प्रिय माधुरीजी सबसे पहले आपको बहुत बहुत शुभकामनाए की आपको गढ़रत्न आदरणीय श्री नरेंद्र सिंह नेगी का साक्षात्कार लेने को सौभाग्य मिला। आपका बहुत आभार की आपके और आपके चैनल के माध्यम से हमको भी उनके बारे में जानने का अवसर मिला। बहुत बधाईयां और धन्यवाद।🙏🙏
अपनी भाषा और संस्कृति को आगे ले जाने के नेगी जी का सबसे बड़ा योगदान रहा है और हमेशा रहेगा, नेगी जी एक युगपुरुष हैं ऐसी विभूतियां सदियों में एक बार ही जन्म लेती हैं ये हम सब का सौभाग्य है कि नेगीजी को हम अपने सामने गाते देख रहे हैं इससे बड़ा सौभाग्य और क्या हो सकता है, नेगी जी की आयु लंबी हो ओर वे हमेशा स्वस्थ रहें यही भगवान से प्रार्थना है🎉🎉❤❤
आदरणीय नेगी जी द्वारा लिखे गये गीत उत्तराखण्ड की अमूल्य धरोहर हैं। मैं भी सिर्फ नेगी दा के ही गीत सुनता रहता हूँ। लेकिन मैं थोड़ा नेगी जी के उत्तराखण्ड के विकास सम्बन्धी बातों से पूरी तरह से सहमत नहीं होता हूँ। जैंसा कि नेगी दा ने कहा कि अगर लोगों को सारी सुविधाएँ गाँव में ही मिल जायें तो वो अपना गाँव छोड़कर क्यों जायेंगे? ये बात सुनने में और पढ़ने में अच्छी लगती है लेकिन इसका प्रेक्टीकली कोई वजूद नहीं है। हर गाँव में सभी तरह की सुविधाएँ होना नामुमकिन है। जब सरकार पहाड़ों में हाईवे और रेलवे ट्रेक बनाती है तो कुछ लोग उसका भी विरोध करना शुरू कर देते हैं। यार भाई बिना पहाड़ काटे कैंसे सड़कें और रेलवे ट्रेक बन जायेगा, पहले ये बात समझो? विकास करने के लिए पहाड़ तो काटने ही पड़ेंगे। इसके अलावा नेगी दा ने कहा कि किसी ने कहा था कि लोग इसलिए पलायन कर रहे हैं क्योंकि लोग समृद्ध हो गए हैं। मानो या ना मानो लेकिन ये बात बिल्कुल सत्य है। एक सरकारी नौकरी वाला व्यक्ति भी सबसे पहले देहरादून में जमीन लेने कि सोचता है क्योंकि उसके पास अच्छा-खासा पैंसा आ गया है। जिसके पास भी ज्यादा पैसा आएगा वो सबसे पहले मैदानी भाग में जमीन लेगा ही लेगा। पहले पहाड़ों में खेती और पशुपालन करना लोगों की मजबूरी थी क्योंकि इसके अलावा कोई ऑप्शन नहीं थे। जो उस वक्त थोड़ा जागरूक हो जाता था तो वो तुरन्त बाहर शहर के लिए निकल जाता था। आज जब लोगों के पास रहने के लिए और रोजगार के लिए दूसरे बेहतर विकल्प मौजूद हैं तो फिर कोई क्यों गाँव में रहेगा? बाकि जितना रोजगार पहाड़ों में उपलब्ध हो सकता है उसके हिसाब से लोग रह भी रहे हैं लेकिन वो भी तो एक लिमिट में ही रहेगा। सभी लोग तो पहाड़ों में जॉब नहीं कर सकते। बाकि पहाड़ों में रहने के लिए किसी ने मना नहीं किया है। लेकिन अगर आप सोचो कि हमको सरकार उधर अच्छी सैलेरी वाली नौकरी दे दे तो ऐंसा तो सबके लिए करना नामुमकिन है। गाँव में अगर रहना है तो फिर खेती और पशुपालन ही करना होगा या फिर खुद की योग्यता से कोई छोटा-मोटा बिजिनेस। तो मेरा मानना है कि इस विषय को हमें इमोशनल से हटकर थोड़ा प्रेक्टिकल तरीके से देखना चाहिए। बाकि इंटरव्यू बहुत बढ़िया था। 😊🙏
Gadh Ratan Narendra singh Negi ji ko koi bhi sarkar kya sammanit kar sakti hai jinke geet sunkar uttarakhand ko samjha ja sakta hai...He is a legend....apke interview lene ki kala bilkul ndtv ke anchor ki takkar ki hai
प्रिय माधुरीजी सबसे पहले आपको बहुत बहुत शुभकामनाए की आपको गढ़रत्न आदरणीय श्री नरेंद्र सिंह नेगी का साक्षात्कार लेने को सौभाग्य मिला। आपका बहुत आभार की आपके और आपके चैनल के माध्यम से हमको भी उनके बारे में जानने का अवसर मिला। बहुत बधाईयां और धन्यवाद।🙏🙏
बहुत सुंदर , बहुत सुंदर ❤❤🎉🎉❤❤
बहुत सुन्दर ❤️❤️❤️
साधुवाद इस विडिओ के लिए 🙏🏻💐💐💐
अपनी भाषा और संस्कृति को आगे ले जाने के नेगी जी का सबसे बड़ा योगदान रहा है और हमेशा रहेगा, नेगी जी एक युगपुरुष हैं ऐसी विभूतियां सदियों में एक बार ही जन्म लेती हैं ये हम सब का सौभाग्य है कि नेगीजी को हम अपने सामने गाते देख रहे हैं इससे बड़ा सौभाग्य और क्या हो सकता है, नेगी जी की आयु लंबी हो ओर वे हमेशा स्वस्थ रहें यही भगवान से प्रार्थना है🎉🎉❤❤
नेगी जी गायक के साथ साथ समाज सुधारक भी हैं। आप दोनों को शुभकामना।
बहुत बहुत धन्यवाद डा0 माधुरी डबराल जी आपने गढरत्न नेगी जी से मुलाकात करा दी है.
