राम राम धर्मेंद्र जी और सुमित सरपंच भाई।मैं अभी हरयाणा मै सरकारी नौकरी लगा हूँ।और निकट भविष्य में शादी भी होने वाली है और मेरा सुरू से ही ये प्लान है कि शादी में आइटम कम रखेंगे लेकिन रखेंगे बहुत बढ़िया ।देसी घी का प्रयोग करेंगे।क्वालिटी पर ध्यान रखा जाएगा न कि क्वांटिटी पर।और इस वीडियो ने ओर ज्यादा मोटिवेट भी कर दिया ।धर्मेंद्र जी ऐसे ऐसे सामाजिक मुद्दों पर सप्ताह में कम से कम एक वीडियो जरूर बनाया करो।🙏🙏
धर्मेंद्र भाई हम दो भाई है दोनों के दो दो बेटे है चारों की शादी अलग 2 हुईं बड़े ही धूम धाम से की चारों की शादी में बीन बांसुरी बजवाई लेकिन d j को पास भी नहीं आने दिया पूरा गांव खुश हुआ और जहां बारात लेकर गए वहां भी लोगों ने सराहा
राम राम धर्मेन्द्र भाई, यार आपकी सरपंच साहब के साथ हथाई सुनकर मजा आ गया, वास्तव में दिल को छू गई आप दोनों की बातें, हथाई का विषय बहुत अच्छा और जरुरी वाला है🙏,
इस चर्चा में अपने बहुत ही अच्छा सामाजिक विषयलिया है धर्मेंद्र भाई आजकल शादियों में फिजूल खर्च ज्यादा होती है खाने की बर्बादी भी ज्यादाहोती है आप समय समय पर समाज को जागरुक करतेरहते हो आप बधाई केपात्र हो
धर्मेंद्र भाई आपने बहुत अच्छा सब्जेक्ट चुनाव शादियों में खाने की बर्बादी को कैसे रोका जाए यह प्रोग्राम आपने बहुत ही बढ़िया चुना है इस प्रकार के प्रोग्राम आप करते रहिए नरेंद्र सिंह दहिया गांव बढ़ाना सोनीपत
आदरणीय पत्रकार बंधु जी सरपंच साहब आपका बहुत धन्यवाद आपने बहुत गहराई से समाज की शादियों की बुराई पर विश्लेषण किया आप जैसे लोग बहुत कम मिलते हैं चक चांद में रहने वाले ज्यादा है कल हमारे गांव में भी शादी थी डीजे से मैं इतना परेशान होय दिल में चोट लगती थी उसके हटाने का नाम नहीं ले रहे थे आपकी बातों में बहुत सच्चाई है आप इस तरह का विश्लेषण करते रहिए समाज में अगर एक आदमी भी सुधरेगा तो समझो आप सफल है सफल सुझाव हैं आपके नमस्कार प्रणाम जय हिंद
जब खुद के पैसे की आइसक्रीम खाते हैं तो ढक्कन भी चाट लेते हैं। 20 रुपये के पानी पताशे का एक बूंद पानी तक नहीं छोड़ते। फिर किसी की शादी में इतनी प्लेट भरते है और खाकर आधा छोड़ क्यों देते हैं ? कृपया जितना खाना हो उतना ही रखें
आप की सोच और समाज के प्रति आपकी चिन्ता बिल्कुल जायज़ है सर, लेकिन हम सभी को समय के हिसाब से और समय के साथ साथ चलना चाहिए ये खर्चे भी समय की डिमांड हैं सर ❤❤❤
Discussion to amazing hoti hi hai "GURUKUL OF POLITICS " per lekin.. Iss video ko dekh ker 1 hi baat mere jo dimag me chal rhi hai Wo ye hai ' appa mere swarag dikhe hai ' Bhai shab isspe koi lok katha ho to Uspe kuch banao 🙏
