राधास्वामी की जन्मकुंडली | Radhasoami Exposed | SATLOK ASHRAM

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  • Опубліковано 20 сер 2024
  • राधास्वामी की जन्मकुंडली | Radhasoami Exposed | SATLOK ASHRAM
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КОМЕНТАРІ • 2,4 тис.

  • @SatlokAshramNewsChannel
    @SatlokAshramNewsChannel  26 днів тому +19

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    • @VishambharDayal-q7c
      @VishambharDayal-q7c 5 днів тому +3

      क्यों झूठ बोल रही है संत रामपाल तो संत है ही नहीं वह ढोंगी लग रहा है अपने को संत जो हाथ दे दे करके हल्ला मचा मचा करके अपने को संत सतगुरु कहते हैं असल में वही सच्चे ढोंगी होते हैं

  • @nimbaram5652
    @nimbaram5652 28 днів тому +13

    आज कलियुग में भक्त समाज के सामने पूर्ण गुरु की पहचान करना सबसे जटिल प्रश्न बना हुआ है। लेकिन इसका बहुत ही लघु और साधारण-सा उत्तर है कि जो गुरु शास्त्रो के अनुसार भक्ति करता है और अपने अनुयाईयों अर्थात शिष्यों द्वारा करवाता है वही पूर्ण संत है।

  • @MangeRamSaini-l3k
    @MangeRamSaini-l3k 28 днів тому +37

    सत्य जानकारी दी गईं है। यही जानकारी मैने स्वयं राधास्वामी पंथ की पुस्तक में पढ़ी है।
    सच्चाई बताना आलोचना नहीं होता, बल्कि इस सच्चाई को देखकर हम अपना अनमोल मानव जीवन गलत साधना करके बचा सकते हैं।

    • @UmaDasi-ts3jy
      @UmaDasi-ts3jy 28 днів тому +1

      क्या श्री कृष्ण से अन्य कोई परमेश्वर है?
      गीता जी अध्याय 15 श्लोक 17 में है कि अविनाशी व सबका धारण-पोषण करने वाला व पुरूषोत्तम परमात्मा तो गीता ज्ञान देने वाले से अन्य ही बताया है।
      हिन्दू समाज गीता को शिरोधार्य मानता है। और गीता ज्ञान दाता स्वयं स्वीकार करता है कि उस एक परमेश्वर की शरण में जाओ।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

    • @realfun941
      @realfun941 19 днів тому +1

      Radha Swami Trust k Jo Sanchalak Hain, Abhi Tak Kisi Bhi Devi Devta , Dharm , Anya Kisi Guru ki Alochona Ya Unke Manne Walo ko Dukh ho Aisi Koi Bat Nahi Ki Hai , Sab Kuchh
      Us Malik K Hukum Se Chal Raha Hain ,To O Apne Hi Hukim ki Alochana Kyo Karega , Jo Jiski Marji Se Nahi Chalta O
      Hi To Alochana Karte Hain. Jiski Marji na Chal Sake O Kahe ka Purn Parmatma Ya Guru Huva, Malik ne Sabko Vivek Takat Di Us Vivek Ka istemal Kare.
      Radha Swami Ji ❤

    • @rajeshprasadsharma6656
      @rajeshprasadsharma6656 18 днів тому

      कौन सी पुस्तक मे आपने पढी की वे हठ योग करते थे जानकारी न हौ तो कृपया Comment मत किया करे

  • @MATHS_CLASS-10TH
    @MATHS_CLASS-10TH 28 днів тому +14

    यह डिबेट बिलकुल सही है ऐसी ही डिबेट और होनी चाहिए। इस डिबेट से सही और गलत का पता चलता है।

    • @SurendraDhankar
      @SurendraDhankar 27 днів тому +1

      #हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart48 के आगे पढिए.....)
      📖📖📖
      #हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणpart49
      शिव लिंग पूजा :- जो अपने धर्मगुरूओं द्वारा बताई गई धार्मिक साधना कर रहे हैं, वे पूर्ण रूप से संतुष्ट हैं कि यह साधना सही है। इसलिए वे अंधविश्वास (Blind Faith) किए हुए हैं।
      इस शिव लिंग पर प्रकाश डालते हुए मुझे अत्यंत दुःख व शर्म का एहसास हो रहा है। परंतु अंधविश्वास को समाप्त करने के लिए प्रकाश डालना अनिवार्य तथा मजबूरी है। शिव लिंग (शिव जी की पेशाब इन्द्री) के चित्र में देखने से स्पष्ट होता है कि शिव का लिंग (Private Part) स्त्री की लिंगी (पेशाब इन्द्री यानि योनि) में प्रविष्ट है। इसकी पूजा हिन्दू श्रद्धालु कर रहे हैं।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @user-nx3lx3pr8z
    @user-nx3lx3pr8z 28 днів тому +30

    ये संसार समझदा नहीं कहदा, श्याम दूपहरेनू।
    गरीबदास ये वकत जात है, रोवोगे ईस पहरेनू🌹

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @gopalbhaigopalbhaigodha-lj9wh
    @gopalbhaigopalbhaigodha-lj9wh 28 днів тому +14

    गरीब, सेवक होकर उतरे, इस पृथ्वी के माही ।
    जीव उधारण जगत गुरु, बार बार बलि जाहि ।।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      ua-cam.com/video/SAxzDG5Hv2I/v-deo.htmlsi=znvaLYBo04vFOy8Qजब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @poonamsahu9808
    @poonamsahu9808 27 днів тому +2

    बहुत ही अच्छा डिबेट चल रहा है इस डिबेट के माध्यम से पूरी दुनिया को पता चलेगा कि सच्चाकौन है हर सच्चा गण किसके पास है

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @PramodKumar-qx2kg
    @PramodKumar-qx2kg 27 днів тому +3

    साचा शब्द कबीर का सुनते लागे आग ।
    अग्यानी तो जल मरै ग्यानी जावै जाग

  • @SavitaSaini-vx2ny
    @SavitaSaini-vx2ny 28 днів тому +26

    जब तलक सच्चे गुरु यानी सतगुरु की भक्ति नहीं मिलती तब तक गुरु बदलते रहना चाहिए

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      ua-cam.com/video/9vyFxpXb-s8/v-deo.htmlsi=4Qto2H9rKOaf64agजब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

    • @realfun941
      @realfun941 19 днів тому

      Radha Swami Trust k Jo Sanchalak Hain, Abhi Tak Kisi Bhi Devi Devta , Dharm , Anya Kisi Guru ki Alochona Ya Unke Manne Walo ko Dukh ho Aisi Koi Bat Nahi Ki Hai , Sab Kuchh
      Us Malik K Hukum Se Chal Raha Hain ,To O Apne Hi Hukim ki Alochana Kyo Karega , Jo Jiski Marji Se Nahi Chalta O
      Hi To Alochana Karte Hain. Jiski Marji na Chal Sake O Kahe ka Purn Parmatma Ya Guru Huva, Malik ne Sabko Vivek Takat Di Us Vivek Ka istemal Kare.
      Radha Swami Ji ❤

  • @SubhashVerma_
    @SubhashVerma_ 28 днів тому +14

    तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @RajuChandel-si2wf
    @RajuChandel-si2wf 28 днів тому +4

    राधा स्वामी संत के प्रवर्तक स्वामी शिवदयालसिंह जी भूत बनकर बुक्की में बोलते हैं जो उनकी की शिष्य है राधास्वामी के पास शास्त्रों से प्रमाणित भक्ति नहीं है अगर शास्त्रों से प्रमाणित भक्ति होती तो वह भूत क्यों बनते शास्त्रों से प्रभावित भक्ति केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास ही है और विश्व में किसी के पास भी नहीं है

    • @anurodhbhatnagar235
      @anurodhbhatnagar235 20 днів тому +1

      @@RajuChandel-si2wf Radhaswami mat ke pass shastron se pramanik bhakti hai. Guru Nanak Dev ji bhi sansaar se jaane ke baad Guru Angad Saheb ko darshan detey aur hukm detey they,us hukm ke anusar Angad Saheb kaam kartey they. Sant is sansaar se jaane ke baad apne gehre shishya ko darshan detey hain aur hukm detey hain. Isse sansaar mein moksh ka kaam kartey hain. Radhaswami mat ke Guru Shivdayal Singh ji Maharaj ne bhi yehi kiya. Sab sahi hai.

    • @realfun941
      @realfun941 19 днів тому

      Radha Swami Trust k Jo Sanchalak Hain, Abhi Tak Kisi Bhi Devi Devta , Dharm , Anya Kisi Guru ki Alochona Ya Unke Manne Walo ko Dukh ho Aisi Koi Bat Nahi Ki Hai , Sab Kuchh
      Us Malik K Hukum Se Chal Raha Hain ,To O Apne Hi Hukim ki Alochana Kyo Karega , Jo Jiski Marji Se Nahi Chalta O
      Hi To Alochana Karte Hain. Jiski Marji na Chal Sake O Kahe ka Purn Parmatma Ya Guru Huva, Malik ne Sabko Vivek Takat Di Us Vivek Ka istemal Kare.
      Radha Swami Ji ❤

    • @Ajaychauhan-js7db
      @Ajaychauhan-js7db 6 днів тому

      @@RajuChandel-si2wf क्या सोच है, कई महात्मा बंदी हैं वो भी अपनी-अपनी संगत मैं भूत बन सत्संग दे रहे है उनका फोटो ही सत्संग दे रहा है

  • @user-dr5bl9rc9p
    @user-dr5bl9rc9p 28 днів тому +11

    सतगुरु मोहे भावै, जो नैनन अलख लखावै।। बोलत ढिगे ना बोलत बिसरे, सत उपदेश दृढ़ावै।।
    आंख ना मूंदै कान ना रूदै ना अनहद उरझावै। प्राण पूंज क्रियाओं से न्यारा, सहज समाधि बतावे।।

  • @user-tu7xw9sl2e
    @user-tu7xw9sl2e 28 днів тому +10

    पूर्ण गुरु द्वारा दिये गए सच्चे मंत्रों द्वारा ही मोक्ष संभव है। संत रामपाल जी महाराज जी ही सच्चे मंत्र देते हैं जिससे सर्व कष्ट, सर्व रोग दूर होकर सनातन परम धाम जहां परम शांति है व मोक्ष प्राप्ति होती है।

  • @ageshwarisahu4165
    @ageshwarisahu4165 28 днів тому +14

    राधास्वामी पंथ निगुरा पंथ है।ये शास्त्र विरूद्ध साधना बताता है। कबीर परमेश्वर ने अपनी अमृत वाणी में कहा है -गुरू बिन माला फेरते, गुरु बिन देते दान।
    गुरु बिन बिन दोनो निष्फल है, चाहे पुछो वेद, पुराण।।

    • @ishwaripatel9418
      @ishwaripatel9418 28 днів тому

      राधा स्वामी पंचमी गुड़ा पथ है यह शास्त्र विरुद्ध साधना बताता है कबीर परमेश्वर ने अपनी अमृतवाणी में कहा है गुरु बिन माला फेरती गुरु बिन देते दान गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछोवेद पुराण और अधिक जानकारी के लिए देखिए साधना चैनल पर शाम 7:30 से 8:30 तक

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

    • @anurodhbhatnagar235
      @anurodhbhatnagar235 20 днів тому

      @@ageshwarisahu4165 Radhaswami mat mein Shivdayal ji ke parivaar ke Guru Sant Tulsi Saheb Hathras wale they. Unka satsang aur seva veh kartey they. Is prakar unhone bhi gurubhakti kari hai. Radhaswami panth ki sadhna shastra viruddh nahin hai.

