सभी धर्मो के भगवान एक काल्पनिक हैं और जो मानलो तो भगवान न मानो तो कुछ नहीं शाम मानव जी आप का प्रयास अंधविश्वास खिलाफ एक अच्छा और दुनिया को अंधेरे से रोशनी मे लाने का अच्छा प्रयास है
इतने बड़े ब्रह्मांड में इंसान की ओकात एक मच्छर से भी कम है हमसे से ताकतवर और बुद्धिमान कितनी ही प्रजाति इस ब्रमाण्ड में पल रही होंगी और ये बात बिल्कुल सच है। अब सवाल ये उठता है अगर कोई भगवान होगा भी तो उस भगवान की नजरो में हम इतने नलायक और तुच्छ हैं की उसने हमे एक ही ग्रह दिया 😂 और उसमे भी 71% पानी है अब बचा 29% इसमें से 20% जंगल है अब इंसान सिर्फ इस पृथ्वी पर 9% का मालिक है तो हम भगवान की नजरो में इतने तुच्छ हैं की उसने हमे इस ब्रमाण्ड में 9% जगह दी है 😅 जितना समय डायनासोरो ने इस धरती पे बिताया है उसका आधा भी अभी हम नही जिए हैं अभी भी समय है नास्तिक बन जाओ बरना पूरी जिंदगी ऐसे ही निकल जायेगी बस एक ही जीवन है इसके अलावा कुछ नही न हम जन्म से पहले थे न हम मरने के बाद होंगे इस दुनिया को जानो ये मुमकिन विज्ञान की वजह से ही होगा धन्यवाद🙏
Duniya hai aur ye chalrahi hai 🙌🏻🙏best scientific theory Wow amazing outstanding Matter and energy conversion theory pahilii baar sunii yaar maine ajj milaa hai gyaan wow wow so great wow Kitne scientific hai sir app wow i really admire kitna informative video hai must watch 🙏🙏🙏
यह किसी ने नहीं देखा कि भगवान ने इंसान को बनाया है लेकिन यह सच है इंसान ने ईश्वर को बनाया है संसार को चलाने के पीछे विज्ञानिक प्रक्रिया है जिसे हम खोज रहे हैं जब तक हम खोज नहीं पाएंगे तब तक हमारा उत्तर यही कहेगा की यह संसार ईश्वर द्वारा चलाया जा रहा है और धन्यवाद
Jo aaj ye aap bata rahe ho na ki surya ki duri itni hai uski utni h ye chij yu hai ye yu h to mere bete ye sabhi chije vedo main pehle se hi batayi hui hai
मुझे भी भगवान ने कुछ नहीं दिया मगर प्रकृति ने बहुत कुछ दिया है अगर भगवान मानना है तो मैं सिर्फ प्रकृति की पूजा करूंगा । 🏹जय जोहार जय आदिवासी 🏹 🌾प्रकृति पूजक 🌾
@@YogeshPatel-pc2wr unhe parkirti vayakhaya samjne ke liye muje kya karna hoga...kykoi muje kuch bhi nahi pata...bhai ji...aap hi bata 🙏 bhai saab..life bahut jayada kharab chal rahi hai sehat bhi theek nahi rehti...😥😥
श्याम मानव जी आपकी बातें आपके समझ के सीमित दायरे को दर्शाता है। हमारे देश में सबसे बड़ी दिक्कत यही है वही शख्स ज्यादा विज्ञान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण की बात करता है जिसने दसवीं कक्षा के बाद कभी विज्ञान की पढ़ाई नहीं की है। और इसके आधार पर सृष्टि के सारी घटनाओं की व्याख्या करने की कोशिश करता है। और इस क्रम में वह गलत दिशा में चला जाता है। खैर क्वांटम फिजिक्स नाम की भी एक चीज होती है जो यह मानने पर मजबूर कर देता है कि सुपर कॉन्शियस नाम की चीज होती ही है। यही वजह है कि आइंस्टीन अपने मरते दम तक क्वांटम फिजिक्स को स्वीकार नहीं कर पीये और ना ही गलत होने के सबूत दे पाए। पाप पुण्य सही गलत के उदाहरण जो आप दे रहे हैं वह मानव निर्मित है। मानव यह मानता है कि निर्माण सही कार्य है और डिस्ट्रक्शन गलत। लेकिन प्रकृति दोनों में ही निरपेक्ष है। डिस्ट्रक्शन पर ही निर्माण खड़ा होता है और निर्माण के बाद डिस्ट्रक्शन होता है यह एक सतत प्रक्रिया है। आप गूगल पर क्वांटम एंटेंगल थ्योरी सर्च कीजिए। इस चीज के लिए वैज्ञानिकों को हाल में ही नोबेल प्राइज भी मिला है। जो यह बताता है की प्रकृति के छोटे से छोटे इकाई में भी चेतन होती है। और हां मैंने जानबूझकर पार्टिकल नहीं कहा है। क्योंकि पार्टिकल वाली धरना पदार्थ के लिए लोअर क्लासेस तक की सीमित होती है। जिस तरह से घर के भीतर रहकर घर बाहर से कैसा दिखता है आप पूरी तरह से कभी नहीं समझ सकते है। प्रकृति ने जीवों को बनाया है जीवों प्रकृति को नहीं बनाया है। इसलिए आप अपने सीमित दिमाग से प्रकृति को कभी नहीं समझ सकते।
मैं पूरी तरह समझे बिना किसी बात का भी खंडन नहीं करता हूं मेरा मानना यही है कि सत्य का हमेशा समर्थन किया जाना चाहिए बसरते कि वह सत्य हो और सतत हो और सबके सामने पारदर्शी भी हो ! कृपया श्याम मानव जी या उनके जैसे विचार वाले कोई महानुभाव बताएंगे कि ऊर्जा, पदार्थ , से चेतन कैसे पैदा होती है जब कोई व्यक्ति हम कहते हैं मर गया तो फिर जिंदा कर दो ना उसे उसमें कमी क्या है चेतना ही तो नहीं है ! जिंदा करने का उपाय आप बताओ या आपके समविचार कोई वैज्ञानिक सोचे ! यदि आप इंसान की ज्ञानेंद्रिय के ऊपर ही निर्भर हैं तो यह समझ लीजिए और विज्ञान कहता है जान भी लीजिए कि इंसान की ज्ञानेंद्रिय की क्षमता बहुत सीमित हैं ! इंसान की सुनने की देखने की सूंघने की क्षमता बहुत अल्प है इस मामले में बहुत से पक्षियों की जानवरों की क्षमता है इंसान से बहुत बहुत ज्यादा है यह तो आम जीवन में देखने को भी मिलता है ! ! क्यों ? क्या यह सत्य नहीं है ?
