हमारे गांव में जाणीयों की बस्ती धनाऊ तहसील में सुथारों के घर के आगे उनके खेत में उन्होंने खुद सिद्ध श्री खेमा बाबा का मंदिर बनाया ओर संत श्री कनीरामजी महाराज का मंदिर बिश्नोईयों के खेत में मंदिर है हमारे गांव में सतीश कौम के लोग मानते हैं हमारे गांव में सभी लोग मिलकर रहते हैं देवी देवताओं को कभी जातियों में नहीं बाटा सभी देवी देवताओं का सम्मान करते हमारे लिए सभी भगवान के सम्मान है सर्वप्रथम हम हिंदू हैं हिंदुओं के देवी देवताओं का सम्मान करना हमारा धर्म
@@govindjakhar108 सही बात है भाई लेकिन दादागिरी करके नहीं भाईचारे से बने हैं। लोकदेवता की मूर्ति लगाने का चलन जाटों ने ही शुरू किया लेकिन विडम्बना यही है की उनके धर्मस्थलों का विरोध भी इन्होने ही शुरू किया। इसलिए अब लोग लोकदेवता को जाति के आधार पर देखने लगे। बाकि भाईचारे से यह काम आसानी से हो सकता है लेकिन रात के अंधेरे में टेबल लगाकर तेजाजी स्थापना करोगे तो सबसे पहले तो लोकदेवता का अपमान आपने ही किया है।
मान लो वो, मूर्ति गलत लगा हुई, प्रशासन ने हटा दिया, लेकिन हर गांव में बहुत सारे देवता कि मूर्ति रोड अवध जमीन पर है तो उनको सभी मंिदर को हटा गे क्या, जीतने गांव है उसमें एक भी नीतीश, जमीन पर मंिदर नहीं
तेजाजी के भगत कहा थे पहले अभी आये तो ऐसा भगतों बोलों घर के पास बनाओं सभी भाईयों पुजा करो तों रोल पे पुजा थोड़ी हो ती है तो विरोध मत करो समझो हमें सोच कर पहले तो कहा था भगतों बोलों आज आजादी हूए है कि बात कुछ नहीं होगा हर जगा तो तेजाजी ने बरनाम करते हैं बिल्कुल ऐसा सारजनेक जंगा है बनाओं सही गांव में एक राय होकर भी काम करना चाहिए बिल्कुल सही बात 36कोम राय होकर दादागिरी दिखाते हैं तेजाजी के भगतों बोलों
मैं वीर तेजाजी को मानता हू हमारा पुरा गांव मानता है लेकिन मेरा सवाल भी ये है कि तब ये लोग कहां गये थे जब महाराव शेखखजी कि प्रतिमा इन लोगो ने तोड़ी थी ? क्या यह बहादुरी थी ? ..... ताली एक हाथ से नहीं बजती दोनो तरफ ही गलत है ..... और ऐसा करके आप तेजाजी का ही अपमान कर रहे हो अपने धमंड के लिए अभिमान के लिए सबको परेशान कर रहे हो
कौनसी भी सरकार हो जहा किसान की बात हो उसे दबा दिया जाता है चाहे फसलो के भाव हो या msp हो या फिर किसान कौम के आराध्य देव श्री वीर तेजाजी महाराज की मुर्ती की बात हो हर बार अन्याय होता रहता क्या आज इस देश में किसान कौम का कोई वर्चस्व नहीं वोट आते तो किसान के नाम पर वोट ले लेते और फिर गायब हो जाते आज कहा गये वो नेता जो जय जवान जय किसान के नारे लगाकर वोट मांगते मैं किसी पार्टी का स्पोर्ट नहीं कर फीर भी मैं कहना चाहता हूं कि वो हनुमान जी बेनीवाल से ही उम्मीद लगाए क्यों बैठे क्या गोविन्द सिंह डोटासरा नेता नहीं वो क्यों नहीं बोलते रेवंत राम डांगा क्यों नहीं बोलते और भी कौम के बहुत-सारे नेता हैं क्यों नहीं बोलते सिर्फ उम्मेदाराम और हनुमान ही क्यों बोलते
