जो गुनहगार नज़र आ रहे उन्हें ही जज बना दिया

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  • Опубліковано 27 вер 2024
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    जो गुनहगार नज़र आ रहे उन्हें ही जज बना दिया #EP1922 @apkaakhbar
    लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भाजपा की तन्द्रा टूटी है। उत्तर प्रदेश में पार्टी के ख़राब प्रदर्शन की पड़ताल हो रही है। इसके लिए टीमें बनाई गई है जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के चुनाव क्षेत्रों के अलावा सभी लोकसभा सीटों और उनके तहत आने वाली विधानसभा सीटों पर जाएँगी। यह पता लगाने को कि कहाँ क्या गड़बड़ हुई। ये टीमें लौटकर अपनी रिपोर्ट प्रदेश संगठन को देंगी। प्रदेश संगठन उसके आधार पर पूरे प्रदेश की रिपोर्ट बनाकर केंद्रीय संगठन को भेजेगा। उसके आधार पर आगे के सुधार के कदम पार्टी उठाएगी। यह पता नहीं है कि इसके आधार पर किसी के खिलाफ कार्रवाई होगी या नहीं।
    After the results of Lok Sabha elections, BJP's slumber has been broken. The party's poor performance in Uttar Pradesh is being investigated. For this, teams have been formed which will visit all the Lok Sabha seats and the assembly seats under them, apart from the constituencies of Prime Minister Narendra Modi and Defense Minister Rajnath Singh. To find out what went wrong. These teams will return and submit their report to the state organization. On that basis, the state organization will prepare a report of the entire state and send it to the central organization. Further improvement steps based on that .
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КОМЕНТАРІ • 1,5 тис.

  • @kuldeepgupta1228
    @kuldeepgupta1228 3 місяці тому +124

    प्रदीप भाई जी भाजपा की इस हार का कारण सिर्फ एक है वह यही है कि अपने छोटे कार्यकर्ताओं की अनदेखी

    • @SubhashChanderMadan
      @SubhashChanderMadan 3 місяці тому +3

      Dussera karan DOUBTFUL DNA waalai HINDU bhi hain
      JAI HIND

  • @Mr2357
    @Mr2357 3 місяці тому +37

    बीजेपी के संगठन में केंद्र के बड़े नेताओं को अब कोई दिलचस्पी नहीं है।सबसे पहले नड्डा को शून्य करना चाहिए।ये सबसे नकारा अध्यक्ष था जिसने पार्टी को नुकसान पहुंचाया है।पता नहीं शीर्ष के नेता कहां खोए हैं।यही हाल रहा तो भगवान ही मालिक है।

    • @illumination3756
      @illumination3756 3 місяці тому

      BJP Ko Ab Satta Say Interest Khatam Hota Jaa Raha Hai Un Ko Vipaksh Mai Bethana Hai

  • @surendrapandey5578
    @surendrapandey5578 3 місяці тому +72

    वायरस घुसने वाली बात सत्य है। गर्मी एक कारण जरूर था परन्तु कोई कार्यकर्ता फील्ड में नहीं था। न तो सांसद, न विधायक, न जिला पंचायत के लोग, न नगर निगम/नगर पंचायत के लोग और न ही गाँव पंचायत के लोग फील्ड में उतरे। सभी लोग मोदी/योगी के चेहरे पर आश्वस्त थे।

  • @rameshharsolekar7739
    @rameshharsolekar7739 3 місяці тому +1

    उ.प्र., बंगाल और महाराष्ट्र के संगठन में तुरंत बदलाव करना पड़ेगा।

  • @Chakravartin.Samrat72
    @Chakravartin.Samrat72 3 місяці тому +314

    कार्यकर्त्ता के ज़मीन पर होने का आलम यह था कि गली मुहल्ले के घोषित भाजपाई चँगू-मँगू जिनसे रोज़ दुआ-सलाम होती थी मतदान के महीने पहले से ही वे नदारद थे... योगी के विरुद्ध यह सुनियोजित षड्यंत्र था...

    • @mathurhp
      @mathurhp 3 місяці тому

      इसका मतलब केजरीवाल ने सच बोला था की चुनाव के बाद योगी को हटाने की साजिश है।

    • @rajendrathakur8462
      @rajendrathakur8462 3 місяці тому +11

      Jai Hind Jai Bharat 🌈🌈🌈

    • @mukatbihari9198
      @mukatbihari9198 3 місяці тому +13

      इस बार कार्यकर्ता बिल्कुल सक्रिय नंही था, राजस्थान में

    • @parasnathyadav3869
      @parasnathyadav3869 3 місяці тому +7

      जय श्री राम 💐🌹🙏🙏

    • @sssingh8385
      @sssingh8385 3 місяці тому +8

      Bjp keep MP / MLA Ka field sampark very hopeless

  • @nandaniprasadmishra-fz9uw
    @nandaniprasadmishra-fz9uw Місяць тому +1

    जय हो, अति दर्प ही हार का असली कारण है, वे तो जायेंगे अपने समर्थकों को दुबाएंगे आदरणीय प्रदीप जी, आपकी पत्रकारिता की भूरि भूरि प्रशंसा करते हैं 🎉🎉🎉

  • @shivkailash6329
    @shivkailash6329 3 місяці тому +127

    इस देश के जजों ने बेड़ा गर्क कर रखा है।

    • @amitabhmaheshwari
      @amitabhmaheshwari 3 місяці тому +3

      यहाँ उन जजों की बात नहीं हो रही है

    • @shivkailash6329
      @shivkailash6329 3 місяці тому +4

      @@amitabhmaheshwari लेकिन ये भाजपा के संगठन के जज अपनी ही क्या जांच करेगें।

  • @vidyacharanshukla5449
    @vidyacharanshukla5449 3 місяці тому +32

    भाजपा के रोगों का सबसे सटीक एवं गंभीर विवेचना, इससे बेहतर नहीं हो सकता है। पार्टी अगर नहीं सुधरी तो पार्टी का बंटाधार तय है। बहुत ही शानदार एवं बेमिसाल प्रस्तुति, धन्यवाद आदरणीय प्रदीप जी ❤❤

  • @YogendraSingh-ss7tk
    @YogendraSingh-ss7tk 3 місяці тому +107

    जेपी नड्डा को किनारे कर देना चाहिए, उत्तर प्रदेश मे ब्रजेश पाठक और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को इनके पदो से हटा देना चाहिए, नही तो यह लोग पार्टी को डूबो देगे

    • @veersingh-qy1gj
      @veersingh-qy1gj 3 місяці тому +2

      UP SE Ak sharma ENERGY MINISTER ko immediate nikal dena chhahiya.
      UP ki enquiry ko barbad Kar diya.