प्रणाम सरजी.. फिजिक्ससे एक जवाब मिलता है.. फिजिक्स कहता है की इस होल युनिव्हर्समें हर दो मास में आकर्षण रहता है और वह उन दोनोके क्वांटम ऑफ मासपर डिपेंड रहता है, बडा मास जादा ताकदकी वजहसे छोटे मासकी खिंचता रहता है लेकीन उनका खिंचना दोनोके डिस्टंसपर निर्भर होता है..दुसरी बात दोनोपर अपोझिट या सेम मॅग्नेटिक फोर्सेस का अमल रहता है, अत: दोनोमें आकर्षण या रिपल्शन होता है, यही नियम युनिव्हर्सके सभी दो सब्स्टंसमें होती रहती है जिससे नेचरमें हमेशा उथल-पुथल रहती है..क्लिअर मतलब है कि ये सब करनेवाला होता कोई नहीं, ये सब हाय प्रेशरसे लो प्रेशर तकका फ्लो होताहै..इसीसे युनिव्हर्सेमें सभी चीजे, घटनाए बनती बिगडती रहती है..और ये सिर्फ सा य न्स ही है, बाकी कुछ नहीं..ये बात अच्छी तरहसे समझमें आयी तो भगवान जैसी बातका कहींपर प्रश्नही नहीं आता.. धन्यवाद..!!
Dear sir, you have a very rational thinking, and instead of taking advantage of the ignorance of 80 ℅ people, you area trying to explain u r rational which is very good work to educate what Swami vivekanand was doing to explain matter and energy.
God is nature God is Science God is All God is mind God is intelligence Anu Renu Trina Kashta All God God is man . Man is God Sarvam Kalvidam Brahmam Vijnan...mean Vishesh Jnan...of... our Intelligence Mind, - Jai Gurudev
बुद्धि तत्व केवल और केवल चेतन पदार्थो में है।अगर अपने आप बनता तो रोटी भी बनकर मनुष्य के मुंह में आ जानी चाहिए थी।तीन तत्वों को जाने बना प्रश्नों का हल नही हो सकता।
भगवान के बारे मे बोलते समय एक संतुलन रखना पडया है । क्योकि भगवान को बुरा लगे ना लगे मनुष्य कोइ बात ना होने पर भी खुद को पसंद ना आने पर बुरा मान लेता है। यह प्रश्र्न मूलभूत तत्व खा होने के साथ साथ महत्वपूर्ण भी है। और आपने बात को समझाते हुए तर्क दिए वो बाते तर्क संगत है। आपका प्रयास सृष्टी को अच्छी तरह समझने के लिए है और ये अच्छी बात लगती है
फालतू के दो कौड़ी के चैनल को लोग मिलियन में सब्सक्राइब करते हैं,,,, अगर बढ़ाना है तो इस चैनल को बढ़ाइये,,, यही आपका कर्तव्य होना चाहिए,,, बहुत बहुत धन्यवाद मानव जी and टीम,,, बहुत अच्छा काम कर रहे हैं आप लोग,,,सही मायने में यूट्यूब का सदुपयोग आपने किया है,,,
जगत अनंत विराट है विज्ञान कहता है कि यह एक प्रक्रिया है धर्म कहता है यह चमत्कार है दोनों ही ठीक पर यह प्रक्रिया और चमत्कार है किसका यह कोई नहीं जानता ना विज्ञान ना धर्म वह तीसरा ही है जिनको ना धर्म जानता है ना विज्ञान की प्रक्रिया ही
आपका कोई भी उत्तर संतुष्ट कर पाने में असफल है क्योंकि स्वयं आप अपने को कॉन्फीडेंट नहीं पाते हैं। सुनी सुनाई बातों को अपने अनुसार कह कर समय वबाॅद कर रहे हैं।
विज्ञान ने साडे चार सो करोड़ का इतिहास कैसे जाना? कुछ धारणाएं, मान्यताओं और अनुमान की थियरी पर से! कोई प्रमाण तो हैं नहीं! विज्ञान के नाम पर यह सब चलता हैं।
सब पाखंड हैं । ईश्वर नाम की क़ोईं होतीं तो कभी अन्याय " ना " होतां । 1947 के विभाजन में पचास लाख़ लोगों का नरसंहार ना होतां । पाँच लाख महिलाओँ के साथ सामूहिक दुष्कर्म ना होतां । 1984 में 80 हज़ार लोगों का नरसंहार ना होतां
अगर भगवान है तो प्रगट होकर सृष्टि के रचना के बारे इंसान को बताना चाहिए. इंसान ने सृष्टि को बहुत खतरा पैदा किया है. कुछ लोगोने बहुत मातम पैदा किया है. कुछ लोग बहुत अन्याय कर रहे है.
हां एक घड़ी ऐसी आती है जब अपने आपको नास्तिक कहनेवाला आदमी भी उस परीस्थीती में आ जाये तो ? मानलो के वह नाव में बैठा है और मझधार में हो उसे तैरना बिलकुल भी नहीं आता और नावका नाविक यह कहदे की अचानक तुफान आने वाला है और जीसे तैरना आता हो ओ पार हो जायेगा और नहीं आता वह भगवान से प्रार्थना कर ले ... तो देखो फीर उस आदमी की भगवान को नहीं मानने की फिलोसॉफी कहां गायब हो जाती है। जय श्रीराम।
भैया जी जरा सोचो अगर एक सुई भी बिना किसी ने बनाये बगैर नहीं बनती और रुई से धागा भी बिना किसी के बनाये नहीं बनता तो फीर ईतनी बडी दुनिया भी बिना किसीके बनाए नहीं बन बन सकती। सरल सी बात है लेकिन किसीके दिमाग में ये बात नहीं आती है तो उसको कोई नहीं समझा सकता ।
और फिर वो दुनिया बनाने वाला भी बिना किसी के बनाये हुए नहीं बन सकता. फिर दुनिया बनाने वाले को बनाने वाला भी बिना किसी के बनाये हुए नहीं बन सकता. यह शृंखला अनंत तक चलती रहनी चाहिए.
