पीढ़ियों से भेंट,पिठाई,बिदाई,नेग के रूप में जो भी कुछ सगुन मिला इन लोक गायकों का जीविका का भी साधन रहा है, ऐसे खानदानी गायक घरानों के द्वारा पहाड़ी गीतसंगीत धरोहर बचाने के लिए लाख लाख साधुवाद! इनकी शैलियों,धुनों,विधाओं ko आर्काइव के माध्यम से संरक्षित किया जाए, उत्तराखंड में आज तक स्व कबूतरी देवी के टक्कर की परंपरावादी लोक गायिका नजर नहीं आती, 🙏🙏🙏
OHO रेडियो और काव्य जी आपका बहुत बहुत आभार की आपके माध्यम से हमें इतने सुरीले लोक कलाकार के मुखारविंद से गंगा नाथ जी की यह सुंदर सी प्रस्तुति सुनने को मिली है। स्थानीय लोक कलाकारों की कला और बातों को इस मंच के माध्यम से आम जन तक पहुंचाने का आपका यह भगीरथ प्रयास वास्तविक रूप से हमारे पहाड़ का गौरव है। रविन्द्र कुमार स्नेही शोधार्थी हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल।
अगर हम सभी गायकों गौर से सुनें इनमें सबसे पहले न0पर फकीरा चंद्र चिनयाल ही है सबसे ज्यादा कुमाउ गढ़वाल का वर्णन उन्हीं के गीतों में मिलता है विराणमालपाडान का जो वर्णन गीतों में उन्होंने किया है आज क्या आने वाले समय में भी हर कोई फकीरा चंद्र चिनयाल को याद करेगा
पैलाग सुरेश अंकल और रमेश अंकल ❤❤❤ आपका बहुत बहुत धन्यवाद कि आपने हमारी संस्कृति धरोहर को संजोकर रखा है 🎉🎉🎉🎉 दिल से शुक्रिया ओहो रेडियो कार्यक्रम के माध्यम से हमे अपनी सस्कृति को समझने का मौका मिल पाया है,,, सुरेश सर की मैं बहुत बड़ी फैन हूं, और सरकार से अनुरोध करती हूं कि... हमारी उत्तराखंड की संस्कृति को बढ़ावा दे। Suresh अंकल के पद चिन्हों पर ही आज पवनदीप भारत का चमकता सितारा है.... हम लोग बहुत ही सौभाग्य शाली है कि एक ऐसा नाम आदरणीय अंकल जी (सुरेश ... अर्थात.... सुरो... की रेस में सर्वप्रथम).... हैं... ... (रमेश अर्थात... राम+ईश... ईश्वर की भक्ति में रम के संगीत को अभिभूत करते हैं। ऐसे उत्तराखंड के महाकालाकारो को शत शत नमन 🙏🙏🙏🙏 आपका सब का दिल से शुक्रिया ममता मोनिका आर्या हल्द्वानी से
"धुलौटा या धुलर्क " विधा शैली में गाने वालों को अब कौन बुलाएगा, जब य़ह प्रथा ही विलुप्त हो चुकी है दिवाली पर अब "भैलो" नहीं खेले जाते हैं, दिवाली की रात मे हर एक बड़े गांव में अधिकतर देवताओं की नचाई होती थी, आज की दिवाली और इगास की कृत्रिमता देखकर दुख होता है,
❤👌👌🙏पैलाग प्रणाम काव्य जी,बहूत ही सुंदर ब्लोग, मेरी शादी मै छलिया थे रमेश दा, थैंक्स काब्य जी आपका दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध के मैदान पर हम अपनी संस्कृति का आनन्द ले रहे है, जय हिंद, सैल्यूट सर आपको 🙏
बहुत अच्छा लगा दोनों लेजेंड को देखकर राजन जी उत्तराखंड की संस्कृति से बहुत प्यार करते है रमेश जी - बहुत अच्छे जगरिया है पूरे उत्तराखंड मै हम तो बहुत बड़े फैन है दादा के❤🎉
जय हो सुरेश भाई और रमेश भाई जियो... मां सरस्वती के संगीत रूपी सादगी और व्यक्तित्व को विनम्रता से भरने वाली वास्तविक रचना की प्रत्यक्ष निशानी हो आप जैसे दिव्य लोग....अब घर की तकलीफों की वजह से आपसे मिल नहीं पा रहा हूं पर पुरानी यादों को याद करता हूं आपके घर आए की तो तरोताजा हो जाता हूं पूरा मन संगीत की दिव्य तरंगों से भर जाता है...नमन आप लोगों और काव्या भाई को🙏🙏
बहुत ही सुंदर, , आज वो सुना जिसके लिए मैं काफी समय से इंतजार कर रहा था, मैं दिल से धन्यवाद देता हूँ आपको काव्या जी बस इसी तरह हमारे उतराखंड के कलाकारों को आप अपने चैनल के माध्यम से एक खूबसूरत मंच देते रहिये, बहुत से ऐसे कलाकार हैं जिन्हें अभी तक जनता जानती नहीँ है, ,, आपका दिल से धन्यवाद🙏💕
गजब,गजब,गजब,गजब,गजब,गजब,गजब ,गजब,गजब,गजब,गजब,गजब,गजब,गजब काव्या भैजी प्रणाम गढ़-कुमाऊँजौनसार को इतना करीब से जानने समझने को मिल रहा है,जिसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद🙏❤
Well done Kavya bhai. सुरेश राजन भाई और रमेश भाई जगरिया जी की अद्भुत जोड़ी की इन बिलुप्त विधाओं की प्रस्तुतियां देख व सुन कर मन प्रसन्न हो गया। वास्तव में यही है असली हिल की धड़कन। और इसके संवर्धन हेतु जो कार्य आप कर रहे हैं वाकई काबिले तारीफ है। God bless you bro.