    • @madansinghparmar9110
      @madansinghparmar9110 3 місяці тому

      Perfect

    • @manojpandey5385
      @manojpandey5385 3 місяці тому

      नड्डा का आरएसएस पर बयान भी भारी पड़ा और उसको मोदी ने सम्मानित किया क्या बात है

  • @manojsingh5975
    @manojsingh5975 3 місяці тому +108

    मैं 67 वर्ष का ,जीवन मे कभी नही देखा कि चुनाव में ,उम्मीदवार या कोई भी पार्टी का मुहल्लो या वार्डो में भौतिक रूप से नहीं आया हो ,केवल मोदी जी के नाम से विजयी होने को आश्वस्त थे ,400 पार पर विश्वास करके अपने को प्रतिद्वंद्वी से आगे मान रहे थे ।आरएसएस का सहयोग न लेना व गरीब जनता खटाखट 8500 प्रतिमाह के मोह में ,बीजेपी को वोट नहीं दिया

    • @sumanbhatti4473
      @sumanbhatti4473 3 місяці тому +1

      UP hi nhi, Haryana main bhi koi nhi aaya. Haryana main to cong ka bhi koi nhi aaya. Villages ka pata nhi, lekin hamare sector main nhi aaya koi.

    • @MadanMohanPandey-r8u
      @MadanMohanPandey-r8u 3 місяці тому +6

      मेरे गांव में सिर्फ भाजपा सांसद दरभंगा से देवेश ठाकुर जी आए थे। काराकाट लोकसभा प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा जी के लिए खूब प्रचार करने के बाद चले गए। फिरभी कुशवाहा जी को मेरे गांव से एक तिहाई वोट मिला।मैं भी ग्रामीणों को समझाता रहा पर कोई असर नहीं हुआ।कितना भी अच्छा विकास हुआ मेरे गांव के अधिकांश मतदाता माले प्रत्याशी को संसद भेज दिए।अब ऐसी मानसिकता को कैसे बदला जाए।बिहार का एक 75 वर्षीय किसान।

    • @DeepSingh-no2yf
      @DeepSingh-no2yf 3 місяці тому

      हिन्दूओ को मोदी जी कया हैलिकॉप्टर से ले जाते दुसरी कौम का लक्षय कया था और कैसे बूथों तक आये ये सोच का फर्क है और दृढ बिशवास था कि बीजेपी को हराना है राममंदिर जो बन गया था

    • @chandrabhushanprasadsinha8280
      @chandrabhushanprasadsinha8280 3 місяці тому

      Some reasons of defeat of BJP:
      1. 400 paar ka naara to theek/ phir 2nd 3rd level ke netaon dwara usko samvidhan badalne se jod dena ghatak ho gaya.opposition ne use aarakshan khatam karne se jor diya
      2. Msharastra mein anavasyak roop se ajit pawar se samjauta
      3. Middle class ko ignore karna.
      4 Over cofidence

    • @vijaysingh9199
      @vijaysingh9199 3 місяці тому +1

      It's beyond any doubt that B J P president Shri Nadda must take full n sole responsibility for poor performance of B J P in 2024 elections.

  • @sanjaydixit0145
    @sanjaydixit0145 3 місяці тому +89

    राम राम आदरणीय प्रदीप जी 🙏🏻🙏🏻
    नड्डा ने जो गड्ढे खोदे हैं उन्हें भरना बहुत ही जरूरी है, जमीनी स्तर पर पहुंच कर सीधे संवाद करना होगा।।

    • @parasnathyadav3869
      @parasnathyadav3869 3 місяці тому +2

      जय श्री राम 🌹🌹💐🙏

    • @SubhashChanderMadan
      @SubhashChanderMadan 3 місяці тому

      @sanjaydixit0145 pataa nahin kayon BJP BEKAAR kai NADDA ka BOJH dho rahi hai
      JAI HIND

    • @Amarsingh-ul8nf
      @Amarsingh-ul8nf 3 місяці тому +3

      नाडा को तो पार्टी से निकालदेना चाहिए

    • @SubhashChanderMadan
      @SubhashChanderMadan 3 місяці тому

      @@Amarsingh-ul8nf Theek kaha aapnai

    • @sanjaydixit0145
      @sanjaydixit0145 3 місяці тому

      @@Amarsingh-ul8nf पार्टी से तो नहीं पर अध्यक्ष पद से हटा कर भूमिका सीमित कर देनी चाहिए।

  • @vijaygiri1340
    @vijaygiri1340 3 місяці тому +17

    प्रदीप जी, आप स्वयं एक अनुभवी पत्रकार है! भाजपा की हार के बहुत सारे कारण है, उनमें से सबसे प्रमुख कारण कांग्रेस का गारंटी कार्ड है जिसको पाकर मुसलमान और हरिजन महिलाओं ने बढ चढ कर गठबंधन को वोट दिया!