पहली सुबह नाश्ते में बेसन की मोटी भुजिया व नुक्तिदाना एक डोने में चाय के साथ दिया जाता था, जिसका अलग ही स्वाद होता था। यह उस समय की बात है जब बारात तीन दिन रुकती थी, लगभग सन् 1960 की बात है। विनोद यादव।
धर्मेन्द्र जी अब भी देहात में कुछ जगह पुरानी परिपाटी है, जहां चाहे स्टेंडिंग खाना क्यों ना हो लेकिन थाली -कचौले के साथ जीमने वाले आते हैं।और जमीन पर बैठकर खाते हैं।
राम राम भाई साहब 🙏🙏🙏🙏 और पॉलिटिकल गुरु चैनल देखने वाले सभी दोस्तों को 🙏🙏🙏🙏🙏🙏 सबसे बड़ा मुद्दा है कि आजकल की शादियों मैं सबसे ज्यादा मात्रा में बेवजह खाना खराब किया जाता है 💯 आधा खाया जाता है और आधा झूठा छोड़ दिया जाता है या कहीं की फेंक दिया जाता है 😢😢😢 लेकिन कोई ग़रीब परिवार का बच्चा खाने आ जाता है उसको भगा दिया जाता है 😢😢 जबकि आधे से ज्यादा खाना फेंकना पड़ेगा भूखे को नहीं खाने नहीं देंगे ये सच है 💯 देखा देखी के मामले में लोग क़र्ज़ मैं डूब रहें झूठी चौधर के झूठे जुमले में पिसता जा रहा है 💯 लेकिन कब तक ऐसे पिसता रहेगा ये सोचने वाली बात है ज्यादा क्या कहूं 😊😊😊 सबको मालूम है सब समघदार है लेकिन मानता कोई नहीं है बस आपका वीडियो समझाने के लिए बनाया गया है 💯,,,, जय हिंद शुभ रात्रि दोस्तों
भाई जी, पहले शुद्ध देसी खाना होता था विवाह शादियों मे दो तीन गिनी चुनी मिठाई हो ती थी,सादा खाना दो सब्जी,पेठा और छोले इसमें छोले VIP सब्जी मानी जाती थी,ऐक रायता बश,सजावट में कुछ भी नहीं था,घर के अंदर जीमणवार होती थी,घर के बारणे आगे खरड़ चारो कुणो से बांध दिया जाता था, क्यों कि,उश समय शादियां दिन के समय गर्मी के मोसम मे होती थी,स्कुल से फर्श/टाट भी बोल देते हैं पर बैठ कर जीमाया जाता था क्या बात थी उश खाणे मे ,अब कुछ भी नहीं है उश के बराबर
मेरी नजर में इसके लिए हमें दो काम करने चाहिए। पहला आइटम कम रखें एक मिठाई , दो सब्जी , एक आध और जो भी हो ...लेकिन रखें बेहतरीन स्वादिष्ट। दूसरा दो वेटर को dustbin के पास खड़ा कर दें , जिसकी भी थाली में जो भी बचा हो उसे पैक करके उसको पकड़ा देवें। और जहां प्लेट रखीं हों वहां बड़ा सा सिग्नबोर्ड लगवा दें कि कृपया पहले चखें , अच्छा लगे तो उतना ही लें जितना आपका मन है , अनाज बर्बाद न करें , फिर भी बच जाए तो पैक करवा कर ले जाएं ।
In this some change is needed. Only limited items to be served to avoid wastage but Dharmendra Ji very difficult to control this situation. This various type of food items served and other activities in marriages needed to be checked and controlled to reduce unnecessary expenditure.Jay Shri Ram.