❤❤
हमारू भी सौभाग्य ह्वे ग्याया। 🙏
गीत संस्कृति के सशक्त संवाहक हैं, ऐसे श्रेष्ठ गीत राचेयता एवम गायक को शत शत नमन
हार्दिक अभिनन्दन
बहुत बहुत सुंदर 👌❤🌹
बहुत बढ़िया ❤
Such a Gem 🙏🏻🙏🏻 🙏🏻 saadar naman 🙏🏻🙏🏻
बहुत सुन्दर गढ़रत्न नेगी जी को सादर नमन 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Legend negi ji...
❤ very nice podcast madhuri ji❤
नेगी जी ने जनमानस की बात को और नेताओ के बारे में बहुत सुंदर से रखी हैं 🙏🙏
Saadar pranam.The one and the only🙏🙏🙏
बहुत सुंदर
बहुत सुंदर प्रस्तुति और आपकी गढ़वाली भी 🙏🙏
आदरणीय नेगी जी द्वारा लिखे गये गीत उत्तराखण्ड की अमूल्य धरोहर हैं। मैं भी सिर्फ नेगी दा के ही गीत सुनता रहता हूँ। लेकिन मैं थोड़ा नेगी जी के उत्तराखण्ड के विकास सम्बन्धी बातों से पूरी तरह से सहमत नहीं होता हूँ। जैंसा कि नेगी दा ने कहा कि अगर लोगों को सारी सुविधाएँ गाँव में ही मिल जायें तो वो अपना गाँव छोड़कर क्यों जायेंगे? ये बात सुनने में और पढ़ने में अच्छी लगती है लेकिन इसका प्रेक्टीकली कोई वजूद नहीं है। हर गाँव में सभी तरह की सुविधाएँ होना नामुमकिन है। जब सरकार पहाड़ों में हाईवे और रेलवे ट्रेक बनाती है तो कुछ लोग उसका भी विरोध करना शुरू कर देते हैं। यार भाई बिना पहाड़ काटे कैंसे सड़कें और रेलवे ट्रेक बन जायेगा, पहले ये बात समझो? विकास करने के लिए पहाड़ तो काटने ही पड़ेंगे। इसके अलावा नेगी दा ने कहा कि किसी ने कहा था कि लोग इसलिए पलायन कर रहे हैं क्योंकि लोग समृद्ध हो गए हैं। मानो या ना मानो लेकिन ये बात बिल्कुल सत्य है। एक सरकारी नौकरी वाला व्यक्ति भी सबसे पहले देहरादून में जमीन लेने कि सोचता है क्योंकि उसके पास अच्छा-खासा पैंसा आ गया है। जिसके पास भी ज्यादा पैसा आएगा वो सबसे पहले मैदानी भाग में जमीन लेगा ही लेगा। पहले पहाड़ों में खेती और पशुपालन करना लोगों की मजबूरी थी क्योंकि इसके अलावा कोई ऑप्शन नहीं थे। जो उस वक्त थोड़ा जागरूक हो जाता था तो वो तुरन्त बाहर शहर के लिए निकल जाता था। आज जब लोगों के पास रहने के लिए और रोजगार के लिए दूसरे बेहतर विकल्प मौजूद हैं तो फिर कोई क्यों गाँव में रहेगा? बाकि जितना रोजगार पहाड़ों में उपलब्ध हो सकता है उसके हिसाब से लोग रह भी रहे हैं लेकिन वो भी तो एक लिमिट में ही रहेगा। सभी लोग तो पहाड़ों में जॉब नहीं कर सकते। बाकि पहाड़ों में रहने के लिए किसी ने मना नहीं किया है। लेकिन अगर आप सोचो कि हमको सरकार उधर अच्छी सैलेरी वाली नौकरी दे दे तो ऐंसा तो सबके लिए करना नामुमकिन है। गाँव में अगर रहना है तो फिर खेती और पशुपालन ही करना होगा या फिर खुद की योग्यता से कोई छोटा-मोटा बिजिनेस। तो मेरा मानना है कि इस विषय को हमें इमोशनल से हटकर थोड़ा प्रेक्टिकल तरीके से देखना चाहिए। बाकि इंटरव्यू बहुत बढ़िया था। 😊🙏
वाह क्या बात 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻
Excellent 👍
❤❤❤❤❤❤
बहुत सुंदर ❤
बहुत शानदार .
Wah bahut hi khubsurat geet
बहुत सुन्दर प्रस्तुति 🎉
Awesome
🎉🎉❤❤
Gadh Ratan Narendra singh Negi ji ko koi bhi sarkar kya sammanit kar sakti hai jinke geet sunkar uttarakhand ko samjha ja sakta hai...He is a legend....apke interview lene ki kala bilkul ndtv ke anchor ki takkar ki hai
❤❤❤