भारत धर्मनिरपेक्ष देश है। कोई भी किसी भी धर्म को मान सकते हैं। यदि आदिवासी का इतना चिंता है आदिवासी धर्म कोड़ लागू करायें। शिक्षा, स्वास्थ्य पर काम कीजिए। राजनीति नहीं।
धर्मांतरण कोई बड़ा मुद्दा नहीं है इस पर बहस करने से कोई मतलब नहीं हैं। धर्म आस्था और विश्वास हैं इसलिए इसे लोगों के ऊपर ही छोड़ देना चाहिए। चाहें वो हिन्दू, मुस्लिम, सिख,ईसाई,पारसी,जैन,बौद्ध आदि धर्मों को स्वतंत्र रूप से माने।।। बड़ा मुद्दा आदिवासियो के शिक्षा , स्वास्थ्य, रोज़गार और विकास का होना चाहिए था।। जागो आदिवासियो जागो,,,
एक तरफ तो कानून कहता है कि आप स्वतंत्र हैं आप कोई भी धर्म अपना सकतें हैं , हिन्द मुस्लिम सिख ईसाई, और दूसरी तरफ धर्म परिवर्तन रोकने के लिए ऐड़ी चोटी एक कर दे रहे हैं , ऐ कौन सा नया कानून बना रहे हैं ये सब ईश्वर कि मर्जी से हो रहा है , ईसाई ही एक ऐसा धर्म है जो शान्ति प्रिये धर्म है , जो भी लोग यीशु मसीह और पवित्र शास्त्र बाइबल को पढ़ते हैं वे यीशु मसीह के दिवाने हो जाते हैं चाहे हिन्द मुस्लिम सिख जो भी हो इसीलिए तो आज यीशु मसीह को मानने वाले दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं प्रभु यीशु मसीह हमारे पापों के लिए मारा गया गाड़ा गया और फिर तीसरे दिन मुर्दों मे से जी उठे हैं यीशु मसीह के नाम से सब दुख तकलीफ और दुष्ट आत्मा शैतान डरते हैं , प्रभु यीशु मसीह आप सबों को बहुत बहुत आशीष दे आमीन हाल्लेलुय्या धन्यवाद
आदीवासियों को किसने हिन्दू बनाया?केवल बकबका कर हल्ला कर रहे हैं।आदीवासी कभी भी हिन्दू नहीं रहे।जबरदस्ती हिन्दू हिन्दू बोल कर विवाद उत्पन्न कर रहे हैं।इसे बन्द करना चाहिये।
हमारे देश के नेता लोग अपने जैसे सभी लोगों को अनपढ़ बनाना चाहते हैं। इसाई मिशनरीज़ लोग ही तो भारत में शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति ध्यान देकर लोगों को जागरूक किया। अच्छा होता कि आप लोग भी इन मुद्दों पर ध्यान देते और लोगों के दिल को जीत लेते।
रोजी रोटी के ऊपर सवाल उठाना नहीं होता इनसे फोकट का बकबक कर रहे है। छत्तीसगढ़ में लौ एंड ऑर्डर की स्थिति चरमरा रही है। उसके ऊपर भी तो सवाल उठाए गोदी मीडिया।
आर्टिकल 25 के अनुसार कोई भी व्यक्ति अपने अंतःकरण से कोई भी धर्म को मान सकता है। यह आजादी हमें संविधान ने दिया है। राजनीतिक लोग सीधे साधे आदिवासियों को हिन्दू और ईसाई में बांटकर अपनी राजनीति चमका रहे है।
धर्मांतरण हुआ होता तो छत्तीसगढ़ का बीजेपी सरकार मुख्यमंत्री ईसाई होता। मुख्यमंत्री ईसाई स्कूल में पढ़ा है। केवल और केवल बकवास के अलावा कुछ नहीं हो रहा है।
क्या आप यह भी बताएंगे कि कई गांव में बिजली, सड़क पानी की कमी है इस पर आप कभी सवाल करेंगे।इसके पीछे किसका हाथ है कौन है जो गांव की विकास नहीं चाहते।शासन में कौन बैठा है।😅😅😅😅😅😅
पाठक जी 1880,1905 का बात है और अभी इसको कानून के बारे में लाएंगे कहां से होगा। तब तो देश का आजादी नहीं हुआ था तो कानून कहां से आ गया। देश में कानून बना है 1968 में।
न्यूज़ चैनल वालों को भी धर्मांतरम नाम एक मुद्दा मिल गया है टीआरपी बढ़ाने के लिए। धर्मांतरण करने के लिए दो माह पहले कलेक्टर को नोटिस देना पड़ता है और कलेक्टर साहब पूछताछ करने बुलाते हैं फिर यदि व्यक्ति स्वयं से अन्य धर्म अपनाना चाहता है तो ही परमिशन मिलता है।
Yeshu mashih dharm nhi badalta hai vo jivan badalta hai .. Dharmantaran kanhi nahi hota... Log ki aastha hai unko achha lag rha hai to vo man rahe hai..
