राम शर्मा ने सही कहा भ्रष्ट मुख्य मंत्री को तो जानबूझकर छोड़ कर कौन सा संदेश दिया है माननीय सुप्रीम कोर्ट सीजेआई अपने सुप्रीम कोर्ट के संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता पर तो आपका जोर चलता नही अधिकारियों पर चड्डी गांठने लगे
Perhaps aim to target modiji for minimizing bjp seats so that to stop modification in rules can expect after swearing may be in which forigen influence need to be rectified and action against culprits should be taken
बहुत सही कह रहे हैं आप आपको बहुत बहुत बधाई हो भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों की लिस्ट निकालनी चाहिए जो अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है उसे आजीवन कारावास होना चाहिए भ्रष्ट अधिकारियों का सहयोग करने में सरकार ही लगी होती है सरकार को चाहिए कि जितने अधिकारी भ्रष्टाचार में पकड़े जाएं सब की लिस्ट निकालनी चाहिए पूरी पब्लिक जाने
जितने भी भ्रष्चार होते है सबमें जज शामिल रहते है चाहे वो तहसील लेबल के हो , जिला स्तर के हो, हाईकोर्ट लेबल के हो या सुप्रीम कोर्ट लेबल के । जो आपने कहा इंद्रप्रस्थ के जंगल का सुप्रीम कोर्ट को अपने आप संज्ञान ले लेना था 2साल पहले ही ।
अब, छोटे बड़े सब न्यायमूर्तियों, वकीलों और कोर्ट के ऑफिसरों के लिए विशेष कक्षाओं या शिविरों में भाग लेना अनिवार्य होना चाहिए जिस से राष्ट्रिय सुरक्षा की भावना का शिक्षा प्राप्त हो! न्यायमूर्ति बनने पहले भी शिबिर भाग लेने के पश्चात प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना भी कानून बनना चाहिए! शिबिर नहीं, क्लास नहीं, जॉब भी नहीं!
बरसों पहले हरियाणा में सहकारिता विभाग के तत्कालीन कमिश्नर के आदेश पर हर सहकारी समिति में दो लिस्ट चिपकाईं गईं थीं। पहली में दस अचछे लेन देन करने वालों का नाम था। सबसे ऊपर लिखा था, जिन के ऊपर गर्व है। दूसरी लिस्ट में लिखा था, जिन पर हम शर्मिंदा हैं। इनमें दस बड़े डिफाल्टरों का नाम था। अंत में कमिश्नर साहब भी विदा हो गए और लिस्ट भी। योगी ने भी कुछ ऐसे ही सफेद नकाबपोशों की लिस्ट लगाई थी। कोर्ट ने उनके सम्मान के नाम पर रोक लगा दी।
बात तो आप बिलकुल सही बोल रहे हैं और यह भी सही है कि कोई भी चुपचाप इस भ्रष्टाचार को सहना नहीं चाहता लेकिन कंप्लेन करने वाले को अधिकारी सब मिलजुलकर इतना हाराश कर देते हैं कि दुवारा उनके सामने जाने से अच्छा ही होगा कि चुप बैठ जाए ऐसा सोच कर कोई आखिरी तक लढ नहीं पा रहा है
हजार हजार पन्ने का आरोप पत्र दाखिल करने के बावजूद मक्कार भ्रष्टाचारी बाहर मौज करता रहता है तो केवल नाम देने से क्या फायदा , अधिकारियों के आका का कुछ नहीं होना हां उनके मोहरे नपेंगे।
देश के अंदर अधिकारियों पर सार्वजनिक करते हुए सम्पत्ति ज़ब्त किया जाय। दूसरे नंबर पर डाक्टरों पर प्रताणित करने वाली कार्यवाही करनी चाहिए। देश में नौकरी की समस्या स्वत समाप्त हो जायेगी।
विजय सरदाना जी हमारा मानना है ज़ब तक देश में पुराने कानूनों को नहीं बदला जाएगा तब तक इस देश का कुछ नहीं होगा. हमने तो यह भी सुना है. कि न्याय पैसे देकर मिलता है. खुद सुप्रीम कोर्ट तीस्ता सीतलबाढ़ जैसो के लिए रात को कोर्ट खोल कर जमानत दें देती है. तो प्रभु,,, हमाम में सभी नंगे हैँ. हम माननीय मोदीजी से अनुरोध करते हैँ कि तीसरे टर्म में चार पांच कानून लागू करदे तो देश में क्रांति आजायेगी. 1-पुलिस रिफ़ार्म 2- ज्यूडेसरी रिफ़ार्म 3- IAS लॉवी रिफ़ार्म 4- UCC कानून लागू. 5- बक्फ बोर्ड कानून निरस्त.
