गुरुदेव नमः गुरुदेव नमः बहुत सुंदर है सॉन्ग है मेरे गुरु का जय भारती दही जानू है गुरुदेव ऐसी है कृपाआप इतनी पपिया ने जय गुरु का नारा लगाया भवसागर से पर उतर कम आपने काटा मेरीकृपा कृपालु कहीं कभी चलो सागर से ही आगे चली जहां गुरु महाराज करुणाकर सब दुख दूर रही हो गई देख जहां दौड़ लगी मेरे गुरबाणी शब्द धान के दाता बाहरी है राम छवि नाम है मेरेगुरु का दिलों की रहो ठाकुर मेरे गुरु महाराज एक तरफ है एक पल है रुकी है भुज कंजूरिंग है लोचन है समान है बात है प्रसन्न है वह है सिद्धिविनायक आयत है और है सहा है आनंद है अमित वंदना मन मोहना है मेरे गुफा का Nayan AVN unki Surat Anand hai Pulkit hai मंदिर है कहीं तो छोटा ना मेरेगुरु का मैं तो कहूं नाथ उदास हूं मैं आपका हर पलरहता हूं शिखर पर है बस जान मुझे चढ़ता है सच कृपा आप ही शिखर आपके शिखर तक मुझेजाना है पपिया का तमाशादे unki kitab bilkul Kam karne hain aapane dho Dala aapane chhod Dala gurupa nimbu ki tarah aap सावन मास मेंसुजान सावन सुनी है आऊंगी प्रभु भजन है वीर है तेरा ही आरती हरण शरण सुखदेववीर है मेरे गुरु महाराज ji
सुख सुख दाता दुख डाटा हरण हरता मेरे गुरु महाराज शुकराना मुझे आपको बारंबार बारंबार ब्लेसिंग हैगुरुवार के एक छोटा सा डांस लिख रही हूं जो सॉन् आशिकी कराटे दंडवत है देखा तुरंत और प्रभु हर्ष विशाल है तीन वचन सुनि प्रभु मन में भाव भुजंग विशाल है कहीं दया हैलगाओ है आपके संगठ अनुज है नहीं है गाती है मिट्टी है मिली है बैटरी है बोलोगुरु वचन भक्ति बलिहारी हैं मेरे महादेव परिवार शुक्ल पुकार हर वर्ष तुम्हारा है गुरु दाता शुकराना शुकराना शुकराना अलंकार है गुरुवाणी है कृपा वाहेगुरु जी सब में समय हो मेरेगुरु दाता बारंबार करूंगी कोटि कोटि विक्रम बंद है लगी है जहां जाऊं आपकी शरण में आए हैं भक्त उसे संभालो आपके संगठ तू शरण में नहीं था हूं षणमुख हुई जीवन वही वही है जन्म कोटि अब सुनाई तभी तो पर्वत पर करसहज है सुबहभजन मूर्ति भाव है ना कोई तीन वचन दिन वचन सुनि प्रभु मन भाव कहूं क्लेश सहित है परिवार सुखल ठाकुर आप बसाए हो आपका ही कृपा आपका ही कृपा जयगुरुदेव दत्ता इतनी बलिहारी करो काम है गुरु दाता तुम्हारा ही तो हम सब बालक हैं संभाल लेना मेरेगुरु दाता
Jai Guru Ji Shukrana Guru Ji Love You Guru Paa Blessings Always Guru Paa Lakh Lakh Shukrana Guru Paa ♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
गुरुदेव नमः गुरुदेव नमः बहुत सुंदर है सॉन्ग है मेरे गुरु का जय भारती दही जानू है गुरुदेव ऐसी है कृपाआप इतनी पपिया ने जय गुरु का नारा लगाया भवसागर से पर उतर कम आपने काटा मेरीकृपा कृपालु कहीं कभी चलो सागर से ही आगे चली जहां गुरु महाराज करुणाकर सब दुख दूर रही हो गई देख जहां दौड़ लगी मेरे गुरबाणी शब्द धान के दाता बाहरी है राम छवि नाम है मेरेगुरु का दिलों की रहो ठाकुर मेरे गुरु महाराज एक तरफ है एक पल है रुकी है भुज कंजूरिंग है लोचन है समान है बात है प्रसन्न है वह है सिद्धिविनायक आयत है और है सहा है आनंद है अमित वंदना मन मोहना है मेरे गुफा का Nayan AVN unki Surat Anand hai Pulkit hai मंदिर है कहीं तो छोटा ना मेरेगुरु का मैं तो कहूं नाथ उदास हूं मैं आपका हर पलरहता हूं शिखर पर है बस जान मुझे चढ़ता है सच कृपा आप ही शिखर आपके शिखर तक मुझेजाना है पपिया का तमाशादे unki kitab bilkul Kam karne hain aapane dho Dala aapane chhod Dala gurupa nimbu ki tarah aap सावन मास मेंसुजान सावन सुनी है आऊंगी प्रभु भजन है वीर है तेरा ही आरती हरण शरण सुखदेववीर है मेरे गुरु महाराज ji
सुख सुख दाता दुख डाटा हरण हरता मेरे गुरु महाराज शुकराना मुझे आपको बारंबार बारंबार ब्लेसिंग हैगुरुवार के एक छोटा सा डांस लिख रही हूं जो सॉन् आशिकी कराटे दंडवत है देखा तुरंत और प्रभु हर्ष विशाल है तीन वचन सुनि प्रभु मन में भाव भुजंग विशाल है कहीं दया हैलगाओ है आपके संगठ अनुज है नहीं है गाती है मिट्टी है मिली है बैटरी है बोलोगुरु वचन भक्ति बलिहारी हैं मेरे महादेव परिवार शुक्ल पुकार हर वर्ष तुम्हारा है गुरु दाता शुकराना शुकराना शुकराना अलंकार है गुरुवाणी है कृपा वाहेगुरु जी सब में समय हो मेरेगुरु दाता बारंबार करूंगी कोटि कोटि विक्रम बंद है लगी है जहां जाऊं आपकी शरण में आए हैं भक्त उसे संभालो आपके संगठ तू शरण में नहीं था हूं षणमुख हुई जीवन वही वही है जन्म कोटि अब सुनाई तभी तो पर्वत पर करसहज है सुबहभजन मूर्ति भाव है ना कोई तीन वचन दिन वचन सुनि प्रभु मन भाव कहूं क्लेश सहित है परिवार सुखल ठाकुर आप बसाए हो आपका ही कृपा आपका ही कृपा जयगुरुदेव दत्ता इतनी बलिहारी करो काम है गुरु दाता तुम्हारा ही तो हम सब बालक हैं संभाल लेना मेरेगुरु दाता