    • @yashjoshi5275
      @yashjoshi5275 3 місяці тому

      मैं आपके विचारों से सहमत हूं कि बी जे पी के हार के कई कारण हैं जिनमें एक कारण सहारा इंडिया के 17करोड़ से अधिक डिपोजिटर व 12लाख से अधिक एजेंटों को न्याय नहीं मिलाना भी था। ज्यादा पीड़ित यूपी, बिहार व राजस्थान में और वहीं बी जे पी औंधे मुंह गिरी है। बी जे पी समर्थकों ने न चाहते हुए भी विरुद्ध मे वोट किया या वोट का बायकॉट किया। यदि सरकार नहीं चैती तो यह विरोध ओर भी प्रचंड हो सकता है

  • @devidattupreti1953
    @devidattupreti1953 3 місяці тому +50

    बीजेपी का बूथ स्तर पर सक्रियता बहुत लचर प्रदर्शन था, पन्ना प्रमुख नियुक्ति और उसकी सक्रियता एक कोरी कल्पना थी। बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष निकम्मा व्यक्ति नियुक्त किया गया।

  • @bipinchandraharbola8036
    @bipinchandraharbola8036 3 місяці тому +18

    सबसे पहले वाराणसी भेजकर जांच करानी चाहिए थी, जिससे पता लगता कि भाजपा के पक्ष में वोटिंग कम क्यों हुई? इससे एक बहुत अच्छा मैसेज जाता, किन्तु ऐसा नहीं कर सम्भवतः कुछ छुपाने की कोशिश की जा रही है,ऐसा मैसेज जा सकता है।
    ना जाने क्यों इस बार हम अन्धभक्तो की भी ऊर्जा कम होती जा रही है?
    आप जैसे निस्वार्थ पत्रकार ही इतनी हिम्मत कर सकते हैं,ऐसा विश्लेषण करने के लिए।
    सादर प्रणाम आपको।🙏

  • @ghanshyambhatt2633
    @ghanshyambhatt2633 3 місяці тому +148

    भाजपा के आई टी सेल को कर्नाटक में बढ़ाएं गये पेट्रोल और डीजल के दाम को जोर-शोर के साथ जनता के सामने उठाना चाहिए।

    • @ravi_indian252
      @ravi_indian252 3 місяці тому

      It cell nakara hai but usko hatane ki bjp ke pas soch hi nhi.ab bharat bjp mukt ho jayega in gaddar nadda Amit malviya bhupender chaudhari jaise longo se.

    • @sitara971
      @sitara971 3 місяці тому +8

      Paid IT Cell ..... woh apne hisaab se hi narrative banayenge

    • @sanjaydixit0145
      @sanjaydixit0145 3 місяці тому

      IT cell सबसे बड़ी नाकारा और निकम्मी है

    • @Baddtamijrashtrwadi
      @Baddtamijrashtrwadi 3 місяці тому +7

      आई टी सेल को पहले डिसमिस करना चाहिए।

    • @Bhanupr8808
      @Bhanupr8808 3 місяці тому +5

      आईटी सेल वाले अभी आराम कर रहे हैं 😂

  • @VijayKumar-dz9wi
    @VijayKumar-dz9wi 3 місяці тому +17

    2024 के लोकसभा चुनाव नतीजे से मुझे एक बात की खुशी हुई कि हमारे प्रधानमंत्री की इतनी हैसियत है बाकी सभी भारतीय जनता पार्टी के सोर्स निष्क्रिय हो गया था

    • @awadheshyadav2575
      @awadheshyadav2575 3 місяці тому

      पहला सवाल तो मोदी से ही होना चाहिए कि उनकी जीत का अन्तर और वोटिंग percent कम हो गया

    • @SunilGupta-ub2gp
      @SunilGupta-ub2gp 3 місяці тому

      ​@@awadheshyadav25752014 me 56℅ tha is bar 54℅ tha to almost wahi h

  • @himanshuupadhyay5690
    @himanshuupadhyay5690 3 місяці тому +4

    महाराष्ट्र में भी कार्यकर्ता गायब थे ... नड्डा भगावो.. BJP बचावो

  • @ArunKumar-cv6go
    @ArunKumar-cv6go 3 місяці тому +153

    उत्तर प्रदेश मे बीजेपी के सारे संगठन को बदल देना चाहिए.

  • @prembhargava6599
    @prembhargava6599 3 місяці тому +18

    संगठन की इस दुर्दशा के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी सीधे जिम्मेवार है। उसको काफी पहले ही पद से हटा दिया जाना चाहिए था लेकिन उसको अब फिर केंद्र में मंत्री बना दिया गया है।

    • @umamaheshwarsrivastava2126
      @umamaheshwarsrivastava2126 3 місяці тому

      Nadda ko president aur minister pad se hatao

    • @kdthakur7170
      @kdthakur7170 3 місяці тому

      Bilkul sahi kaha ji

    • @prohind
      @prohind 3 місяці тому

      Nadda Nah Moodi Jimmedaar Hai. Moodi Ko Kabtak Bachayoge?

  • @subodhgattani4656
    @subodhgattani4656 3 місяці тому +1

    फीडबैक का सिस्टम सदा सक्रिय हो तो ही तरक्की हो सकती है

  • @darkdavilkingamer
    @darkdavilkingamer 3 місяці тому +27

    उस समय भी पन्ना प्रमुख, शहरों से लेकर देहात में भी नही था।सब उस समय झूठ बोलते थे, बिल्कुल सही कहा आपने, भारतीय जनता पार्टी के पास कोई कार्यकर्ता ना शहरों में है ना देहात में।

  • @AshokKumar-tk1gj
    @AshokKumar-tk1gj 3 місяці тому +5

    कार्य कर्ता का जेब खाली था, सीजिनल कमाई बंद थी। प्रायः कार्य कर्ता कुछ लोभ के कारण ही दिन रात मेहनत करता है। जापान जैसा राष्ट्रवाद विरले में मौजूद हैं।

  • @d.nmishra9582
    @d.nmishra9582 3 місяці тому +66

    नड्डा भाजपा अध्यक्ष बनने के योग्य नहीं थे। वे न तो अमित शाह की तरह रणनीतिकार हैं और न ही उनका कोई जनाधार है। नरेन्द्र मोदी जैसा लोकप्रिय नेता होने के बावजूद पिछले चुनाव से कम सीटें जीत पाना चुनावी कुप्रबन्धन का परिणाम है जिसकी जिम्मेवारी नड्डाजी को लेनी चाहिए ।

    • @nalinmajhu7686
      @nalinmajhu7686 3 місяці тому +3

      सहमत हूं

    • @rajendrakumarduggar1835
      @rajendrakumarduggar1835 3 місяці тому +6

      अध्यक्ष तो मोदीजी ने ही बनाया है, और एक बार नहीं दो दो बार। मोदी जी पर भी ज़रा टिप्पणी कर दीजिए। चार सो पार के नारे की मौज (लहर) में मोदी जी भूल गए कि वो कहाँ डूब रहे हैं। सबसे बड़ी गलती तो मोदीजी ने ही की है। राजा को कौन बताएगा कि उसने कपड़े नहीं पहन रखे हैं।

    • @subhashchandramalviya8457
      @subhashchandramalviya8457 3 місяці тому +2

      Why he is rewarded with Cabinet post.?

