हर जैनी को प्राकृत भाषा सिखना ही चाहिए ।युवाचार्य श्री महेंद्र ऋषि जी म.सा. 21 सितंबर 2024 चैन्नेई
Вставка
- Опубліковано 10 жов 2024
- हर जैनी को प्राकृत भाषा सिखना ही चाहिए ।श्रमण संघीय युवाचार्य श्री महेंद्र ऋषि जी म.सा. शनिवार 21 सितंबर 2024 चैन्नेई
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन महासंघ तमिलनाडु
प्रवक्ता सुनिल चपलोत
9414730515