Jitni taarif ki jaaye utna he kam hai artist ko stage v mil rha h aur ritual, roots culture ki jankari new generation ko v mil rhi h & Thank u kaavya Da !
Dyaju, beech mai video rokkr comment krna pdaa mtlb Suresh Rajan ji to kmaal hain he lekin Ramesh Jagriya ji ne to sama baadh diya mtlb aisa lg rhaa ho mano gaana chlaya ho speaker pr kyaa khrtnak awaaz or gaayika hai Ramesh Jagriya ji ki live concert free mai dekh liya lg rhaa h mai to fan ho gyaa bhaisahab😊 Jai Devbhoomi, Jai Uttrakhand ❤
सुरेश राजन जिन 47 विधाओं की बात कर रहे हैं उन सभी विधाओं के विशेषज्ञ गायकों/घरानों को लेकर एपिसोड बनाएं, कुछ सौदे घाटे के लिए भी RJ KAVYA प्रयास कर सकते हैं, सुरेश राजन को फिर बुलाया जाए🙏🙏🙏
मेरे परम आदरणीय गुरुदेव के पास अनेक विधाओं का भंडार है राजन सर के पास पहाड़ी संस्कृति जो विधा विलुप्त हो गई है उन्हें उजागर करने की कोशिश करें आर जे काव्य सर जी🙏 अगला एपिसोड जरूर दिखाएं आपकी अति कृपा रहेगी जय श्री श्याम जय उत्तराखंड
दोनो ही उत्तराखंड की मूल संस्कृति के मूल कलाकारों से अनुरोध है कि वो इस मूल विधा को आगे बढ़ने की कोशिश करें। ताकि यहा के युवा पीढ़ी इस विधा को सीख सके और आगे बढ़ाये सके। अब इन विधाओ की बचाने के सक्त जरूरत है। अन्था हम अपनी मूल खूबसूरत संस्कृति को खो देंगे।
नौवीं बार देख रहा हूँ, "मूल का पानी मूल का होता है" वाह! सुरेश राजन जी!🙏🙏🙏
पीढ़ियों से भेंट,पिठाई,बिदाई,नेग के रूप में जो भी कुछ सगुन मिला इन लोक गायकों का जीविका का भी साधन रहा है, ऐसे खानदानी गायक घरानों के द्वारा पहाड़ी गीतसंगीत धरोहर बचाने के लिए लाख लाख साधुवाद! इनकी शैलियों,धुनों,विधाओं ko आर्काइव के माध्यम से संरक्षित किया जाए, उत्तराखंड में आज तक स्व कबूतरी देवी के टक्कर की परंपरावादी लोक गायिका नजर नहीं आती, 🙏🙏🙏
न्याय को देवता!चंपावत को राजा!! गोलू ज्यूं महाराज!!!भल करै🙏🙏🙏
OHO रेडियो और काव्य जी आपका बहुत बहुत आभार की आपके माध्यम से हमें इतने सुरीले लोक कलाकार के मुखारविंद से गंगा नाथ जी की यह सुंदर सी प्रस्तुति सुनने को मिली है। स्थानीय लोक कलाकारों की कला और बातों को इस मंच के माध्यम से आम जन तक पहुंचाने का आपका यह भगीरथ प्रयास वास्तविक रूप से हमारे पहाड़ का गौरव है।
रविन्द्र कुमार स्नेही
शोधार्थी
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल।
आठवीं बार सुन रहा हूं, अपनी शैली,अपनी धुन,अपनी विधा के पुरोधा सुरेश राजन और रमेश जगरिया को सादर नमन🙏🙏🙏
अगर हम सभी गायकों गौर से सुनें इनमें सबसे पहले न0पर फकीरा चंद्र चिनयाल ही है सबसे ज्यादा कुमाउ गढ़वाल का वर्णन उन्हीं के गीतों में मिलता है विराणमालपाडान का जो वर्णन गीतों में उन्होंने किया है आज क्या आने वाले समय में भी हर कोई फकीरा चंद्र चिनयाल को याद करेगा
