@@ymw786. ji ha, bilkul sahi baat bola hai apne; Aur ek baat, Hum Adibasi ko ladna hai toh apne purbaj ke Adarsh par chalke ladna chahiye; Lekin humare Duk Durdasha Akrosh ko gumraha kar hai kuch log, aur wahi log apne fayda ke liye punjipatiyon ko dusre aur se lav dene ke liye Maoist ka istemaal kar rahe hai! Main bolta hu Ki Hum Ladenge toh apne Purbaj ki kadam per chalke Ladenge, kisi bahar se ayi diku ke behkave mein nahi, isse khatra aur jyda badega, aur sabse jyda nuksaan hum Adibasi o ko hoga😢
इस आदिवासी लड़के के बात में दम है मैं सहमत हूं और इस पत्रकार भैय्या को भी प्रणाम करता हूं कि ऐसे ही अंदर के खबरें को यू ट्यूब के माध्यम से आम जनता तक पहुंचाते रहे
मै भी आदिवासी भाई हु हम लोगों का शोषण हो रहा है, जल जंगल जमीन छीन ली जा रही है। नक्सलियों अपने काम ठीक करते क्योंकि नक्सली कौन बनाता है नेताओ के ग़लत नितियों के कारण बनता है
Thik h Bhai adiwasi ka ejat rakha aap adiwasi ke naam pr sabhi midiy wala Apna roti sekne m rhta jis din midiy wala apna dvt emnadri se nibhaga to aage badega
भगत चंद्र शेखर यैसे नही थे । नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कोई कंपनी लगेगी नही लोगों को रोजगार मिलेगा नही गरीबी दूर होगी नही। ये नक्सली बनके कुछ कर नही पाएंगे केवल निर्दोष को मारेंगे और हाय लेंगे। एक तो पहाड़ जंगल दूसरा सक्रिय नक्सली संगठन
केवल शिक्षा ही हम आदिवासियों को हमारे जल,जंगल और जमीन का अधिकार दिला सकता है। मैं भी मार्क्सवादी/समाजवादी विचारधारा का समर्थन करता हूं, लेकिन हिंसा से कुछ नहीं हासिल होगा, क्योंकि सरकार के लिए हिंसक क्रांति को दबाना आसान होता है| उदाहरण के लिए हम देख सकते हैं कि श्रीलंका सरकार ने 2009 में लिट्टे के साथ क्या किया| इसके बजाये हमे रजनीतिक लड़ाइ लडके, संविधान की सहायता से अपना हक हासिल करना होगा|हमें शिक्षा की मदद से हर क्षेत्र में अपना प्रतिनिधित्व बढ़ाना होगा,चाहे वह राजनीति हो, व्यवसाय हो या आदि|तबी हम हमारा लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं| इसके आलावा मझे कोई समाधान नहीं दिख रहा है| आधुनिक समय में देश के विकास के लिए पूंजीवाद भी जरूरी है, हमें पूंजीवाद और समाजवाद/मार्क्सवाद के बीच संतुलन बनाके समानांतर चलना होगा | हा हमें क्रोनी कैपिटलिज़्म (घोर पूंजीवाद) के खिलाफ राजनीतिक लड़ाइ लड़ना होगा,जो लोकतंत्र को ताक पर रखकर सिर्फ कारोबारियों और पूंजीपतियों के लिए काम करता है|
भाई भारतीय संविधान बारे में कुछ जानते भी हो? संविधान बना तो है लेकिन इसके हर अधिकार और कानून से ज्यादातर लोग अवगत नही है जिसके कारण लोग इसे फॉलो भी नही कर पा रहे है l संविधान से सारे लोग अवगत हो गए उस दिन ST, SC, OBC, GEN सभी को बराबर आरक्षण मिलेगा जो की देश के हर नागरिक के लिए अच्छी खुशखबरी होगी लेकिन इससे भी आपत्ति उन्हें ज्यादा होगी जिन्हे आरक्षण ज्यादा मिल रहा था l क्योंकि आरक्षण अब सबके लिए बराबर हो जायेगा l तब वो आपत्ति वाले लोग कहेँगे हमें इतना % आरक्षण था वो वापस दो l और फिर धरना ले के बैठ जायेंगे
देश में अभी जो सिस्टम चल रहा है वो असल में सही बिलकुल भी नही चल रहा लेकिन इसको सुधारने के हर व्यक्ति को हर स्कूल को हर कक्षा को संविधान और कानून की शिक्षा से अवगत कराना पड़ेगा l लेकिन इस शिक्षा से लोगो को और दूर ले जाया जा रहा है l इतने बड़े सिस्टम में सुधार लाया जरूर जा सकता है लेकिन जितना आसान लोग सोचते है उतना ये है नही l अच्छे अच्छो की चड्डी गीली हो जाएगी भाई l
भाई साहब के जैसे हामख्यालो जो बारहवीं पास किये है, क्या वो भी इस तरह से साहित्यिक हिंदी मे इंटरव्यू दे सकते है क्या? शायद नहीं। इतना शानदार बोलने के लिए बहुत मेहनत और समय लगता है। हम तो बोल क्या लिख भी नहीं सकते इतना साहित्यिक। सिविल सेवा का इंटरव्यू सुने जैसा लगा।
हाल ही में सरकार ने आदिवासियों का आरक्षण छीन लिया और हसदेव जंगल को कटवा दिया है। इसका कोई ठोस उपाय क्या है सरकार के पास, जीने और मरने में क्या फर्क है, हम आदिवासियों की आबादी 32% है फिर भी हमे अपना आरक्षण क्यों नहीं मिल रहा है, ये तो सरासर अन्याय ही है ना।
ऐसे निर्भीक पत्रकार को नमन । इनको सरकार के साथ वार्ता करनी चाहिए। और अपनी समस्याएं बतानी चाहिए। हथियार उठाना उचित कदम नहीं है, क्युकी जिनके खिलाफ आप उठा रहे हैं वो भी आपके भाई हैं।।
बेचारा लड़का जो बोल रहा है उन बड़ी-बड़ी बातों का मतलब भी उसे पता है या ये सिर्फ रटाई गयी बातें बोल रहा है! दुःख होता है मासूमो का इस तरह ब्रेनवाश किया जाता है औऱ सरकार इनकी बात नहीं सुनती।
लड़का ठीक बोल रहा है लोकतंत्र में अधिकार है मध्यम कुछ भी हो , पुलिस भी तो कानून का रखवाला है और बन्दूक पकड़ता है माओवादी भी तो अपनी विचारधारा की लड़ाई के लिए बंदूक उठाता है।
मैं इस बस्तर के आदिवासी युवा की सोच को प्रणाम करता हूं जो अपने समाज हित आदिवासी भाई की आवाज को निष्पक्ष होकर जनता मीडिया और सरकार के बीच में रख रहा है सरकार को इनकी बातों पर विचार करना चाहिए और आवश्यकता अनुसार कदम उठाना चाहिए। जय हिन्द 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
गुड रेपोर्टिंग , मै एक शांतिदुत ,अहिंसावादी,मानवतावादी , गांधीवादी हूं , विडिओ देख कर मुझे बहोत अफसोस हुआ की हमारा देश जीस प्रगती की तरफ जा रहा है और ये आदिवासी समाज माओवाद की तरफ जा रहा है , इसमे छोटे बच्चे भी शामिल है ये और दुख की और चिंताजनक बात है, हमारे देश मे गांधीजी , आंबेडकर जी के विचार की क्या कमी है जो ये लोग उनके विचार धारा के खिलाफ कार्य कर रहे है , माओवाद से आपका और देश का भला नही हो सकता बंदूक से क्रांती नही हो सकती , छोटे बच्चे के हाथ मे किताब देने की बजाय बंदूक ,बम दे कर उनका जीवन क्यू उजाड रहे हो आप लोग , उन्हे शिक्षा की जरूरत है स्कुल भेजो उसका विकास होगा वो पढेगा ,खून खराबे से जबरदस्ती से लोगो को माओवादी बनाया जा रहा है , मे सभी माओवादी संघटन से अपील करता हूं की वह देश की प्रगतिशील विचारधारा मे शामिल हो जाये सरकार को सहकार्य करे और आत्मसमर्पण करे आप का स्वागत है , शांती ,अहिंसा, मानवता,प्रेम के मार्ग पर आये ..आपकी जो भी समस्या है उसको सरकार तक पहुनचाय वो सहकार्य करेंगे।
देश मैं हो रहे अत्याचार शोषण जुल्म चोरी डकैती बलात्कार भ्रष्टाचार छुआछूत भेदभाव लोकतंत्र का हिस्सा है क्या गरीबों पर अत्याचार होता है तो प्रशासन पीड़ितों के पक्ष में न आकर अत्याचारियों के संरक्षण में खड़े हो जाते हैं . क्या संविधान द्वारा दिया गया अधिकार प्राप्त है .
