इस बार पार्टी कोई भी आए लेकिन शिक्षक और बिहार के युवा को ठगने वाले पार्टी का पैंट गीला करके दिखा देंगे शिक्षक और उसके परिवार क्योंकि ये लोग बाप का बपौती समझते हैं शिक्षक के वोट को
10 से 4 तो आप लोग karwa दिए. पर्ब मे छुट्टी भी दिलवा दिये. अब स्थानांतरण भी एकशिक करवा ही दिजिएगा. आप के बोलने का कोई मतलब है. आप सभी एमएलसी रिजायन दीजिये.
बहुत शिक्षक साक्षमता पास होकर नहीं जाना चाहते हैं तुगलककी नियम के अनुसार साक्षमता के समय नियम कुछ और था ट्रांसफर के समय नियम कुछ और है। इसके चलते बहुत लोग ट्रांसफर नहीं जाना चाह रहे हैं उनको फिर जबरदस्ती ट्रांसफर क्यों किया जा रहा है। अधिकारी बेलगाम हो गए हैं कुछ भी कर रहे हैं
शिक्षकों का तबादला नीति न्यायसंगत नहीं है। पंचायत या फिर प्रखंड छोर कर कहीं भी तबादले करना चाहिए। शिक्षकों ने सरकार पर भरोसा किया लेकिन यहां छलावा हुआ। सभी शिक्षकों को बेघर होना पड़ेगा।
Bilkul nahi hai yah shikshakon ko pareshan karne ki kavayat hai isko sab milkar bataiye Na jat dekho pat Apne hit ki karo baat. Yahi rajniti hai isi par sab neta chalta hai aur isi niti se unhe jabab diya ja sakta hai. Jat pat bhoolkar hme vote karna chahie
कुछ नहीं होगा। कोर्ट में जाते ही स्टे लगा देगा। सक्षमता विज्ञापन के शर्त को देखकर लोग फार्म भरे। अगर बीच में नियम बदल दीजिएगा तो यह गैरकानूनी है। अनुमंडल से बाहर की शर्त विज्ञापन में था ही नहीं।नई शिक्षा नीति में ऐसा स्थानांतरण नहीं करना है।
बिहार का शिक्षक हर चीज से compromise/समझौता ही कर रहा है 44900 basic की जगह मात्र 31000 और 6 घंटे duty की जगह 8 घंटे की duty 😢 ....और क्या क्या गिनाएं नेता जी।
मै एक उदाहरण दे रहा हूँ कि मुझे नदी उस पार जाना है मै नाव पर बैठा और खेवया को परेशान कर देंगे तो सुरक्षित नदी पार कर पायेंगे ठीक इसी तरह शिक्षक की कहानी है
पत्रकार महोदय सही सवाल तो पूछे, जो लोग HM या हेड टीचर बन गया है वो इन्ही शिक्षक में से है, वो कहा जायेंगे और उनकी जगह फिर से विद्यालय में सीट खाली हो जायेगा। पहले HM का फिर सक्षमता पास तदपश्चात बीपीएससी टीचर का पदस्थापना करना था। TRE 2 में आए शिक्षकों को तो अभी 8-9 महीना ही हो रहा है, अभी समान सेट ही किए थे। और पुरुष टीचर का भी परिवार होता है, 10 अनुमंडल मतलब पूरा प्रमंडल 150-200 km भी पदस्थापना हो सकता है। जिन विद्यालय अध्यापक के बच्चे स्कूल में पद रहे है उनका सेशन कैसे पूरा होगा। या तो परिवार को वही छोड़ के जाना होगा या बच्चों को पढ़ाई छोड़ना होगा। पुरुष शिक्षक को कम से कम प्रखंड का ऑप्शन देना था।
सभी शिक्षक समय से विद्यालय जा रहे हैं विद्यालय में पढ़ाई हो रही है शिक्षकों के साथ छेड़छाड़ नहीं किया जाए उनका मन मुताबिक ट्रांसफर दिया जाए नहीं तो यार छठी मैया आवरी आपका हर निश्चित है
मीडिया वाले से अनुरोध है की किसी तरह पोस्टिंग की सारी बात सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचा दीजिए ऐसे नेता लोगो पर अब कोई भरोसा नहीं रहा ये लोग सिर्फ शब्दो से ही खेलने जानते हैं