पैलाग सुरेश अंकल और रमेश अंकल ❤❤❤ आपका बहुत बहुत धन्यवाद कि आपने हमारी संस्कृति धरोहर को संजोकर रखा है 🎉🎉🎉🎉 दिल से शुक्रिया ओहो रेडियो कार्यक्रम के माध्यम से हमे अपनी सस्कृति को समझने का मौका मिल पाया है,,, सुरेश सर की मैं बहुत बड़ी फैन हूं, और सरकार से अनुरोध करती हूं कि... हमारी उत्तराखंड की संस्कृति को बढ़ावा दे। Suresh अंकल के पद चिन्हों पर ही आज पवनदीप भारत का चमकता सितारा है.... हम लोग बहुत ही सौभाग्य शाली है कि एक ऐसा नाम आदरणीय अंकल जी (सुरेश ... अर्थात.... सुरो... की रेस में सर्वप्रथम).... हैं... ... (रमेश अर्थात... राम+ईश... ईश्वर की भक्ति में रम के संगीत को अभिभूत करते हैं। ऐसे उत्तराखंड के महाकालाकारो को शत शत नमन 🙏🙏🙏🙏
आपका सब का दिल से
शुक्रिया
ममता मोनिका आर्या
हल्द्वानी से
Bahut sundar prastuti 👏👏👏👏 Jai Devbhumi Uttarakhand Hamari 🙏🙏❤️💐💐
❤❤🎉🎉❤❤आनन्दमयी प्रस्तुती । जगरीया जी का तो कोई तोड नही है।
सातवीं बार सुन रहा हूँ,पुरखों की विरासत को सम्भालने वाले दोनों गायकों को करवद्ध नमन!🙏🙏🙏
संस्कृति के वास्तविक संरक्षकों जैसे सुरेश राजन और रमेश जगरिया को आमंत्रित करने के लिए RJ KAVYA को और Anandam Sweets को लाख लाख साधुवाद🙏🙏🙏
Abhi tak ka sabse acha episode hai yee❤❤
"धुलौटा या धुलर्क " विधा शैली में गाने वालों को अब कौन बुलाएगा, जब य़ह प्रथा ही विलुप्त हो चुकी है दिवाली पर अब "भैलो" नहीं खेले जाते हैं, दिवाली की रात मे हर एक बड़े गांव में अधिकतर देवताओं की नचाई होती थी, आज की दिवाली और इगास की कृत्रिमता देखकर दुख होता है,
Pawandeep Rajan ji ke papa suresh Rajan ji ko sunte huee hamesha achha lagta hai ❤️
Pawandeeps papa wow beautifully sung🙏🏼
❤👌👌🙏पैलाग प्रणाम काव्य जी,बहूत ही सुंदर ब्लोग, मेरी शादी मै छलिया थे रमेश दा, थैंक्स काब्य जी आपका दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध के मैदान पर हम अपनी संस्कृति का आनन्द ले रहे है, जय हिंद, सैल्यूट सर आपको 🙏
जो भी आप लोग अपनी संस्कृति को उजागर कर रहे हैं आप लोगों का बहुत बहुत आभार है
काव्या जी! हल्का बक्का रह गए हो,🤣🤣🤣 इसे कहते हैं असली जागर🙏🙏🙏
बहुत अच्छा लगा दोनों लेजेंड को देखकर
राजन जी उत्तराखंड की संस्कृति से बहुत प्यार करते है
रमेश जी - बहुत अच्छे जगरिया है पूरे उत्तराखंड मै हम तो बहुत बड़े फैन है दादा के❤🎉
Kaviya mja aata hai tumh ye apisode sab pahadi singer leke aata ho or phadi bhi mst bolte ho
बहुत सुंदर 👌 लोक विधाओं के महारथी,आप दोनों को सादर प्रणाम 🙏🏻
Kavavya g app तो देखते रह gaye ramesh g को कया बात है da 🙏🙏🙏🙏
Apko देवता तो nahi आऐगा da 🌹🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जय ho