जाटों को तेजाजी की मूर्ति के साथ महाराजा सूरजमल और महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति लगानी चाहिए। जाटों का अंतिम आसरा सिख धर्म है। अगले दस बीस वर्षो में पश्चिमी राजस्थान के जाट सिख बन चुके होंगे।
@Arun-t1x-k9f हिंदू थे?? भाई कब से? जाटों की तीन कमजोरियां होती है। इतिहास बोध नहीं होता शत्रु बोध नहीं होता और मित्र बोध नहीं होता। अपने पड़ दादा से कभी पूछा होता कि क्या हम हिन्दू थे? आज से सौ साल पहले मारवाड़ और सिंध में जाट जब घर से बाहर निकलता तो उसे एक कुत्ता साथ रखना पड़ता था ताकि बाकी लोगों को दूर से समझ आ जाता और वो दूर हो जाते। घोड़े पर सवार होने पर रोक थी सर पर पगड़ी और पैरो में जूते भी नहीं पहन सकता था। आस पास के गांव में राजपूत और ब्राह्मण मर जाता था तो उसे मुर्दे को जलाने का काम जाट को करना पड़ता था। जाट औरतों को घाघरा में नाडा डालने की इजाजत नहीं थी और ऊपर से मूंज से बांधना पड़ता था। ब्राह्मण और राजपूत के शादी के पालकी ढोना जाट का काम था। भरोसा नहीं मेरी बात तो चाचनमा पडलो। ऑनलाइन मिल जाएगा। फिर भी भरोसा न हो तो आस पास के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति से पूछ लेना। जाट कभी हिन्दू नहीं थे। जाट हिन्दू धर्म के चार वर्णों से ही बाहर थे। 1920 में मदन मोहन मालवीय को जाटों को हिंदू बोलना शुरू किया क्योंकि देश की आजादी की बात चलने लगी थी और पाकिस्तान की भी।
यह जमीन कब्जाने का मामला है सुथार परिवार की जमीन कब्जाने के लिए आनन फानन में टेबल लगाकर मूर्ति स्थापित की गई थी। ज़मीन मालिक की शिकायत पर मूर्ति हटाई गई है।
@baburamdehru160 जमीन जाटों की नहीं है जाट सुथार की जमीन हड़पना चाहते थे लेकिन जब पुलिस आ गई तब सरपंच कह रहा था मेरे खेत में बना लो उसने सहमति और साइन भी किया।पहले निजी जमीन पर बना लेते तो सभी राजी खुशी निपट जाता।
Tejaji mharaj police force ko apne aap dekh lenge ,hmare gaav ke paas yha kisi chor ne Tejaji ki leelan ke charo per tod diye the jiske thodi der baad Tejaji ne chmtkar dikhaya ki un dono choro ke dono hath or dono per kate mile vo bhi train patri par baki vo chor safe the lekin hath or per kat diye Jai Shree Veer Tejaji
तेजा जी की मूर्ति से किसी को कोई दिक्कत नहीं है अगर दिक्कत ये की एक जाती के लोग अपनी मर्जी से किसी की मूर्ति कैसे लगा सकते हैं सर्व समाज को सहमत करके पूरे गांव के लोग सहमत हो जाते तो कोई विरोध नहीं करते हैं ये गलती जाट समाज की है
लोक देवता की मूर्तियां लगाने से कुछ नहीं होगा उनके विचारों को अपने जीवन में अनुश्रवण करे और उनके अनुसार चल जहा भी जिस भी समुदाय को एक दूसरे लोक देवताओं के विरोध का मौका मिलता है वह कहीं नहीं करते रहते हैं
Rajasthan me koi bhi setr kisi jati ka bahuly nhi h , patrkar ko jat bahuly nhi bolna chahiye , jatiwad mat felao , yha har jagah 36 kom rahti h , koi kam koi jyada
