वह कौन प्रधानमंत्री था जो अपने सेना अध्यक्ष से भयभीत था
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- Опубліковано 15 вер 2024
- वह कौन प्रधानमंत्री था जो अपने सेना अध्यक्ष से भयभीत था #EP2059 @apkaakhbar
आज़ादी के बाद देश की राजनीति जिन लोगों ने चलाई और जिस दिशा में चलाई, उसने देश को पीछे धकेल दिया। भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की नीतियों ने देश को आगे बढ़ाने की बजाय रोकने का काम किया। उनकी नीतियों का सबसे बड़ा नुक्सान देश की सैन्य तैयारी, सुरक्षा और एकता अखंडता को हुआ। देश ने उसका बहुत ख़ामियाज़ा भुगता। आधा कश्मीर पाकिस्तान ले गया। हज़ारों वर्ग किमी ज़मीन पर चीन ने क़ब्ज़ा कर लिया। चीन से युद्ध हार गए। नेहरू की तिब्बत नीति के कारण देश की सीमा बदल गई। तिब्बत पर चीन ने क़ब्ज़ा न किया होता तो चीन से हमारी सीमा लगती ही नहीं।
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महत्वपूर्ण खबरों के बारे में एक सम्यक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने की कोशिश। इसलिए फौरी खबरों से इतर देश, समाज, शिक्षा, संस्कृति, इतिहास, अध्यात्म और मनोरंजन जैसे तमाम विषयों पर पठनीय सामग्री परोसने की हमारी कोशिश होगी। आपके सुझाव और आलोचनाओं का स्वागत रहेगा।
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वह कौन प्रधानमंत्री था जो अपने सेना अध्यक्ष से भयभीत था #EP2059 @apkaakhbar
मनमोहन सिंह
नेहरु क्योंकि अंग्रेजों का मोहरा था और अंग्रेज तैमुर मुगल वंशजों का अपरोक्ष सासन चला रहे थे
इंदिरा गाँधी और सेना अध्यक्ष थे सैम मानेकशॉ ,
प्रधानमंत्री इंदिरा
गांधी
नेहरू जी को सत्ता गाँधी जी के नेहरू के प्रति मोह के चलते मिली थी नेत्रत्व क्षमता के कारण नही अक्षम नेत्रत्व का अविश्वासी होना स्वाभाविक था,
नेहरू का प्रधानमंत्री बनना ही इस देश के लिए दुर्भाग्य पूर्ण था
बॅरिस्टर एम.के. गांधीको सर्वोच्च नेता माननाही पहाड जैसी भूल थी.
गांधी जी का पसंदीदा.....
मैं गांधी सा अनुयायी नहीं हूं किंतु आप तात्कालिक परिस्थितियों को देखें तो उनका सर्वमान्य नेता होना कोई साधारण बात नहीं है
Ye kya dukh ki baat nahin hai ki Mahatma Gandhi ka ye bahut bada galti thi ki unhone Nehru ko pradhan mantri banaya. Actually as per me un dono ki bich me kya baat thi sarbajanin nahin hona chahiye.😢
Absolutely correct 💯
भारत का दुर्भाग्य था कि इस देश को गांधी और नेहरू जैसे नेता मिले।
✅️
नेहरू ने जो देश का बेड़ा गर्क किया है वो किसी से छिपा नहीं है।
जवाहरलाल नेहरू के ऊपर मरणोपरांत देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए और इसकी जांच होनी चाहिए
Lt. Gen Nathu Singh Rathore na hote toh free India ki pahla Chief of Army Staff koi English General hota. Aggar woh hota toh 1947-48 meh jaise pura Jammu & Kashmir Pakistani Army & raiders ne le hi chuka thha toh oor kon kon sa state le chuka hota. Uss time (1947-48) Indian Army ka chief thha Gen. Roy Boucher & Pakistan Army ka thha Gen. Grecy. Both side British Gen. serving the same British Army.
Padiega Google meh ja ke that famous Lt. Gen. Nathu singh Rathore incident. Hila ke rakh diya thha.