जिनके पास क्षमता है प्रधान मंत्री से लेकर एक चपरासी तक टी वी ऐंकर से लेकर यु ट्यूबर तक आय ए एस आय पी एस से लेकरसिपाही तक सब के सब भारत के आम नागरिको को पीडित होते हुये देखने पर इन लोगो कि दिल को बहुत सकुन मिलता है
आज न्यायिक सुधारो की सबसे अधिक आवश्यकता है, हर आए दिन उच्च और निम्न अदालतों के निर्णयों में अंतर, तुरंत बेल और आधी रातों और छुट्टियों का कोर्ट का खुल जाना, यह सब संशय और गुणवत्ता पर प्रश्न खड़े करता है, जजेस का अपनी आय की घोषणा क्यों नही होनी चाहिए? और इस देश में सब कुछ मोदी जी नही करेंगे, आदमी को अपनी स्वयं और समाज की जिम्मेदारी भी लेनी होगी, पीएम के साथ कहना होगा ना खायेंगे न खाने देंगे !!
भ्रष्टाचार को उजागर करने से भी जरूरी काम है कि ईमानदारी को परिभाषित किया जाय। ईमानदारी, सज्जनता, की महिमा का गुणगान किया जाय। प्रभावस्वरूप समाज में ईमानदार सज्जनों की संख्या बढ़ती जाएगी। ईमानदारी का सर्वोत्तम उदाहरण राजा हरिश्चंद्र की कहानी से सीखा जा सकता है। दूसरी कहानी मुंशी प्रेमचंद की कहानी " नमक का दारोगा " से ली जा सकती है। बजाय दिन भर भ्रष्टाचार भ्रष्टाचार रटने के , ईमानदारी को महिमा मंडित करने का काम व्यावहारिक स्तर पर किया जाना चाहिए।
यथा राजा तथा प्रजा, करप्शन जब सत्तासीन लोगों से ही शुरू हो तो कैसे समाप्त होगी, अब न्यायपालिका का ही हाल देख लो यहां की करप्शन कौन समाप्त करेगा यह एक यक्ष प्रश्न है, अधिकारियों और कर्मचारियों पर तो आप करवाई कर सकते हैं लेकिन शीर्ष पर बैठे लोगों को कौन सुधरेगा जो इन लोगों को इनकी करनी की सजा देने का काम करते हैं यदि वही इनको छोड़ देंगे तब क्या होगा ।
Great Analysis India is still in fuedilistic state of mind and corruption is way of Life in India Kejri per sc ki interim Rahat corruption ko Bhadha hai courts are full of human foibles
नेताओ की तो कोई बेइज्जती नहीं होती वो तो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी उतना बड़ा जनता को हीरो । अब समय बदल गया है । जब जनता को भी अपने जैसा बना दिया है तो शर्म और बदनामी कैसी ।
विजय जी आपने सारे भ्रष्ट सिस्टम का सारा दोष मोदी जी पर डाल दिया । मोदी जी तो बहुत कुछ कर रहे हैं । वैसे भी उन्हों ने कहा है कि 4 जून के बाद कठोर फैसले लेने जा रहे हैं। माननीय, 70 साल इंतजार किया है 1-2 साल और कर लेते। सिर्फ वीडियो बनाने के लिए कटाक्ष करना या खुद को निष्पक्ष दिखाने के लिए वीडियो बनाना ठीक बात नहीं है ।
Corruption is organised crime by a system which throws out the honest. It is human greed for more and more in which even private business get involved too. Strict and clearly defined laws /parameters to be set with no leverage given to the authorities for discrition who must sight clause / rules (like IPC dhara) under which decision has been taken in set given time. More discrition more Corruption.
Jailalitako niche Court doshi kia high court barikiya sc convict kia judiciary fixed hota he lalu convict ho kar free me ghum raha he ek cm ghotala kia cia jerman ka dabaome bail diya electoral bond Khatam kar black moneyse election ladhaya sc ka hal bura he
सरदाना जी! आपने बहुत ही गंभीर रूप से यह (भ्रष्टाचार) का मुद्दा उठाया है और जब तक ऐसे ही आवाज़ बुलंद नहीं होती ये कुंभिपाक नायक उजागर कर सरे-आम फांसी पर लटकाये नहीं जायेंगे।
आज की जरूरत के हिसाब से सबसे बेहतर वीडियो,, सर। भ्रष्टाचार पर कार्रवाई जितनी मोदीजी द्वारा की जानी चाहिए थी उसका चौथाई ही हुआ है। वो भी सिर्फ औपचारिकता।
मुझे लगता है की आप की बिलकुल सही हैं, कानुन मे बदलाव करके नाम देणे की इजाजत आम जनता को देणी चाहिए!बचपन मे ही बच्चे की पढाई मे पर्यावरण,जल प्रदूषण,पेड पौधे लगाना इस विषय की प्रॅक्टिकल होनी जरुरी है! एक समजदार नागरिक ही देश को अच्छा पर्यावरण,पाणी बचाव,स्वच्छ जल के दुत बन सकते है!आप ४ जून के बाद माननीय मोदीजी को मिलकर सभी सुझाव हमारे ओरसे दे दिजीये!
