बोलने की कला जीवन की सबसे बड़ी कला है अनिल साहेब प्रवचन 9598380974
Вставка
- Опубліковано 5 тра 2022
- sadaguru abhilash saheb ji prvachan
• सदगुरु ।। कबीर ।। अभि...
Facebook / kabir-parakh-sansthan-...
Website
www.kabirparakh.com
all bhajan pravachan
ua-cam.com/users/view_all_play...
anil prvachan
• अनिल साहेब प्रवचन ANIL...
param pujya gurudev dharamendra saheb ji all pravachan
• कबीर पारख संस्थान धर्म...
kabir bhajan
• कबीर भजन कबीर पारख संस...
sant bhajan prvachan
• कबीर पारख संस्थान OTHE...
warshik satsang samaroh 2019
• कबीर पारख संस्थान वार्...
संतप्रवर श्री अभिलाष साहेब
(17/08/1933 - 26/09/2012)
मानव मात्र ही नहीं प्राणी मात्र को अपने प्रेम के आयाम में समेट लेने वाले संत सम्राट सद्गुरु कबीर साहेब की परंपरा में परम पूज्य गुरुदेव संत श्री अभिलाष साहेब जी महान संतों में से एक हैं। सद्गुरु कबीर के पारख सिद्धांत को भारत में प्रचार-प्रसार करने में पूज्य गुरुदेव का अतुलनीय योगदान है। आपका जन्म उ0 प्र0 के जिला सिद्धार्थ नगर के खानतारा ग्राम में दिनांक 17 अगस्त 1933 तदनुसार भाद्र कृष्ण द्वादशी संवत 1990 दिन गुरुवार को हुआ।आपकी माता का नाम श्रीमती जगरानी देवी एवं पिता का नाम पं0 श्री दुर्गाप्रसाद शुक्ल जी जो एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। पिता के सामाजिक व्यस्ततता के कारण आपकी विधिवत स्कुली शिक्षा नहीं हो पाई थी। आपने कक्षा एक में छह महीने तथा कक्षा दो में छह महीने की पढ़ाई की, किन्तु आपको किसी भी कक्षा में परीक्षा देने का अवसर नहीं मिला।
17 वर्ष की अवस्था में आप कबीरपंथ से परिचित हुए। आपने 21 वर्ष की अवस्था में गृहत्याग कर कबीर आश्रम बड़हरा, जिला गोंडा (उ0प्र0) के प्रसिद्ध महंत पूज्यपाद सद्गुरु श्री रामसूरत साहेब जी द्वारा साधुवेष की दीक्षा ली | कबीर पारख संस्थान इलाहाबाद के संस्थापक तथा बीजक व्याख्या, पंचग्रंथी टीका, योगदर्शन भाष्य, रामायण रहस्य, गीतासार, उपनिषद सौरभ, कबीर दर्शन, वेद क्या कहते हैं? कहत कबीर, धर्म को डुबाने वाला कौन?, ढ़ाई आखर, मोक्षशास्त्र, बूंद.बूंद अमृत, व्यवहार की कला आदि लगभग 100 प्रकार के सामाजिक, आध्यात्मिक एवं व्यावहारिक ग्रंथों के यशस्वी लेखक हैं। आपकी ओजस्वी वाणी में भारतीय संस्कृति के ऋषि मनीषियों के उद्गार समाहित रहते हैं।
परम पूज्य गुरुदेव श्री अभिलाष साहेब जी की निर्मल वाणियों से सभी वर्ग के लाखों लोग मानवीय गरिमा को समझकर जहां व्यावहारिक जीवन को सुख.शांति पूर्वक जीने में सफल हुए हैं वहीं अनेक साधक साधनामय जीवन जीते हुए कल्याण की दिशा में अग्रसर हुए हैं।
कबीर
विक्रमी संवत 1455-1575
सन-1398-1518
कबीर साहेब सन 1399 ई0 में शिशु रूप में काशी के लहरताला तालाब में जनश्रुति के अनुसार नीरू.नीमा जोलाहा दंपत्ति को मिले और उन्हीं द्वारा पाले-पोषे गये। आप अपने छुटपन से ही प्रखर बुद्धि के एवं चिंतनशील थे। शायद आपने स्वामी श्री रामानंद को अपना गुरु माना हो, परंतु आपका अपना वास्तविक गुरु स्वयं का विवेक था। आप आजीवन ब्रह्मचारी एवं विरक्त संत के रूप में रहे। आपने सामाजिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक तीनों क्षेत्रों में आंदोलन किया। आपने मानव मात्र की एक जाति बताया, मानवता एक धर्म बताया तथा आत्मा को ही परमात्मा कहा। अपने आप पर संयम की कड़ाई तथा दूसरे प्राणियों के प्रति दया तथा प्रेम का बरताव - इन दोनों आचरणों को आपने अपने जीवन में उतारा तथा समाज को इसी की सीख दी। आपके व्यक्तित्व में कवि, सुधारक, क्रांतिकारी आदि अनेक रूप उभरे किन्तु आपका सबसे बड़ा रूप परमार्थ.