@@Cultsurvivorsupport113 विनय जी आपको तहे दिल से धन्यवाद कि आपने ब्रह्मा कुमारीज नमक पाखंडी संस्था का पर्दाफाश करने और पाखंडीयो के चंगुल में फसी हिंदू माता और बहनों तथा भाइयों का अमूल्य जीवन बचाने का एक अपना प्रयास किया है।
डॉक्टर विनय जी आपने बहुत अच्छी तरीके से समझाया, मैं भी अपनी पत्नी से जो कि ब्रह्माकुमारी में बहुत ही आस्था रखती है यहाँ तक कि अपने घर परिवार पति को भी इगनौर करती हैं उनके लिए ब्रह्माकुमारी संस्था ही सब कुछ है मैं बहुत परेशान हूं मेरा उचित मार्गदर्शन करें
@@RasansVastuVandan *जी, कौन सी पार्टी सही बता रही है ~ कैसे मालूम होगा : यु-टयूब पर ही डा० किरण बेदी जी के वीडियोज हैं और वे बता रही हैं कि खुद उन्होंने एक नहीं बल्कि 2-2 बार ब्रहमाकुमारीज के लाभदायक चमत्कार देखें हैं ?*
@@Sameer.867 चमत्कारों पर विश्वास ना करो, श्रध्दा, भक्ति, समर्पित सेवाभाव, अपने कार्य में लगन और मेहनत के साथ चमत्कार सदृश घटनाएं होती रहेंगी। श्रध्दा भक्ति के साथ अच्छी पढ़ाई व वैज्ञानिकी दृष्टिकोण अपनाओ।
डॉक्टर साहब आपको ब्रम्हकुमारी को समझने में बहुत समय लगा,हम तो 5 दिन आश्रम में बिताने के बाद ही उसका सत्य समझ गए थे ।प्रसन्नता है कि आपको आत्म ज्ञान हुआ और वापस घर आ गए ।
@@nirupamaupadhyay402 Even then,the period was too large ,you must have convinced many of your friends during that period,now you have left them fending alone, people are talking.
डॉक्टर साहब आपका चिंतन सुनकर अच्छा लगा आप फिर से काल्पनिक जीवन से अपने वास्तविक जीवन में लौट आए अपने देवतुल्य परिजनों के सहयोग से इसकी मुझे बहुत खुशी है आप सदैव खुश रहे दीर्घजीवी हो ऐसी परमपिता परमात्मा से प्रार्थना। मुझे आपके इस पूरे कल्ट ज्ञान की प्राप्ति और आपके जीवन के दस ऊर्जावान वर्ष के लंबे फासले से बहुत हैरानी हुई आपने इतना लंबा स्वर्णिम समय गंवाकर ये ज्ञान पाया इसका खेद भी है लेकिन आप जैसे पढ़े लिखे इंसानों को भी ढोंगियों का मकड़जाल कैसे अपनी जकड़न में ले लेता है इस बात का भी पता चला। दरअसल सनातन धर्म और उसके पौराणिक संस्कारों को मिटाने के लिए ही ऐसे डेरे देश के सभी राज्यों जिलों और गांवों तक फैले हैं और कुछ ओशो जैसे अंग्रेजी भाषाओं पर पकड़ रखने वाले विदेशों तक पहुंचे। लेकिन क्या कभी हमने एक सच्चे सनातनी बनकर ये सोचा कि बाबा रामपाल,बाबा आसाराम,बाबा डेरा सच्चा सौदा,राधे मां,बाबा निरंकारी संत और न जाने कितने ऐसे दुकान और शो रूम इस देश में खुले हुए हैं जो क्या कर रहे हैं सब अपना अपना नरेटिव और एजेंडा सेट करके सनातन के ही किसी ज्ञान को निमित बनाकर सनातन के टुकड़े करते हैं और ये अतीत से चला आ रहा है उदाहरण के लिए हमारा जैन धर्म हमारा सिख समाज हमारा विश्नोई समाज और भी कई ऐसे पंत और मत जो सनातन से निकलकर आज सनातन के लिए चुनौती खड़ी कर रहे हैं ये धंधा नहीं बहुत बड़ा गोरख धंधा है और इसको कोई रोकने वाला नहीं है कई डेरे तो तड़ीपार लोगों के भगवान बनने की जीवंत कहानियां सुनाते हैं फिर भी लोगों में इनके प्रति आकर्षण और समर्पण कम नहीं होता। अगर सही मायने में भागवत प्राप्ति होती है तो जो कर्म हमें मिला है उसके साथ ईमानदारी से कार्य करते हुए अपने माता पिता और परिवार की सेवा ही परमात्मा मिलन की असली कड़ी है। लोग वहां ज्यादा भीड़ या मजमा लगाते हैं जहां पहले से ही पैर रखने की जगह नहीं होती केदारनाथ में ही या बद्रीनाथ में ही भोले बाबा मिलेंगे सच्ची श्रद्धा होने के बावजूद गांव में बने और वीरान पड़े शिवालय में भोले बाबा थोड़े ही मिलेंगे यही विडंबना है आश्रम में अनपढ़ जाहिल लेखराज की कहानियों को सुनने में इतने मग्न हुए लेकिन आपने कभी पलटकर नहीं देखा कि मुझे जन्म देकर पढ़ा लिखकर डॉक्टर बनाने वाले मेरे माता पिता और परिवार कैसे है इसीलिए आपको ये कष्ट हुआ क्योंकि आप आश्रम से अलौकिक उड़ान के काल्पनिक सपने को संजोए हुए थे। आपका ये प्रयास अब दूसरे लोगों को इन दुकानों से दूर रखने का ही होना चाहिए ताकि आप जैसे कई युवाओं का जीवन बर्बाद होने से बच जाए यही आपकी सच्ची साधना होगी और आप हमेशा अपने माता पिता और परिवार को खुश रखे परमात्मा आपका कल्याण करेंगे आपका जीवन मंगलमय होगा।
मन पर नियंत्रण नहीं है तो परमेश्वर तक पहुंच पाना मुश्किल नहीं अपितु असंभव है, सर्वप्रथम अपने आप को शुद्ध करना पड़ता है यानी अपने भीतर की बुराइयों से मुक्त होना पड़ता है, फिर चाहे आप जंगल में भक्ति करो या घर में रहो । मन ही देवता मन ही ईश्वर मन से बड़ा न कोय। श्रीमद्भगवद्गीता में सब कुछ वर्णित है।
खाओ पीओ मस्त रहो, अनुशासन से जीवन जिओ. पढ़ो लिखो, खेलो कूदो, व्यायाम करो. अपनी नौकरी, व्यवसाय करो. दोस्तों, परिवार के साथ मौज मस्ती करो. चार्वाक बनो. यही जीवन है.
The correct way is to do just what all you said and keep yourself free from bondage. Do not give pain to others in any form. Do not cheat anyone or take other items or credit. live life and do any and every thing as a duty given by Paramatma.
आप एक डॉक्टर हैं. आपके यहा ,आनेवाले , हर मरीज को आप ,अच्छी तरह से ठीक कीजिए . उनसे कम पैसे लिजीये. आपका, ये सेवा भाव देखकर, भगवान ,आपको मिलने, स्वयं आ जायेंगे. आजकल ,डॉक्टर,मरीज को लूटने के लिए ही बैठे है.
भगवान इस दुनिया में नहीं हें. ए बुद्द और महाविर ने 25सौ साल पहले बताया था. फिर भी 25हजार भगवान देव god अल्लाह ईश्वर मासीहा बने तो लोगोको ए चाहिये. आप इनसे दूर रहे. लोगोकी सेवा करे खुद भगवान बनो.
घर में रहकर अपने माता पिता की सेवा करो ,पारिवारिक जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाओ । दीन- दुखियों ,लाचार ,बीमार व जरूरतमन्दों की यथा संभव मदद करो । ईश्वर स्वयं आप को वह हर खुशी प्रदान करेंगे जिसकी आज प्रत्येक मानव को तलाश है । किसी भी दूसरे के बहकावे में न आवें । हमेशा स्वस्थ रहें मस्त रहें । घर पर रहकर ही अपने इष्ट की आराधना करें । धन्यवाद
Mujhe bhi yahi intjar tha ki koi bhi iske anubhav nahi rakhta sab achha achha bolte hain aaj ek ye video mila jisne ander ki bat batai me to ye sochti thi itne guruon ki pol khul rahi hai in aashram ke bare me kuch koi nahi kahta hoga to kuch na kuch isme bhi aaj vo sach aa gaya samne
@@mukesh3645 प्रभू, मैं ब्रह्माकुमार हु पर सिर्फ मेडिटेशन के लिए जाता हु, उनके लिटरेचर को नही मानता क्यू की उनकी बातें सिर्फ कंफर्ट जोन में ही काम आती हैं, जो परिस्थि से जूझ रहा है उनके लिए ये नही है उनके लिए शास्त्र है, धन्यवाद।
Mukesh ji mera b experience same hai almost but mne 2-3 saal me he chod diya tha. Koi logical bat nhi hoti hai waha bs baba ko follow kro apki tark shakti zero ho jati hai waha they force a lot. Apne dukho ko khud katna hoga.
राधा स्वामी का सत्संग करने वाले मेरे ससुर ही हैं। जैसा वह भाषण करते हैं , उनका व्यवहार उससे बिल्कुल उलट है। ये बाबा वाले सब ही ऐसे ही होते हैं यही लगता है।
किसी भी मत को अपनाने से हम काम, क्रोध, लोभ से मुक्त नहीं हो जाते अपितु उनके बताये गये रास्ते पर चल कर ही ये होता है भाई क्योंकि ये जन्मों जन्मों के संस्कार हैं एकदम से नहीं जाएंगे
मेरे हर श्वास में मेरी मां बस्ती है। इस धरा की हर जननी को नमन करता हूं। बचपन से ही पिता को आसमान की ऊंचाइयों से भी ऊपर रखा। बस इससे आगे किसी के बारे में भी सोचना मूर्खता ही है।। बाबाओं के डेरों से भरा पड़ा है हिंदुस्तान। घर में अपने परिवार बच्चों के साथ मर्यादित रहकर जीवन बिताएं; सही मायने में इससे बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता। 🎉
Aapko Kya lagta hain ek pada Lakhani doctor aise farji logo ke contact me etna kiaese rah sakta ....kahi se degree le Rakha hoga.....waha ke mahilawe ke face par clear show Karta hain wo log Andra se Bahut dukhi hain phir bhi involved rahte hain
ऐक बार वृंदावन चले जाओ वहा पर केली कुंज मे प्रेमानंद जी महाराज जी जो निस्वार्थ रुप से लाखो लोगो की जिंदगी बदल दी है कोई आडम्बर नहीं कोई दिखावा नही कोई अमीर नही कोई गरीब नही सब को समान रुप से देखा जाता है।। 🙏 जय श्री राधे कृष्ण 🙏📿🌹
मैं तो कभी इनके चक्कर में क्या किसी के भी चक्कर में आज तक नही आई! जिंदगी में परेशानियां आई उनका सामना किया! अब रोज बेजुबानों की सेवा करती हु जरूरत मंद की सेवा करती हूं!भगवान की पूजा अर्चना कर मजे से ड्यूटी जाति हू! परंतु आपने सच उजागर किया आपका धन्यवाद!
Achhe se achhe kaam karne hein lekin karta bhagwaan ko hi maan kar chalna hei tabhi hamein achhe karm karne ke baad bhi kisi tarah ki aasakti nahi hogi.
I spoke to him today 22 08. 2024 He is fake he abuses Brahma Baba of Mothers Gaali,This is not a behaviour of a Surrendered Brother. Gyan nahi kehta tha ki apne parivar ko choodo
मान्यवर विनय चौधरी जी आपने अपने जीवन के बेहद बहुमूल्य १० वर्ष इस संस्थान को दिए हैं, तब आप समझ पाए हैं I मैं और मेरी पत्नी केवल ५ महीनों में ही यह सारा खेल समझ चुके थे और हमने इन्हें दूर से ही प्रणाम कर दिया I खैर आपने बहुत लोगों की आंखें खोलने का काम किया है आपका धन्यवाद !
सदगुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग जी 🙏🙏 द्वारा दिये संजीवनी मंत्र (राधा -कृष्ण जी का जाप मन ही मन) द्वारा कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं और योगिक क्रियाये करवाती हैं और साधक का शरीर और मन स्वस्थ होनें लगता हैं.🙏 मंत्र यू ट्यूब पर उपलवद्ध हैं 🙏
अवधु अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया।।टेक।। ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक ह्नै दिखलाया। काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।। माता-पिता मेरे कछु नहीं, ना मेरे घर दासी। जुलहा को सुत आन कहाया, जगत करे मेरी हांसी।। पांच तत्व का धड़ नहीं मेरा, जानूं ज्ञान अपारा। सत्य स्वरूपी नाम साहिब का, सो है नाम हमारा।। अधर दीप (सतलोक) गगन गुफा में, तहां निज वस्तु सारा। ज्योति स्वरूपी अलख निरंजन (ब्रह्म) भी, धरता ध्यान हमारा।। हाड चाम लोहू नहीं मोरे, जाने सत्यनाम उपासी। तारन तरन अभै पद दाता, मैं हूं कबीर अविनासी।।
डॉ सहाब, आप के अंदर तर्कक शक्ति जाग चुकी है आप गरीब और असहाय लोगो की मदद करना आप को ब्रह्मा कुमारी से जायदा खुशी मिलेगी अच्छा फील होगा हम को भी आप के इस वीडियो से ज्ञान मिला !!!good bless you!!! Thanku
We only need to have absolute and complete and strong faith in God (who is good and noble and supremely wise and supremely strong), who always judges all completely justifiably and completely correctly, who knows and understands everything, who speaks to us through our conscience and feelings. We should pray to Him/Her and He/She will certainly respond. There is only one God but as He/She is omnipotent, He/She can remain as one entity or as many entities, and He/She can remain in countless forms and also remain as a formless entity. He or She being only one, He/She loves all communities equally. He or She has many names, we may choose only one particular name and make a habit of chanting that name with full faith and reliance and reverence and we should keep chanting that name and that will give us the ability to face all situations , because God always gives us what we actually deserve and because He or She never makes a mistake and never does anything unjustified. You donot need to join any particular organisation to receive God's love and assistance. Your direct prayers to Him or Her reach Him or Her instantaneously.
Om Shanti bhai ji and aapko namaste aap apna phone number send kar dijiye kuch question mere andar bhi utha rahe Hai. Jisme se ek question to yah hai ki brahmakumari wala number nahin jhooth bola cal ke science walon Ne bhi jhooth bola hai. Vinash ki bhavishyvani
सही कह रहे हैं सर आप आज कल हम भी ब्रम्हकुमारी को सुन रही हूं तो बहुत बात गलत लगती है वो ईश्वर तो कुछ भी कर सकते हैं तो वो इतनी बेकार सोच क्यू रखते हैं धन्यवाद सर आपको
जय श्री राम मैं वर्ष 1980 में पहली बार ब्रह्माकुमारी आश्रम में दिल्ली में साउथ एक्सटेंशन के केंद्र पर गया था उसके बाद में कितने ही बार लगातार सेंटर'एस पर जाता रहा तब पश्चात एक बार में माउंट आबू भी गया। और वर्ष 2020 तक भी कभी-कभी अनेक केदो पर जाता रहा लेकिन मैं यही एहसास किया कि उनके द्वारा दिया जाने वाला ज्ञान सत्य नहीं है और यह स्वयं कहीं ना कहीं काम क्रोध लोभ मोह और अहंकार के शिकार हैं। यह मेरा स्वयं का अनुभव है। आप स्वयं किस चीज को वहां जाकर पहचान कर अपना निर्णय ले। मुझे केवल अपना सनातन धर्म का ज्ञान ही सर्वोत्तम लग जाए जय सियाराम।
You are right,, Ishtar is one,not these different so called Babas.. only trust in omni present Ishtar and follow sanatan values not these man made..things
हम एक बार सपरिवार मथुरा वृंदावन घूमने गए ऑटो वाला हमें एक मंदिर में ले गया जहां के पुजारी ने भगवान के दर्शन के नाम पर हमसे तरह तरह के हवन यज्ञ करवाने के लिए पैसा चढ़ाने के लिए मजबूर करने लगे. एक बार तो गलानी महसूस होने लगी लेकिन जल्दी ही हमने भी बेशर्मी की चादर ओढ़ ली और उल्टे उस पुजारी को शक्ति से मना करके वापस आ गए और बड़ी राहत महसूस की. अधिकतर तीर्थ धर्मों पर आपको लूटने वाले ही बैठे हैं
Bhagvan ek hai usko paneka rasta alag alag hai aapko shanti ke lie swaminarayn ke guru mahant swami mahaj ki sharan me jaay dilhi ke Akxardham mandir jake aao jay swaminarayn
@@KavitaRawatWorldmost of every subsect of Sanatan Dharm are same.They are brainwashing sthe persons who follow them and give importance to their baba.