भृष्टाचार के खिलाफ यह आपने और कोर्ट ने बहुत सही बात की है कि आदमी को भृष्टाचारी इंसपेक्टर,विभाग और विभाग के अधिकारी कर्मचारी का नाम आर टी आई मे पूछा जाना चाहिये।
True. We need to bring out the truth? The citizens are supreme and not the Government Babus! Or Elected members! Courts or Public Institutions should open a web site, where corrupted individuals may be reported; public opinion will do the rest.
भ्रष्टाचारी का नाम सामने आना जरूरी है. हर डिपार्टमेंट के भ्रष्ट कर्मचारी पे क्या कारवाई हुई,क्या सजा हुवी...ये वेब साईट पे हर रोज update करना चाहिए. ये दो मुद्दे बेमिसाल, लाजवाब है. SC ने इस दो मुद्धोंकी दखल लेनी चाहिए. जनता ने आग्रह करना चाहिए.
भ्रष्टाचार का सीधा और सरल उपाय , आईपीसी एक्ट को और घातक बनाए। भरस्त अधिकारियों को कम से कम २० से ४० साल की सजा और २०० % रिकवरी होनी चाहिए। कमजोर क़ानून से सुप्रीम कोर्ट भी कुछ नहीं कर पाएगा। केस का फ़ैसला एक वर्ष में होना चाहिए।
To achieve my goal I have to do such and such activities...may it be bhrastachar." This is the norm today sardanaji . It is so deep rooted that one or a group cannot uproot it . This is sadachar sikhya that should be incorporated into life from the beginning.
Sardana ji Aap video bahut accha bana lete ho Yeh jo aapne DDA wala kissa aapne sunaya bilkul Sunny me accha lagta hai. Aap bhi sab kuchh MODI JI par daal dete hai Aam aadmi jab tak khud nahi sudharta kabhi corruption jayegi nahi.Sabse pahle political log nahi sudharte. Iske lye Sabse pahle SUPREME COURT ke corrupt JUDGES ki list do Jo BHRUST Kejriwal ko pakar kar bho Bail mil jati hai.Agar SC Saad ho jati hai to hi political log air Officers log theek ho sakenge.mujhe ummeed hai aap bhi issue sehmat honge.
सरडाना सर, गलियों में घूमते-फिरते जब हम छोटे-मोटे सरकारी अधिकारियों, पुलिस वालों , कारपोरेटरों , राजनीतिक नेताओं या विधायकों के घर-मकान देखते हैं तो कुछ अनुमान लगता है कि इनके उपर लक्ष्मी माता कितनी मेहरवान हैं ।🙏
Shri Vijay sardhana ji namaskar poore bharat desh main birashtachar faila hua hain supreme court ko kis kis ko saja denge jabhi maanneay supreme court ne arvind kejriwal jaise maha ghotale baj ko anteram bail de hain to doosre logo ko kiya saja milengi
भ्रष्टाचार तो सभी न्यायालयों में भी है , न्यायाधीश भी जानबूझकर कर ग़लत निर्णय दे देते हैं ! तो क्या “ज्युडिशियरी” में भी भ्रष्टाचार मिटाने के लिये भी कार्य होना चाहिये ,
Thanks Vijay ji issues are genuine needs immediate redressal. Each department has to evolve a complete safety and security management system/SOP is required to be implemented with internal and external periodical audits to monitor functioning of the system. Full organisational structure with designated duties of each individual must be marked in the department manual without any ambiguity.
कुछ बड़े वकील बड़े जजों की जांच जरूरहोनी चाहिए
भृष्टाचारी मुख्यमंत्री को तो छोड़ दिया अब नॉटनकी कर रहा है
राम शर्मा ने सही कहा भ्रष्ट मुख्य मंत्री को तो जानबूझकर छोड़ कर कौन सा संदेश दिया है माननीय सुप्रीम कोर्ट सीजेआई अपने सुप्रीम कोर्ट के संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता पर तो आपका जोर चलता नही अधिकारियों पर चड्डी गांठने लगे
मननिया. कहलाने के लायक नहीं
Perhaps aim to target modiji for minimizing bjp seats so that to stop modification in rules can expect after swearing may be in which forigen influence need to be rectified and action against culprits should be taken
बहुत सही कह रहे हैं आप आपको बहुत बहुत बधाई हो भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों की लिस्ट निकालनी चाहिए जो अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है उसे आजीवन कारावास होना चाहिए भ्रष्ट अधिकारियों का सहयोग करने में सरकार ही लगी होती है सरकार को चाहिए कि जितने अधिकारी भ्रष्टाचार में पकड़े जाएं सब की लिस्ट निकालनी चाहिए पूरी पब्लिक जाने
सबसे पहले जजो की जाँच होनी चाहिए...