@@Bharat_Jidiya are bablu sui dhaga ko manusya ne banaya naki sui dhaga ne manusya ko banaya. Jo ultimate creator hai wohi vagwan hai jaha se creator ka ant hojata hai
सर जर देव या जगात नाही तर अदमापूरचे संत बाळू मामा साक्ष्यात देव आहे असे त्यांच्या सोबत असलेल्या सहकाऱ्यांनी सांगितले आहे की बाळू मामा जे बोलायचे तेच होयचं ,त्यांचे सहकारी आज पण जिवंत आहे,त्याच्यावर तुमचं काय मत आहे,लवकर सांगा
अगर विज्ञान ही सब कुछ है तो इंसान अमर क्यों नहीं है मरने के बाद उसमें से क्या निकालता है वह कहाँ जाता है उसके बाद क्या होता है विज्ञान पहले इन सब प्रश्नों के उत्तर खोजे इसके बाद कहे कि ईश्वर नहीं है जबकि आध्यात्म में इन सभी प्रश्नों के उत्तर हैं पुनर्जन्म की घटनाएँ इसे और भी प्रमाणित करतीं हैं श्रीमद्भागवतगीता महापुराण में आपके सभी प्रश्नों के सटीक उत्तर हैं विज्ञान तो ईश्वर के सामने बहुत कुछ भी नहीं है ईश्वर विज्ञान से परे है
यानि ये मान सकते हैं कि एनर्जी को पावर और को ही गोड कह सकते हैं और एनर्जी सभी जगह विध्मान हैं जिसे न तो बनाया जा सकता है, न ही मिटाया जा सकता हैं स्वतह ही रुपान्तरित होती रहती हैं और यही गोड हैं
समय यात्रा को अगर विज्ञान मानता है तो परमात्मा है अगर विज्ञान कहे के ऐक बन्दा 2030 में जा कर आया तो इसका मतलव कोई है जिसने 2030 में जो होना है वो पहले ही निश्चत कर दिया है तो वो कोन है जिसने पहले ही आगे आने वाले समय की घटनाये पहले ही निश्चत कर दिया वो ही परमात्मा है कोई माने या ना माने किसी के मानने या ना मानने से परमात्मा को कोई फर्क नही पड़ता वैसे भी जब भी किसी उन्नत सभ्यता का अंत होता है तो उसका कारण हर बार विज्ञान ही होता है हर बार विज्ञान जब खुद को परमात्मा से भी बडा़ मानने लगता है परमात्मा के होने से इंकार करता है तब ही अंत होता है मुझे लगता है अब वो समय आ गया है ऐक बार फिर इस सभ्यता का अंत होने वाला है ।।
सच कहा आपने भाई? यदि आत्मा और परमात्मा नहीं है तो फिर कैसे एक मृत आत्मा ने किसी अनजान व्यक्ति के ऊपर आकर न्याय कराया। और कोई इनको बताये कि भाई हरभजनसिंह की आत्मा आज भी मरने के बाद भी सीमा की सुरक्षा कर रही है। कैसे कोई मरने के बाद सपना देकर पैदा होता है और वही निशान होते हैं।
Time Travel ke bare me pehle thik se pdo bhai... Time travel us trha nhi possible hy jaise tm smj rhe ki 2030 me koi chala gya or fir 2020 me vps aa gya
ईश्वर नाही है ऐसे कहना मुर्खता है.क्योंकी ईश्वर के अस्तित्व केलीए शास्त्र प्रमान है, और शास्त्र के अनुसार ईश्वर का ज्ञान किसी भी प्रमाण से सिध्द नही होता. ईश्वर का ज्ञान/आत्म ज्ञान केवल अनन्य भक्ती से ही होता है. आपका कहना है की ईश्वर सर्वशक्तिमान है तो दुनिया बनाने केलीए ४५०करोड साल क्यो लिये ? इसका जवाब आपको योग वशिष्ठ ग्रंथ के तिसरे (३) प्रकरण ग्रंथ में मीलेगा. ईश्वर सर्वभूतानाम हृदयसी अर्जुना तिष्ठती ,भ्रमयसी सर्वभुतानी यंत्ररुढाणी मायय (भगवत गीता)
Jo log sochte h ki sb kuch apne aap kese ho skta h kisi ne to bnaya hoga. Wo aisa bhi soche ki god ko bhi kisi ne banaya hoga apne aap smjh aa jayega kese kya bna h
Ghar ka system chalane ke liye insan ki itni halat kharab ho jati hai toh itna bada sansar kya apne aap hi chal raha hai. Isko ishwar chala raha hai. Aap ke har sawal ka jawab Quran Majeed aur hadees mein hai.
मानव जी अपने आप कुछ नहीं होता हर घटना के पीछे कोई ना कोई होता है .बिग बँग के पहले कुछ नहीं था तो अचानक इतना सारा अगणित मँटर कहाँ से आया इसका जवाब विज्ञान भी नहीं दे सकता .आपके जन्म के पीछे कौन है यह आपको भी मालूम है.आपका जन्म अपने आप नहीं हुआ .इस स्रुष्टी को जो उत्पन्न करता है उसी को सामान्य लोग ईश्वर कहते है .और आखिर मे स्रुष्टी विसर्जन होता है तो इतना सारा अगणित मँटर कहाँ जाता है. न्युटन के नियम देखो तब समझ आयेगा अपने आप कुछ नही होता है.अब रही बात आप ईश्वर को मानते नहीं यह आपकी व्यक्तीगत विषय है.विज्ञान अभी तक ईश्वर के अस्तित्व तक नहीं पहुँचा है यह अभी अधुरा है इसको उस दिशा मे जाने की जरूरत है .
दोस्तो भगवान तो है यह बात सच हे भगवान आप को किस n kis रूप में हेल्प जरूर की होगी लाइफ में याद करो । और जो अच्छा बुरा होता है । वो उनके कर्मों का फल मिलता है । अगर भगवान सबका अच्छा ही करेगा किसी का कुछ भी बुरा या हानि नहीं होगी तो भगवान को कोन याद करेगा अपने कर्मो का फल मिलता है । यह बात 101% सत्य हे। दोस्तो और इस बात को विज्ञान भी मानती है। शाम मानव से बोलने से कुछ नही होता है । शाम मानव क्या वैज्ञानिक है। अभी तक कोई चीज का आविष्कार किया हे।
संत तुकाराम महाराज म्हणतात चाले हे शरीर कोनाचीये सत्ते I कोण बोलविते हरिविण I हेच भगवान श्रीकृष्ण सांगतात मयाध्यक्षेन प्रकृती सुयते स चराचर I हेतूनानेय कौंतेय जगद विपरी वर्तते I
Jeb hamare saamne maut khadi hoti hai hamare paas bachne ka koi Marg Nehi hota.teb hame na koi dost. Na koi reshtedar na koi vidhwan yaad atta hai hame srif yaad atte hai tho kevel bhgwan.