बहुत सुन्दर प्रस्तुति 🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️❤️
जय हो सुरेश भाई और रमेश भाई जियो... मां सरस्वती के संगीत रूपी सादगी और व्यक्तित्व को विनम्रता से भरने वाली वास्तविक रचना की प्रत्यक्ष निशानी हो आप जैसे दिव्य लोग....अब घर की तकलीफों की वजह से आपसे मिल नहीं पा रहा हूं पर पुरानी यादों को याद करता हूं आपके घर आए की तो तरोताजा हो जाता हूं पूरा मन संगीत की दिव्य तरंगों से भर जाता है...नमन आप लोगों और काव्या भाई को🙏🙏
"बांद पहाड़ी" जैसी रचनाएं सकून देती हैं, ❤🙏💜👍
बहुत ही सुंदर, , आज वो सुना जिसके लिए मैं काफी समय से इंतजार कर रहा था, मैं दिल से धन्यवाद देता हूँ आपको काव्या जी बस इसी तरह हमारे उतराखंड के कलाकारों को आप अपने चैनल के माध्यम से एक खूबसूरत मंच देते रहिये, बहुत से ऐसे कलाकार हैं जिन्हें अभी तक जनता जानती नहीँ है, ,, आपका दिल से धन्यवाद🙏💕
गजब,गजब,गजब,गजब,गजब,गजब,गजब
,गजब,गजब,गजब,गजब,गजब,गजब,गजब
काव्या भैजी प्रणाम
गढ़-कुमाऊँजौनसार को इतना करीब से जानने समझने को मिल रहा है,जिसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद🙏❤
मैं इन दोनो पहाड़ी संस्कृति के ध्वजवाहकों को सादर नमन करता हूं ❤❤❤
Well done Kavya bhai. सुरेश राजन भाई और रमेश भाई जगरिया जी की अद्भुत जोड़ी की इन बिलुप्त विधाओं की प्रस्तुतियां देख व सुन कर मन प्रसन्न हो गया। वास्तव में यही है असली हिल की धड़कन। और इसके संवर्धन हेतु जो कार्य आप कर रहे हैं वाकई काबिले तारीफ है। God bless you bro.
Ramesh da ls best jagar Aap jaisa koi nahe h
wow nice episode maja aa gaya dekh kar
यह एपिसोड बहुत अच्छा था आनंदम ही आनंदम
Jai ho🙏
Ye hain uttarakhand ka amuly dharohar ... Pure flok
प्रोग्राम जबरदस्त चल रहा हैं अच्छे अच्छे कलाकार aa रहें हैं शानदार काव्य जी मीना राणा जी का आना भी जरूरी हैं इस सीजन में काव्य जी 🎉
🙏🙏🙏छटी बार सुन रहा हूँ देख रहा हूँ🙏🙏🙏
Bahut bahut badhai shubhkamnain jai shree. Ganesha Jai shree bholenath Jai shree baba.ganganath.sada.jay.ho.aapki
कैसी कैसी महान आत्मा हैं हमारे उत्तराखंड मे जय हो देव भूमी उत्तराखंड 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bahut acha so👍👍
जय हो काव्या भाई....बहुत दिनों बाद लेटेस्ट खुश्बू देखने और सुनने को मिलेगी सुरेश भाई के उदार और विनम्र व्यक्तित्व की...🙏🙏
Aj kal log kal aaye singer ko legend kahte hai....real legends th ap dono ho
भोत भल लागो ये एपिसोड - जय देवभूमि उत्तराखंड 🙏
जै हो गंगनाथ ज्यू 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Very nice video kabya ji ,🙏🙏
Jitni taarif ki jaaye utna he kam hai artist ko stage v mil rha h aur ritual, roots culture ki jankari new generation ko v mil rhi h & Thank u kaavya Da !