क्या मानवतावादी गांधीवादी की बातें करते हो भाई। छत्तीसगढ़ में जब अडानी के द्वारा आदिवासियों का गांव जमीन थी ना जा रहा था 100 एकड़ जंगल काटा जा रहा था उस दिन तो तुम्हारा मानवतावादी नहीं दिखाई दे रहा था। विदेश से घूमने आए लोग इस चीज का विरोध कर रहे थे लेकिन एक भी भारत के हिंदू लोग इस चीज का विरोध नहीं कर रहे थे। वीडियो देखकर अपना फालतू का ढकोसला बाजी कमेंट करने से अच्छा जाकर एक बार जमीन की हकीकत देख लो। और यह मानवतावादी सिर्फ तुम हिंदुओं के साथ होता है हम लोगों के साथ नहीं हैं अपनी आवाज उठाने जाएंगे हमें बे मतलब में जेल में अंदर डाल दिया जाएगा हमारा आवाज कभी नहीं सो जाता है ना तो मेनस्ट्रीम मीडिया में खा जाता है ना सरकार तक जाती है। यह फालतू का ज्ञान जाकर सरकार को समझाओ
किस तरह का जोश दिखा आपको जरा ये बताए, और क्या आप को नहीं लगता इसके पास ज्ञान कि कमी है, और इन्हे वहा प्रदर्शन करना चाहिए जहां इनकी सुनी जाए यानि कि सरकार के सामने , और क्या लगता आपको इनके ऐशे हथियार उठा लेने से सरकार इनको सुने गी , सरकार से वार्ता भी तो किया जा सकता है।।
@@vivekrahi258 😂😂😂 सरकार अगर आम जनता ,आदिवासी भाई ,मजदूर ,मजबूर की सुनता तो माओवादी नही बनता कोई। इनको तो छोड़ दो ,पढ़े लिखे डिग्रीधारी भी पानी भरते रहते है सरकार के सामने।
गांव में चाहिए विकास रोजगार नहीं पड़ा है उसके लिए भी पड़ा है उसके लिए भी हड़ताल करने सरकार भी सुनता नहीं है आम आदमी के बात । लड़के दम सही बोल रहा है जय हिंद जय भारत जय छत्तीसगढ़
मैं महाराष्ट्र विदर्भ का उच्च शिक्षीत आदिवासी विद्यार्थी हू ये वीडियो देख के बहूत दुःख हुआ की युवा आज भी शिक्षा का महत्व नही समज पाई.एक आदिवासी होणे के नाते आपसे विनंती है कि समाज में परिवर्तन के लिये हिंसक क्रांती नही होती..पुरा समाज अच्छी शिक्षा लिजीए समाज खुद तरर्की करेगा.... डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर बोले थे "शिक्षा शेरनी का दुध हैं जो पिएगा वो दहाडेगा ? शिखो संघटन करो और संघर्ष करो....
सर आपका कहना ठीक है लेकिन आज इंडिया में पूंजीवादी राजनीति हावी हो चुकी है गरीब और मजदूर वर्ग का कोई महत्व नहीं रहा है आज बस्तर में अरबो खरबो का माइंस चल रहा है लेकिन बस्तर के लोग रोटी कपड़ा मकान जैसे मुलभुत सुविधाओं से वंचित है और ज़ब बस्तर के लोग अपनी संवेधानिक अधिकारों की मांगो को लेकर सरकार से माँग करते है तो आंदोलन के लीडर को नक्सली का आरोप लगाकर जेल भेज देते है या फिर गोली मार देते है ये कैसे लोकतंत्र है एक गरीब ब्यक्ति को अपने विचार रखने तक का अधिकार नहीं है। लोकतंत्र वही है जहाँ गरीब हो मजदूर हो किसान हो सभी को अपनी आवाज सरकार के पास स्वन्त्र रूप से अधिकार हो लेकिन यहां बस्तर में नहीं है लोग आखिर जाये तो कहाँ जाये।
@@Lawstudymansu मे भी नक्सलाईट क्षेत्रसे हू लेकिन हमारे यहाँ युवा शिक्षा के लिये पुणे, मुंबई, नागपूर जेसे शहर या फिर जिल्हा में जाकर पढाई करते है और अच्छी नौकरी या बिझनेस करते है और समाज में रहकर आणे वाले युवाओ को भी शिक्षा कि और लेके जाते हे. अगर शिक्षीत होंगे तो अपनी आवाज बुलंद करणे का तौर तरिका अलग होगा.आपकी क्रांती को कितनी सफलता मिली आप इतिहास पढ कर महसूस किजीए..एक उदाहरण देणा चाहता हू १९४७ पुर्व महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा पिडीत दलित महार जाती थी पर उसी समाज के डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर करने शिक्षा लेके पुरे दलित समाज में क्रांती लाई अब ऐसा कोणसा भी क्षेत्र नहीं हे कि वहा समाज का आदमी नही है.महात्मा फुले, डॉ बाबासाहेब आंबेडकर इन महान व्यक्तीने कभी शस्त्र नहीं उठाया बल्की समाज को अच्छी तरह से शिका का मार्ग बताया. विद्या बिना मती गई गत बिना निती गई नित बिना धन गया धन बिना शुद्र पतित हुए इतना घोर अनर्थ कारण एक मात्र विद्या बिना हुआ ....... महात्मा फुले
क्या फालतू की ढकोसला बाजी करते हो भाई। दी गई है तो मुख्य कारण है तुम लोगों से नफरत का पुणे सरकार का पक्ष दिखाई देता है लेकिन हमारा पक्ष कभी नहीं दिखाई देगा। फिलहाल में जब अदानी आदिवासियों का गांव उजाड़ रहा था सौ एकड़ जंगल काट रहा था उस दिन तो तुम्हारा यह मानवतावादी घर में सो रहा था। उस दिन कितने हिंदू आदिवासियों की आवाज बनने आए थे
@@indiantribevlog9020 vo Cutta huva jungle kitne nlsalitone bacha liya . Ab nksalism Mae kuch nhi bacha Kitne industrialist ki sampatti tumne garibome bati bta do
कोई ऐसी समस्या बताओ जिसका समाधान माओवादियों ने किया हो। माओ त्से तुंग के देश में जाकर देखिए लोगों की क्या हालात है। लोगों को बोलने नहीं दिया जाता है। मजदूर की हर घंटे की मजदूरी उत्पादन से जुड़ी हुई हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था चौपट है। आदिवासी भाइयों को एक तरह से गुमराह कर रहे हैं।
The revisionist leadership of chinese communist party betrayed mao se Tung and it was Deng who curved this china ! So before blaming mao se Tung know the proper history of China ! This is not actually people's China !
