@@shakirsidhiqui7965 tum to chup hi rho yar tumhari wajh se hamare desh mein jhagde ho rhe hai. Aur RSS ko gali doge to tuhare taliban bhai bura man jayenge wo bolenge hamse harami koi nhi paida hua is duniya mein.
सही बात है जनता को पता चलना आरएसएस वाले अंग्रेजो के पिठु थे क्रांतिकारियों के पते अंग्रेजो को बता देते थे ओर इनका देश की आजादी में इनका कोई योगदान नही है
Haan lekin PM angrej Nehru ko bana gaye or pitthu rss ke log the, Mountbatten ki wife nehru lekar ghhomte the pitthu rss wale the,sabhi angrej officer nehru ke ghar annand bhawan mein guest hote the pitthu rss wale the,abey adoo hai kya
Jab Non-Brahmin ko padne ka hi right nahi tha to jitni bhi kitaabein hai wo Brahmin ne apne hi paksh ki likhi hongi na? Non Brahmin ke jehan me to sirf tashweer hongi na, aaj Hume un tashweero ko kitaabo me utarna hoga
आज़ादी की लड़ाई में RSS का कोई भी योगदान नहीं था।यह संगठन तब समाज को जाती और धर्म के नाम पर बांटने का काम करता था और आज भी यही सब कर रहा है।अब सरकार इनकी है तो इतिहास बदलकर अपने-आप को महान बनाने की कोशिश कर रहा है।
अंग्रेजो को माफी मांगने वालो को क्यो पढाया जा रहा है!इनका देश के स्वतंत्रता मे क्या योगदान है?राकेशजी झेंडे के कारण स्वतंत्रता मे भाग नही लिया?क्या देश भगवाकरण करना चाहते है?
जिसे संघ के लोगों ने संपूर्ण रूप से सविंधान को नही स्वीकारा 52 वर्षों तक तिरंगा नही फहराया और जिसे संघ को सरकार पटेल ने rss को बैन करने को आज से 60 वर्ष पहले ही कह दिया उसे कभी भी किसी भी विद्यालय मे नही पढना चाहिए और पढ़ाया जाये तो संघ का काला एवं सफेद दोनों पढ़ाया इतिहास पढ़ाना चाहिए
Jab Non-Brahmin ko padne ka hi right nahi tha to jitni bhi kitaabein hai wo Brahmin ne apne hi paksh ki likhi hongi na? Non Brahmin ke jehan me to sirf tashweer hongi na, aaj Hume un tashweero ko kitaabo me utarna hoga
शर्मा जी बीजेपी स्कुल से लगाकर विश्वविद्यालय तक स्वतंत्रता सेनानियो का हटा दे और इस स्थिति मे भारतीय छात्र विदेश मे जाकर शिक्षा ग्रहण करने के लिए जायेगे, वहा भारतीय स्वतंत्रता सेनानियो के बारे मे हकीकत का पता चलेगा, तब भारतीय छात्रो की क्या स्थिति होगी ।
vanha aur yanha ye padhaya jata hai arya bahar se ayye the jabki koi saboot nahi ab hariyan aur hadappa me mile havan kund ne sabit kar diya ki koi bahar se nahi aya
@@narrativewarnw323 अरे घोचू लगता है चड्डी गैंग का इतिहास पढ़ते हो चड्डी गैंग नेहरू का सुनते ही गर्म तवे पर बैठ कर उछलने लगते है 😁😀 ( नेहरू जी संघी नही थे )
अरे भाई ये गोडसे गांधी के बारे में जान कर किया मिलेगा। ये सब क्या है मंदिर मस्जिद हिंदू मुस्लिम आप लोग समाज को कहाँ ले जा रहें हैं। आज लोगों को विज्ञान की जरूरत है न कि मंदिर मस्जिद हिंदू मुसलमान की जरूरत नहीं है।
जब 1946 में यह तय हो गया कि हिदू और मुस्लिम दो अलग कौमे हैं और ये साथ नही रह सकते हैं तो फिर भारत को हिन्दू राष्ट्र क्यों नही घोषित किया गया ? इसे भी हिंदुस्तान के स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में जोड़ा जाना चाहिए।
देश के युवाओं एवं पत्रकारों बुद्धिजीवियों के सामने आपसी सहमति, सहयोग और भाईचारें को बनाए रखने के साथ, बेरोजगारी असमानता को खत्म करने की चुनौती है।इन सवालों के हल के बिना एक छोटा सा घर नहीं चल सकता, फिर देश कैसे चलेगा।जय हिंद
जो लोग ये कहते हैं कि स्वतंत्रता संग्राम में आर एस एस की भूमिका को संदिग्ध मानते हैं, वे यह बतायें कि जिन लोगों ने अंग्रेजों से मांफी मांगी, उन्हें काले पानी की सजा तथा अधिकतम वर्ष में एक दो बार पत्र लिखने की अनुमति और जिन्होंने अंग्रेजों से युद्ध किया, उन्हें भारत एक खोज जैसी भारी भरकम किताब लिखने की छूट क्यों और कैसे दी गई।
Rss desh ke dusmano ka sath diya bhart choro andolan satyagarh andolan ka birodh kiya tha or apne dafatar me tiranga tak nahi lagata tha or jhutha desh bhakt banna chahte hai
आरएसएस ने कांग्रेसी आंदोलन में भाग क्यों नही लिया इस पर सवाल करने वाले जबाब दें कि कांग्रेस ने सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में भाग क्यों नही लिया????