मजा आ gaya da ajj सच्ची मै कया बात है
बहुत सुन्दर प्रस्तुति आपको बहुत बहुत बधाई
Dyaju, beech mai video rokkr comment krna pdaa mtlb Suresh Rajan ji to kmaal hain he lekin Ramesh Jagriya ji ne to sama baadh diya mtlb aisa lg rhaa ho mano gaana chlaya ho speaker pr
kyaa khrtnak awaaz or gaayika hai Ramesh Jagriya ji ki live concert free mai dekh liya lg rhaa h mai to fan ho gyaa bhaisahab😊
Jai Devbhoomi, Jai Uttrakhand ❤
जय हो गंगनाथ बाबा की . बहुत सुन्दर वीडियो🙏🙏❤️❤️
धूम मचा दिया जय उत्तराखंड संस्कृति जय हो
काब्य दाज्यू जी
Jay gangnath Baba ki
Ati sundar
Bhut khub 🎉maja aa gya bhai
काव्य जी आपका और आनंदम का धन्यवाद जो इतने बडे कलाकारो को हमे दिखा और सुना रहे हो 🌹🌹🌹🌹🌹😍
supeerrrrbbbb and best episode
pandavaas ko bhi bulao
भौते भौल 🙏🏻🙏🏻❤
जागर की प्रस्तुति बहुत शानदार ।🙏
legend ❤❤
काव्य जी, चन्द्र सिंह राही जी के पुत्र हैं उन्हें भी बुलाया की नहीं, कृपया बताएं।
Bhut hi sundar
बहुत सुंदर गा रहे है 👏👏मैंने ख़ुद नैनीताल में इन्हें देखा था पवनदीप को कंधे पे रख कर घूम रहे थे और पवनदीप ने तबला बजाया था 😊
Bahot sandar 🎉🎉 kaavya ji ko bahot dhanyawad
100 million se upar jayega
Indian idol me Suresh ji ka vi ak sow hona sahiye,pura des ke liya
Program sunkar man ko bahut Anand aayq thank you
सुरेश राजन जिन 47 विधाओं की बात कर रहे हैं उन सभी विधाओं के विशेषज्ञ गायकों/घरानों को लेकर एपिसोड बनाएं, कुछ सौदे घाटे के लिए भी RJ KAVYA प्रयास कर सकते हैं, सुरेश राजन को फिर बुलाया जाए🙏🙏🙏
जय हो गंगनाथ ज्यू 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 दोनों महान कलाकारो को मेरा कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏❤❤
Bahut sundar episode bhai
Gjb ho gjb ❤❤❤❤
गाता रहे मेरा हिल यही चाहे मेरा दिल ❤
Ramesh da... melodious voice
बहुत शानदार
Bahut sunder program..🎉🎉
मेरे परम आदरणीय गुरुदेव के पास अनेक विधाओं का भंडार है
राजन सर के पास पहाड़ी संस्कृति जो विधा विलुप्त हो गई है उन्हें उजागर करने की कोशिश करें आर जे काव्य सर जी🙏
अगला एपिसोड जरूर दिखाएं आपकी अति कृपा रहेगी
जय श्री श्याम
जय उत्तराखंड
दोनो ही उत्तराखंड की मूल संस्कृति के मूल कलाकारों से अनुरोध है कि वो इस मूल विधा को आगे बढ़ने की कोशिश करें। ताकि यहा के युवा पीढ़ी इस विधा को सीख सके और आगे बढ़ाये सके। अब इन विधाओ की बचाने के सक्त जरूरत है। अन्था हम अपनी मूल खूबसूरत संस्कृति को खो देंगे।
Bahut Achcha
Kavya sir aapko sun kar ham Jase nojwan bhi apne uttarakhand me wapas swarojgar kholne or whi apne uttarakhand ke liye chote chote prayash krenge sir
बहुत बहुत शानदार❤❤❤❤ऐसा लगता है episodeअधूरा रह गया भाई😊😊
Bahut bdiya bahut sundar
अहा लोकगीतों की बहार 👌👌👌👌
बहुत सुंदर प्रस्तुति 🙏🙏🙏🙏
Bahut badiya 🌺🌺👏👏
Pranam sebhi ko..
Jai ho ganganath Ji ❤😊
बहुत खूब।
बहुत सुंदर 🎉🙏
Sandar svi ko 🙏🙏
Gjb Sir ji ❤❤❤
फकीरा का आज भी कोई तोड और कलाकार नही है। ❤❤❤❤❤
Bahut acha
👌👌👌👌👌❤❤❤❤❤🙏🙏
Bahut khoob ❤❤❤❤
Gajab ❤
सभी 55+ आयु वर्ग के सुधी परम्परावादी दर्शकों,श्रोताओं को अमावस दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं🙏🙏🙏
बहुत बहुत अच्छा लगता हैं
jai ho gangnath bhgwan ji
Gajab❤❤❤❤
कृष्णा बगोट,घन्ना भाई को भी बुलाइये! वे भी बहुत पुराने कलाकार हैं, ये लोग गा भी लेते हैं🙏🙏🙏
❤🙏
सुपर जागर