सर सेंट्रल या स्टेट गवर्मेंट जब अपने अनुसार ट्रांसफर या पोस्टिंग करती है तो उसके लिए एक्स्ट्रा अलाउंस जैसे एक्स्ट्रा लीव मूव शिफ्टिंग भत्ता इत्यादि का लाभ के साथ ट्रांसफर पोस्टिंग करती है। यहां टीचर को HRA १०००/ में माता पिता पत्नी बच्चे के लिए कहा किराए का मकान मिलेगा।सरकार को ट्रांसफर पोस्टिंग प्लान से पहले HRA को रिवाइज करे फिर ट्रांसफर करना चाहिए।
जो हो रहा है होने दीजिए आप लोगों से कुछ उखड़ने वाला नहीं है उलूल-जूलूल मीडिया में आकर के बयान बाजी मत दीजिए। आप लोगों से कुछ नहीं होता है तो कम से कम चुपचाप तो रहिये किसी के दिल को आघात मत पहुंचाइये 😢😢😢😢😢
एक बात बहुत ही अच्छी लगी सरकार को शिक्षकों के साथ एक सुलझे हुए अभिभावक की भूमिका निभानी चाहिए. भारतीय संविधान के अनुसार लैंगिक असमानता (भेदभाव) अपराध है सरकार को इसका भी ख्याल रखना चाहिए l कोई सरकार इतनी क्रूर नहीं हो सकती l
10 से 4 हो गया, छुट्टी कटौती दोबारा नहीं दिया अब ट्रान्सफर पॉलिसी बदलाव किया करेगा किसी का बात नीतीश जी, अधिकारी बीजेपी के किसी नेता का बात नहीं मानेगा
Sir jahan bhee teacher ka posting ho teacher ko sirf padhana hota hai..Sir yahi difference hai cbse or bseb mai cbse mai bharat k kisi bhee teacher ka posting bharat k kisi bhee rajya mai kiya jata par bseb ko dekhyea jila change honey par dikkat aa raha hai..
माननीय मुख्यमंत्री जी का तो परिवार है नहीं परिवार के साथ रहते तभी तो समझते जो शिक्षक की क्यामजबूरी है बड़े दुख की बात है पढ़े लिखे मुख्यमंत्री को भी पता नहीं क्या चीज काइगो है जो शिक्षकों से निकल रहे हैं शिक्षा तंत्र को बर्बाद कर दिया
प्रधानाध्यापक के रिजल्ट मे 89 दिव्यांग का रिजल्ट नहीं आया है आपलोग से अनुरोध है बहुत दिव्यांग अस्थि क्वालीफाई है पर उनका रिजल्ट नहीं आया है आपसे अनुरोध है कि शेष 89 दिव्यांग का बिहार लोक सेवा आयोग रिजल्ट निकाले
नवलकिशोर बाबू सिर्फ चिकनाई युक्त बातें बोलते हैं। इनका एक भी कहा सरकार अभीतक मानी है आलोक जी?? 10 से 4 के लिए माननीय कितना तथ्य रखे लेकिन कोई असर नहीं हुआ। ये बहुत अच्छी बातें सरकार और शिक्षकों के हित मे कहते हैं लेकिन इनका एक शब्द तक नहीं सुनता है शिक्षा विभाग😢
ट्रांसफर जरूरी है।खास कर शिक्षा मित्र से जो नियोजित बने है,उन लोगों की।क्युकी वे लोग घर के बगल के स्कूल में बैठे है।न स्कूल में रहते है न ही पढ़ाते है।9 बजे हाजरी बना कर घर चले जाते है और 4 बजे हाजरी बना ने स्कूल आते है।दूर दराज वाले शिक्षक स्कूल में रहते है,उन्हीं के भरोसे स्कूल चलता है।इसलिए ट्रांसफर बहुत जरूरी है।
लाइव सीटीज के प्रवक्ता से निवेदन है कि आप लोग शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव से कहें कि इस तरह से ट्रांसफर से शिक्षक बहुत ही मानसिक तनाव में हैं। इससे बेहतर है कि शिक्षकों का ऐच्छिक स्थानांनतरण करें। ताकि शिक्षकों को पठन पाठन में मानसिक तनाव से मुक्त रहें। स्वस्थ सुविधा के लिए स्वस्थ जगह होना अनिवार्य होनी ऊ
Jansuraaj ki ek ek baat shi ho rhi hai... chahe padhai ko le kr... chahe palayan ko le kr. Jo thoda bhi online rehta h usko dikhta h PK sir ki khi hui baat. Fir bhi log jaatiwaad me fashe rahenge. Toh barbaad hona taye hai.