भाई पढ़ा लिखा है ऐसे माओवादी सोच मत रख 🙏 और अच्छे से पढ़ लिख कर अपने गांव समाज देश के अच्छे भविष्य के लिए प्रयास करो । देखना एक दिन जरूर कामयाब हो जाएंगे। हम इस दुनिया में जीने आए हैं ना कि खून खराबा करने, सबसे भाईचारा रखो। संविधान हमें अधिकार देता है, हथियार ना उठा कर, संविधान व कानून के अनुरूप चलकर हम अपनी बात सरकार तक रख सकते हैं। लोकतंत्र पर विश्वास करना होगा 🙏🙏🙏
GOOD AFTERNOON मुकेश सर.....आपका बहुत बहुत शुक्रिया जो हमे ऐसा दृश्य दिखाने के लिए.....ALOTS LOVE YOU सर जी....छत्तीसगढ़ में आप जैसा पत्रकार शायद ही कोई होगा..... LOVE YOU सर जी.....
भईया आपकी हिम्मत की दात देता हु मै बिना किसी प्रोटेक्शन के सिर्फ कैमरा मैन को लेकर अकेले ऐसे जगह जाकर नक्शलियो के बीच उनका इंटरव्यू लेते है मानना पड़ेगा यार भैया आपको । माओवादियों का नाम सुनकर अच्छे अच्छों की पैंट गीली हो जाती है ।
बस्तर क्षेत्र के गांवों में अच्छी शिक्षा की जरूरत है तभी समस्या का समाधान मिलेगा (मै कूद बस्तर के दंतेवाड़ा जिले के एक अंदरूनी गांव से हूं मेरे गांव में भी नक्सली आते थे और वे बहुत ज्यादा ग्रामीण वासियों को दबाव में डालते हैं )
पत्रकार पक्षपाती है ,मात्र एक पक्ष की बात कर रहा है ,एक पक्ष को आंख मूंदकर सही ठहरा रहा है पुलिस अर्धसैनिक बलों के अत्याचार को नरसंहार को छोटी बात मानता है
Dada mai delhi se hu ap se ek qus hai is ladke ne jo bola mujhe nahi lagta kuch galt bola hai ap kya kahna chahte ho par banduk problem solve nahi karega 🙏
भाई 17 मिनट का वीडियो देख लिया,,,,पर यही नही समझ आया कि आदिवासियों की समस्या क्या है,,,,और उसका समाधान क्या......पत्रकार भाई इन बातो को कैसे भूल गए आप....
आप बहुत अच्छा काम कर रहे हो भैया पर आप इनके समस्याओं के समाधान के साथ साथ इन्हें जागरूक भी करो इनकी मानसिकता बिल्कुल गलत है......ये कुछ नहीं कर पायेंगे अगर सरकार छूट दे तो एक दिन लगेगा बस....... इनको कानून खेल तमाशा लग रहा है..... कानून के दायरे में रहकर जो भी मांगे है उन्हें सरकार के समक्ष रखे...... समाधान निकलेगा क्योंकि ये अपना क्षेत्रीय नेता चुनकर भेजते.....
हे जो लडा़ई गरीबी, महंगाई,लचारो ,अतकवादीयो,बेरोजगारीयों,से मुक्ती पाने का मुख्य कारण है होगा ?इन जवानो कि उग्र अन्दोलन का शुरूवात इसी मशाह से हुआ ऐसा लग रहा है सर जी कैसा?
ये लड़का जो आप उससे बात कर रहे हो वो आधा अधूरा ज्ञान और खतरे में जान वाला है और ओवर confidence वाला है इसको जिंदगी भर समझोगे तो भी नही समझेगा। आदिवासी मैं भी हू लेकिन हमारे इधर इतना पागल लड़के नहीं है महासमुंद जिले से
आपको बिना मास्क वाले से बात नहीं करना चाहिए ये लड़का गया अब पुलिस के हाथो बड़ी बड़ी बातें करना अगल हैं उसको ज्ञान नहीं दुनियादारी का आपके वीडियो के चककर में उसकी जान जाएगी
ये देश लोकतांत्रिक है कहाँ भाई.... ये तो राजतांत्रिक देश है, जहाँ लोगों की बात नहीं बल्कि राजनेताओं की बात सुना जाता है.... खुद सोच लो की पढ़े लिखे ips और IAS अपना विवेक से एक काम कर नहीं सकता है वो सिर्फ राजनेताओं का आज्ञा का पालन करते हैं, चाहे आज्ञा सही हो या गलत
अगर अंग्रेजो के शासन काल में हथियार उठाने वालो को क्रांतिकारी बोलते थे ,तो शायद ये लोग भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले भी क्रांतिकारी है।🙏🙏🙏
बेशरम गप
@@sharad.Patil77
Muh khol .
Ab uski Jarurat nhi Uske leiye Hmare baba Sahab ka Sanvidhan hi hatiyar hai bas use Chalana sikho.
Apne vichar sahi jagah pe prakt karna sikho.
@@ymw786. ji ha, bilkul sahi baat bola hai apne;
Aur ek baat, Hum Adibasi ko ladna hai toh apne purbaj ke Adarsh par chalke ladna chahiye;
Lekin humare Duk Durdasha Akrosh ko gumraha kar hai kuch log, aur wahi log apne fayda ke liye punjipatiyon ko dusre aur se lav dene ke liye Maoist ka istemaal kar rahe hai!