इस संसार में दुःख है, दुःख का कारण है,और दुःख दूर करने का मार्ग भी है, अष्टांग मार्ग पर चलकर ही मनुष्य अपने दुःख दूर कर सकता है,और सुखी हो सकता है यही मार्ग तथागत भगवान बुद्ध ने बताया है। पंचशील और अष्टांग मार्ग पर चलकर ही संसार सुखी हो सकता है, प्राणी की हत्या न करना,झूठ नहीं बोलना,काम, वासना से व्यभिचार से विरत रहना, चोरी नहीं करना,नशा से दूर रहना यही मार्ग है पवित्र जीवन जीने का।
अवजानन्ति मां मूढ़ा मानुषीं तनुमाश्रितम् । परं भावमजानन्तो मम भूतमहेश्वरम् ॥11॥ जब मैं मनुष्य रूप में अवतार लेता हूँ तब मूर्ख लोग मुझे समस्त प्राणियों के परमात्मा के रूप में पहचानने में समर्थ नहीं होते। God SHIVA has arrived unhe tark ke adhar par nhi Jana ja sakta vo anubhav tabhi hoga jab chitt ki shuddi hogi
भाई हमारा सनातन धर्म सर्वोपरि और सत्य है हमारा धर्म कभी नहीं कहता कि घर परिवार गृहस्थी छोड़ो गृहस्थ आश्रम में रहकर ईश्वर की भक्ति करने की सीख दी जाती है
Thank u so much video banne ke liye 🙏🏻, aaj mujhe bk join kiye hue 12 din hue hai, aur vaha ki behane jo apne aap ko devi bolti hai, kal hi unko mene akele mai dusro ki burai karte hue suna, mann ko bahut dukh hua, ye question mere dimag mai chal hi rha tha ki kya sahi hai aur kya galt, ki tabhi aapki video mere samne aa gai, aur mere sare doubt clear ho gye, thank u so much 🙏🏻
आपने सही फैसला लिए है यीन कि भबिष्यबाणीया झुठ होता आया है। मै 1977-78 मे जब इनके सत्संग मे था तब उस समय पूरा गारंटि के साथ दाबा करते थे कि सन 2000 मे जलथल हो जायगा पूरा बिनाश हो जायगा और सत्य युग आयगा गारंटी है कहते थे।आपके भि डि यो मैने देखा,आपने गहन अध्ययन किय है आप सही मार्ग मे है। आपने सच बात उजागर कर रहे है । बहुत धन्यबाद।
Dr chaudhri Bhai Mai aapko salute karti hu.....aapne bahot himmat ka kam kiya hai ......Mai bhi 88/ me joined Hui 7 days korse kiyai tab kahte the 2000 me sab jalmagan ho jayenga or apne hishab se vahvar kartey hai,,.samne vale ka mains points pakdte hai.... Or ye aapne sach kaha kisi ki taklif ko nahi samjhte .....
i am 70 years old. M. A. sanskrit. i believe everyone have bhagwan in the form of Aatma. which always says u not to do dusht karma. do listen that voice. only understand the importance of karma. no need to go anywhere. enjoy your family life. respect the elders. i think all is business going on.
सदगुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग जी 🙏🙏 द्वारा दिये संजीवनी मंत्र (राधा -कृष्ण जी का जाप मन ही मन) द्वारा कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं और योगिक क्रियाये करवाती हैं और साधक का शरीर और मन स्वस्थ होनें लगता हैं.🙏 मंत्र यू ट्यूब पर उपलवद्ध हैं 🙏
akhileshmishra4930 - क्या कमाल की बात कही है वाह ! सनातन धर्म में महादेव मंदिर में शिव के लंड की पूजा करो । कामाख्या मंदिर में देवी के भोसडे की पूजा करो । इसीलिए सनातन धर्म महान है ना ?🕉️
akhileshmishra4930 - सनातन धर्म कैसे श्रेष्ठ है ? महादेव के मंदिर में शिव के लंड की पूजा करने से या कामाख्या मंदिर में देवी की चूत की पूजा करने से ? 🕉️ कैसे श्रेष्ठ है ?
सबसे बडा पुण्य कर्म मां-बाप की सेवा , किसी गरीब का भला या हर जीव जो तकलीफ में है जो हो सकता है उसकी मदद करिए । अपनी परिवार का अच्छे से पालन पोषण करिए,और सुख शांतिपूर्ण जीवन बिताइए। चार दिन हैं जीवन के बस 🙏🙏🙏🙏
पुष्पाजी गरीबी एक मानसिकता है, अपने आप की सेवा करे यही समाज सेवा है। 2:33 महोदय ये संसार ब्रह्मा ने बनाया है तो कैसे मनुष्य उसे जान सकता है, मैं भी ब्रह्माकुमार हु पर में आनंद के लिए जाता हूं ज्ञान के लिए में भगवान दत्त के पास जाता हूं, सेवा के लिए मंदिर चला जाता हु, कर्म के लिए में जीवन मुक्त कैसे रहे मार्गदर्शन करता हु। एक ही से जुड़े रहेंगे तो धर्म छोड़ मशीन बन जाओगे इसीलिए जो पसंद है उसका पूरा ज्ञान प्राप्त करो फिर आपको आनंद आयेगा,बीना ज्ञान आप कोई व्यक्ति, वस्तु या धर्म का आनंद नही ले सकते। नर्मदे हर.. अवधूत चिंतन श्री गुरुदेव दत्त... 🎉🎉🎉❤❤❤
संसार में चार वेद और एक गीता, यही सर्वोत्तम ज्ञान की पुस्तकें हैं। बाकी हर व्यक्ति अपने अनुभव को ही सर्वोपरि माने। और इसी अनुभव को वह आधिकारिक व्यापक करने की कोशिश करे। उसी में उसका कल्याण है, मोक्ष की प्राप्ति का बस यही एक द्वार है बाकी सब इस संसार में भटकाव है।
@@fatherofallgods4016matlab ved or gita kisi kaam ke nahi??? Ye kahna chahte ho???; kahan hain aaj mugal??? Or kahan hai angrej??? Wo to gaye tum jaiso ko yahan chod gaye hain??? DNA speaks......
ग्रहस्थ रहो, बाबा जी बनो, फ़कीर बनो या संत बनो, बस सच का साथ दो, अच्छे कर्म करो, दूसरों को सताओ मत, बड़ों का आदर सत्कार और छोटों को प्यार करो। प्रकृति से प्यार करो। देश की संपदा से प्यार करो। उसी में खुशी है बाकी सब बकवास।।
आपने डॉ साहब ठीक आकलन किया है, ये सब हिन्दू सनातन धर्म के सिद्धांतो से तालमेल नहीं खाती है, ये सब मायाजाल व भ्रान्ति है, आपने सचाई समाज के समक्ष रखी है, बहुत बहुत साधुवाद 🙏
परमपिता परमेश्वर सर्वशक्तिमान है । भगवान किसी संस्था के मोहताज नही है ब्रम्हकुमारी संस्था नही थी तब भी परमात्मा थे, है और रहेंगे । सही आचरण करे ,प्यार से उसको याद करे वह तो हमारे बिना भी ईश्वर है हम उसके बिना कुछ नही कोई संस्था नही कही भटकने की जरूरत नहीं
इस संसार मे एसे लोग भी होते है जो अपनी कमजोरीयो को ठीक करने के बजाय दुसरो पर ठोक देते है ।कुछ लोग एसे भी होगे जो इस की बातो पर चटकारे लेते होगे ।जरा सोचो जो व्यक्ति अपने को डाःमानताहै।खुद कह रहा है के मे डिप्रेशन मे चला गया ।अरे जो आदमी अपने आप को ठीक नहीं रख सकता वो केसै दुसरो का ईलाज करेगा। आज डाः के प्रति समाज की क्या सोच है ।कसाई समझते है लोग सिर्फ पेशै लुटने वाला गिरोह। पर बहुत से डाः अच्छे भी है ।बी. के मे यही बताया जाता है के अपने आप को सुधारो दुनिया को चलाने की जिम्मेवारी भगवान की है।जो अपने को ठीक नहीं कर सका चला है दुनिया को ठीक करने ।अपना ईलाज करा ओ ।आप के प्रति शुभ भावना रखते है।
कुक्कू हिंदी फिल्मों में तब तक सर्वश्रेष्ठ डांसर रहीं जब तक कि हेलेन और वैजयंतीमाला जैसी नर्तकियां इंडस्ट्री में नहीं आईं। कुक्कू एंग्लो-बर्मी नर्तकी और अभिनेत्री हेलेन की पारिवारिक मित्र थीं । वह अज्ञात अभिनेताओं को बॉलीवुड में अपना मौका दिलाने में मदद करने के लिए भी जानी जाती थीं, जैसे कि जिद्दी में प्राण । कुक्कू ने 13 वर्षीय हेलेन को शबिस्तान और आवारा (दोनों 1951) जैसी फिल्मों में कोरस डांसर के रूप में फिल्मों में पेश किया था । कुक्कू और हेलेन ज्यादातर गीत और नृत्य दृश्यों में एक साथ दिखाई दिए, जैसे चलती का नाम गाड़ी (1958) और यहूदी (1958)। उनकी आखिरी फिल्म उपस्थिति 1963 में मुझे जीने दो थी जिसके बाद, वह फिल्म उद्योग से गायब हो गई थीं। कुकू को ऐशो-आराम का कितना शौक था इसका अंदाजा इस बात से आसानी से लगाया जा सकता है कि उनके पास तीन लग्जरी कारें थीं, जिनमें से एक कार उनके इस्तेमाल के लिए, एक उनके कुत्ते के लिए और एक कार उनकी खास हेलेन के लिए थी। उनके पास कई फ्लैट और ढेर सारे गहने थे लेकिन कहा जाता है कि उनकी सारी संपत्ति आयकर का उल्लंघन करने के कारण जब्त कर ली गई थी [5] । इस वजह से उनके पास पैसे नहीं बचे थे। जैसे-जैसे उनकी किस्मत ढलती गई, वह लाइलाज कैंसर से जूझती रहीं और 52 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। [6] 30 सितंबर 1981 को 53 साल की उम्र में कैंसर [3] के कारण कुकू की मौत हो गई। आखिरी वक्त में हालात ऐसे हो गए कि फिल्म इंडस्ट्री ने उन्हें गुमनामी में छोड़ दिया। दवाइयां खरीदने के लिए भी पैसे नहीं थे, जिसकी वजह से कुकू अपना इलाज नहीं करा सकीं और फिल्म इंडस्ट्री से कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया। उनकी मौत के समय फिल्म इंडस्ट्री ने उन्हें भुला दिया और उनकी मदद नहीं की।
आपने अनुभव से ज्ञान पाया है। मातापिता की ईतनी कद्र की है कि भगवान भी आप पर खुश रहेंगे। आप जैसे पढे लिखे मनुष्य को भगवानने इस धरती पर दुःख देखकर तरस खाकर नहीं लेकीन सुसृषा करके तंदुरुस्ती बक्षना है। आपके मातापिता को सादर प्रणाम🙏🙏 शेष जीवन खुशी और आनंद से बिताना, भैया। सरल जीवनको maze बनाके उसमें खो जानेके बाद बाहर आये हो ईश्वर दीलमें आत्माके रूप मे रहकर आपकी रक्षा करेंगे।🌹🌹🌹🌹
I was bk, then ex bk and now i am semi bk...i know there are lot of fake ppl in bk but there are all kinds of people, just like everywhere. There are some nice bks also...i just go there and medidate in their meditation room...Very Peaceful Environment
महाराज तुलसी दास ने कहा है कि कलयुग में पाखंडी लोग नाना प्रकार के पंथ प्रकट कर देंगे. रामायण, महाभारत, गीता, पुराण और उपनिषद हमारे धर्मग्रंथ है. हमे इसी का अनुकरण करना चाहिए.
@@shardasharma3906 It took me 8 yrs to understand their double standards They think that sewa means to serve THEM only and not other mankind or even animals . During training the teachers are taught how to get donations . They give more importance to those who are rich and vulnerable They don’t care about your spiritual progress as long as they are getting funds from you . It is easy for them to tell YOU to follow Baba, who lived simply BUT go to Mt Abu and you will see how they ALL are living in style and comfort and each one has a caretaker . And they ask the members to forsake their parents and family ?? 😡
ग्रहस्थाश्रम मे रहकर बहुत अच्छी सेवा होती है भगवान की हिंदू धर्म मे सबसे अच्छा ग्रहस्थाश्रम है ये छोडकर इधर उधर क्यू जाते है लोग घर मे रहकर सबकुछ होता है😂
Aap bhagwan ki Sewa kar skte ho lekin Aapko Aatamgyan ki prapti ke liye ghr ka moh to chhodna padega hamare Grantho me isliye hi Grahast ke baad Vaanprasth aata hai ....... Wo chahe aap kisi bi gyaani guru ka Shishya bankar usse prapt kar skte ho
When a child enters school, the teacher asks, "What do you want to become?" The child replies, "I want to be a doctor!" However, this doesn’t mean he has become one yet; it’s just the first step toward his destination. Similarly, in Brahma Kumaris, every individual is on a journey to become the best version of themselves. The destination may be far, but it's all about taking that initial step. We shouldn’t judge them prematurely; they are working toward their goals. It's all about perspective-let's not mislead others in their journeys.
मैने पिछले अनेक वर्षों से समय समय पर उनके सम्पर्क में आकर उनके अजूबे विचार और सिद्धांत को पढा़, समझने की कोशिश की, बहुत वर्षों तक आदरणीय शिवानी जी के विचारों से भी अवगत हो, उन्हें सुनता रहा हूँ, लेकिन अनेक शंकाओं का समाधान नहीं हो सका। आबू रोड व माऊंट रोड भी गया, फिर भी शंका बरकरार रही।, आप और आप जैसे अनेक भूतपूर्व बृह्मा कुमार के बाहर आने से मालूम पड़ता है कि मेरी शंका सही रही है, इसी लिए उनके साथ अधिक नहीं जुड़ पाया। हमारा सनातन धर्म,ज्ञान व परिवार से बढ़कर, इस दूनिया मे कोई नहीं है ऐसा विचार, सिद्धांत ही उत्तम है।
2:33 महोदय ये संसार ब्रह्मा ने बनाया है तो कैसे मनुष्य उसे जान सकता है, मैं भी ब्रह्माकुमार हु पर में आनंद के लिए जाता हूं ज्ञान के लिए में भगवान दत्त के पास जाता हूं, सेवा के लिए मंदिर चला जाता हु, कर्म के लिए में जीवन मुक्त कैसे रहे मार्गदर्शन करता हु। एक ही से जुड़े रहेंगे तो धर्म छोड़ मशीन बन जाओगे इसीलिए जो पसंद है उसका पूरा ज्ञान प्राप्त करो फिर आपको आनंद आयेगा,बीना ज्ञान आप कोई व्यक्ति, वस्तु या धर्म का आनंद नही ले सकते। नर्मदे हर.. अवधूत चिंतन श्री गुरुदेव दत्त... 🎉🎉🎉❤❤❤
@@madhusudantandon प्रभू, मैं ब्रह्माकुमार हु पर सिर्फ मेडिटेशन के लिए जाता हु, उनके लिटरेचर को नही मानता क्यू की उनकी बातें सिर्फ कंफर्ट जोन में ही काम आती हैं, जो परिस्थि से जूझ रहा है उनके लिए ये नही है उनके लिए शास्त्र है, धन्यवाद
ब्रह्माकुमारी इस मे गुरू का कोई महत्व नही है और हमारे सनातन धर्म में गुरु के बिना ज्ञान और मोक्ष नही मिलता यही यही पर मै ब्रह्माकुमारीज की पहचान कर गई मेरा नसीब अच्छा है कि मी गुरु पंथी हू और किसी भी झंझट मे नही जाना पडता गुरु मार्ग के अनुसार चलो और गंतव्य प्राप्त करो
आप शिवानी जी और उनसे सम्बंधित सब को छोड़कर भागवत गीता से जुड़िए, अच्छा होगा। शिवानी जी भी बहुत कुछ जो बताती हैं वो वैज्ञानिक तर्कों से मेल नहीं खाती। मैंने शिवानी जी को कई दिन सुनने के बाद ही यह कमेंट लिखा है । यह मेरा पूर्वाग्रह नहीं है। अपने मूल धर्म ग्रंथों में ही जीवन का ज्ञान भरा पड़ा है।
ब्रह्मा कुमार जी! आपके स्टेटमेंट से यही साबित होता है कि आप दस-ग्यारह साल तक इस संस्था में थे, आपका स्टेटमेंट यही बताता है कि आपने संस्था को नहीं छोड़ा बल्कि आपको संस्था से निकाल दिया गया। यह भी बताना चाहिए था कि दस वर्षों का आपका खर्च संस्था ने वहन किया। आप निकाले जाने के बावजूद भी उस संस्था में वापस जाने को प्रयासरत थे इसका मतलब है कि आप संस्था को अच्छा मानते हैं तभी वापस जाना चाहते थे। आपका स्टेटमेंट आपको विवादास्पद बनाता है न कि किसी संस्था को।.... सच्चाई आप नहीं बता रहे हैं ....
