सिगीरिया (रावण का महल) - श्री लंका में मिली प्राचीन तकनीक | प्रवीण मोहन
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- Опубліковано 1 лип 2024
- इन खांचों को इन चट्टानों पर बनाया कैसे गया था? क्या यह प्राकृतिक है, या यह अप्राकृतिक है? ये 1500 साल पहले कैसे बनाए गये थे? क्या सिगीरिया को वास्तव में असुरों ने बनाया था, जिनके पास असाधारण तकनीक थी ?
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00:00 - परिचय
00:45 - अजीब सी ईंटों की संरचनाएं
01:15 - ईंटों को चट्टान के ऊपर ले कर कैसे गये?
01:54 - धातु की सीढियाँ
02:34 - सिगिरिया के खण्डरों की खोज
03:40 - संगमरमर के ब्लॉक
04:30 - संसार का सबसे बड़ा पत्थर का टैंक
05:18 - प्रारंभिक औजारों का प्रयोग
05:45 - इतिहास की किताबों में गलत तथ्य
06:31 - टैंक के अजीब गुण
07:29 - रावण का स्विमिंग पूल
07:57 - सिगिरिया पर बनी संरचनाएं
08:34 - उन्नत तकनीक या क्षमता?
09:25 - अजीब खाँचे
10:14 - विश्व धरोहर स्थल (प्रकृति और प्राचीन तकनीक का मिश्रण)
11:14 - लटकती हुई चट्टान
11:52 - निष्कर्ष
हैलो दोस्तों, आज हम श्रीलंका के एक बहुत शानदार स्थान को देखने जा रहे हैं , यह जगह सिगीरिया के नाम से जानी जाती है | संसार में इसके जैसा और कुछ भी नहीं है, इसीलिए यह संसार के आठवें आश्चर्य के रूप में जाना जाता है | यह वास्तव में एक विशाल अखंड चट्टान है, जो 660 फीट ऊंची है, और आप देख सकते हैं कि इसका ऊपरी हिस्सा चपटा है, जैसे किसी ने इसे चाकू से काट दिया हो | यहां ऊपर बहुत अविश्वसनीय भग्नावशेष हैं जो कि बहुत रहस्मयी हैं, तो हम सीधे ऊपर चलते हैं और देखते है कि वहां ऊपर क्या है |
जैसा कि आप देख सकते हैं कि यहां बहुत सी अजीब सी ईंटों की संरचनाएं यहां वहां बनी हुई हैं, यह केवल आगंतुकों के लिए ही उलझन में डालने वाला नहीं है, बल्कि पुरातत्वविद भी यह समझने में पूरी तरह सक्षम नहीं रहे हैं कि यह संरचनाएं किस लिए प्रयोग होती थीं | वे पुष्टि करते हैं कि ये जो कुछ भी आप देख रहे हैं, यह कम से कम 1500 साल पुरानी है | पर रहस्य यह नहीं है कि ये संरचनाएं क्या हैं, बल्कि यह है कि इन्हें बनाया कैसे गया था | प्राचीन निर्माता इन सभी ईंटों को चट्टान के ऊपर ले कर कैसे गये?
यदि आप इसके चारों ओर ईंटों और संगमरमर के ब्लॉक को नज़रअंदाज़ कर दें तो, आप समझ जायेंगे कि यह संसार का सबसे बड़ा पत्थर का टैंक है |इसे पत्थर के ब्लॉक्स लगा कर नहीं बनाया गया था, इसे ग्रेनाइट को हटा कर बनाया गया था, इसे कई टन ग्रेनाइट को एक ठोस चट्टान में से काट कर बनाया गया था |और वास्तव में कितने टन पत्थरों को निकाला गया होगा ?
मुख्य धारा की इतिहास की किताबें जो प्राचीन लोगों के चट्टानों को छेनी और हथौड़ी से काटने की बात करती हैं, उनमें मूलभूत रूप से कुछ गलत है |पर यह केवल एक परिकल्पना नहीं है, हमारे पास अपनी आंखों के सामने सुबूत मौजूद है |यहां देखिए, यहां हमें एक छेनी के निशान देखने को नहीं मिलते हैं, यहां हमें लंबे सांप जैसे, घुमावदार औजार के निशान देखने को मिलते हैं |
यह टैंक किसी अंतः स्रोत से पानी ग्रहण करता हुआ लगता है और ऐसा लगता है कि इसके नीचे ही कोई धीमी निकासी की व्यवस्था भी है |यहां एक और छोटा आयताकार टैंक भी है, जो कि इस टैंक से ,जो कि हमेशा ताजे पानी से भरा रहता है, से विपरीत गर्मियों के मौसम में पूरी तरह सूख जाता है |इसी कारण से स्थानीय निवासी इस बड़े टैंक को रावण का स्विमिंग पूल कहते हैं, क्योंकि उन्हें विश्वास है कि यह रावण के द्वारा बनवाया गया था जो कि श्रीलंका का सबसे महान राजा था, जो हजारों साल पहले यहां रहता था | प्राचीन ग्रंथों के अनुसार रावण मनुष्य नहीं था, पर वह एक परग्रही प्रजाति से आता था जो कि असुर कहलाते थे, इसके बारे में हम बाद में बात करेंगे |