धर्मेंद्र भाई हमारा समाज हमेशा से ही भेड़ चाल को मानने वाला रहा है । मैं देख रहा हूँ कि आपके इस ज्ञानवर्धक वीडियो को एक दिन के बाद लगभग 15 हजार दर्शक मिले हैं जबकि कई यूट्यूबर ऐसे हैं जिनके वीडियो को कुछ ही घंटों में कई मिलियन लोग देख लेते हैं और उन वीडियो में कोरी बकवास के अलावा कुछ नहीं होता । ये हमारे समाज के ज्ञान स्तर को दर्शाता है । और हम अपने आप को बहुत ज्ञानवान , ऋषि मुनियों की संतान कहते हैं ।
बहुत की जरूरी मसला ह ये समाज में आई देखा देखी के कारण फुहड़ता का चलन हुआ ह हमने खुद मेरे भाई की सादी में नीचे चटाई पे बैठा कर सुध देसी घी का भोजन करवाया लेकिन लोगो ने उस सादी को बहुत ही हीन भावना से देखा समाज का क्या करे
धर्मेंद्र जी बहुत बढ़िया एपिसोड बनाया। राजनीति से हट कर एक ज्वलंत मुद्दे पर आपका यह एपिसोड खरा उतरा।मेरे भी कुछ ऐसे ही विचार है पर जब भी मैं यह अपने सर्किल में लोगो को बताता हूं तो पाता हूं कि वे इसपर ज्यादा ध्यान नही देते और उसी पुराने ढरे पर ही रहते है और फिजूल खर्ची व खाने की बर्बादी करते है। बहुत दिखावा करते है। ये एपिसोड सुन कर शायद उनके कुछ विचार बदले।धन्यवाद।
Bhai m mewati se hoon hamare 2 ya 3 meenu hotey hain chak kar khatey hain hum hindu bhai yon ki sadiyon m jaate hain to itney jiyada menu hotey kuch bhi nahi khaya jata itna khana west jata h ki pucho mat bhai
Dharmendra ji khane me qualiry achchi ho milawat na ho bus. Desi Ghee me to har koi nahi manage kar sakta but pure vegetable oil use karei, artificial colours use na karien plate me baar baar thoda thoda le kar enjoy karein ak hi baar me plate na bharei. Khana bach jaaye to dusre din neigbuors ya ristedaaron ko a garibon ko baant de taaki jaldi hi khatam ho. 100 items ki bajay 10 ya 15 iems hirakhei to quality apne aap hi better hogi. Close logo ko bulayein. Jada ko bulana ho to shaadi kaad reception me catring system kar lein taki baad me ghar me unnecessary khana na bache. Jala hua oul halwai ko bech de wo mithai bana k use kar lega ghar me use karenge to mahie bhar chalega pipa aur wo tub tuk harmful ho jaata he.
Koi picha ni tham utam aa panjab haryana sb ka baap aa ..apne dhudh ki nadiya chaya kardi,kheti,bhaichara ,riti rivaj sb uttam aa mahnun koi lod ni kisi gel dod lgan ki
Dharmender Ji, One person done out of box in his only Son marriage. He denied to see girl before marriage and secondly he denied all gifts from girl parents. His condition were accepted by girls parents. Now after some years that boys parents we're tourchered by that girl. And boys parents we're insulted by his society with a remarks of his out of box action. Please advise what should do such simple boys parents.
राम राम धर्मेंद्र जी और सुमित सरपंच भाई।मैं अभी हरयाणा मै सरकारी नौकरी लगा हूँ।और निकट भविष्य में शादी भी होने वाली है और मेरा सुरू से ही ये प्लान है कि शादी में आइटम कम रखेंगे लेकिन रखेंगे बहुत बढ़िया ।देसी घी का प्रयोग करेंगे।क्वालिटी पर ध्यान रखा जाएगा न कि क्वांटिटी पर।और इस वीडियो ने ओर ज्यादा मोटिवेट भी कर दिया ।धर्मेंद्र जी ऐसे ऐसे सामाजिक मुद्दों पर सप्ताह में कम से कम एक वीडियो जरूर बनाया करो।🙏🙏
Bhai ye nya drama haldi and mahandi vale se bhi bachna .totally wastage off money h
बहुत अच्छी सोच है भाई बधाई
Bilkul bhai aapko aisa krna chahiye
Chahe koi kuch bole
धर्मेंद्र भाई हम दो भाई है दोनों के दो दो बेटे है चारों की शादी अलग 2 हुईं बड़े ही धूम धाम से की चारों की शादी में बीन बांसुरी बजवाई लेकिन d j को पास भी नहीं आने दिया पूरा गांव खुश हुआ और जहां बारात लेकर गए वहां भी लोगों ने सराहा
चिंतनीय विषय। बढ़िया चर्चा।
Topic is relevant in today's scenario. You have covered everything beautifully with examples. God bless you
राम राम धर्मेन्द्र भाई, यार आपकी सरपंच साहब के साथ हथाई सुनकर मजा आ गया, वास्तव में दिल को छू गई आप दोनों की बातें, हथाई का विषय बहुत अच्छा और जरुरी वाला है🙏,
इस चर्चा में अपने बहुत ही अच्छा सामाजिक विषयलिया है धर्मेंद्र भाई
आजकल शादियों में फिजूल खर्च ज्यादा होती है खाने की बर्बादी भी ज्यादाहोती है आप समय समय पर समाज को जागरुक करतेरहते हो आप बधाई केपात्र हो
बहुत ही अच्छा विषय चुना है आपने
धर्मेंद्र भाई आपने बहुत अच्छा सब्जेक्ट चुनाव शादियों में खाने की बर्बादी को कैसे रोका जाए यह प्रोग्राम आपने बहुत ही बढ़िया चुना है इस प्रकार के प्रोग्राम आप करते रहिए नरेंद्र सिंह दहिया गांव बढ़ाना सोनीपत
Healthy discussion.