IAS.IPS को curuption दूर करने के लिए होता है।लेकिन टीचर से ड्यूटी लीजिये न कि परेशान करने के लिए महिला का परिवार है बच्चे है।गुणवत्ता शिक्षा के लोए कार्यक्रम बनाये।टाइम से जांच करे न कि परेशान करे।मुद्दा सही।है।निचे लेबल में आईएएस। समझ नही पाते
Netaji apse anurodh hai ki jo bhi bihar ke bahar se teacher hai unka bhi apne apne state me apne home district me posting kra dijiye, O bhi bihar ke sub language nahi jante hai berojgar ke chalte bihar me job kr rhe hai
इससे आज़ तक एगो मली उखाड़ पाया है। शिक्षक प्रतिनिधि के नाम से कलंक है। ख़ाली बोलने का प्रशिक्षण लिए है।
Ye mafiya hai
इस बार पार्टी कोई भी आए लेकिन शिक्षक और बिहार के युवा को ठगने वाले पार्टी का पैंट गीला करके दिखा देंगे शिक्षक और उसके परिवार क्योंकि ये लोग बाप का बपौती समझते हैं शिक्षक के वोट को
10 से 4 तो आप लोग karwa दिए.
पर्ब मे छुट्टी भी दिलवा दिये. अब स्थानांतरण भी एकशिक करवा ही दिजिएगा.
आप के बोलने का कोई मतलब है.
आप सभी एमएलसी रिजायन दीजिये.
आपसे कुछ नही होगा आप केवल भौकते है।
Pahle head teacher ki niyukti ki jaye taki bache seat per visit teacher ka rasta saph ho jayega
Eske baat ka kya value hai.....
इसका bite मत लीजिए,शिक्षक ऊलूल जूलूल बकने लगेगा,कब तक गुस्सा शांत रखेगा।
right
ये सरकार शिक्षक के हित में नहीं है
5 lac परिवार वोट से जवाब देंगे चुनाव में
नवल-किशोर यादव सिर्फ कैमरा पर ही बड़-बड़ करता है, सरकार को कभी जाकर नहीं बोल सकता है।
Dam nahi hai
बहुत शिक्षक साक्षमता पास होकर नहीं जाना चाहते हैं तुगलककी नियम के अनुसार साक्षमता के समय नियम कुछ और था ट्रांसफर के समय नियम कुछ और है। इसके चलते बहुत लोग ट्रांसफर नहीं जाना चाह रहे हैं उनको फिर जबरदस्ती ट्रांसफर क्यों किया जा रहा है।
अधिकारी बेलगाम हो गए हैं कुछ भी कर रहे हैं
नहीं जाऐंगे तो नहीं जाऐंगे।
आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मैं माननीय मुख्यमंत्री जी से आग्रह करता हूं कि सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षको को एक्छिक स्थानांतरण दिया जाए।
Phir kyu bat rhe ho.
Sidhe sidhe sikhshak bolne me dard hota hai?