@@purushottamsharma9396 नेहरू पर देश को विभाजित करने पर देशद्रोह का मुकदमा बनता है। कश्मीर को पूरा भारत में मिलाये बिना युद्धविराम करना स्पष्ट रूप से देशद्रोह है। इसका भी मुकदमा दायर हो ना चाहिए।
@@purushottamsharma9396 जो शत्रु जिन्दा है , उस पर तो मुकदमा हो नही रहा, मरणोपरान्त का तो सोचना ही कल्पना है
जवाहर से लेकर राहुल विंची तक केवल महत्त्वपूर्ण पद पर आसीन होना चाहते है ! लेकिन देश का कितनाभी नुकसान हो इसकी इन्हे कोई चिंता नही ! 🙏🚩🚩
राधे कृष्ण 💐💐💐🙏
I don’t understand why antigovernment activities allowed in this country 😊
That too when nationalists like Modiji in power
You are only seeing the tip of iceberg. Actual size of iceberg is remain 90% below water line. If we are fortunate enough the actual happenings of those days may come out. But officially chances are rear.
@@rameshpatel4508Nobody wants to allow it. But KHANGRESS has 70 years ecosystem & support of muzzlims, communists, secular/greedy Hindus & countries like US, China & Pakistan. Who will do riots in India.
विडम्बना ही था कि 1962 के शर्मनाक पराजय के बाद देश कै रक्षा मंत्री तो बदले गये लेकिन प्रधानमंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति पर कोई आँच नहीं आयी ।
गाँधी और जवाहरलाल दोनों देश का नेतृत्व करने में सर्वथा अक्षम।
दोनों देश के लिए पनौती साबित हुए
he do no bahut hi ghstiya kism ke aadmi the .jin hone Dee KO aaj gart me dhakel diya
Kitana kam kiya hi desh ki liye
@@MunendraSingh-n7i कोई काम नहीं किया।
नेहरू और गांधी ब्रिटिश सरकार के एजेंट थे। दोनों ब्रिटिश हित में काम कर रहे थे। इसीलिए नेहरु को प्रधानमंत्री बनाने का षड्यंत्र रचा गया।
जय श्री राम 🌹🌹🙏
@@pkparashar2001 बहुत ही कटु सत्य
Yes
#खांनग्रेस बनी ही ब्रिटिश हितों को साधने के लिए थी और आज भी विदेशी शक्तियों की कठपुतली बन कर भारत विरोधी विदेशी शक्तियों के हितों को साध रही है।।
नेहरू में तनिक भी नैतिकता देशभक्ति और दूरदर्शिता होती तो आज भारत अमेरिका और चाइना से भी आगे होता।
जय श्री राम 🌹🌹🙏
इंद्रागाँधी ने सत्ता मे बने रहने के लिये इमरजेंसी लगाई लाखो गरीबो को मरवाकर नक्सली बता दिया गया इनको सत्ता से प्यार ज्यादा हे
सही कहा भाई 👍👍🙏🙏
@@nagarmal7045 जय श्री राम 🌹🌹🌹🙏🙏🙏
@@parasnathyadav3869 जय जय श्री राम भाई जी 🙏🙏🌹🌹🍇🍇
अगर भारत की जनता ने गांधी को महिमामंडित नहीं किया होता तो देश की हालत आज जैसी नहीं होती। न नेताजी को देश छोड़ना पड़ता, न सरदार पटेल की जगह नेहरू प्रधानमंत्री बनता।
गांधी ने देश का भट्टा बैठा दिया।
भोली थी जनता ! यकिन किया !