Dharmender ji Excellent talk.
Wonderful n much required suggestion sir
आदरणीय पत्रकार बंधु जी सरपंच साहब आपका बहुत धन्यवाद आपने बहुत गहराई से समाज की शादियों की बुराई पर विश्लेषण किया आप जैसे लोग बहुत कम मिलते हैं चक चांद में रहने वाले ज्यादा है कल हमारे गांव में भी शादी थी डीजे से मैं इतना परेशान होय दिल में चोट लगती थी उसके हटाने का नाम नहीं ले रहे थे आपकी बातों में बहुत सच्चाई है आप इस तरह का विश्लेषण करते रहिए समाज में अगर एक आदमी भी सुधरेगा तो समझो आप सफल है सफल सुझाव हैं आपके नमस्कार प्रणाम जय हिंद
Aap dono dwara pesh ki gayee ashliyat bahut hee achhee lagi. Aap ka bahut dhanyavad.
जब खुद के पैसे की आइसक्रीम खाते हैं तो ढक्कन भी चाट लेते हैं। 20 रुपये के पानी पताशे का एक बूंद पानी तक नहीं छोड़ते। फिर किसी की शादी में इतनी प्लेट भरते है और खाकर आधा छोड़ क्यों देते हैं ?
कृपया जितना खाना हो उतना ही रखें
बहुत ही अच्छा आकलन। शायद 10%साथी तो आप की बातों पर गौर करेंगे।
Bhut shandar Dhermander bhai🎉🎉🎉...No wastage..sabse acha msg rhega
आप की सोच और समाज के प्रति आपकी चिन्ता बिल्कुल जायज़ है सर, लेकिन हम सभी को समय के हिसाब से और समय के साथ साथ चलना चाहिए ये खर्चे भी समय की डिमांड हैं सर ❤❤❤
Very good topic Bhai ji, aapko salute h
बहुत ही अच्छे विषय पर बात की आप दोनों भाइयों ने आजकल शादियों में कुछ भी शुद्ध नहीं है इसलिए शादियों में खाने से परहेज़ ही करना पड़ता है
Good baat hai Ji
Very real & relevant issue of marriage is discussed.
Bohot bdiya episode Bhai. You know Health better than the guest but he knows better food. Awesome both of you guys
बढ़िया वीडियो जी
सरपंच संदीप शास्त्री के इंटरव्यू का इंतजार है भाई 🙏
बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने।
Bahut badhiya Dharmendr bhai
Vichar Rakha aapane
Aaj tak ka Sabse achha appisode.
Discussion to amazing hoti hi hai "GURUKUL OF POLITICS " per lekin..