लीन संत का है। इसीलिए आप भारतवर्ष में संत.शिरोमणि के रूप में मान्य हैं और आपका यह रूप विश्व में विख्यात है।
उनका मुख्य ग्रन्थ बीजक है, जिसकी अनेक टिकाएं उपलब्ध हैं, बीजक कबीर को एक बुद्धजीवी के रूप में प्रस्तुत करता है | उनके अंतिम दिन मगहर में आमी नदी के किनारे बीते | वे हिन्दू और मुस्लमान दोनों द्वारा पूज्य मने गए
KABIR
kabir saheb 1398-1518 A D
No authentic history of Kabir Saheb is available in historical texts. It is presumed he was born in 1398 AD in Lahartara of kashi, the present day Varanasi city of Uttar praesh in Northern India.As per prevalent among public it is said he was brought up by a muslim weaver couple named Niru and Nima in kashi.Kabir Saheb was fiercely intellectual and contemplative since his young age.Probably he opted Swami Ramanand, the orthodox Hindu monk of his time, as his guru but his own discretion was his true guru.He lived a life of a celibate and a devout saint all through out his life.
Saheb bandagi saheb ji ko 🎉❤🎉🎉
saheb bandagi saheb ji very nice pravchan
साहेब बंदगी साहेब
Saheb बन्दगी
Saheb bandagi
Saheb bandgi
आप को सादर प्रणाम है
बहुत सुंदर प्रवचन साहेब जी
Bahut sunder guru ji
Koti koti pranam
Sadguruji ko sat sat namn
साहेब बंदगी गुरूदेव जी
अद् भूत, अनील साहेब, I love you forever.
कबीर आश्रम सकंरी अनिल साहेब जी का सत्संग अम्रत रस लेकर मन शुद्ध होकर आत्म परमात्मा को सहारा मिलता है सभी महा पुरुषो संतों को हार्दिक ह्रदय से अभिनंदन करता हूं दंदवट प्रणाम करता हूं हमारे ऊपर कृपा बनायीं रखें
🙏🙏
Jai sri krishna
baba
Jai sat guru ji maharaj ki jai
Sahib bandagi Sahib ji Sahib bandagi
🎉🎉🎉
बहुत ही सुंदर सतगुरु जी महराज
Saheb. BnGi
Jay ho Kabir ji
Shadar perdam bahut sundar perwachan
Jay SatNam saheb🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Anil saheb ji ko koti koti naman 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sadar saheb bandagi saheb ji🙂🙂🙏🙏
Dhanyawad shar koi apko Lakha Lakha dhanyawad
बहुत सुंदर शिक्षा दी है 🙏🙏🙏
Radhe Radhe Krishna ji
Anil saheb ji ko pranam
जय श्री सत गुरु देव भगवान आपके चरणों में दंडवत प्रणाम साहिब बंदगी साहिब बंदगी साहिब बंदगी 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🚩🚩🚩
🌹🌹🙏🙏 Hare Krishna Hare Krishna 🌷🌷Hare Ram
Sadguru ko barnbar pranam
साहेब बंदगी साहेब गुरूजी
Anil Saheb ji ko pranam🙏🙏🙏
Ati sundar pravachan
Saheb bandagi saheb
सपेम साहेब बंदगी साहेब
Bahut badhiya bat batai. 🙏🙏🙏
साहेब बंदगी
नमस्कार जय श्रीराम बहुत बहुत धन्यवाद
Jay.guru.mahara🙏🙏🙏🙏🙏🙏,,,
Saheb Bandagi 🙏.