Black holes ke baare jis confidence se aapne bol diya, usko recalibrate karne ki zarurat hai. Black holes abhi VIgyan ka adhura vishay hai...iss par aap kaise bol sakte hain ki woh phutate hain.
If u don't have created a wall around your being a rationalist and hense knowing everything (I am also not a superstitious one ) then please ever talk to me , I will not criticises or falsity u , but will surely ask more important question than u answer ! , And this will surely be beneficial for both of us !we can really and rightly interact and learn from each other !
यह सब निर्माण कैसे हो जाता है। जरा यह बताएं। आप अंधविश्वास के खिलाफ बोलते हैं यह बहुत अच्छा है लेकिन सबकुछ अपने आप हो रहा है इसका जवाब आप कभी नहीं दे पाएंगे।
@@harshgajbhiye9657 kya anubhav hoga? Aaj tak kai baar jalaya aur bauzaya... Lekin Bhagwan nahi dikha... Dil se kai baar pukara lekin kabhi aaya nahi aur ehsaas bhi nahi hua ...
सभी धर्मो के भगवान एक काल्पनिक हैं और जो मानलो तो भगवान न मानो तो कुछ नहीं
शाम मानव जी आप का प्रयास अंधविश्वास खिलाफ एक अच्छा और दुनिया को अंधेरे से रोशनी मे लाने का अच्छा प्रयास है
Allah sahi hai ya kalpanik?
@@ketangandhi7223kalpanik hai sabhi
Lekin hindu dharm se chaloge to jiyoge
प्रकृति ही ईश्वर है।
ईश्वर,जीव और प्रकृति को समझे बिना आपको उत्तर नही मिल सकता।
Exactly
*Shyam Sir please maintain a smile on your face...we all wish you a healthy and long life*
इतने बड़े ब्रह्मांड में इंसान की ओकात एक मच्छर से भी कम है हमसे से ताकतवर और बुद्धिमान कितनी ही प्रजाति इस ब्रमाण्ड में पल रही होंगी और ये बात बिल्कुल सच है। अब सवाल ये उठता है अगर कोई भगवान होगा भी तो उस भगवान की नजरो में हम इतने नलायक और तुच्छ हैं की उसने हमे एक ही ग्रह दिया 😂 और उसमे भी 71% पानी है अब बचा 29% इसमें से 20% जंगल है अब इंसान सिर्फ इस पृथ्वी पर 9% का मालिक है तो हम भगवान की नजरो में इतने तुच्छ हैं की उसने हमे इस ब्रमाण्ड में 9% जगह दी है 😅 जितना समय डायनासोरो ने इस धरती पे बिताया है उसका आधा भी अभी हम नही जिए हैं अभी भी समय है नास्तिक बन जाओ बरना पूरी जिंदगी ऐसे ही निकल जायेगी बस एक ही जीवन है इसके अलावा कुछ नही न हम जन्म से पहले थे न हम मरने के बाद होंगे इस दुनिया को जानो ये मुमकिन विज्ञान की वजह से ही होगा
धन्यवाद🙏
Bhai Mufti Nadeem al wajidi sahab se aik debate kar lo please
@@BirdsAnimalslover98bhaiya aap bhi seince jurney se debate kar lo kuch bhi nahi hai nastik bano
सर अंध विश्वास के खिलाफ आप का काम सराहनीह है . लेकीन सायंस भी सिर्फ अलग अलग थिअरिज देता है . लेकीन सायंस के पास भी पुरा सच नही है .
Duniya hai aur ye chalrahi hai 🙌🏻🙏best scientific theory
Wow amazing outstanding
Matter and energy conversion theory pahilii baar sunii yaar maine ajj milaa hai gyaan wow wow so great wow
Kitne scientific hai sir app wow i really admire kitna informative video hai must watch 🙏🙏🙏
यह किसी ने नहीं देखा कि भगवान ने इंसान को बनाया है लेकिन यह सच है इंसान ने ईश्वर को बनाया है संसार को चलाने के पीछे विज्ञानिक प्रक्रिया है जिसे हम खोज रहे हैं जब तक हम खोज नहीं पाएंगे तब तक हमारा उत्तर यही कहेगा की यह संसार ईश्वर द्वारा चलाया जा रहा है और धन्यवाद
आप सम्मोहन के भ्रम मे जी रहे हो और लोगों को भ्रमित कर रहे है
Jyada nā soche tai aale
Jo aaj ye aap bata rahe ho na ki surya ki duri itni hai uski utni h ye chij yu hai ye yu h to mere bete ye sabhi chije vedo main pehle se hi batayi hui hai
Vaiya tum bandar se aaye the dekhne gaye the
Exact reply
मुझे भी भगवान ने कुछ नहीं दिया मगर प्रकृति ने बहुत कुछ दिया है अगर भगवान मानना है तो मैं सिर्फ प्रकृति की पूजा करूंगा ।
🏹जय जोहार जय आदिवासी 🏹
🌾प्रकृति पूजक 🌾
Bhai ji muje bhi bata do parkirati ne aap ko kaise diya taki mai bhi life se theek rahu aur kaamyaab rahu...pls muje bataye 🎉
@@ManishKumar-zu5kn प्रकृति व्याख्या क्या है उन्हे एकबार आप समझ लीजिए बाकी आपको समझाने की जरूरत नहीं है
@@YogeshPatel-pc2wr unhe parkirti vayakhaya samjne ke liye muje kya karna hoga...kykoi muje kuch bhi nahi pata...bhai ji...aap hi bata 🙏 bhai saab..life bahut jayada kharab chal rahi hai sehat bhi theek nahi rehti...😥😥
@@ManishKumar-zu5kn सुबह 6 बजे उठ जाओ कुछ भी काम करना स्टार्ट करदो टाइम पर खाना खा लो सेहत अपने आप ठीक हो जाएगी।
श्याम मानव जी आपकी बातें आपके समझ के सीमित दायरे को दर्शाता है।
हमारे देश में सबसे बड़ी दिक्कत यही है वही शख्स ज्यादा विज्ञान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण की बात करता है जिसने दसवीं कक्षा के बाद कभी विज्ञान की पढ़ाई नहीं की है। और इसके आधार पर सृष्टि के सारी घटनाओं की व्याख्या करने की कोशिश करता है। और इस क्रम में वह गलत दिशा में चला जाता है।