Iss video ko dekh ker 1 hi baat mere jo dimag me chal rhi hai
Wo ye hai
' appa mere swarag dikhe hai '
Bhai shab isspe koi lok katha ho to
Uspe kuch banao 🙏
बहुत बढिया भाई ऐसी ऐसी जानकारी के लिए धन्यवाद भाई ❤
बहुत अच्छा विषय पर वीडियो बनाया है भाई
❤❤❤ बहुत बढ़िया मुद्दा उठाया भाई जी ❤❤❤
धर्मेंद्र जी और सुमित भाई जी के विचार बहुत सराहनीय और अनुकरणीय हैं ❤ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने चाहिएं
Thanks Dharmender bhai for guidance of how to take food from table 🙏
So nice of you
बहुत ही अच्छे मुद्दे पर बात करी आपने
Great analysis sir 🎉🎉🎉🎉 Congratulations to both of you ❤❤❤❤
पहली सुबह नाश्ते में बेसन की मोटी भुजिया व नुक्तिदाना एक डोने में चाय के साथ दिया जाता था, जिसका अलग ही स्वाद होता था। यह उस समय की बात है जब बारात तीन दिन रुकती थी, लगभग सन् 1960 की बात है। विनोद यादव।
बहुत ही बढिया समाजिक बाते मेरे गांव में एक ही शादी मे बहु हैलिकॉप्टर से आई लङका आईआईटियन है शायद दो महिने मे हिसाब होगा
hum kya or khana bnwayein ...aapke liye ..,hamari re
tierment pe ,? ..Hawan bhai ..pls guide me ..😂😂
Good talk in society favor❤
भाई साहब बहुत ही सुन्दर और अच्छा पोर्गाम
Murtha mai 1 hour waiting hoti hai sat Sunday ko sabi dabo par
धर्मेन्द्र जी अब भी देहात में कुछ जगह पुरानी परिपाटी है, जहां चाहे स्टेंडिंग खाना क्यों ना हो लेकिन थाली -कचौले के साथ जीमने वाले आते हैं।और जमीन पर बैठकर खाते हैं।
Very good motivational vedio.
राम राम भाई साहब 🙏🙏🙏🙏
और पॉलिटिकल गुरु चैनल देखने वाले सभी दोस्तों को 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सबसे बड़ा मुद्दा है कि
आजकल की शादियों मैं सबसे ज्यादा मात्रा में बेवजह खाना खराब किया जाता है 💯
आधा खाया जाता है और
आधा झूठा छोड़ दिया जाता है
या कहीं की फेंक दिया जाता है 😢😢😢
लेकिन
कोई ग़रीब परिवार का बच्चा खाने आ जाता है उसको भगा दिया जाता है 😢😢
जबकि आधे से ज्यादा खाना फेंकना पड़ेगा
भूखे को नहीं खाने नहीं देंगे
ये सच है 💯
देखा देखी के मामले में लोग क़र्ज़ मैं डूब रहें
झूठी चौधर के झूठे जुमले में पिसता जा रहा है 💯
लेकिन कब तक ऐसे पिसता रहेगा
ये सोचने वाली बात है
ज्यादा क्या कहूं 😊😊😊
सबको मालूम है
सब समघदार है
लेकिन मानता कोई नहीं है
बस आपका वीडियो समझाने के लिए बनाया गया है 💯,,,,
जय हिंद
शुभ रात्रि दोस्तों
Dharmendra ji bahut ache
माल--ए- मुफ्त, दिल ए बेरहम 😊
Bahut acha h
V. GOOD
भाई जी, पहले शुद्ध देसी खाना होता था विवाह शादियों मे दो तीन गिनी चुनी मिठाई हो ती थी,सादा खाना दो सब्जी,पेठा और छोले इसमें छोले VIP सब्जी मानी जाती थी,ऐक रायता बश,सजावट में कुछ भी नहीं था,घर के अंदर जीमणवार होती थी,घर के बारणे आगे खरड़ चारो कुणो से बांध दिया जाता था, क्यों कि,उश समय शादियां दिन के समय गर्मी के मोसम मे होती थी,स्कुल से फर्श/टाट भी बोल देते हैं पर बैठ कर जीमाया जाता था क्या बात थी उश खाणे मे ,अब कुछ भी नहीं है उश के बराबर
Shandaar kaash log amal bhi kre in cheej p
Very nice 👍
बहुत ही बेहतरीन❤ विषय लिया है चर्चा के लिए
Very good discussion.aap log he logoo ko jagruk kar sakti ho log apne aap nahi jagge
मेरी नजर में इसके लिए हमें दो काम करने चाहिए।
