विल्कुल सही बात जीने के लिए कर्म काण्ड फिर पुरी दुनिया के लिए कबीर जी एक कानून आप ही बनाये जिसकी आप चिंता करते हैं। जिससे सबको मुक्ति मिले अगर सिर्फ चिंता और निंदा करने से मुक्ति किसी को मिलता है तब माइक नहीं मौन रहकर खुद की मुक्ति के लिए विचार करें। तब लोग आपकी बातों से सहमत शायद हो सके।
ऐसे महान ढोंगी समाज में जहर घोल रहे हैं ऐसे लोगो की वजह से। समाज में आपसी कटुता बढ़ती है। अरे काश कबीर साहब जी कि बातें ठिक से समझा। होता तो किसी को बुरा नहीं कहते।
वह ज्ञानी वह तेरे जैसे ज्ञानी कलयुग में एक नहीं हजारोंहोंगे हो सकता है तू कल बोले कि मुझे भगवान के दर्शनहुए हैं और पब्लिक को भ्रमित करतारहेगा पंडित से तेरी मूवी मुलाकात नहींहुई है तू ही तो पृथ्वी का देवता है तू धन्य है
सबसे अच्छा जीवन जानवरो का होता है, कोई ढोंग नहीं करते, कोई कर्म काण्ड इनमें नहीं होता, न कोई पूजा करते हैं न कोई चढ़ावा, संस्कारों से दूर दूर तक नाता नहीं होता, कोई भेद भाव नहीं होता, संभोग खान पान सब मिल जुलकर आपस में ही कर लेते हैं, सब एक जैसे पैदा होते हैं वस्त्र संस्कार गुण कर्म का इनमे दोष नहीं आता है इस इनमे ऊंच नीच का भेद नहीं होता है सभी समान माने जाते हैं इस लिए इन्हे सिर्फ जानवर कहकर संबोधित किया जा रहा है। न करवा चौथ व्रत, न होली दिवाली, न कोई भी पर्व मनाते हैं मांस मछली यहां तक विष्ठा सभी का सेवन करते हैं बड़ा अच्छा जीवन व्यतीत करते हैं 😂 अपनी सोच के हिसाब से बहुत विद्वान और ज्ञानी होते हैं 😂
आंखों से अंधै हो तो चश्मा लगा लो कानों से बहरै हो तो कोई संत के पास चले जाइए फिर आपको पता चलेगा वरना खुद का मुंह खराब मत करो राम राम जपो कल्याण होगा जय श्री राम
Sunanda Tiwari ji meri awaaz aapko sun rahe ho to aap Aisa comment mat karo Jo Santram ramashankar ji bol rahe hain bahut sahi baat kar rahe hain Aisa comment mat
ज्ञान बहुत है पर् निन्दा करना फकीरी में भ्रान्ति फैला कर अपने आपको बड़ा गुरू साबित करना पहले निन्दा का त्याग करो फिर कबीर की तारीफ करो और उनके पथ का अनुरसन् करो वेद किसी की निंदा नहीं करते लेकिन आप अपने पथ से भटक गये है कबीर पंथ को निरपेक्ष और सही मार्गदर्शन करें संस्कृति मिली विरासत में आप को क्यों दर्द कबीर जी ने तो किसी भी मजहब की बुराईयां नहीं की फिर आप क्यों किसी ने या क्या जो पीड़ा सहन नहीं कर पा रहे हो कबीर जी तो अनपढ़ थे फिर इतने ग्रन्थ खूब लिखें जिनमें ब्रामण और देवता के लिए नफ़रत अरे संत कबीर जी को क्यों बदनाम करते हो पहलेे अपने बुराई के दानव का नाश कर भोली जनता को सतसंग का ज्ञान दे
कबीर साहेब के विचारों को अपनाकर जीवन सुधारा जा सकता है।जय गुरू कबीरदेव जी महाराज की।
संत का काम होता है सब को परमात्मा से जोड़ना । तोड़ना नहीं है
धर्म जोडता हैं तोडता नाहि. निरंकारी बाबाजी
ज्ञान अहंकार युक्त हो जाता है। तो मनुष्य सभी की निन्दा करने लगता है और अपने आप को और कथन को सत्य मानता, बतलाता है। यही मानसिक भृम है!