घग्घर नदी को 500 मीटर चौड़ी की जाए शिमला हिमाचल प्रदेश से अनूपगढ़ तक तलवाड़ा झील टिब्बी को 20 km लम्बी 20 km चौड़ी की जाए अनूपगढ़ तहसील में भारत बॉर्डर से 10 km पहले घग्घर नदी पर जयसमंद जेसी झील बनाई जाए जिस तरह राजसमन्द और जयसमंद जेसी झील बनाई जाए पत्थर की सीढ़ियां और छतरियां हाथी भी बनाएं जाएं झील के चारों तरफ फूलों का पार्क और बाग बगीचा भी 5 km लंबा 5 km चौड़ा बनाया जाए दोनों झील एमपी एमएलए गवर्मेंट से जनता पब्लिक मांग करे दोनों झील पर ❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉
बहुत निंदनीय, गौ माता की रक्षा करने वाले लोक देवताओं में कुछ लोग जाती को देखते है, जबकी लोक देवता 36 कौम के लिए आराध्य है
बहुत ही सुन्दर विचार जय हो गौ रक्षक सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज
जब ल्गा ही दी और जाट बाहुल्य है तो फिर किसको तकलिफ हो गई।
तेजाजी सबके पूजनीय है।
ज़मीन सुथार की खातेदारी की है उसको तकलीफ है। एफआईआर दर्ज करवाई है।
वो जांच का विश्य हैं ईतनी जल्दबाजी क्या दी मुर्ती उखाड़ना तेजाजी सबके देवता है @mulayamsinghshekhawat3203
@@mulayamsinghshekhawat3203वह ऐसे शूरवीर जन्मे हिंदुओं में देवी देवताओं को भी बांटने लगे जाति में धन्यवाद ऐसे लोगों के माता पिता को
हमारे गांव में जाणीयों की बस्ती धनाऊ तहसील में सुथारों के घर के आगे उनके खेत में उन्होंने खुद सिद्ध श्री खेमा बाबा का मंदिर बनाया ओर संत श्री कनीरामजी महाराज का मंदिर बिश्नोईयों के खेत में मंदिर है हमारे गांव में सतीश कौम के लोग मानते हैं हमारे गांव में सभी लोग मिलकर रहते हैं देवी देवताओं को कभी जातियों में नहीं बाटा सभी देवी देवताओं का सम्मान करते हमारे लिए सभी भगवान के सम्मान है सर्वप्रथम हम हिंदू हैं हिंदुओं के देवी देवताओं का सम्मान करना हमारा धर्म
@@govindjakhar108 सही बात है भाई लेकिन दादागिरी करके नहीं भाईचारे से बने हैं। लोकदेवता की मूर्ति लगाने का चलन जाटों ने ही शुरू किया लेकिन विडम्बना यही है की उनके धर्मस्थलों का विरोध भी इन्होने ही शुरू किया। इसलिए अब लोग लोकदेवता को जाति के आधार पर देखने लगे। बाकि भाईचारे से यह काम आसानी से हो सकता है लेकिन रात के अंधेरे में टेबल लगाकर तेजाजी स्थापना करोगे तो सबसे पहले तो लोकदेवता का अपमान आपने ही किया है।
एक तरफा पत्रकारिता सुदेश जी जमीन मालिक का पक्ष भी सुनना चाहिए। मूर्ति लगानी है तो निजी जमीन पर लगानी चाहिए।
मान लो वो, मूर्ति गलत लगा हुई, प्रशासन ने हटा दिया, लेकिन हर गांव में बहुत सारे देवता कि मूर्ति रोड अवध जमीन पर है तो उनको सभी मंिदर को हटा गे क्या, जीतने गांव है उसमें एक भी नीतीश, जमीन पर मंिदर नहीं
@@JethramSiyag-up8sl भाई लेकिन तेरे खेत में कोई रात को मूर्ति रख दें तो विरोध नहीं करोगे क्या? खातेदारी जमीन थी सुथार ने एफआईआर करवा दी।
