गुरुदेव नमः गुरुदेव नमः | Gurudev Namah | गुरुदेव मंत्र | Gurudev Mantra | Guru ji Bhajan |

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  • Опубліковано 23 гру 2024

КОМЕНТАРІ • 3

  • @monikabansal5936
    @monikabansal5936 13 днів тому

    Jai Guru Ji Shukrana Guru Ji Love You Guru Paa Blessings Always Guru Paa Lakh Lakh Shukrana Guru Paa ♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️

  • @rukminimishra5430
    @rukminimishra5430 9 днів тому

    गुरुदेव नमः गुरुदेव नमः बहुत सुंदर है सॉन्ग है मेरे गुरु का जय भारती दही जानू है गुरुदेव ऐसी है कृपाआप इतनी पपिया ने जय गुरु का नारा लगाया भवसागर से पर उतर कम आपने काटा मेरीकृपा कृपालु कहीं कभी चलो सागर से ही आगे चली जहां गुरु महाराज करुणाकर सब दुख दूर रही हो गई देख जहां दौड़ लगी मेरे गुरबाणी शब्द धान के दाता बाहरी है राम छवि नाम है मेरेगुरु का दिलों की रहो ठाकुर मेरे गुरु महाराज एक तरफ है एक पल है रुकी है भुज कंजूरिंग है लोचन है समान है बात है प्रसन्न है वह है सिद्धिविनायक आयत है और है सहा है आनंद है अमित वंदना मन मोहना है मेरे गुफा का Nayan AVN unki Surat Anand hai Pulkit hai मंदिर है कहीं तो छोटा ना मेरेगुरु का मैं तो कहूं नाथ उदास हूं मैं आपका हर पलरहता हूं शिखर पर है बस जान मुझे चढ़ता है सच कृपा आप ही शिखर आपके शिखर तक मुझेजाना है पपिया का तमाशादे unki kitab bilkul Kam karne hain aapane dho Dala aapane chhod Dala gurupa nimbu ki tarah aap सावन मास मेंसुजान सावन सुनी है आऊंगी प्रभु भजन है वीर है तेरा ही आरती हरण शरण सुखदेववीर है मेरे गुरु महाराज ji

    • @rukminimishra5430
      @rukminimishra5430 9 днів тому

      सुख सुख दाता दुख डाटा हरण हरता मेरे गुरु महाराज शुकराना मुझे आपको बारंबार बारंबार ब्लेसिंग हैगुरुवार के एक छोटा सा डांस लिख रही हूं जो सॉन् आशिकी कराटे दंडवत है देखा तुरंत और प्रभु हर्ष विशाल है तीन वचन सुनि प्रभु मन में भाव भुजंग विशाल है कहीं दया हैलगाओ है आपके संगठ अनुज है नहीं है गाती है मिट्टी है मिली है बैटरी है बोलोगुरु वचन भक्ति बलिहारी हैं मेरे महादेव परिवार शुक्ल पुकार हर वर्ष तुम्हारा है गुरु दाता शुकराना शुकराना शुकराना अलंकार है गुरुवाणी है कृपा वाहेगुरु जी सब में समय हो मेरेगुरु दाता बारंबार करूंगी कोटि कोटि विक्रम बंद है लगी है जहां जाऊं आपकी शरण में आए हैं भक्त उसे संभालो आपके संगठ तू शरण में नहीं था हूं षणमुख हुई जीवन वही वही है जन्म कोटि अब सुनाई तभी तो पर्वत पर करसहज है सुबहभजन मूर्ति भाव है ना कोई तीन वचन दिन वचन सुनि प्रभु मन भाव कहूं क्लेश सहित है परिवार सुखल ठाकुर आप बसाए हो आपका ही कृपा आपका ही कृपा जयगुरुदेव दत्ता इतनी बलिहारी करो काम है गुरु दाता तुम्हारा ही तो हम सब बालक हैं संभाल लेना मेरेगुरु दाता