Main bolta hu Ki Hum Ladenge toh apne Purbaj ki kadam per chalke Ladenge, kisi bahar se ayi diku ke behkave mein nahi, isse khatra aur jyda badega, aur sabse jyda nuksaan hum Adibasi o ko hoga😢
kyu bhai baba ka savidhan kaha he
इस आदिवासी लड़के के बात में दम है मैं सहमत हूं और इस पत्रकार भैय्या को भी प्रणाम करता हूं कि ऐसे ही अंदर के खबरें को यू ट्यूब के माध्यम से आम जनता तक पहुंचाते रहे
Yes, agrre but thoda unbaised without doing any jhookaw on govt or CPIML
आपकी पत्रकारिता को सलाम ।
ये उन लोगो के लिए उधारण है जो स्टूडियो में बैठ के सिर्फ शेखी बघारते रहते है।
ऐसी निर्भीक पत्रकारिता देख के बहुत अच्छा लगा
आप सब मुझे हिम्मत देते है इसलिए आप तक पहुंच पा रहा हुं।
@@BastarJunction bhai ye chahte kya he or crpf balo ko marte kyo he aap plz batae
@@BastarJunction kisi ka interview le , ager kuch glt hua he toh hume bhi pata chale
आप जैसे लोग ही रवीश की तारीफ करते हो रवीश तो कुछ स्टूडियो में बैठकर पत्रकारिता करता है
लाल सलाम आप सभी जनजाति मूलनिवासीयो को👍🫡🫡
बहुत शानदार , यह सिर्फ एक युवा के मुंह से निकला हुआ शब्द नहीं लाखों आदिवासियों का दर्द है या उनकी सोच है जो यह युवा कह रहा है।
मै भी आदिवासी भाई हु हम लोगों का शोषण हो रहा है, जल जंगल जमीन छीन ली जा रही है। नक्सलियों अपने काम ठीक करते क्योंकि नक्सली कौन बनाता है नेताओ के ग़लत नितियों के कारण बनता है
Ham Apke Baaton se sahmat hai ye sab Berozgari ke Maar Ka Natijaa hai
Thik h Bhai adiwasi ka ejat rakha aap adiwasi ke naam pr sabhi midiy wala Apna roti sekne m rhta jis din midiy wala apna dvt emnadri se nibhaga to aage badega
@@aishwaryachurendra421 ye chahte kya he
जी हां
सलाम है इस युवा के जज्बे को । यकीन मानो आज से कुछ साल पहले क्रांतिकारी युवा भगत चंद्रशेखर भी ऐसे ही रहे होंगे , निडर ।
To hathiyar utha k apne bhaiyo ko to nai mare ve don't compare with our legend 🙏🙏..ye to brainwashed person lg raha hai
Ohh bhai Legend Bhagat Singh se compare mat kro 😠... Unhone desh ke liye hatiyar uthaya tha.. na ki swarth ke liye soch smjh kr boliye...
@@shyamsahu9760 sahi baat hai...
भगत चंद्र शेखर यैसे नही थे ।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कोई कंपनी लगेगी नही लोगों को रोजगार मिलेगा नही गरीबी दूर होगी नही। ये नक्सली बनके कुछ कर नही पाएंगे केवल निर्दोष को मारेंगे और हाय लेंगे।
एक तो पहाड़ जंगल दूसरा सक्रिय नक्सली संगठन
Chandra Sekhar ajaad ne angrejo ke khilaaf lade the desh ke khilaaf nhi ye saale bhangi chandrasekhar ajaad ke pairo ki dhool ke barabar bhee nhi hai
🤔🤔 मै तो सोच में पड़ गया हु 🤔 पत्रकार भाई और आदिवासी भाई को मेरा सलाम 🙏🏿🙏🏿 जो सीना चौड़ा करके बेबाक अपनी बात रखी जितनी तारीफ करू कम है
केवल शिक्षा ही हम आदिवासियों को हमारे जल,जंगल और जमीन का अधिकार दिला सकता है। मैं भी मार्क्सवादी/समाजवादी विचारधारा का समर्थन करता हूं, लेकिन हिंसा से कुछ नहीं हासिल होगा, क्योंकि सरकार के लिए हिंसक क्रांति को दबाना आसान होता है| उदाहरण के लिए हम देख सकते हैं कि श्रीलंका सरकार ने 2009 में लिट्टे के साथ क्या किया| इसके बजाये हमे रजनीतिक लड़ाइ लडके, संविधान की सहायता से अपना हक हासिल करना होगा|हमें शिक्षा की मदद से हर क्षेत्र में अपना प्रतिनिधित्व बढ़ाना होगा,चाहे वह राजनीति हो, व्यवसाय हो या आदि|तबी हम हमारा लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं| इसके आलावा मझे कोई समाधान नहीं दिख रहा है|
आधुनिक समय में देश के विकास के लिए पूंजीवाद भी जरूरी है, हमें पूंजीवाद और समाजवाद/मार्क्सवाद के बीच संतुलन बनाके समानांतर चलना होगा | हा हमें क्रोनी कैपिटलिज़्म (घोर पूंजीवाद) के खिलाफ राजनीतिक लड़ाइ लड़ना होगा,जो लोकतंत्र को ताक पर रखकर सिर्फ कारोबारियों और पूंजीपतियों के लिए काम करता है|
फौजियों को मार कर इन्हें क्या मिलेगा
बिलकुल सही
लाल सलाम
भाई भारतीय संविधान बारे में कुछ जानते भी हो? संविधान बना तो है लेकिन इसके हर अधिकार और कानून से ज्यादातर लोग अवगत नही है जिसके कारण लोग इसे फॉलो भी नही कर पा रहे है l संविधान से सारे लोग अवगत हो गए उस दिन ST, SC, OBC, GEN सभी को बराबर आरक्षण मिलेगा जो की देश के हर नागरिक के लिए अच्छी खुशखबरी होगी लेकिन इससे भी आपत्ति उन्हें ज्यादा होगी जिन्हे आरक्षण ज्यादा मिल रहा था l क्योंकि आरक्षण अब सबके लिए बराबर हो जायेगा l तब वो आपत्ति वाले लोग कहेँगे हमें इतना % आरक्षण था वो वापस दो l और फिर धरना ले के बैठ जायेंगे
देश में अभी जो सिस्टम चल रहा है वो असल में सही बिलकुल भी नही चल रहा लेकिन इसको सुधारने के हर व्यक्ति को हर स्कूल को हर कक्षा को संविधान और कानून की शिक्षा से अवगत कराना पड़ेगा l लेकिन इस शिक्षा से लोगो को और दूर ले जाया जा रहा है l इतने बड़े सिस्टम में सुधार लाया जरूर जा सकता है लेकिन जितना आसान लोग सोचते है उतना ये है नही l अच्छे अच्छो की चड्डी गीली हो जाएगी भाई l
Sabse pahle nich dharam se mukti pao sab badal jayega.