कांग्रेस व बीजेपी का बात छोड़कर दोनों को आदिवासियों के हक में बात करना चाहिए था लेकिन यहां पर दोनों ने आदीवासी के हक में बात नहीं कर रहे हैं अपने अपने पार्टी बेस पर बात कर रहे लोगों को भटका रहे हैं
मृ्रतक यीशु को मनता है तो ❤ किस रितिरवाज से अंतिम संस्कार होना है! (bjp) को नहीं मलुम है क्या,,,, सिर्फ धर्म कि रजानित है इन्सान बडोत्रि नहीं है. .....
Aap log dharm k name par hi rajniti karte hai.. Aur ek manushya ko hi ek manushya se lada rhe ho.. Dharm k name par aap aatank faila rahe ho aur.. Aap pyar bato apko pyar milega... Aap nafrat batoge to nafrat milega... Aur samvidhan sabko ajadi deta hai.. Aur kanhi lalach dekar dharmantaran ho raha hai to sarkaar aapki.. Aap janch karwa lijiye... Doodh ka doodh aur pani ka pani ho jayega..... ❤
Sir lekin meri vinti hai jab bhi wad viwad karayen to Ek taraf koi bhi party se Aadiwashi pravakta bulete hai to dushri taraf koi dushre samaj ka prawakta laayen Aadiwashi vs Aadiwashi karwa dete hain
Bikash karne ke liye aapko vote diye hai sir na ki dharam ki rajneeti karne vikash kab hoga achcha education, hospital ki subidha kab milega uske upper baat kejye
Manipur, Up, bihar ka condition dekhe ho....kya ho raha hai....aur dharmparivartan jaise topic ma baat karna kitna besharm ki baat hai....vikash, rojgar....sa vanchit kiya ja raha aisa topic kar ke
सत्य वचन ईश्वर के वचन को कोई रोक नहीं सकता है
ॐ नमः शिवाय
मैं यीशु मसीह का दीवाना हूं क्योंकि उसने मुझसे बहुत प्यार करता है
ॐ नमः शिवाय
भारत धर्मनिरपेक्ष देश है। कोई भी किसी भी धर्म को मान सकते हैं। यदि आदिवासी का इतना चिंता है आदिवासी धर्म कोड़ लागू करायें। शिक्षा, स्वास्थ्य पर काम कीजिए। राजनीति नहीं।
धर्मांतरण कोई बड़ा मुद्दा नहीं है इस पर बहस करने से कोई मतलब नहीं हैं। धर्म आस्था और विश्वास हैं इसलिए इसे लोगों के ऊपर ही छोड़ देना चाहिए। चाहें वो हिन्दू, मुस्लिम, सिख,ईसाई,पारसी,जैन,बौद्ध आदि धर्मों को स्वतंत्र रूप से माने।।।
बड़ा मुद्दा आदिवासियो के शिक्षा , स्वास्थ्य, रोज़गार और विकास का होना चाहिए था।। जागो आदिवासियो जागो,,,
You are right
I am with you❤🌹
एक तरफ तो कानून कहता है कि आप स्वतंत्र हैं आप कोई भी धर्म अपना सकतें हैं , हिन्द मुस्लिम सिख ईसाई, और दूसरी तरफ धर्म परिवर्तन रोकने के लिए ऐड़ी चोटी एक कर दे रहे हैं , ऐ कौन सा नया कानून बना रहे हैं