यह कार्य यदि सुप्रीम कोर्ट से शुरू हो तो ज्यादा अच्छा है। सबसे पहले सभी जजों को अपनी संपत्ति को सार्वजनिक करना चाहिए।
कौन सी आंख चाहिए भ्रष्टाचारी को देखने के लिए जज साहब कि टेबल से निकल कर अन्तिम छोर तक भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार है
100%
बहुत सही
भ्रष्टाचार मिटाने की शुरुआत न्याय पालिका से जानी चाहिए। संरक्षण के बिना भ्रष्टाचार संभव नहीं है
जितने भी भ्रष्चार होते है सबमें जज शामिल रहते है चाहे वो तहसील लेबल के हो , जिला स्तर के हो, हाईकोर्ट लेबल के हो या सुप्रीम कोर्ट लेबल के । जो आपने कहा इंद्रप्रस्थ के जंगल का सुप्रीम कोर्ट को अपने आप संज्ञान ले लेना था 2साल पहले ही ।
कल गौतम नवलखा को जमानत मिली। आज प्रवीरपुरकायस्थ को जमानत मिली। आम जनता पर भ्रष्टाचार मिटाने की जिम्मेदारी डाल दीजिए।
when judes become corruptive which court public can approach for justice?
जजों को भी अपनी संपत्ति प्रतिवर्ष घोषित करनी चाहिए ।
SK and DD
वह कैसे संभव है जी?😅
अब, छोटे बड़े सब न्यायमूर्तियों, वकीलों और कोर्ट के ऑफिसरों के लिए विशेष कक्षाओं या शिविरों में भाग लेना अनिवार्य होना चाहिए जिस से राष्ट्रिय सुरक्षा की भावना का शिक्षा प्राप्त हो! न्यायमूर्ति बनने पहले भी शिबिर भाग लेने के पश्चात प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना भी कानून बनना चाहिए! शिबिर नहीं, क्लास नहीं, जॉब भी नहीं!
Pariwar sahit
हवाला का खेल है
बरसों पहले हरियाणा में सहकारिता विभाग के तत्कालीन कमिश्नर के आदेश पर हर सहकारी समिति में दो लिस्ट चिपकाईं गईं थीं। पहली में दस अचछे लेन देन करने वालों का नाम था। सबसे ऊपर लिखा था, जिन के ऊपर गर्व है। दूसरी लिस्ट में लिखा था, जिन पर हम शर्मिंदा हैं। इनमें दस बड़े डिफाल्टरों का नाम था। अंत में कमिश्नर साहब भी विदा हो गए और लिस्ट भी। योगी ने भी कुछ ऐसे ही सफेद नकाबपोशों की लिस्ट लगाई थी। कोर्ट ने उनके सम्मान के नाम पर रोक लगा दी।
गुड सवाल सुप्रीम कोर्ट अपने यहाँ के भ्रष्ट जजों के नाम का बताते और विभागों पर दबाव बनाये।
बात तो आप बिलकुल सही बोल रहे हैं और यह भी सही है कि कोई भी चुपचाप इस भ्रष्टाचार को सहना नहीं चाहता लेकिन कंप्लेन करने वाले को अधिकारी सब मिलजुलकर इतना हाराश कर देते हैं कि दुवारा उनके सामने जाने से अच्छा ही होगा कि चुप बैठ जाए ऐसा सोच कर कोई आखिरी तक लढ नहीं पा रहा है
भ्रष्टाचार नेता उनके चमके साठीगाठवाले अधिकारी क्या ऐसे लफंगेकी न्यायदान करनेवालोंकी साठगाठ बनगयी नमांगने कट्टरको कुछ समयके लीये जमानत दे दी.
कुयानीकज्ञश्र
अहारथानकेसदानहोऊमेपुरथानकेसदानहोकजोलोरथानपवटाडिसुथानकोटापुबासकुयामापिनेनाकेसमपिलोहारथानदिलीमादीमीतहहसुण102200649144198@@teentech1949
हजार हजार पन्ने का आरोप पत्र दाखिल करने के बावजूद मक्कार भ्रष्टाचारी बाहर मौज करता रहता है तो केवल नाम देने से क्या फायदा , अधिकारियों के आका का कुछ नहीं होना हां उनके मोहरे नपेंगे।
Idi's fact findings failed due to improper judgemnt of the supreme court!