दुर्दैव ईसे कहते हैं आपने छोडा अच्छा किया कोटो मे से कोई होता है इतना आसन नहीं है भगवान को पाना लेकीन आप उसकी बदनामी मत करना आप सब जो कॉमेंट कर रहे है ओ सब Dr मोहित गुप्ता सर cardiologist है उनका व्हिडिओ देखिये फिर बताना 🕉️ Shanti
डॉक्टर साहब प्रणाम, निसंदेह आप अत्यधिक व्यथित हैं, किंतु आप एक संस्था को ईश्वर परिवार की संज्ञा दे रहे हैं। मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि अपने माता-पिता और परिवार को छोड़कर अपने कर्तव्य से विमुख होकर ईश्वर को पाना संभव ही नहीं है। एक बार अपने कर्तव्य को सर्वोपरि स्थान देते हुए ईश्वर की शरण में बिना किसी मेडिएटर के जाएं और उसको दिल से याद करना प्रतिदिन शुरू करे। यदि आप निर्मल मन से ईश्वर की शरण में जाएंगे तो आपको अपने सभी सवालों के जवाब स्वतःही मिल जाएंगे 🙏🙏
Ap bhale patient ki seva kzro ap ninda karake kuch nahi hoga koi sansta ninda karo Ise nahi kahati agdchiroli me seva do patient sevs ishwar seva hoti hai ab practise ksro yahi tumari bhagya me hai
ब्रह्मा कुमारी को समझने के लिए तो मुझे एक ही दिन लगा। क्योंकि अगर आपने खुद को नहीं समझा तो ब्रह्मा कुमारी तुम पर प्रभावी होंगी और यदि खुद को समझ लिया तो उनकी आवश्यकता ही नहीं। डॉ विनय की बात अत्यंत सत्य है और मैं इनका हार्दिक रूप से समर्थन करता हूं।
सब बकवास कर रहे हो आप ...मैंने खूद लोगोको देखा है ब्रह्मकुमारिज से जुडकर लोगोको अच्छा बनते हुए कितने लोगोके डिप्रेशन दूर हुए है brahmakumaries ka sachha aurr सर्वश्रेष्ठ ज्ञान है😇😇🥰🥰💐💐💐💐💐💐💐💐💐
आप सिर्फ़ घर पर रह कर आचार्य श्री राम शर्मा जी की लिखी किताबें पढ़ें।मैं और मेरी सहेली मैडिटेशन सीखने के उद्देश्य से ब्रह्मकुमारी के केन्द्र गए उस दिन कोई उत्सव था और सबको प्रसाद बंट रहा था उन्होंने अपने लोगों को दिया और हम दोनों को छोड़ दिया हम तुरंत वापस आ गए और समझ गए इनके आदर्श कितने ऊँचे हैं।सभी देखने वालों से अनुरोध है कि इस विडियो को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें जिससे लोग इनके जाल में न फंसें
@@neetatripathi1820 ram sharma achary ji..To ved vyas ji he.. gurudev ne to sanatan dharm ko aage badhaya he.. 3200 books likhi he ....usko bare me likhna hmara kam nhi....Jay gurudev
भाई आपके अनुभव और पीड़ा सुन कर दुख हुआ। । इस संस्था में मेरी बहन को जाते हुए 18 साल हो गया है और वह अब मन्दिर नहीं जाती। चाहे बीमार हो वहाँ तो जायेगीं उनकी आलोचना तो सुन ही नहीं सकती। घर में कलेश हो जाता है। उनमें दया भाव भी नही रहा। वह maids ke साथ भी बहुत कठोर व्यव्हार करती हैं। Ham भी परेशान हैं। सारा समय मुरली सुनती है। हमारे 1 मित्र की तो प्रोपर्टी ही इस संस्था ने हथ्या ली है hamara परिवार ही विषम परिस्थितियों में हमारा साथ देता है, मेरा मानना है और परिवार सर्वोपरि है
School me har bachha rank holder ni hota... Kuch log fail hojate hi to teacher pe ungli uthate hi... Yaha bhi same Yahi horaha hi... Har ek bachha alga reeti padne ko khamata hoti hi.... Kuch log sahi padke number one banate hi to kuch log ulta padke naam badnam karte hi school ka, teacher ka... Asha karti hu Apne padhayi par Baba par Dhyan de ... Dusro ko na dekhe...Om Shanti 🙏🙏🙏
Yaha didi ka vyavahar kathor hi to unhone apne upar focus ni kiya... Gyan ko sahi reeti dharana ni ki...jiske karan Inka aisa vyavahar@@shashisehgal3493
@@neetatripathi1820 मनुष्य अपना कीमती धन इनके ऊपर खर्च करता है। भ्रम में न रहे। अच्छे कर्म करें वो भी परमात्मा को समर्पित कर। फिर कोई गलती नहीं होगी। सभी प्राणियों से प्रेम करते हुए जीवन जिएं।
हमारी सोच पर निर्भर करता है हमें परमात्मा ने सृष्टि मंच पर भेजो अपना पाठ प्ले करने के लिए अच्छे से परमात्मा की डिश सर्विस नहीं करनी चाहिए सबसे बड़ा दर्जा है परमात्मा का उसके बाद है मां-बाप का
परमात्मा ने तुम्हे सतयुग कि कामना पुरी करणे थोडे भेजा था. तुम्हे स्वयम को जाणणे भेजा और तुम कामना पूर्ती मे फसे पडे हो. पहले स्वयम को जाण लो. बादमे सतयुग कि तयारी कर लेना अगर बच गये तो. अभि तो हो अहम एक अपूर्ण चेतना. सिरफ मै आत्मा हू कहनेसे नहीं चलेगा 🤔
बिल्कुल सही कहा आपने लेकिन आप क्या करेंगे यदि एक दिन आपको पता चले की आप जिसे परमात्मा समझकर पूजा कर रहे है वह भगवान के नाम पर आपको मूर्ख बनाकर करोड़ों का धंधा करने वाली संस्था आपको ठग रही है ।
सिर्फ गीता ज्ञान ही सबका उद्धार कर सकता है, और सनातनियों ने अलग अलग गुरु बना लिए हैं जोकि अब हिंदुओं को सब ओर से मोड़ कर सिर्फ अपनी और ही खींचने में लगे हैं, हिन्दू इन सबके कारण भी बंट रहा है
मुझे तो इनकी सफ़ेद कपड़े देख कर ही डर लगता है की, ज़िंदा कफ़न ओढ़ कर घूम रहे हैं।सोचती हूं इतनी बेरंग कैसे जीते होंगे...???but जिसकी जैसी मर्ज़ी।परिवार से सुंदर और सुरक्षित कोई भी स्थान नहीं ।❤❤❤संसार और प्रूकृति से सुंदर कुछ भी नहीं।अब कुछ लोग बोलेंगे मोह ग्रस्त है यह तो... मोह माया इतनी बुरी है तो ईश्वर जन्म से पहले ही क्यों इतने रिश्ते और बंधनो से जोड़कर हमें संसार में भेजते हैं...??? मोह माया से बचा कौन...???स्वयं ईश्वर भी तो जन्म लेते हैं। इन मोह माया सुख दुःख की स्वाद लेने...जो मां बाप जन्म दिए ...बहन राखी बांधी ।पत्नी ,पुत्र सबका दायित्व को दरकिनार करके सन्यास लेने चल पड़ते हैं।अजीव लोग
सन्यास लेना कोई बुरी बात नहीं है जो इस नश्वर संसार को त्याग कर केवल उस परमपिता परमेश्वर का ध्यान करने का इच्छुक है उसे करने दो गृहस्थ में रहकर भी परमेश्वर का जितना ध्यान हो जाए , उतना अच्छा है लोगों को बस इधर उधर भटकने की आवश्यकता नहीं है कोई दिखावा नहीं , कोई बाह्य आडंबर नहीं हमारे वेदों में ही सच्चा ज्ञान है सन्यासी हो या गृहस्थ वेदानुसार ईश्वर का प्रकृति का ध्यान स्तुति करे तो सदैव सही मार्ग पर होगा ॐ
संस्था से जुड़ने के बाद दिमाग को तो कुछ महीनों में ही समझ आ गया कि अंदर सब फ्रॉड है फिर भी मन ने मानने मे दो वर्ष लगा दिए। एक और वर्ष जैसे तैसे खींचा आखिर बहुत कुछ ऐसा देखा और यही समझ में आया कि छोड़ देने में ही भलाई है। मै और मेरे मुरली मनोहर मेरे लिए यही सत्य और खुशी है।
परमात्मा ने इतने प्रेम से यह पूरी सृष्टि बनाई है और हम लोगों को बनाया मनुष्य को बनाया इतने प्रेम से और हमारे लिए हर चीज की व्यवस्था की पेड़ पौधे जल अन्य नदियां पहाड़ यह सब परमात्मा ने हमारे लिए व्यवस्था कर दी है परमात्मा कभी नहीं जाएंगे कि उनके बच्चे नष्ट हो जाए यह सृष्टि खत्म हो जाए वह सृष्टि को और हमें बचाने के लिए हमेशा अवतार लेकर आते रहेंगे ग्रस्त जीवन में रहकर परमात्मा को पानी और उसका अनुभव करने की एक ही सिर्फ एक ही संस्था है सहज योग श्री माताजी निर्मला देवी द्वारा स्थापित मैं वहां गई हूं और मुझे वहां अच्छा लगा और उनका कॉन्सेप्ट भी❤
सर मैं आपका बहुत आभारी हूं जो कि आपने इनका सही परदा फास किया मैं enke centre me कम ही jaya kartatha lekin apane retirement ke bad mai lagbhag 15 din tak lagatar gaya to maine pai ki mujhe uncomfortable ki feeling aarahi hai sleep disorder ki problem horahi hai Baba ke lal prakash hi radiation hi eska mul karan hai. Radiation ki jach karayi jai.
धन्यवाद dr विनय जी 🙏🏻 मै करीब दो साल से सोच रही थी meditation के लिए इन से जुड जाऊं लेकिन centre घर से दूर होने की वजह से सोच मे पड गई थी. अभी पूरा मन बनाकर दो चार दिन मे वहाँ जाने ही वाली थी की अभी यह video सामने आया. ब्रह्माण्ड ने यह video भेज कर मुझे संकेत दिये है की जो करना है घर बैठ कर करो 😁
Early morning शान्ति में आंख बन्द करके बैठकर सिर्फ अपनी श्वासो को महसूस करो, १)सांस आ रही है सांस बाहर जा रही है, २) सांस अन्दर कहां तक जा रही ,वापस आ रही है, ३)जो भी विचार आ रहे हैं आने दो विरोध न करो,,, यही meditation ki starting h,
@@akshatadeshpande-j5v ध्यान सीखना है तो वानप्रस्थ साधक आश्रम रोजड़ अहमदाबाद से डेढ़ घंटे की दूरी पर शिविर लगाते हैँ वैदिक काल में ऋषि जो ध्यान करते थे उसे सिखाया जाता है. UA-cam पर जानकारी मिल जाएगी इसी नाम से channel भीभी.....
Mai bhi bramha kumari asram jati hu madhuban me har sal jati hu mujhe bahut accha lagta hai but ye jo aap bol rhe ho oh chij mane bhi goar kar li hai ekdum right bol rhe lekin mujhe bachpan se jati hu toh shiv baba se mujhe bahut lagao hogya hai 😍
मुझे ध्यानयोग में बहुत रुचि थी इसी कारण मैं 2012 में ब्रम्हकुमारी से जुड़ा और केवल 7 दिनों में ही मैं समझ गया की ये सब गुरुघंटलो की टोली है,और फिर आजतक मैं ब्रम्हकुमारी की दहलीज पर नहीं गया,मेरे किसी भी प्रश्न का उत्तर ब्रम्हकुमारी से नही मिला बल्कि मुझे संतुष्टि उपनिषद,श्रीमद्भागवत इत्यादि ग्रंथो से मिली और जिज्ञासा भी शांत हुई।।
सदगुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग जी 🙏🙏 द्वारा दिये संजीवनी मंत्र (राधा -कृष्ण जी का जाप मन ही मन) द्वारा कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं और योगिक क्रियाये करवाती हैं और साधक का शरीर और मन स्वस्थ होनें लगता हैं.🙏 मंत्र यू ट्यूब पर उपलवद्ध हैं 🙏
भाई आपने बहुत अच्छा किया इस पाखंड से बच गए हमारा ज्ञान सनातन धर्म ज्ञान की उपासना करवाता है और आत्मा का ज्ञान प्रदान करके सदा के लिए हमें आनंद प्रदान करता है और सभी मुक्ति का साधन उपलब्ध हैं ❤❤
आपने पूर्ण सत्य उजागर किया है। आप बहुत अच्छे इंसान है इसमें कोई शक नही। अच्छा हुवा आपने भगवान बनाने की मनसा छोड़ दी। आप बुद्धिवान हो इसलिए Bk की चुंगल से मुक्त हो गए। आपका अभिनंदन।
सच तो यही है कि हम किसी भी संस्था से जुडे लेकिन हमारा घर हमें नहीं छोडना है, हमारे माता-पिता को नहीं छोडना है, घर से संस्थामें जाओ काम खतम हो जाये वापस घर आ जाओ, बात खतम, कोइ भी संस्था हो ऐसा होने पर आपको घर ही भेज देंगे, सब हमारे काम से मतलब रखते है, और रही बात माता पिताकी वो कहावत है ना कि कुपुत्रो जायेत,,, क्वचितपि कुमाता न भवति, वो संम्हाल ही लेंगे, नमस्कार
Me to ln logo ko samjata hun. Brain wash ki bat batata hu.par ab .me inko aap ke vidio sand karunga tab samajh aayega.vidio u tub par dalne ki liye bhut bhut aabhar Dr shabh.