पहला आइटम कम रखें
एक मिठाई , दो सब्जी , एक आध और जो भी हो ...लेकिन रखें बेहतरीन स्वादिष्ट।
दूसरा दो वेटर को dustbin के पास खड़ा कर दें , जिसकी भी थाली में जो भी बचा हो उसे पैक करके उसको पकड़ा देवें।
और जहां प्लेट रखीं हों वहां बड़ा सा सिग्नबोर्ड लगवा दें कि कृपया पहले चखें , अच्छा लगे तो उतना ही लें जितना आपका मन है , अनाज बर्बाद न करें , फिर भी बच जाए तो पैक करवा कर ले जाएं ।
Bahut badhiya ji
24 घंटे 365 दिन सभी सही हैं सभी शुभ घड़ी हैं। शादी के लिए साहवे निकलवाने की परंपरा बंद होनी चाहिए। ऋतु अनुसार परंपरागत खाना ही बनाना चाहिए।
Sarpanch ji ka experience
Sachai hai
Everyone take message
In this some change is needed. Only limited items to be served to avoid wastage but Dharmendra Ji very difficult to control this situation. This various type of food items served and other activities in marriages needed to be checked and controlled to reduce unnecessary expenditure.Jay Shri Ram.
Nice ji thanks
म 1990से जब भी गुडगांव जाता हूं तो main post office के पीछे शर्मा जी होटल पर खाना खाता हु ।घर जैसा भोजन मिलता है।
पत्रकारिता का मन रखो धर्मेंद्रजी त्यागी ही आपके स्वरुप भारी हैं अन्यथा कोई नहीं अपने इंटरप्रिटेशन डाउन कर रहा है धर्मेंद्र कुमारी 000
Very nice
Excellent episode Dharmendra ji
भाई जी कोशिश करेगे
Vita ka ghee sabse best h bilkul pure
धर्मेंद्र भाई हमारा समाज हमेशा से ही भेड़ चाल को मानने वाला रहा है । मैं देख रहा हूँ कि आपके इस ज्ञानवर्धक वीडियो को एक दिन के बाद लगभग 15 हजार दर्शक मिले हैं जबकि कई यूट्यूबर ऐसे हैं जिनके वीडियो को कुछ ही घंटों में कई मिलियन लोग देख लेते हैं और उन वीडियो में कोरी बकवास के अलावा कुछ नहीं होता ।
ये हमारे समाज के ज्ञान स्तर को दर्शाता है । और हम अपने आप को बहुत ज्ञानवान , ऋषि मुनियों की संतान कहते हैं ।
Nice video
बहुत की जरूरी मसला ह ये समाज में आई देखा देखी के कारण फुहड़ता का चलन हुआ ह हमने खुद मेरे भाई की सादी में नीचे चटाई पे बैठा कर सुध देसी घी का भोजन करवाया लेकिन लोगो ने उस सादी को बहुत ही हीन भावना से देखा समाज का क्या करे
dono khas manas
Me yehi shuruwat kerwga 100%
Very good very nice ji per Thora late ker diya Her week bola ish topic PE to
Ram Ram Dharmender Bhai ji Sumit Bhai ji🎉😊
Jarur kare ge bhai ji or aap ko be bulaye ge
🎉🎉
यह विडीयो आपकी बहुत बडिया है
धर्मेंद्र जी बहुत बढ़िया एपिसोड बनाया। राजनीति से हट कर एक ज्वलंत मुद्दे पर आपका यह एपिसोड खरा उतरा।मेरे भी कुछ ऐसे ही विचार है पर जब भी मैं यह अपने सर्किल में लोगो को बताता हूं तो पाता हूं कि वे इसपर ज्यादा ध्यान नही देते और उसी पुराने ढरे पर ही रहते है और फिजूल खर्ची व खाने की बर्बादी करते है। बहुत दिखावा करते है। ये एपिसोड सुन कर शायद उनके कुछ विचार बदले।धन्यवाद।
अब तो भूत भोजन यानी बफर मील का ज़माना है 😮
डीजे नै तो सारी भैस बिगाड़ दी मुहरा भैस तो हैरियाणा कि शान है यु बैहुत बैडा नुक्शान है
Sir pahli bar Kisi patrakaar ne real mudda uthaaya h , sarpanch sahab ne bilkul sachai bataaya h
Before this laddu jalebi there was ghee bura in marriages in Haryana.