देश के अंदर अधिकारियों पर सार्वजनिक करते हुए सम्पत्ति ज़ब्त किया जाय। दूसरे नंबर पर डाक्टरों पर प्रताणित करने वाली कार्यवाही करनी चाहिए। देश में नौकरी की समस्या स्वत समाप्त हो जायेगी।
सबसे बड़े भ्रष्टाचारी CM को तो SC ने जेल से बाहर कर दिया और अब भ्रष्ट अधिकारियों के नाम पूछ रहा है।
सबसे बडा भ्रष्ट तो सुप्रीम कोठा है
सुप्रीम कोर्ट अपने को इमानदार साबित करना चाहते हैं।
Eske liye SC HI JIMMEDAR HAI AAKHIR KEJRIWAL KO BAIL KYU DIYA
Indian SC want list of corrupt people so Judges can extract maximum before they let them FREE. HaHaha ...
Suprem c se bhrast jayada koi nhi
विजय सरदाना जी हमारा मानना है ज़ब तक देश में पुराने कानूनों को नहीं बदला जाएगा तब तक इस देश का कुछ नहीं होगा. हमने तो यह भी सुना है. कि न्याय पैसे देकर मिलता है.
खुद सुप्रीम कोर्ट तीस्ता सीतलबाढ़ जैसो के लिए रात को कोर्ट खोल कर जमानत दें देती है. तो प्रभु,,, हमाम में सभी नंगे हैँ.
हम माननीय मोदीजी से अनुरोध करते हैँ कि तीसरे टर्म में चार पांच कानून लागू करदे तो देश में क्रांति आजायेगी.
1-पुलिस रिफ़ार्म
2- ज्यूडेसरी रिफ़ार्म
3- IAS लॉवी रिफ़ार्म
4- UCC कानून लागू.
5- बक्फ बोर्ड कानून निरस्त.
बहोत सही कहा , सभी को इससे सहमत होना चाहिये.
क़ानून से क्या होगा ???? जब दशकों तक निर्णय ही नहीं होगा तो क़ानून क्या कर लेगा !!! वैसे भी क़ानून सब के लिये अलग अलग होता है 😂😂😂😂
सुप्रीम कोर्ट भ्रष्टाचारियों को कैसे बचती है केजरी उसका जीता जागता उदाहरण है।
सुप्रीम कोर्ट के जजों ने अरविंद केजरीवाल को जमानत दे कर यह साबित कर दिया कि वे सबसे बड़े भ्रष्टाचार/भ्रष्टाचारियों/अपराधियों को संरक्षणक है।
जब तक सर पर नेता का हाथ ना हो। अधिकारियों की हिम्मत नहीं होती भ्रष्टाचार करने की।
सुप्रीम कोर्ट ये क्यों नही कहता की भ्रष्टाचार के विरुद्ध काम करने वाले अधिकारियों को फसाने का साजिश जल्दी रचो, जजों से बाड़ा भ्रष्ट कौन हो सकता है,
@@sarwanyadav5597 super
अधिकारियों को भ्रष्ट नेताओ ने बनाया, कोर्ट उनको बचाति हे.
100%
Court kya free me bachati hai
Wonderful Suggestions :
I hope that masses are enlightened with the provision of RTI ACT & be courageous to expose the corrupt officials!
क्या न्यायालयों में भ्रष्टाचार नहीं है ? काॅलेजियम अपने आप में एक भ्रष्टाचार का सिस्टम है !!!
न्यायालय के संरक्षण की वजह से भ्रस्टाचार बढ रहा है।केजरीवाल जी को दिया गया अंतरिम जमानत न्यायिक संरक्षण का उदाहरण है।
मेरे ख्याल से सुप्रीम कोर्ट को पहले भ्रष्टाचारी जजों के नाम बता करके भ्रष्ट अधिकारियों का नाम पूछना चाहिए
सही पकडे ❤
I came to comment this only! First supreme courts corrupt judges need to be called out! 😠
True
ठीक पकड़े हैं
Merit bhi yahi opinion hai. Judges khud bhrastachari hai.