शिष्य के जीवन में गुरु आते हि हैं, भक्त के जीवन को भगवान आना हि पडता हैं | यही सत्य हैं |किसी भी प्रकारका का त्याग ईश्वर आपसे नही चाहता! संसार में रहते हुए भी निर्विचार अवस्था को पाया जा सकता हैं, आपको कोई भी निर्विचार नही कर सकता क्योंकी आप पहले से हि निर्वीचार हैं, शाश्वत, अनंत हैं, निर्गुण और निराकार हैं!धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏क्षमा
सन्यास लेना कोई बुरी बात नहीं है जो इस नश्वर संसार को त्याग कर केवल उस परमपिता परमेश्वर का ध्यान करने का इच्छुक है उसे करने दो गृहस्थ में रहकर भी परमेश्वर का जितना ध्यान हो जाए , उतना अच्छा है लोगों को बस इधर उधर भटकने की आवश्यकता नहीं है कोई दिखावा नहीं , कोई बाह्य आडंबर नहीं हमारे वेदों में ही सच्चा ज्ञान है सन्यासी हो या गृहस्थ वेदानुसार ईश्वर का प्रकृति का ध्यान स्तुति करे तो सदैव सही मार्ग पर होगा ॐ
सनातन संस्कृति से अलग नियम तरीका गड़ने वाला रास्ता सही नहीं होता है भाई साहब,, इसलिए जो ऋषि परंपरा को बताते हैं उन सोलह संस्कार के रास्ते पर चलाएं वह सिद्धांत उचित होता है बहुत बहुत शुभकामनाएं 🎉
समाज म अच्छाई बुराई है फिर आश्रम या गुरु क्यों ? क्या कोई गुरु महलों मे रहत है । असली तपस्वियों को महल ( आश्रम) नहीं चाहिए वो वनों और गुफ़ाओ मे तप करत hai
2:33 महोदय ये संसार ब्रह्मा ने बनाया है तो कैसे मनुष्य उसे जान सकता है, मैं भी ब्रह्माकुमार हु पर में आनंद के लिए जाता हूं ज्ञान के लिए में भगवान दत्त के पास जाता हूं, सेवा के लिए मंदिर चला जाता हु, कर्म के लिए में जीवन मुक्त कैसे रहे मार्गदर्शन करता हु। एक ही से जुड़े रहेंगे तो धर्म छोड़ मशीन बन जाओगे इसीलिए जो पसंद है उसका पूरा ज्ञान प्राप्त करो फिर आपको आनंद आयेगा,बीना ज्ञान आप कोई व्यक्ति, वस्तु या धर्म का आनंद नही ले सकते। नर्मदे हर.. अवधूत चिंतन श्री गुरुदेव दत्त... 🎉🎉🎉❤❤❤
@@seemachhabra3752सीमा जी हमारा भूतकाळ ही गुरु है कोई भी मनुष्य गुरु नही हो सकता, अगर आपको गुरु करना है तो आपको ज्ञानी होना होगा। 2:33 महोदय ये संसार ब्रह्मा ने बनाया है तो कैसे मनुष्य उसे जान सकता है, मैं भी ब्रह्माकुमार हु पर में आनंद के लिए जाता हूं ज्ञान के लिए में भगवान दत्त के पास जाता हूं, सेवा के लिए मंदिर चला जाता हु, कर्म के लिए में जीवन मुक्त कैसे रहे मार्गदर्शन करता हु। एक ही से जुड़े रहेंगे तो धर्म छोड़ मशीन बन जाओगे इसीलिए जो पसंद है उसका पूरा ज्ञान प्राप्त करो फिर आपको आनंद आयेगा,बीना ज्ञान आप कोई व्यक्ति, वस्तु या धर्म का आनंद नही ले सकते। नर्मदे हर.. अवधूत चिंतन श्री गुरुदेव दत्त... 🎉🎉🎉❤❤❤
@@AlakshanandaAvdhootबिलकुल सही कहा आपने, 100% सहमत हू मै.सेवा करो आनंद प्राप्त करो. भगवान को जानो, इंसान मे भगवान धुंडो पर इंसान भगवान है ये मत मानो नहीं तो बहोत दुःख होगा. श्री गुरुदेव दत्त 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉 🎉🎉
जब बहन शिवानी दीदी ने अपने पती को नहीं छोडा, ऑर संसार करके भी अध्यात्म सेवा कर रही हैं, तो हम क्या है| ये श्रीमान का वक्त आने का था इस्लिये इन्को फिरसे घर पे भेज दिया अपने माता पिता की सेवा करने के लिये| पहले अपने माता पिता के अच्चे संतान बनो बाद मे किसी ओर के|
डॉ विनय जी, सबसे पहले आपको आपकी हिम्मत के लिए आपके श्रेष्ठ कार्य के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। आपकी इस वीडियो से बहुत सारे लोग सावधान हो जाएंगे। अगर आपको कभी समय मिले तो आप महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा रचित सत्यार्थ प्रकाश का अध्ययन अवश्य करें, उसमें आपको आपके बचे हुए सारे प्रश्नों के उत्तर मिल जाएंगे, और ईश्वर के बारे में भी कुछ विशिष्ट ज्ञान प्राप्त होगा।
Me bahut depression me thi mere pas koi rasta nahi tha tab mene bk join kiya or naya jivan paya jitna thanks kahu utna kam he didi ka or shivbaba ka sakshat bhagvan se milan karwate he ye log yaha panchhi ke jese par milte he udne k lie yog me yahi main ras he yaha ka jo koi b yog meditation me nahi milta angel bante he sab bk fr jivan me kya dukh reh jata he 5 vikar b chhut jate he or vishv parivar lagta he
This is only rajyog nothing else. Actually if you believe that you are a human soul then you must have direct access to the supreme soul. This is the rajyog which is most required nowadays when many people in the world claim to be God. Please don't misinterpreted the knowledge it won't give you anything except peace of mind and soul. You have to work for your living as per your requirement. Why did you join the aashram once you had attachments to worldly things. You should not have left anything. You left your liabilities to gain something which again come under greed. This is not new to the Indian culture. Lord krishna has lastly preached Arjun in battle field of Kurukshetra. I don't justify the members of BK to be correct always....Baba means Lord Shiva the only God, the Father of all the souls. Remember Him with love, that's it. What is the doubt in that. If you don't have any proof against this institution please don't try to make fun. May be you didn't understand it in right way. Being at home I try to listen daily Murly (words of God) . I get energetic and feel free. I don't understand the reason for your depression. It's most probably due to your desire to gain something in lieu of you left your family and riches etc..
Didi apne jo anubhav kiya wo anubhav mene apne gr or gav k mandir me hi kr liya tha. Ise astral projection me jina kahete he. Pr ek bat yad rakhna hamare ved purano ki jb tk pitra mukti nhi hogi tb tk reality se dur rahete he. Kitna bhi try krlo . Q ki apke pitra apse jude huve he. Wo jo suksm me hrkt krte hai wo aap feel kr rahe ho or apko lagta he ki dhyan yog meditation me age bdh rahe ho. Ise hi astral projection me jina kahete he. Karoli sarkar jane ke baad mera 3rd eye open se leke bahot anubhav kiye pr ab me khud hu feel krne vala. Pahele sare purvj or kuldevi vagera shaktiya thi. Apne body se purvj k DNA alg karo to age saf saf dikhega ki reality kya hai. Or feke kya he
BG 9.11: जब मैं मनुष्य रूप में अवतार लेता हूँ तब मूर्ख लोग मुझे समस्त प्राणियों के परमात्मा के रूप में पहचानने में समर्थ नहीं होते Bhagwan ko tark ke adhar par kdachit nhi samjha ja sakta
टेंशन मत लिजीए डाक्टर साहब, आप और आपकी "आत्मा" जीवन स्वतंत्र है, आजादी का मजा लेते हुए गरीब, मजलूम, मजदूरों का निःशुल्क चिकित्सा सेवा कर सकते हैं, इसमें आप को परमात्मा भगवान का साक्षात् अनुभव आत्म शांति मिलेगा, बहुत आनंद अनुभव कर सकते हैं। शायद डिप्रेशन का हीलिंग भी हो सकता है।
सत्य असत्य से अलग है, सो पर सत्य स्वरूप। अकथ अलोकी तत्व हैं , अज अनादि वर रूप।। आपका वीडियो मैने सुना बहुत ही अच्छा लगा मानव का लक्ष्य हैं अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष की प्राप्ति इसी खोज मे आज सभी मानव लगे हुऐ हैं । संसार में चार प्रकार के भक्त हैं । आर्त, अर्थारती, जिज्ञासु, एवं ज्ञानी जो ज्ञानी होते हैं वे निरंतर ज्ञान के खोज में रहते हैं । जब पूर्ण सद्गुरु मिलते हैं तभी समस्त ज्ञान विज्ञान प्रत्यक्ष होता हैं सद्गुरु एक काल मे एक होते हैं। उस सद्गुरु का खोज कीजिए अवसाय आपको आपका लक्ष्य प्राप्त होगा।
To Contact
संपर्क करने के लिए :-
Mobile no. :- 7417638112
email for contact:- official@cultsurvivor.org
@@Cultsurvivorsupport113 विनय जी आपको तहे दिल से धन्यवाद कि आपने ब्रह्मा कुमारीज नमक पाखंडी संस्था का पर्दाफाश करने और पाखंडीयो के चंगुल में फसी हिंदू माता और बहनों तथा भाइयों का अमूल्य जीवन बचाने का एक अपना प्रयास किया है।
डॉक्टर विनय जी आपने बहुत अच्छी तरीके से समझाया, मैं भी अपनी पत्नी से जो कि ब्रह्माकुमारी में बहुत ही आस्था रखती है यहाँ तक कि अपने घर परिवार पति को भी इगनौर करती हैं उनके लिए ब्रह्माकुमारी संस्था ही सब कुछ है मैं बहुत परेशान हूं मेरा उचित मार्गदर्शन करें
Mujhe aap itna bataye kiye log baba bhagwaan kise kahte hai saakshaat shiv shambho ko ya unke dada ko plz bayaiye
G
@@brahmakumris-victimदोगलो भगवान् शिव को पहेचान ना सके अब भटको अंधेरे मे ठोकर खाएंगे तब बुद्धि ठीकाने पर आजायेगी
धर्म का बहुत बड़ा कारोबार है। अपने माता पिता, बडें बुजुर्गों की सेवा,सम्मान व आदर करिये। किसी आश्रम में जाने के चक्कर में कभी न पडें।
@@SubhashChandra-em5ow लोग नही सुधरेंगे भाई साहब 🙏🙏फैशन बन गया है
@@RasansVastuVandan *जी, कौन सी पार्टी सही बता रही है ~ कैसे मालूम होगा : यु-टयूब पर ही डा० किरण बेदी जी के वीडियोज हैं और वे बता रही हैं कि खुद उन्होंने एक नहीं बल्कि 2-2 बार ब्रहमाकुमारीज के लाभदायक चमत्कार देखें हैं ?*
@@Sameer.867 ब्रह्मकुमारिस के लोग मनोविज्ञान का दुरूपयोग करने मे अव्वल है जिसका उपयोग कर वे किसी भी सकारात्मक परिस्थिति का श्रेय आपसे ले लेते है ।
@@Sameer.867 चमत्कारों पर विश्वास ना करो, श्रध्दा, भक्ति, समर्पित सेवाभाव, अपने कार्य में लगन और मेहनत के साथ चमत्कार सदृश घटनाएं होती रहेंगी। श्रध्दा भक्ति के साथ अच्छी पढ़ाई व वैज्ञानिकी दृष्टिकोण अपनाओ।
Right 👍
#awaremotivation
डॉक्टर साहब आपको ब्रम्हकुमारी को समझने में बहुत समय लगा,हम तो 5 दिन आश्रम में बिताने के बाद ही उसका सत्य समझ गए थे ।प्रसन्नता है कि आपको आत्म ज्ञान हुआ और वापस घर आ गए ।
@@nirupamaupadhyay402 Even then,the period was too large ,you must have convinced many of your friends during that period,now you have left them fending alone, people are talking.
Mujhe mere mitr le gaye the. Only 2 din gayaa. Bahut kuchh samajh gayaa. Aajtak naa gaya hoon naa jaungaa. Abhi Swamy Vivekanand jee ki books anyatam hain. SWAMY Vivekanand jee ki books padhaa aur bahut gyaan badhaa.
@@nirupamaupadhyay402 mujhe to ek ghante me hi samjh aa gya tha
@@divyapauranik8957Aap mahan hain😀
@@divyapauranik8957 aur me nahi gaya phir bhi inki sachai pata thi.
डॉक्टर साहब आपका चिंतन सुनकर अच्छा लगा आप फिर से काल्पनिक जीवन से अपने वास्तविक जीवन में लौट आए अपने देवतुल्य परिजनों के सहयोग से इसकी मुझे बहुत खुशी है आप सदैव खुश रहे दीर्घजीवी हो ऐसी परमपिता परमात्मा से प्रार्थना।
मुझे आपके इस पूरे कल्ट ज्ञान की प्राप्ति और आपके जीवन के दस ऊर्जावान वर्ष के लंबे फासले से बहुत हैरानी हुई आपने इतना लंबा स्वर्णिम समय गंवाकर ये ज्ञान पाया इसका खेद भी है लेकिन आप जैसे पढ़े लिखे इंसानों को भी ढोंगियों का मकड़जाल कैसे अपनी जकड़न में ले लेता है इस बात का भी पता चला। दरअसल सनातन धर्म और उसके पौराणिक संस्कारों को मिटाने के लिए ही ऐसे डेरे देश के सभी राज्यों जिलों और गांवों तक फैले हैं और कुछ ओशो जैसे अंग्रेजी भाषाओं पर पकड़ रखने वाले विदेशों तक पहुंचे। लेकिन क्या कभी हमने एक सच्चे सनातनी बनकर ये सोचा कि बाबा रामपाल,बाबा आसाराम,बाबा डेरा सच्चा सौदा,राधे मां,बाबा निरंकारी संत और न जाने कितने ऐसे दुकान और शो रूम इस देश में खुले हुए हैं जो क्या कर रहे हैं सब अपना अपना नरेटिव और एजेंडा सेट करके सनातन के ही किसी ज्ञान को निमित बनाकर सनातन के टुकड़े करते हैं और ये अतीत से चला आ रहा है उदाहरण के लिए हमारा जैन धर्म हमारा सिख समाज हमारा विश्नोई समाज और भी कई ऐसे पंत और मत जो सनातन से निकलकर आज सनातन के लिए चुनौती खड़ी कर रहे हैं ये धंधा नहीं बहुत बड़ा गोरख धंधा है और इसको कोई रोकने वाला नहीं है कई डेरे तो तड़ीपार लोगों के भगवान बनने की जीवंत कहानियां सुनाते हैं फिर भी लोगों में इनके प्रति आकर्षण और समर्पण कम नहीं होता।
अगर सही मायने में भागवत प्राप्ति होती है तो जो कर्म हमें मिला है उसके साथ ईमानदारी से कार्य करते हुए अपने माता पिता और परिवार की सेवा ही परमात्मा मिलन की असली कड़ी है।
लोग वहां ज्यादा भीड़ या मजमा लगाते हैं जहां पहले से ही पैर रखने की जगह नहीं होती केदारनाथ में ही या बद्रीनाथ में ही भोले बाबा मिलेंगे सच्ची श्रद्धा होने के बावजूद गांव में बने और वीरान पड़े शिवालय में भोले बाबा थोड़े ही मिलेंगे यही विडंबना है आश्रम में अनपढ़ जाहिल लेखराज की कहानियों को सुनने में इतने मग्न हुए लेकिन आपने कभी पलटकर नहीं देखा कि मुझे जन्म देकर पढ़ा लिखकर डॉक्टर बनाने वाले मेरे माता पिता और परिवार कैसे है इसीलिए आपको ये कष्ट हुआ क्योंकि आप आश्रम से अलौकिक उड़ान के काल्पनिक सपने को संजोए हुए थे।
आपका ये प्रयास अब दूसरे लोगों को इन दुकानों से दूर रखने का ही होना चाहिए ताकि आप जैसे कई युवाओं का जीवन बर्बाद होने से बच जाए यही आपकी सच्ची साधना होगी और आप हमेशा अपने माता पिता और परिवार को खुश रखे परमात्मा आपका कल्याण करेंगे आपका जीवन मंगलमय होगा।
घर pariwar नहीं छोड़े ,सेवा, सत्संग, स्वाध्याय, साधना करें और अपनी मुस्कुराहट कायम रखें, हमेशा खुश आनंदित रहें, दूसरों को माफ़ करें यही जिंदगी है
👍
मन पर नियंत्रण नहीं है तो परमेश्वर तक पहुंच पाना मुश्किल नहीं अपितु असंभव है, सर्वप्रथम अपने आप को शुद्ध करना पड़ता है यानी अपने भीतर की बुराइयों से मुक्त होना पड़ता है, फिर चाहे आप जंगल में भक्ति करो या घर में रहो । मन ही देवता मन ही ईश्वर मन से बड़ा न कोय। श्रीमद्भगवद्गीता में सब कुछ वर्णित है।
Brahamakumari KO maf Nahi Kiya ja Sakta..
words of wisdom :)
Mujhe sawdhan kar deya ser ap ne to mai bhi judne wali or vishwash karti thi leken
खाओ पीओ मस्त रहो, अनुशासन से जीवन जिओ. पढ़ो लिखो, खेलो कूदो, व्यायाम करो. अपनी नौकरी, व्यवसाय करो. दोस्तों, परिवार के साथ मौज मस्ती करो. चार्वाक बनो. यही जीवन है.
@@mukeshdinkar1196 agreed!👍
☺️ 100 %correct ! 👍🏻💐
Gaur se dekho to sare prani ye hi karte hai. Kya fark hai insan aur dusre prani o me.
The correct way is to do just what all you said and keep yourself free from bondage. Do not give pain to others in any form. Do not cheat anyone or take other items or credit. live life and do any and every thing as a duty given by Paramatma.
Exactly what one should do have good life...if you don't have good life, then you must be missing doing something from this..
आप एक डॉक्टर हैं.
आपके यहा ,आनेवाले , हर मरीज को आप ,अच्छी तरह से ठीक कीजिए . उनसे कम पैसे लिजीये.
आपका, ये सेवा भाव देखकर, भगवान ,आपको मिलने, स्वयं आ जायेंगे.
आजकल ,डॉक्टर,मरीज को लूटने के लिए ही बैठे है.
Ha ha ha
भगवान इस दुनिया में नहीं हें. ए बुद्द और महाविर ने 25सौ साल पहले बताया था. फिर भी 25हजार भगवान देव god अल्लाह ईश्वर मासीहा बने तो लोगोको ए चाहिये. आप इनसे दूर रहे. लोगोकी सेवा करे खुद भगवान बनो.
@@PNABHIJEETFF यही सेवा है भगवान की
@@Amoldhotre-he4pn ap bhagwan ban gye hain ky
हां सत्य कहा आपने
घर में रहकर अपने माता पिता की सेवा करो ,पारिवारिक जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाओ । दीन- दुखियों ,लाचार ,बीमार व जरूरतमन्दों की यथा संभव मदद करो । ईश्वर स्वयं आप को वह हर खुशी प्रदान करेंगे जिसकी आज प्रत्येक मानव को तलाश है । किसी भी दूसरे के बहकावे में न आवें । हमेशा स्वस्थ रहें मस्त रहें । घर पर रहकर ही अपने इष्ट की आराधना करें ।
धन्यवाद
@@budhiramsinghkushwaha3668 bahut hi sahi aur sateek baat
Search guru siyag sidh yog and do it, you will be amazed, no need to go anywhere do it for yourself and find the truth yourself
बहुत दिन से मुझे इंतजार था ये ब्रह्माकुमारी आश्रम के बारे में कोई भुक्त भोगी अपने सच्चे अनुभव बताएं आज वह मिल गया...