मैं भी इन माओवादी का समर्थन करता हूँ, क्योकि सभी आदिवासियों को माओवादी ही माना जाता है।
Aisa bilkul bhi nhi sabhi adiwashion ko naxal nhi samjhta jata hai
Aisa nhi mantey h bhai
My bhi Mao wadiyo se seh mat hu hamare jan jagle जमीन ki ladai hai wo
भाई साहब के जैसे हामख्यालो जो बारहवीं पास किये है, क्या वो भी इस तरह से साहित्यिक हिंदी मे इंटरव्यू दे सकते है क्या? शायद नहीं। इतना शानदार बोलने के लिए बहुत मेहनत और समय लगता है। हम तो बोल क्या लिख भी नहीं सकते इतना साहित्यिक। सिविल सेवा का इंटरव्यू सुने जैसा लगा।
हाल ही में सरकार ने आदिवासियों का आरक्षण छीन लिया और हसदेव जंगल को कटवा दिया है। इसका कोई ठोस उपाय क्या है सरकार के पास, जीने और मरने में क्या फर्क है, हम आदिवासियों की आबादी 32% है फिर भी हमे अपना आरक्षण क्यों नहीं मिल रहा है, ये तो सरासर अन्याय ही है ना।
वाह रे प्रकृति के रखवाले जोहार दादा
ऐसे निर्भीक पत्रकार को नमन ।
इनको सरकार के साथ वार्ता करनी चाहिए। और अपनी समस्याएं बतानी चाहिए।
हथियार उठाना उचित कदम नहीं है, क्युकी जिनके खिलाफ आप उठा रहे हैं वो भी आपके भाई हैं।।
सिर्फ 2%अमीर लोग एक भाई को दूसरे भाई से लड़वाता है ,
जय जोहार जय आदिवासी जय प्रकृति की जय अपनी सस्कृति अपनी पहचान जय जोहार
बेचारा लड़का जो बोल रहा है उन बड़ी-बड़ी बातों का मतलब भी उसे पता है या ये सिर्फ रटाई गयी बातें बोल रहा है! दुःख होता है मासूमो का इस तरह ब्रेनवाश किया जाता है औऱ सरकार इनकी बात नहीं सुनती।
Sahi bola...
Sahi hai... Totally brainwashed h
आप भी तो रटके आगे बडे हो
आपके पास खुद का नालेज है बताओ
लड़का ठीक बोल रहा है लोकतंत्र में अधिकार है मध्यम कुछ भी हो , पुलिस भी तो कानून का रखवाला है और बन्दूक पकड़ता है माओवादी भी तो अपनी विचारधारा की लड़ाई के लिए बंदूक उठाता है।
इनकी आर्थिक स्थिति किसी को नहीं दिख रहा है परंतु इनकी हिंसक मांग दिख रहा है मैं भी लाल सलाम जय साम्यवाद जय mahovad
मैं इस बस्तर के आदिवासी युवा की सोच को प्रणाम करता हूं जो अपने समाज हित आदिवासी भाई की आवाज को निष्पक्ष होकर जनता मीडिया और सरकार के बीच में रख रहा है सरकार को इनकी बातों पर विचार करना चाहिए और आवश्यकता अनुसार कदम उठाना चाहिए। जय हिन्द 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
शासन की बहुत बड़ी कमी है। ये बंदा बिंदास बोल रहा है कि मै संगठन में शामिल हो जाऊंगा। किया शासन इसे रोक पाएगा। सबसे बड़ा मेरा सवाल है। शासन से।
सरकार को पूंजीपति के चाटने से फुर्सत मिले तब तो
@@changerilal ये लोग चुटिया है। पैसा के पीछे भागते DRG में भर्ती होते है। अपने ही लोग को मारते है। खुद मारते है।
@@girjasahu6011 आदिवासी लोग नक्सली क्यों ना बने आप मुझे बता सकते हो मेरे भाई। सरकार ने हमें ऐसा क्या दिया है जो हम हथियार ना उठाएं।
@@girjasahu6011 Bhai vo pehle se sangthan Mae hai 😂😂
Piche jitne bhi log hai vo Gav vale hai aur aage baith ke jo baat kr rahe hai vo ❤️❤️❤️❓,⚒️
मुझे आदिवासी बहुत पसंद है मेरे कई मित्र आदिवासी है आपकी रिपोर्टिंग को धन्यवाद।बहुत ही अच्छे लोग है।
गुड रेपोर्टिंग , मै एक शांतिदुत ,अहिंसावादी,मानवतावादी ,
गांधीवादी हूं , विडिओ देख कर मुझे बहोत अफसोस हुआ की हमारा देश जीस प्रगती की तरफ जा रहा है और ये आदिवासी समाज माओवाद की तरफ जा रहा है , इसमे छोटे बच्चे भी शामिल है ये और दुख की और चिंताजनक बात है, हमारे देश मे गांधीजी , आंबेडकर जी के विचार की क्या कमी है जो ये लोग उनके विचार धारा के खिलाफ कार्य कर रहे है , माओवाद से आपका और देश का भला नही हो सकता बंदूक से क्रांती नही हो सकती , छोटे बच्चे के हाथ मे किताब देने की बजाय बंदूक ,बम दे कर उनका जीवन क्यू उजाड रहे हो आप लोग , उन्हे शिक्षा की जरूरत है स्कुल भेजो उसका विकास होगा वो पढेगा ,खून खराबे से जबरदस्ती से लोगो को माओवादी बनाया जा रहा है , मे सभी माओवादी संघटन से अपील करता हूं की वह देश की प्रगतिशील विचारधारा मे शामिल हो जाये सरकार को सहकार्य करे और आत्मसमर्पण करे आप का स्वागत है , शांती ,अहिंसा, मानवता,प्रेम के मार्ग पर आये ..आपकी जो भी समस्या है उसको सरकार तक पहुनचाय वो सहकार्य करेंगे।
देश मैं हो रहे अत्याचार शोषण जुल्म चोरी डकैती बलात्कार भ्रष्टाचार छुआछूत भेदभाव लोकतंत्र का हिस्सा है क्या गरीबों पर अत्याचार होता है तो प्रशासन पीड़ितों के पक्ष में न आकर अत्याचारियों के संरक्षण में खड़े हो जाते हैं . क्या संविधान द्वारा दिया गया अधिकार प्राप्त है .