जय श्री राम
Bahut hi achchha prawchan diya aapne
Sat. Prem. Spiral. Sat. Sang. On. One. Only. Sat. Jeevan.
Jai Mata guru
🙏🏻साहेब बंदगी साहेब जी🙏🏻
🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏❤👌
सप्रेम बन्दगी साहेब
Jay jay Guru ji 🙏 Thanks for your precious words ❤ 💕 🙏
बहुत-बहुत dhanyvad
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब जी 🙏🙏🙏
Jay saheb ki
Jai maha kaal 🌹🌹🌹🌹🌹🙏🥀
Bhut hi sundar pravachan
साहिब बंदगी
Sadguru Ji Ko prnam 🙏🙏
Sprem saheb bandgi saheb
जय गुरु देव जी 🌹🌹👏👏
🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹 Sahib bandagi Sahib bandagi Sahib bandagi
Jay gurudev🙏🙏
बहुत ही सुंदर अमृत विचार साहिब जी साहिब बंदगी साहिब बंदगी साहिब बंदगी
Saheb bandgi saheb
Good ji guruji ke liye hai
Saheb bandagi Saheb
अतिसुंदर
सहि का गुरू जी
खूप छान प्रवचन
saheb bandgi
🙏जय सनाथन जय
Bhut Sundar pravachan saheb ji 🙏🙏🙏🌹
Good
साहब बंदगी
Excellent sasangBolna
वाणी मीठी या कड़वी नहीं होती है
बल्कि,
समय की मांग पर वाणी स्वयं प्रस्फुटित होती है
इसलिए वक्ता को चाहिए कि वाणी को उचित समय पर उचित उपयोग करते हुए बोलना चाहिए
दुष्ट व्यक्ति से अगर आप प्रेम से पेश आते हैं तो मुश्किल हो सकता है कि वह सुधरे
लेकिन कठोरता से पेश आते ही वह सुधर जाता है
और कमजोर व्यक्ति से प्रेम से पेश आते ही वह सुधर पिघल जाता है
Apko naman
बहुत ही सुंदर प्रवचन
बहुत सुंदर
🙏🙏🙏❤️❤️🙏🙏🙏❤️❤️
Bharat Kanwar Patora bahut badhiya pravachan
Jai sanatan sadguru saheb
जय श्री राम
🙏🙏🙏
Jai shree Ram
Good 🙏🙏🙏👍👍👍good
Super
🙏🙏 bandagi saheb Manasa neemuch 🙏
Very nice
Bht sndr vichar anil sahebji saprem saheb bandagi
🙏🙏🙏😊💐💐
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Mukteshwarchauhan
अति सुंदर प्रवचन साहब के चरणो में🌹🌹 कोटि कोटि🙏 साहिब बंदगी🙏 साहिब बंदगी🙏 साहिब बंदगी
ऊँ
सद्गुरु ज़ी को प्रणाम 🙏
Good❤❤❤❤❤
Very true
Mere Apasabd bolane ka kaaran dhogi samaaj hai gurubhai ,,M,,
Change your thing to explore the world... 🤗
Rai bandagi Sahib bandagi Sahib bandagi
Nice
Very Nice spech