    • @parasnathyadav3869
      @parasnathyadav3869 3 місяці тому

      जय श्री राम 💐💐🙏

    • @pramodesharma3880
      @pramodesharma3880 3 місяці тому

      @@subhashchandramalviya8457
      It is because the way HM shortned the stature of PM in UP, PM is scared of Amit Shah.

  • @nirajkumar-gh7yu
    @nirajkumar-gh7yu 3 місяці тому

    सीएम और प्रदेश अध्यक्ष दोनो को तुरन्त बदल देना होगा । यूपी के मामलों में फैसला लेने का हक पूरी तरह से अमित शाह जी को देना चाहिए । ये मोदी जी के खिलाफ व उनको पीएम बनने से रोकने के लिए यूपी में बड़े स्तर की बड़ी साजिश थी ।

  • @binodkumar-el7fg
    @binodkumar-el7fg 3 місяці тому +28

    ये तो गाड़ी के पीछे बैल लगाने वाली बात है। चुनाव परिणाम से ही स्पष्ट है फिर उसके लिए जांच समिति का अर्थ है समय का निररथक व्यय और दोषियों को पतली गली से निकल भागने का रास्ता देना।

  • @RupeshShukla-hc2wf
    @RupeshShukla-hc2wf 3 місяці тому +3

    आपका विमर्श सराहनीय है मै बीजेपी का विधान सभा लोकसभा में 1 वर्ष विस्तारक रहा 20 वर्ष सरकार होने के बाद भी अपने कारकर्ता सीधध्यत् के अलावा कुछ नहीं दे पाई वो आज ;भी साइकल युग में जी रहे दरी बिछा रहे दूसरे दल के लोगो मंच पर विराज मान कर अपनों ठगा महसूस कट रहे

  • @AshwaniBaranwal-t2l
    @AshwaniBaranwal-t2l 3 місяці тому +45

    100%सही विश्लेषण सर, बहुत बहुत धन्यवाद, क्या बी जे पी की आंखे खुलेगी?

  • @ARVINDKUMAR-tk6wi
    @ARVINDKUMAR-tk6wi 3 місяці тому +10

    ठाकुरों की नाराज़गी भी बड़ा कारण था!

  • @Pawan_singh78
    @Pawan_singh78 3 місяці тому +35

    कुल मिलाकर अति विश्वास बीजेपी को ले डूबा l राम राम l

  • @Brij-p2f
    @Brij-p2f 3 місяці тому

    जांच पड़ताल धन का दुरुपयोग।जांच वाले दोषियों से जेब गर्म करे।वास्तव में पैनी दृष्टि रखे धीरे धीरे स्वतःसारे मेढक बाहर आ जायेगे।

  • @dhirajpant8197
    @dhirajpant8197 3 місяці тому +31

    UP में आजतक कोई प्रदेश अध्यक्ष के प्रभावहीन होने पर क्यों नहीं चर्चा करता। ऐसा निकृष्ट अध्यक्ष जिसका कोई प्रभाव नहीं उसका क्या फ़ायदा। क्या मनोबल बढ़ाएगा वो कार्यकर्ताओं का।

  • @rakeshsah3533
    @rakeshsah3533 2 місяці тому

    बोहोत ही अच्छा विश्लेषण... आप सवस्थ रहिये..

  • @govindfatik606
    @govindfatik606 3 місяці тому +12

    नड्डा जैसे राष्ट्रीय अध्यक्ष का मुर्खतापुर्ण बयान और एमपी, एम एल ए का छोटे कार्यकर्तासे कटा रहना घातक सिद्ध हुआ

  • @rktripathi27
    @rktripathi27 3 місяці тому +7

    मैं सरोजनी नगर लखनऊ में 2013 से रहता हूं। 2014 से लेकर 2024 तक किसी भी चुनाव में कोई कार्यकर्ता मेरे घर पर कभी नहीं आया। केवल 2022के चुनाव में श्री राजेश्वर सिंह का रिकार्डेड मेसेज. मोबाइल पर आया। यह संगठन की सक्रियता का स्तर है।

    • @sumittiwari1510
      @sumittiwari1510 3 місяці тому

      मेरे यहाँ लोग आते थे फ़ोन भी आते थे इस बार सब गायब था

  • @anjanapatel7893
    @anjanapatel7893 3 місяці тому +71

    आज-कल हर जगह सिर्फ " जूठे का बोलबाला और सच्चे का मुँह काला होता हैं " कहावत उल्टी हो गई हैं ।।

    • @parasnathyadav3869
      @parasnathyadav3869 3 місяці тому +3

      जय श्री स्वामिनारायण 🌹💐🌹🙏

    • @anjanapatel7893
      @anjanapatel7893 3 місяці тому +2

      @@parasnathyadav3869
      Jay Shree Swaminarayan
      🙏🌹🌷🙏

    • @prohind
      @prohind 3 місяці тому

      Jhoot Bolane Me To PM Moodi Avval Hai.

