| Osho Geeta Darshan 1&2 2 Of Dis. 09 | गीता दर्शन अ. 1व2 प्रव. 09 का 2 |
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- Опубліковано 19 жов 2024
- | Osho Geeta Darshan 1&2 2 Of Dis. 09 | गीता दर्शन अ. 1व2 प्रव. 09 का 2 |@CrazyLovingSoul-qw4qj
प्रश्न :
भगवान श्री, बहुत सारे श्रोताओं की जिज्ञासा मंडराती है इस प्रश्न के बारे में। क्या एस्ट्रल बाडी और प्रेतात्मा एक ही चीज हैं? क्या ऐसी प्रेतात्मा दूसरे स्थूल शरीर में प्रवेश करके परेशान कर सकती है? उसका क्या उपाय है? बहुत सारे श्रोताजनों ने यह पूछा है।
अथ चैनं नित्यजातं नित्यं वा मन्यसे मृतम् । तथापि त्वं महाबाहो नैवं शोचितुमर्हीस ।। 26।।
और यदि तू इसको सदा जन्मने और सदा मरने वाला माने, तो भी हे अर्जुन, इस प्रकार शोक करना योग्य नहीं है।
जातस्य हि ध्रुवी मृत्युध्रुवं जन्म मृतस्य च । तस्मादपश्हिायेंऽश्रं न त्वं शोचितुमर्हीस ।।27।।
अव्यक्तादीनि भूतानि व्यक्तमध्यानि भारत । अव्यक्तनिधनान्येव तत्र का यरिदेवना ।।28।।
क्योंकि ऐसा होने से तो जन्मने वाले की निश्चित मृत्यु और मरने वाले का निश्चित जन्म होना सिद्ध हुआ। इससे भी तू इस बिना उपाय वाले विषय में शोक करने को योग्य नहीं है। (और यह भीष्मादिकों के शरीर मायामय होने से अनित्य है, इससे शरीरों के लिए शोक करना उचित नहीं है, क्योंकि) हे अर्जुन, संपूर्ण प्राणी जन्म ले पहले बिना शरीर वाले और मरने के बाद भी बिना शरीर वाले ही हैं। केवल बीच में ही शरीर वाले (प्रतीत होते हैं) फिर उस विषय में क्या चिंता है?
आश्चर्यवत्यश्यीत कीश्चदेन - माश्चर्यन्द्वदति तथैव चान्यः।
आश्चर्यवन्चैनमन्यः श्रृणोति श्रुत्वाग्येनं वेद न चैव कश्चित्ः ।।29।।
और हे अर्जुन, यह आत्मतत्व बड़ा गहन है, इसलिए कोई (महापुरूष) ही हम आत्मा को आश्चर्य की तरह देखता है और वैसे ही दूसरा कोई महापुरुष ही आश्चर्य की तरह इसके तत्व को कहता है और दूसरा कोई ही इस आत्मा को आश्चर्य की तरह सुनता है और कोई सुनकर भी इस आत्मा को नहीं जानता।
गीता अनूठी है। सारे खोजियों का सार अर्जुन है और खोज लेने वालों का सार कृष्ण हैं।"
-ओशो
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A STRANGE TYPE OF SERENITY AND EXHILARATION STARTS TRAVELLING WHILE LISTENING AND FOLLOWING OSHO JI'S MELLOWED VOICE WHICH WOULD ALWAYS RESONATE TILL THIS UNIVERSE EXISTS. AAPKO PRANAAM JI ❤️
Ajay ji Prem ahobhaw purvak pranam 🙏
Aap osho ko sach me samjhna hee chahte hain to osho ki dhyan pryog ko kariye.
Aap kon se shahar me hain me waha ke contact details bhijwa dunga jahan aap meditations Sikh sakte hain.
Apka mitra Swami Prem Vismay
Navneet
9713472173
Indore Madhya Pradesh