Mujhe bhi yahi intjar tha ki koi bhi iske anubhav nahi rakhta sab achha achha bolte hain aaj ek ye video mila jisne ander ki bat batai me to ye sochti thi itne guruon ki pol khul rahi hai in aashram ke bare me kuch koi nahi kahta hoga to kuch na kuch isme bhi aaj vo sach aa gaya samne
Mera Bhai ne bhi bataya .....iska sach ...
@@mukesh3645 प्रभू, मैं ब्रह्माकुमार हु पर सिर्फ मेडिटेशन के लिए जाता हु, उनके लिटरेचर को नही मानता क्यू की उनकी बातें सिर्फ कंफर्ट जोन में ही काम आती हैं, जो परिस्थि से जूझ रहा है उनके लिए ये नही है उनके लिए शास्त्र है,
धन्यवाद।
Truth khud se nahi dekhna. Aur doosro ka jhooth sun Kar khud ko bhagwan se door karna sabse badi murkhta hai.
Mukesh ji mera b experience same hai almost but mne 2-3 saal me he chod diya tha.
Koi logical bat nhi hoti hai waha bs baba ko follow kro apki tark shakti zero ho jati hai waha they force a lot.
Apne dukho ko khud katna hoga.
राधा स्वामी का सत्संग करने वाले मेरे ससुर ही हैं। जैसा वह भाषण करते हैं , उनका व्यवहार उससे बिल्कुल उलट है। ये बाबा वाले सब ही ऐसे ही होते हैं यही लगता है।
@@Manojkumar-iu7ql bilkul shi kh rhe ho aap
किसी भी मत को अपनाने से हम काम, क्रोध, लोभ से मुक्त नहीं हो जाते अपितु उनके बताये गये रास्ते पर चल कर ही ये होता है भाई क्योंकि ये जन्मों जन्मों के संस्कार हैं एकदम से नहीं जाएंगे
Hindu ne khud ko gira liya hai, islliye ab neta bhi hindu vote par trust nahi karte, Jahan muslim wahan vote
@@Manojkumar-iu7ql please provide your sasur Name
Address
satsang centre
Right
सत्य कहना बहुत हिम्मत की बात है,लोग अधिकतर हर बात से सझोता कर लेता है।जबकी उसको धार्मिक होने के साथ-साथ तर्क शील भी होना चाहिए ।
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मेरे हर श्वास में मेरी मां बस्ती है। इस धरा की हर जननी को नमन करता हूं। बचपन से ही पिता को आसमान की ऊंचाइयों से भी ऊपर रखा। बस इससे आगे किसी के बारे में भी सोचना मूर्खता ही है।। बाबाओं के डेरों से भरा पड़ा है हिंदुस्तान। घर में अपने परिवार बच्चों के साथ मर्यादित रहकर जीवन बिताएं; सही मायने में इससे बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता। 🎉
ब्राह्मणों का झाड़ हिल रहा है केवल निश्चयबुद्धि ही रहेंगे। आपका सदा कल्याण हो ।शुभकामनाएं
@@GyanShakti77 बस यह सिखाकर कर ही आपको बेवकूफ बनाते हैं।
कुछ नही होगा संभल जाओ
@@GyanShakti77 ये ब्राह्मण नही चौधरी है।अपनी बुद्धिमानी से गल्ती पकङली आपलोग की ।भगवान ने सदबुदि दे दी ।ईनको
Sabka apna apna part h es drama me aapka part hi eaisa tha isme kise ki galti nahi h
@@alokyadav8931kaun sa drama drame ka naam kya hai aur kalakar kaun hai??
अब इसमें ब्राह्मण का क्या लेना देना हो गया कुबूदी
जो मानव की सेवा करता है वही भगवान है तो आप डॉक्टर हो और आप खुद भगवान ही हो. बस सच्ची मन से सेवा करो. आप की आत्मा महान है
Aapko Kya lagta hain ek pada Lakhani doctor aise farji logo ke contact me etna kiaese rah sakta ....kahi se degree le Rakha hoga.....waha ke mahilawe ke face par clear show Karta hain wo log Andra se Bahut dukhi hain phir bhi involved rahte hain
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ऐक बार वृंदावन चले जाओ वहा पर केली कुंज मे प्रेमानंद जी महाराज जी जो निस्वार्थ रुप से लाखो लोगो की जिंदगी बदल दी है कोई आडम्बर नहीं कोई दिखावा नही कोई अमीर नही कोई गरीब नही सब को समान रुप से देखा जाता है।। 🙏
जय श्री राधे कृष्ण 🙏📿🌹
Radhe Radhe 🙏 🙏 🙏
Sakshat Shuddh Bhakti Prabhu Prem Dekh lijiye Premanandji ne.
Church ki nuns & pastors pasand h kya aapko Dr sahab ???
@@shantanurawat7185
Italian nuns
@@snehlatavijaysharma3117 Haan, Premananda maharaj ke video Mai dekhti hu.
Sunke bahot accha lagta hai.
Keeping their cult culture aside , I follow and listen to BK Shivani for mental health. I found BK Shivani speeches very helpful
ऊपर ऊपर से जुड़ना ठीक है जितना भीतर जाओगे तो जुड़े रहना कठिन हो जाएगा।
Sach kaha appna
मैं तो कभी इनके चक्कर में क्या किसी के भी चक्कर में आज तक नही आई!
जिंदगी में परेशानियां आई उनका सामना किया!
अब रोज बेजुबानों की सेवा करती हु जरूरत मंद की सेवा करती हूं!भगवान की पूजा अर्चना कर मजे से ड्यूटी जाति हू!
परंतु आपने सच उजागर किया आपका धन्यवाद!
great
Bahut achcha
Achhe se achhe kaam karne hein lekin karta bhagwaan ko hi maan kar chalna hei tabhi hamein achhe karm karne ke baad bhi kisi tarah ki aasakti nahi hogi.
सही किया, कोई विश्वास के लायक नहीं दुनिया में। साहित्य पढ़ने चिंतन करने से हर समस्या का समाधान मिलता है फिर व्यर्थ भटकने का औचित्य नहीं
Very nice .par inka anubhav pe aap na jaye aap bas apni khud ki manyata pe peacefully jiye.
भगवान महादेव को समर्पित हों जाओ, साथ ही कर्म अच्छे करो, कल्याण हों जायेगा.... नमोः शिवाय 🙏
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सभी सनातनियों को अपने अपने इष्ट देव की ही आराधना करनी चाहिए , कभी भी किसी बाबा या तथाकथित धार्मिक संस्था से नहीं जुड़ना चाहिए
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@@ravindraagrawal8416
इष्ट देव से आपका क्या अभिप्राय है, कृपया बताएं।
संसार में रहकर नामस्मरण करना और हिंदू धर्मानुसार आचरण करना ही कलियुग की साधना है और आसान भी है ।
@@jagdishingole709 you are right
You are right
I spoke to him today 22 08. 2024 He is fake he abuses Brahma Baba of Mothers Gaali,This is not a behaviour of a Surrendered Brother. Gyan nahi kehta tha ki apne parivar ko choodo
मान्यवर विनय चौधरी जी आपने अपने जीवन के बेहद बहुमूल्य १० वर्ष इस संस्थान को दिए हैं, तब आप समझ पाए हैं I मैं और मेरी पत्नी केवल ५ महीनों में ही यह सारा खेल समझ चुके थे और हमने इन्हें दूर से ही प्रणाम कर दिया I खैर आपने बहुत लोगों की आंखें खोलने का काम किया है आपका धन्यवाद !
भाई आपने भी अपना समय बर्बाद ही किया, मैंने तो एक दिन भी बर्बाद नहीं किया
सदगुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग जी 🙏🙏 द्वारा दिये संजीवनी मंत्र (राधा -कृष्ण जी का जाप मन ही मन) द्वारा कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं और योगिक क्रियाये करवाती हैं और साधक का शरीर और मन स्वस्थ होनें लगता हैं.🙏 मंत्र यू ट्यूब पर उपलवद्ध हैं 🙏
Om.namah shivay
@@RajeshKumar-wm6kg m to ek mahine m samajh gai thi
Om shanti Shivbaba Saudbudhhi aape 🙏🏻
दुनिया में आएं हैं तो
अपने परिवार के लिए कर्तव्य पालन कीजिए।
ऊपर वाले की पूजा करिए।
लेकिन घर छोड़कर कहीं आश्रम में जाने की जरूरत नहीं होती है।
@@JustFactsOfLife 100% सही बात.अपने परीवारसे जुडे रहीये।और खुश रहिये।
Bilkul or baba ne hame ya kisi ko bhi kabhi nhi kaha aap apna ghar parivar chod de.. OM Shanti sabko🙏🏻
bilkul sahi !
अवधु अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया।।टेक।।
ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक ह्नै दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।।
माता-पिता मेरे कछु नहीं, ना मेरे घर दासी।
जुलहा को सुत आन कहाया, जगत करे मेरी हांसी।।
पांच तत्व का धड़ नहीं मेरा, जानूं ज्ञान अपारा।
सत्य स्वरूपी नाम साहिब का, सो है नाम हमारा।।
अधर दीप (सतलोक) गगन गुफा में, तहां निज वस्तु सारा।
ज्योति स्वरूपी अलख निरंजन (ब्रह्म) भी, धरता ध्यान हमारा।।
हाड चाम लोहू नहीं मोरे, जाने सत्यनाम उपासी।
तारन तरन अभै पद दाता, मैं हूं कबीर अविनासी।।
डॉ सहाब, आप के अंदर तर्कक शक्ति जाग चुकी है आप गरीब और असहाय लोगो की मदद करना आप को ब्रह्मा कुमारी से जायदा खुशी मिलेगी अच्छा फील होगा हम को भी आप के इस वीडियो से ज्ञान मिला !!!good bless you!!! Thanku
Namaskar
We only need to have absolute and complete and strong faith in God (who is good and noble and supremely wise and supremely strong), who always judges all completely justifiably and completely correctly, who knows and understands everything, who speaks to us through our conscience and feelings. We should pray to Him/Her and He/She will certainly respond. There is only one God but as He/She is omnipotent, He/She can remain as one entity or as many entities, and He/She can remain in countless forms and also remain as a formless entity. He or She being only one, He/She loves all communities equally. He or She has many names, we may choose only one particular name and make a habit of chanting that name with full faith and reliance and reverence and we should keep chanting that name and that will give us the ability to face all situations , because God always gives us what we actually deserve and because He or She never makes a mistake and never does anything unjustified. You donot need to join any particular organisation to receive God's love and assistance. Your direct prayers to Him or Her reach Him or Her instantaneously.
Om Shanti bhai ji and aapko namaste aap apna phone number send kar dijiye kuch question mere andar bhi utha rahe Hai. Jisme se ek question to yah hai ki brahmakumari wala number nahin jhooth bola cal ke science walon Ne bhi jhooth bola hai. Vinash ki bhavishyvani
शुक्र है समय पर आपकी बुद्धि खुल गई।माता पिता के सेवा में अपने को समर्पित करै। यह मेरा मानना है।
Achcha hai bahut jaldi Anmol Ho Gaya vaise bhi bahut bevkuf banate hain
नहीं तो क्या होता ..........
Dr. Aap ne sahi kaha h . Kisi bhi sanstha se judne ki jrurat nhi h. Bs daily brhammuhurat me Om Namah Shivay ka Jaap kro.
सही कह रहे हैं सर आप आज कल हम भी ब्रम्हकुमारी को सुन रही हूं तो बहुत बात गलत लगती है वो ईश्वर तो कुछ भी कर सकते हैं तो वो इतनी बेकार सोच क्यू रखते हैं धन्यवाद सर आपको
तुलसी इस संसार मे भांति-भांति के लोग, हिलिये-मिलिये सभी से नदी-नाव संयोग।
Yeeshu Masih hi SATY he Aadarniy Mahoday Ji
Sanstha sahi ho ya na ho magar shiv baba sadaiw satya hai.❤
@@SachinSingh-nq9up 😁😁😁
@@SachinSingh-nq9up sahi baat hai😊
@@SachinSingh-nq9up aankh kholo andhbhakt
Shiv ji to main he. ..sab jagh shiv h^ koi bhi majhhab ho
@@SachinSingh-nq9up aapne shiv tatv ko bhi simit ker diya wo akand parmatma he shiv hai naki vo insaan joki brahmakumari wale dikhate hai
जय श्री राम मैं वर्ष 1980 में पहली बार ब्रह्माकुमारी आश्रम में दिल्ली में साउथ एक्सटेंशन के केंद्र पर गया था उसके बाद में कितने ही बार लगातार सेंटर'एस पर जाता रहा तब पश्चात एक बार में माउंट आबू भी गया। और वर्ष 2020 तक भी कभी-कभी अनेक केदो पर जाता रहा लेकिन मैं यही एहसास किया कि उनके द्वारा दिया जाने वाला ज्ञान सत्य नहीं है और यह स्वयं कहीं ना कहीं काम क्रोध लोभ मोह और अहंकार के शिकार हैं। यह मेरा स्वयं का अनुभव है। आप स्वयं किस चीज को वहां जाकर पहचान कर अपना निर्णय ले। मुझे केवल अपना सनातन धर्म का ज्ञान ही सर्वोत्तम लग जाए जय सियाराम।
@@omshantivkg go back to vedas, - Arya samaj sansthapak Dayanand Saraswati
Om Shanti
Ye qa ho raha hai qa ye sab such bat hai.kukrm bhi ho sakta hai ye bada surprise hogi
ओम सान्ति भाईजि ठिक है एक आपं सडगये तो उसके निकलना है खुद समलना है दूसरी को मत देखना ।
You are right,, Ishtar is one,not these different so called Babas.. only trust in omni present Ishtar and follow sanatan values not these man made..things
Mambap.ki.kadarkaro.vai.sab.sehiho.ga.ak.iswarki.upasanakaro.bas
जो किसी व्यक्ति से सम्मान के आशा छोड़ नहीं सकते प्रेम की ऐसा छोड़ नहीं सकते उसे परमात्मा प्यार प्राप्त नहीं हो सकता
हम एक बार सपरिवार मथुरा वृंदावन घूमने गए ऑटो वाला हमें एक मंदिर में ले गया जहां के पुजारी ने भगवान के दर्शन के नाम पर हमसे तरह तरह के हवन यज्ञ करवाने के लिए पैसा चढ़ाने के लिए मजबूर करने लगे. एक बार तो गलानी महसूस होने लगी लेकिन जल्दी ही हमने भी बेशर्मी की चादर ओढ़ ली और उल्टे उस पुजारी को शक्ति से मना करके वापस आ गए और बड़ी राहत महसूस की.
अधिकतर तीर्थ धर्मों पर आपको लूटने वाले ही बैठे हैं
Same experience in Jagannath puri
@@anilsingla8809 vrindavan also. My mom was forced several times to give 15 lakhs. But she denied
Bhagvan ek hai usko paneka rasta alag alag hai aapko shanti ke lie swaminarayn ke guru mahant swami mahaj ki sharan me jaay dilhi ke Akxardham mandir jake aao jay swaminarayn
मानसिक रूप से अस्वस्थ मनुष्य ही ऐसी संस्था से जुड़ते हैं
बृह्माकुमारीज़ बकवास विचारधारा है
श्रीमानजी आप इस संस्था और इसके पागलदासों की धोखाधड़ी खोलकर बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। धन्यवाद।
Yes maine b face kiya hai brain wash karte hain wo aur kuch nhi.
@@KavitaRawatWorldmost of every subsect of Sanatan Dharm are same.They are brainwashing sthe persons who follow them and give importance to their baba.