ये सब ईश्वर कि मर्जी से हो रहा है , ईसाई ही एक ऐसा धर्म है जो शान्ति प्रिये धर्म है , जो भी लोग यीशु मसीह और पवित्र शास्त्र बाइबल को पढ़ते हैं वे यीशु मसीह के दिवाने
हो जाते हैं चाहे हिन्द मुस्लिम सिख जो भी हो इसीलिए तो आज यीशु मसीह को मानने वाले दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं प्रभु यीशु मसीह हमारे पापों के लिए मारा गया गाड़ा गया और फिर तीसरे दिन मुर्दों मे से जी उठे हैं यीशु मसीह के नाम से सब दुख तकलीफ और दुष्ट आत्मा शैतान डरते हैं ,
प्रभु यीशु मसीह आप सबों को बहुत बहुत आशीष दे आमीन हाल्लेलुय्या धन्यवाद
यीशु मसीह में इतनी शक्ति है कि लोग खिंचे चले जा रहे हैं।।
Isliye to itna prachar kar rahe ho jor shor se
यीशु मसीह का वचन किसी भी जाति या धर्म को नहीं बदलता है । उसके वचन में चलने से जीवन जरूर बदल जाती हैं
Kya dhukh nhi ata hai us jivan kewal sukh hi milta hai sach batana
यीशु मसीह की जय 🙏
असतो मां सद् गम्य,तमसो मा ज्योर्गमय।
आदीवासियों को किसने हिन्दू बनाया?केवल बकबका कर हल्ला कर रहे हैं।आदीवासी कभी भी हिन्दू नहीं रहे।जबरदस्ती हिन्दू हिन्दू बोल कर विवाद उत्पन्न कर रहे हैं।इसे बन्द करना चाहिये।
इंसान कोई भी धर्म माने इसे इन राजनेताओं को क्या दिक्कत है?
Dikkat tumhe hai
हमारे देश के नेता लोग अपने जैसे सभी लोगों को अनपढ़ बनाना चाहते हैं। इसाई मिशनरीज़ लोग ही तो भारत में शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति ध्यान देकर लोगों को जागरूक किया। अच्छा होता कि आप लोग भी इन मुद्दों पर ध्यान देते और लोगों के दिल को जीत लेते।
रोटी , बेरोजगारी , शिक्षा , स्वस्थ पर भी डिबेट और सत्ता से सवाल करो...
रोजी रोटी के ऊपर सवाल उठाना नहीं होता इनसे फोकट का बकबक कर रहे है। छत्तीसगढ़ में लौ एंड ऑर्डर की स्थिति चरमरा रही है। उसके ऊपर भी तो सवाल उठाए गोदी मीडिया।
To madada ke nam pe uska dharam change kar doge
पढ़ाई लिखाई की जरूरत नहीं है घर्म के नाम पर लोगों को बैकुप बनाओ आदिवासी पढ रहे हैं यही बुरा लग रहा है
Dharm me rahkar bhi padhai kiya ja sakta hai samjhe
आर्टिकल 25 के अनुसार कोई भी व्यक्ति अपने अंतःकरण से कोई भी धर्म को मान सकता है। यह आजादी हमें संविधान ने दिया है। राजनीतिक लोग सीधे साधे आदिवासियों को हिन्दू और ईसाई में बांटकर अपनी राजनीति चमका रहे है।
क्या कोई बता सकता है कि ये धर्मांतरण कैसे किया जाता है और इससे किस व्यक्ति को नुकसान हो रहा है।
संविधान में धर्म निर्पेक्षता का मतलब क्या है? क्या ये राजनेताओं का काम है?