सभी शिक्षकों को अपने अनुमंडल छोड़कर बगल के अनुमंडल से 10 चॉइस मांगनी चाहिए@@AbhishekKumar-rz4wu
34 thousand h 50 nahi
एक को मिले पंचायत, दूसरे को मिले अनुमंडल और दूसरा जिला। कहा तक सही है ये। केस होना बहुत जरुरी है।
शिक्षकों का तबादला नीति न्यायसंगत नहीं है। पंचायत या फिर प्रखंड छोर कर कहीं भी तबादले करना चाहिए। शिक्षकों ने सरकार पर भरोसा किया लेकिन यहां छलावा हुआ। सभी शिक्षकों को बेघर होना पड़ेगा।
Bilkul nahi hai yah shikshakon ko pareshan karne ki kavayat hai isko sab milkar bataiye
Na jat dekho pat
Apne hit ki karo baat. Yahi rajniti hai isi par sab neta chalta hai aur isi niti se unhe jabab diya ja sakta hai. Jat pat bhoolkar hme vote karna chahie
शिक्षक को नम्मर के आधार पर जिला आवंटन होने के बाद जिला से हटाने की निति शिक्षकों पर अन्याय है ।
Sahi bataya
कुछ नहीं होगा। कोर्ट में जाते ही स्टे लगा देगा। सक्षमता विज्ञापन के शर्त को देखकर लोग फार्म भरे। अगर बीच में नियम बदल दीजिएगा तो यह गैरकानूनी है। अनुमंडल से बाहर की शर्त विज्ञापन में था ही नहीं।नई शिक्षा नीति में ऐसा स्थानांतरण नहीं करना है।
शिक्षक विरोधी नेता के मुंह से शिक्षक हित की बात ठीक नहीं लगता।
चिरकुट बोलते हैं शिक्षकों को
ये भौकते ही रहे
भौं ,भौं ,भौं और बाकी शून्य के विचार पालक नेता ।
बिहार का शिक्षक हर चीज से compromise/समझौता ही कर रहा है 44900 basic की जगह मात्र 31000 और 6 घंटे duty की जगह 8 घंटे की duty 😢
....और क्या क्या गिनाएं नेता जी।
ऐच्छिक स्थानांतरण ही होना चाहिए सर
Vote मांगने आना शिक्षक से
Waise tum log karta kya school me😅😅😅
शिक्षक प्रतिनिधि एम एल सी समूह में मुख्यमंत्री से इस मुद्दे को लेकर क्यों नहीं मिल रहे हैं?
नेता सब नौटंकी करता है सरकार किसकी है
बिहार की जनता को एक महान प्रशांत किशोर मिले. अगर उनके इस आइडिया को एक बार इस्तेमाल कर लिया जाए तो कई dashako se pichhade Bihar का भविष्य बदल जाएगा।
शिक्षा व्यवस्था को चोपट कर दिया है ❤ईमानदार अफसर मुख्यमंत्री जी का।
इससे आज तक कुछ नहीं हुआ है।
बहुत अच्छा जबाव आपने दिया हैं ।
🛑🛑🛑संविधान की प्रस्तावना के विरोध में है ये तबादला नीति । लिंग के आधार पे भेदभाव क्यों हो रहा है खुल्लमखुल्ला ???
यह स्थानान्तरण नीति नहीं है, यह केवल शिक्षकों को प्रताड़ना नीति है 😢
लग रहा है चुनाव नजदीक है क्या नेता जी के सुरि बदल गये
ये तो चिरकुट है । बोलेगा कुछ और , दिमाग़ मे रखेगा कुछ और ।
शराब बंदी से नुकसान के अभी बहुत साइड इफेक्ट देखने को मिलेगा
Sarkar ko jana tay hai 2025 me koi rok nahi sakta
सुनते सुनते दंग हो गए कुछ तो सुविधा दिलाते नहीं तो भौंकने से कुछ नहीं होने वाला है
20 साल के बाद भी लालू जाप में लगा है इसको भूकने के लिए छोड़ दिया हैं
Ye bJP wala hi hai 😂😂😂
बहुत सटीक समालोचना है नवल जी का
मै एक उदाहरण दे रहा हूँ कि मुझे नदी उस पार जाना है मै नाव पर बैठा और खेवया को परेशान कर देंगे तो सुरक्षित नदी पार कर पायेंगे ठीक इसी तरह शिक्षक की कहानी है
गीरगीट यादव है चुनाव आगया है 😂
Tu to NDA ko hi vote dega 🤣🤣
सब शिक्षक मिल कर इनको ज़ीरो वोट करना है।