खैर क्वांटम फिजिक्स नाम की भी एक चीज होती है जो यह मानने पर मजबूर कर देता है कि सुपर कॉन्शियस नाम की चीज होती ही है। यही वजह है कि आइंस्टीन अपने मरते दम तक क्वांटम फिजिक्स को स्वीकार नहीं कर पीये और ना ही गलत होने के सबूत दे पाए।
पाप पुण्य सही गलत के उदाहरण जो आप दे रहे हैं वह मानव निर्मित है। मानव यह मानता है कि निर्माण सही कार्य है और डिस्ट्रक्शन गलत। लेकिन प्रकृति दोनों में ही निरपेक्ष है। डिस्ट्रक्शन पर ही निर्माण खड़ा होता है और निर्माण के बाद डिस्ट्रक्शन होता है यह एक सतत प्रक्रिया है।
आप गूगल पर क्वांटम एंटेंगल थ्योरी सर्च कीजिए। इस चीज के लिए वैज्ञानिकों को हाल में ही नोबेल प्राइज भी मिला है। जो यह बताता है की प्रकृति के छोटे से छोटे इकाई में भी चेतन होती है। और हां मैंने जानबूझकर पार्टिकल नहीं कहा है। क्योंकि पार्टिकल वाली धरना पदार्थ के लिए लोअर क्लासेस तक की सीमित होती है।
जिस तरह से घर के भीतर रहकर घर बाहर से कैसा दिखता है आप पूरी तरह से कभी नहीं समझ सकते है। प्रकृति ने जीवों को बनाया है जीवों प्रकृति को नहीं बनाया है। इसलिए आप अपने सीमित दिमाग से प्रकृति को कभी नहीं समझ सकते।
मैं पूरी तरह समझे बिना किसी बात का भी खंडन नहीं करता हूं मेरा मानना यही है कि सत्य का हमेशा समर्थन किया जाना चाहिए बसरते कि वह सत्य हो और सतत हो और सबके सामने पारदर्शी भी हो ! कृपया श्याम मानव जी या उनके जैसे विचार वाले कोई महानुभाव बताएंगे कि ऊर्जा, पदार्थ , से चेतन कैसे पैदा होती है जब कोई व्यक्ति हम कहते हैं मर गया तो फिर जिंदा कर दो ना उसे उसमें कमी क्या है चेतना ही तो नहीं है ! जिंदा करने का उपाय आप बताओ या आपके समविचार कोई वैज्ञानिक सोचे ! यदि आप इंसान की ज्ञानेंद्रिय के ऊपर ही निर्भर हैं तो यह समझ लीजिए और विज्ञान कहता है जान भी लीजिए कि इंसान की ज्ञानेंद्रिय की क्षमता बहुत सीमित हैं ! इंसान की सुनने की देखने की सूंघने की क्षमता बहुत अल्प है इस मामले में बहुत से पक्षियों की जानवरों की क्षमता है इंसान से बहुत बहुत ज्यादा है यह तो आम जीवन में देखने को भी मिलता है ! ! क्यों ? क्या यह सत्य नहीं है ?
अगर भगवान नहीं है तो देखने के लिए इतनी सुंदर आंखों की प्रक्रिया कैसे बनी अपने आप
वीडियो कॉफी वैज्ञानिक सच है। धन्यवाद साहब।
Shai sir G ❤
मैं आपको फुल सपोर्ट करता हूं
कर्म ही ईश्वर है। प्रेम ही पूजा हे।
यह ब्रह्मांड हमारी सोच से भी कई गुना बड़ा है भगवान के बिना अपने आप कैसे चल सकता है?
tu bhagwan ka naam lekar 10 din bhukha rah le
प्रणाम सरजी.. फिजिक्ससे एक जवाब मिलता है.. फिजिक्स कहता है की इस होल युनिव्हर्समें हर दो मास में आकर्षण रहता है और वह उन दोनोके क्वांटम ऑफ मासपर डिपेंड रहता है, बडा मास जादा ताकदकी वजहसे छोटे मासकी खिंचता रहता है लेकीन उनका खिंचना दोनोके डिस्टंसपर निर्भर होता है..दुसरी बात दोनोपर अपोझिट या सेम मॅग्नेटिक फोर्सेस का अमल रहता है, अत: दोनोमें आकर्षण या रिपल्शन होता है, यही नियम युनिव्हर्सके सभी दो सब्स्टंसमें होती रहती है जिससे नेचरमें हमेशा उथल-पुथल रहती है..क्लिअर मतलब है कि ये सब करनेवाला होता कोई नहीं, ये सब हाय प्रेशरसे लो प्रेशर तकका फ्लो होताहै..इसीसे युनिव्हर्सेमें सभी चीजे, घटनाए बनती बिगडती रहती है..और ये सिर्फ सा य न्स ही है, बाकी कुछ नहीं..ये बात अच्छी तरहसे समझमें आयी तो भगवान जैसी बातका कहींपर प्रश्नही नहीं आता.. धन्यवाद..!!
श्याम मानव को चाहिए ,महर्षि दयानंद का साहित्य पढ़ कर सत्याग्रही बने। सत्य का ग्रहण और असत्य का त्याग करना ही मनुष्य धर्म है।
Prabhu Yeshu Sacha parmeshwar.. 😊❤️
कोई भगवान,ईश्वर नही है,प्रकृति में केवल प्रक्रिया है ,सतत सब बदलता रहता है
Correct
प्रकृति अपने-आप चलती है और बिगड़ती यह बहुत सारी गैस और मैटर और ऊर्जा बनना और बिगड़ना होता है बहुत सारे तत्व है
सारे सवालों का जवाब स्वयं के अंदर है खोज करें स्वयं को जानने के बाद कोई जिज्ञासा नहीं रहती
Apne ki jai?
Kyaa milaa?
Dear sir, you have a very rational thinking, and instead of taking advantage of the ignorance of 80 ℅ people, you area trying to explain u r rational which is very good work to educate what Swami vivekanand was doing to explain matter and energy.
Aapke nimnatam mastishk ki nyuntam koshikaao me jo yeh tark bhi aa rha hain na ki bhagwan hain ya nhi ...yeh bhi unhi bhagwan ki prerna....
God is nature
God is Science
God is All
God is mind
God is intelligence
Anu Renu Trina Kashta
All God
God is man
. Man is God
Sarvam Kalvidam Brahmam
Vijnan...mean Vishesh Jnan...of... our Intelligence Mind, -
Jai Gurudev
Ho gyi backchodi chal abb logical aur true bat krr 😅
I agree with you sir. I support u .Please keep doing good work in interest of humanity. I am big fan of you.
