NAINA BARSEIN RIM JHIM -COMPLETE - LATA JI - RAJA MEHDI ALI KHAN -MADAN MOHAN ( WOH KAUN THI 1964 )
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- Опубліковано 24 чер 2024
- SINGERS: MADAN MOHAN ( AUDIO ) AND LATA JI
LYRICS : RAJA MEHDI ALI KHAN
MUSIC : MADAN MOHAN
MOVIE : WOH KAUN THI
PERFORMER : SADHANA - Розваги
Bigg hit number lata ❤❤❤ beautiful song
बहोत पुराना गाना हमेशा अच्छा लगता है सुनना❤❤
Love this! Love the song and love Madan Mohan as he is my most favourite MD! 😅👏🏾👏🏾👏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
mine too ! thank you sir ! 🙏
@@crazyoldsongs 🙏🏾❤️
Piya jarur aayenge
वह कौन थी, जो प्रायः हर चर्चित अभिनेत्री के लिए अपनी आवाज से बुलंदियों की शिखर पर पहुँचा दी? तो एक ही नाम सबके😂होठों पर होता है, "लता जी" ! क्या इतना काफी नहीं है इस गीत के लिए !
Kyon barse naina
वो दिन मेरी निगाहों में,वो यादें मेरी आहों में ,
ये दिल अब तक भटकता है तेरी उल्फ़त की राहों में ।
सूनी सूनी राहें ,सहमी सहमी बाँहें ,आँखों में है बरसों की प्यास ।।
नैना बरसे ,बरसे ,बरसे ….
एक समय था के गीत सुन कर सिहरन हो उठती थी । राजा मेहंदी के बोल और मदन जी की धुन और रहस्यमय संगीत 🎶 दोनों ही लाजवाब थे /हैं । रहस्य प्रधान फ़िल्म थी । बीस साल बाद - ये फ़िल्म भी रहस्य- प्रधान फ़िल्म थी । दोनों ही फ़िल्मों ने क़ामयाबी हासिल की लेकिन जो रोमांच’ मधुमती ‘ के आख़िरी दृश्य में था वो ये दोनों फ़िल्म जगा नहीं पाई । यही वो फ़िल्म थी जिस से संगीतकार मदन मोहन जी ने संगीत की अपार सफलता को भाँपते हुए ‘ फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड की बड़ी उम्मीद रखी थी लेकिन वो दोस्ती के लिये लक्ष्मी - प्यारे को मिल गया । यही वो वक्त था जब लता जी ने कहा कि “ हमारी दृष्टि में तो आप अवार्ड पा लिये । “ संगीत की दृष्टि से तो मेरा भी यही ख़्याल है ।ख़ैर ऐसी नाइंसाफ़ियाँ फ़िल्मफ़ेयर वालों ने नाजाने कितनी बार की हैं । ये लता जी ही थीं जिनके गाने पे मदन जी को फ़िल्म ‘दस्तक ‘के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था । लता जी के गाये इस बेहद खूबसूरत,सुरीले और रहस्य का पुट लिये हुए गीत को सुनाने के लिये हृदय से धन्यवाद प्रिय Cos .❤️
⭐️⭐️⭐️⭐️⭐️⭐️⭐️🙏🙏
Jaise ye dhun Madan jee ne 1947 ke lagbhag banayee aur istemaal kee 1964 main Film Wo Kaun Thee ke liye ussi tareh Film Veer Zara ke liye likhe gaye geeton kee dhune Madan jee kee unki mrityu ke pehle banayee gayee dhunon se Lee gayee . Lagbhag 100 dhune unkee Cupboard main unke bete ko mili jinn main se aath dhuno Chopda saheb ne chuni aur Lata jee ko khaas bulaya gaya nivedan karr ke kyunki wo Madan jee ke liye gaaya karti theen . Lata jee ne filmon main gaana band hee karr diya tha lekin Chopda saheb kee zid ke aage unhe jhukna pada aur unhone Veer - Zaara ke geeton ko gaakar mano itihaas rach diya - दो पल रूका यादों का कारवाँ और फिर चल दिये हम कहाँ तुम कहाँ…
Dear Cos aaj apne Madan Mohan jee ke geet bajakar ye tippani likhne parr majboor karr diya . Prabhu unki Atma ko shanti prdan kare.🙏🙏😢😢