Rss का मुख्य लक्ष्य ब्राह्मणों, सवर्णों का राष्ट्रवाद है जिसके आदर्श होते हैं मंगल पांडे, सावरकर, मदनमोहन मालवीय, और बहुत से ऐसे नाम पर बाकी जो हैं उनकी भूमिका भुल जाते हैं.
आजाद जी को मुठभेड़ में मार दिया गया वो भी पढाया जाए कि क्या हुआ था मुठभेड़ के पहले ये भी पढ़ाया जा सकता है.....पेशवा की पेशवाई कायम करनेऔर मराठी समाज को दोयम दर्जा देने की मनोवृत्ति को पढ़ाया जाए.
आजादी मे मूसलमानो का भूमिका भी तो पड़ाये , अर र्हतीहास किसने लिखा वो सही लिखा है का ,, र्हतीहास दो प्रकार के होते , एक प्रताक्ष अर एक् अ प्रताक्ष है ,, सिधी बात आंखो देखा अर एक दूसरो किं वात सुनकर ,..,,
आज देश मे कोई भी देवीय आपदा या अन्य कोई विपत्ति होती है।आर एस एस घटनास्थल पर सबसे पहले सहायता करता है।वही दूसरे संगठन सरकारी निधी लेने के चक्कर मे बैठे रहते हैं।अन्दाजा लगाओ इतिहास किसका सही है
@@puneet6716 ankit bhai hame kisi bhi mata ko manne me koi dikkat nahi hai. Hame pujne me dikkat he.. इस्लाम kehta है तुम इज़्ज़त सबकी करो.. लेकिन इबादत पुजा सिर्फ एक निराकार की ही करो. हम तो मोहम्मद साहब की इज़्ज़त करते हे नाके पूजा.. पूजा सिर्फ एक ही निराकार की..
चौधरी जी संघ का हमारे देश कि आजादी में कोई योगदान नहीं था ये पुरी दुनियां जानती है इन लोगो से पूछिए आज कोरोना काल में इन लोगों क्या किया और अभी इन लोग क्या कर रहे हैं
सत्य- बहुत बडी खबर। सन 1734 मे तमाम देवी देवताओ ने तमाम हिंदुओ को धर्म से बाहर निकालकर जयपुर के सद्भावी महाराजा सवाई जयसिंह से दुनिया का सबसे बडा भगवान गणेश तीर्थराज स्थल बनवाकर धरती पर पहलीबार सच्चे समान मानवतावादी व वर्णविहीन धर्म स्थापना का श्री गणेश करवाया था ताकि दुनिया मे सुख ही सुख हो सके। इसका सत्य भगवानो के आदेशो से 13-1-2010 को वापस आ चुका है। राजा ने इसको शिव परिवार तीर्थो की शक्तियो तथा हनुमानजी, भैरुजी, परशुराम जी चोकीदारो व स्नान सरोवर जलमहल तालाब इत्यादियो से सभी देवी देव मठ, मंदिर व तीर्थो मे अत्यंत महा शक्तिशाली बनवाया था। लेकिन हिंदुओ ने इसको राजा जयसिंह के निधन बाद आज से 280 साल पहले ही ठोकर मार दिया था जिसके कारण भगवानो ने भारत देश को अंग्रेजो की गुलामी सहित अनेक प्राकृतिक महा दुखो की सजाऐ दी है। यह रहस्यमयी प्रभातपुरी का खोला का इतिहास है। यह तीन किलोमीटर पहाडो से बने शेषनागफन मे है। यह पहाडो मे वीरान पडा था। दुनिया के तमाम हिंदू इस महान गणेश जी के दर्शनो से मानवतावादी धर्म मे प्रवेश करेगे उसके बाद ही धरती के तमाम धार्मिक स्थानो मे देवी देवो को दर्शन स्वीकार होगें और मोक्ष मुक्ति होगी। यह परम सत्य है। इसका सत्य वापस आया तो यह तो महान चमत्कार दिखाता रहा और हिंदू इसमे महा अत्याचार करते रहे, शिव स्नान झरने के नीचे नहाकर शिव का महा अपमान करते रहे जिसके कारण भगवानो ने दुनिया को कोरोना महामारी की सजा दी है क्योकि यह तमाम दुनिया की मानवता का मानवतावादी धर्म निर्माण का श्री गणेश करवाया हुआ महान गणेश तीर्थराज स्थल है। लिखने को तो बहुत है।
My grandfather was freedom fighter , he has refused to entertain f.f.pansion-when he called to apply for same...but to maintain national ethics..he has not entertained. And worked upto seventy.five years .. to support family... 🙏 This is nationalism... No communism.... 🌹
फिर तो खाली स्थान की जो आजादी के लिए जो सिख लड़े थे उनकी भी हिस्ट्री लोगों को पढ़ाने चाहिए जिससे और भी देश बनने के रास्ते साफ हो जाएंगे भारत के छोटे-छोटे टुकड़े आरएसएसबी चाहता है कि भारत के छोटे-छोटे टुकड़े हो जाएं और जो