ईश्वराची व्याख्या " निसर्ग नियमासहीत,स्वंय चलीत, स्वंय नियंत्रित, पध्दतशीर व्यवस्था" म्हणजे परमेश्वर.
Veg TRUE..
बुद्धि तत्व केवल और केवल चेतन पदार्थो में है।अगर अपने आप बनता तो रोटी भी बनकर मनुष्य के मुंह में आ जानी चाहिए थी।तीन तत्वों को जाने बना प्रश्नों का हल नही हो सकता।
So much good thought for all of students and teachers thanks
भगवान के बारे मे बोलते समय एक संतुलन रखना पडया है । क्योकि भगवान को बुरा लगे ना लगे मनुष्य कोइ बात ना होने पर भी खुद को पसंद ना आने पर बुरा मान लेता है।
यह प्रश्र्न मूलभूत तत्व खा होने के साथ साथ महत्वपूर्ण भी है। और आपने बात को समझाते हुए तर्क दिए वो बाते तर्क संगत है। आपका प्रयास सृष्टी को अच्छी तरह समझने के लिए है और ये अच्छी बात लगती है
फालतू के दो कौड़ी के चैनल को लोग मिलियन में सब्सक्राइब करते हैं,,,,
अगर बढ़ाना है तो इस चैनल को बढ़ाइये,,, यही आपका कर्तव्य होना चाहिए,,,
बहुत बहुत धन्यवाद मानव जी and टीम,,,
बहुत अच्छा काम कर रहे हैं आप लोग,,,सही मायने में यूट्यूब का सदुपयोग आपने किया है,,,
जगत अनंत विराट है विज्ञान कहता है कि यह एक प्रक्रिया है धर्म कहता है यह चमत्कार है दोनों ही ठीक पर यह प्रक्रिया और चमत्कार है किसका यह कोई नहीं जानता ना विज्ञान ना धर्म वह तीसरा ही है जिनको ना धर्म जानता है ना विज्ञान की प्रक्रिया ही
Nice information, thanks
आपका कोई भी उत्तर संतुष्ट कर पाने में असफल है क्योंकि स्वयं आप अपने को कॉन्फीडेंट नहीं पाते हैं। सुनी सुनाई बातों को अपने अनुसार कह कर समय वबाॅद कर रहे हैं।
तो सही क्या आप ही बता दो 😡
नास्तिक है बोलने दो , अज्ञानी है
Jaha saayens khetm hota hai vaha se he Prabhu ki shakti kaam karna shuru hoti hai bolo Jay baba mahakaal.
Absolutely truth namaste thank you so much for your attempts about science and technology, jaihind jai Bharat
थैंक्स
विज्ञान ने साडे चार सो करोड़ का इतिहास कैसे जाना? कुछ धारणाएं, मान्यताओं और अनुमान की थियरी पर से! कोई प्रमाण तो हैं नहीं! विज्ञान के नाम पर यह सब चलता हैं।
इस शहाणे को सुनने के बजाय ओशो ध्यान करो और सुनो सभी सवालों के जवाब मिल जायेंगे ।
😂😂😂😂😂😂 what a joke
सब पाखंड हैं । ईश्वर नाम की क़ोईं होतीं तो कभी अन्याय " ना " होतां । 1947 के विभाजन में पचास लाख़ लोगों का नरसंहार ना होतां । पाँच लाख महिलाओँ के साथ सामूहिक दुष्कर्म ना होतां । 1984 में 80 हज़ार लोगों का नरसंहार ना होतां
गीता अध्याय,3 श्लोक 28
अगर भगवान है तो प्रगट होकर सृष्टि के रचना के बारे इंसान को बताना चाहिए. इंसान ने सृष्टि को बहुत खतरा पैदा किया है. कुछ लोगोने बहुत मातम पैदा किया है. कुछ लोग बहुत अन्याय कर रहे है.
हां एक घड़ी ऐसी आती है जब अपने आपको नास्तिक कहनेवाला आदमी भी उस परीस्थीती में आ जाये तो ? मानलो के वह नाव में बैठा है और मझधार में हो उसे तैरना बिलकुल भी नहीं आता और नावका नाविक यह कहदे की अचानक तुफान आने वाला है और जीसे तैरना आता हो ओ पार हो जायेगा और नहीं आता वह भगवान से प्रार्थना कर ले ... तो देखो फीर उस आदमी की भगवान को नहीं मानने की फिलोसॉफी कहां गायब हो जाती है। जय श्रीराम।
टाइटैनिक के सारे यात्री किसी ने किसी भगवान को याद कर रहे थे।
Bhagat Singh ne Fasi ke fande pr Latakne Tak bhagwan ka naam nhi Liya thha bhai
अक्सर चारो धाम देव् दर्शन को जाणे वाले yaatriyo के bus यां ट्रैन का accident होते हुवे देखा और जाना है,
तालिबान ने किसका क्या बिगाडा है ?
तालिबान कहता है, इज्जत से जीयो !
नंगापन छोडो ! 🐯
इस दुनिया में मूर्खों की कमी नहीं गालिब एक ढूँढो हजार मिलते हैं
भगवान और शेतान ऐ ऐक दुसरे मिले हुऐ हैं जुठ से सब चल रहा है जीस दीन सत्य आयेगा उस दीन भाग जायेगे सभी घर्म
धर्म एकही है।हा पंथो की गति ऐसी हो सकती है।
@@umeshrathi3791 सत्य आयेगा तुम्हारे सभी घर्म भगवान कै शेतान दोनो खत्म कर देगा
@@MTSONAM-y5qऐसा मत बोलो वरना मैं यही से बैठे बैठे ही तुम्हे भस्म कर देंगे 🤣🤣🤣
The American physicist Lauren Kraus in his book 'Universe from Nothing' has explained beautifully about the creation of universe
Fir allah ka kya hoga bhai
Yeah
Is it available in Hindi version?
भैया जी जरा सोचो अगर एक सुई भी बिना किसी ने बनाये बगैर नहीं बनती और रुई से धागा भी बिना किसी के बनाये नहीं बनता तो फीर ईतनी बडी दुनिया भी बिना किसीके बनाए नहीं बन बन सकती। सरल सी बात है लेकिन किसीके दिमाग में ये बात नहीं आती है तो उसको कोई नहीं समझा सकता ।
Are mere bhai to fir God ko kisne banaya 😂
और फिर वो दुनिया बनाने वाला भी बिना किसी के बनाये हुए नहीं बन सकता. फिर दुनिया बनाने वाले को बनाने वाला भी बिना किसी के बनाये हुए नहीं बन सकता. यह शृंखला अनंत तक चलती रहनी चाहिए.