पत्रकार महोदय सही सवाल तो पूछे, जो लोग HM या हेड टीचर बन गया है वो इन्ही शिक्षक में से है, वो कहा जायेंगे और उनकी जगह फिर से विद्यालय में सीट खाली हो जायेगा। पहले HM का फिर सक्षमता पास तदपश्चात बीपीएससी टीचर का पदस्थापना करना था। TRE 2 में आए शिक्षकों को तो अभी 8-9 महीना ही हो रहा है, अभी समान सेट ही किए थे। और पुरुष टीचर का भी परिवार होता है, 10 अनुमंडल मतलब पूरा प्रमंडल 150-200 km भी पदस्थापना हो सकता है। जिन विद्यालय अध्यापक के बच्चे स्कूल में पद रहे है उनका सेशन कैसे पूरा होगा। या तो परिवार को वही छोड़ के जाना होगा या बच्चों को पढ़ाई छोड़ना होगा। पुरुष शिक्षक को कम से कम प्रखंड का ऑप्शन देना था।
इनका बोलने का कोई महत्व नहीं है इनको भौकने के लिए ही रखा गया है।
नवल सर बहुत अच्छा प्रयास कर रहे हैं सर। आपको बहुत बहुत धन्यवाद सर, आप काफी राइज करें सर
Baba bahut achcha hamare MLC ji bole hain aur Inka samarthan 105% ham log inke samarthak hain aur samarthan mein rahenge bahut shikshakon ki baat
सभी शिक्षक समय से विद्यालय जा रहे हैं विद्यालय में पढ़ाई हो रही है शिक्षकों के साथ छेड़छाड़ नहीं किया जाए उनका मन मुताबिक ट्रांसफर दिया जाए नहीं तो यार छठी मैया आवरी आपका हर निश्चित है
नवल बाबू भी शिक्षक हित की बात करते हैं केवल करते हैं। इनकी ना पार्टी में चलती है न सरकार में। पार्टी को बचाने के लिए वायन है केवल।
अगले साल चुनाव मे पता चलेगा, आपलोगो को, आप कितने शिक्षकों के हित मे है, इसका अंदाज है हम सबको.
Bahut badhiya bole sir
Bahut taklif hai sir
खगड़िया, कटिहार, सुपौल, किशनगंज ,भागलपुर इत्यादि जिलें से महिला/पुरुष शिक्षक प.चम्पारण में आए हैं जिनका स्थानान्तरण अत्यंत जरुरी हैं ।
सिर्फ ऐक्षिक ट्रांसफर ही किया जाए.... नहीं तो सब चौपट हो जाएगा..
मीडिया वाले से अनुरोध है की किसी तरह पोस्टिंग की सारी बात सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचा दीजिए ऐसे नेता लोगो पर अब कोई भरोसा नहीं रहा
ये लोग सिर्फ शब्दो से ही खेलने जानते हैं
अपनी साख बचाने हेतु उत्तम मार्ग चुना है हुजूर ने।हो सके तो पिछले दिनों वाला भी शिक्षकों के प्रति दिए गए बयान भी चलावे।
सरकार तो आप की है ऐच्छिक स्थानांतरण दिलाया कौन रोक रहा h
ये कैसे बन गया MLC 😡😡😡😡😡😡😡😡शिक्षक ऐसे नेता को चुनने से बचे 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
CM और ACS सिद्धार्थ मिलकर बिहार की शिक्षा को ध्वस्त कर दिया
शिक्षकों को चिरकुट कहने वाले शिक्षक के हितैषी कैसे हो सकते है।
कैसे तो इनका शिक्षक के प्रति उदार भावना पैदा हो गया हैं कुछ दिन पहले यहीं व्य कति बोले हैं इनको सिर्फ छुट्टी ही चाहिए
सत्ता पक्ष से ऐसी थोथी बातें सुनना अच्छा नहीं लगता। सरकार आपकी तंत्र आपका फिर कहते किसको हैं।
Purush teacher Ko Rahat honi chahiye
इस बार भी पिछले सत्र की तरह इस सत्र को भी हाईजैक करने की तैयारी शुरू है। पिछली बार समय मुद्दा था कुछ नहीं हुआ। इस बार ट्रांसफर मुद्दा होगा।
सर
सेंट्रल या स्टेट गवर्मेंट जब अपने अनुसार ट्रांसफर या पोस्टिंग करती है तो उसके लिए एक्स्ट्रा अलाउंस जैसे एक्स्ट्रा लीव मूव शिफ्टिंग भत्ता इत्यादि का लाभ के साथ ट्रांसफर पोस्टिंग करती है। यहां टीचर को HRA १०००/ में माता पिता पत्नी बच्चे के लिए कहा किराए का मकान मिलेगा।सरकार को ट्रांसफर पोस्टिंग प्लान से पहले HRA को रिवाइज करे फिर ट्रांसफर करना चाहिए।
शिक्षकों की छाती पर यह व्यक्ति सिर्फ राजनीति करता है❤❤❤
जो हो रहा है होने दीजिए आप लोगों से कुछ उखड़ने वाला नहीं है उलूल-जूलूल मीडिया में आकर के बयान बाजी मत दीजिए। आप लोगों से कुछ नहीं होता है तो कम से कम चुपचाप तो रहिये किसी के दिल को आघात मत पहुंचाइये 😢😢😢😢😢
मीडिया में कुछ और सदन में कुछ। चौधरी जी या बिहार का कोई नेता शिक्षकों का हितैषी नहीं है।
Sahi bol rahe hai.