  • @leenakumbhkar
    @leenakumbhkar 28 днів тому +43

    जो सच्चे गुरु होते हैं वो नशा नही करते पर ये तो हुक्का पिया करते थे इनकी जीवनी मे ही लिखा है

    • @hasumatimistry9025
      @hasumatimistry9025 28 днів тому +1

      पूर्ण गुरु द्वारा दिये गए सच्चे मंत्रों द्वारा ही मोक्ष संभव है। संत रामपाल जी महाराज जी ही सच्चे मंत्र देते हैं जिससे सर्व कष्ट, सर्व रोग दूर होकर सनातन परम धाम जहां परम शांति है व मोक्ष प्राप्ति होती है।

    • @KuldeepYadav-yl1ki
      @KuldeepYadav-yl1ki 27 днів тому +2

      कबीर,एक साधे सब सधे,सब साधे सब जाव ।
      माली सिंचे मूल को,फलै फूलों अघाया।।Sant Rampal Ji Maharaj Ji शास्त्रों के अनुसार भक्ति बता रहे हैं

    • @amolwalia7054
      @amolwalia7054 27 днів тому +1

      @@leenakumbhkar Soami Ji hukka nhi pite the aur agar pite bhi the vo hukka nashe wala nhi hota tha
      Hatyaare rampal ki sangat sambhal jao

    • @amolwalia7054
      @amolwalia7054 27 днів тому +1

      @@KuldeepYadav-yl1ki acha fir rampal jail kyu gya usse hatyara baba kyu kehte hain

    • @amolwalia7054
      @amolwalia7054 27 днів тому

      @@hasumatimistry9025 narak bhi nhi milega tujhe

  • @chandramkumar1454
    @chandramkumar1454 28 днів тому +21

    कबीर, जान बूझ साच्ची तजैं, करै झूठ से नेह।
    ताकि संगत हे प्रभु, स्वपन में भी ना देय।।
    ~ जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज

  • @PapuRamGrasiya-qz6jb
    @PapuRamGrasiya-qz6jb 28 днів тому +19

    जो सच्चे गुरु होते हैं वह नशा नहीं करते पर यह तो काव्य करते हैं उनकी जीवनी में लिखा है

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @anitavishwkarma
    @anitavishwkarma 28 днів тому +7

    जब तक सच्चे गुरु (सतगुरू) की प्राप्ति नहीं होती है तब तक गुरु बदलते रहना चाहिए।
    जब तक गुरु मिले ना सांचा। तब तक करो गुरु दस पांचा।।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @gopalparmar3371
    @gopalparmar3371 28 днів тому +9

    अवधु अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया।
    ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया।
    काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।।
    कबीर परमेश्वर का जन्म माता के गर्भ से नहीं हुआ था, वे एकमात्र सर्वशक्तिमान व अविनाशी परमेश्वर हैं।

  • @nagendrasahu7068
    @nagendrasahu7068 28 днів тому +9

    शिवदयाल का कोई गुरु नहीं था तो सोचों जीव का कल्याण कैसे होगा
    राम कृष्ण से कौन बड़ा तिन्नो ने गुरु किनं।
    तीन लोक के वे धनी गुरु आगे आधिन।।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिये उनके मूल मंत्र का जाप करना अनिवार्य होता है जिसकी जानकारी इस धरती पर पूर्ण संत प्रदान करता है। पूर्ण संत यानी तत्वदर्शी संत जो भक्ति विधि और मर्यादाएं बताता है उन पर चलने और भक्ति करने से दुर्गा माता एवं अन्य देवी देवताओं तथा ब्रह्मा, विष्णु, महेश को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।

    • @anurodhbhatnagar235
      @anurodhbhatnagar235 20 днів тому

      @@nagendrasahu7068 Shivdayal ji ke parivaar ke Guru Sant Tulsi Saheb Hathras wale they. Unka satsang aur seva veh kartey they. Unhone bhi gurubhakti kari hai.

  • @SantmatParkash-Offical
    @SantmatParkash-Offical 10 місяців тому +36

    अरे बहन क्यु निंदा कर रहे हों,,,, आपको राधा स्वामी पंथ की पूरी जानकारी नहीं है.......... जाओ details में जाकर पढ़ो

    • @rajeshbusri2089
      @rajeshbusri2089 3 місяці тому

      Sohit achrya iit ex guru ka vichar sun lena ek baar dhnybaad
      Satsang m sirf bhle bhole logo ko lalach de k Fassa jata hai teda aadmi nahi fasta

    • @rajeshbusri2089
      @rajeshbusri2089 3 місяці тому

      Acha ek baat btao jb mout us malik k hath mai hai toh aapka baba gun booncer kyo le k chlta. Dusra esme bhai bhtija mama bhanja potra hi kyo. Dusra kyo nahi ab tk toh vans vaad . Chal raha kya enke pariwar n hi malik ko paya hua hai

    • @Dayma_Rohit011
      @Dayma_Rohit011 3 місяці тому

      क्या ये सही बात है कोई बतायेगा
      ये कैसे मान ले

    • @dharmaraika-fz2xe
      @dharmaraika-fz2xe 3 місяці тому

      MaN ge chore😂😂

    • @krishanmohanpatel1441
      @krishanmohanpatel1441 2 місяці тому

      Yah Bhang Sant Ramdas Baba ki Cheli hongi

  • @GumanaRamOsian
    @GumanaRamOsian 28 днів тому +6

    वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज जी एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं जो शास्त्रोक्त भक्ति बता रहे हैं जिससे साधक का मोक्ष संभव है।"
    "कबीर साहेब कहते हैं:
    कबीर, गुरु बिन माला फेरते, गुरु बिन देते दान।
    गुरु बिन दोनों निष्फल हैं, पूछो वेद पुराण।।

    • @garima_Mahant
      @garima_Mahant 27 днів тому

      गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मंड का एक रति नहीं भार। सतगुरू पुरूष कबीर हैं कुल के सृजनहार।।
      #SantRampalJiMaharaj

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      @@GumanaRamOsian जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @nilimakachhwaha778
    @nilimakachhwaha778 27 днів тому +1

    सत गुरु शरण आने से, आई तले बलाय |
    जे मस्तक में सुली होए ,बा काटे में टाल जाए||

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @ipsmotivationalspeechanjal7030
    @ipsmotivationalspeechanjal7030 28 днів тому +8

    वेद पढ़े पर भेद न जाने, बांचे पुरान अठ्ठारह।
    पत्थर की पूजा करें, भूल गये सृजनहारा।।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @manoharparmar3718
    @manoharparmar3718 28 днів тому +6

    *आज कलियुग में भक्त समाज के सामने पूर्ण गुरु की पहचान करना सबसे जटिल प्रश्न बना हुआ है। लेकिन इसका बहुत ही लघु और साधारण-सा उत्तर है कि जो गुरु शास्त्रो के अनुसार भक्ति करता है और अपने अनुयाईयों अर्थात शिष्यों द्वारा करवाता है वही पूर्ण संत है।
    Sant Rampal Ji Maharaj

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @user-fg2yx8me7e
    @user-fg2yx8me7e 28 днів тому +3

    राधास्वामी पंथ में जो मंत्र दिए जाते हैं उन मंत्रों से मुक्ति कभी नहीं हो सकता क्योंकि यह शास्त्रों के विरुद्ध है

  • @anuradhapal2206
    @anuradhapal2206 27 днів тому

    इस तरह की आध्यात्मिक डिबेट होती रहनी चाहिए ताकि समाज अपना निर्णय स्वयं ले सके, बड़े-बड़े टीवी न्यूज चैनलों को भी इस तरह की डिबेट आयोजित करनी चाहिए जिससे मानव समाज को सही दिशा मिल सके क्योंकि आज के समय में सिर्फ राजनैतिक डिबेट्स ही होती है इस अद्वितीय ज्ञान चर्चा के लिए SA न्यूज का बहुत बहुत धन्यवाद।🙏🏻🙏🏻

  • @SumanSuman-em1gx
    @SumanSuman-em1gx 28 днів тому +21

    श्री कृष्ण जी काल नहीं थे❓ तो फिर गीता बोलने वाला काल कौन है 🤔
    जानने के लिए अवश्य पढ़े अनमोल पुस्तक "ज्ञान गंगा" |
    पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी

    • @AshaMahananda-v4j
      @AshaMahananda-v4j 28 днів тому

      संत रामपाल जी महाराज का सत्संग प्रतिदिन साधना चैनल पर 7:30 से एक बार अवश्य सुनेजी

    • @True_guru_ji
      @True_guru_ji 28 днів тому +1

      संत रामपाल जी महाराज पुरे विश्व में एक मात्र तत्वदर्शी संत है ।

    • @dkdas2276
      @dkdas2276 27 днів тому +1

      यूट्यूब पर अवश्य देखिए
      Sant rampal ji maharaj you tube channel पर सभी सतग्रथों से प्रमाणित ज्ञान है

    • @praveenaprajapati540
      @praveenaprajapati540 27 днів тому

      #सच्चा_सतगुरु_कौन
      कबीर, दण्डवत् गोविन्द गुरू, बन्दू अविजन सोय।
      पहले भये प्रणाम तिन, नमो जो आगे होय।।
      Sant Rampal Ji Maharaj

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिये उनके मूल मंत्र का जाप करना अनिवार्य होता है जिसकी जानकारी इस धरती पर पूर्ण संत प्रदान करता है। पूर्ण संत यानी तत्वदर्शी संत जो भक्ति विधि और मर्यादाएं बताता है उन पर चलने और भक्ति करने से दुर्गा माता एवं अन्य देवी देवताओं तथा ब्रह्मा, विष्णु, महेश को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।

  • @user-vb7sx1gp7t
    @user-vb7sx1gp7t 28 днів тому +42

    राधा स्वामी तत्वदर्शी संत नहीं है तत्वदर्शी संत तो संत रामपाल महाराज है

    • @hasumatimistry9025
      @hasumatimistry9025 28 днів тому +3

      पूर्ण गुरु द्वारा दिये गए सच्चे मंत्रों द्वारा ही मोक्ष संभव है। संत रामपाल जी महाराज जी ही सच्चे मंत्र देते हैं जिससे सर्व कष्ट, सर्व रोग दूर होकर सनातन परम धाम जहां परम शांति है व मोक्ष प्राप्ति होती है।