    • @HennaDaryani-us1ux
      @HennaDaryani-us1ux 3 місяці тому

      @@prohind 😅

  • @tilaksinghsolanki9052
    @tilaksinghsolanki9052 3 місяці тому

    सिंह साहब राम राम।आपने बिलकुल सही कहा।मेरे विचार में चुनाव से तीन माह पूर्व और चुनाव के एक माह में चाहे जीत हो या हार इस प्रकार का विषद विश्लेषण वा संश्लेषण होना ही चाहिए।जमीनी स्तर पर काम नहीं होगा तो विजय संभव नहीं है।सिस्टम में रह कर महत्वपूर्ण अपेक्षित परिवर्तन किए जा सकते हैं बाहर रह कर नहीं।

  • @AbhisekMishra47
    @AbhisekMishra47 3 місяці тому +15

    उत्तर प्रदेश बड़ा ही अस्थिर लोगो का राज्य है ऐसे ही नही वर्षो तक बुरे हालात से गुजरा है,सपा बसपा राज के दुर्दिन भूल गए है यहां के लोग जातिवाद सर पर चढ़ कर बोला है फिर एक बार यहां,अपने दुर्दिन में फिर वापस जाने को अमादा है यहां के लोग। सब दोष भाजपा को ही नही दिया जा सकता।

    • @onkarnathmishra5768
      @onkarnathmishra5768 2 місяці тому

      नेता लोग कृपया अपनी गिरेबान झांके। जनता को दोष देना बंद करें।

  • @devrajsharma5945
    @devrajsharma5945 3 місяці тому

    सर आपकी बात बिल्कुल सही है। सब यही सोच रहे थे नरेंद्र मोदी जी के नाम पर सब कुछ भुला दिया जाएगा।
    ऊपर से रस में भयंकर राजनीति चलता है यह भी दुखदाई बात है।
    😢
    कुछ भी हो हिंदू कभी भी एकत्र व संगठित नहीं हो सकते आप १००० सालका इतिहास देखिए।
    😢😢

  • @chandrakantdeshmukh6078
    @chandrakantdeshmukh6078 3 місяці тому +28

    देशभर होनी चाहिए ऐसी जांच पडताल ।

  • @PJOSHI-uh9bv
    @PJOSHI-uh9bv 3 місяці тому

    तत्काल प्रभाव से राज्य संगठन को निरस्त कर संगठन का पुनर्गठन करना चाहिए।

  • @bipinpandey5626
    @bipinpandey5626 3 місяці тому +11

    अब भाजपा पतनोन्मुख पार्टी बनती जा रही है। भारतीय होने के नाते मैं इस क्षरण से बहुत दुखी हूं। एक पार्टी जिसने भारतीयता की छलांग लगानी चाही उसे ही धवस्त किया जा रहा है।

  • @rajivamishra9957
    @rajivamishra9957 3 місяці тому

    जब संगठन का संचालन किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह की मर्जी से होने लगता है तो ऐसे ही नतीजे आतेहैं।

  • @yashwanttekade6627
    @yashwanttekade6627 3 місяці тому +39

    अति सुन्दर विश्लेषण प्रदीप जी,
    भाजपा के पतन की शरुवात हो चुकी है !

    • @birendratiwari2115
      @birendratiwari2115 3 місяці тому +4

      Accha sapne dekhna band karde samjha

    • @yashwanttekade6627
      @yashwanttekade6627 3 місяці тому +2

      @@birendratiwari2115 लगता है आप ने विश्लेषण सुना नहीं बस कमेंट कर दिया ! अयोधया सब कुछ करके भी हार ही गए न ? हिन्दू अब वापस जाति की और लौट रहा है ! वैसे भाषा अच्छी है आप की !

    • @SubhashChanderMadan
      @SubhashChanderMadan 3 місяці тому +1

      ​@@yashwanttekade6627Yahi hum HINDUON ka sab sai badaa DURBHAGYA hai
      JAI HIND

    • @ravi_indian252
      @ravi_indian252 3 місяці тому

      ​@@yashwanttekade6627hum analysis sunte hai ,modi sah rajnath kyo nhi sunta .afsos hota hai inke nakarapan se hindu harta hai .sab janke bhi bhupender chaudhari jaise kamchor ko rakhe hai ,binash to hoga hi

  • @GopalYadav-ls8kd
    @GopalYadav-ls8kd 3 місяці тому +1

    बीजेपी संघटन पर प्रश्न उठाना उचित है।

  • @rajkishore6104
    @rajkishore6104 3 місяці тому +4

    हमारे अयोध्या फैजाबाद में तो पूर्वसांसद और विधायक दोनो ही नकारे हैं।पिछले 10 वर्षों में न तो सांसद की शकल दिखी और न ही विधायक की।अगर पार्टी नहीं चेती तो , विधायकी भी चली जाएगी। विधायक तो बहुत ही मक्कार है।

  • @OmPrakash-mg7lr
    @OmPrakash-mg7lr 3 місяці тому

    जो लोग वोट नहीं देते हैं उनकी सारी सरकारी सुविधा सुविधा बंद होनी चाहिए

  • @singhvimahendra5331
    @singhvimahendra5331 3 місяці тому +25

    नपुर शर्मा का बीजेपी ने क्या किया सबको पत्ता हे जमीन से जुड़े कार्यकर्ता मे अगर उदासी थी तो गुस्सा किसके प्रति था क्यों इनके लोकल लीडर जनता के बीच मे नहीं रहते हे नहीं उनके सुख दर्द मे काम आते हे हर जगह सरकारी महकमा मे भृष्ट लोग हे ओर इनकी साठ गाठ इन के साथ होती हे |

  • @anilbhagwat9858
    @anilbhagwat9858 3 місяці тому

    २०२२ के विधानसभा चुनाव के बाद ही आखे खुलनी चाहिये थी. इस्का नतीजा अब बहुत ना पड रहा है अभी भी सुधार नही हुआ तो बडा खामियाजा भुगतना पडेगा.

  • @sachinchourse7119
    @sachinchourse7119 3 місяці тому +29

    आपकी जानकारी हमें बहुत अच्छी लगती है

  • @shatrughansinghchuhan5521
    @shatrughansinghchuhan5521 3 місяці тому

    बहुत सही कहा है आपने!चोर को हि ये जिम्मेदारी दे।दी गई है कि चोर का पता लगाओ!