पत्रकार साहब जब भी इस तरह का डिबेट हो तो कृपया बामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम को और A. P.I पार्टी के अध्यक्ष विजय मानकर जरूर बुलाया करें फिर देखिए कैसे चड्डी धारियों का चड़ी उतर आता है
RSS-BJP ka asli Mtlb h.. Tukde-tukde gang... Actually H to te wastvik tukda gang kintu bolte dusre ko H taki koyi inhe na kahe... Dono gaddar H desh ke
राकेश सिन्हा बोलना शुरू करते हैं तो एंकर के लाख कहने पर भी नहीं मानते। एक बात और काबिले गौर है कि उनका वश चले तो चर्चा के निर्धारित समय में वह अकेले ही बोलते रहें और भी यह समय कम पड़ जाए। जब दूसरा वक्ता बोलता है तो सिन्हा जी बीच में फिर बोलने लगते हैं। वही सच मानते हैं जो खुद कहते हैं।
Sirf ek hi sachchai hai Jo logical hai aur saari mahabharat ka ant karne ke liye kaafi hai aur wo ye ki Jab Non-Brahmin ko padne ka hi right nahi tha to jitni bhi kitaabein hai wo Brahmin ne apne hi paksh ki likhi hongi na? Non Brahmin ke jehan me to sirf tashweer hongi na, aaj Hume un tashweero ko kitaabo me utarna hoga
मुझे समझ नही आता कि क्या जरूरी था कि हर कोई कांग्रेसी आंदोलनो में भाग लेता ये अपनी स्वतंत्रता है 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन कांग्रेस का आंदोलन था न कि आरएसएस का तो इसमें आरएसएस क्यों भाग ले??
इतिहास में राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए किसने क्या किया विद्यालय में यह पढ़ना देश के राजनीतिक दलों को लाम पहुचाने का छदम ढंग है। पढ़या यह जाना चाहिए कि प्रशासन कैसे चलाया जाना चाहिए।
अरे हमे rss का इतिहास नही पढ़ना है। प्राचीन इतिहास मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास कम थोड़ी है भाई इसे ही पढ़ने में एक साल लग रहा है। सबसे दुख की बात ये है कि ये कार्यपालिका विधायिका जो मन में आए वही कानून बना दे और न्यायपालिका इस पर चुप बैठी है और रही बात राजनीतिक पार्टियों की तो ये कोई न भूले की देश को खड़ा किया है तो वह कांग्रेस ही। हम लोगो के स्कूलों में गुरु जी ने यही पढ़ाया है कि नेहरू, डॉ आंबेडकर, पटेल डॉ आर पी, और भगत सिंह, आजाद इन लोगो की बहुत बड़ी भूमिका थी जय हिन्द
जो संगठन कभी तिरंगे झंडे का सम्मान न करें वह सच्चा देशभक्त नहीं हो सकता
संदीप जी देश का इतिहास नहीं बदला जा रहा है।देश के बेडेगर्क की तरफ धकेल ने की प्रक्रिया को आगे बढाया जा रहा है।
Kacha baniyan ki asli sachai hai ki sale suru se gaddar they. Aj rashtravaadi ban rahe hain. Apne yahan tiranga nahi fahrate
Desh ka beda gark to congress ne kiya. Azadi dilwaye nata jine bol diya churkhey ne deelwai
@@Jayjaiswal1990 taliban mein bhi log hain to kya
Hamara sabse bada durbhagya hai ki hinduo ke virodhi hindu hi hai.
Sharm karo .
Nahi to mithe me der nahi lagegi.
Sandeep ji aap ko bhi mirchi lagi hui haain rss ko aap bhi padhyie
इतिहास पढ़ाने का शौक है तो आजादी के पहले से लेकर अाज तक का इतिहास पढ़ाया जाय
Are Desh Azad hi nahin Hua Kabhi chutiya
Kahin document Mein Nahin Dekha
कोई पागल ही होगा जो खुद को सरे बाजार नंंगा करता है , संघी चालाक लोमड़ी की प्रजाती के है
Nehru key barey bhi btay advina mout betan key barey
@@shakirsidhiqui7965 tum to chup hi rho yar tumhari wajh se hamare desh mein jhagde ho rhe hai. Aur RSS ko gali doge to tuhare taliban bhai bura man jayenge wo bolenge hamse harami koi nhi paida hua is duniya mein.