यह सब गांधी को भारत का बाप बनने से हुआ
True
नेहरू ने भारतीय सेना को कमजोर करके बहुत ही गलत काम किया जिसकी सजा बाद में भारत ने भक्ति चीन से हार गया भारत
सर नेहरे को सब कुछ पका पकाया मिल गया था।तो उनका इरादा सिर्फ मौज करना था ।लेकिन हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी भूमि से उपजे हैं, उन्हे देश देशवासियों और बाहर वालों के बारे में चिंता है ।मेरी तो भगवान से प्रार्थना है कि मोदी जी को हर पग पर आशीर्वाद देते रहे
Yes
जवाहर को नाही देश के एकता अखंडता की चिंता थी नाही देश की सीमा के सुरक्षा की ! PM पद का उपभोग लेकर उसे अपने बेटी को हस्तांतरित
करना यही नेहरू का कर्तुत्व रहा ! 🙏🚩🚩
राधे कृष्ण 💐💐🙏
@@parasnathyadav3869
🙏🚩 राधे कृष्ण
वाचा 'नेहरूंच्या ११५ घोडचूका' दिलीपराज प्रकाशन
Correct
इस खानदाने भारत को अनेक घाव दिए हुए हैं गांधी ने इस पनौती को भारत पर टोपा
भारत की सबसे बड़ी कमजोरी नेहरू थे जिसका प्रभाव बाद के प्रधानमंत्रियों पर भी रहा।
एडविना की टांगो, सिगरेट और शराब से फुर्सत मिलती तब तो ये मादरनीय भारतीय सेना या आम जनता के बारे में सोचता। ये पूरी गांधी नेहरू लाइन घृणा योग्य है घृणित है।
Very good reply sir
मनमोहन सिंह भी डर गए थे जनरल वी के सिंह से। व्यर्थ का आरोप लगाया ।
सत्ता की लालच और गलत आकलन के कारण ही भारत चायना से 62 का युद्ध हारा. काश सरदार पटेल उस समय प्रधानमंत्री होते या कम से कम जीवित होते तो इतिहास कुछ अलग ही होता. बहोत ही उत्कृष्ट विवेचन 🙏
श्रीमती इंदिरा गांधी जो डरती थी सेम बहादुर से फील्ड मार्शल मानेक सा से उन्हे यह डर था की सेम कही उन्हे हटा न दे
Sam to aur MMC tha
Sharmila ka pattowdi se shadi karane me uska bahut yogdan tha
143 I Love You
बहुत ही बेहतरीन ढंग से आपने नेहरू के बारे में सनसनीखेज खुलासा किया है।
लेहरू से लेकर अभी तक की खान्ग्रेस पार्टी का रवैया आज भी वही है, जैसे भी हो सिर्फ कुर्सी मिल जाये देश जाये भांड मे
जय श्री राम 🌹🌹🌹🙏
प्रदीप जी को हार्दिक धन्यावाद।
नेहरू हमेशा देश के प्रति हमेशा सुरक्षा हेतु कुछ नहीं किया
अगर ऐसा नहीं हुआ होता तो आज भारत दुनिया का सबसे अच्छा देश होता।किस -किस का नाम लिया जाय, समय -समय पर इसे हर किसी ने लूटा। ईश्वर की कृपा है कि इतना सब कुछ होने के बावजूद भी यह शान से आगे बढ़ रहा है। जय हिन्दू जय हिन्द।
जो नीती नेहरू कि थी वही नीती पर उनका परपोता राहुल गांधी चल रहे है, खुद को पंतप्रधान बनने के लिये वो किसी भी हद तक गिर सकते है.