    • @sumitradevi5330
      @sumitradevi5330 28 днів тому +3

      जो संत शास्त्रों के अनुसार भक्ति साधना बताता है, वही पूर्ण संत होता है। इसके विषय में गीता अध्याय 4 श्लोक 34, गीता अध्याय 15 श्लोक 1-4, और यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10 में भी पूर्ण संत अर्थात तत्वदर्शी संत की ओर संकेत किया गया है।वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज जी एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं जो शास्त्रोक्त भक्ति बता रहे हैं जिससे साधक का मोक्ष संभव है।

    • @praveenaprajapati540
      @praveenaprajapati540 27 днів тому

      #सच्चा_सतगुरु_कौन
      श्री नानक देव जी ने श्री गुरु ग्रन्थ साहेब जी के पृष्ठ 946 पर कहा है:-
      ‘‘बिन सतगुरु भेंटे मुक्ति न कोई, बिन सतगुरु भेंटे महादुःख पाई।’’
      Sant Rampal Ji Maharaj

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

    • @realfun941
      @realfun941 19 днів тому +2

      Radha Swami Trust k Jo Sanchalak Hain, Abhi Tak Kisi Bhi Devi Devta , Dharm , Anya Kisi Guru ki Alochona Ya Unke Manne Walo ko Dukh ho Aisi Koi Bat Nahi Ki Hai , Sab Kuchh
      Us Malik K Hukum Se Chal Raha Hain ,To O Apne Hi Hukim ki Alochana Kyo Karega , Jo Jiski Marji Se Nahi Chalta O
      Hi To Alochana Karte Hain. Jiski Marji na Chal Sake O Kahe ka Purn Parmatma Ya Guru Huva, Malik ne Sabko Vivek Takat Di Us Vivek Ka istemal Kare.
      Radha Swami Ji ❤

  • @user-oi5ir5ko4h
    @user-oi5ir5ko4h 27 днів тому

    Jab Tak sache sant yani sache satguru nhi milte tab Tak guru badlte rhana chahiye sat saheb ji 🙏❣️

  • @AbhishekKumar-gx6ff
    @AbhishekKumar-gx6ff 9 днів тому +1

    Maturity is when you realise
    Totally wrong information given in this video 👎👎

  • @Santoshkumar-gs4of
    @Santoshkumar-gs4of Місяць тому +9

    मै अपने सतसंगी भाई बहिनो से विनती करना चहाउगा किऐसे वीडियो देख कर भ्रमित न हो राधा स्वामी जी

    • @user-zp8bi9tf9p
      @user-zp8bi9tf9p Місяць тому

      यहां पर भ्रमित होने की कोई बात नहीं है भाई साहब आप पढ़े लिखे हैं आप भी राधा स्वामी सत्संग का संग्रह सत्संग का संग्रह पुस्तक पढ़ कर देखें आप कोई पता लग जाएगा कि दूध का दूध और पानी का पानी क्या है

    • @hariprakash9589
      @hariprakash9589 28 днів тому

      अगर यह वीडियो पूरी देख ली तो उस जीव के धन्य भाग हैं

    • @jigarchoudhary364
      @jigarchoudhary364 28 днів тому

      घट रामायण में लिखा है के पांचों नाम काल के है और खुद राधा स्वामी जी की पुस्तक में लिखा है के ये पंथ बिना गुरु के शुरू हुआ पंथ है।m

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

  • @user-vo2ui4ii3i
    @user-vo2ui4ii3i 28 днів тому +7

    ❤❤❤❤ Radha Swami ji ❤❤❤❤ jo kar raha h usne karne do kable Apne se matlab rakho radha swami ji ❤❤❤❤❤

    • @gajrajsinghahirwar380
      @gajrajsinghahirwar380 28 днів тому

      #राधास्वामी_पंथ_की_सच्चाई
      राधास्वामी पंथ के प्रवर्तक शिव दयाल जी का कोई गुरु नहीं था। शिवदयाल जी पांच नाम "ररंकार, ओंकार, ज्योति निरंजन, सोहं तथा सतनाम" आदि काल के नामों को जपते थे, और अपने अनुयायियों को भी यहीं मंत्र प्रदान करते थे। जिससे वे स्वयं ना तो कोई सुख प्राप्त कर सके और न ही मोक्ष। मोक्ष प्राप्त नहीं होने से शिवदयाल जी अपनी ही शिष्या बुक्की जी में प्रेतवश प्रवेश होकर हुक्का पीते थे।

    • @kavitasahu1237
      @kavitasahu1237 27 днів тому

      अगर हम कबीर सागर या वेद, शास्त्रो मे लिखी विधि अनुसार साधना नहीं करेंगे तो हमें कोई लाभ, मोक्ष नहीं मिलेगा, संत रामपाल जी इन सभी शास्त्रो से प्रमाणित ज्ञान बता रहे है, दो अक्षर सतनाम का भी भेद बता रहे हैं।
      Satlok Ashram youtube channel

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

    • @sonalikachhi2422
      @sonalikachhi2422 27 днів тому

      Sabhi bhagwaan ke bache hai sahi gyan hona jaroori hai taki sab uss parmatma ko jan sake

  • @user-sk6xx5ec6y
    @user-sk6xx5ec6y 28 днів тому +6

    राधास्वामी पंथ आगरा व उससे जितने भी पंथ निकले हैं, वे सभी 5 नाम जप करने के लिए देते हैं जो इस प्रकार हैं:
    ज्योति निरंजन, ओंकार, ररंकार, सतनाम, सोहं। परंतु घट रामायण में हाथरस के तुलसीदास साहिब जी ने प्रमाण दिया है कि;
    “पांचों नाम काल के जानो, तब दानी मन शंका आनो”
    इससे यह प्रमाणित हुआ कि पांचों नाम काल के हैं और पूरा राधास्वामी पंथ काल का पंथ है ना कि दयाल का और रही बात सतपुरुष, अकाल मूर्त, शब्द स्वरूपी राम जाप करने की, तो ये परमात्मा के पर्यायवाची नाम हैं, ना कि परमात्मा प्राप्ति के मंत्र।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

    • @anurodhbhatnagar235
      @anurodhbhatnagar235 20 днів тому

      @@user-sk6xx5ec6y Radhaswami mat mein mukhya sumiran Radhaswami naam ka bataya jata hai. Radhaswami naam aur Satnam kal ke naam nahin hain. Anya naamon ki jaankari di jaati hai. Radhaswami mat Dayalbagh Agra mein Radhaswami mat ka mukhya kendra aur yahaan par Radhaswami mat ke pravartak niwas kartey they. Aap jaan jayenge ki 5 naam ki jaankari di jaati hai lekin mukhya sumiran Radhaswami naam ka bataya jata hai.

  • @sonysohal3245
    @sonysohal3245 Місяць тому +11

    जब पूरा ज्ञान ना हो तो उसके बारे मे बात नही करते

    • @gajrajsinghahirwar380
      @gajrajsinghahirwar380 28 днів тому

      #राधास्वामी_पंथ_की_सच्चाई
      राधास्वामी पंथ का अज्ञान!
      संतमत प्रकाश (भाग-4) पृष्ठ 240 पर लिखा है कि सतनाम अपने अंदर है जाओ और ले लो !
      ऐसी बातें तो कोई सिर फिरा व्यक्ति ही लिख सकता है !
      जानें हकीकत साधना टीवी पर हर शाम 7:30 बजे
      Kabir Is God

    • @gajrajsinghahirwar380
      @gajrajsinghahirwar380 28 днів тому

      #राधास्वामी_पंथ_की_सच्चाई
      राधास्वामी पंथ के प्रवर्तक शिव दयाल जी का कोई गुरु नहीं था। शिवदयाल जी पांच नाम "ररंकार, ओंकार, ज्योति निरंजन, सोहं तथा सतनाम" आदि काल के नामों को जपते थे, और अपने अनुयायियों को भी यहीं मंत्र प्रदान करते थे। जिससे वे स्वयं ना तो कोई सुख प्राप्त कर सके और न ही मोक्ष। मोक्ष प्राप्त नहीं होने से शिवदयाल जी अपनी ही शिष्या बुक्की जी में प्रेतवश प्रवेश होकर हुक्का पीते थे।

    • @dakshff1083
      @dakshff1083 28 днів тому

      उन्ही की Book से प्रमाण है भाई

    • @NonuDasi
      @NonuDasi 27 днів тому +1

      जी सन्त रामपाल जी महाराज जी के सत्संग सुनना राधा स्वामी जी पर, राधा स्वामी पंथ की किताबो से ही सारे प्रमाण लिए गए हैं , आपको पूरी जानकारी नही है अभी कृपया पहले पूरी जांच पड़ताल करें तभी कुछ उंगली उठाए, इन्होंने परमात्मा को प्रकाश बताया है जबकि हमारे सद ग्रंथो में साफ साफ लिखा है परमात्मा साकार है सहशरीर हैं।

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

  • @GumanaRamOsian
    @GumanaRamOsian 28 днів тому +2

    मोक्ष स्थान कौन सा है?
    सतलोक जाने के बाद आत्मा का पूर्ण मोक्ष हो जाता है जिससे आत्मा को 84 लाख योनियों का कष्ट नहीं उठाना पड़ता। जबकि स्वर्गलोक और ब्रह्मलोक में जाने के बाद आत्मा को कर्मों के आधार पर स्वर्ग, नरक, 84 लाख योनियों का कष्ट भोगने के बाद पुनः पृथ्वी पर जन्म-मृत्यु के चक्र में आना पड़ता है।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

    • @shivanandsrivastava2558
      @shivanandsrivastava2558 23 дні тому

      Kabir saheb ke bad baba jai gurudev ùsi 05 nam ka namdan dene ke leye ujjain bale guru baba umakant tiwari ji ko nominate keya hai

  • @malkitmothuwal771
    @malkitmothuwal771 3 місяці тому +86

    कुछ कहना तो नहीं चाहता था लेकिन बड़े दुख की बात है कि लोग जब ग़लत अफ़वाहों को मेडीया पे फैलाते हैं उन्हें अपने करमो से डर नहीं लगता? राधा स्वामी

    • @HardikaJasuja24
      @HardikaJasuja24 3 місяці тому +6

      Very bad

    • @malkitmothuwal771
      @malkitmothuwal771 3 місяці тому +3

      मैं तुम्हें उस की उसतत में क्या कहूँ जिसके ऐक ईशारे पे यहाँ भी और वहाँ भी मर जानें को दिल चाहता है उसके एवज़ में कोई ग़लत बात कह दें तो बस सुनने या पड़ने से पहले ही मिटा ने का तो उस का हुक्म नहीं बस मिट जानें को दिल चाहता है ! राधा स्वामी

    • @Naharsingh-pk4ik
      @Naharsingh-pk4ik 2 місяці тому +1

    • @swamisharan4037
      @swamisharan4037 2 місяці тому +1


      😅
      P9😊

    • @dineshkatar4186
      @dineshkatar4186 2 місяці тому +1

      जो लोग नहीं जानते कुछ भी
      बोल दिया करते हैं

  • @p.k.asthana.8731
    @p.k.asthana.8731 3 місяці тому +19

    Jab jindgi yuhi hi gva di to
    Please ek baar Radha soami dera beas jakar dekh le 🙏🙏🙏🙏🙏.