सही बात है जनता को पता चलना आरएसएस वाले अंग्रेजो के पिठु थे क्रांतिकारियों के पते अंग्रेजो को बता देते थे ओर इनका देश की आजादी में इनका कोई योगदान नही है
Haan lekin PM angrej Nehru ko bana gaye or pitthu rss ke log the, Mountbatten ki wife nehru lekar ghhomte the pitthu rss wale the,sabhi angrej officer nehru ke ghar annand bhawan mein guest hote the pitthu rss wale the,abey adoo hai kya
@@abckumar1333 kaun se nasha karke sapne dekhta hai
Jab Non-Brahmin ko padne ka hi right nahi tha to jitni bhi kitaabein hai wo Brahmin ne apne hi paksh ki likhi hongi na? Non Brahmin ke jehan me to sirf tashweer hongi na, aaj Hume un tashweero ko kitaabo me utarna hoga
@@gaurav2254 marijuana leta hoon lega kya
आज़ादी की लड़ाई में RSS का कोई भी योगदान नहीं था।यह संगठन तब समाज को जाती और धर्म के नाम पर बांटने का काम करता था और आज भी यही सब कर रहा है।अब सरकार इनकी है तो इतिहास बदलकर अपने-आप को महान बनाने की कोशिश कर रहा है।
1 number baat bola bhai
अंग्रेजो की ख़बरi था आज dekho अंग्रेज अपना घर kisko दे krr गया...
Tilak Raj Yadav shi bola bai je baat sach hai aur koi jhotla nhi sakta je gaddar the aur rahege
Lyrics
Kacha baniyan ki asli sachai hai ki sale suru se gaddar they. Aj rashtravaadi ban rahe hain. Apne yahan tiranga nahi fahrate
अंग्रेज़ो से भत्ता लेने वालों को अब इतिहास में पढ़ाया जाएगा
BEST COMEDY INDIA आरएसएस के बारे में जानते भी हो।
Yes poori history
Apko koun sa jawab chahiye
Kacha baniyan ki asli sachai hai ki sale suru se gaddar they. Aj rashtravaadi ban rahe hain. Apne yahan tiranga nahi fahrate
@@miliniumpc wright
RSS napunsko ki fouj hain bhosdike louds chaat rahe the angrejo ke
अंग्रेजो को माफी मांगने वालो को क्यो पढाया जा रहा है!इनका देश के स्वतंत्रता मे क्या योगदान है?राकेशजी झेंडे के कारण स्वतंत्रता मे भाग नही लिया?क्या देश भगवाकरण करना चाहते है?
Yeh bhi to batao sanghathan ke liye P aisa kahan se ata hai
गद्दारों का इतिहास क्यों पढ़ाया जाय। ये मक्कार उस समय में होते तो देश आज तक आजाद नहीं हो पाता ।
R.S.S ki DESH ke saath ki gayer Gaddari ko bhee padhaya Jana chahiye Taki desh ki janta ko in desh ke gaddaron ke vishya me sahi jankari ho
Gadaar to gaandhi aur Nehru tha jisme Pakistan ko banne Diya jhopdika.😡
Bhai tera bapp dada bhi koi freedom fighter tha kya?
झूठा इतिहास सिखाऐंगे ये नाकाम प्रधानमंञी झूठ बोलनेमे माहिर है
Ur right
जिसे संघ के लोगों ने संपूर्ण रूप से सविंधान को नही स्वीकारा 52 वर्षों तक तिरंगा नही फहराया और जिसे संघ को सरकार पटेल ने rss को बैन करने को आज से 60 वर्ष पहले ही कह दिया उसे कभी भी किसी भी विद्यालय मे नही पढना चाहिए और पढ़ाया जाये तो संघ का काला एवं सफेद दोनों पढ़ाया इतिहास पढ़ाना चाहिए
Jab Non-Brahmin ko padne ka hi right nahi tha to jitni bhi kitaabein hai wo Brahmin ne apne hi paksh ki likhi hongi na? Non Brahmin ke jehan me to sirf tashweer hongi na, aaj Hume un tashweero ko kitaabo me utarna hoga
इतिहास द्वारा सत्य सामने लाया जाना चाहिए चाहे वह गाँधी- नेहरू के पक्ष में हो या विपक्ष में; या वह rss की बुराई करे या प्रशंसा।
गूगल करके देखा जा सकता है कि RSS ने देश हित में आज़ादी की लड़ाई में कुछ नहीं किया । बल्कि माफ़ी माँगने का
शर्मा जी बीजेपी स्कुल से लगाकर विश्वविद्यालय तक स्वतंत्रता सेनानियो का हटा दे और इस स्थिति मे भारतीय छात्र विदेश मे जाकर शिक्षा ग्रहण करने के लिए जायेगे, वहा भारतीय स्वतंत्रता सेनानियो के बारे मे हकीकत का पता चलेगा, तब भारतीय छात्रो की क्या स्थिति होगी ।
vanha aur yanha ye padhaya jata hai arya bahar se ayye the jabki koi saboot nahi ab hariyan aur hadappa me mile havan kund ne sabit kar diya ki koi bahar se nahi aya
आज तक मै कितने ही संघ परिवार के लोगो से पूछा हूँ कि किसी एक संघी का नाम बताओ जो आजादी की लड़ाई मे शहीद हुआ है ?
