Jagat Chetna Hu Anadi Ananta With Lyrics /Falu Shah

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  • Опубліковано 29 вер 2024
  • Anaadi Ananta Lyrics in Hindi, this song is sung by most popular singer Kailash Kher, lyrics is written by Kailash Kher, Dr. M, music composed by Kailash Kher.
    Original Credits:-
    Bhakti Song: Anadi Ananta Lyrics
    Singer: Kailash Kher
    Lyrics: Kailash Kher, Dr. M
    Music: Kailash Kher
    Label: Kailasa Records
    Cover Credits:
    Title - Jagat Chetna Hu Anadi Ananta
    Vocals - Falu Shah
    Music - @KalravMusic
    Special Thanks To
    • Anaadi Ananta || Kaila...
    Disclaimer:
    All the material other than lyrics used in this video is created by own.
    No Copyright Infringement Intended
    This is made just for Entertainment purpose only.
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    Hindi Lyrics:
    ना मन हूँ ना बुद्धि ना चित अहंकार
    ना जिव्या नयन नासिका करण द्वार
    ना मन हूँ ना बुद्धि ना चित अहंकार
    ना जिव्या नयन नासिका करण द्वार
    ना चलता ना रुकता ना कहता ना सुनता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनन्ता
    ना चलता ना रुकता ना कहता ना सुनता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनन्ता
    ना मैं प्राण हूँ ना ही हूँ पंच वायु
    ना मुज्मे घृणा ना कोई लगाव
    ना लोभ मोह इर्ष्या ना अभिमान भाव
    धन धर्म काम मोक्ष सब अप्रभाव
    मैं धन राग गुणदोष विषय परियांता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनन्ता
    मैं धन राग गुणदोष विषय परियांता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनन्ता
    मैं पुण्य ना पाप सुख दुःख से विलग हूँ
    ना मंत्र ना ज्ञान ना तीर्थ और यज्ञ हूँ
    ना भोग हूँ ना भोजन ना अनुभव ना भोक्ता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनन्ता
    ना भोग हूँ ना भोजन ना अनुभव ना भोक्ता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनन्ता
    ना मृत्यु का भय है ना मत भेद जाना
    ना मेरा पिता माता मैं हूँ अजन्मा
    निराकार साकार शिव सिद्ध संता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनंता
    निराकार साकार शिव सिद्ध संता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनंता
    मैं निरलिप्त निरविकल्प सूक्ष्म जगत हूँ
    हूँ चैतन्य रूप और सर्वत्र व्याप्त हूँ
    मैं हूँ भी नहीं और कण कण रमता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनंता
    मैं हूँ भी नहीं और कण कण रमता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनंता
    ये भौतिक चराचर ये जगमग अँधेरा
    ये उसका ये इसका ये तेरा ये मेरा
    ये आना ये जाना लगाना है फेरा
    ये नाश्वर जगत थोड़े दिन का है डेरा
    ये प्रश्नों में उत्तर हुनिहित दिगंत
    जगत चेतना हूँ अनादि अनंता
    ये प्रश्नों में उत्तर हुनिहित दिगंत
    जगत चेतना हूँ अनादि अनंता
    ना मन हूँ ना बुद्धि ना चित अहंकार
    ना जिव्या नयन नासिका करण द्वार
    ना मन हूँ ना बुद्धि ना चित अहंकार
    ना जिव्या नयन नासिका करण द्वार
    ना चलता ना रुकता ना कहता ना सुनता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनंता
    ना चलता ना रुकता ना कहता ना सुनता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनंता
    ना चलता ना रुकता ना कहता ना सुनता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनंता
    ना चलता ना रुकता ना कहता ना सुनता
    जगत चेतना हूँ अनादि अनंता
    Thank You

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