Aadivasiyo ke saath bahoot prkaar ke julm hote hai isliye ye chingari ,,aag me badal rhi hai,,
क्या मानवतावादी गांधीवादी की बातें करते हो भाई। छत्तीसगढ़ में जब अडानी के द्वारा आदिवासियों का गांव जमीन थी ना जा रहा था 100 एकड़ जंगल काटा जा रहा था उस दिन तो तुम्हारा मानवतावादी नहीं दिखाई दे रहा था। विदेश से घूमने आए लोग इस चीज का विरोध कर रहे थे लेकिन एक भी भारत के हिंदू लोग इस चीज का विरोध नहीं कर रहे थे। वीडियो देखकर अपना फालतू का ढकोसला बाजी कमेंट करने से अच्छा जाकर एक बार जमीन की हकीकत देख लो। और यह मानवतावादी सिर्फ तुम हिंदुओं के साथ होता है हम लोगों के साथ नहीं हैं अपनी आवाज उठाने जाएंगे हमें बे मतलब में जेल में अंदर डाल दिया जाएगा हमारा आवाज कभी नहीं सो जाता है ना तो मेनस्ट्रीम मीडिया में खा जाता है ना सरकार तक जाती है। यह फालतू का ज्ञान जाकर सरकार को समझाओ
आखिर किसी न किसी को संघर्ष को जारी रखने के लिए आगे। आना ही पड़ेगा जल जंगल और जमीन 🔥🔥
माओवादी क्रांतिकारी नवजवानों को सत् सत् नमन् ।जिस प्रकार भगत सिंह ने आजादी व समानता के लिए लड़़े।
Noise
Bhagat Singh ne apne Desh ke jwano ko nhi maara.
Ye sale communist hai jo bharat ko barbad krna chahte hai.
ये भाई जैसे ही जोश युवाओं में होना चाहिए।
किस तरह का जोश दिखा आपको जरा ये बताए, और क्या आप को नहीं लगता इसके पास ज्ञान कि कमी है, और इन्हे वहा प्रदर्शन करना चाहिए जहां इनकी सुनी जाए यानि कि सरकार के सामने , और क्या लगता आपको इनके ऐशे हथियार उठा लेने से सरकार इनको सुने गी , सरकार से वार्ता भी तो किया जा सकता है।।
@@vivekrahi258 आपका कहना बिल्कुल सही है। पहले आप ये बताएं कि आप कहां से हैं? फिर आपका जवाब दूंगा।
@@vivekrahi258 😂😂😂
सरकार अगर आम जनता ,आदिवासी भाई ,मजदूर ,मजबूर की सुनता तो माओवादी नही बनता कोई।
इनको तो छोड़ दो ,पढ़े लिखे डिग्रीधारी भी पानी भरते रहते है सरकार के सामने।
सही है।
@@vikasm577 थैंक्स सही है।
पत्राकार ऐसा होना चाहिए अंदरूनी एवं मैदानी क्षेत्र जाकर पब्लिसीटी कर रहे आपको तहे दिल से सलाम सर💪💪 बस्तर जक्शन देखते रहता हूं खबर अच्छा है।
आपके समय की कीमत हम समझते हैं. और आप अपना बेशकीमती वक्त निकालकर हमारे रिपोर्ट्स देखते हैं. इसके लिए आभार आपका.
आपको सल्यूट है सर 🙏🙏 आपका फोन no चाहिए मुझे आपसे बात करनी है
@@BastarJunction आपका फोन no चाहिए सर मुझे आपसे बात करनी है
अन्याय ,अत्याचार ,शोषण ,बलात्कार, विस्थापन जल ,जंगल ,जमीन ,विस्थापन को देखकर मेरा भी मन करता है हथियार उठा लू
मुझे भी ऐसे लगता hai
गांव में चाहिए विकास रोजगार नहीं पड़ा है उसके लिए भी पड़ा है उसके लिए भी हड़ताल करने सरकार भी सुनता नहीं है आम आदमी के बात । लड़के दम सही बोल रहा है जय हिंद जय भारत जय छत्तीसगढ़
युवक को बहुत बहुत धन्यवाद जय जोहार जय आदिवासी गुजरातसे
हमें लगता है कि जनता बहुत ज्यादा भड़की हुई है
मैं महाराष्ट्र विदर्भ का उच्च शिक्षीत आदिवासी विद्यार्थी हू ये वीडियो देख के बहूत दुःख हुआ की युवा आज भी शिक्षा का महत्व नही समज पाई.एक आदिवासी होणे के नाते आपसे विनंती है कि समाज में परिवर्तन के लिये हिंसक क्रांती नही होती..पुरा समाज अच्छी शिक्षा लिजीए समाज खुद तरर्की करेगा.... डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर बोले थे "शिक्षा शेरनी का दुध हैं जो पिएगा वो दहाडेगा ? शिखो संघटन करो और संघर्ष करो....
सर आपका कहना ठीक है लेकिन आज इंडिया में पूंजीवादी राजनीति हावी हो चुकी है गरीब और मजदूर वर्ग का कोई महत्व नहीं रहा है आज बस्तर में अरबो खरबो का माइंस चल रहा है लेकिन बस्तर के लोग रोटी कपड़ा मकान जैसे मुलभुत सुविधाओं से वंचित है और ज़ब बस्तर के लोग अपनी संवेधानिक अधिकारों की मांगो को लेकर सरकार से माँग करते है तो आंदोलन के लीडर को नक्सली का आरोप लगाकर जेल भेज देते है या फिर गोली मार देते है ये कैसे लोकतंत्र है एक गरीब ब्यक्ति को अपने विचार रखने तक का अधिकार नहीं है। लोकतंत्र वही है जहाँ गरीब हो मजदूर हो किसान हो सभी को अपनी आवाज सरकार के पास स्वन्त्र रूप से अधिकार हो लेकिन यहां बस्तर में नहीं है लोग आखिर जाये तो कहाँ जाये।
@@Lawstudymansu मे भी नक्सलाईट क्षेत्रसे हू लेकिन हमारे यहाँ युवा शिक्षा के लिये पुणे, मुंबई, नागपूर जेसे शहर या फिर जिल्हा में जाकर पढाई करते है और अच्छी नौकरी या बिझनेस करते है और समाज में रहकर आणे वाले युवाओ को भी शिक्षा कि और लेके जाते हे. अगर शिक्षीत होंगे तो अपनी आवाज बुलंद करणे का तौर तरिका अलग होगा.आपकी क्रांती को कितनी सफलता मिली आप इतिहास पढ कर महसूस किजीए..एक उदाहरण देणा चाहता हू १९४७ पुर्व महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा पिडीत दलित महार जाती थी पर उसी समाज के डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर करने शिक्षा लेके पुरे दलित समाज में क्रांती लाई अब ऐसा कोणसा भी क्षेत्र नहीं हे कि वहा समाज का आदमी नही है.महात्मा फुले, डॉ बाबासाहेब आंबेडकर इन महान व्यक्तीने कभी शस्त्र नहीं उठाया बल्की समाज को अच्छी तरह से शिका का मार्ग बताया.
विद्या बिना मती गई
गत बिना निती गई
नित बिना धन गया
धन बिना शुद्र पतित हुए
इतना घोर अनर्थ कारण एक मात्र विद्या बिना हुआ ....... महात्मा फुले
ये फालतू का ज्ञान नेता सरकार को दे।
ये भाई की बात 101% जायज है ।
क्या फालतू की ढकोसला बाजी करते हो भाई। दी गई है तो मुख्य कारण है तुम लोगों से नफरत का पुणे सरकार का पक्ष दिखाई देता है लेकिन हमारा पक्ष कभी नहीं दिखाई देगा। फिलहाल में जब अदानी आदिवासियों का गांव उजाड़ रहा था सौ एकड़ जंगल काट रहा था उस दिन तो तुम्हारा यह मानवतावादी घर में सो रहा था। उस दिन कितने हिंदू आदिवासियों की आवाज बनने आए थे
@@indiantribevlog9020 vo Cutta huva jungle kitne nlsalitone bacha liya .