एक बात बहुत ही अच्छी लगी
सरकार को शिक्षकों के साथ एक सुलझे हुए अभिभावक की भूमिका निभानी चाहिए.
भारतीय संविधान के अनुसार लैंगिक असमानता (भेदभाव) अपराध है सरकार को इसका भी ख्याल रखना चाहिए l
कोई सरकार इतनी क्रूर नहीं हो सकती l
10 से 4 हो गया, छुट्टी कटौती दोबारा नहीं दिया अब ट्रान्सफर पॉलिसी बदलाव किया करेगा किसी का बात नीतीश जी, अधिकारी बीजेपी के किसी नेता का बात नहीं मानेगा
समय आने दीजिए नेताजी , आपको भी गुरु का बद्दुआ लगेगी,
शिक्षक का ट्रांसफर होनी चाहिए हर 6 मंथ पे अलग अलग पोस्टिंग करो इनलोगो का कियुकि पढ़ाना कम बकयेती जयदा करते हैं।
Sir jahan bhee teacher ka posting ho teacher ko sirf padhana hota hai..Sir yahi difference hai cbse or bseb mai cbse mai bharat k kisi bhee teacher ka posting bharat k kisi bhee rajya mai kiya jata par bseb ko dekhyea jila change honey par dikkat aa raha hai..
पुरुष के लिए दस पंचायत और महिला के लिए दस विद्यालय होता तो ऐच्छिक माना जा सकता था।
माननीय मुख्यमंत्री जी का तो परिवार है नहीं परिवार के साथ रहते तभी तो समझते जो शिक्षक की क्यामजबूरी है बड़े दुख की बात है पढ़े लिखे मुख्यमंत्री को भी पता नहीं क्या चीज काइगो है जो शिक्षकों से निकल रहे हैं शिक्षा तंत्र को बर्बाद कर दिया
शिक्षकों के बारे मे ये नहीं बोले तो ही अच्छा है सरकार इनकी ही है।
Very good sir
यही हैं जो कभी शिक्षकों को चिरकुट कहते नज़र आ रहे थे।
अब यह चिरकुट शिक्षकों के हमदर्द बनने की प्रयास कर रहे हैं।
प्रधानाध्यापक के रिजल्ट मे 89 दिव्यांग का रिजल्ट नहीं आया है आपलोग से अनुरोध है बहुत दिव्यांग अस्थि क्वालीफाई है पर उनका रिजल्ट नहीं आया है आपसे अनुरोध है कि शेष 89 दिव्यांग का बिहार लोक सेवा आयोग रिजल्ट निकाले
नवलकिशोर बाबू सिर्फ चिकनाई युक्त बातें बोलते हैं। इनका एक भी कहा सरकार अभीतक मानी है आलोक जी?? 10 से 4 के लिए माननीय कितना तथ्य रखे लेकिन कोई असर नहीं हुआ। ये बहुत अच्छी बातें सरकार और शिक्षकों के हित मे कहते हैं लेकिन इनका एक शब्द तक नहीं सुनता है शिक्षा विभाग😢
ट्रांसफर जरूरी है।खास कर शिक्षा मित्र से जो नियोजित बने है,उन लोगों की।क्युकी वे लोग घर के बगल के स्कूल में बैठे है।न स्कूल में रहते है न ही पढ़ाते है।9 बजे हाजरी बना कर घर चले जाते है और 4 बजे हाजरी बना ने स्कूल आते है।दूर दराज वाले शिक्षक स्कूल में रहते है,उन्हीं के भरोसे स्कूल चलता है।इसलिए ट्रांसफर बहुत जरूरी है।
Aapka sahi kahnam hay
आप बहुत सही बात बोले सर ईसके लीए आप को बहुत बहुत धन्यवाद
जबदस्त आलोक सर
इसी तरह इस मुद्दे को उठाते रहिये
विद्यालय के निकट शिक्षकों को निवास की व्यवस्था नहीं है। महिला शिक्षिका और दिव्यांग के लिए ऐच्छिक स्थानान्तरण की जरूरत है।
लाइव सीटीज के प्रवक्ता से निवेदन है कि आप लोग शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव से कहें कि इस तरह से ट्रांसफर से शिक्षक बहुत ही मानसिक तनाव में हैं। इससे बेहतर है कि शिक्षकों का ऐच्छिक स्थानांनतरण करें। ताकि शिक्षकों को पठन पाठन में मानसिक तनाव से मुक्त रहें। स्वस्थ सुविधा के लिए स्वस्थ जगह होना अनिवार्य होनी ऊ
Jansuraaj ki ek ek baat shi ho rhi hai... chahe padhai ko le kr... chahe palayan ko le kr. Jo thoda bhi online rehta h usko dikhta h PK sir ki khi hui baat. Fir bhi log jaatiwaad me fashe rahenge. Toh barbaad hona taye hai.