@@Bharat_Jidiya are bablu sui dhaga ko manusya ne banaya naki sui dhaga ne manusya ko banaya. Jo ultimate creator hai wohi vagwan hai jaha se creator ka ant hojata hai
@@Bharat_Jidiyavais khake charbi badhake tune dimag mota karliya to us moti mandbudhi dimag ye suxam baat kaha se entry lega . Popad lal
सर जर देव या जगात नाही तर अदमापूरचे संत बाळू मामा साक्ष्यात देव आहे असे त्यांच्या सोबत असलेल्या सहकाऱ्यांनी सांगितले आहे की बाळू मामा जे बोलायचे तेच होयचं ,त्यांचे सहकारी आज पण जिवंत आहे,त्याच्यावर तुमचं काय मत आहे,लवकर सांगा
आरे दादा त्यांचे अनुभव खोटे असू शकत नाहीत का ? तू तुझे अनुभव सांग.
बाळूमामा देव आहे हेच मुळात असत्य आहे
प्रकृति क्वालिटेटिव एंड क्वाटिटेटिव परम्यूटेशन एंड कॉम्बिनेशन एक प्रक्रिया गत करती रहती है
Premanand Maharaj ji ke bare Mai aapka kya kehna hai...
Nature is God
Good Job sir 💙💙💙💙💙🙏
अगर विज्ञान ही सब कुछ है तो इंसान अमर क्यों नहीं है मरने के बाद उसमें से क्या निकालता है वह कहाँ जाता है उसके बाद क्या होता है विज्ञान पहले इन सब प्रश्नों के उत्तर खोजे इसके बाद कहे कि ईश्वर नहीं है जबकि आध्यात्म में इन सभी प्रश्नों के उत्तर हैं पुनर्जन्म की घटनाएँ इसे और भी प्रमाणित करतीं हैं श्रीमद्भागवतगीता महापुराण में आपके सभी प्रश्नों के सटीक उत्तर हैं विज्ञान तो ईश्वर के सामने बहुत कुछ भी नहीं है ईश्वर विज्ञान से परे है
भैया यह आत्मा नहीं है कोशिका चलाती है शरीर को जब कोशिका मर जाती है तो डेडबॉडी हो जाती है
@@bhuwansingh7859 कोशिकाओं को फिर से डलवा के जीवित कर के दिखाओ
sab kaa malik ek he
यानि ये मान सकते हैं कि
एनर्जी को पावर और को ही गोड
कह सकते हैं
और एनर्जी सभी जगह विध्मान हैं जिसे न तो
बनाया जा सकता है, न ही मिटाया जा सकता हैं
स्वतह ही रुपान्तरित होती रहती हैं
और यही गोड हैं
Physics, chemistry aur biology ke adbhut combination se ye universe chalta bhi hai aur niyantrit bhi hota hai
बुद्धि तत्व जड़ पदार्थो में नहीं होता।इतना सामान्य नियम को समझे।
कृष्ण भगवान ने कहा था, परिवर्तन संसार का नियम है
Wonderful
Sir mana ki apki soch scienfic h but ye jaruri nahi ki apki har bat sahi h
मानव जी श्रृष्टी चलाने वाला है। सौ टका सच हे।
समय यात्रा को अगर विज्ञान मानता है तो परमात्मा है अगर विज्ञान कहे के ऐक बन्दा 2030 में जा कर आया तो इसका मतलव कोई है जिसने 2030 में जो होना है वो पहले ही निश्चत कर दिया है तो वो कोन है जिसने पहले ही आगे आने वाले समय की घटनाये पहले ही निश्चत कर दिया वो ही परमात्मा है कोई माने या ना माने किसी के मानने या ना मानने से परमात्मा को कोई फर्क नही पड़ता वैसे भी जब भी किसी उन्नत सभ्यता का अंत होता है तो उसका कारण हर बार विज्ञान ही होता है हर बार विज्ञान जब खुद को परमात्मा से भी बडा़ मानने लगता है परमात्मा के होने से इंकार करता है तब ही अंत होता है मुझे लगता है अब वो समय आ गया है ऐक बार फिर इस सभ्यता का अंत होने वाला है ।।
सच कहा आपने भाई? यदि आत्मा और परमात्मा नहीं है तो फिर कैसे एक मृत आत्मा ने किसी अनजान व्यक्ति के ऊपर आकर न्याय कराया। और कोई इनको बताये कि भाई हरभजनसिंह की आत्मा आज भी मरने के बाद भी सीमा की सुरक्षा कर रही है। कैसे कोई मरने के बाद सपना देकर पैदा होता है और वही निशान होते हैं।
Time Travel ke bare me pehle thik se pdo bhai... Time travel us trha nhi possible hy jaise tm smj rhe ki 2030 me koi chala gya or fir 2020 me vps aa gya
Kab hoga ant fir ye bhi bata de bhai???
Kab hoga ant ye b bata do bhai
Sabkuch kr leta hu pehle
Bilkul hiii informative video nhi lagaa just ek hii baat duniya h aur chalrahi hai
🙏🙏🙏may god bless you
ईश्वर नाही है ऐसे कहना मुर्खता है.क्योंकी ईश्वर के अस्तित्व केलीए शास्त्र प्रमान है, और शास्त्र के अनुसार ईश्वर का ज्ञान किसी भी प्रमाण से सिध्द नही होता. ईश्वर का ज्ञान/आत्म ज्ञान केवल अनन्य भक्ती से ही होता है. आपका कहना है की ईश्वर सर्वशक्तिमान है तो दुनिया बनाने केलीए ४५०करोड साल क्यो लिये ? इसका जवाब आपको योग वशिष्ठ ग्रंथ के तिसरे (३) प्रकरण ग्रंथ में मीलेगा. ईश्वर सर्वभूतानाम हृदयसी अर्जुना तिष्ठती ,भ्रमयसी सर्वभुतानी यंत्ररुढाणी मायय (भगवत गीता)
Good information
❤❤🎉😢😮
?
ँ❤❤❤❤❤😢😮???????????
Dr Mahule
Jo log sochte h ki sb kuch apne aap kese ho skta h kisi ne to bnaya hoga. Wo aisa bhi soche ki god ko bhi kisi ne banaya hoga apne aap smjh aa jayega kese kya bna h
Ghar ka system chalane ke liye insan ki itni halat kharab ho jati hai toh itna bada sansar kya apne aap hi chal raha hai. Isko ishwar chala raha hai. Aap ke har sawal ka jawab Quran Majeed aur hadees mein hai.