  • @reshamshah1404
    @reshamshah1404 3 місяці тому +14

    लम्बे समय तक सत्ता में रहने से सत्ता के फायदे में कार्य करता में खिंचतान और अहम आ जाता है।

  • @maheshpawar23
    @maheshpawar23 3 місяці тому

    प्रणाम प्रदीप जी,जैसे आपने तेलंगाना की कहानी बताई है,वही बात महाराष्ट्र में अजित पवार के बारें मे जमीनी स्तर पर हो रहा है

  • @pardeepsharma-vq7oh
    @pardeepsharma-vq7oh 3 місяці тому +26

    सब कुछ कागज पर था।
    सब नंबर बनाने में लगें थे।
    कार्यकर्ता चुप था।
    ना तो वोट माँगने गया, ना कहा।
    सब मोदी के भरोसे।
    लाभार्थियों ने बैंड बजा दी।

  • @SunderSinghRawat-q5x
    @SunderSinghRawat-q5x 3 місяці тому +2

    आप बिल्कुल सही कह रहे है कि चोर को ही चोरी का पता लगाने को कहा जा रहा है। भाजपा को इस पर दुबारा सोचना ही होगा अन्यथा निष्कर्ष जीरो मिलेगा। जय श्रीराम

  • @mohanchandrabarshilia964
    @mohanchandrabarshilia964 3 місяці тому +22

    या तो ये लोग दस वर्ष सत्ता में रहकर ऊब गए हैं अथवा इनका राजयोग कमजोर पड़ गया है।
    कम से कम इनके सांसद-विधायकों को यह कहने की आदत छोड़ देनी चाहिए। 'वोट कांग्रेस को देते हो ,काम के लिए हमारे पास क्यों आते हो'?

    • @ramanujsharma492
      @ramanujsharma492 3 місяці тому +1

      ये जवादेही केवल नेता के लिए ही नहीं हो सकता जनता को भी कर्तव्य बनता है की जो काम करता है उसी को वोट दे, बरना काम इससे से समर्थन अपनी मर्जी से ये रिस्ता कितना टिकाऊ होगा.

  • @gauravdeshwal8792
    @gauravdeshwal8792 3 місяці тому

    बिल्कुल सही कह रहे हैं आप सच को छिपा दिया जायेगा

  • @bhupendra1992
    @bhupendra1992 3 місяці тому +22

    केशव मौर्या की तो रिमांड लेनी चाहिए मोदी को, ये cm बनना चाहता है चिरकुट, इसने बहुत नुकसान किया है इस बार

  • @umeshkudarha9681
    @umeshkudarha9681 3 місяці тому

    जमीनी कार्यकर्ताओं और आर एस एस को महत्व दिया जाना चाहिए, इनका अच्छा उपयोग किया जाना चाहिए

  • @satyadeokumarsingh3205
    @satyadeokumarsingh3205 3 місяці тому +7

    तत्काल प्रभाव से यूपी प्रदेश अध्यक्ष को काल कोठरी में भेजना चाहिए, ये किसी काम का नहीं है, इसने सिर्फ गुटबाजी को हवा दिया है

  • @krishnabirgautam7272
    @krishnabirgautam7272 3 місяці тому

    प्रदीप सर्
    भाजपा हम जैसे छोटे कार्यकर्ताओं की बिल्कुल नही सुनती हम जैसे छोटे कार्यकर्ताओं को नोकर समझता है । कतई नही सुनते है ।

  • @satendragautam2379
    @satendragautam2379 3 місяці тому +3

    योगी जी ने 35 सांसदों की टिकट काटने की सिफारिश की थी लेकिन वह कौन था जिसकी सिफारिश पर उन्हीं को टिकट दिया गया था और उनमें से ज्यादातर हार गए।

  • @pawanmishra6581
    @pawanmishra6581 3 місяці тому

    बहुत ही बढ़िया विश्लेषण

  • @madannautiyal6086
    @madannautiyal6086 3 місяці тому +14

    श्री मै भी up के बहुत शहरों में घुम के आया हूँ सबसे बड़ी कमजोरी सांसद थे जो नकारे हो गए थे

    • @mohanchandrabarshilia964
      @mohanchandrabarshilia964 3 місяці тому +1

      उनमें से सबसे ज्यादा निष्क्रिय मंत्री भी !

    • @somshankerchaturvedi6885
      @somshankerchaturvedi6885 3 місяці тому

      सोनिया गांधी, अखिलेश यादव, डिंपल यादव, राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र में पांच साल में मुश्किल से दो या तीन बार जाते हैं फिर भी भारी बहुमत से चुनाव जीतते हैं। 90% सांसदों का यही हाल है पार्टी कोई भी हो। हार के मुख्य कारण पहला, दूसरी पार्टियों से आए नेताओं को टिकट देना जिनके खिलाफ कार्यकर्ता जमीन पर वर्षों से लड़ता आ रहा था। दूसरा, अबकी बार चार सौ पार का नारा जिसने संविधान बदलने, आरक्षण खत्म करने का भ्रम फैलाने का मौका दिया।

    • @rajsinghraj9265
      @rajsinghraj9265 3 місяці тому

      ​@@somshankerchaturvedi6885bhaiya ji ye log vaha pr unki jati ka bolbala hai

    • @somshankerchaturvedi6885
      @somshankerchaturvedi6885 3 місяці тому

      @@rajsinghraj9265 सोनिया गांधी, राहुल गांधी की रायबरेली की जीत में जाति की कोई भूमिका नहीं है। हां, वायनाड के लिए कहा जा सकता है क्योंकि वहां राहुल की जाति के लोगों का बोलबाला है।

  • @sanjitjha7181
    @sanjitjha7181 3 місяці тому

    आपके द्वारा दिए गए विचार बिलकुल सही है

  • @atalsingh5342
    @atalsingh5342 3 місяці тому +14

    भाजपा की हार प्रमुख कारण कट्टर राष्ट्वाद पर कमजोर दिखना अति आत्मा
    आत्मविश्वास बहारी आयतित नेताओं को थोक के भाव लाना और भीतरी कलह ही इसका कारण है और कमजोर राष्ट्रीय एवं प्रदेश अध्यक्ष...!!
    कमजोर प्रचार तंत्र। 🙏🇮🇳🙏🚩🚩🚩🚩

