Jay satnam saheb bandagi ji। Guru Malik ne jo chitt , बुद्धि, अहंकार के बारेमे samjhya वहा शुरू हो जाता है सत्य ज्ञान का रास्ता , मानव जीवन की लक्ष्य प्राप्ति का जी बंदगी जी।
साहेब अकल बिहूने। प्रथम शब्द विदेह उच्चारा यानी सबसे पहले परमात्मा ने। शब्द विदेह का उच्चारण किया तब तीन लोक की उत्पत्ति हुई अब आप विदेह को जाने नहीं और नहीं परमात्मा को। क्योंकि जब परमात्मा था तब न तो देह विदेह दोनों नहीं थे
साहेब अकल बिहूने काल के जूने कबीर साहेब की बानी मैं उलट फेर करने वाले षोडश भान हंसा को रूपा यानी। वहां पर सोला सूर्य जितनी रोशनी है जहा पर विदेह पुरुष रहता है और साहेब ने ये भी बता रखा है कैसे उसका सुमिरन करना है। अब तो ध्यान। लगवाते हो जबकि ध्यान। कहो योग कहो। वह तो परमात्मा तक जाता हो नहीं
❤❤ जय हो सत्य कबीर साहेब बंदगी सतनाम गुरु जी आपके चरणों में साष्टांग प्रणाम करता हूं परमपिता परमात्मा तेरी लीला न्यारी है ❤❤❤
Satnam saheb bandagi guru ji 🙏🙏🌹🌹🌹🙏
Sat. Guru. Nitin Das Sahib ki. Jay. Ho Sahib Bandgi Satnam Ji 🙏🙏🌹🌹
🙏 साहेब बंदगी सतनाम 🙏
साहेब बंदगी सतनाम गुरू जी 🌹🌹🌹🙏🙏🙏
जय सतनाम🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Jay satnam saheb bandagi ji। Guru Malik ne jo chitt , बुद्धि, अहंकार के बारेमे samjhya वहा शुरू हो जाता है सत्य ज्ञान का रास्ता , मानव जीवन की लक्ष्य प्राप्ति का जी बंदगी जी।
साहेब बानदगी
R cnn 😂sat guru nitin sahib ki jai ho
🙏🌹🙏🌹🙏
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साहेब अकल बिहूने। प्रथम शब्द विदेह उच्चारा यानी सबसे पहले परमात्मा ने। शब्द विदेह का उच्चारण किया तब तीन लोक की उत्पत्ति हुई अब आप विदेह को जाने नहीं और नहीं परमात्मा को। क्योंकि जब परमात्मा था तब न तो देह विदेह दोनों नहीं थे
साहेब अकल बिहूने काल के जूने कबीर साहेब की बानी मैं उलट फेर करने वाले षोडश भान हंसा को रूपा यानी। वहां पर सोला सूर्य जितनी रोशनी है जहा पर विदेह पुरुष रहता है और साहेब ने ये भी बता रखा है कैसे उसका सुमिरन करना है। अब तो ध्यान। लगवाते हो जबकि ध्यान। कहो योग कहो। वह तो परमात्मा तक जाता हो नहीं
जब ने अक्षर मिल जाता है तो सिमरन किसकाकरें कैसे करें क्या हुआ जो ने अक्सर हो रहा है उसका स्मरण करें और कैसे करें बताने की कृपा करें
Tika😮sahit😅parkat😅karo😅tum😅rahne😅do😅off😅kardo😅warna😅out😅
साहेब बंदगी सतनाम गुरू जी 🌹🌹🌹🙏🙏🙏