Ice cream sabse bekar food hota hai sehat ke liye.
Pardhan.ji.thik.kha.aap.ne.jis.ko.nyota.dena.h.vha.dete.nahi.aana.chahiye.vo.aate.nahi.khana.purti.rah.gyi.h
aj ki yhi hakit h
धर्मेदर भाई ये कुछ सुझाव है
शादी दिन मे हो
पैसे शादी करने वाले लड़के या लड़की के लगे
शादी का रजिस्ट्रेशन हो
Bhaiya to paneer khana hai chemical ka 180 rupaye wala aur batate Hain Khar Dal gai gehun ke andar Jo January Mein dalti Hai April mein Aati Hai
Bhai m mewati se hoon hamare 2 ya 3 meenu hotey hain chak kar khatey hain hum hindu bhai yon ki sadiyon m jaate hain to itney jiyada menu hotey kuch bhi nahi khaya jata itna khana west jata h ki pucho mat bhai
Paagal hoye phir hn Sb...
Bhai sab aapa khud jimmewar hai koi bhi jhukene ko tayaar nahi barat koi bhi time per nahi aati
🙏🙏
Haryana or North Rajasthan me same log per Sadi-vivha me desi pure khana or Desi culture bagad belt jyadaa dikhta as compare to haryana/West up
Bhai Ram Ram,meri beti ne apni shaadi me koi afand nahi hoga jo mujhe manna pada Bhai bacche badlenge, itihas badlenge Bhai,
Namskar
Dharmendra ji khane me qualiry achchi ho milawat na ho bus. Desi Ghee me to har koi nahi manage kar sakta but pure vegetable oil use karei, artificial colours use na karien plate me baar baar thoda thoda le kar enjoy karein ak hi baar me plate na bharei. Khana bach jaaye to dusre din neigbuors ya ristedaaron ko a garibon ko baant de taaki jaldi hi khatam ho. 100 items ki bajay 10 ya 15 iems hirakhei to quality apne aap hi better hogi. Close logo ko bulayein. Jada ko bulana ho to shaadi kaad reception me catring system kar lein taki baad me ghar me unnecessary khana na bache. Jala hua oul halwai ko bech de wo mithai bana k use kar lega ghar me use karenge to mahie bhar chalega pipa aur wo tub tuk harmful ho jaata he.
आप लोगों की इन बातों का
कुछ न कुछ असर तो लोगों पर होगा ही,
भले ही एक आदमी पर हो ,
Are bhai ek lifafa mere yaar tha jismein laddu Buldhana Bundi Bharti
पांच सात दोस्त मिलकर खाना खाते हैं तो वेस्टेज होता है
बस नाजायज खर्चा हुड़दंग बाजी नशा और नये बच्चें शादी मे ही दारू पीने सिकते है
Sab n patha h bhai
बहुत ही संजीदा इंसान हैं सरपंच साहब
आल वर्ल्ड से हम हरियाणे के निवासी कितने पीछे है जी बताना जी कभी
Koi picha ni tham utam aa panjab haryana sb ka baap aa ..apne dhudh ki nadiya chaya kardi,kheti,bhaichara ,riti rivaj sb uttam aa mahnun koi lod ni kisi gel dod lgan ki
Dharmender Ji,
One person done out of box in his only Son marriage. He denied to see girl before marriage and secondly he denied all gifts from girl parents. His condition were accepted by girls parents.
Now after some years that boys parents we're tourchered by that girl. And boys parents we're insulted by his society with a remarks of his out of box action.
Please advise what should do such simple boys parents.
धर्मेंद्र जी किसी बनिये पंजाबी किस शादी म खाना बढ़िया ओर मेहमान सीमित रहते है ये दिखवा गामो म ज्यादा हेवी है
In bhai ki id kya hai