विशिष्ट शिक्षक का जिला आवंटित है। तो जिला से बाहर कैसे।
Sahi baat hai🎉
आजतक विद्यालय का समय बदला क्या ,झूठ को इतने आत्मविश्वास से सिर्फ यही कह सकते हैं
समाजिक बातो को देखते सभी शिक्षक को दुसरे जगह होना चाहिए बहुत अच्छा बात है❤😂🎉😢😮😮😅😊
IAS.IPS को curuption दूर करने के लिए होता है।लेकिन टीचर से ड्यूटी लीजिये न कि परेशान करने के लिए महिला का परिवार है बच्चे है।गुणवत्ता शिक्षा के लोए कार्यक्रम बनाये।टाइम से जांच करे न कि परेशान करे।मुद्दा सही।है।निचे लेबल में आईएएस। समझ नही पाते
नेताजी से पूछिए इनका अंगरक्षक किस जिले का है 200 300 किमी दूर का ही निकलेगा क्या पुलिस कर्मी राज्य सरकार का दुश्मन है
अनुमंडल की जगह प्रखंड का विकल्प होना चाहिए
अपना अनुमंडल, पत्नी का अनुमंडल,वर्तमान अनुमंडल नहीं मिलेगा।तो क्यों कहा गया था रैंक के अनुसार स्थान मिलेगा
Netaji apse anurodh hai ki jo bhi bihar ke bahar se teacher hai unka bhi apne apne state me apne home district me posting kra dijiye, O bhi bihar ke sub language nahi jante hai berojgar ke chalte bihar me job kr rhe hai
ऐच्छिक ट्रांसफर दो...नहीं तो जहां है वहां रहने दो।
Sabse pahle time par bat honi chahiye 10 se 3 tak hona chahiye
Teacher ki zindgi hi jahnumm कर दिया है ...teacher hona paap hogya है l
इसके बक बक करने से कुछो नही होनेवाला है।
Bahut bahut badhai ho sir
नेता का मतलबे है कभी कुछ , कभी कुछ बोलना यानि मौसमी बयान...!!!!!
तो पुलिस कर्मियों को पूरे राज्य में क्यों पोस्टिंग किया जाता है पुलिस कर्मियों के भी परिवार और बच्चे हैं उनपे ध्यान क्यों नहीं दिया जाता
एकमात्र हल इस समस्या
ऐच्छिक स्थानांतरण ।
Policy achha hai. Education me sudhar aayega 🎉🎉
सबका चेहरा सामने आ गया है, चिंता ना करें
नवल बाबू बहुत समय से आपका प्रलाप सुन रहा हूँ. रूठे हुए हैं और चना के खेत में बैठे हुए हैं.
Bilkul sahi bol rahe hai sr
पकड़ौआ शादी सुना था, आज पकड़ौआ पोस्टिंग भी देख लिया। 😜
Yah transfer posting hai hi nahin sach mein aapane kaha sar yah jahannum bhejne wali baat hai Sarkar ki tanashahi pareshan karna hai