जय श्री राम 🌹🌹🌹🌹🙏
बिलकुल मुस्लिम लीग hi h कौंग्रेस 😢😢😢
गांधी और नेहरू ने देश के साथ अनेक अन्यायपूर्ण कार्य किए।
Lajawaab sahi baat hai 🤣🤣🤣🤣🤣 dhanyawad 🌻🙏
😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅
राष्ट्रहित में यह बहुत ही अच्छी और महत्वपूर्ण जानकारी है। हमेशा कुछ नेताओं ने ही सेना को कमजोर किया है।
बहुत बहुत धन्यवाद आपको आदरणीय प्रदीप सिंह साहब।
जय श्री राम।
भारतीय जनता कभी भी पंडित जवाहरलाल नेहरू के प्रधानमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहती थी इसी डर के कारण जब जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री बने तो उन्हें यह डर हमेशा सताता रहा कि कहीं कोई उन्हें पद सेबेदखल ना करते
जय श्री राम 🌹🌹🌹🙏
गांधी ने गहरी साजीश रच कर नेताजी सुभाषचंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल,डॉ.भिमराव अंबेडकर जैसे गुणवान लिडर्स को हटाकर नेहरु के लिए रास्ता साफ किया.आनेवाली पिढी ये ईतिहास जान रही है,समझ रही है
क्या, जो एम ओ यू चर्चा में अक्सर रहता है वो नेहरू के समय से अब तक बार बार कांग्रेस द्वारा रिन्यु होता आ रहा है।
अंग्रेजों का पिट्ठू था जान पंडित जवाहरलाल नेहरू
सही पकड़े हो भाई
एडविना के चरण दास भी थे नेहरू।
पंडित खुद का लगाया हुआ।
पंडित वाले कर्म थे क्या
Yes
जो लोग आज नेहरू को मरणोपरांत अपमानित कर रहे हैं उनका भारत के स्वतंत्रता संग्राम में नकारात्मक योगदान था। उनके बड़े बड़े नेताओं ने बार बार माफियां भी अंग्रेजों से मांगी थी। आज ये लोग ऐसे व्यक्ति को अपमानित कर रहे हैं जो अपनी बात कहने के लिए दुनिया में नही है।
इतिहास के आधार पर दूसरों पर दोषारोपण करके अपनी कमियां छुपाने में ये लोग माहिर हैं।
प्रदीप सिंह जी को साधुवाद 🙏
इतिहास की परतें उधेड़कर आज राष्ट्र के सामने लाने के भगीरथ प्रयास हेतु जनजागृति लाने हेतु आपको साधुवाद प्रदीप जी। बहुत सुन्दर प्रस्तुति है हमारे देश वासियों का सौभाग्य देखिए कि आपके पास समय कम है और अब राष्ट्र को आपकी सेवा की आवश्यकता है।
जय श्री राम 🌹🌹🌹🙏
प्रदीप जी को सत सत नमन
नेहरू ने देश को अपूरणीय छति पहुँचाया था, वही खेल पोता कर रहा है
जो छल नेहरू ने किया वो छल अब ये दोनों मां बेटा कर रहे हैं सचेत हो जाओ वरना कुछ भी कर सकते हैं ये ।
जय श्री राम 💐💐🙏
Yes
देश का बन्टाढार सुरक्षा के क्षेत्र नेहरू ने किया,,जो आज तक देश भुगत रहा है। धन्यवाद प्रदीप बाबू
बार बार उन जख्मों को कुरेदने से हमै बहुत ही तकलीफ होती है पहले भी ये लोग देश वर्वाद करते थे और आज भी कर रहे हैं
गांधी के प्रति सम्मान की प्रबल भावना बहुत पहले ही समाप्त हो चुकी थी ।लेकिन जैसे जैसे उनके बारे मे जानती जाती हू उनके प्रति तिरस्कार की भावना बढती जाती है ।गांधी और नेहरू ने भारत को एक कमजोर देश बना दिया ।हा इन्दिरा गान्धी ने हालात संभालने की ईमानदार कोशिश जरूर की ।
पूरी ईमानदारी से हालात संभालने की कोशिश नहीं की थी, किसी कांग्रेसी प्रधानमंत्री ने।
इन सभी बातों को सुनकर लगता हैं नेहरू जी एवं उनके खानदान को भारत माता से कोई लगाव नहीं था एवं जो अभी उनको भी नहीं हैं ईश्वर ही हैं जो भारत की रक्षा अभी तक की आपने बहुत ही सटीक एवं सार्गर्भित विश्लेषण किया हैं आपको नमस्कार एवं धन्यवाद जय श्रीराम जय भारत माता की वंदेमातरम्