देश में भणट गतम है तै देश सूधार याय गा एकदम टिक हे धन्यवाद
जिनके पास क्षमता है प्रधान मंत्री से लेकर एक चपरासी तक टी वी ऐंकर से लेकर यु ट्यूबर तक आय ए एस आय पी एस से लेकरसिपाही तक सब के सब भारत के आम नागरिको को पीडित होते हुये देखने पर इन लोगो कि दिल को बहुत सकुन मिलता है
बिलकुल सही बात
एक साधारण नागरिक इन नीचे के अधिकारियों के कारण परेशान होता है। एक अति उच्च अधिकारी का वास्ता सब से नहीं पड़ता
This is the right way to eradicate corruption you are great God bless you
भ्रष्ट लोगों को बचाने कवरअप करने में कोर्ट भी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती ।
कुछ मत बोलो
मिया लाड कार्रवाई कर देंगे
भ्रष्टाचार की लड़ाई शुरू करना चाहिए सरकार को महत्व पूर्ण कर ना चाहिऐ
शुरू करे सुप्रीम कोर्ट से
आज न्यायिक सुधारो की सबसे अधिक आवश्यकता है, हर आए दिन उच्च और निम्न अदालतों के निर्णयों में अंतर, तुरंत बेल और आधी रातों और छुट्टियों का कोर्ट का खुल जाना, यह सब संशय और गुणवत्ता पर प्रश्न खड़े करता है, जजेस का अपनी आय की घोषणा क्यों नही होनी चाहिए?
और इस देश में सब कुछ मोदी जी नही करेंगे, आदमी को अपनी स्वयं और समाज की जिम्मेदारी भी लेनी होगी, पीएम के साथ कहना होगा ना खायेंगे न खाने देंगे !!
जिससे जितने और भ्रस्ट नेता हों उनको भी जमानत दे दे मोदी को गालियां देने के लिए
भ्रष्टाचार को उजागर करने से भी जरूरी काम है कि ईमानदारी को परिभाषित किया जाय। ईमानदारी, सज्जनता, की महिमा का गुणगान किया जाय। प्रभावस्वरूप समाज में ईमानदार सज्जनों की संख्या बढ़ती जाएगी। ईमानदारी का सर्वोत्तम उदाहरण राजा हरिश्चंद्र की कहानी से सीखा जा सकता है। दूसरी कहानी मुंशी प्रेमचंद की कहानी " नमक का दारोगा " से ली जा सकती है। बजाय दिन भर भ्रष्टाचार भ्रष्टाचार रटने के , ईमानदारी को महिमा मंडित करने का काम व्यावहारिक स्तर पर किया जाना चाहिए।
EXCELLENT DECISIONS AND ORDER OF SUPREME COURT AND JUDICIARY.
THIS SHOULD BE DONE WITH PHOTOS OF THE CORRUPT.
यथा राजा तथा प्रजा, करप्शन जब सत्तासीन लोगों से ही शुरू हो तो कैसे समाप्त होगी, अब न्यायपालिका का ही हाल देख लो यहां की करप्शन कौन समाप्त करेगा यह एक यक्ष प्रश्न है, अधिकारियों और कर्मचारियों पर तो आप करवाई कर सकते हैं लेकिन शीर्ष पर बैठे लोगों को कौन सुधरेगा जो इन लोगों को इनकी करनी की सजा देने का काम करते हैं यदि वही इनको छोड़ देंगे तब क्या होगा ।
Sardana Sahab you are absolutely right. We are with you in this corruption
जिस प्रदेश का मुखिया जमानत पर हो अराजकता फैलाऩे पर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता हो,उस प्रदेश में राम राज कोई होगा।
Great Analysis India is still in fuedilistic state of mind and corruption is way of Life in India Kejri per sc ki interim Rahat corruption ko Bhadha hai courts are full of human foibles
नेताओ की तो कोई बेइज्जती नहीं होती वो तो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी उतना बड़ा जनता को हीरो । अब समय बदल गया है । जब जनता को भी अपने जैसा बना दिया है तो शर्म और बदनामी कैसी ।
Shri Vijay Sardana ji pranam bahut bahut dhanyawad
सुप्रीम कोर्ट में होने वाले भ्रष्टाचार को कौन रोकेगा ?
मेरा भारत महान
भ्रष्ट अधिकारीयो के नाम की बजाय ईमानदार अधिकारियों के नाम पछे। सरलता रहेगी।
विजय जी आपने सारे भ्रष्ट सिस्टम का सारा दोष मोदी जी पर डाल दिया । मोदी जी तो बहुत कुछ कर रहे हैं । वैसे भी उन्हों ने कहा है कि 4 जून के बाद कठोर फैसले लेने जा रहे हैं। माननीय, 70 साल इंतजार किया है 1-2 साल और कर लेते।
सिर्फ वीडियो बनाने के लिए कटाक्ष करना या खुद को निष्पक्ष दिखाने के लिए वीडियो बनाना ठीक बात नहीं है ।
SK and DD
मोदी जी 10 साल से क्या कर रहे थे ? सिवाय विपक्षी नेताओं के पीछे ED, CBI, Income Tax team लगाने के अलावा और क्या किया है ?
Hope he will disclose names of corrupt officers and inspectors.