Ab nksalism Mae kuch nhi bacha
Kitne industrialist ki sampatti tumne garibome bati bta do
कोई ऐसी समस्या बताओ जिसका समाधान माओवादियों ने किया हो। माओ त्से तुंग के देश में जाकर देखिए लोगों की क्या हालात है। लोगों को बोलने नहीं दिया जाता है। मजदूर की हर घंटे की मजदूरी उत्पादन से जुड़ी हुई हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था चौपट है। आदिवासी भाइयों को एक तरह से गुमराह कर रहे हैं।
China has lifted 800 million out of poverty lol dumbass India has as many people in extreme poverty that China has lifted out of extreme poverty
The revisionist leadership of chinese communist party betrayed mao se Tung and it was Deng who curved this china ! So before blaming mao se Tung know the proper history of China ! This is not actually people's China !
Ye police wale sarkari karmchari hai kya to fir promotion pane ke chakkar me aam janta ko kyo mar rahi hai
भाई पढ़ा लिखा है ऐसे माओवादी सोच मत रख 🙏 और अच्छे से पढ़ लिख कर अपने गांव समाज देश के अच्छे भविष्य के लिए प्रयास करो । देखना एक दिन जरूर कामयाब हो जाएंगे। हम इस दुनिया में जीने आए हैं ना कि खून खराबा करने, सबसे भाईचारा रखो। संविधान हमें अधिकार देता है, हथियार ना उठा कर, संविधान व कानून के अनुरूप चलकर हम अपनी बात सरकार तक रख सकते हैं। लोकतंत्र पर विश्वास करना होगा 🙏🙏🙏
इनकी समस्याओं को समझना होगा, स्कूल, रोजगार, अस्पताल, सड़क, उद्योग, विकास की मुख्य धारा से जोड़ना होगा
dear naxalites in sb ko ban krte hai adivasiyo ko marte hain.
भारत में आदिवासी को मुख्य धारा में जोड़ ने से सब कुछ ठीक हो जाएगा??
ये आदिवासी लड़का बिल्कुल ही गलत नहीं कह रहा
मैं इस बंदे को सलाम करता हूं कई मुश्किलों से झेला है इसी कारण से क्रोधित होगा उसका कहना मैं सहमत हूं very good boy 👑
मानना पड़ेगा जी आपको मेरा तरफ से सलाम
❤❤❤❤
Bande me dum hai jo dil khol ke interview de diya wo v bina dare. ...is ladke me bohot himmat hai isko 21 toponki salam
आदिवासी लोगो के उपर कितना बडा आज भी अन्याय हो रहा है ये बाते बया करते है. 🙏🙏
Bahut confidence se bol rha h ye peka
Gaaw k logo ko aise hi bolna chahiye bina dare.
चन्द्राकर साहब .RED SALUTE.।
Mukesh भैया नियम कानून है, ऐसा सोच के सब कुछ सरकार के भरोसे नही छोड़ा जा सकता खुद की संपत्ति का सरक्षण खुद को करना पड़ता है
पड़ाई कराओ तभी देशके साथ चल पायेंगे
देश बहुत आगे बड़ रहा है लेकिन ये बहुत पीछे चल रहेहै
तुम un के प्रेसिडेंट बन गए किया
Lal salam 🇮🇲
Lal Salam 🫡
GOOD AFTERNOON मुकेश सर.....आपका बहुत बहुत शुक्रिया जो हमे ऐसा दृश्य दिखाने के लिए.....ALOTS LOVE YOU सर जी....छत्तीसगढ़ में आप जैसा पत्रकार शायद ही कोई होगा..... LOVE YOU सर जी.....
आपकी मोहब्बत ही मेरी ताकत है. मोहब्बत बरकरार रखियेगा.
भईया आपकी हिम्मत की दात देता हु मै
बिना किसी प्रोटेक्शन के सिर्फ कैमरा मैन को लेकर अकेले ऐसे जगह जाकर नक्शलियो के बीच उनका इंटरव्यू लेते है मानना पड़ेगा यार भैया आपको ।
माओवादियों का नाम सुनकर अच्छे अच्छों की पैंट गीली हो जाती है ।
आपका शुक्रिया, कोशिश यही है की बस्तर की सच्चाई दिखा सकूं
आज़ादी मांग रहे हैं।। आज कल की सरकार तो न्याय नहीं दे रहा क्यों की ,किसान , महिला देश में कोई तरह से अन्याय किया है।। नाराज होंगे ही
बस्तर क्षेत्र के गांवों में अच्छी शिक्षा की जरूरत है
तभी समस्या का समाधान मिलेगा (मै कूद बस्तर के दंतेवाड़ा जिले के एक अंदरूनी गांव से हूं मेरे गांव में भी नक्सली आते थे और वे बहुत ज्यादा ग्रामीण वासियों को दबाव में डालते हैं )
गंगाधर ही शक्तिमान है
इनके नारे सुनकर jnu slogan yaad aa gya
बस्तर को राज्य बना देना चाहिए
✊✊✊✊
जो लड़का बोला है सही बोला है लेकिन अभी तो पुलिस ले के जाएगी हि इसे police se bchna chahiye
सही बोले भाई आपने ।
निर्दोषों को दोषी ठहराना ही पोलिस का मुख्य काम है।
आज सरकार में जितना जाकर चिल्लाओ सरकार उतना ही सोते रहते हैं आदिवासी गरीब का बात कभी नहीं सुनते
हम भी बनना चाहते हैं
बस्तर के लोग ठीक कर रहें हैं अगर सिस्टम होता तो पहलवानों का आज ए हाल नहीं होता
Khatarnak Hindi Bhai shab ...adhi new Hindi vocabulary to Aaj hi suna h Maine.
भारत सरकार को भी संविधान में संशोधन कर आम आदमी को राहत और जेल के कानून को सरल बनाना चाहिए
ए सरकार की नकामी है जो इन लोगों के विषय में जानकारी नहीं लिए हैं, ,,युवा बहुत सही विषय को कहा है
पत्रकार पक्षपाती है ,मात्र एक पक्ष की बात कर रहा है ,एक पक्ष को आंख मूंदकर सही ठहरा रहा है पुलिस अर्धसैनिक बलों के अत्याचार को नरसंहार को छोटी बात मानता है
सलाम बस्तर।
लाल सलाम ...