Nehru
@@narrativewarnw323 अरे घोचू लगता है चड्डी गैंग का इतिहास पढ़ते हो चड्डी गैंग नेहरू का सुनते ही गर्म तवे पर बैठ कर उछलने लगते है 😁😀 ( नेहरू जी संघी नही थे )
अरे भाई ये गोडसे गांधी के बारे में जान कर किया मिलेगा।
ये सब क्या है मंदिर मस्जिद हिंदू मुस्लिम आप लोग समाज को कहाँ ले जा रहें हैं।
आज लोगों को विज्ञान की जरूरत है न कि मंदिर मस्जिद हिंदू मुसलमान की जरूरत नहीं है।
जब 1946 में यह तय हो गया कि हिदू और मुस्लिम दो अलग कौमे हैं और ये साथ नही रह सकते हैं तो फिर भारत को हिन्दू राष्ट्र क्यों नही घोषित किया गया ?
इसे भी हिंदुस्तान के स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में जोड़ा जाना चाहिए।
संदिप जी नमस्ते, भाजपा, भारत की धर्मनिरपेक्ष ता को नष्ट कर रही हैं।
RSS का आज़ादी में कोई भूमिका नही बल्कि माफ़ीनामा के लिए मसहूर है
Sandeep chaudhry is a very true patrakar, sabse bahut hi steek swaal puchate hey, nishpaksh hokar
😂😂😂😂😂
सभी जानते R S S भारत का आजादी मे कोई योगदान नही है।
देश के युवाओं एवं पत्रकारों बुद्धिजीवियों के सामने आपसी सहमति, सहयोग और भाईचारें को बनाए रखने के साथ, बेरोजगारी असमानता को खत्म करने की चुनौती है।इन सवालों के हल के बिना एक छोटा सा घर नहीं चल सकता, फिर देश कैसे चलेगा।जय हिंद
New generation wants to study science, maths , technology, socialism, economic so we can do it for the development.
सावरकर क्या करते वो अंग्रेजो के आगे घुटने टेक दिए । क्योंकि उनको पेंशन लेना था।
जो लोग ये कहते हैं कि स्वतंत्रता संग्राम में आर एस एस की भूमिका को संदिग्ध मानते हैं, वे यह बतायें कि जिन लोगों ने अंग्रेजों से मांफी मांगी, उन्हें काले पानी की सजा तथा अधिकतम वर्ष में एक दो बार पत्र लिखने की अनुमति और जिन्होंने अंग्रेजों से युद्ध किया, उन्हें भारत एक खोज जैसी भारी भरकम किताब लिखने की छूट क्यों और कैसे दी गई।
RRS का भारत में कोई योगदान नहीं यह देश को बर्बाद कर देंगे
अगर आरएसएस के लोग अंग्रेज से मिले थे तो जेल क्यों गए ? सवाल तो ये भी है
Rss desh ke dusmano ka sath diya bhart choro andolan satyagarh andolan ka birodh kiya tha or apne dafatar me tiranga tak nahi lagata tha or jhutha desh bhakt banna chahte hai
आरएसएस ने कांग्रेसी आंदोलन में भाग क्यों नही लिया इस पर सवाल करने वाले जबाब दें कि कांग्रेस ने सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में भाग क्यों नही लिया????
भाई आज मैं rrs का इतिहास के बारे में जान गया हूं
हिंदू शब्द यूनानी लोगों के साथ आया जो स का उच्चारण ह की तरह करते थे और सिंध को हिंद कहते थे जिससे हिंदू शब्द पैदा हुआ।
धार्मिक आतंकवादियों ,मुखबिरों का भी इतिहास पढ़ाया जाना चाहिए
BJP RSS संविधान विरोधी देश विरोधी बहुजन विरोधी
देश में सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के लोगों से जलन है तो वह आरएसएस हैं
Rss का मुख्य लक्ष्य ब्राह्मणों, सवर्णों का राष्ट्रवाद है जिसके आदर्श होते हैं मंगल पांडे, सावरकर, मदनमोहन मालवीय, और बहुत से ऐसे नाम पर बाकी जो हैं उनकी भूमिका भुल जाते हैं.