ऐक दिन में मूर्ति नहीं रखी जाती भाई साहब ईस में कूछ विचार करने की जरूरत है
जय वीर तेजाजी 🔰🚩
प्रशासन का यह कदम निन्दनीय है सत्यवादी वीर तेजाजी का अपमान
तेजाजी के भगत कहा थे पहले अभी आये तो ऐसा भगतों बोलों घर के पास बनाओं सभी भाईयों पुजा करो तों रोल पे पुजा थोड़ी हो ती है तो विरोध मत करो समझो हमें सोच कर पहले तो कहा था भगतों बोलों आज आजादी हूए है कि बात कुछ नहीं होगा हर जगा तो तेजाजी ने बरनाम करते हैं बिल्कुल ऐसा सारजनेक जंगा है बनाओं सही गांव में एक राय होकर भी काम करना चाहिए बिल्कुल सही बात 36कोम राय होकर दादागिरी दिखाते हैं तेजाजी के भगतों बोलों
पहले तो हिन्दी भाषा लिखना सिख बाद में कमेंट करना
Bhaut sundar vichhar Jai veer Tejaji maharaj ki Jai
तेजाजी के भगत है बिल्कुल घर पर जाटों बना ओ सकेल बनाओं रोल पर नहीं होना चाहिए बिल्कुल भगतों के घर में होना चाहिए बिल्कुल 😊😅😅
जय वीर तेजाजी
मैं वीर तेजाजी को मानता हू हमारा पुरा गांव मानता है लेकिन मेरा सवाल भी ये है कि तब ये लोग कहां गये थे जब महाराव शेखखजी कि प्रतिमा इन लोगो ने तोड़ी थी ? क्या यह बहादुरी थी ? ..... ताली एक हाथ से नहीं बजती दोनो तरफ ही गलत है ..... और ऐसा करके आप तेजाजी का ही अपमान कर रहे हो अपने धमंड के लिए अभिमान के लिए सबको परेशान कर रहे हो
Jai veer Teja ji Maharaj
Dhanyvad bahut acchi baat hai Jay Veer Tejaji Maharaj ki
जय वीर तेजाजी महाराज
भगवान सभी के लिए बराबर है कम से कम इनके नाम से तो ना लड़े और बहोत ही शर्म की बात है
कौनसी भी सरकार हो जहा किसान की बात हो उसे दबा दिया जाता है चाहे फसलो के भाव हो या msp हो या फिर किसान कौम के आराध्य देव श्री वीर तेजाजी महाराज की मुर्ती की बात हो हर बार अन्याय होता रहता क्या आज इस देश में किसान कौम का कोई वर्चस्व नहीं वोट आते तो किसान के नाम पर वोट ले लेते और फिर गायब हो जाते आज कहा गये वो नेता जो जय जवान जय किसान के नारे लगाकर वोट मांगते मैं किसी पार्टी का स्पोर्ट नहीं कर फीर भी मैं कहना चाहता हूं कि वो हनुमान जी बेनीवाल से ही उम्मीद लगाए क्यों बैठे क्या गोविन्द सिंह डोटासरा नेता नहीं वो क्यों नहीं बोलते रेवंत राम डांगा क्यों नहीं बोलते और भी कौम के बहुत-सारे नेता हैं क्यों नहीं बोलते सिर्फ उम्मेदाराम और हनुमान ही क्यों बोलते
जाटों को तेजाजी की मूर्ति के साथ महाराजा सूरजमल और महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति लगानी चाहिए। जाटों का अंतिम आसरा सिख धर्म है। अगले दस बीस वर्षो में पश्चिमी राजस्थान के जाट सिख बन चुके होंगे।
हम हिन्दू थे है और रहेगे किसी माई के लाल मे इतनी हिम्मत नही है जो हमारा धर्म परिवर्तन करवा सके
@Arun-t1x-k9f
हिंदू थे?? भाई कब से?
जाटों की तीन कमजोरियां होती है।
इतिहास बोध नहीं होता
शत्रु बोध नहीं होता और
मित्र बोध नहीं होता।
अपने पड़ दादा से कभी पूछा होता कि क्या हम हिन्दू थे?