Corruption is organised crime by a system which throws out the honest. It is human greed for more and more in which even private business get involved too. Strict and clearly defined laws /parameters to be set with no leverage given to the authorities for discrition who must sight clause / rules (like IPC dhara) under which decision has been taken in set given time. More discrition more Corruption.
Govt. Service ke liye kyu mara mari hai sochne wali baat hai
I agree with you that "Name & shame" should be done. This is one of the most powerful tools to stop the corruption
ताकि सेटिंग का जुगाड़ हो सके बेल के लिये
Jailalitako niche Court doshi kia high court barikiya sc convict kia judiciary fixed hota he lalu convict ho kar free me ghum raha he ek cm ghotala kia cia jerman ka dabaome bail diya electoral bond
Khatam kar black moneyse election ladhaya sc ka hal bura he
इसकी शुरूआत सुप्रीम कोर्ट से होनी चाहिए। सभी जजों को प्रतिवर्ष अपनी संपत्ति सार्वजनिक करनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट भ्रष्ट जजों के नाम कब पूछेगा
सरदाना जी!
आपने बहुत ही गंभीर रूप से यह (भ्रष्टाचार) का मुद्दा उठाया है और जब तक ऐसे ही आवाज़ बुलंद नहीं होती ये कुंभिपाक नायक उजागर कर सरे-आम फांसी पर लटकाये नहीं जायेंगे।
आज की जरूरत के हिसाब से सबसे बेहतर वीडियो,, सर। भ्रष्टाचार पर कार्रवाई जितनी मोदीजी द्वारा की जानी चाहिए थी उसका चौथाई ही हुआ है। वो भी सिर्फ औपचारिकता।
आपका भ्रष्टाचार पर विश्लेषण बिलकुल सटीक है । हम सबको इसके लिए अपने स्तर पर निर्भीक प्रयास करने होंगे ।
मुझे लगता है की आप की बिलकुल सही हैं, कानुन मे बदलाव करके नाम देणे की इजाजत आम जनता को देणी चाहिए!बचपन मे ही बच्चे की पढाई मे पर्यावरण,जल प्रदूषण,पेड पौधे लगाना इस विषय की प्रॅक्टिकल होनी जरुरी है! एक समजदार नागरिक ही देश को अच्छा पर्यावरण,पाणी बचाव,स्वच्छ जल के दुत बन सकते है!आप ४ जून के बाद माननीय मोदीजी को मिलकर सभी सुझाव हमारे ओरसे दे दिजीये!
खयाल अच्छा है, लोगों का ध्यान भटकाने के लिए।
उत्पीड़न के डर से लोग सामने आने से भयभीत होते है।गुप्तचर व्यवस्था सुदृढ़ कर सरकार कार्यवाही करेगी तभी जनसहयोग प्राप्त होगा।
Yah video bahut achcha banaya ha bhrashtachar ka naam batana bahut jaruri hai.
Welcome for these changes. It could change the corrupt officers and make the subjects comfortablr and happy. Let us wait.
Sir बहुत अच्छा सुझाव है आप को नमन ।
Absolutely we should do this, this is one way to fix the problem.
Very useful and informative vidio by Mr Sardana.
भृष्टाचार के खिलाफ यह आपने और कोर्ट ने बहुत सही बात की है कि आदमी को भृष्टाचारी इंसपेक्टर,विभाग और विभाग के अधिकारी कर्मचारी का नाम आर टी आई मे पूछा जाना चाहिये।
Yes sir agreed . Name of corrupt officials should be make public.
This very important to expose.
True. We need to bring out the truth?
The citizens are supreme and not the Government Babus!
Or Elected members!
Courts or Public Institutions should open a web site, where corrupted individuals may be reported; public opinion will do the rest.
Very very nice information/guidance
भ्रष्टाचारी का नाम सामने आना जरूरी है.
हर डिपार्टमेंट के भ्रष्ट कर्मचारी पे क्या कारवाई हुई,क्या सजा हुवी...ये वेब साईट पे हर रोज update करना चाहिए.
ये दो मुद्दे बेमिसाल, लाजवाब है.
SC ने इस दो मुद्धोंकी दखल लेनी चाहिए. जनता ने आग्रह करना चाहिए.
You are raising very relevant and important points. Thanks for this.
Shree man ji one man can not stop this. This fight should be for all public of india.
Before such orders the Supreme court needs to introspect itself.
देश के सभी कलेक्टरों आई ए ऐस और आई पी एस की जांच करनी चाहिए।
भ्रष्टाचार की गंगा उनके घर तक पहुंचती है
My big salute to you for spreading awareness among people to fight against corruption in proper way
बहुत बढ़िया विश्लेषण, समाज को चेतावनी
Corruption in food items should be treated a serious crime, LAWS should be made as in Singapore & America
Very nice analysis Vijay ji Jai Hind, SC bhi Kejriwal ko bail dekar kanoon ke bahar kaam karna bhi band hona chahiye.