  • @HKSingh_1
    @HKSingh_1 3 місяці тому

    संगठन की संरचना में परिवर्तन आवश्यक है,संगठन में संघ के लोगों का होना आवश्यक है।

  • @kamleshtiwari3584
    @kamleshtiwari3584 3 місяці тому +5

    सबसे अधिक अनुशासित पार्टी होने के बाद भी उसके कार्य कर्ता अनुशासित नहीं रहे इसका कारण सिर्फ और सिर्फ कार्य कर्ताओं की उपेक्षा रही है और इसका परिणाम सामने है जनप्रतिनिधियों की लोकप्रियता कहां कितनी है यह बात कार्य कर्ताओं से नहीं पूछा गया भाजपा की सीटें कम होने का यही मुख्य कारण है

  • @bhuvan2009
    @bhuvan2009 3 місяці тому

    लललू सिंह जी पूरे आत्मविश्वास में थे कि मोदी जी को कौन हरा सकता है इस लिये न कार्यकर्ताओं ने काम किया न जनपरतिनिधियो ने काम किया

  • @prakashsalvi9003
    @prakashsalvi9003 3 місяці тому +6

    कार्यकर्ता और संघ के लोग नदारद थे। हमारे यहाँ कोई नहीं घूमा। हम अनुशासन की वजह से वोट दे आये पर घर घर जाकर वोट देने के लिए बाहर बुलाने वाले गायब थे। जिन विषयों पर उंगली उठाई जा रही है वो बिलकुल गलत हैं।

  • @avneesh17
    @avneesh17 3 місяці тому +1

    सही कह रहे हैं , बिल्कुल यही चल रहा था. यहाँ तेलंगाना मे यही चला था. किशन रेड्डी के congressiyon से अच्छे संबंध है, और संघ ka नेतृत्व बहुत mediocre है. अच्छे प्रचारकों को विदेश भेज दिया गया, या नागपुर बुला लिया गया

  • @shivgupta5485
    @shivgupta5485 3 місяці тому

    बहुत सुन्दर विश्लेषण किया धन्यवाद प्रणाम राम राम

  • @krishnakumarupadhyay8564
    @krishnakumarupadhyay8564 3 місяці тому +24

    उत्तर प्रदेश से योगी जी भाजपा छोड दे तो आज ही भाजपा दो चार सीट पर होती

  • @khivrajsinghshekhawat4260
    @khivrajsinghshekhawat4260 3 місяці тому

    जंबूद्वीप अखंड भारत की जय वंदेमातरम

  • @kailashsharma1777
    @kailashsharma1777 3 місяці тому +140

    यू पी में एक बार फिर से अमित शाह को सक्रिय होना पड़ेगा,वर्ना आगामी विधान सभा में मुस्किल होगी,दूसरा टिकट देते समय सी एम की बात को गंभीरता से लिया जाए,संगठन में आमूलचूल परिवर्तन जरूरी है,कार्यकर्ता को उचित सम्मान मिले,और विकास उसका हो जो विश्वसनीय हो।अगर ये सब किया जाएगा तो यू पी में अगले 50 साल बीजेपी को कोई भी पार्टी नहीं हरा सकती।

    • @parasnathyadav3869
      @parasnathyadav3869 3 місяці тому +6

      जय श्री राम 💐🌹🙏

    • @somshankerchaturvedi6885
      @somshankerchaturvedi6885 3 місяці тому

      यूपी में अमित शाह ही तो सक्रिय हैं। केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, अरविंद शर्मा और भूपेंद्र चौधरी सब तो अमित शाह के सिपाही हैं जिन्हें योगी आदित्यनाथ को काबू में रखने के लिए रक्खा गया है।

    • @ravindratiwari9420
      @ravindratiwari9420 3 місяці тому +10

      यह सारा अपराध शाह का ही है

    • @vpshukla7175
      @vpshukla7175 3 місяці тому +4

      अभी भी सारा नियंत्रण अमित शाह के पास ही है, ये परिणाम मोदी शाह की असुरक्षा की भावाना के कारण है

    • @AmitKumar-km4mn
      @AmitKumar-km4mn 3 місяці тому

      Aacha!! Kya vislesan hai yaar? ​@@vpshukla7175

  • @rajeevsharma5287
    @rajeevsharma5287 3 місяці тому

    पुराने और निष्ठावान कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर नहीं कर पाए l वोट तो उन सबने भाजपा को ही दिया लेकिन प्रचार से दूर रहे l

  • @guptarajendar5186
    @guptarajendar5186 3 місяці тому +15

    भाजपा को सही फैसला लेना चाहिए

  • @drjpp47
    @drjpp47 3 місяці тому

    Vvnice true news outstanding congrats ❤❤❤❤❤❤❤Drjpp

  • @ShyamBahadur-g7m
    @ShyamBahadur-g7m 3 місяці тому +26

    जब बीजेपी के जिला अध्यक्ष अपना भूत हार जाते हैं तो बीजेपी को तो हारना ही था

  • @krishnashikalgar6670
    @krishnashikalgar6670 3 місяці тому

    आप के व्हिडिओ से भाजपा के संघटन को अहंकार भर गया है|अहंकार का पतन होता ही है|

  • @KamleshSharma-by1yw
    @KamleshSharma-by1yw 3 місяці тому +8

    हरियाणा में भाजपा कार्यकर्ता कोई जमीनी स्तर पर नही कार्य कर रहे थे
    सोनीपत में तो कांग्रेस हाउस टू हाउस घूम रहे थे लेकिन बीजेपी के तो कुछ नेता ही अंदर खाने विरुद्ध थे और कांग्रेस को वोट देने ........................

