CM BJP का ही बनेगा ये तय है. लेकिन शिंदे और BJP ने ऐसा चाल चला है कि social मीडिया भी ठाकरे, congress को भूल कर छोर कर केवल 5 दिन से शिंदे शिंदे कर रहा है. इसी को राजनीति करते है 😂😂😂😂 जिसमें social site के धुरंधर भी फंस गए 😂😂😂
आपका अभय दुबे जी के साथ का शो जचता है और यह अजय शुक्ला जी को जब भी जहां भी देखता हूं यूट्यूब के मंचों पर, यह हमेशा कांग्रेस की चालीसा पढ़ने लग जाते हैं. शायद इनका उदय प्रलय कांग्रेस से होता होगा, लेकिन देश को आज एक ऊर्जावान राजनीतिक पार्टी की जरूरत है जो सामाजिक कार्यों को या राजकीय कार्यों के सुधार को अंजाम दे सके. कांग्रेस में आज के दिन में एक भी युवा नेता नहीं है जिसकी ऊर्जा से संचालन में एक जान आ जाए. चर्चा इस बात पर होनी चाहिए ना की प्रियंका बड़ी सुंदर है और राहुल बड़े अच्छे हैं, इससे न देश का भला होगा ना पार्टी का. निष्पक्ष रहकर भी किसी भी राजनीतिक पार्टी , संस्थान के कार्य की समीक्षा और आलोचना की जा सकती है, उसके लिए कोई बाजूबंद पर बिल्ला बांधकर घूमने की जरूरत नहीं है. यह शुक्ला साहब तो पूरा ही कांग्रेसी गाउन पहनकर आते हैं. यह कोई भी न्यूज़ पोर्टल के लिए अच्छा नहीं है, जिसमें आमंत्रित व्यक्ति अपने पूर्वाग्रह से प्रोग्राम को एक अलग रंग दे दे.
47 लाख की बात कांग्रेस ने की है
He is very honest and bold analyst
अगर ऊपरवाले के यहाँ न्याय है तो दुष्कर्मों की सजा तो मिलनी ही चाहिए ।
😅😅😅
CM BJP का ही बनेगा ये तय है. लेकिन शिंदे और BJP ने ऐसा चाल चला है कि social मीडिया भी ठाकरे, congress को भूल कर छोर कर केवल 5 दिन से शिंदे शिंदे कर रहा है. इसी को राजनीति करते है 😂😂😂😂 जिसमें social site के धुरंधर भी फंस गए 😂😂😂
Sharma ji sharam karo
आपका अभय दुबे जी के साथ का शो जचता है और यह अजय शुक्ला जी को जब भी जहां भी देखता हूं यूट्यूब के मंचों पर, यह हमेशा कांग्रेस की चालीसा पढ़ने लग जाते हैं.
शायद इनका उदय प्रलय कांग्रेस से होता होगा, लेकिन देश को आज एक ऊर्जावान राजनीतिक पार्टी की जरूरत है जो सामाजिक कार्यों को या राजकीय कार्यों के सुधार को अंजाम दे सके.
कांग्रेस में आज के दिन में एक भी युवा नेता नहीं है जिसकी ऊर्जा से संचालन में एक जान आ जाए. चर्चा इस बात पर होनी चाहिए ना की प्रियंका बड़ी सुंदर है और राहुल बड़े अच्छे हैं, इससे न देश का भला होगा ना पार्टी का.
निष्पक्ष रहकर भी किसी भी राजनीतिक पार्टी , संस्थान के कार्य की समीक्षा और आलोचना की जा सकती है,
उसके लिए कोई बाजूबंद पर बिल्ला बांधकर घूमने की जरूरत नहीं है.
यह शुक्ला साहब तो पूरा ही कांग्रेसी गाउन पहनकर आते हैं. यह कोई भी न्यूज़ पोर्टल के लिए अच्छा नहीं है, जिसमें आमंत्रित व्यक्ति अपने पूर्वाग्रह से प्रोग्राम को एक अलग रंग दे दे.
Koi fayda ha ye sab dekhne ka. Neta pese kmane k liye ha or media views kmane k liye. Jab public k haath me kuch ha hi nhi to kya.