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Sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi 🙏🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉
वास्तव में सत्य और अहिंसा से बड़ा कोई धर्म नहीं है । बहुत उच्च विचार की एक घंटा पुजा पाठ करना फिर सभी प्रकार का चोरी दलाली बेईमानी शराबी माँसाहारी बुरे कर्म करना धर्म नहीं है। आज समस्त भारत देश में इंसान को इंसान बनने की जरूरत है। जय संत कबीर।
जो मंदिर जाता है वो पापी जो गौशाला मे सेवा करता है वो पापी किसी गरीब को रोटी देता है वो पापी किसी गरीब की सेवाംकरता है वो पापी जो पाखंडि सतों के पासजाये पैसा चढाये वो धरती वाह रे संतो धनय हो आप
पंडितो को ढाई आख़र की शब्द गुरु की पहचान होता तो वो वैसा नही करता उस शब्द की पहचान पंडित तो क्या उसके किसी भी इश्त् देवी देवताओ को नही है वो तो अपने पेट पालने की फेर में झूठे अहंकार में जी रहे हैं साहेब जी !
परवचन टू आप बहुत अच्छे कर लेते हो लेकिन शब्द का क्या महत्व होता है ये आप को बिलकुल पाता नहीं है अगर आप ज्यादा ज्ञानी होते तो शब्द के महत्व को जानते और समझते क्योंकि आप जो अपने नाम के आगे साहब लगाएं हो यही तो किसी को पाता नहीं है कि साहब किया बोले जब मैं था तब हरि नहीं जब हरि है मैं नहि सब अंध्यारा मिट गया जब दीपक देखा माहि अगर सभी मानव इस शब्द को समझ जाएं तो मानव का सारे के सारे घमंड चूर हो जायेगा और सभी मानव उस परमपिता परमेश्वर साहब को भली प्रकार जान पायेंगे और अपने निज पद में चले जायेंगे और फिर दोबारा इस लोक में आने का नाम नहीं लगे परन्तु मानव करते किया हैं इस शब्द को नहीं जानने के कारण अपने मान बराई के कारण कि मेरा पोजिशन ना घट जाय कहानी में है पैंट शर्ट फटे तो फटे लेकिन मेरा पोजिशन ना घटे यही बात है अपने नाम के आगे फलाना साहब चिलनवा साहब ढिमका साहब लगाकर बैठे हैं और अपने आप को साहब कहते हैं साहब तो एक है दो तो है नहीं इस बात को तो मानव जानते नहीं और अपने नाम के आगे साहब लगाता है थोड़ा ज्ञान हो गया हो गाया साहब किंतु साहब का अर्थ उस मानव को मालूम नहीं है जो अपने नाम के आगे लगाते हैं साहब का मतलब होता है बड़ा जो सब कुछ में समर्थ हो जो कभी किसी से कुछ भी मांगने की ईच्छा ना हो वो है साहब अगर आप में वो क्षमता है तो साहब लगाएं अगर आप में वो क्षमता नहीं है तो जल्द से जल्द अपने नाम के आगे से साहब को हटाएं और दूसरे को भी बोले अपने नाम के आगे से साहब हटा ले अगर आप सचमुच में कबीर साहब के सत्य वचनों को मानते हैं तो इस बात पर अमल करेंगे सत्यनाम साहेब बंदगी
जय गुरु महाराज जी आप के पावन चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
ज्ञानवर्धक संदेश महाराज जी
आप का बहुत बहुत धन्यवाद महाराज जी
Swami Ranjeet Sahib ji aapane Param Satya baat bataiye sat Sahib Ji sat Sahib Ji sat Sahib Ji
भगवान की पुजा करने के साथ दूसरे की सेवा सभी जीव से दया करूणा और प्रेम हो। धर्म के नाम पर बलि प्रथा सबसे बड़ा पाप है।
यही धर्म है ।
जय संत कबीर
🙏 Guruji 🙏 satsaheb 🙏 bandagi 🙏 saheb 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Saheb bandagi guru ji
🕉🕉🕉❤❤❤sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi
वाह वाह क्या क्रांति कारी प्रवचन है जय हो गुरु देव की जय हो
Sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi guru sahib bndgi 🙏🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉
जय गुरू महाराज साहेब बंदगी साहेब जी ❤❤❤❤❤
साहिब बंदगी गुरुजी
Saheb bandagi saheb bandagi saheb
साहिब गुरु सतनाम
साहेब बंदगी साहेब किशन दास के तरफ़ से जिला कबीरधाम छत्तीसगढ
बहुत सुन्दर प्रस्तुति है साहेब बंदगि कबिर साहेब बंदगि गौरव साहेब बंदगि सुमेधा कटारिया को समर्पित किया
Bahut hi Sundar prastuti Guruji aapki❤❤
Jai satnam, jai guru ghasidas baba ji ki, jai kabir saheb,jai Bhim, jai guru nanak dev ji
साहेबबंदगीसाहेबसदगुरुदेवजी
Saheb bandagi 🙏🙏🙏🙏🌺🌺
जय कबीर जय कबीर जय जय कबीर
सौ बातों की एक बात जिन प्रेम किया तीन ही प्रभु पायो जाना है परमधाम टिकट है हरि नाम
Jai😅😅😅😅😅🎉🎉
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वास्तव में सत्य और अहिंसा से बड़ा कोई धर्म नहीं है । बहुत उच्च विचार की एक घंटा पुजा पाठ करना फिर सभी प्रकार का चोरी दलाली बेईमानी शराबी माँसाहारी बुरे कर्म करना धर्म नहीं है। आज समस्त भारत देश में इंसान को इंसान बनने की जरूरत है।
जय संत कबीर।
Boliy.Sad.Guru..Kabir..Saheb..Ki.. Jay..Ho..Pujeniy..Sad..Guru..Aabhlas..Saheb..Ki.. Jay..Ho.