धर्मांतरण हुआ होता तो छत्तीसगढ़ का बीजेपी सरकार मुख्यमंत्री ईसाई होता। मुख्यमंत्री ईसाई स्कूल में पढ़ा है। केवल और केवल बकवास के अलावा कुछ नहीं हो रहा है।
भाई साहब कांग्रेस काय मुख्यमंत्री अजीत जोगी था क्या बात कर रहे हो
भाई साहब कांग्रेस काय मुख्यमंत्री अजीत जोगी था क्या बात कर रहे हो
भाई साहब कांग्रेस काय मुख्यमंत्री अजीत जोगी था क्या बात कर रहे हो
भाई साहब कांग्रेस काय मुख्यमंत्री अजीत जोगी था क्या बात कर रहे हो
सोनिया गांधी प्रियंका वाड्रा ये सब इसाई।
किसी को भी माने अपना अधिकार है news वाले को और कुछ काम नहीं है
बीजेपी के लोग सिर्फ धर्म की राजनीति कर रहे हैं विकास की राजनीति कभी नहीं करते हैं
क्या आप यह भी बताएंगे कि कई गांव में बिजली, सड़क पानी की कमी है इस पर आप कभी सवाल करेंगे।इसके पीछे किसका हाथ है कौन है जो गांव की विकास नहीं चाहते।शासन में कौन बैठा है।😅😅😅😅😅😅
हिंदू राष्ट देश ईसाई देश नहीं।
संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार आर्टिकल 25से 28 धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकर देता है।
पाठक जी 1880,1905 का बात है और अभी इसको कानून के बारे में लाएंगे कहां से होगा। तब तो देश का आजादी नहीं हुआ था तो कानून कहां से आ गया। देश में कानून बना है 1968 में।
सलाम साहब ने सही बात कहां है।
Good job
Jinda Parmeshwar ki Yojna Puri Ho.🎉HALLELUJAH 🎉 HALLELUJAH 🎉 AMEN 🎉
Samne la sakta hai tera jinda khuda ko psychology wala bat mat krna mere samne pratyackh rup me dikha
Jai masih ki ❤❤❤❤ ji jai masih ki 💕💕🙏
Jesus coming soon
व्यक्तिगत मामला है, कोई किसी का धर्म परिवर्तन नहीं करा सकता
ईसाई लोगों ने क्या गूना किये कि पत्रकार ने रूकना के बात करते 😅😅😅
हमारे तरफ तो, आदिवासी भाई लोग कहते हैं कि, हम हिंदू नहीं हैं , हमारे गांव में तो , दशहरा भी नहीं मनाते 😂😂😂
Jharkhand me vi dharmatarantula band Hona chahiye
कांग्रेस, भाजपा को छोड़कर बहस नहीं कर सकते हैं आप लोग।
न्यूज़ चैनल वालों को भी धर्मांतरम नाम एक मुद्दा मिल गया है टीआरपी बढ़ाने के लिए। धर्मांतरण करने के लिए दो माह पहले कलेक्टर को नोटिस देना पड़ता है और कलेक्टर साहब पूछताछ करने बुलाते हैं फिर यदि व्यक्ति स्वयं से अन्य धर्म अपनाना चाहता है तो ही परमिशन मिलता है।
Bjp लगातार 15 साल छत्तीसगढ़ में राज किया क्या bjp की जिम्मेदारी नहीं थी तब क्यों ये सब दिखाई नहीं दिया
Politic ka Khel hai
बीजेपी का मुख्य हथियार धर्मांतरण है 15 लाख खाते में डालना 2 करोड़ नौकरियां देना यह सब कौन खा गया है इसकी कोई डिबेट और बहस क्यों नहीं हो रहीं
Yeshu mashih dharm nhi badalta hai vo jivan badalta hai .. Dharmantaran kanhi nahi hota... Log ki aastha hai unko achha lag rha hai to vo man rahe hai..
Kya Dharmendra ki rajniti karne per Bharat Desh aage badh sakta hai kya
कांग्रेस व बीजेपी का बात छोड़कर दोनों को आदिवासियों के हक में बात करना चाहिए था लेकिन यहां पर दोनों ने आदीवासी के हक में बात नहीं कर रहे हैं अपने अपने पार्टी बेस पर बात कर रहे लोगों को भटका रहे हैं
Tum jitna vi rok lo isu ki raj kavi nahi rukega ye isu ka satya bacgan samjho kyun ki isu ki bachan me sakti hei
Ye log sachai nhi dekhte
सत्या को🎉 सभी विरोध करते हैं
सबी मिलकर ईसाई के ऊपर लगे हैं तो कूछतो जानेका बात है लगेरहो
Salam sahab adhiwasi hindu na christian h adhiwasi aalag dharm code ke liye mahngh hona chahiye
Dharmantaran ki rajniti karne per Bharat Desh aage badh sakta hai kya
Dharmantaran ki rajniti karne per kya Bharat Desh aage badh sakta hai kya
मृ्रतक यीशु को मनता है तो ❤
किस रितिरवाज से अंतिम संस्कार होना है! (bjp) को नहीं मलुम है क्या,,,, सिर्फ धर्म कि रजानित है इन्सान बडोत्रि नहीं है. .....