Names of corrupt officials should be published in every newspaper in the country!!
बहुत ही सुंदर विषय पर आपके विचार सराहनीय हैं।
भ्रष्टाचार का सीधा और सरल उपाय , आईपीसी एक्ट को और घातक बनाए। भरस्त अधिकारियों को कम से कम २० से ४० साल की सजा और २०० % रिकवरी होनी चाहिए। कमजोर क़ानून से सुप्रीम कोर्ट भी कुछ नहीं कर पाएगा। केस का फ़ैसला एक वर्ष में होना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट को भ्रष्टाचार की जा॔च अपने साथी न्यायाधीशों के अभी दिये जा रहे न्याय से करना चाहिए
CJI should also name the corrupt judges and court staff.
भ्रष्टाचारियों का संरक्षण न्यायपालिका को छोड़ना होगा।
Sri Gulab Prasad ji. I am agree with you. Jai shree Radhe.
To achieve my goal I have to do such and such activities...may it be bhrastachar." This is the norm today sardanaji . It is so deep rooted that one or a group cannot uproot it . This is sadachar sikhya that should be incorporated into life from the beginning.
Very good information and message for all Indian
Accurate presentation given by you sir which is absolutely true guidelines..
👌👌👌👍👍👍🙏
Sardana ji
Aap video bahut accha bana lete ho
Yeh jo aapne DDA wala kissa aapne sunaya bilkul Sunny me accha lagta hai. Aap bhi sab kuchh MODI JI par daal dete hai Aam aadmi jab tak khud nahi sudharta kabhi corruption jayegi nahi.Sabse pahle political log nahi sudharte. Iske lye Sabse pahle SUPREME COURT ke
corrupt JUDGES ki list do Jo BHRUST Kejriwal ko pakar kar bho Bail mil jati hai.Agar SC Saad ho jati hai to hi political log air Officers log theek ho sakenge.mujhe ummeed hai aap bhi issue sehmat honge.
कौन भ्रष्ट अधिकारी है, नाम सामने आना चाहिए, शानदार प्रस्तुति बधाई शुभ कामनाएं
सरडाना सर, गलियों में घूमते-फिरते जब हम छोटे-मोटे सरकारी अधिकारियों, पुलिस वालों , कारपोरेटरों , राजनीतिक नेताओं या विधायकों के घर-मकान देखते हैं तो कुछ अनुमान लगता है कि इनके उपर लक्ष्मी माता कितनी मेहरवान हैं ।🙏
U r absolutely right.....the names of the staff and politicians are required.....
Very nice information n News analysis. Very well said.
Sardana ji namaskar, regarding corruption cycle in India the four pillars of democracy is responsible for this
You are ✅! The only way is united efforts. We will join in this potential approach
KASH!AISA HI SAWAL KEJARIWAL SE KIYA HOTA,KYONKI AAP ME JO BHI BHRASHTACHAR HAI USKA MAIN JIMMEDAR KEJARIWAL HAI
सबसे पहले उच्चतम न्यायालय के भ्रष्ट जजों का नाम उजागर होना चाहिए। जब तक वहाँ न्याय बिकता रहेगा ,तब तक भ्रष्टाचार का बाल बांका होना असंभव है।
न्यायपालिका के भ्रष्ट न्यायधीशों के नाम सुप्रीम कोर्ट कब बताएगा और न्यायपालिका अवमानना कानून को कब हटाएगी।
Shri Vijay sardhana ji namaskar poore bharat desh main birashtachar faila hua hain supreme court ko kis kis ko saja denge jabhi maanneay supreme court ne arvind kejriwal jaise maha ghotale baj ko anteram bail de hain to doosre logo ko kiya saja milengi
यह भी सत्य है कि अधिकांशत: प्रभावशाली राजनेताओं द्वारा संरक्षित हैं!
Aap ki baat se samat hu, Modi ji kuch thos kadam utha he hoga 👍💯👌
भ्रष्टाचार तो सभी न्यायालयों में भी है , न्यायाधीश भी जानबूझकर कर ग़लत निर्णय दे देते हैं ! तो क्या “ज्युडिशियरी” में भी भ्रष्टाचार मिटाने के लिये भी कार्य होना चाहिये ,
Thanks Vijay ji issues are genuine needs immediate redressal. Each department has to evolve a complete safety and security management system/SOP is required to be implemented with internal and external periodical audits to monitor functioning of the system. Full organisational structure with designated duties of each individual must be marked in the department manual without any ambiguity.