    • @surendrakumarverma5486
      @surendrakumarverma5486 28 днів тому

      भक्ति के लिए धर्म ग्रंथों और सच्चे गुरू की जानकारी आवश्यक है। सच्चा गुरू एक समय एक ही होते हैं पूर्ण मोक्ष मंत्र देने वाले जो स्वयं परमेश्वर कबीर साहेब जी या उनके अवतार कृपा पात्र होते हैं जब वो आते हैं तो सभी नकली धर्म गुरूओं के अज्ञान को जनता के सामने बताते हैं और एक परमेश्वर एक सतभक्ति विधि बताते हैं जिससे लोगों के पाप नाश होकर सुख और मोक्ष भी मिलता है। जरूर देखें संतरामपालजी महाराज जी के सत्संग कुछ दिन 🙏🙏🙏

    • @SurandarsinghRanawat
      @SurandarsinghRanawat 28 днів тому +3

      श्री गुरु ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 946
      बिन सतगुरु सेवे जोग न होई। बिन सतगुरु भेटे मुक्ति न होई।
      बिन सतगुरु भेटे नाम पाइआ न जाई। बिन सतगुरु भेटे महा दुःख पाई।
      बिन सतगुरु भेटे महा गरबि गुबारि। नानक बिन गुरु मुआ जन्म हारि।

    • @rashmibhardwaj197
      @rashmibhardwaj197 28 днів тому +1

      जो गुरु शास्त्रों के अनुसार भक्ति करता है और अपने अनुयायियों अर्थात शिष्यों को करवाता है, वही पूर्ण संत है। मोक्ष केवल पूर्ण गुरु के द्वारा बताई गई शास्त्रानुकूल भक्ति से होता है और इस कलियुग में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत हैं, जो शास्त्रों के अनुसार सतभक्ति बताते हैं।

    • @DineshKumar-ov2nm
      @DineshKumar-ov2nm 28 днів тому

      समझने वाली बात तो यही है कि हम पढ़े लिखे होकर भी हमारे शास्त्रों में लिखी हुई को ना समझते हैं राधास्वामी पंथ के श्री शिवदयाल जी ने हमारे धार्मिक शास्त्रों का अर्थो का अनर्थ कर रखा है जिस भक्ति करने से हमारे लाखों लोग बहुत ज्यादा परेशान है और अकाल मृत्यु भी मर रहे हैं
      संत रामपाल जी महाराज जी सही अर्थ बता रहे हैं शास्त्रों का
      आप सभी से अनुरोध है आप देखिए संत रामपाल जी महाराज के मंगल प्रवचन
      साधना टीवी चैनल पर शाम
      7:30 से 8:30 तक

    • @Moksh_Yatra
      @Moksh_Yatra 28 днів тому +2

      राधा स्वामी का ज्ञान कितना महान है इस बात को सचखंड की सडक ने सिद्ध कर दिया है

  • @rakeshmeghwal282
    @rakeshmeghwal282 28 днів тому +2

    सतगुरु के लक्षण कहूं, मधूरे बैन विनोद। चार वेद षट शास्त्र, कहै अठारा बोध।।
    सतगुरु गरीबदास जी महाराज अपनी वाणी में पूर्ण संत की पहचान बता रहे हैं कि वह चारों वेदों, छः शास्त्रों, अठारह पुराणों आदि सभी ग्रंथों का पूर्ण जानकार होगा।

  • @bpsahua.m.k4249
    @bpsahua.m.k4249 Рік тому +9

    ✴️गुरुनानक वचन
    👉सोई गुरु पूरा कहावै, जो दो अक्खर(सतनाम) का भेद बतावै।
    एक छुड़ावै एक लखावै, तो प्राणी निज घर (साश्वत स्थान मोंक्ष) को पावै।
    🙏तज पाखंड सतनाम लौ लावै, सो भवसागर से तरिया।🌾
    🙏कहै कबीर मिलै गुरु पूरा स्यो परिवार उधरिया। 🌾

  • @rajkumaribunkar2057
    @rajkumaribunkar2057 28 днів тому +66

    संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग भी आसान हो जाता है।

    • @amolwalia7054
      @amolwalia7054 27 днів тому +6

      @@rajkumaribunkar2057 mr. Intelligent pehle toh sbhi mahan sant
      Kabir sahab ji
      Guru nanak sahab aur 10 guru
      Aur bhi mahan sant
      Unhone 5 naam ka updesh diya hain
      Shri matgeeta
      Guru granth sahib ji maharaj
      Kuran sharif
      Bible
      Aur bhi granth mien 5 naam ka updesh diya hain
      Rampal galat Gyan de ra hain
      Jb usse moksh nhi mila to uske chelo ko kaha se milega

    • @RajkumarBariha-r7k
      @RajkumarBariha-r7k 27 днів тому +3

      जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का तत्व ज्ञान मानव समाज के लिए अमृत के समान है जो वेदों के अनु सार ज्ञान बता रहे हैं।

    • @user-ti8eb1fi2p
      @user-ti8eb1fi2p 27 днів тому

      ​@@amolwalia7054अगर संत रामपाल जी महाराज गलत ज्ञान देते तो तुम्हारे गुरु ज्ञान चर्चा के लिए तैयार होते।

    • @LalitDewangan-gh4cn
      @LalitDewangan-gh4cn 27 днів тому +2

      शास्त्र विरुद्ध साधना करके यानी मन माना आचरण करके हमें किसी भी प्रकार की भक्ति से कोई लाभ नहीं मिलता केवल शास्त्र अनुसार ही भक्ति करनी चाहिए तथा पूर्ण संत से नाम दीक्षा लेकर सत भक्ति करके ही सभी कष्ट भी दूर होंगे तब मोक्ष की प्राप्ति भी होगी।सभी सदग्रंथो के अनुकूल एकमात्र प्रमाणित सत्संग। 🌸 🙏🏽🙇🏽साधना टीवी रात्रि 7:30 बजे
      *★सतलोक में जन्म-मृत्यु नहीं होती, केवल सुख ही सुख है★*

    • @amolwalia7054
      @amolwalia7054 27 днів тому +3

      @@LalitDewangan-gh4cn ye sahi hain ki sachkhand mien sbse zyada sukh hain,
      Pr apne karmo ko koi bhi adjust ni kr skta
      Karamo apo apni ke nede ke door
      Sacha guru sirf mere satguru hain
      Mere satguru hi vo rabb hain vo
      Shabad swaroop hain jo sachkhand se utar kr hme lene aaye hain mukti dilane aaye hain
      RADHASOAMI JI

  • @GumanaRamOsian
    @GumanaRamOsian 28 днів тому +2

    कबीर परमात्मा की भक्ति पूर्ण गुरु के माध्यम से करने से चौरासी लाख योनियों के कष्ट से बचा सकता है।
    वर्तमान में पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिये उनके मूल मंत्र का जाप करना अनिवार्य होता है जिसकी जानकारी इस धरती पर पूर्ण संत प्रदान करता है। पूर्ण संत यानी तत्वदर्शी संत जो भक्ति विधि और मर्यादाएं बताता है उन पर चलने और भक्ति करने से दुर्गा माता एवं अन्य देवी देवताओं तथा ब्रह्मा, विष्णु, महेश को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।

  • @abhayrana9461
    @abhayrana9461 27 днів тому

    आज कलियुग में भक्त समाज के सामने पूर्ण गुरु की पहचान करना सबसे जटिल प्रश्न बना हुआ है। लेकिन इसका बहुत ही लघु और साधारण-सा उत्तर है कि जो गुरु शास्त्रो के अनुसार भक्ति करता है और अपने अनुयाईयों अर्थात शिष्यों द्वारा करवाता है वही पूर्ण संत है और वर्तमान में पूर्ण संत सच्चा सतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी हैं

  • @PoojaYadav-Raosahabni
    @PoojaYadav-Raosahabni 2 місяці тому +8

    Ager krishan ji ki baate maante ho to unhone ye bhi kaha tha ki "mor bachan chahe pad jaaye feeka, sant bachan patthar ki leeka."

    • @punam245
      @punam245 27 днів тому

      Krishna Ji said 'SANT'

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

    • @jagdishdas5614
      @jagdishdas5614 27 днів тому

      श्री कृष्णा जी की स्वयं जन्म मृत्यु होती है यह तो स्वयं नाश्वान ह़ अरमान के लिए देखें देवी भागवत महापुराण

    • @sonalikachhi2422
      @sonalikachhi2422 27 днів тому

      Aap pehle sant Rampal ji maharaj ke satsang suniye fir self decide kare ki kiska gyan sahi hai

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @pradeep83946
    @pradeep83946 Місяць тому +4

    परमात्मा को हर पल याद रखना ही परमात्मा की भक्ति है और जो उसे हर पल याद रखता है और सही रास्ते पर चलता है वही परमात्मा तक पहुंच सकता है । नामदान तो गुरु देते हैं लेकिन मरने के बाद परमात्मा खुद गुरु रूप में आता है ।

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

  • @AnuradhaDaasi
    @AnuradhaDaasi 27 днів тому +1

    जब तक सच्चे गुरु की प्राप्ति नहीं होती तब तक गुरु बदलते रहना चाहिए।
    जब तक गुरु मिले नां सांचा।
    तब तक करो गुरु दस पांचा।।

  • @HimaniDasi
    @HimaniDasi 27 днів тому

    जिसको बिछड़ना है बिछड़ जाए बेशक
    अब मैं ऐसी कोई जिद भी नहीं करती,,,
    मैने दरख्तों से फरेब खायें हैं
    टहनियों से कोई उम्मीद भी नहीं करती... NOOR ✍️

  • @ganeshpandit6819
    @ganeshpandit6819 3 місяці тому +23

    दुनियां अजीब है जो दूसरे की निंदा करते है वो कहता है की मैं परमात्मा हूँ राधा स्वामी

    • @Amanvlogs577
      @Amanvlogs577 Місяць тому +1

      Pandit bhee hote hain vidhan bhee hote lekin ravan jaisa vidhan kanha hoga panditai ab kam na aai pandit

    • @hariprakash9589
      @hariprakash9589 28 днів тому +2

      भाई साहब यह तो विद प्रूफ दिखा रहे हैं हमने पहले यह पुस्तक राधा स्वामी में रहते हुए कभी नहीं पढ़ी और ना ही गुरविंदर सिंह जी ने पढ़ाई

    • @leenakumbhkar
      @leenakumbhkar 28 днів тому +1

      @@hariprakash9589 वो कह्ते है ना सांच कहु तो जग ना माने....और झूठ कहीं ना जाइ हो...