Isko kehte hai manav ka.Ahankar. har ek mai khud kitna shresth hu dikhane ke liye sab bhul jata hai
मानव जी अपने आप कुछ नहीं होता हर घटना के पीछे कोई ना कोई होता है .बिग बँग के पहले कुछ नहीं था तो अचानक इतना सारा अगणित मँटर कहाँ से आया इसका जवाब विज्ञान भी नहीं दे सकता .आपके जन्म के पीछे कौन है यह आपको भी मालूम है.आपका जन्म अपने आप नहीं हुआ .इस स्रुष्टी को जो उत्पन्न करता है उसी को सामान्य लोग ईश्वर कहते है .और आखिर मे स्रुष्टी विसर्जन होता है तो इतना सारा अगणित मँटर कहाँ जाता है. न्युटन के नियम देखो तब समझ आयेगा अपने आप कुछ नही होता है.अब रही बात आप ईश्वर को मानते नहीं यह आपकी व्यक्तीगत विषय है.विज्ञान अभी तक ईश्वर के अस्तित्व तक नहीं पहुँचा है यह अभी अधुरा है इसको उस दिशा मे जाने की जरूरत है .
Prakrti hi shiv hai
जवाब सच है मानव जी
9%. Ko hi maintain karne ke liye. Baki 91 % ko banaya hai..
आश्चर्य है सभी भगवान के शक्ल लगभग इंसान से ही मिलती है😂
6:20 time ... Absolutely😢
Prakriti hi Ishwar hai ise Janna samajhna yahi hamara Lakshya hona chahiye
मानव शरीर को देखने के बाद यह पता चलता की इतनी अनुकूल परिस्थि में इतना सटीक निर्माण हो गया 😂😂
Sidha jawaab kriya wahi parkiriya badlati rehti hai rahi wo bhagwaan yu hi nahi bna kyoki usko samjhne ke liye man se man ki doori ko napna hai
Shyam manav is great man
आप सवालों के जवाब जो आप देते है मे संतुस्ट हो जाता हु👌
इनके अनुसार जो विज्ञान पाश्चात्य देशों ने बताया वो ही सिर्फ विज्ञान है भारत की विज्ञान विज्ञान नहीं। ये सिर्फ एक ऐजेंडे का हिस्सा है
Kyah. Bugyaan
Bharat kaa bugyaann kyaa h 😮🤔
दोस्तो भगवान तो है यह बात सच हे भगवान आप को किस n kis रूप में हेल्प जरूर की होगी लाइफ में याद करो । और जो अच्छा बुरा होता है । वो उनके कर्मों का फल मिलता है । अगर भगवान सबका अच्छा ही करेगा किसी का कुछ भी बुरा या हानि नहीं होगी तो भगवान को कोन याद करेगा अपने कर्मो का फल मिलता है । यह बात 101% सत्य हे। दोस्तो और इस बात को विज्ञान भी मानती है। शाम मानव से बोलने से कुछ नही होता है । शाम मानव क्या वैज्ञानिक है। अभी तक कोई चीज का आविष्कार किया हे।
आपने सही बात की है.शाम मानव के विचार तो विश्व के सामने शुन्य है.इसे सत्य कैसे माने.
Very good answer
Nice sir 🙏🙏🙏🙏
Ishwar vighyan se siddha hota hai na ki agyan se
Isi mahapurush jaise ram krishna aadi aadi ke nam japne se kbhi Ishwar prapt nahi hoga
इसका कोई ना करता धर्ता यह अमिट अनादि है जीव और पुद्गल नाचे जामें कर्म उपाधि है।
However people live by their beliefs
સરસ હું ખુબ ખુબ ગમ્યું આભાર
Jai shree ram
Natural
संत तुकाराम महाराज म्हणतात
चाले हे शरीर कोनाचीये सत्ते I कोण बोलविते हरिविण I
हेच भगवान श्रीकृष्ण सांगतात
मयाध्यक्षेन प्रकृती सुयते स चराचर I हेतूनानेय कौंतेय जगद विपरी वर्तते I
एकदम बरोबर आवडले.
👌💯
सुंदर मार्गदर्शन, जबरदस्त मार्गदर्शन
Jeb hamare saamne maut khadi hoti hai hamare paas bachne ka koi Marg Nehi hota.teb hame na koi dost. Na koi reshtedar na koi vidhwan yaad atta hai hame srif yaad atte hai tho kevel bhgwan.
Best apne. Andh. Bishwas. Ko. Nst. KaRne. And. All. Mnushyo. Ko. Manav. Jati. Ko. Andh. Bhagti. Andhbushwas. Ko. Roka. Time. But. Bhut. Jyada. Lagrga. Hid. Hea. Satty. Me. DhaRm. Me. Maneata. Me. Na. Ki. Jhuth. Andbhagati. Ke. Bevkoof. Pakhandbad. Me. Ye. Jugement. Me😮😮😢😮
Sir you are great man.. please aapke jaise..or logo ki team banaye...tabhi.. insaaniyat ka bhala ho skta hai
Black holes ke baare jis confidence se aapne bol diya, usko recalibrate karne ki zarurat hai. Black holes abhi VIgyan ka adhura vishay hai...iss par aap kaise bol sakte hain ki woh phutate hain.
If u don't have created a wall around your being a rationalist and hense knowing everything (I am also not a superstitious one ) then please ever talk to me , I will not criticises or falsity u , but will surely ask more important question than u answer ! , And this will surely be beneficial for both of us !we can really and rightly interact and learn from each other !
आप खुद में अस्पष्ट है,,,
Absolutely right sir
यह सब निर्माण कैसे हो जाता है। जरा यह बताएं। आप अंधविश्वास के खिलाफ बोलते हैं यह बहुत अच्छा है लेकिन सबकुछ अपने आप हो रहा है इसका जवाब आप कभी नहीं दे पाएंगे।
Big Bang theory padh jake... science student will never think 🤔 like this....
Big bang theory & Evolution...
diya jalake dekh aur bujha ke dekh thoda anubhav hoga
@@harshgajbhiye9657 kya anubhav hoga? Aaj tak kai baar jalaya aur bauzaya... Lekin Bhagwan nahi dikha... Dil se kai baar pukara lekin kabhi aaya nahi aur ehsaas bhi nahi hua ...
Aap ne bahot kitaben padhe hu ek baar Quran bhi padhna apil