जय श्री राम 🌹🌹🌹🙏
जवाहर लाल नेहरू को केवल अपने लिए एक ही इच्छा थी कि उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार मिले और इसके लिए उन्होंने देशहित को भी दांव पर लगा दिया। दुर्भाग्य उनका कि उन्हें कुछ नहीं मिला।
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत का सही पक्ष कभी नहीं रखा नहीं लिया
नेहरू की अदूरदर्शिता केवल सेना की तैयारी तक सीमित नहीं रही अपितु वे हर क्षेत्र में फिसड्डी रहे । स्वप्नदृष्टा नेहरू, गांधी की नजर में सर्वाधिक योग्य प्रधानमंत्री थे क्योंकि उनकी जीवनशैली अंग्रेजों के सबसे अधिक नजदीक थी । इन दोनों की जोडी ने स्वतंत्रता उपरान्त भारत के भविष्य को अंधकार मय बनाने और पाकिस्तान को समृद्ध बनाने में कोई कसर नहीं छोडी ।
निर्भीक विचारों के लिये प्रणाम।❤❤
नेहरू का प्रधानमंत्री बनना ही सबसे बड़ा दुर्भाग्य था ।
नेता जी सुभाष चन्द्र बोस ज़िन्दाबाद ज़िन्दाबाद 🙏🏻💐💐🙏🏻
एक अयाश नेता ने दूसरे नेता को चुना फिर सोच भी देश ढुवाने वाले ही होगा
जवाहर लाल नेहरू ने जितना नुकसान देश का किया था उतना किसी अन्य ने नहीं किया।
Yes
फिर लोग बालक बुद्धि को दोष देते हैं... पहले वाले बालक बुदि के बारे मे ये खास जानकारी देने के लिए कोर्टि कोटि घन्यवाद
जय श्री राम 💐💐🙏
जनरल थिमैया देश भक्त थे ।🙏🎉
ये बहुत ही गंभीर बात है ,इसी तरह देश भक्तों को किनारे करने के कारण भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला ।😢😢
जय श्री राम 💐🙏
गांधी और नेहरू की करतूतों को पाठ्यक्रम में शामिल कर देना चाहिए ###
चाचा ने कई जगहों पर देशहित को गच्चा दिया है ###
ये ही तो पाप था नेहरू और मेनन बुरी मौत को पाए।
वाचा
१. हिंदू मुस्लिम वैमनस्याची ऐतिहासिक मीमांसा लेखक अरूण सारथी दिलीपराज प्रकाशन
२. जवाहरलाल नेहरू: खिलाफत ते काश्मीर दिलीपराज प्रकाशन
३.नेहरूंच्या ११५ घोडचूका, दिलीपराज प्रकाशन
पोलिश का काम देश की नेताओ की जानमाल की रक्षा करना और देश की जनता को दमन धन लुट करना।
सेना का काम दैश और जनताओ को शत्रु से रक्षा करना।
जय सिया राम साहब,हमारी मान्यता है कि,हमारे पाप कर्म आने वाली सात पीढ़ियों को भुगतना पड़ते है,और इस बात का जीवंत उदाहरण है,आपका यह सम्पादकीय।
कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि प्रारंभिक पदधारियो ने देश को हृदय स्थल तक कमजोर किया।
सरजी धन्यवाद,
वो कामिना अय्याशी पंतप्रधान बनानेके लायकही नही था. गांधींने इस हिंदुराष्ट्रका बहोत बडा नुकसान किया हैं
वाचा
जवाहरलाल नेहरू: खिलाफत ते काश्मीर दिलीपराज प्रकाशन
सन् 1962 में हमारी सेना के पास कुछ भी नहीं था , हिंदुस्तान और चीन के युद्ध में हमारे सैनिकों के पास केवल उनकी देशभक्ति की भावना ही थी, हमारे सैनिक बर्फ में जमते चलेगये , और चीन के सामने पराजय का मुंह देखना पड़ा,,, जय हिन्द जय भारत वन्देमातरम् 🇮🇳🙏♥️
महोदय, आप जैसे कुछ ही पत्रकार हैं मेहनत करके सब खोज खोज कर पोल खोलते हैं, वर्णा सब . . . . . . आपका बहुत आभार एवं साधुवाद 🙏🙏🙏🚩🚩जय श्री रामजी की🚩🚩🙏🙏🙏
VERY THANK YOU PRADEEP SINGH JI
। इंदिरा गांधी, जनरल मानेक शॉ से
इंदिरा, जरनल जोशी से थर थर कांपती थी
प्रदीपसिंगजी, आपने बाहोतही सुंदर तारिकेसे नेहेरुके कारनामे उजगार किये. आपको बहोत बहोत धन्यवाद 🙏
