏🙏
Saheb bandagi
Saheb bandagi saheb ji.