Democracy sirf naam ki reh gai hai desh main aaj desh ke halat kharab hai yahi realty hai
मैं इस लड़का की बात पर पूरी तरह सहमत हूं
आदिवासी भारत देश का मालिक है
यहांके आदिवासियो को सरकारको साथ देना ही चाहिए। अपने बच्चे के भविष्य के लिए।
Mukesh Ji
Mujhe Aisa Kyon Laga ki main Kisi Bade naxal leader ka interview sun raha hun bahut badi Gambhir Vishay Hai yae
रायपुर में लाल सलाम जिंदाबाद के नारे शिक्षक हड़ताल में बहुत लगाए बीजेपी सरकार के खिलाफ अन्याय अत्याचार शोषण को देखकर
सर आप का question bahut अच्छा लगा.. आप देश भक्त हों
नेता लोग देश को बेड़ा गर्क कर रखा है। शिक्षा सरकार गांवों के लोगों को दे नहीं रहा है तो और क्या करेगा?
बहुत उम्दा मुकेश ❤️ ये है ज़मीनी पत्रकारिता 👌
आभार आपका 🙏
@@BastarJunctionइनके नक्सल संगठन में कैसे जाए भाई
नक्सलियों को सरकार द्वारा कुछ अधिकार और धन देना चाहिए और सरकारी योजनाओं का काम स्वयं करना चाहिए
Hemraj. Mandavi.Hu.gav.Hatka.charama.tahsil.Narharpur.jila.utar.bstar.kanker.sted.c.g.jai.GONDVANA.jai.aDIVASI
सभी आदिवासियों में ऐसी ही भावना और विचार पनपती है
Dada mai delhi se hu ap se ek qus hai is ladke ne jo bola mujhe nahi lagta kuch galt bola hai ap kya kahna chahte ho par banduk problem solve nahi karega 🙏
आमलोगो को कैमरा और माइक का पता है तभी रिपोर्ट बना पा रहे है, वरना कैमरा और गन में ज्यादा फर्क नही है भैया
आजादी के 70 साल तक अगर कोंग्रेस ने सिर्फ लगुमती खास कोम को ही फायदा करवाया वरना हमारे आदिवासी क्षेत्रों में भी कोई प्राब्लम ना रहता
कुछ भी हो लड़के में दम है
मूर्ख भी
🤪🤪
भाई 17 मिनट का वीडियो देख लिया,,,,पर यही नही समझ आया कि आदिवासियों की समस्या क्या है,,,,और उसका समाधान क्या......पत्रकार भाई इन बातो को कैसे भूल गए आप....
Ab lagta hai Chhattisgarh ka naxalvaad khel khatam tata bye bye 😂😂😂😂
GoVt NeEdS tO wOrK 👎🏻👎🏻👎🏻👎🏻
लाल सलाम गुजरात
दक्षिण बस्तर के आदिवासी भाईयों के साथ मिलकर उनसे चर्चा की जाए और उनके समस्या का समाधान किया जाए तो कहीं मावादी समस्या हल हो सकती है
नाही हो सकता उस लोगोके भेजे मे...तो...भूषा पडा है....
बहुत सुंदर भाई आपने दिया मैं लाल सलाम आपको क्रांतिकारी अभिवादन करता हूं
Jay bhim namo badhay
Jay savidhan of india
❤❤😂🎉😢😮❤❤❤
आप बहुत अच्छा काम कर रहे हो भैया पर आप इनके समस्याओं के समाधान के साथ साथ इन्हें जागरूक भी करो इनकी मानसिकता बिल्कुल गलत है......ये कुछ नहीं कर पायेंगे अगर सरकार छूट दे तो एक दिन लगेगा बस....... इनको कानून खेल तमाशा लग रहा है.....
कानून के दायरे में रहकर जो भी मांगे है उन्हें सरकार के समक्ष रखे...... समाधान निकलेगा क्योंकि ये अपना क्षेत्रीय नेता चुनकर भेजते.....
Soch bahut achhi aur true line jab uske dard ko samjoge tab.....
जय जोहार आप बहुत अच्छे पत्रकार हैं
नक्सलिक्यों का विचारधार हमे भी अच्छा लगने लगा
मैं भी सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर करता हूं, और जल्द ही माओवादी पार्टी में शामिल होना चाहता हूं।
Nextlight zindabad charu majoomdaar Zindabad kanu sanyal zindabad
Nextlight zindabad Punjab se
Aysa lagta h. Medaya wale koi party ne ganda rajniti ke liye bheja hai
हे जो लडा़ई गरीबी, महंगाई,लचारो ,अतकवादीयो,बेरोजगारीयों,से मुक्ती पाने का मुख्य कारण है होगा ?इन जवानो कि उग्र अन्दोलन का शुरूवात इसी मशाह से हुआ ऐसा लग रहा है सर जी कैसा?
जय आदिवासी
बहुत सुंदर मुकेश संवेदनशील छेत्रो मे पहुंच कर इस प्रकार के प्रश्न करना निर्भयता एवम ईमानदारी का प्रतीक है बहुत अच्छा सुभकमनाएं
आपकी सराहना का हम सम्मान करते हैं. आभार आपका.
realty .... बधाई मुकेश भाई अच्छी रिपोर्ट
ये लड़का जो आप उससे बात कर रहे हो वो आधा अधूरा ज्ञान और खतरे में जान वाला है और ओवर confidence वाला है इसको जिंदगी भर समझोगे तो भी नही समझेगा। आदिवासी मैं भी हू लेकिन हमारे इधर इतना पागल लड़के नहीं है महासमुंद जिले से
Red salute dear comrades
Urban naxali spotted
इस बन्दे का इंटरव्यू देखकर लगता है कि ये बच्चपन से लेकर अभी -भी संघटन से जुडा़ है |
देश में अभी भी बहुत ही समस्या में पनप रही। इनमें सबसे गरीबों की सबसे बड़ी समस्या है
इस प्रकार का स्मारक हमारे क्षेत्र में है उपर यही चिन्ह लगा है हुबा हु ऐसे ही है क्या यह कोई राजनीतिक दल का चिन्ह है।
Es ladake me bahut prathibha hai ae aage ja ke ek acha naksali ya fir ek acha neta ya good citizen banega
आपको बिना मास्क वाले से बात नहीं करना चाहिए ये लड़का गया अब पुलिस के हाथो बड़ी बड़ी बातें करना अगल हैं उसको ज्ञान नहीं दुनियादारी का आपके वीडियो के चककर में उसकी जान जाएगी
आप टेंशन मत लो पुलिस इनको नहीं उठायेगी ये नक्सली क्यों बनना चाहते हैं ये समस्या सामने रखा है
Aap jaisa patrakar sahyad hi hoga india me
ये देश लोकतांत्रिक है कहाँ भाई.... ये तो राजतांत्रिक देश है, जहाँ लोगों की बात नहीं बल्कि राजनेताओं की बात सुना जाता है.... खुद सोच लो की पढ़े लिखे ips और IAS अपना विवेक से एक काम कर नहीं सकता है वो सिर्फ राजनेताओं का आज्ञा का पालन करते हैं, चाहे आज्ञा सही हो या गलत
A to gaya police ke hathho