आज से सौ साल पहले मारवाड़ और सिंध में जाट जब घर से बाहर निकलता तो उसे एक कुत्ता साथ रखना पड़ता था ताकि बाकी लोगों को दूर से समझ आ जाता और वो दूर हो जाते।
घोड़े पर सवार होने पर रोक थी
सर पर पगड़ी और पैरो में जूते भी नहीं पहन सकता था।
आस पास के गांव में राजपूत और ब्राह्मण मर जाता था तो उसे मुर्दे को जलाने का काम जाट को करना पड़ता था।
जाट औरतों को घाघरा में नाडा डालने की इजाजत नहीं थी और ऊपर से मूंज से बांधना पड़ता था।
ब्राह्मण और राजपूत के शादी के पालकी ढोना जाट का काम था।
भरोसा नहीं मेरी बात तो चाचनमा पडलो। ऑनलाइन मिल जाएगा। फिर भी भरोसा न हो तो आस पास के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति से पूछ लेना। जाट कभी हिन्दू नहीं थे। जाट हिन्दू धर्म के चार वर्णों से ही बाहर थे। 1920 में मदन मोहन मालवीय को जाटों को हिंदू बोलना शुरू किया क्योंकि देश की आजादी की बात चलने लगी थी और पाकिस्तान की भी।
बेटा I'd sahi Bana le
यह जमीन कब्जाने का मामला है सुथार परिवार की जमीन कब्जाने के लिए आनन फानन में टेबल लगाकर मूर्ति स्थापित की गई थी। ज़मीन मालिक की शिकायत पर मूर्ति हटाई गई है।
जमीन प्रसासन ने नापी आनन फानन में इतनी जल्दी ऊखाड कर लेके जाना कहां का न्याय है विधर्मी
Jamin jato ki thi murti nhi ab mandir bnega jalan kam nhi padni chaye
@baburamdehru160 जमीन जाटों की नहीं है जाट सुथार की जमीन हड़पना चाहते थे लेकिन जब पुलिस आ गई तब सरपंच कह रहा था मेरे खेत में बना लो उसने सहमति और साइन भी किया।पहले निजी जमीन पर बना लेते तो सभी राजी खुशी निपट जाता।
@🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶🌶mulayamsinghshekhawat3203
तो तुम महाराणा प्रताप कि मुर्ती लगाकर रोड़ पर लगाकर कब्जा करता हो क्या
एक दोरू पिकर मरने वाले कि मुर्ती तुमने हाइवे के पास बनाई जमीन कब्जा करने के लिए
वीर तेजाजी महाराज की मुर्ति इसी चौराहे पर लगायगे।
जय वीर तेजाजी महाराज कि
बहुत ही गलत किया सरकार ने जो सभी छतीस कौम के देवता हैं देवता सभी के होते हैं हमे ऐसे मुर्ति को नहीं हटाना चाहिए निन्दनीय है
हम वीर तेजाजी महाराज मूर्ति के लिए कुछ भी करने के लिएतैयार है अपनी जान भी चली जाएगी कोई परवाह नहींहै
Jay veer tejaji maharaj
जय वीर तेजाजी महाराज जी हनुमान बेनीवाल जवान किसान सतीश क36 पूरा ❤
Tejaji mharaj police force ko apne aap dekh lenge ,hmare gaav ke paas yha kisi chor ne Tejaji ki leelan ke charo per tod diye the jiske thodi der baad Tejaji ne chmtkar dikhaya ki un dono choro ke dono hath or dono per kate mile vo bhi train patri par baki vo chor safe the lekin hath or per kat diye
Jai Shree Veer Tejaji
ये हर गांव में होता हैं और है किस किस मन्दिर को हटाओगे हर गांव से मन्दिर हटाना पड़ेगा और कही मन्दिर नहीं बनना चाहिए किसी भी समाज का
जलन बराबर मात्रा में जल रही हैं जय तैजाजी महाराज ❤
Jay Ho Veer Tejaji ki
जय वीर तेजाजी महाराज 🙏👏🙏🙏🙏
कौन है जो इस मुर्ति का विरोध कर रहा है। वह आगे आकर बताए कि यह मूर्ति इस कारण नही लगनी चाहिए।
❤❤❤
तेजाजी महाराज सबके लिए पूजनीय है
Jat शाही नहीं चलेगी देवताओं के नाम प़र
अगर इसी जगह अम्बेडकरवादी होते तो प्रशासन क्या करता
Jai ho Tejal tapdhari ❤
तेजा जी की मूर्ति से किसी को कोई दिक्कत नहीं है अगर दिक्कत ये की एक जाती के लोग अपनी मर्जी से किसी की मूर्ति कैसे लगा सकते हैं सर्व समाज को सहमत करके पूरे गांव के लोग सहमत हो जाते तो कोई विरोध नहीं करते हैं
ये गलती जाट समाज की है
Hanuman ji jindabad jindabad gungara bat kar raha hu jai jaat balwan👍👍👍👍
Rite ❤🎉
HB only Great Jat neta hai Raj me
🙏🙏🙏✅
Bahut hi Achhi Or sachi paterkarita.