देशांअतर्गत सभी संघटनोंका अभ्यासविद्यापिठोमे पढाया जाना चाहिए।
भारत चीन के युद्ध में कितना बड़ा कार्य आरएसएस का रहा है उसके बारे में हमे जानने का पूरा हक है।
1930 के घटना को लिखा हुआ प्रत्यक्ष दर्शियों के न पढ़कर आज भाजपा आरएसएस वाले के मनगढ़ंत पाठ्यक्रम में पढ़ाई
आजाद जी को मुठभेड़ में मार दिया गया वो भी पढाया जाए कि क्या हुआ था मुठभेड़ के पहले ये भी पढ़ाया जा सकता है.....पेशवा की पेशवाई कायम करनेऔर मराठी समाज को दोयम दर्जा देने की मनोवृत्ति को पढ़ाया जाए.
आजादी मे मूसलमानो का भूमिका भी तो पड़ाये , अर र्हतीहास किसने लिखा वो सही लिखा है का ,, र्हतीहास दो प्रकार के होते , एक प्रताक्ष अर एक् अ प्रताक्ष है ,, सिधी बात आंखो देखा अर एक दूसरो किं वात सुनकर ,..,,
स्वतंत्रता संग्राम में आरएसएस का कोई योगदान नहीं है।
अगर अंग्रेजो ने sc st obc को आजादी देना चाहती हैं तो मुझे ऐसी आजादी नहीं चाहिए _ गोलवलकर
संघ आज भी किसी आंदोलन मे संघ बनके नही आता उसके स्वयंसेवक निजी तौर पर आंदोलन मै शामिल हों सक ते है ।
Rakesh sinha ji ka juban kyo larkha rana rahe hai
👍👍
ये मानसिक रोगी h
@@jahidhussain3683 mansik rogi hi 54 sall ki umar 9 sall ki ladki se shadi kar sakta hai....
आज देश मे कोई भी देवीय आपदा या अन्य कोई विपत्ति होती है।आर एस एस घटनास्थल पर सबसे पहले सहायता करता है।वही दूसरे संगठन सरकारी निधी लेने के चक्कर मे बैठे रहते हैं।अन्दाजा लगाओ इतिहास किसका सही है
BAMCEF के बारे में भी यूनिवर्सिटी में पढ़ाइए
BAMCEF ka bharat ke nirman me uutna he yogdan hai jitna Rahul Gandhi Ka Hai.
आशुतोष, नवाब मलिक, पंकज शर्मा आपका बहोत बहोत धन्यवाद
Rss ka koi ak bada yogdan bataye koi bhi bhakt
Sab se bada yogdan desh me nafrat Hindu Muslim k beech
RSS BJP VHP
chl bhai Mene man Liya Lekin koi bhi muslim Bharat Mata ki jai bolne m kya dikkat h
@@puneet6716 ankit bhai jis tarah aap ko allah ko or hamare pegambar mohammad sahab ko manne me dikkat he..
@@puneet6716 ankit bhai hame kisi bhi mata ko manne me koi dikkat nahi hai. Hame pujne me dikkat he.. इस्लाम kehta है तुम इज़्ज़त सबकी करो.. लेकिन इबादत पुजा सिर्फ एक निराकार की ही करो. हम तो मोहम्मद साहब की इज़्ज़त करते हे नाके पूजा.. पूजा सिर्फ एक ही निराकार की..
चौधरी जी संघ का हमारे देश कि आजादी में कोई योगदान नहीं था ये पुरी दुनियां जानती है इन लोगो से पूछिए आज कोरोना काल में इन लोगों क्या किया और अभी इन लोग क्या कर रहे हैं
RSS,BJP, History : Divide and Rule.
आरएसएस वाले नफरत के अलावा और कुछ नहीं बता सकते क्योंकि इन्होंने हमेशा से आज तक यही सीखा है और देश में यही फैला रहे हैं
What about sikhs ? Who gave 80% life's. For freedom. 3 anglo sikh wars . More than 5lakh died during partition. Punjab got divided 4 parts .