Aap log dharm k name par hi rajniti karte hai.. Aur ek manushya ko hi ek manushya se lada rhe ho.. Dharm k name par aap aatank faila rahe ho aur.. Aap pyar bato apko pyar milega... Aap nafrat batoge to nafrat milega... Aur samvidhan sabko ajadi deta hai.. Aur kanhi lalach dekar dharmantaran ho raha hai to sarkaar aapki.. Aap janch karwa lijiye... Doodh ka doodh aur pani ka pani ho jayega..... ❤
संतराम नेताम गलत बोल रहे हैं इसके पास अपनी कोई जानकारी नहीं है
Jis prakar dudh safed hota hai Kala nahin usi prakar dharmantaran bhi nahin hota hai
18:56 19:00
Kisi manu na manu ye ensan batayenge mujhe meri marji
Sir lekin meri vinti hai jab bhi wad viwad karayen to Ek taraf koi bhi party se Aadiwashi pravakta bulete hai to dushri taraf koi dushre samaj ka prawakta laayen Aadiwashi vs Aadiwashi karwa dete hain
Pura desh me ho raha h sirf chattisgarh me nai
Kya Bharat Desh Azad nahin hail
Dharm aur jati me antar nahi hai aur debate me baith jate hai
Adiwasi logon ko mandir me Puja karne do pujari banakar
Adibsi.hindu nahi hai unko hindu me kyon dhamantrit kar rahe jabarjast
Dharmantaran ki rajniti karke Bharat desh ko aage badha sakte ho kya
Cg mebto hoga hi kyun ki yaha jo badi charch h isme koi sak nhi h
बिलकुल करोवाई होने चाहिए क्योंकि काल को ये लोग अलाग से ईसाई देश मांगगे तो आमिरीकी सरकार इन लोगों का सपोर्ट करेगा और भारत सरकार कुछ नहीं बोल सकता हैं
और छुआछूत फैलाओ तो ईसाई धर्म हिंदू धर्म में हमेशा तिरस्कृत huaa hu मै भी 2006में क्रिस्चन को अपना लिया जो करना है कर लो
Kya dudh Kala hota hai theek usi prakar Daman bhi nahin hota hai
Sachai ke birudh me applog jitna bond karna koshis karoge utna badhta jaiga .yeshu ka nam se .
16 sal bjp sarkar Kia Kia? Adivasi ko lot roghubr das ne.
Kya kabar khod ke usko jila ki Hindu banaya ja sakta hai kya
Dharmantaran ki bat kartey hain . shiksha aapky jaisey aur bjp key neta logon jaisey kyon nahi Dey rahey hain.bjp sarkar shiksha kyon nahi kartey.
Ishai dharam chor ke kaon sa dharam manege sir aap bata do
Bikash karne ke liye aapko vote diye hai sir na ki dharam ki rajneeti karne vikash kab hoga achcha education, hospital ki subidha kab milega uske upper baat kejye
BJP da Raha sanrachna
पुरा इन्डिया इसाई हों होगा
Manipur, Up, bihar ka condition dekhe ho....kya ho raha hai....aur dharmparivartan jaise topic ma baat karna kitna besharm ki baat hai....vikash, rojgar....sa vanchit kiya ja raha aisa topic kar ke
Schools kholo bhai aapkey jesy bolney jaisey shiksha do.
Dharam parewrtan nahe hota kahane wae and bjp ko doshh dene wale sabuut dekh lo
Gay bhains nahin ban sakti hai theek usi prakar dharmantaran bhi nahin hota hai
Kya gay bhains ban sakti hai
Kya gay ghoda ban sakti hai
Kiya rajneta ka kam somaj mei dhorom ki nam por lorai jogra kornahi upolopto hai
हिन्दु से सयु गुणा बादी आक्ष्याहे इसाईमे कोइ बडा छोटा जात नही होताहे पानी पुरा चलेगा सब परमेश्वर ने बनायाहे मानाब को एक हे .बनाया
Dharmantaran ki rajniti karne se kya Bharat Desh aage badh sakta hai kya
Kya Bharat Desh Azad nahin hail