Aadrniy..Param..Shant..Dharmendar..Saheb..Ki.. Jay..Ho..Pujeniy..Sawmi..Shant..Shree..Ranjit..Saheb..Ji.. ko..Shabhi..Parkhi..Shant..Mahatma..O..ko..Tary..Bar..Saheb..Bandggi..Saheb ..Bandggi..Saheb..Bandggi..Shivikar..Ho..Mere..Banddi..Chhod..Data..Natthu..Das..Nagsen..Nagar..Pallot..No..476..G..H.. B.. Pandesra..Udhna.Surat..Date..16..6..2024..Tayem..10..57..Saheb..Bandggi..Saheb..Bandggi..Saheb..Bandggi..Jay..Ho..
Kabir is God.
Munijar das ketaraf se saheb bandagi
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जो मंदिर जाता है वो पापी जो गौशाला मे सेवा करता है वो पापी किसी गरीब को रोटी देता है वो पापी किसी गरीब की सेवाംकरता है वो पापी जो पाखंडि सतों के पासजाये पैसा चढाये वो धरती वाह रे संतो धनय हो आप
सत्य वाणी
राधे राधे महाराज जी🙏🙏
पंडितो को ढाई आख़र की शब्द गुरु की पहचान होता तो वो वैसा नही करता उस शब्द की पहचान पंडित तो क्या उसके किसी भी इश्त् देवी देवताओ को नही है वो तो अपने पेट पालने की फेर में झूठे अहंकार में जी रहे हैं साहेब जी !
Saheb bandagi saheb
જ્યાં જ્યાં નજર મારી પડે યાદી ભરી ત્યાં આપની❤❤❤❤❤😂😂😂😂😂😂🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
रणजीत साहेब जी।
प्रेम में तो ढाई अक्षर नहीं होते हैं ।
प+र+ए+म ये तो चार अक्षर बनते हैं ।
Sahhab app ko Satyam n
रणबीर सिंह जी को साहेब बंदगि कबिर बिचारं आछे है ऊ
जयन्ती नही साहेब जी प़ागयट दिवसमनाया जाता है
Good
Aap aaj bol rahe ho to shanti kaha hay
Kuch khao Naik on UA-cam living Bhagwan minister album 0.
परवचन टू आप बहुत अच्छे कर लेते हो लेकिन शब्द का क्या महत्व होता है ये आप को बिलकुल पाता नहीं है अगर आप ज्यादा ज्ञानी होते तो शब्द के महत्व को जानते और समझते क्योंकि आप जो अपने नाम के आगे साहब लगाएं हो यही तो किसी को पाता नहीं है कि साहब किया बोले जब मैं था तब हरि नहीं जब हरि है मैं नहि सब अंध्यारा मिट गया जब दीपक देखा माहि अगर सभी मानव इस शब्द को समझ जाएं तो मानव का सारे के सारे घमंड चूर हो जायेगा और सभी मानव उस परमपिता परमेश्वर साहब को भली प्रकार जान पायेंगे और अपने निज पद में चले जायेंगे और फिर दोबारा इस लोक में आने का नाम नहीं लगे परन्तु मानव करते किया हैं इस शब्द को नहीं जानने के कारण अपने मान बराई के कारण कि मेरा पोजिशन ना घट जाय कहानी में है पैंट शर्ट फटे तो फटे लेकिन मेरा पोजिशन ना घटे यही बात है अपने नाम के आगे फलाना साहब चिलनवा साहब ढिमका साहब लगाकर बैठे हैं और अपने आप को साहब कहते हैं साहब तो एक है दो तो है नहीं इस बात को तो मानव जानते नहीं और अपने नाम के आगे साहब लगाता है थोड़ा ज्ञान हो गया हो गाया साहब किंतु साहब का अर्थ उस मानव को मालूम नहीं है जो अपने नाम के आगे लगाते हैं साहब का मतलब होता है बड़ा जो सब कुछ में समर्थ हो जो कभी किसी से कुछ भी मांगने की ईच्छा ना हो वो है साहब अगर आप में वो क्षमता है तो साहब लगाएं अगर आप में वो क्षमता नहीं है तो जल्द से जल्द अपने नाम के आगे से साहब को हटाएं और दूसरे को भी बोले अपने नाम के आगे से साहब हटा ले अगर आप सचमुच में कबीर साहब के सत्य वचनों को मानते हैं तो इस बात पर अमल करेंगे सत्यनाम साहेब बंदगी
सही समझें हैं 👍
Saheb bandagi saheb 🙏❤️
Saheb bandagi guru ji
Saheb bandagi saheb 🙏
Saheb bandagi guru ji
Saheb Bandagi Saheb🙏🙏🙏
Saheb bandagi saheb Ji
Saheb bandagi saheb ji 🙏🙏🙏
Satya saheb bandagi ji
Sahib bandgi sahiv ji
Saheb bandgi
Saheb bandgi
Saheb