आर आर एस कभी देश का भला नहीं कर सकता है
Bjp rss का milibhagat है bjp bhagao des Bachao
सत्य- बहुत बडी खबर।
सन 1734 मे तमाम देवी देवताओ ने तमाम हिंदुओ को धर्म से बाहर निकालकर जयपुर के सद्भावी महाराजा सवाई जयसिंह से दुनिया का सबसे बडा भगवान गणेश तीर्थराज स्थल बनवाकर धरती पर पहलीबार सच्चे समान मानवतावादी व वर्णविहीन धर्म स्थापना का श्री गणेश करवाया था ताकि दुनिया मे सुख ही सुख हो सके। इसका सत्य भगवानो के आदेशो से 13-1-2010 को वापस आ चुका है। राजा ने इसको शिव परिवार तीर्थो की शक्तियो तथा हनुमानजी, भैरुजी, परशुराम जी चोकीदारो व स्नान सरोवर जलमहल तालाब इत्यादियो से सभी देवी देव मठ, मंदिर व तीर्थो मे अत्यंत महा शक्तिशाली बनवाया था। लेकिन हिंदुओ ने इसको राजा जयसिंह के निधन बाद आज से 280 साल पहले ही ठोकर मार दिया था जिसके कारण भगवानो ने भारत देश को अंग्रेजो की गुलामी सहित अनेक प्राकृतिक महा दुखो की सजाऐ दी है। यह रहस्यमयी प्रभातपुरी का खोला का इतिहास है। यह तीन किलोमीटर पहाडो से बने शेषनागफन मे है। यह पहाडो मे वीरान पडा था। दुनिया के तमाम हिंदू इस महान गणेश जी के दर्शनो से मानवतावादी धर्म मे प्रवेश करेगे उसके बाद ही धरती के तमाम धार्मिक स्थानो मे देवी देवो को दर्शन स्वीकार होगें और मोक्ष मुक्ति होगी। यह परम सत्य है। इसका सत्य वापस आया तो यह तो महान चमत्कार दिखाता रहा और
हिंदू इसमे महा अत्याचार करते रहे, शिव स्नान झरने के नीचे नहाकर शिव का महा अपमान करते रहे जिसके कारण भगवानो ने दुनिया को कोरोना महामारी की सजा दी है क्योकि यह तमाम दुनिया की मानवता का मानवतावादी धर्म निर्माण का श्री गणेश करवाया हुआ महान गणेश तीर्थराज स्थल है। लिखने को तो बहुत है।
netaji ki azad hind fuze ko school collge me poraye jaiye.
कांग्रेस दल की स्थापना एक अंग्रेज ने की थी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश का राष्ट्रवादी संगठन है।
RSS had great contribution in supporting Britishers agenda of divide and rule
ताकि फिर से देश गुलाम बनाया जाए
घिनाह शक्लसूरत हाव-भाव से ही दुष्ट लगता है
मूर्खता और हिटलरशाही विचारधारा को थोपा नहीं जाना चाहिए ।
My grandfather was freedom fighter , he has refused to entertain f.f.pansion-when he called to apply for same...but to maintain national ethics..he has not entertained. And worked upto seventy.five years .. to support family... 🙏 This is nationalism... No communism.... 🌹
फिर तो खाली स्थान की जो आजादी के लिए जो सिख लड़े थे उनकी भी हिस्ट्री लोगों को पढ़ाने चाहिए जिससे और भी देश बनने के रास्ते साफ हो जाएंगे भारत के छोटे-छोटे टुकड़े आरएसएसबी चाहता है कि भारत के छोटे-छोटे टुकड़े हो जाएं और जो
पत्रकार साहब जब भी इस तरह का डिबेट हो तो कृपया बामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम को और A. P.I पार्टी के अध्यक्ष विजय मानकर जरूर बुलाया करें फिर देखिए कैसे चड्डी धारियों का चड़ी उतर आता है
ज्यादातर लोग गलत फमी और सुनीसुनाई बातें कर रहे हैं सच क्या है ये शोध का विषय हैं ।
Yes no harm but teach factual history of freedom struggle.what is the history of RSS.
काल चक्र के दौड में , अाज बीजेपी/RSS के बंदो को साहुकार की चढी है। गणतंत्र को संभालते अागे बढते रहिए भाइयो।
Why this debate ??
Where is debate on major core issues like education, unemployment, recession, social and security issues.
आरएसएस आधुनिक भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाई है। साथ ही आजादी की लडाई में क्रांति कारियो का मानसिक और आर्थिक सहायता प्रदान करती रही।
ये घिनाह तो मानसिक गुलाम के रूप मे बोलता है न कि मानवता के रूप मे ।।
संदीप जी आप सुलझे हुए पत्रकार हैं डिबेट में कन्हैया कुमार जी को, वामन मेश्राम जी को, विलास खरात जी को बुलाना चाहिए था तभी डिबेट का सार समझ में आता!
वामन मेश्राम कन्हैया कुमार लोग r.s.s. की बखिया उधेड़ दे ते r.s.s. ने अंग्रेजों की गुलामी करके देश के साथ गद्दारी की थी
Angrezon ke dalal the ye log.