    • @NRDaas24
      @NRDaas24 28 днів тому +2

      संत रामपाल जी महाराज जी शास्त्र अनुकूल भक्ति बता रहे हैं जी

    • @surendrakumarverma5486
      @surendrakumarverma5486 28 днів тому

      सत्य कहना निंदा नहीं होती आप जी से निवेदन है कुछ दिन संतरामपालजी महाराज जी के सत्संग कुछ दिन देखें खुद समझ जाएंगे।। 🙏🙏🙏

  • @skstudioclasses442
    @skstudioclasses442 2 місяці тому +8

    Radha Swami ji ❤❤❤❤❤❤ Radha Swami ji ❤❤❤❤ hmare satguru ne kisi ko ninda krni nhi sikhai ❤❤❤❤ jo khud bure hote h unhe dusre b bure hi dikhte 😂😂😂😂😂😂

    • @truthknowledge9660
      @truthknowledge9660 28 днів тому +1

      कबीर, गुरू गोविंद दोनों खड़े, किसके लागूं पाय। बलिहारी गुरू आपणा, गोविन्द दियो बताय।।
      बिन गुरू भजन दान बिरथ हैं, ज्यूं लूटा चोर। न मुक्ति न लाभ संसारी, कह समझाऊँ तोर।।
      कबीर, गुरू बिन माला फेरते, गुरू बिन देते दान। गुरू बिन दोनों निष्फल हैं, चाहे पूछो बेद पुरान।।

    • @LAXMIGURJAR-xq7en
      @LAXMIGURJAR-xq7en 27 днів тому +1

      सच्चाई बताना निंदा करना नही हैं

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

    • @sonalikachhi2422
      @sonalikachhi2422 27 днів тому +1

      Sach to sach hi hota hai ye ninda nhi hai
      Hamare Guru ji to proof aapki book se hi dikhate hai

    • @anujsaksena
      @anujsaksena 11 днів тому +1

      Sach bataya hai koi ninda nhi ki hai chor ko chor kehna koi ninda nhi hai sach kadwa hota hai isliye abhi hajam nhi ho rha hai radha swami panth ko

  • @user-yp8xv4uy2u
    @user-yp8xv4uy2u 27 днів тому

    यह वीडियो राधास्वामी और सतलोक आश्रम से संबंधित सच्चाई को उजागर करता है। ऐसे वीडियो देखने के बाद हमें सही और गलत का अंतर समझने में मदद मिलती है। SA News Channel को धन्यवाद, जो समाज के सामने इन मुद्दों को लेकर आ रहा है। यह बहुत ही साहसिक और सराहनीय प्रयास है।

  • @user-um3tw6di7s
    @user-um3tw6di7s 27 днів тому

    सत भक्ति करने से मनुष्यों को दैविक शक्तियां पूर्ण लाभ देती हैं और साधक परमेश्वर पर आश्रित रहने से बगैर किसी चिंता के जीवन जीता है।

  • @swhari9512
    @swhari9512 2 місяці тому +14

    जो अपने कुकर्मो का दंड जेल मे भोग रहा है ऐसे अपराधी को संत समझने वाला महा मुर्ख ही हो सकता है ऐसे अंधे समाज से क्या आशा की जा सकती है
    जय श्री राम

    • @truthknowledge9660
      @truthknowledge9660 28 днів тому +1

      जो पूर्ण सतगुरु होगा उसमें चार मुख्य गुण होते हैं:-
      गुरू के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना (ज्ञाता)।
      दूजे हरि भक्ति मन कर्म बानी, तीसरे समदृष्टि कर जानी।
      चौथे वेद विधि सब कर्मा, यह चार गुरु गुण जानो मर्मा।

    • @YouTubar.915
      @YouTubar.915 28 днів тому +1

      राम जी भी तो वनवास कृष्ण जी भी तो अपने मता पिता से दुर हुए थे हमारे साथ ग में तो साफ साफ लिखा है कि kabir is god

    • @SurandarsinghRanawat
      @SurandarsinghRanawat 28 днів тому +2

      गुरू बिन काहू न पाया ज्ञाना, ज्यों थोथा भुष छड़े मूढ़ किसाना।
      गुरू बिन वेद पढ़े जो प्राणी, समझे न सार रहे अज्ञानी।
      कबीर, नौ मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झख मार।
      सतगुरू ऐसा सुलझा दे, उलझै ना दूजी बार।।

    • @dakshff1083
      @dakshff1083 27 днів тому

      तत्वदर्शी सन्त वह होता है जो वेदों के सांकेतिक शब्दों को पूर्ण विस्तार से वर्णन करता है जिससे पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति होती है वह वेद के जानने वाला कहा जाता है।

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

  • @omsgirwal5786
    @omsgirwal5786 3 місяці тому +7

    ये रामपाल जी की टीम की कंप्यूटर हे जो लोगो को गलत जानकारी देती है और जो जेल में बंद हे तो क्यू बंद हे सच्चे गुरु जेल में नही रहते

    • @user-zp8bi9tf9p
      @user-zp8bi9tf9p Місяць тому +3

      तो बाहर वाले बैठे हैं उन संतों की पूरी हिस्ट्री सुना दी आपको अब आपको बातें करनी लग रही है आप ही पढ़ कर देख कर वतन जो बाहर घूम रहे हैं उन संतों की और जो गुरु गद्दी पर बैठे ककह नहीं इनके पास

    • @hariprakash9589
      @hariprakash9589 28 днів тому +3

      यह तो राधा स्वामी की पुस्तकों से ही ज्ञान दिया जा रहा है इसमें निंदा कहां है मूर्ख तो हम स्वयं ही है जो बिना प्रूफ देख विश्वास कर बैठे थे

    • @loveleshrahoriya5505
      @loveleshrahoriya5505 28 днів тому

      यह सच्चाई सभी के सामने आनी चाहिये।
      और एक डिवेट करना चाहिए। जो प्रमाण सहित हो ।

    • @maheshhatelaladuna
      @maheshhatelaladuna 28 днів тому +1

      #सच्चा_सतगुरु_कौन
      Live on Guru Purnima
      Incomplete Gurus tell devotional songs and mantras that are against the scriptures, which are useless according to Gita Chapter 16 Verse 23.
      Whereas Purna Guru Sant Rampal Ji Maharaj
      The devotion and mantras certified by the scriptures are given in the initiation due to which even the incurable disease of the seeker is cured and

    • @maheshhatelaladuna
      @maheshhatelaladuna 28 днів тому +1

      #सच्चा_सतगुरु_कौन
      It is said in Shrimad Bhagwat Geeta Chapter 15 Verse 1 - 4, 16, 17 that the saint who tells all the divisions of the tree hanging upside down in the form of this world is a complete Guru/true Sadguru.
      Only Sant Rampal Ji Maharaj is telling this philosophy.
      Sant Rampal Ji Maharaj

  • @DALCHAND-kv7ix
    @DALCHAND-kv7ix 27 днів тому

    पूरे विश्व में केवल संत रामपाल जी महाराज की एकमात्र ऐसे संत हैं जो शास्त्रों के अनुकूल भक्ति बताते हैं

  • @savitachauhan175
    @savitachauhan175 27 днів тому

    गुरुनानक जी की वाणी में लिखा है :-
    "सोई गुरु पूरा कहावे जो दो अख्खर का भेद बताये। एक छुड़ावै, एक लखावै तो प्राणी निज घर को जावे।।"
    और राधास्वामी पंथ में तो पाँच नाम दिए जाते हैं।

  • @gyansinghkushwah278
    @gyansinghkushwah278 3 місяці тому +6

    मेरे गुरु ने मना किया है लेकिन कहना पड़ रहा है कि आप शायद रामपाल जी कि शिष्या हो। क्योंकि आप साधना नहीं केवल किताबी कीड़ा हो।

    • @LAXMIGURJAR-xq7en
      @LAXMIGURJAR-xq7en 27 днів тому

      जो समझदार है वो पढ़कर ही सही और गलत को पहचान पाते है।

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

    • @user-Narendragarh
      @user-Narendragarh 27 днів тому

      यदि ज्ञान किताबों से नहीं तो फिर आया कहां से बताइए।

    • @user-Narendragarh
      @user-Narendragarh 27 днів тому

      हमें मनुष्य जीवन में क्या करना चाहिए और क्या नहीं यह तो किताबों या शास्त्रों से ही पता चलता है नकि किसी आदमी के मुख से
      प्रत्येक व्यक्ति की बातें अलग अलग है उसका निर्णय कैसे करोगे बताइए

  • @jagendrakumarsahu
    @jagendrakumarsahu Рік тому +5

    मोक्ष के लिए गुरु बनाना ही पड़ेगा।
    1. गीता जी -उस ज्ञान को तू तत्वदर्शी ज्ञानियों के पास जाकर समझ । [आ 4 श्लोक 34 ] -
    2. कुरान शरीफ - जिसने आसमानों और जमीन और जो कुछ उनके बीच में है (सबको) छः दिन में पैदा किया, फिर तख्त पर जा विराजा, उसकी खबर किसी बाखबर (तत्वदर्शी संत) से पूछ देखो। [सुरा-25 आयात-59]
    3. गुरु ग्रंथ साहिब बिन सतगुरु सेवे जोग न होई। - बिन सतगुरु भेटे मुक्ति न होई ।। [ गुरु ग्रन्थ साहिब पृष्ठ- 946]
    4. गरीबदास जी :-
    सतगुरु बिना सुरति नहीं पाटै, खेल मंड्या है सिर के साटै । सतगुरु भक्ति मुक्ति केदानी, सतगुरु बिना न छूटै खानी ।।
    5. परमेश्वर कबीर - गुरु ते अधिक न कोई ठहरायी । मोक्षपंथ नहिं गुरु बिनु पाई ।।
    6. पवित्र वेद - पूर्ण परमात्मा के विषय में यथार्थ जानकारी तत्वदर्शी संत से पूछे। [ अध्याय 40 श्लोक 10 - 13]
    अधिक प्रमाणित आध्यात्मिक ज्ञान के लिए देखे साधना चैनल रात्रि 7:30 से और ईश्वर टीवी रात्रि 8:30 से

  • @user-dm1wz7pu8e
    @user-dm1wz7pu8e 27 днів тому

    जब तक पूर्ण नहीं मिलता तब तक गुरु बदलते रहना चाहिए

  • @NehapalNairapal-xv8pu
    @NehapalNairapal-xv8pu 27 днів тому

    आज कलियुग में भक्त समाज के सामने पूर्ण गुरु की पहचान करना स बसे जटिल प्रश्न बना हुआ है। लेकिन इसका बहुत ही लघु और साधारण-सा उत्तर है कि जो गुरु शास्त्रो के अनुसार भक्ति करता है और अपने अनुयाईयों अर्थात शिष्यों द्वारा करवाता है वही पूर्ण संत है।

  • @vasudav9369
    @vasudav9369 Рік тому +10

    Sat sahib ji 🙏

  • @rahulmalviya5600
    @rahulmalviya5600 28 днів тому +4

    *हमरे ही हुनियार हैं, हमारा सिरजनहार।*
    *गरीबदास विधि भेद सुन, खुल्हें मुक्ति द्वार।।*
    *यह सतगुरू उपदेश है, जो माने परतीत ।*
    *करम भरम सब त्यागि के, चलै सो भव जल जीत ।।*