सिस्टम कमजोर राजनीतिक हों रहीं हैं
लोक देवता की मूर्तियां लगाने से कुछ नहीं होगा उनके विचारों को अपने जीवन में अनुश्रवण करे और उनके अनुसार चल
जहा भी जिस भी समुदाय को एक दूसरे लोक देवताओं के विरोध का मौका मिलता है वह कहीं नहीं करते रहते हैं
यह भजन लाल सरकार ह यहां कुछ भी हो सकता है
किसी के निजी खेत में नहीं कर सकते भाई
Hai baghawa murti kandi karni ko tu hi kandit kar jish logo mi aastha paida ho. jai tejaji maharaj
चपरासी बनने के लायक नहीं था उसे एसडीएम बना दिया😢😢😢😢😢😮😮
कोई समाज देवता का विरोध नही करते
Hanuman beniwal❤❤❤
Pabuji jamboji any devta ki murti kis chorahe par h, sekdo jhunjar h , kha murti h , socho jatiwad v rajniti ka.
Yh patrkar jatiwad v hanuman beniwal ka paks lekar rajasthan ka mahol karab karne me lga h , haryana me 35 1 ho rkha h us par bhi bol
हनुमान जी बेनीवाल
Veer teja
Rajasthan me koi bhi setr kisi jati ka bahuly nhi h , patrkar ko jat bahuly nhi bolna chahiye , jatiwad mat felao , yha har jagah 36 kom rahti h , koi kam koi jyada
बहुत गलत हुआ
बिना अनुमति कुछ लगाना ठीक नही है
Tejaji.ne.dusari.jati.ke.liye.jan.di..vo.log.ab.nafrt.karte.h.or.choro.ko.pujte.h.kayr.log
Koi setra jat bahuly yo any jati bahuly h , har jagah 36 kom rhti h , jatiwad mat felao patarkar.
घग्घर नदी को 500 मीटर चौड़ी की जाए शिमला हिमाचल प्रदेश से अनूपगढ़ तक तलवाड़ा झील टिब्बी को 20 km लम्बी 20 km चौड़ी की जाए अनूपगढ़ तहसील में भारत बॉर्डर से 10 km पहले घग्घर नदी पर जयसमंद जेसी झील बनाई जाए जिस तरह राजसमन्द और जयसमंद जेसी झील बनाई जाए पत्थर की सीढ़ियां और छतरियां हाथी भी बनाएं जाएं झील के चारों तरफ फूलों का पार्क और बाग बगीचा भी 5 km लंबा 5 km चौड़ा बनाया जाए दोनों झील एमपी एमएलए गवर्मेंट से जनता पब्लिक मांग करे दोनों झील पर ❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉
VINAAS..KALE..VIPRIT..BUDHI..
Wah kya patrakarita hai. Bhai ghuma kiu raha hai sidhe point pe aa ja. Jaati visheh ke prati
Suthar.smaj.ko.tejaji..dikt.h.ye.log.apne.devta.ki.murti.ghar.me.lagatr.h.kya.kayro.jalo.mat
किसी के खेत में कियू लगवाया था
कयु तेरे घर पर लगाए शर्म कर
तेजाजी के नाम से ईतनी जलन
Enki to jalani hi chaiye
Khet kiska h sarpanch shab ka tha or ab bhi vhi lagegi
जाट बाहुल्य क्षेत्र है तो मूर्ति सुथार के खेत में क्यों लगाई सिर्फ खेत हड़पने के लिए
कुछ नहीं होगा प्रशासन ने सही किया
Faltu ki bkwas
पत्रकारिता का स्तर मत गिराओ
Right
⭕ ge jalan ghani hai
Great job bro jai india 🇮🇳 jai hind
जय वीर तेजाजी
जय वीर तेजाजी महाराज
Jai veer teja ji