जगन्नाथ मंदिर के रहस्य जानकर NASA वालों के भी होश उड़े । secret and mystery of Jagannath temple 2024

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 26 жов 2024
  • जगन्नाथ मंदिर के रहस्य जानकर NASA वालों के भी होश उड़े । secret and mystery of Jagannath temple 2024
    सदियों तक जमीन में दबे होने के बाद भी जगन्नाथ मंदिर नष्ट क्यों नहीं हुआ ? जगन्नाथ मंदिर से निकलने वाले सिग्नल जब नासा की सैटेलाइट में पहुंचे तो क्या हुआ ? और क्या आपको पता है की भगवान जगन्नाथ मंदिर की मूर्तियों के लिये जो नीम की लकड़ी से वह कहां के जंगलों से लायी जाती है , और उस पेड़ का चुनाव कैसे किया जाता है ? क्या आपको पता है जगन्नाथ मंदिर की रसोई में कितने चूल्हें हैं और वहां पर रोज नये बर्तनों में भोजन क्यों पकाते हैं और और यहां पर नौ बर्तनों को एक के ऊपर एक रखकर भोजन क्यों पकाया जाता है ? जगन्नाथ मंदिर में गुप्त तहखाने का पता चला है , जब वैज्ञानिकों की टीम इसके अंदर घुसी तो कैसे वह सांपों की फुंकार सुनकर भाग गयी थी ? आपने सुना होगा की भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा से पहले बीमार हो जाते हैं , लेकिन यह पूरी तरह से गलत है। उनके बीमार होने की असली वजह क्या है , मैं आपको पूरे विस्तार से बताऊंगा । दोस्तों यदि आप इन सारे सवालों के जबाव पूरे विस्तार पूर्वक जानना चाहते हैं , तो प्लीज विडियो को अंत तक अवश्य देखें और चैनल पर न्यू आयें हैं तो प्लीज चैनल को सब्सक्राइब करके साथ में घंटी वाला वेल आइकन जरुर दबा दें । तभी आपको न्यू विडियो का नाटिफिकेशन मिल पायेगा । और यदि आप सनातन धर्म को सपोर्ट करना चाहते हैं , एक बार सच्चे दिल से कोमेंट सेक्सन में जय सनातन धर्म जय जगन्नाथ जरुर लिख देना । तो चलिये दोस्तों बिना टाइम को बेस्ट किये विडियो को स्टार्ट करते हैं ।
    1. दोस्तों , सबसे पहले जानते हैं की , श्री मंदिर में स्थित मूर्तियों को हर 12 या 19 साल में क्यों बदल दिया जाता है । दोस्तों मूर्तियों को बदलने की इस प्रक्रिया को नवकलेवर कहते हैं । ऐसा इसलिये किया जाता है क्योंकी यह मूर्तियां लकड़ी की बनी होती हैं और यह खंडित ना हों इसलिये इन मूर्तियों को प्रत्येक 12 वर्ष में बदल दिया जाता है । लेकिन कभी - कभी इन मूर्तियों को 19 वर्ष में भी बदला जाता है । ऐसा इसलिये क्योंकि इन मूर्तियों को केवल तभी बदला जाता है जबकि एक वर्ष में दो अषाढ़ माह पड़ते हैं । मूर्तियों को बनाने के लिये नीम की लकड़ियों को प्रयोग किया जाता है । लेकिन नीम को चुनते समय भी कुछ विशेष बातों को ध्यान रखा जाता है । जैसे भगवान जगन्नाथ का रंग सांवला होता है, इसलिए नीम का वृक्ष उसी रंग का होना चाहिए। भगवान जगन्नाथ के भाई-बहन का रंग गोरा है, इसलिए उनकी मूर्तियों के लिए हल्के रंग के नीम का वृक्ष ढूंढा जाता है। जगन्नाथ की मूर्ति के लिए दारू यानि लकड़ी चुनने के लिए और भी कुछ खास चीजों पर भी ध्यान दिया जाता है। उसमें चार प्रमुख शाखाएं होनी चाहिए। वृक्ष के समीप जलाशय, श्मशान और चीटियों की बांबी जरूरी है। वृक्ष के जड़ में सांप का बिल भी होना चाहिए। वह किसी तिराहे के पास हो या फिर तीन पहाड़ों से घिरा हुआ हो। वृक्ष के समीप वरूण, सहादा और बेल का वृक्ष होना चाहिए। इन वृक्षों को काटने के लिये भी कुछ विशेष नियम हैं , जिनका पालन अनिवार्य रुप से किया जाता है । लकड़ियां मिलने के बाद इनसे प्रतिमाओं का निर्माण किया जाता है और इन्हें पुरानी मूर्तियों के स्थान पर पूरे विधि - विधान के साथ स्थापित कर दिया जाता है । मूर्तियां जरुर बदली जाती हैं , लेकिन एक चीज ऐसी है जो कभी नहीं बदलती है और वह है ब्रह्म पदार्थ । इस ब्रह्म पदार्थ को भगवान श्री कृष्ण का दिल भी कहा जाता है । दरअसल, जनश्रुति के अनुसार जब श्रीकृष्ण की मृत्यु हुई तब पांडवों ने उनके शरीर का दाह-संस्कार कर दिया। उनका पूरा शरीर पंच तत्व में विलीन हो गया था । लेकिन उनका ह्रदय नहीं जला था जिसकी पूरी कहानी में आपको पहले ही बता चुका हू़। तब से लेकर आज तक वह लट्ठा भगवान जगन्नाथ की मूर्ति के भीतर है। हर 12 वर्ष के अंतराल के बाद जगन्नाथ की मूर्ति बदलती है, लेकिन यह ब्रह्म पदार्थ उसी में रहता है। एक हैरान करने वाली बात यह भी है कि यह मूर्ति हर 12 साल में एक बार बदलती तो है लेकिन इस ब्रह्म पदार्थ को आज तक किसी ने नहीं देखा। मंदिर के पुजारी जो इस मूर्ति को बदलते हैं, उनका कहना है कि उनकी आंखों पर पट्टी बांध दी जाती है और हाथ पर कपड़ा ढक दिया जाता है।
    Copyright Disclaimer under Section 107 of the copyright act 1976, allowance is made for fair use for purposes such as criticism, comment, news reporting, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Nonprofit, educational or personal use tips the balance in favour of fair use.
    Photos with the videos remain the property of their respectfully owners. If any of photos is featured in my video if want to remove or want credit than kindly contact me through mail which is given in my channel about section
    Disclaimer : Our objective is not to promote any kind of damned story and superstitious. This video is for your entertainment only. The information given in the video is according to the information received on the Internet. We do not confirm its truth in any way. This video is for entertainment only and only. And our motive is not to hurt anyone's feelings.
    #jagannath #jagannathtemple #rahasyaduniyahindi #kalyug #kalki #kalkiavtar #jagannathpuri #2024 #2025

КОМЕНТАРІ • 2,8 тис.