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @SahibmeraKabir
    @SahibmeraKabir 27 днів тому

    👑कबीर⭐नौ मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झख मार।
    सतगुरू ऐसा सुलझा दे, उलझै ना दूजी बार।।
    🏳️

  • @user-je3nq4no5j
    @user-je3nq4no5j 27 днів тому +1

    पूर्ण गुरु
    जो संत शास्त्रों के अनुसार भक्ति साधना बताता है, वही पूर्ण संत होता है। इसके विषय में गीता अध्याय 4 श्लोक 34, गीता अध्याय 15 श्लोक 1-4, और यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10 में भी पूर्ण संत (तत्त्वदर्शी संत) की ओर संकेत किया गया है।
    वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज जी एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं जो शास्त्रोक्त भक्ति बता रहे हैं जिससे साधक का मोक्ष संभव है।

  • @rohitashdas9578
    @rohitashdas9578 Рік тому +12

    सतलोक में हमारा शरीर एक तत्वों से बना होता है जो कभी विनाश में नहीं आता ।
    जबकि इस मृत्युलोक का शरीर पांच तत्वों से बना है जो नष्ट हो जाता है।

  • @shanbhagat5391
    @shanbhagat5391 Місяць тому +4

    Juthi ninda krne se Radha swami panth ni mitega

    • @Moksh_Yatra
      @Moksh_Yatra 28 днів тому

      जिस पंत के प्रवर्तक खुद हुक्का पीते हो तो उनके चेलो का क्या हाल होगा
      जबकि संत rampal जी महाराज की सरन मे आने के हुका बीड़ी शराब से उनके शिष्य हाथ तक नहीं लगाते
      कबीर सो नारी जारी करे सुरापान सो बार
      एक हुक्का चिलम भरे वह डुबे कलीधार
      परमात्मा कबीर ने एक हक्का चिलम भरने में इतना पाप बताया है तो आपके गुरु जी तो हुक्का पीते थे उनको कितना पाप लगता होगा तो फिर आप बताओ क्या ऐसे गुरु की भक्ति करने से आप पर हो जाओगे

    • @jigarchoudhary364
      @jigarchoudhary364 28 днів тому

      हवा तो निकल गई है ज्यादातर अपना नाश करवा कर अब रो रो कर संत रामपाल जी महाराज जी की शरण में आ रहे हैं।।

    • @sonalikachhi2422
      @sonalikachhi2422 27 днів тому

      Agar Gyan sahi hota to khud bukki ke andar bhoot bankar nhi bolte shivdayal ji

  • @ramniwassaini5460
    @ramniwassaini5460 27 днів тому

    श्री नानक देव जी ने श्री गुरु ग्रन्थ साहेब जी के पृष्ठ 1342 पर कहा है:-
    ‘‘गुरु सेवा बिन भक्ति ना होई, अनेक जतन करै जे कोई’’

  • @sureshsakat588
    @sureshsakat588 27 днів тому

    जब तक सच्चे गुरु नहीं मिल जाते। तब तक गुरु बदलते रहना चाहिए।
    जब तक गुरु मिले ना सांचा।
    तब तक करो गुरु दस पांचा।।

  • @vinaypranjale
    @vinaypranjale 3 місяці тому +14

    Jo sachha parmatma sachha guru hota vo bas apne satsangi ko sachha rasta dikhate na ki dusre pant ko badnam karte he

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

    • @praveenaprajapati540
      @praveenaprajapati540 27 днів тому

      #सच्चा_सतगुरु_कौन
      श्री नानक देव जी ने श्री गुरु ग्रन्थ साहेब जी के पृष्ठ 1342 पर कहा है:-
      ‘‘गुरु सेवा बिन भक्ति ना होई, अनेक जतन करै जे कोई’’
      Sant Rampal Ji Maharaj

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

  • @maheshsahu8756
    @maheshsahu8756 28 днів тому +6

    श्री नानक देव जी कहते हैं
    सोई गुरुपुरा कहावे दो अक्षर का भेद बतावे एक छुड़ावे एक लखावे तो प्राणीनिज घर को पावे।
    यही दो अक्षर का भेद संत रामपाल जी महाराज शास्त्र अनुकूल बता रहे हैं

    • @SukhlalNag-cd2pe
      @SukhlalNag-cd2pe 27 днів тому

      श्री नानक देव जी कहते है
      सोई गुरू पुरा कहावे दो अक्षर का भेद बतावे एक छुडावे एक लखावे तो प्राणीनिज घर को पावे।
      यही दो अक्षर का भेद संत रामपाल जी महाराज शास्त्र अनुकूल बता रहे हें

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिये उनके मूल मंत्र का जाप करना अनिवार्य होता है जिसकी जानकारी इस धरती पर पूर्ण संत प्रदान करता है। पूर्ण संत यानी तत्वदर्शी संत जो भक्ति विधि और मर्यादाएं बताता है उन पर चलने और भक्ति करने से दुर्गा माता एवं अन्य देवी देवताओं तथा ब्रह्मा, विष्णु, महेश को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।

    • @AJAYKUSHWAH001
      @AJAYKUSHWAH001 27 днів тому

      जब ब्रह्मा जी ने वेदों को पढ़ा तो बह्मा जी माता दुर्गा जी से पूछते हैं कि हे माते वेद‌ परमेश्वर कृत हैं, मैंने वेदों में पढ़ा है कि कोई और परम शक्ति है।
      उस पूर्ण परमेश्वर की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @IndrapatiSingh-rm9bc
    @IndrapatiSingh-rm9bc 27 днів тому

    जब लग सचे गूरू यानी सतगूरू की भक्ति नहीं मिलती तब तक गुरू बदलते रहना चाहिए

  • @shyamgipatel4521
    @shyamgipatel4521 28 днів тому +1

    ये ज्ञान चर्चा बहुत ही अच्छी हुई हैं इससे सच और झूठ का पता चलता है आज तक हम सभी झूठी बाते ही सुनते आ रहे थे लेकिन अब सच्चा ज्ञान बताने वाले संत रामपाल जी महाराज जी बता रहे हैं जो कि शास्त्रों में लिखा हुआ है

  • @gurpreetsingh-im2hi
    @gurpreetsingh-im2hi Рік тому +17

    Tabhi toh Rampal Ji jail mein baithe hai. Deshdroh ke aarop mein haan Ji 🙏

    • @Moksh_Yatra
      @Moksh_Yatra 28 днів тому

      भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव तीनों दोषी थे अंग्रेजों की नजर में देश को आजाद करवाने के लिए उन्होंने इतना महान कार्य किया फिर भी वह अंग्रेजों की जेल में रही क्योंकि वह अंग्रेजों की नजर में दोसी थे
      सिख धर्म के प्रवर्तक आदरणीय गुरु नानक देव जी बाबर की जेल में रहे उन्होंने भी परमात्मा की सतभक्ति पर जोर दिया था किंतु उस समय जिन धर्म के ठेकेदारों की दुकान बंद हो रही थी उनको यह बात रास नहीं आई और उन्होंने झूठे आरोप लगवा कर गुरु नानक देव जी को बावर की जेल में डलवा दिया था
      लेकिन आज पूरा सिख समाज उनके द्वारा लिखी गई पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ करता है और वो महान आत्मा सभी सिख समाज के लिए पूजनिए और आदरणीय है
      संत रामपाल जी महाराज ने आज के टाइम में सभी धर्म ग्रंथो जैसे वेद गीता कुरान शरीफ पवित्र बाइबल पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब सभी का ज्ञान सभी लोगों के सामने रख दिया लेकिन दुर्भाग्य आज उन पर देश द्रोह का केस लगा हुआ है
      लेकिन किसी भी गुरु की पहचान उसके ज्ञान से होती है

    • @punam245
      @punam245 27 днів тому +2

      For your general information Sant Rampal Ji Maharaj Ji has been honorably acquitted in nearly 8 cases and rest of the cases are undertrial. No case has been proven against him.
      Indeed anybody who dared to challenge the relegious establishment had to face strong backlash and even imprisonment , Lord Kabir Saheb Ji faced it, Guru Nanak Dev ji also had to face it ,what Sant Rampal Ji Maharaj Ji is facing today.
      Truthness in Saint has to be checked by his knowledge, my request to all will be to kindly listen to spritual discourses of Tatavdarshi Sant Rampal Ji Maharaj Ji first completley and then decide.

    • @NonuDasi
      @NonuDasi 27 днів тому

      संत रामपाल जी महाराज जी पर झूठे आरोप लगाए हैं , पहले पूरी जांच पड़ताल किया करो मीडिया की तरह कुछ भी मत बोलो, सन्त रामपाल जी महाराज जी पर अभी तक कोई भी केस साबित नही हुआ है बल्कि, उनके नाम से नेपाल सहित आज पूरे देश 11 सतलोक आश्रम और पूरे विश्व में 500 से ज्यादा नामदान केंद्र हैं , क्या कोई साधारण मनुष्य जैल में होते हुए ये कर सकते हैं, और यहां बात आध्यात्मिकता की चल रही है जहा आपको राधास्वामी की सच्चाई बताई गई है आपको हजम नही हो रही तो आपकी गलती हैं , राधा स्वामि मरने के बाद भूत बने और अपनी शिष्या बुक्कि में बोलते थें इसका प्रमाण इन्ही की बुक में मिलता है , उन्ही की साधना से जब उन्ही का मोक्ष नहीं हुआ तो उनके अनुयाइयों का कैसे होगा ।

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

    • @sonalikachhi2422
      @sonalikachhi2422 27 днів тому

      Sant Rampal ji maharaj par jo bhi case lagaye gaye the vo sab jhoote the kisi ka koi saboot aaj tak nhi mila

  • @rakeshsethi3557
    @rakeshsethi3557 Місяць тому +4

    जो दूसरे मार्ग की आलोचना करता है वो सम्मान के लायक नहीं।

    • @Aadii145
      @Aadii145 28 днів тому +1

      Satya baat karna koi aalochana nahin Hoti hai Apne sat granthon ko Dhyan se padho

    • @AmitKumar-pf2jz
      @AmitKumar-pf2jz 28 днів тому

      @@rakeshsethi3557 dyry rahe 🙏🙏

    • @rakeshsethi3557
      @rakeshsethi3557 28 днів тому

      ये कौन तय करेगा कि सत्य बात कौनसी है,आप भी गलत हो सकते हो

    • @punam245
      @punam245 27 днів тому

      Whatever Saint Rampal Ji Maharaj Ji has been telling is TRUTH ,he is giving evidence of every single word.
      Can u give a single piece of evidence to prove he's wrong

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому +1

      आलोचना और सच कहने में फर्क होता है।

  • @preetisaini
    @preetisaini 27 днів тому

    श्रीकृष्ण जब बांसुरी बजाते थे तो उसको सुनकर गोपियाँ व गायें खींची चली आती थी। संत मलूक दास जी ने बताया है कि एक समय मेरे सतगुरू कबीर जी ने जमुना दरिया के किनारे बांसुरी बजाई थी जिसको सुनकर स्वर्ग लोक के देवता, ऋषिजन तथा आस-पास के व्यक्ति खींचे चले आए थे और जमुना (कालंद्री) का जल भी रूक गया था।
    एक समय गुरू बंसी बजाई, कालंद्री के तीर।
    सुर नर मुनिजन थकत भये, रूक गया जमना नीर।

  • @Shubham_byt
    @Shubham_byt Рік тому +4

    जिस पंथ के प्रवर्तक नाचे में चूर हो वो कैसे किसी का उद्धार कर सकते है। संत रामपाल जी महाराज

    • @anurodhbhatnagar235
      @anurodhbhatnagar235 2 місяці тому

      Jis panth ke Guru apradh karkey jail mein band ho veh kaise kisi ka uddhar kar saktey hain?