इस संसार में दुःख है, दुःख का कारण है,और दुःख दूर करने का मार्ग भी है, अष्टांग मार्ग पर चलकर ही मनुष्य अपने दुःख दूर कर सकता है,और सुखी हो सकता है यही मार्ग तथागत भगवान बुद्ध ने बताया है। पंचशील और अष्टांग मार्ग पर चलकर ही संसार सुखी हो सकता है, प्राणी की हत्या न करना,झूठ नहीं बोलना,काम, वासना से व्यभिचार से विरत रहना, चोरी नहीं करना,नशा से दूर रहना यही मार्ग है पवित्र जीवन जीने का।
@@dilipragase5726 true agree
अवजानन्ति मां मूढ़ा मानुषीं तनुमाश्रितम् ।
परं भावमजानन्तो मम भूतमहेश्वरम् ॥11॥
जब मैं मनुष्य रूप में अवतार लेता हूँ तब मूर्ख लोग मुझे समस्त प्राणियों के परमात्मा के रूप में पहचानने में समर्थ नहीं होते।
God SHIVA has arrived unhe tark ke adhar par nhi Jana ja sakta vo anubhav tabhi hoga jab chitt ki shuddi hogi
भाई हमारा सनातन धर्म सर्वोपरि और सत्य है हमारा धर्म कभी नहीं कहता कि घर परिवार गृहस्थी छोड़ो गृहस्थ आश्रम में रहकर ईश्वर की भक्ति करने की सीख दी जाती है
@@girishdevi1013 बाबा भी स्पष्ट कहते हैं कि घर-परिवार सम्भालते मन बुद्धि से समर्पण भाव रखो।
@@fatherofallgods4016तुम्हारा बाप कौन है बता सकते हो तुम कहा से पैदा हुए हो
शिव बाबा को याद करने से हर मुसीबत में बहुत ही आत्म शक्ति मिलती है, बाबा ने मेरी बहुत मदद की हूं, अच्छे संस्कार भर दिए हैं बाबा के श्रीमत ने,
बाबा ने मेरी बहुत मदद की है
मैं बहुत खुश हूं इस संस्था में आकर
Thank u so much video banne ke liye 🙏🏻, aaj mujhe bk join kiye hue 12 din hue hai, aur vaha ki behane jo apne aap ko devi bolti hai, kal hi unko mene akele mai dusro ki burai karte hue suna, mann ko bahut dukh hua, ye question mere dimag mai chal hi rha tha ki kya sahi hai aur kya galt, ki tabhi aapki video mere samne aa gai, aur mere sare doubt clear ho gye, thank u so much 🙏🏻
आपने सही फैसला लिए है यीन कि भबिष्यबाणीया झुठ होता आया है। मै 1977-78 मे जब इनके सत्संग मे था तब उस समय पूरा गारंटि के साथ दाबा करते थे कि सन 2000 मे जलथल हो जायगा पूरा बिनाश हो जायगा और सत्य युग आयगा गारंटी है कहते थे।आपके भि डि यो मैने देखा,आपने गहन अध्ययन किय है आप सही मार्ग मे है। आपने सच बात उजागर कर रहे है । बहुत धन्यबाद।
Abb 85 years bache hain bolte hain
Emergency ke time se aap jude
यह दुनिया का विनाश करने आए हैं क्या?
सब लोग विकास की राह देख रहे हैं और इन्हें सिर्फ विनाश ही सूझता है क्या?
Dr chaudhri Bhai Mai aapko salute karti hu.....aapne bahot himmat ka kam kiya hai ......Mai bhi 88/ me joined Hui 7 days korse kiyai tab kahte the 2000 me sab jalmagan ho jayenga or apne hishab se vahvar kartey hai,,.samne vale ka mains points pakdte hai.... Or ye aapne sach kaha kisi ki taklif ko nahi samjhte .....
i am 70 years old. M. A. sanskrit. i believe everyone have bhagwan in the form of Aatma. which always says u not to do dusht karma. do listen that voice. only understand the importance of karma. no need to go anywhere. enjoy your family life. respect the elders. i think all is business going on.
@@prabhadatta6038 एक दम सटीक और विद्वत्ता भरा संदेश,,,
how do u define a dush karma?
सदगुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग जी 🙏🙏 द्वारा दिये संजीवनी मंत्र (राधा -कृष्ण जी का जाप मन ही मन) द्वारा कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं और योगिक क्रियाये करवाती हैं और साधक का शरीर और मन स्वस्थ होनें लगता हैं.🙏 मंत्र यू ट्यूब पर उपलवद्ध हैं 🙏
Yes
Who will listen
Thanks
Welcome
What you mean ?
ना संस्कारों का मिलन रास किया, ना कभी पावरफुल अमृतवेला किया, ना कोई ईश्वरीय अनुभूति
सनातन धर्म ही श्रेष्ठ है।
akhileshmishra4930 - क्या कमाल की बात कही है वाह ! सनातन धर्म में महादेव मंदिर में शिव के लंड की पूजा करो । कामाख्या मंदिर में देवी के भोसडे की पूजा करो । इसीलिए सनातन धर्म महान है ना ?🕉️
akhileshmishra4930 - सनातन धर्म कैसे श्रेष्ठ है ? महादेव के मंदिर में शिव के लंड की पूजा करने से या कामाख्या मंदिर में देवी की चूत की पूजा करने से ? 🕉️ कैसे श्रेष्ठ है ?
@@akhileshmishra4930 किस कमनी ने कहा मम्मा पापा प्रकृति को ईश्वर मानने वाला कभी दुखी नहीं हो सकता
धर्म श्रेष्ठ होता है पर मानव पाखंड करता है
मथुरा ज्ञानवापी राम जन्म स्थल अयोध्या अभिमान हीं इतिहास देखकर महा पाखंड स्वार्थ कायरता दिखता हि##### #
सनातन धर्म मे सबसे ज्यादा अंधविश्वास हैं, सनातन धर्म पूर्ण तया ब्राम्हण पर आधारित हैं जहाँ ब्राह्मण supreme हैं बाकी सब नीचे हैं
सबसे बडा पुण्य कर्म मां-बाप की सेवा , किसी गरीब का भला या हर जीव जो तकलीफ में है जो हो सकता है उसकी मदद करिए । अपनी परिवार का अच्छे से पालन पोषण करिए,और सुख शांतिपूर्ण जीवन बिताइए। चार दिन हैं जीवन के बस 🙏🙏🙏🙏
पुष्पाजी गरीबी एक मानसिकता है,
अपने आप की सेवा करे यही समाज सेवा है।
2:33 महोदय ये संसार ब्रह्मा ने बनाया है तो कैसे मनुष्य उसे जान सकता है, मैं भी ब्रह्माकुमार हु पर में आनंद के लिए जाता हूं ज्ञान के लिए में भगवान दत्त के पास जाता हूं, सेवा के लिए मंदिर चला जाता हु, कर्म के लिए में जीवन मुक्त कैसे रहे मार्गदर्शन करता हु।
एक ही से जुड़े रहेंगे तो धर्म छोड़ मशीन बन जाओगे इसीलिए जो पसंद है उसका पूरा ज्ञान प्राप्त करो फिर आपको आनंद आयेगा,बीना ज्ञान आप कोई व्यक्ति, वस्तु या धर्म का आनंद नही ले सकते।
नर्मदे हर..
अवधूत चिंतन श्री गुरुदेव दत्त...
🎉🎉🎉❤❤❤
@@pushpanotiyal1347 सही बात कही
@@pushpanotiyal1347 💯✅🙏
bahut sunder ! 🌹🙏
संसार में चार वेद और एक गीता, यही सर्वोत्तम ज्ञान की पुस्तकें हैं।
बाकी हर व्यक्ति अपने अनुभव को ही सर्वोपरि माने। और इसी अनुभव को वह आधिकारिक व्यापक करने की कोशिश करे। उसी में उसका कल्याण है,
मोक्ष की प्राप्ति का बस यही एक द्वार है बाकी सब इस संसार में भटकाव है।
manojvarshney4663 - चारों वेद और गीता का ज्ञान मुग़लों और ब्रिटिश के सामने क्यों काम नहीं आया, जब वह भारत को हज़ारों सालो तक पेल रहे थे ?☑️
@@fatherofallgods4016 no substance is destroyed but its change form only
तब तू नही था @@fatherofallgods4016
@@fatherofallgods4016matlab ved or gita kisi kaam ke nahi??? Ye kahna chahte ho???; kahan hain aaj mugal??? Or kahan hai angrej??? Wo to gaye tum jaiso ko yahan chod gaye hain??? DNA speaks......
SatyaVachan 😊
ग्रहस्थ रहो, बाबा जी बनो, फ़कीर बनो या संत बनो, बस सच का साथ दो, अच्छे कर्म करो, दूसरों को सताओ मत, बड़ों का आदर सत्कार और छोटों को प्यार करो। प्रकृति से प्यार करो। देश की संपदा से प्यार करो। उसी में खुशी है बाकी सब बकवास।।
आपने डॉ साहब ठीक आकलन किया है, ये सब हिन्दू सनातन धर्म के सिद्धांतो से तालमेल नहीं खाती है, ये सब मायाजाल व भ्रान्ति है, आपने सचाई समाज के समक्ष रखी है, बहुत बहुत साधुवाद 🙏
परमपिता परमेश्वर सर्वशक्तिमान है । भगवान किसी संस्था के मोहताज नही है
ब्रम्हकुमारी संस्था नही थी तब भी
परमात्मा थे, है और रहेंगे । सही आचरण करे ,प्यार से उसको याद
करे वह तो हमारे बिना भी ईश्वर है
हम उसके बिना कुछ नही कोई संस्था नही कही भटकने की जरूरत नहीं
सच है
भाईसाब देर से आये दुरुस्त आये... आपका नैसर्गिक जीवन के लिये स्वागत हैं 🌹🙏
Your speech is content less. What you saw and what was your realisation, you have not mentioned clearly. What is your research as mentioned?
Aap bramha kumar banne ke bat bhi aap god samajh nhi ske
ईश्वर सब का एक है। इनका उनका नहीं होता। हंस बनकर अच्छाई नहींउठाई। और बगुला बनाकर बुराई इकट्ठे की इसलिए भगवान ने साथनहीं दिया।
पृथ्वी पर कीसीभी बच्चेको कीतनाभी बढा संकट हो सीर्फ मां,बाप के पास बैठे बहुत थोडी समय मे आपका कीस्मत बदलेगा, सभी संकट दुर होगे .
इस संसार मे एसे लोग भी होते है जो अपनी कमजोरीयो को ठीक करने के बजाय दुसरो पर ठोक देते है ।कुछ लोग एसे भी होगे जो इस की बातो पर चटकारे लेते होगे ।जरा सोचो जो व्यक्ति अपने को डाःमानताहै।खुद कह रहा है के मे डिप्रेशन मे चला गया ।अरे जो आदमी अपने आप को ठीक नहीं रख सकता वो केसै दुसरो का ईलाज करेगा। आज डाः के प्रति समाज की क्या सोच है ।कसाई समझते है लोग सिर्फ पेशै लुटने वाला गिरोह। पर बहुत से डाः अच्छे भी है ।बी. के मे यही बताया जाता है के अपने आप को सुधारो दुनिया को चलाने की जिम्मेवारी भगवान की है।जो अपने को ठीक नहीं कर सका चला है दुनिया को ठीक करने ।अपना ईलाज करा ओ ।आप के प्रति शुभ भावना रखते है।
कुक्कू हिंदी फिल्मों में तब तक सर्वश्रेष्ठ डांसर रहीं जब तक कि हेलेन और वैजयंतीमाला जैसी नर्तकियां इंडस्ट्री में नहीं आईं। कुक्कू एंग्लो-बर्मी नर्तकी और अभिनेत्री हेलेन की पारिवारिक मित्र थीं । वह अज्ञात अभिनेताओं को बॉलीवुड में अपना मौका दिलाने में मदद करने के लिए भी जानी जाती थीं, जैसे कि जिद्दी में प्राण । कुक्कू ने 13 वर्षीय हेलेन को शबिस्तान और आवारा (दोनों 1951) जैसी फिल्मों में कोरस डांसर के रूप में फिल्मों में पेश किया था । कुक्कू और हेलेन ज्यादातर गीत और नृत्य दृश्यों में एक साथ दिखाई दिए, जैसे चलती का नाम गाड़ी (1958) और यहूदी (1958)। उनकी आखिरी फिल्म उपस्थिति 1963 में मुझे जीने दो थी जिसके बाद, वह फिल्म उद्योग से गायब हो गई थीं।
कुकू को ऐशो-आराम का कितना शौक था इसका अंदाजा इस बात से आसानी से लगाया जा सकता है कि उनके पास तीन लग्जरी कारें थीं, जिनमें से एक कार उनके इस्तेमाल के लिए, एक उनके कुत्ते के लिए और एक कार उनकी खास हेलेन के लिए थी। उनके पास कई फ्लैट और ढेर सारे गहने थे लेकिन कहा जाता है कि उनकी सारी संपत्ति आयकर का उल्लंघन करने के कारण जब्त कर ली गई थी [5] । इस वजह से उनके पास पैसे नहीं बचे थे। जैसे-जैसे उनकी किस्मत ढलती गई, वह लाइलाज कैंसर से जूझती रहीं और 52 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। [6] 30 सितंबर 1981 को 53 साल की उम्र में कैंसर [3] के कारण कुकू की मौत हो गई। आखिरी वक्त में हालात ऐसे हो गए कि फिल्म इंडस्ट्री ने उन्हें गुमनामी में छोड़ दिया। दवाइयां खरीदने के लिए भी पैसे नहीं थे, जिसकी वजह से कुकू अपना इलाज नहीं करा सकीं और फिल्म इंडस्ट्री से कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया। उनकी मौत के समय फिल्म इंडस्ट्री ने उन्हें भुला दिया और उनकी मदद नहीं की।
आपने अनुभव से ज्ञान पाया है। मातापिता की ईतनी कद्र की है कि भगवान भी आप पर खुश रहेंगे।
आप जैसे पढे लिखे मनुष्य को भगवानने इस धरती पर दुःख देखकर तरस खाकर नहीं लेकीन सुसृषा करके तंदुरुस्ती बक्षना है। आपके मातापिता को सादर प्रणाम🙏🙏
शेष जीवन खुशी और आनंद से बिताना, भैया। सरल जीवनको maze बनाके उसमें खो जानेके बाद बाहर आये हो ईश्वर दीलमें आत्माके रूप मे रहकर आपकी रक्षा करेंगे।🌹🌹🌹🌹
इन सब चक्करों में कभी नहीं फंसना चाहिए, सारे बाबाओं देर सबेर सच्चाई पता चल ही जाती है।सब ढोंग होता है।धन कमाने का तरीका मात्र है
सच बोला है
I was bk, then ex bk and now i am semi bk...i know there are lot of fake ppl in bk but there are all kinds of people, just like everywhere.
There are some nice bks also...i just go there and medidate in their meditation room...Very Peaceful Environment
महाराज तुलसी दास ने कहा है कि कलयुग में पाखंडी लोग नाना प्रकार के पंथ प्रकट कर देंगे. रामायण, महाभारत, गीता, पुराण और उपनिषद हमारे धर्मग्रंथ है. हमे इसी का अनुकरण करना चाहिए.
सही कह रहे आप 🙏🙏
Aap Ney bilkul sahi kaha bhai ji
कलयुग केवल भारत में है
सब जगह है।पहले से।@@HindustanKiSochofficial1
Im80yr old lady dr. ,joined BK sanstha 11yr back,left after 2 yrs,you took too much time...
All the best. .....
@@shardasharma3906
It took me 8 yrs to understand their double standards
They think that sewa means to serve THEM only and not other mankind or even animals . During training the teachers are taught how to get donations . They give more importance to those who are rich and vulnerable
They don’t care about your spiritual progress as long as they are getting funds from you .
It is easy for them to tell YOU to follow Baba, who lived simply BUT go to Mt Abu and you will see how they ALL are living in style and comfort and each one has a caretaker .
And they ask the members to forsake their parents and family ?? 😡
Did u live in centre as well? Coz i used to folow them but now not bcoz of their 5000 loop drama.
ग्रहस्थाश्रम मे रहकर बहुत अच्छी सेवा होती है भगवान की हिंदू धर्म मे सबसे अच्छा ग्रहस्थाश्रम है ये छोडकर इधर उधर क्यू जाते है लोग घर मे रहकर सबकुछ होता है😂
आप कि विचार धारा पसंद आई
Right Man should live Normal Human Life. He should work for family, society, country and serve them. Not to leave family, society etc
सही बोले आप
बकवास
Aap bhagwan ki Sewa kar skte ho lekin Aapko Aatamgyan ki prapti ke liye ghr ka moh to chhodna padega hamare Grantho me isliye hi Grahast ke baad Vaanprasth aata hai ....... Wo chahe aap kisi bi gyaani guru ka Shishya bankar usse prapt kar skte ho
When a child enters school, the teacher asks, "What do you want to become?" The child replies, "I want to be a doctor!" However, this doesn’t mean he has become one yet; it’s just the first step toward his destination. Similarly, in Brahma Kumaris, every individual is on a journey to become the best version of themselves. The destination may be far, but it's all about taking that initial step. We shouldn’t judge them prematurely; they are working toward their goals. It's all about perspective-let's not mislead others in their journeys.