वाकई भारत में भौंक ने पूरी आजादी है।
विल्कुल सही बात जीने के लिए कर्म काण्ड फिर पुरी दुनिया के लिए कबीर जी एक कानून आप ही बनाये जिसकी आप चिंता करते हैं। जिससे सबको मुक्ति मिले अगर सिर्फ चिंता और निंदा करने से मुक्ति किसी को मिलता है तब माइक नहीं मौन रहकर खुद की मुक्ति के लिए विचार करें। तब लोग आपकी बातों से सहमत शायद हो सके।
Very true
ऐसे महान ढोंगी समाज में जहर घोल रहे हैं ऐसे लोगो की वजह से। समाज में आपसी कटुता बढ़ती है। अरे काश कबीर साहब जी कि बातें ठिक से समझा। होता तो किसी को बुरा नहीं कहते।
वह ज्ञानी वह तेरे जैसे ज्ञानी कलयुग में एक नहीं हजारोंहोंगे हो सकता है तू कल बोले कि मुझे भगवान के दर्शनहुए हैं और पब्लिक को भ्रमित करतारहेगा पंडित से तेरी मूवी मुलाकात नहींहुई है तू ही तो पृथ्वी का देवता है तू धन्य है
Bhajan ke sath satsung
संत जहां भी होत है सब कि मांगे खैर।
नहीं किसी से दोस्ती नहीं किसी से वैर।
ये महान ढोंगी है कबीर साहब जी ने तो यही कहा था कि किसी की निन्दा मत करो । किसी की निन्दा करना पाप है तो ये पापी है जो दुसरे कि निन्दा करता है।
Sant Shri ramashankar saheb ji maharaj ki jai ho bilkul satya kaha aapne
सबसे अच्छा जीवन जानवरो का होता है, कोई ढोंग नहीं करते, कोई कर्म काण्ड इनमें नहीं होता,
न कोई पूजा करते हैं न कोई चढ़ावा, संस्कारों से दूर दूर तक नाता नहीं होता, कोई भेद भाव नहीं होता, संभोग खान पान सब मिल जुलकर आपस में ही कर लेते हैं, सब एक जैसे पैदा होते हैं वस्त्र संस्कार गुण कर्म का इनमे दोष नहीं आता है इस इनमे ऊंच नीच का भेद नहीं होता है सभी समान माने जाते हैं इस लिए इन्हे सिर्फ जानवर कहकर संबोधित किया जा रहा
है। न करवा चौथ व्रत, न होली दिवाली, न कोई भी पर्व मनाते हैं मांस मछली यहां तक विष्ठा सभी का सेवन करते हैं बड़ा अच्छा जीवन व्यतीत करते हैं 😂 अपनी सोच के हिसाब से बहुत विद्वान और ज्ञानी होते हैं 😂
आजकल सबको हिंदू सनातन धर्म पर बकलोली करनी है
बहुत सही विष्लेषण किया गया है मान्यवर जी
Jay Bheem namo buddhay sar
गुरू जी आप ने ठीक
❤ अगदी सत्य है !❤आप सभी को और चानलको हार्दिक हार्दिक अभिनंदन ! ❤
Pandit ka ye vishay hai kya? Kya court Aisa kah sakta hai ya koi shikchhan sannsthan ka ye vishay hai ? Baba banne ke liye dushprayaas kaisa ?
भेजा साफ कर सबको सुनना चाहिए तब हकीकत भेजा में समा जा सकता।
बाप से पहले बेटा का जन्म सास से पहले पुतोह की जन्म इस का अर्थ बताए संत गुरु साहेब जी मैं पालीगंज पटना बिहार से हू
Papiyoun ke guru hai ye Kabir saheb jaise mahan sant ke aadhyatmik vicharoun ko ye dhumil kar kuch bhaktoun ko gumrah karte hai jay sriram
मुसलमान और ईसाइयों के विषय में कुछ बोल कर बताओ तो तुम्हारी बहादुरी समझे
तेरे जैसा अंहकारी मैंने देखा नहीं तुझे अभी तक सब में परमात्मा दिखाई नहीं देता यहां सब परमात्मा हैं चाहे वो कोई भी लीला कर रहा हो।
मुझे ऐसा लगता है कि अब आपको कोई अच्छे होसपिटल में भर्ती हों जाना चाहिए
Jaldi bharti karwa do nhi to pandit ki aamdani band ho jaaegi 😂
Jish Din Aise Video shows Aur like Ki Sankhya Lagbhag Saman Hoga , usdin Bharat Ke Log Gyani Hoga.
आंखों से अंधै हो तो चश्मा लगा लो कानों से बहरै हो तो कोई संत के पास चले जाइए फिर आपको पता चलेगा वरना खुद का मुंह खराब मत करो राम राम जपो कल्याण होगा जय श्री राम
Abdul Bhai ke padosi ...Aise secular ki vajah se Kasmir pandito ko Kasmir se pandito ko bhagaya gaya...🥺😲
😂😂😂 sb pandito ke pichhe pade hai lge rhiye
Ye puri sreeshti Ann chakra se aabaddh hai , jise Jo milega wahi khayega ,isme panditya ki jaroorat nahi .
Saheb bandgi inko sadbuddhi de sahab kabeer sahab
Us samay ap kaha the
Sty vachan
अब पता नहीं आप लोग केसै संत हो
કબીર ને કભી ભી બ્રાહ્મણો કો ઠેકેદાર નહિ કહા.. સબ juth😄હૈ..વો તો કર્મ કો પ્રધાન માનને વાલે થે.. બ્રાહ્મણો કે સાથ પંગા ક્યુ લેતે હો? સનાતન ધર્મ સબ સે પુરાના હૈ. બાદમેં કબીર હુએ..દુનિયા કો ઊંધા ચશ્માં ન પહેનાઓ બાબા...