    • @amitkhurana9445
      @amitkhurana9445 27 днів тому

      राधास्वामी पांच को श्री शिवदयाल जी आगरा वालों ने शुरू किया था और इन्हीं की किताबों में श्री शिव दयाल जी के बारे में लिखा गया है कि उनका कोई गुरु नहीं था जबकि कबीर परमेश्वर अपनी वाणी में रहते हैं गुरु बिन माला फेरते , गुरु बिन देते दान, गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण।जब श्री शिवदयाल जी का ही कोई गुरु नहीं था तो यह पंथ आगे किसी को भी मोक्ष प्राप्त नहीं करवा सकता।राधा स्वामी पथ का यह मत है कि परमात्मा निराकार है जबकि चारों वेद पवित्र, कुरान, शरीफ , गुरु, ग्रंथ साहिब पवित्र गीता जीप्रमाणित करते हैं। परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।राधा स्वामी पंट अपनी पुस्तकों में प्रमाणित करते हैं कि, सो ही गुरु पूरा कहावे, जो दो अक्षर का भेद बताएं। इसका प्रमाण गुरु ग्रंथ साहब से बताते हैं, जबकि खुद पांच अक्षर का नाम देते हैं जिससे यह भी सिद्ध है कि उनके पास वह मूल मंत्र ,वो ज्ञान नहीं है जिससे मोक्ष हो सकता है।

  • @vishnu098
    @vishnu098 Рік тому +5

    Very nice satsang

  • @KamleshSaini-oc2lo
    @KamleshSaini-oc2lo 27 днів тому +1

    Jo sacche Guru hote hain vah samaj se buraiyon ko hatate Hain

  • @new-hr4gs
    @new-hr4gs Рік тому +10

    राधास्वामी पंथ का मूल सिद्धांत है कि परमात्मा निराकार है, सतलोक में केवल प्रकाश ही प्रकाश है। जबकि सर्व शास्त्र सिद्ध करते हैं कि परमात्मा साकार है, सत्यलोक में राजा के समान सिंहासन पर विराजमान है। नानकदेवजी, धर्मदास जी, गरीबदास जी, दादू जी इत्यादि को परमात्मा सतलोक लेकर गये, इन संतों ने परमात्मा की सटीक महिमा बताई है।

    • @SantmatParkash-Offical
      @SantmatParkash-Offical 3 місяці тому

      आपने गलत बोला,,, राधा स्वामी ने कभी नहीं बोला,, कि SATLOK में केवल प्रकाश है....... परमात्मा नहीं.......
      शायद आपने राधा स्वामी के ग्रंथो का अध्ययन ठीक तरह से नहीं किया 🙏🏻

    • @malkitmothuwal771
      @malkitmothuwal771 2 місяці тому +3

      Please …अगर आप को किसी बात की पुष्टि की नौलेज नहीं है तो किसी पते वाले लोगों की तालाश करने में कोई बदनामी नहीं है! सब संत जो पूरे हैं कहते है कि पूरे गुरू निराकार का साकार रूप है वे यहाँ भी और वहाँ भी है! राधा स्वामी

    • @STKBhakti76132
      @STKBhakti76132 Місяць тому

      ​@@malkitmothuwal771आप सही हो भाई
      अरे गरीब दास जी महाराज की वाणी में लिखा है। निर्गुण साहिब आप है सर्गुण संत विचार।
      और निर्गुण को रामपाल जी ने ही निराकार बताया है।

    • @anurodhbhatnagar235
      @anurodhbhatnagar235 Місяць тому

      @@new-hr4gs Radhaswami mat mein Satlok mein sakar rup bataya gaya hai. Satlok ke upar paramdham mein nirakar rup hai.

    • @hariomchouriya1294
      @hariomchouriya1294 28 днів тому

      Radha sbami kal ka panth h

  • @MayaChouhan-tm2gv
    @MayaChouhan-tm2gv Рік тому +5

    Great gyan

  • @kajiram1449
    @kajiram1449 27 днів тому

    संत रामपाल जि महाराज जि ने पुरे शास्त्र से प्रमाणीत करके दिखाया कि कबिर साहेब हि पुर्ण प्ररमात्मा है और मोक्ष के लिए कबिर साहेब जि कि सत्भक्ती करनी चाहिए । मेरा दिल बहुत खुस हाेगया ।

  • @YogeshKumar-rx5yf
    @YogeshKumar-rx5yf 27 днів тому

    संत रामपाल जी महाराज जी पूरे विश्व में एक मात्र ऐसा संत है जिसने सभी धर्म ग्रंथो को बारी बारी से सही सही बताया है

  • @user-zm9qs4gx2y
    @user-zm9qs4gx2y 3 місяці тому +3

    *क्या परमात्मा ने ये कहा की सभी गुरु ढोंगी है और रामपाल हि सच्चा गुरु है जब रामपाल सच्चा गुरु है तो काल के गाल मे क्यो अर्थात जेल मे क्यो सच्चा कौन और झूठा कौन एक रामपाल हि सब से बड़ा ढोंगी है उसे कभी परमात्मा की प्राप्ति नही होगी वह ससैव भटकाते रहेगा

    • @YouTubar.915
      @YouTubar.915 28 днів тому

      वेद पढ़े पर भेद न जाने, बांचे पुरान अठ्ठारह। पत्थर की पूजा करें, भूल गये सृजनहारा।।
      बी

    • @hariomchouriya1294
      @hariomchouriya1294 28 днів тому

      जी परमात्म ने ये कहा h ki
      12 panth hami ko dhave सचखंड का वो मर्म न जाने
      12पंथ तक के लोग कल के लोक मे रहेंगे
      Radh svami पंथ भी कल का पंथ ह भाई

    • @hariomchouriya1294
      @hariomchouriya1294 28 днів тому

      रही बात डोंगी की तो आप भी जानते h ki ढोंगी बाबा ही भूत बनते ह जो शिवदयाल जी बन गए बुक्को मै चूरमा खा रहें हैं

    • @hariomchouriya1294
      @hariomchouriya1294 28 днів тому

      ढोंगी बाबा ही शस्त्र विरूद्ध साधन बताता है जो शिवदयाल जी बताते है 2: 30सुबह 2: 30शाम को हट योग कोरिया जिसका कोई प्रमाण नहीं है

    • @hariomchouriya1294
      @hariomchouriya1294 28 днів тому

      संतो के गुण आप के गुरु को नही पता तो आप जो को तो पता होना ही कहा से था भाई जी
      सच्चे संत की सच्ची भक्ति से सभी लाभ शिष्यों को होते है और सच्चा संत की करनी पर आप जेसे लोगो के समझ में नही आयेगा भाई

  • @Prabhu621
    @Prabhu621 3 місяці тому +8

    संत रामपाल जी सच्चे सतगुरु है तो जेल में क्यों बैठे है।😂

    • @prakashmanglani8578
      @prakashmanglani8578 3 місяці тому

      जेल में तपस्या कर रहे है ।
      72 हुरो के लिए ।

    • @truthknowledge9660
      @truthknowledge9660 28 днів тому

      श्री देवी महापुराण के सातवें स्कंध पृष्ठ 562-563 पर प्रमाण है कि श्री देवी जी ने राजा हिमालय को उपदेश देते हुए कहा है कि हे राजन! अन्य सब बातों को छोड़कर मेरी भक्ति भी छोड़कर केवल एक ऊँ नाम का जाप कर

    • @SurandarsinghRanawat
      @SurandarsinghRanawat 28 днів тому

      गुरू बिन काहू न पाया ज्ञाना, ज्यों थोथा भुष छड़े मूढ़ किसाना।
      गुरू बिन वेद पढ़े जो प्राणी, समझे न सार रहे अज्ञानी।
      कबीर, नौ मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झख मार।
      सतगुरू ऐसा सुलझा दे, उलझै ना दूजी बार।।

    • @LakhanMahant-mb7hr
      @LakhanMahant-mb7hr 28 днів тому

      कबीर साहेब जी अपनी वाणी में कहते हैं कि-
      जो मम संत सत उपदेश दृढ़ावै (बतावै), वाके संग सभि राड़ बढ़ावै।
      या सब संत महंतन की करणी, धर्मदास मैं तो से वर्णी।।
      कबीर साहेब अपने प्रिय शिष्य धर्मदास को इस वाणी में ये समझा रहे हैं कि जो मेरा संत सत भक्ति मार्ग को बताएगा उसके साथ सभी संत व महंत झगड़ा करेंगे। ये उसकी पहचान होगी।

    • @fairytale661
      @fairytale661 28 днів тому

      Krishna ji jail mein kyu paida hue the?
      Bhagat Singh aur Sukhdev bhi toh jail gaye the kya Aaj ka samaj unhe galat bolta hai?
      Itihas gawah hai jab jab sach ko samne laane ki koshish ki jaati hai tab tab uske bohot virodhi hote hain.
      Humare parmeshwar Kabir ji ke roop mein Satguru Rampal ji Maharaj aaye Hain humare toh bhagwan hain.
      Sant Rampal ji Maharaj ji se naam diksha lene Matra se bhakto ko aise aise laabh mile hain jiski koi ginti nahi . Aam jagat ke guru kehte Hain ki kismat ko koi nhi badal sakta vo toh bhogna hi padta hai l lekin humare Guru ji Sant Rampal ji Maharaj kismat bhi badal dete hain.
      "Andhe ko aankh det, kodhin ko kaya
      Banjhan ko Putra det NIRDHAN ko maya" ye saari baatein sach Hui Hain ye sukh sirf sant Rampal ji Maharaj ke bhakto ko hi milte hain.
      Sat Saheb Ji 🙏🏻

  • @bhupindersinghmarwah4857
    @bhupindersinghmarwah4857 23 години тому

    ਸਿੱਖੀ ਸਵਰੂਪ ਚ ਨਹੀਂ ____ ਤੇ ਸਿੱਖੀ ਤੋਂ ਟੁੱਟ ਕੇ ਨਹੀਂ_ ਸਿੱਖੀ ਸਰੂਪ ਸਿੱਖ ਧਰਮ ਦਾ copyright ਆ

  • @drcharansingh4624
    @drcharansingh4624 27 днів тому +1

    सभी नकली धर्मगुरु संतो को संत रामपाल जी महाराज जी गलत दिखाई देते हैं क्योंकि संत रामपाल जी महाराज जी सच्चे संत हैं जो की सच्चाई बताते हैं ऐसे ही यह पांच नाम वाले हैं जय गुरुदेव राधा स्वामी इत्यादि घट रामायण में बताया है पांचो नाम कल के जानो तब दानी मां संख्या आने पांच नाम जीव जब बांका छतवान नाम गुप्त कर रखा

  • @bharatigaikwad1213
    @bharatigaikwad1213 Рік тому +4

    💯राधास्वामी पंथ के नकली धर्मगुरु सतनाम को ही परिभाषित नहीं कर सके। इनको ये ही नहीं पता सतनाम भगवान है या स्थान है या मन्त्र का जाप है।
    उनकी पुस्तक संतमत प्रकाश भाग-3 जिसके लेखक सावन सिंह जी हैं के पृष्ठ 76 पर लिखा है कि "सचखंड या सतनाम चौथा लोक है", तथा पृष्ठ 79 पर लिखा है कि "चौथा राम सतनाम है, यही असली राम है।"

    • @anurodhbhatnagar235
      @anurodhbhatnagar235 2 місяці тому +1

      Satlok mein Satnam anhad shabd hai. Radhaswami mat par galat aarop lagatey ho. Radhaswami mat ki anya pustakon mein Satlok mein hone wala anhad shabd Satnam bataya hai. Radhaswami mat bhi Kabir Saheb ko apna Guru maanta hai.