@@rubysidhu8175 so true
मैने पिछले अनेक वर्षों से समय समय पर उनके सम्पर्क में आकर उनके अजूबे विचार और सिद्धांत को पढा़, समझने की कोशिश की, बहुत वर्षों तक आदरणीय शिवानी जी के विचारों से भी अवगत हो, उन्हें सुनता रहा हूँ, लेकिन अनेक शंकाओं का समाधान नहीं हो सका। आबू रोड व माऊंट रोड भी गया, फिर भी शंका बरकरार रही।, आप और आप जैसे अनेक भूतपूर्व बृह्मा कुमार के बाहर आने से मालूम पड़ता है कि मेरी शंका सही रही है, इसी लिए उनके साथ अधिक नहीं जुड़ पाया। हमारा सनातन धर्म,ज्ञान व परिवार से बढ़कर, इस दूनिया मे कोई नहीं है ऐसा विचार, सिद्धांत ही उत्तम है।
2:33 महोदय ये संसार ब्रह्मा ने बनाया है तो कैसे मनुष्य उसे जान सकता है, मैं भी ब्रह्माकुमार हु पर में आनंद के लिए जाता हूं ज्ञान के लिए में भगवान दत्त के पास जाता हूं, सेवा के लिए मंदिर चला जाता हु, कर्म के लिए में जीवन मुक्त कैसे रहे मार्गदर्शन करता हु।
एक ही से जुड़े रहेंगे तो धर्म छोड़ मशीन बन जाओगे इसीलिए जो पसंद है उसका पूरा ज्ञान प्राप्त करो फिर आपको आनंद आयेगा,बीना ज्ञान आप कोई व्यक्ति, वस्तु या धर्म का आनंद नही ले सकते।
नर्मदे हर..
अवधूत चिंतन श्री गुरुदेव दत्त...
🎉🎉🎉❤❤❤
@@madhusudantandon प्रभू, मैं ब्रह्माकुमार हु पर सिर्फ मेडिटेशन के लिए जाता हु, उनके लिटरेचर को नही मानता क्यू की उनकी बातें सिर्फ कंफर्ट जोन में ही काम आती हैं, जो परिस्थि से जूझ रहा है उनके लिए ये नही है उनके लिए शास्त्र है,
धन्यवाद
ब्रह्माकुमारी इस मे गुरू का कोई महत्व नही है और हमारे सनातन धर्म में गुरु के बिना ज्ञान और मोक्ष नही मिलता यही यही पर मै ब्रह्माकुमारीज की पहचान कर गई मेरा नसीब अच्छा है कि मी गुरु पंथी हू और किसी भी झंझट मे नही जाना पडता गुरु मार्ग के अनुसार चलो और गंतव्य प्राप्त करो
@@shravanshukla1969 Ved (वेद)
@@neetachakradeo2194 सही,
Except Sister Shivani and Suresh Oberoi's discussion I don't listen to anything else
आप शिवानी जी और उनसे सम्बंधित सब को छोड़कर भागवत गीता से जुड़िए, अच्छा होगा। शिवानी जी भी बहुत कुछ जो बताती हैं वो वैज्ञानिक तर्कों से मेल नहीं खाती। मैंने शिवानी जी को कई दिन सुनने के बाद ही यह कमेंट लिखा है । यह मेरा पूर्वाग्रह नहीं है। अपने मूल धर्म ग्रंथों में ही जीवन का ज्ञान भरा पड़ा है।
ब्रह्मा कुमार जी!
आपके स्टेटमेंट से यही साबित होता है कि आप दस-ग्यारह साल तक इस संस्था में थे, आपका स्टेटमेंट यही बताता है कि आपने संस्था को नहीं छोड़ा बल्कि आपको संस्था से निकाल दिया गया। यह भी बताना चाहिए था कि दस वर्षों का आपका खर्च संस्था ने वहन किया। आप निकाले जाने के बावजूद भी उस संस्था में वापस जाने को प्रयासरत थे इसका मतलब है कि आप संस्था को अच्छा मानते हैं तभी वापस जाना चाहते थे। आपका स्टेटमेंट आपको विवादास्पद बनाता है न कि किसी संस्था को।.... सच्चाई आप नहीं बता रहे हैं ....
दुर्दैव ईसे कहते हैं आपने छोडा अच्छा किया कोटो मे से कोई होता है इतना आसन नहीं है भगवान को पाना लेकीन आप उसकी बदनामी मत करना आप सब जो कॉमेंट कर रहे है ओ सब Dr मोहित गुप्ता सर cardiologist है उनका व्हिडिओ देखिये फिर बताना 🕉️ Shanti
Bhai aapko nikala gaya h
@@m.k.srivastava927 ये संस्थान सच में किसी काम का नहीं है, ये सिर्फ अमीरों के लिए, और वो भी selfish लोगों के लिए
आप की बातों से तो यही लगता है कि आप ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में आने के लिए वापिस आने के लिए तरस रहे हैं
Inhone baba ko hi nhi samjha
आपके माता पिता को कोटि कोटि नमन 💐💐🙏🙏
माता पिता ही ईश्वर होते हैं ❤❤
डॉक्टर साहब प्रणाम,
निसंदेह आप अत्यधिक व्यथित हैं, किंतु आप एक संस्था को ईश्वर परिवार की संज्ञा दे रहे हैं।
मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि अपने माता-पिता और परिवार को छोड़कर अपने कर्तव्य से विमुख होकर ईश्वर को पाना संभव ही नहीं है।
एक बार अपने कर्तव्य को सर्वोपरि स्थान देते हुए ईश्वर की शरण में बिना किसी मेडिएटर के जाएं और उसको दिल से याद करना प्रतिदिन शुरू करे। यदि आप निर्मल मन से ईश्वर की शरण में जाएंगे तो आपको अपने सभी सवालों के जवाब स्वतःही मिल जाएंगे 🙏🙏
💞🫂🤝🙏🏻😊
Ap bhale patient ki seva kzro ap ninda karake kuch nahi hoga koi sansta ninda karo Ise nahi kahati agdchiroli me seva do patient sevs ishwar seva hoti hai ab practise ksro yahi tumari bhagya me hai
सर्वशक्तिमान परमेश्वर एक है जिनकी कोई जात,धर्म, नस्ल नहीं है वो सत्य है वो सत्य का साथ देता है |पृथ्वी पर धर्म मनुष्य की दिमाक की ऊपज है |❤😅
@@guptagupta5190 very true 👍
Absolutely right sir ❤
Absolutely true 🙏🏽
चुप रह भीम टा @@amii1764
ब्रह्मा कुमारी को समझने के लिए तो मुझे एक ही दिन लगा। क्योंकि अगर आपने खुद को नहीं समझा तो ब्रह्मा कुमारी तुम पर प्रभावी होंगी और यदि खुद को समझ लिया तो उनकी आवश्यकता ही नहीं। डॉ विनय की बात अत्यंत सत्य है और मैं इनका हार्दिक रूप से समर्थन करता हूं।
@@NarayanSharma-ec6xw बिल्कुल सत्य कहा
@@kirantripathi-m6p bhav ko samzhne ki zarurat hai
सब बकवास कर रहे हो आप ...मैंने खूद लोगोको देखा है ब्रह्मकुमारिज से जुडकर लोगोको अच्छा बनते हुए
कितने लोगोके डिप्रेशन दूर हुए है
brahmakumaries ka sachha aurr सर्वश्रेष्ठ ज्ञान है😇😇🥰🥰💐💐💐💐💐💐💐💐💐
@@RaniChaure-f4g on shanti iam JOIN you
@@RaniChaure-f4g❤JOIN you
सब कुछ छोडा लालच और इगो नहीं छोड़ पाए डाक्टर साहब और इन्हें छोडना पड़ा भगवान का राह
आप सही कह रही है दीदी कमी इनमे थी
आप सिर्फ़ घर पर रह कर आचार्य श्री राम शर्मा जी की लिखी किताबें पढ़ें।मैं और मेरी सहेली मैडिटेशन सीखने के उद्देश्य से ब्रह्मकुमारी के केन्द्र गए उस दिन कोई उत्सव था और सबको प्रसाद बंट रहा था उन्होंने अपने लोगों को दिया और हम दोनों को छोड़ दिया हम तुरंत वापस आ गए और समझ गए इनके आदर्श कितने ऊँचे हैं।सभी देखने वालों से अनुरोध है कि इस विडियो को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें जिससे लोग इनके जाल में न फंसें
@@neetatripathi1820 ram sharma achary ji..To ved vyas ji he.. gurudev ne to sanatan dharm ko aage badhaya he.. 3200 books likhi he ....usko bare me likhna hmara kam nhi....Jay gurudev
भाई आपके अनुभव और पीड़ा सुन कर दुख हुआ। । इस संस्था में मेरी बहन को जाते हुए 18 साल हो गया है और वह अब मन्दिर नहीं जाती। चाहे बीमार हो वहाँ तो जायेगीं उनकी आलोचना तो सुन ही नहीं सकती। घर में कलेश हो जाता है। उनमें दया भाव भी नही रहा। वह maids ke साथ भी बहुत कठोर व्यव्हार करती हैं। Ham भी परेशान हैं। सारा समय मुरली सुनती है। हमारे 1 मित्र की तो प्रोपर्टी ही इस संस्था ने हथ्या ली है hamara परिवार ही विषम परिस्थितियों में हमारा साथ देता है, मेरा मानना है और परिवार सर्वोपरि है
School me har bachha rank holder ni hota... Kuch log fail hojate hi to teacher pe ungli uthate hi... Yaha bhi same Yahi horaha hi... Har ek bachha alga reeti padne ko khamata hoti hi.... Kuch log sahi padke number one banate hi to kuch log ulta padke naam badnam karte hi school ka, teacher ka... Asha karti hu Apne padhayi par Baba par Dhyan de ... Dusro ko na dekhe...Om Shanti 🙏🙏🙏
Yaha didi ka vyavahar kathor hi to unhone apne upar focus ni kiya... Gyan ko sahi reeti dharana ni ki...jiske karan Inka aisa vyavahar@@shashisehgal3493
@@neetatripathi1820 मनुष्य अपना कीमती धन इनके ऊपर खर्च करता है। भ्रम में न रहे। अच्छे कर्म करें वो भी परमात्मा को समर्पित कर। फिर कोई गलती नहीं होगी। सभी प्राणियों से प्रेम करते हुए जीवन जिएं।
हमारी सोच पर निर्भर करता है
हमें परमात्मा ने सृष्टि मंच पर भेजो अपना पाठ प्ले करने के लिए अच्छे से
परमात्मा की डिश सर्विस नहीं करनी चाहिए
सबसे बड़ा दर्जा है परमात्मा का उसके बाद है मां-बाप का
@@bkarunmadhuban814
ब्रह्मा कुमारी वेद विरोधी हैं,धोखे में हैं।
परमात्मा ने तुम्हे सतयुग कि कामना पुरी करणे थोडे भेजा था. तुम्हे स्वयम को जाणणे भेजा और तुम कामना पूर्ती मे फसे पडे हो. पहले स्वयम को जाण लो. बादमे सतयुग कि तयारी कर लेना अगर बच गये तो. अभि तो हो अहम एक अपूर्ण चेतना. सिरफ मै आत्मा हू कहनेसे नहीं चलेगा 🤔
ये सब प्रीती निगम के सिखाये विनाश काले विपरीत बूधि लोग है
बिल्कुल सही कहा आपने लेकिन आप क्या करेंगे यदि एक दिन आपको पता चले की आप जिसे परमात्मा समझकर पूजा कर रहे है वह भगवान के नाम पर आपको मूर्ख बनाकर करोड़ों का धंधा करने वाली संस्था आपको ठग रही है ।
सिर्फ गीता ज्ञान ही सबका उद्धार कर सकता है, और सनातनियों ने अलग अलग गुरु बना लिए हैं जोकि अब हिंदुओं को सब ओर से मोड़ कर सिर्फ अपनी और ही खींचने में लगे हैं, हिन्दू इन सबके कारण भी बंट रहा है
क्या आपने वहा संभोग किया है?क्यो की ऐसा होता है,यह हमने सुना है।
@@keshavbawankule7171जिससे से सुना है उसी से कुछ सबूत मांग लेते या साथ जाकर देख लेते 😊
मैं देश को दशियो आसृमो में रहा हूं। सभी का यही हाल है। इनमें शांन्ति से रहने के लिए अकल का अन्धा बनना पड़ेगा 😮😮😮
मुझे तो इनकी सफ़ेद कपड़े देख कर ही डर लगता है की, ज़िंदा कफ़न ओढ़ कर घूम रहे हैं।सोचती हूं इतनी बेरंग कैसे जीते होंगे...???but जिसकी जैसी मर्ज़ी।परिवार से सुंदर और सुरक्षित कोई भी स्थान नहीं ।❤❤❤संसार और प्रूकृति से सुंदर कुछ भी नहीं।अब कुछ लोग बोलेंगे मोह ग्रस्त है यह तो... मोह माया इतनी बुरी है तो ईश्वर जन्म से पहले ही क्यों इतने रिश्ते और बंधनो से जोड़कर हमें संसार में भेजते हैं...??? मोह माया से बचा कौन...???स्वयं ईश्वर भी तो जन्म लेते हैं। इन मोह माया सुख दुःख की स्वाद लेने...जो मां बाप जन्म दिए ...बहन राखी बांधी ।पत्नी ,पुत्र सबका दायित्व को दरकिनार करके सन्यास लेने चल पड़ते हैं।अजीव लोग
बस कपड़े ही सफेद हैं बाकि लग्जरी में कोई कमी नहीं।
@@mamtayadav4045 hi
Safed kapde is liye phente hai ki peace ki nichane hai.
Kafan odh k 🤣🤣🤣🤣🤣🤣
सन्यास लेना कोई बुरी बात नहीं है
जो इस नश्वर संसार को त्याग कर केवल उस परमपिता परमेश्वर का ध्यान करने का इच्छुक है
उसे करने दो
गृहस्थ में रहकर भी परमेश्वर का जितना ध्यान हो जाए , उतना अच्छा है
लोगों को बस इधर उधर भटकने की आवश्यकता नहीं है
कोई दिखावा नहीं , कोई बाह्य आडंबर नहीं
हमारे वेदों में ही सच्चा ज्ञान है
सन्यासी हो या गृहस्थ वेदानुसार ईश्वर का प्रकृति का ध्यान स्तुति करे
तो सदैव सही मार्ग पर होगा
ॐ
संस्था से जुड़ने के बाद दिमाग को तो कुछ महीनों में ही समझ आ गया कि अंदर सब फ्रॉड है फिर भी मन ने मानने मे दो वर्ष लगा दिए। एक और वर्ष जैसे तैसे खींचा आखिर बहुत कुछ ऐसा देखा और यही समझ में आया कि छोड़ देने में ही भलाई है। मै और मेरे मुरली मनोहर मेरे लिए यही सत्य और खुशी है।
ज्ञान गलत नहीं है । ये तो कुछ निमित्त हैं जिनसे आपका पाला पड़ा। your are correct . There is no transparency
परमात्मा ने इतने प्रेम से यह पूरी सृष्टि बनाई है और हम लोगों को बनाया मनुष्य को बनाया इतने प्रेम से और हमारे लिए हर चीज की व्यवस्था की पेड़ पौधे जल अन्य नदियां पहाड़ यह सब परमात्मा ने हमारे लिए व्यवस्था कर दी है परमात्मा कभी नहीं जाएंगे कि उनके बच्चे नष्ट हो जाए यह सृष्टि खत्म हो जाए वह सृष्टि को और हमें बचाने के लिए हमेशा अवतार लेकर आते रहेंगे ग्रस्त जीवन में रहकर परमात्मा को पानी और उसका अनुभव करने की एक ही सिर्फ एक ही संस्था है सहज योग श्री माताजी निर्मला देवी द्वारा स्थापित मैं वहां गई हूं और मुझे वहां अच्छा लगा और उनका कॉन्सेप्ट भी❤
सर मैं आपका बहुत आभारी हूं जो
कि आपने इनका सही परदा फास किया
मैं enke centre me कम ही jaya kartatha lekin apane retirement ke bad mai lagbhag 15 din tak lagatar gaya to maine pai ki mujhe uncomfortable ki feeling aarahi hai sleep disorder ki problem horahi hai
Baba ke lal prakash hi radiation hi eska mul karan hai. Radiation ki jach karayi jai.