वह कौनसा प्रधानमंत्री है जो अपने कार्यकर्ताओं कि हत्या पर चुप्पी साध लेते हैं और अपने नेताओं के सच बोलने पर उन्हें पार्टी से बाहर और नोटिस जारी करता है
वो जिसे दूसरा नेहरू बन अंतर्राष्ट्रीय वाहवाही की लत लगी है । नेहरू अपने को अंतर्राष्ट्रीय राजनीति का जानकर मानते थे । ये साहब अपने को सभी बातों का जानकर समझते है । नेहरू ने अपने एक करीबी को देश की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा । इन्होंने अपने करीबी एक 12 वी पास/फेल टीवी एक्टर को देश के शिक्षा की कमान सौंपी । नेहरू लंबे भाषण देते थे । ये भी विश्वगुरु स्टाइल में भाषण देते है । नेहरू को कपड़े और दिखावट का शौक था । इन्हे भी फैशन और भाषण प्रिय है । सत्तर वर्ष के होनेपर भी दाढ़ी के स्टाइल बदलते रहते है ।
देश को गर्त में पहुंचाने के लिए मोहनदास कर्मचंद गांधी जिम्मेदार है जिन्होंने पक्षपात पूर्ण तरीके से नेहरू को प्रधान मंत्री बनवाया।
मुझे अच्छा लगा कि अब आप अच्छे राष्ट्रीय हित के ऐतिहासिक मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं।कृपया गांधी जैसे पतित व्यभिचारी हिन्दू द्रोही व्यक्ति के विषय पर व्यापक एपिसोड लावे।
नेहरू जैसे अय्याश के अंदर हिम्मत नही होती
नेहरू की तरह ही आज राहुल भी देश के लिये उतना ही ख़तरा है , देश में इस परिवार की कोई ज़रूरत ही नहीं थी , राजीव गांधी तो गये परंतु सोनियां के रूप में एक ख़तरा छोड़ गये
Yes
जैसे आज के कांग्रेसी राहुल गांधी पिछलग्गू बने हैं वैसे उस समय के कांग्रेसी भी नेहरू के पिछलग्गू ही थे देश की चिंता किसी को नहीं थी एक सरदार पटेल जी को छोड़कर
आजाद भारत मे कांग्रेस की क्या विदेश नीति थी और है ये जानकर दुख होता है काश ये नेहरू,गांधी का वंश होता ही ना भारत में
True, could have gone to Pakistan but they didn't
अगर गांधी और नेहरू न होता तो यह देश भारत हिंदू राष्ट्र होता 1947 में।
गुरू,और चेला दोनो बचपन के दोस्त थे। शायद बहुत अन्तरंग। दोनो की रुचियाँ मिलती जुलती थीं। रूमानी तबियत मे वे एक दूसरे से बढ़चढ़कर थे।
आदरणीय प्रदीप सिंह जी सादर प्रणाम। सेना अध्यक्ष मानेकशॉ तख्ता पलट देंगे ऐसा डर लेहरू की बेटी को भी था ।
Jai Ho
जंबूद्वीप अखंड भारत की जय वंदेमातरम
मुझे आशा है कि यू क्यूबा के देशी प्रशंसक आपके इस एपिसोड को व्यापक रूप से फैलाएंगे। क्योंकि देश की जनता इस बात को जान सकती है.
❤ कांग्रेस के 70 साल ,आज भी राहुल गांधींजी वही विचार से कांग्रेस चला रहे❤
❤ नमस्कार सिंह साहब। आपके विश्लेषण का इंतजार करते हैं। आपके विश्लेषण से बहुत सी बातें पता चलती हैं जो हमने कहीं पढ़ी नहीं है।
आपका धन्यवाद ❤
जय श्री राम 💐💐🙏
जो नेहरुन गांधी ने किया वही आज उनका पोता देश के साथ कर रहा है.
Pota Jayda khatarnak hai yah videshi saajisho mein shamil hai Bharat ke khilaf
जय श्री राम
प्रदीप जी हमारी सेना पहले बहुत मजबूत थी लेकिन राजनीतिक तौर पर हारते हैं हम हमेशा हारते हैं आज सेना कमजोर हो गई है
नेहरू और गांधी दोनों ब्रिटिश एजेंट थे
रामराम आदरणीय श्री.प्रदीप सिंह जी 👏
Thank you for setting the record straight . We can always learn from history even though we cannot change it .