    • @chhamilalanuragi8826
      @chhamilalanuragi8826 28 днів тому

      शिव जी ने तपस्या से खुश होकर भस्मासुर को भस्म कंडा दे दिया लेकिन फिर उनको अपनी जान भस्मासुर से ही बचानी भारी पड़ गई। तब कबीर परमेश्वर ने उनकी रक्षा मोहिनी रूप बनाकर की क्योंकि वास्तव में कबीर परमात्मा ही समर्थ हैं।
      ज्यादा जानकारी के देखिए वीडियो "शिव की समर्थता - Part 1" Factful Debates यूट्यूब चैनल पर

    • @anurodhbhatnagar235
      @anurodhbhatnagar235 28 днів тому

      @@chhamilalanuragi8826 Kabir Saheb ne likha hai ki 'Kabir dhara Agam ki satguru dai lakhay ulat tahi sumiran karo swami sang milay. 'Iska arth hai ki Agam lok se aaney wali dhara satguru ne dikha di. Us dhara ko ulat kar swami ke saath jodkar sumiran karo. Dhara ka ulta Radha hua aur swami ke saath jodkar Radhaswami hua, jiska sumiran karney ke liye Kabir Saheb ne farmaya. Radhaswami asli parmatma hain aur Radhaswami sachcha panth hai.

    • @anurodhbhatnagar235
      @anurodhbhatnagar235 27 днів тому

      @@chhamilalanuragi8826 Kabir Saheb ne khud Radhaswami naam ke sumiran karney ki salah di hai. Kabir Saheb ka doha hai-Kabir dhara Agam ki satguru dai lakhay ulat tahi sumiran karo swami sang milay. Iska arth hai ki Agam lok ki dhara satguru ne dikha di. Is dhara ko ulat kar swami ke saath jodkar sumiran karo. Dhara ka ulta Radha hua aur Swami ke saath jodkar Radhaswami hua.

  • @sahibmeramaharban
    @sahibmeramaharban Місяць тому +5

    आपका मत सिद्धांत यही है कि दूसरे को नीचा दिखा कर आप ऊंचा होना चाहते हो यानी कि दूसरे को गलत साबित करो आप सही साबित होना चाहते हो

    • @truthknowledge9660
      @truthknowledge9660 28 днів тому

      @@sahibmeramaharban
      श्रीकृष्ण ने अपने मित्र सुदामा की दरिद्रता को समाप्त कर उनका महल बना दिया था। जबकि कबीर जी ने तैमूरलंग की दरिद्रता को समाप्त कर सात पीढ़ी का राज्य प्रदान किया था। इतिहास साक्षी है कि तैमूरलंग से लेकर औरंगजेब तक उसकी सात पीढ़ी ने भारत पर शासन किया था।

    • @sahibmeramaharban
      @sahibmeramaharban 28 днів тому

      @@truthknowledge9660 बिल्कुल गलत बात है संत महापुरुष कभी किसी को धन दौलत माया नहीं देते

    • @msgyan11
      @msgyan11 28 днів тому

      किन्हीं को गलत साबित करके ऊंचा होने का कोई मकसद नहीं हमारा मकसद सिर्फ सच्चे भक्ति से है जिससे कि हमारी पूरी मुक्ति हो सकती है आप सभी शास्त्रों से अपनी भक्ति को मिला करके देखें वह क्या हमारे शास्त्रों से मिलती है या नहीं आपकी भक्ति शास्त्रों में कुल है या नहीं आपको मालूम हो जाएगा कौन सही है कौन गलत

    • @KalendraKumar-ln1pr
      @KalendraKumar-ln1pr 27 днів тому

      Glt ko glt aur shi ko shi kahane me kon si man apman hai. Ydi dono ke lxn n btae jae to shi aur glt ki phchan kaise hogi.

  • @MadanGundravat
    @MadanGundravat 27 днів тому

    सतगुरु देव जी की जय हो सभी भाइयों और बहनों से निवेदन है कि इस वीडियो कोपूरा देखें सत साहेब

  • @namitadewangan6390
    @namitadewangan6390 27 днів тому

    🌟भौतिक सुविधाएं होने पर यदि कोई सत्य भक्ति नहीं करता तो वह व्यक्ति पूर्व जन्मों में की गयी भक्ति का ही फल भोग रहा है।
    आज यदि सत्य भक्ति नहीं करते तो अगले जन्म में चौरासी में कष्ट उठाना पड़ेगा।

  • @new-hr4gs
    @new-hr4gs Рік тому +7

    गीता जी अध्याय 8 श्लोक 16 के अनुसार पृथ्वी लोक से ब्रह्मलोक तक सभी लोक पुनरावृत्ति में हैं।
    लेकिन सतलोक ही वह अमर स्थान है, जहां जाने के बाद साधक की जन्म-मृत्यु नहीं होती।

    • @surenderpal5070
      @surenderpal5070 3 місяці тому +1

      Radha swami ji

    • @STKBhakti76132
      @STKBhakti76132 Місяць тому

      आब्रह्मभुवनाल्लोकाः पुनरावर्तिनोऽर्जुन ।
      मामुपेत्य तु कौन्तेय पुनर्जन्म न विद्यते ॥ (१६)

    • @STKBhakti76132
      @STKBhakti76132 Місяць тому

      और संस्कृत में आ का अर्थ इस होता है।भुवन का अर्थ संसार। होता है।
      आप ब्रह्म भुवन लोक का मतलब इस संसार में आए सभी प्राणी पुनरावृत्ति में है।
      गूगल पर सर्च कर लेना भुवन का अर्थ
      गीता को ढंग से पढो गीता को

  • @YuvrajSingh-le5ee
    @YuvrajSingh-le5ee 3 місяці тому +3

    Bandi chhod satguru Rampal Ji Maharaj ki Jai Ho ❤❤❤❤❤

  • @satpalkaralia8318
    @satpalkaralia8318 2 години тому +1

    Dusre panth ko galat batana
    Apne panth ko sahi sabit krne ki koshish h
    Bhagwan to ek h
    Maan ne ka tarika alag alag h
    Aise vedeo logon k dikha k kya batana chahte ho aap
    Jra socho

  • @vijayrathor1343
    @vijayrathor1343 27 днів тому +1

    हम जिस परमात्मा की खोज में रहते थे दरसल हमे यह नहीं पता था कि वह कोन है और कैसा है बस मन माने आचरण से देवी देवताओं की भक्ती करते रहते थे हमने कभी आपने धर्म ग्रन्थों को नहीं पड़ा
    SA news द्वारा की हुईं डीवेट से सत्य सामने आया और हमारे सदग्रंथों में किया लिखा हुआ है हमें यह पता चला और दूध का दूध पानी का पानी अलग हो गया राम राम सब जग बखाने आदि राम कोई बिरला जाने संत रामपाल जी महाराज ही वह संत हैं जिस का ज़िक्र श्री मद गीता जी में है संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर और उनके बताए हुए भक्ति साधना से ही मोक्ष प्राप्त हो सकता है

  • @aaradhanasoni7997
    @aaradhanasoni7997 Рік тому +3

    Spiritual Knowledge

    • @sonu5429
      @sonu5429 Місяць тому

      🙏saty saheb ji

  • @SukhwinderSingh-qs9mh
    @SukhwinderSingh-qs9mh 3 місяці тому +17

    Yaar ek Baat samaj mein nahi aati Agar Baba Rampal Bhagwan hai toh jail mein kyon hai

    • @jogindersingh9329
      @jogindersingh9329 3 місяці тому +1

      Parmatma hai sat guru rampal ji

    • @Kabeer_is__god_6090
      @Kabeer_is__god_6090 3 місяці тому

      Yahi to baat hai ki har kisi ko samajh nahi yata
      Sant rampal ji Maharaj ji ki lila

    • @SagarSingh-pt4ih
      @SagarSingh-pt4ih 3 місяці тому

      😊😊😊😊😊😊😅😅 ki

    • @Yoddhabgmii
      @Yoddhabgmii 2 місяці тому

      Kabhi bhar bhi nahi aane wale logo ko bhatka rahe hai

    • @jigarchoudhary364
      @jigarchoudhary364 28 днів тому

      Jo Sach Bolta hai Puri Duniya Uske Khilaf ho Jati Hai

  • @craftyrabbit932
    @craftyrabbit932 27 днів тому +1

    हमारे धर्म गुरु, कथावाचकों का कहना है कि ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों एक ही हैं, जबकि हमारे धर्म शास्त्रों में साफ-साफ लिखा है कि ये तीनों देवता अलग-अलग हैं।

  • @tilaksahu2214
    @tilaksahu2214 28 днів тому

    गुरु नानक जी ने भविष्यवाणी किया था कि मेरे जाने के पश्चात 100 वर्ष के बाद एक महान संत आएगा जो जाट जाति से होगा।

  • @mkverma9922
    @mkverma9922 Рік тому +6

    नौ मन सूत उलझिया,ये ऋषि रहे झक मार ।
    सद्गुरु ऐसा सुलझा दे उलझे न दुजी बार ।।

  • @ParamSatyaParameshwer
    @ParamSatyaParameshwer Рік тому +7

    Kabir Is Supreme God 🙏🌹

  • @KamalSingh-z4x
    @KamalSingh-z4x 27 днів тому

    इतनी बड़ी रहस्य आज परमात्मा की ही रजा से इस डिबेट से सारे संसार को पूर्ण परमात्मा मिल गया। अब कोई संशय ही नहीं रहा। बहुत-बहुत धन्यवाद मीडिया वालों को । जो संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान जन जन तक पोछाया 🙏🙏