Murakhanand
Sunanda Tiwari ji meri awaaz aapko sun rahe ho to aap Aisa comment mat karo Jo Santram ramashankar ji bol rahe hain bahut sahi baat kar rahe hain Aisa comment mat
संत तो किसी की बुराई नही करते, फिर आप क्यों बुराई कर रहे हैं।
हो सकता है मानव सोच समझकर अपना जीवन सार्थक कर सके।
Jab Tak purn satguru juvan me nahin ata hai tab Tak jivan ka uddesh samajh mein nahin ata hai
Ab brahmano ki khair nahi
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तुम बड़े गंदे संत हो जो समाज में जहर बोल रहे हो अपने बुढ़ापे पर तरस खाओ
ऐसे लोगों पर केस दर्ज होना चाहिए जो किसी कि भावनाओं को आहत करते ह
संत के नाम पर समाज में वैमनस्य फेला रहा है ये
यह बाबा जी हमेशा दूसरों की बुराई करने में लगे रहते हैं
ये बाबा हर प्रबचन मे किसी न किसी की बुराई करता है क्यो नर्क मे जाओ गे भगवान की भी बुराई करता हैं
एक आप ही पुण्य🎉आत्मा हौ बाकी पूरी दुनिया पापी है
यह आप कहलाने लायक नही है
BOLEEY..Sad..Guru..Dev..JAY.. HO.. Rama..Sinker.. SAHEB.. ji..KO.. SABHEE.. Santa.. Mahatma..o..KO.. Tary..Bar..SAHEB..BANDGGI..SAHEB..BANDGGI..SAHEB..BANDGGI..Natthu..Das..PALLOT.476..Nagsen..Nagar..G..H..B..pandesra..Udhna..Surat..Yatindar..SAHEB..Ji..KO.. Tary..Bar ..SAHEB..BANDGGI..SAHEB..BANDGGI..SAHEB..BANDGGI.
JAY.. param..PARBHU..Date..19th..3..2024..Tayem..6..48..Jay. .HO..SAHEB ..BANDGGI..BANDGGI..SAHEB..BANDGGI..Mere..Dayalu..Data..
કબીરજી કા નામ બદનામ ન કરો
Pandit to aap hee apne.ko manate ho
Aasman se tapka, khajur me Atka. Sabme bhul najar aataahe. Najaria badlo.
Pakhand ke koi sima nahi hai😡😡
Sab Papi hai tumhari mcmbblabdu
Ninda nahi karni chahiye papi
Sach bolne me koi pap nhi lgta
ज्ञान बहुत है पर् निन्दा करना फकीरी में भ्रान्ति फैला कर अपने आपको बड़ा गुरू साबित करना पहले निन्दा का त्याग करो फिर कबीर की तारीफ करो और उनके पथ का अनुरसन् करो वेद किसी की निंदा नहीं करते लेकिन आप अपने पथ से भटक गये है कबीर पंथ को निरपेक्ष और सही मार्गदर्शन करें संस्कृति मिली विरासत में आप को क्यों दर्द कबीर जी ने तो किसी भी मजहब की बुराईयां नहीं की फिर आप क्यों किसी ने या क्या जो पीड़ा सहन नहीं कर पा रहे हो कबीर जी तो अनपढ़ थे फिर इतने ग्रन्थ खूब लिखें जिनमें ब्रामण और देवता के लिए नफ़रत अरे संत कबीर जी को क्यों बदनाम करते हो पहलेे अपने बुराई के दानव का नाश कर भोली जनता को सतसंग का ज्ञान दे
कबीर जी ने किसी आडंबर को नहीं माना कबीर को पढ़ाया नहीं गाया नकली दोहा जोड़ने में लगे हैं।
अच्छी वस्तुएँ बदबू फैलाने लगे तो मनुष्य उसका त्याग कर देते है.
पहले अपने मन से ईर्ष्या द्वेश को तो दूर करले
Santan dharm ka apman hai aur kuch nhi
Apke baat me koi dam nahi ।
प्रवचन देना तो ठीक है, किंतु Caption ऐसे लगाए ताकि कोई विवादित स्थिति न उत्पन्न हो।
आपका कहना सही है मगर (?) क्वेश्चन मार्क पर नजर गड़ाए रहिए!
सबसे बड़े पापी वो ह जो किसी कि बुराई करे और किसी की निन्दा करें अब देखलो पापी कोन है।
कबीर साहब जी ने कहा है किसी कि भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली बात मत करो निन्दा करना पाप है।
संत का काम होता है सब को परमात्मा से जोड़ना तोड़ना नहीं है
संत जहां भी होत है सब कि मांगे खैर। नहीं किसी से दोस्ती नहीं किसी से बैर।
अब पता नहीं आप लोग क्या हो
Bekarakatha kahanebala baba
तू पंडित, कबीर पंडित, कितना पापि है?