जय श्री राम 💐💐🙏
उत्पन्नौ द्वौ महाघोरौ
गंधासुर-जवासुरौ।
इदं भारतदेशस्य
दुर्भाग्यं नात्र संशयः।।
नेहरू देश की सुरक्षा के प्रति कितना गैरजिम्मेदार था।और कितना अक्षम प्रधानमंत्री था, जानने के लिए ये वीडियो सुनिए।
जय श्री राम 🌹🌹🙏
बहुत ही अच्छे तरह से नेहरू जी की पोल खोली है। जो कि देश के लिए घातक सिद्ध हुई।
देश की बर्बादी नेहरू ने आरम्भ किया, बची हुई बर्बादी बेटी ने पुरी की और उसके पश्चात जो कुछ भी बाकी है उसे परनाती ने पूरी करने के लिये तैयार बैठा है। यह जो आजकाल वह अजब गजब बाते बोलता रहता है , यह सब एक आगामी बर्बादी का आहट है।
जय श्री राम 💐💐🙏
जिस तरीके से विपक्षी दल अराजक और विभाजनकारी योजना के साथ काम कर रहे हैं,वह दिन भी दूर नहीं जब यह विषधर सत्ता पर काबिज हो जाए।
गांधी नेहरू के हर पाप का समर्थन करने वाले चाहे वो कितना भी बडे पद पर हो वो देश हीतैशी कतयी नही
बोला इतिहास । साधुवाद !!
प्रदीप जी को सुनता कम, समझने की कोशिश करता ।
पसंद करने वाले सहृदयों को भी मेरा हार्दिक आभार !!
प्रणाम प्रदीप जी प्रणाम आपकी सत्यनिष्ठा को प्रणाम आपके ज्ञान को।
जय श्री राम 🙏🚩
आपका हार्दिक धन्यवाद जी जो बातें आप समझाते हैं किस नेता ने भारत के लिए कैसा काम किया इन दोगले नेताओं ने भारत कितनी हानी पहुंचाई है अती अती अती अती अती अती अती ऊत्तम सबसे ऊत्तम
एक कांग्रेस हजार बीमारियों की जननी है 😮😮😮😮😮
जय श्री राम 🌹🙏
बहुत सुन्दर प्रस्तुति सही ढंग से समझा कर दिया है बिल्कुल सही है जी जय श्री राम
राम राम 🙏🙏💐💐
दूर दृष्टि न लंपट नेहरू में थी और न गांधी में। इन दोनों की अदूरदर्शिता के कारण हुये नुक्सान को देश आज तक भुगत रहा है।
इक बात समझ से परे है ,जनता पटेल साहब और सुभाष बाबू को प्रधानमंत्री बनाना चाहती थी,तो वहां इस चरित्रहीन गांधी ने लकड़ी लगायी थी, नेहरू को न सेना के उपयोग की समझ थी, व्यवसाय को हमेशा (Profit is dirty word) कहते थे, स्वातत्रता की लड़ाई में शायद ही कोई योगदान था, लेकिन भारत रत्न सबसे पहले ले लिया, गांधी और नेहरू की खासियत क्या थी जो इन निकम्मो को इतना मान मिला।
जय श्री राम 🌹🌹🙏
Jai Jai Shree Ram Har Har Mahadev
नेहरू के इस पक्ष को उजागर करने के लिए साधुवाद प्रदीप जी।
JAI SHREE RAM
आज मोदी जी को ये सब चिट्ठी सार्वजनिक करना चाहिए, राउल का एम ओ यू भी खोलना चाहिए, अपने आप भारतरत्न लेने वालों का पुरस्कार वापस लेना चहिए, संविधान में बैक डेट में मनमर्जी से जोड़े गए नियम अधिनियम टिप्पड़ी व शब्दों को निकालना चाहिए, संविधान के मूल स्वरूप को संसद में रखना चाहिए
राम राम जी
समय की मांग है नेहरू के कुकर्म देश के सामने लाए जाए