Right Bhai
Ashutosh ji aap budhimani bhi ho or bahadur bhi ho 👍👍🙏🙏🌹🌹
1947 के बाद आर एस एस का देश को योगदान भी पढाये
10 वी क्लास मे भी पढ़ाई जाए
स्वतन्त्रता में कोई भूमिका नही थी rss की
*भाइयों आरएसएस अकेली वो पार्टी है*
*जिसने भारत को आज़ादी दिलाई थी।*
*हाहाहा हाहाहा हाहाहा डूब मरो थू थू थू थू थू*
RSS ने आजादी की भूमिका में भाग लेने से मना किया था- The Bunch of Thoughts by M. S. Golwalkar
इन तमाम महानुभावो का दलील सुन कर पता चलता हैँ की आरएसएस की जीवन मुरझा रही hai
विपक्ष एक हो जाओ नहीं तो विपक्ष राजनीति से जनता से बहुत दूर कर दिया जाएगा ।
Rss angrejo ka ajent tha
आज देश की जो बर्बादी है इस मे संध की अहम भूमिका है. या कहो कि देश की बर्बादी का एक मात्र कारण है तो वो RSS है.
जय जवान जय किशन जय सियाराम I
RSS role was/is very very suspicious
इतिहास तो शुरू से अंत तक पढ़ाया जाता हैं
RSS-BJP ka asli Mtlb h.. Tukde-tukde gang... Actually H to te wastvik tukda gang kintu bolte dusre ko H taki koyi inhe na kahe... Dono gaddar H desh ke
राकेश सिन्हा बोलना शुरू करते हैं तो एंकर के लाख कहने पर भी नहीं मानते। एक बात और काबिले गौर है कि उनका वश चले तो चर्चा के निर्धारित समय में वह अकेले ही बोलते रहें और भी यह समय कम पड़ जाए। जब दूसरा वक्ता बोलता है तो सिन्हा जी बीच में फिर बोलने लगते हैं। वही सच मानते हैं जो खुद कहते हैं।
Azadi ki ladai mein ye sab kachha khol ke ghodi bane hue the Angrezo ke saamne...😜😂
Sirf ek hi sachchai hai Jo logical hai aur saari mahabharat ka ant karne ke liye kaafi hai aur wo ye ki Jab Non-Brahmin ko padne ka hi right nahi tha to jitni bhi kitaabein hai wo Brahmin ne apne hi paksh ki likhi hongi na? Non Brahmin ke jehan me to sirf tashweer hongi na, aaj Hume un tashweero ko kitaabo me utarna hoga
एडविना माउंटबेटन के कंधे और कमर पर हाथ फेरने के बाद एडविना के चप्पल चूम कर गुलाब फूल का महक का मज़ा लेने वाले की कहानी भी कभी दिखा दीजिये भाई...
Sandeepji RSS ka registered to h kya aap btay.aap bahas kar rah ho kyo
जिस आरएसएस ने 70 साल तक अपने कार्यालय पर तिरंगा नही फहराया वो आरएसएस आज आजादी और देश भागती की बात कर रहे हैं चड्डी धारी।
2024 jeetne ke bad manusmrti bhi padhai jayegi. Desh badal rha hai.
मुझे समझ नही आता कि क्या जरूरी था कि हर कोई कांग्रेसी आंदोलनो में भाग लेता ये अपनी स्वतंत्रता है 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन कांग्रेस का आंदोलन था न कि आरएसएस का तो इसमें आरएसएस क्यों भाग ले??
Nehru to 9 bar jail gay thy.
Very nice Prof Rakesh Sinha
10-20 salo bad Afghanistan me laden ka chapter hoga college me
Love you sir 💐 💐
Bhim Army ke bare me padhana chaye
नागपुर के हेड क्वार्टर में तिरंगा नहीं फहरता है और एक झंडे की बात करते है
Rss ne sirf or sirf dange kiye India main or kuch nahi 2002 gujrat 2013 u.p.or hajaro dange kiye
RRS को पढे लिखे लोगों से सीखना चाहिये
(MAFFINAAMA) Matlab RSS
इतिहास में राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए किसने क्या किया विद्यालय में यह पढ़ना देश के राजनीतिक दलों को लाम पहुचाने का छदम ढंग है। पढ़या यह जाना चाहिए कि प्रशासन कैसे चलाया जाना चाहिए।
RSS100% gunde
अरे हमे rss का इतिहास नही पढ़ना है। प्राचीन इतिहास मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास कम थोड़ी है भाई इसे ही पढ़ने में एक साल लग रहा है। सबसे दुख की बात ये है कि ये कार्यपालिका विधायिका जो मन में आए वही कानून बना दे और न्यायपालिका इस पर चुप बैठी है और रही बात राजनीतिक पार्टियों की तो ये कोई न भूले की देश को खड़ा किया है तो वह कांग्रेस ही। हम लोगो के स्कूलों में गुरु जी ने यही पढ़ाया है कि नेहरू, डॉ आंबेडकर, पटेल डॉ आर पी, और भगत सिंह, आजाद इन लोगो की बहुत बड़ी भूमिका थी जय हिन्द