मां बाप ही भगवान हैं, जब तक जीवित हैं तब तक सक्छात हैं। उसके बाद भी उनकी सीख, उनका अनुभव आशीर्वाद के रूप में हमारे साथ सदैव रहता है।
धन्यवाद dr विनय जी 🙏🏻 मै करीब दो साल से सोच रही थी meditation के लिए इन से जुड जाऊं लेकिन centre घर से दूर होने की वजह से सोच मे पड गई थी. अभी पूरा मन बनाकर दो चार दिन मे वहाँ जाने ही वाली थी की अभी यह video सामने आया. ब्रह्माण्ड ने यह video भेज कर मुझे संकेत दिये है की जो करना है घर बैठ कर करो 😁
Early morning शान्ति में आंख बन्द करके बैठकर सिर्फ अपनी श्वासो को महसूस करो, १)सांस आ रही है सांस बाहर जा रही है,
२) सांस अन्दर कहां तक जा रही ,वापस आ रही है,
३)जो भी विचार आ रहे हैं आने दो विरोध न करो,,,
यही meditation ki starting h,
वृंदावन आइए
@@akshatadeshpande-j5v ध्यान सीखना है तो वानप्रस्थ साधक आश्रम रोजड़ अहमदाबाद से डेढ़ घंटे की दूरी पर शिविर लगाते हैँ वैदिक काल में ऋषि जो ध्यान करते थे उसे सिखाया जाता है. UA-cam पर जानकारी मिल जाएगी इसी नाम से channel भीभी.....
@@neenagupta9470 जी मै यही करती हूँ पिछले चार साल से. फिर भी लगा की किसी संस्था से जुड जाऊ तो साथ मे meditation होता है
This is vipassana@@neenagupta9470
Mai bhi bramha kumari asram jati hu madhuban me har sal jati hu mujhe bahut accha lagta hai but ye jo aap bol rhe ho oh chij mane bhi goar kar li hai ekdum right bol rhe lekin mujhe bachpan se jati hu toh shiv baba se mujhe bahut lagao hogya hai 😍
मुझे ध्यानयोग में बहुत रुचि थी इसी कारण मैं 2012 में ब्रम्हकुमारी से जुड़ा और केवल 7 दिनों में ही मैं समझ गया की ये सब गुरुघंटलो की टोली है,और फिर आजतक मैं ब्रम्हकुमारी की दहलीज पर नहीं गया,मेरे किसी भी प्रश्न का उत्तर ब्रम्हकुमारी से नही मिला बल्कि मुझे संतुष्टि उपनिषद,श्रीमद्भागवत इत्यादि ग्रंथो से मिली और जिज्ञासा भी शांत हुई।।
सदगुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग जी 🙏🙏 द्वारा दिये संजीवनी मंत्र (राधा -कृष्ण जी का जाप मन ही मन) द्वारा कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं और योगिक क्रियाये करवाती हैं और साधक का शरीर और मन स्वस्थ होनें लगता हैं.🙏 मंत्र यू ट्यूब पर उपलवद्ध हैं 🙏
Jivan ke hishab ko chukana aasan nhi hota bhai god bless you.
Brahmakumaris always right 👍 I don't like this video.
Shi bat h hmari sanskriti hmare garnth hi srbopri h barmrasxh tho alag hi isai misanriyo ki tarh kam karti h
यही सही राह है। 😊जय सनातन धर्म।
@@vishambardutt2487 एक और गुरु घंटाल
भाई आपने बहुत अच्छा किया इस पाखंड से बच गए हमारा ज्ञान सनातन धर्म ज्ञान की उपासना करवाता है और आत्मा का ज्ञान प्रदान करके सदा के लिए हमें आनंद प्रदान करता है और सभी मुक्ति का साधन उपलब्ध हैं ❤❤
आपने पूर्ण सत्य उजागर किया है। आप बहुत अच्छे इंसान है इसमें कोई शक नही। अच्छा हुवा आपने भगवान बनाने की मनसा छोड़ दी। आप बुद्धिवान हो इसलिए Bk की चुंगल से मुक्त हो गए। आपका अभिनंदन।
Dhanyvad bhai ji aap banate raho apna Bhagya bahut achcha chal raha hai shukriya
सच तो यही है कि हम किसी भी संस्था से जुडे लेकिन हमारा घर हमें नहीं छोडना है, हमारे माता-पिता को नहीं छोडना है, घर से संस्थामें जाओ काम खतम हो जाये वापस घर आ जाओ, बात खतम, कोइ भी संस्था हो ऐसा होने पर आपको घर ही भेज देंगे, सब हमारे काम से मतलब रखते है, और रही बात माता पिताकी वो कहावत है ना कि कुपुत्रो जायेत,,, क्वचितपि कुमाता न भवति, वो संम्हाल ही लेंगे, नमस्कार
@@kalpanamalanpur7858 दादी आपने बिल्कुल सही बात कही...
@@Bk-pradeep-bhai-1432 धन्यवाद बेटा, नमस्कार
Bilkul sahi kha aapne
Me to ln logo ko samjata hun. Brain wash ki bat batata hu.par ab .me inko aap ke vidio sand karunga tab samajh aayega.vidio u tub par dalne ki liye bhut bhut aabhar Dr shabh.
शिष्य के जीवन में गुरु आते हि हैं, भक्त के जीवन को भगवान आना हि पडता हैं | यही सत्य हैं |किसी भी प्रकारका का त्याग ईश्वर आपसे नही चाहता! संसार में रहते हुए भी निर्विचार अवस्था को पाया जा सकता हैं, आपको कोई भी निर्विचार नही कर सकता क्योंकी आप पहले से हि निर्वीचार हैं, शाश्वत, अनंत हैं, निर्गुण और निराकार हैं!धन्यवाद
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏क्षमा
सन्यास लेना कोई बुरी बात नहीं है
जो इस नश्वर संसार को त्याग कर केवल उस परमपिता परमेश्वर का ध्यान करने का इच्छुक है
उसे करने दो
गृहस्थ में रहकर भी परमेश्वर का जितना ध्यान हो जाए , उतना अच्छा है
लोगों को बस इधर उधर भटकने की आवश्यकता नहीं है
कोई दिखावा नहीं , कोई बाह्य आडंबर नहीं
हमारे वेदों में ही सच्चा ज्ञान है
सन्यासी हो या गृहस्थ वेदानुसार ईश्वर का प्रकृति का ध्यान स्तुति करे
तो सदैव सही मार्ग पर होगा
ॐ
हरे कृष्ण भाईजी 🌺🌺
आपको आपके नये जीवन की ढ़ेरो शुभ कामनाएं 🌸🌸🙏
ये लोग ' ब्रह्म ' नही , ' भ्रम ' में है 😊
सनातन संस्कृति से अलग नियम तरीका गड़ने वाला रास्ता सही नहीं होता है भाई साहब,,
इसलिए जो ऋषि परंपरा को बताते हैं उन सोलह संस्कार के रास्ते पर चलाएं वह सिद्धांत उचित होता है
बहुत बहुत शुभकामनाएं 🎉
आदरणीय डाक्टर साहब यह सब संस्थाएं ढोंग करती हैं हमारे सनातन धर्म में ध्यान लगाने की बात कही जाती है जिससे मन कन्ट्रोल होता है समय लगता है
आपसमजाईय ईसज्ञग्रुप कोजुडणेबाद कुछजाजुकिजातीहैआदमीईणकाकैसे होजाताहे.
10 Sal me bhi aapne Bhagavan ko nahi jano
जैसे सोच जैसा चिंतन वैसे ही अनुभव होता है ज्ञान का चितण करने कि आवश्यकता है
जीवन में ऐसा कभी भी नहीं होता है आप ने भगवान से वैर किया है कर्म का फल भोगना पड़ता है जो दूसरों को देते हैं वहीं मिलता है
@@bkgreatsoul konsa bhagwan ...vo balatkari sindh si bhaga hi waranty lekhraj gainda Swami.
Aur jo aap usko baddua de rhe hain, kaise bk h aap?
BG 9.11: जब मैं मनुष्य रूप में अवतार लेता हूँ तब मूर्ख लोग मुझे समस्त प्राणियों के परमात्मा के रूप में पहचानने में समर्थ नहीं होते।
डाक्टर साहब मै तो 20 साल बाद छोड़ा हुँ , बहुत खुश हूं । बहुत से लोग चाहते हुए भी डर के कारण भी नहीं छोड़ सकते ।
@@SLYADAV-cz2cp kaisa dar please explain
अच्छाई और बुराई हर स्थान पर, हर समय उपस्थित रहती है। ये हम पर निर्भर करता है हमें क्या चाहिए।
समाज म अच्छाई बुराई है फिर आश्रम या गुरु क्यों ? क्या कोई गुरु महलों मे रहत है । असली तपस्वियों को महल ( आश्रम) नहीं चाहिए वो वनों और गुफ़ाओ मे तप करत hai
आपको एक वक कप चाय मे एक चम्मच मानव मूत्र डालकर दिया जाए तो क्या आप केवल चाय पी सकते है।
2:33 महोदय ये संसार ब्रह्मा ने बनाया है तो कैसे मनुष्य उसे जान सकता है, मैं भी ब्रह्माकुमार हु पर में आनंद के लिए जाता हूं ज्ञान के लिए में भगवान दत्त के पास जाता हूं, सेवा के लिए मंदिर चला जाता हु, कर्म के लिए में जीवन मुक्त कैसे रहे मार्गदर्शन करता हु।
एक ही से जुड़े रहेंगे तो धर्म छोड़ मशीन बन जाओगे इसीलिए जो पसंद है उसका पूरा ज्ञान प्राप्त करो फिर आपको आनंद आयेगा,बीना ज्ञान आप कोई व्यक्ति, वस्तु या धर्म का आनंद नही ले सकते।
नर्मदे हर..
अवधूत चिंतन श्री गुरुदेव दत्त...
🎉🎉🎉❤❤❤
@@seemachhabra3752सीमा जी हमारा भूतकाळ ही गुरु है कोई भी मनुष्य गुरु नही हो सकता, अगर आपको गुरु करना है तो आपको ज्ञानी होना होगा।
2:33 महोदय ये संसार ब्रह्मा ने बनाया है तो कैसे मनुष्य उसे जान सकता है, मैं भी ब्रह्माकुमार हु पर में आनंद के लिए जाता हूं ज्ञान के लिए में भगवान दत्त के पास जाता हूं, सेवा के लिए मंदिर चला जाता हु, कर्म के लिए में जीवन मुक्त कैसे रहे मार्गदर्शन करता हु।
एक ही से जुड़े रहेंगे तो धर्म छोड़ मशीन बन जाओगे इसीलिए जो पसंद है उसका पूरा ज्ञान प्राप्त करो फिर आपको आनंद आयेगा,बीना ज्ञान आप कोई व्यक्ति, वस्तु या धर्म का आनंद नही ले सकते।
नर्मदे हर..
अवधूत चिंतन श्री गुरुदेव दत्त...
🎉🎉🎉❤❤❤
@@AlakshanandaAvdhootबिलकुल सही कहा आपने, 100% सहमत हू मै.सेवा करो आनंद प्राप्त करो. भगवान को जानो, इंसान मे भगवान धुंडो पर इंसान भगवान है ये मत मानो नहीं तो बहोत दुःख होगा. श्री गुरुदेव दत्त 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉 🎉🎉
जब बहन शिवानी दीदी ने अपने पती को नहीं छोडा, ऑर संसार करके भी अध्यात्म सेवा कर रही हैं, तो हम क्या है| ये श्रीमान का वक्त आने का था इस्लिये इन्को फिरसे घर पे भेज दिया अपने माता पिता की सेवा करने के लिये| पहले अपने माता पिता के अच्चे संतान बनो बाद मे किसी ओर के|
डॉ विनय जी,
सबसे पहले आपको आपकी हिम्मत के लिए आपके श्रेष्ठ कार्य के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
आपकी इस वीडियो से बहुत सारे लोग सावधान हो जाएंगे। अगर आपको कभी समय मिले तो आप महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा रचित सत्यार्थ प्रकाश का अध्ययन अवश्य करें, उसमें आपको आपके बचे हुए सारे प्रश्नों के उत्तर मिल जाएंगे, और ईश्वर के बारे में भी कुछ विशिष्ट ज्ञान प्राप्त होगा।
लेकिन जिसके आंख पर मोटा पर्दा पड़ा हुआ है वो अंत आने तक भी सच को शायद ही समझ पाए 😢
भाई आप ने अपना समय वेस्ट किया है भगवान की बजाय भाई बहनों को ही देखते रहे और उसका परिणाम आप अपना आज का जीवन देख ही रहे हो
Right
Right
Correct
Me bahut depression me thi mere pas koi rasta nahi tha tab mene bk join kiya or naya jivan paya jitna thanks kahu utna kam he didi ka or shivbaba ka sakshat bhagvan se milan karwate he ye log yaha panchhi ke jese par milte he udne k lie yog me yahi main ras he yaha ka jo koi b yog meditation me nahi milta angel bante he sab bk fr jivan me kya dukh reh jata he 5 vikar b chhut jate he or vishv parivar lagta he
अज्ञानता........ बीमारी...... कभी .... सुधार होगा कभी नहीं होगा।
This is only rajyog nothing else. Actually if you believe that you are a human soul then you must have direct access to the supreme soul. This is the rajyog which is most required nowadays when many people in the world claim to be God. Please don't misinterpreted the knowledge it won't give you anything except peace of mind and soul. You have to work for your living as per your requirement. Why did you join the aashram once you had attachments to worldly things. You should not have left anything. You left your liabilities to gain something which again come under greed.
This is not new to the Indian culture. Lord krishna has lastly preached Arjun in battle field of Kurukshetra.
I don't justify the members of BK to be correct always....Baba means Lord Shiva the only God, the Father of all the souls. Remember Him with love, that's it. What is the doubt in that.
If you don't have any proof against this institution please don't try to make fun. May be you didn't understand it in right way. Being at home I try to listen daily Murly (words of God) . I get energetic and feel free. I don't understand the reason for your depression.
It's most probably due to your desire to gain something in lieu of you left your family and riches etc..
@@rcmprabhakartiwari745 u r right
@@rcmprabhakartiwari745 Omshanti
Didi apne jo anubhav kiya wo anubhav mene apne gr or gav k mandir me hi kr liya tha. Ise astral projection me jina kahete he. Pr ek bat yad rakhna hamare ved purano ki jb tk pitra mukti nhi hogi tb tk reality se dur rahete he. Kitna bhi try krlo . Q ki apke pitra apse jude huve he. Wo jo suksm me hrkt krte hai wo aap feel kr rahe ho or apko lagta he ki dhyan yog meditation me age bdh rahe ho. Ise hi astral projection me jina kahete he. Karoli sarkar jane ke baad mera 3rd eye open se leke bahot anubhav kiye pr ab me khud hu feel krne vala. Pahele sare purvj or kuldevi vagera shaktiya thi. Apne body se purvj k DNA alg karo to age saf saf dikhega ki reality kya hai. Or feke kya he
BG 9.11: जब मैं मनुष्य रूप में अवतार लेता हूँ तब मूर्ख लोग मुझे समस्त प्राणियों के परमात्मा के रूप में पहचानने में समर्थ नहीं होते
Bhagwan ko tark ke adhar par kdachit nhi samjha ja sakta
@@Vivek-li1gd correct, ye insaan ne apna ghar baar chhod ke waha Gaye aur tumne unse ye expect kiya ki wo mere se achha bartaw kare.
टेंशन मत लिजीए डाक्टर साहब, आप और आपकी "आत्मा" जीवन स्वतंत्र है, आजादी का मजा लेते हुए गरीब, मजलूम, मजदूरों का निःशुल्क चिकित्सा सेवा कर सकते हैं, इसमें आप को परमात्मा भगवान का साक्षात् अनुभव आत्म शांति मिलेगा, बहुत आनंद अनुभव कर सकते हैं। शायद डिप्रेशन का हीलिंग भी हो सकता है।
सही
God bless you
Right.
सत्य असत्य से अलग है, सो पर सत्य स्वरूप।
अकथ अलोकी तत्व हैं , अज अनादि वर रूप।।
आपका वीडियो मैने सुना बहुत ही अच्छा लगा
मानव का लक्ष्य हैं अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष की प्राप्ति इसी खोज मे आज सभी मानव लगे हुऐ हैं ।
संसार में चार प्रकार के भक्त हैं ।
आर्त, अर्थारती, जिज्ञासु, एवं ज्ञानी जो ज्ञानी होते हैं वे निरंतर ज्ञान के खोज में रहते हैं । जब पूर्ण सद्गुरु मिलते हैं तभी समस्त ज्ञान विज्ञान प्रत्यक्ष होता हैं सद्गुरु एक काल मे एक होते हैं।
उस सद्गुरु का खोज कीजिए अवसाय आपको आपका लक्ष्य प्राप्त होगा।
अब बेहद के बाप ने बोल दिया है केवल 9 लाख बच्चों की आत्मा ही जीवित रहेगी, तो जागो बीके जागो🙏🙏
परमशांती वाले भाई. ये आत्मा कबसे मरणे लग गयी?
आत्मा कभी भी मरती नहीं, आत्मा अमर,अक्षय है, भाई !!!
@@avinashshende6976 jyada kala ki atma kam kala ki atma ko hub kar leti hai…. Paramshanti 🤍🤍
😂
@@lekhasen7585 भाई आत्मा मरती नही वह तो उस कलखण्ड की जनसंख्या बताई है शिवबाबाने
Isi video ka intezar tha. Thankyou