    • @InduGavishter
      @InduGavishter 3 місяці тому

      आप ने सच कहा...भाजपा कार्यकर्ता पिछले कई साल से गायब है

  • @DpSingh-ow8gf
    @DpSingh-ow8gf 3 місяці тому

    बिल्कुल सही प्रदीप जी up बीजेपी संघठन मे इस हार का पूरा श्रेय जाता है जिसमें केशवमौर्या. ब्रजेश पाठक. अमितशाह ही मुख्य रूप से दोष से परिपूर्ण हैं

  • @jeewansinghbisht7230
    @jeewansinghbisht7230 3 місяці тому +10

    शुभ संध्या प्रदीप सर जी, सादर प्रणाम 👏👏 सही सटीक विश्लेषण सर जी

  • @हिमालय-ग9द
    @हिमालय-ग9द 3 місяці тому

    जय मां भवानी,यह ज्ञान होना चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी का अपना कोई संगठन नहीं है जो भी है वह आर एस एस का है, समानांतर बनाने का प्रयास हुआ किन्तु असफलता ही लगी।

  • @rajeshgupta5718
    @rajeshgupta5718 3 місяці тому +16

    Great analysis by U 🇮🇳❤️

  • @Blackheart-cm5ut
    @Blackheart-cm5ut 3 місяці тому +2

    सबसे बड़ा जिम्मेवार नड्डा था जिसके पास नेतृत्व क्षमता बिल्कुल नहीं था । उत्तर प्रदेश में जितनी भी सीटें आई वह सी एम् योगी जी के दम पर आई हैं , वरना और भी बुरा हाल होता । अभी भी कुछ नहीं हुआ है । भाजपा को नये सिरे से संगठन मजबूत करना चाहिए। घायल शेर अधिक खतरनाक होता है।

  • @shiv5885
    @shiv5885 3 місяці тому +1

    Aap ka message acha hai, request hai Modiji, Yogiji tak pounchenge please

  • @सनातनीहिंदू-न5ष
    @सनातनीहिंदू-न5ष 3 місяці тому +6

    👏🏼👏🏼👏🏼

  • @shyamkishorkumar6685
    @shyamkishorkumar6685 3 місяці тому

    बहुत अच्छा विश्लेषण.

  • @balkrishangupta993
    @balkrishangupta993 3 місяці тому +11

    आई टी सैल पूरी तरह निष्क्रिय है।

    • @ravi_indian252
      @ravi_indian252 3 місяці тому

      Usko hatate bhi nhi .ajib niskriyta hai

    • @onkarnathmishra5768
      @onkarnathmishra5768 2 місяці тому

      निष्क्रिय नहीं आत्म मुग्ध है। सक्रिय तो बहुत है पर मात्र गणेश परिक्रमा में लगा हुआ है।

  • @drpnsingh4391
    @drpnsingh4391 3 місяці тому

    प्रदीप सिंह जी का यह कहना सही है कि भाजपा के खराब प्रदर्शन के लिए गठित समिति में गुनहगारों को ही जज बना दिया गया है । यदि कोई कमेटी बनानी थी तो दुसरे राज्य के नेताओं को लेकर बनाई जानी चाहिए थी तभी सही निशपक्ष आकलन हो पाता अन्यथा लीपापोती ही होगी क्योंकि कि कोई अपना गला नहीं फसाना चाहेगा ।

  • @BharatBhushan-ki5ee
    @BharatBhushan-ki5ee 3 місяці тому +4

    आप सही कहते है, भाजपा मे सबसे बड़ी कमी है कि जो सम्मान उनके workers को मिलना चाहिए, वह नही मिलता, नतीजा सामने है ।

  • @purushottamsharma9396
    @purushottamsharma9396 3 місяці тому +2

    प्रदीप सिंह जी धन्यवाद जनता के मन की बात आपने स्पष्ट कह दी अब आला कमान कब सुनता है या नहीं सुनता है हरि इच्छा

  • @rcjuyal8919
    @rcjuyal8919 3 місяці тому

    प्रदीप जी नमस्कार धन्यवाद आभार

  • @jitendrarikhra6025
    @jitendrarikhra6025 3 місяці тому +15

    AC 🚙 गाड़ी और AC ऑफ़िस में रहने घूमने वाले नेताओ ने बेड़ा गर्कं किया है ज़मीन पर रहने वाले नेता और पन्ना प्रमुख को चेतावनी देनी होगी और सक्रिय करना होगा अब तो लग रहा है वरुण गांधी की बातो में दम था।

    • @parasnathyadav3869
      @parasnathyadav3869 3 місяці тому +1

      जय श्री राम 🌹🌹🌹🌹🙏

  • @yatindramohan3720
    @yatindramohan3720 3 місяці тому

    प्रदीप जी आपने बहुत सही कहा है

  • @Dharmgyaan9001-qh3iv
    @Dharmgyaan9001-qh3iv 3 місяці тому +15

    EK DAM SAHI AAKLAN

  • @anilkumarsharma344
    @anilkumarsharma344 3 місяці тому

    अति आत्मविश्यास एवं मोदी जी पर पूर्ण निर्भरता तथा जनता से दूरी ने पार्टी को ज़बरदस्त झटका दिया है।
    कार्यकर्ता के सही एवं क़ानूनी काम भी नहीं होते।
    अफ़सर और पुलिस मंत्रियों तक की नहीं सुनते तो आम कार्यकर्ताओं की क्या औक़ात है।
    काश आपका वीडियो मोदी जी एवं शाह जी तथा योगी जी देख लें।
    एकदम सही सलाह आपने दी है।

  • @vinp6093
    @vinp6093 3 місяці тому +3

    Excellent Truth as it is, May be some one is listening and learning.

  • @33eskay
    @33eskay 3 місяці тому

    काम से कम 6 महीने पहले ये महसूस होने लगा था की जनता परिवर्तन के मूड में लग रही है, कारण बहुत से है। पर संगठन को यह महसूस ही नही हो पा रहा था।

  • @rakeshshukla1116
    @rakeshshukla1116 3 місяці тому

    ठाकुर साहब, जुग जुग जियो।