पुरातत्वविद पुष्टि करते हैं कि ये प्राचीन समय में बने थे |पर चारों तरफ देखिए, क्या आपको कोई सीढ़ी या ढलान या खड़े होने के लिए कोई पेड़ ही दिख रहा है ? ये कट कैसे बनाए गये थे, जबकि यहां एक इंसान के खड़े होने के लायक जगह भी नहीं है ? कोई भी यहां ऊपर कैसे आया ? क्या ये कट इंसानों द्वारा बनाए गये थे या असुरों के द्वारा जिनके पास उन्नत तकनीक थी ? ये ऊपर जाती हुई सीढ़ियों जैसी दिखती हैं, पर ये 90 डिग्री के कोण पर सीधी खड़ी हैं, तो मनुष्यों के लिये इन्हें प्रयोग करना असंभव है |वास्तव में ये सीढ़ियां नहीं हैं, पुरातत्वविद इन्हें खांचे कहते हैं, और वे ये नहीं जानते हैं कि, संसार के बहुत से प्राचीन स्थानों पर ये खांचे क्यों पाए जाते हैं |लेकिन और भी महत्वपूर्ण बात यह है कि, इन खांचों को इन चट्टानों पर बनाया कैसे गया था ? ऊपर बने इन छेदों को देखिए, ये कृत्रिम रूप से बनाए गए गोल छेद हैं | इस गहरे छेद को देखिए |
ज्यादातर विशेषज्ञ दावा करेंगे कि ये प्राकृतिक हैं, पर जब मैं दांयी से बांयी ओर घूमता हूं तब ध्यान से देखिए |
अब बताइये? क्या यह प्राकृतिक है, या यह अप्राकृतिक है? इस लटकती हुई चट्टान पर बने इस उभार का क्या ? यहां इस कट को देखिए - गहरे कट को | चट्टान को मक्खन की तरह ऐसे काटा गया था, जैसे किसी बड़े गर्म चाकू से काटा गया हो | और इस गहरे तशत्तरी जैसे ऊभार का क्या ? ये 1500 साल पहले कैसे बनाए गये थे ? अगर ऐसा है, तो वे तीन मिलियन ईंटें और टनों संगमरमर की चट्टानें ज़मीन से ऊपर कैसे ले कर आए उन्होंने 3500 टन ग्रेनाइट को काट कर कैसे निकाला और टैंक को हमेशा पानी से भरे रखने की अनोखी तकनीक कैसे ढूंढी?
#हिन्दू #praveenmohanhindi #प्रवीणमोहन
हमारे घटिया इतिहासकारों ने इनकी जानकारी तक नहीं दी।उन्हें तो ताजमहल ही नजर आता है
प्रवीण मोहन जी हमारे जेसे दर्शक आपके आभारी हैं जो आप ऐसी शानदार आश्चर्यजनक जानकारी दे रहे हो।इन विडियो को देखकर पक्का विश्वास है कि प्राचीन समय का तकनीकी ज्ञान आज से कम नहीं था।दुर्भाग्य है कि उनका प्रमाण नहीं मिल रहा है पर उसकी कलाकृतियों को देखकर उनके ओजार होने की बात पुख्ता होती है उनकी बनावट को देखकर पता चलता है कि बिना ओजार के ऐसा सम्भव नहीं है।धन्यवाद ।😉
अपनी आने वाली पीढ़ी को दिखाने के लिए यह सबसे अच्छा चैनल होगा, ताकी उन्हें भी हमारी महान संस्कृति पर गर्व हो सके 🙏
Bhai ye sanskirti hamari nhi Shri Lanka ki ha shri Lanka mein ha ye chattann
@@charanjeetsingh9635 are sri lanka kya pura wishw hi hamara tha sri lanka me rawan tha ram ji ne uska wadh kiya ....aur vibhishan ji aur rawan sawyam shiv sun bhgwan ki puja krte the un logo ne bhut seandir banwaye
Of
@@charanjeetsingh9635 Bhai jyada purana to nhi lekin Google par vikramaditya jo bhartari ke bhai the unke samrajya ka map dekhlena pata lag jayega hamari sanskriti kaha tak thi,ye sirf abhi ki baat h 2100 saal purani isse jyada purana itihas to Anant h
@@charanjeetsingh9635
Yes
हमारे पूर्वज समझे 100 गुना उन्नत थे। उनकी कल्पना सकती का कोई जोड़ नहीं।🔥🔥🔥
शायद उस समय सचमुच ही मनुष्य अपनी अलौकिक शक्तियाँ अर्जित करते थे, जिसके कारण वे कई ऐसे कार्य कर सकते थे जिन्हें आज हम असंभव समझते हैं।🙏🙏🙏🙏
प्राचिन भारतीय इतिहास को जाननेके लिए प्रियदर्शी चक्रवर्ती सम्राट अशोक के काल मे जो बौद्ध धम्म को सदैवी जीवित रखने के लिए अप- -ने प्रजा के ऊच्यतम ग्यानी और सभी विषयो कि शिक्षा से उन्नति शील कारिगरों के लिये लानंदा मे
पहले भी विमान हुआ करता था / आज कि तकनीक से कही ज्यादा उन्नत रहा ।
हमारे इतिहास को छुपाया गया ।
ये आपके इतिहास का नहीं ancient aliens की थ्योरी का समर्थन कर रहे हैं।
aur yeh banane ke liye viman ki zarurat nahi hain. Sirf metal ka staircase banana hai.
अद्भुत अविश्वसनीय , परग्रहियों द्वारा निर्मित या त्रेता युगीन साक्षात उदाहरण हैं आश्चर्यजनक✨😍
😂
अकल्पनीय ! अद्भुत ! मेरा तो सर चकरा गया ! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत अच्छे ढ़ग से इस जानकारी को प्रस्तुत किया आपनें। बहुत सारी विडिओ की भीड़ में सही जानकारी देता यह चैनल वाकई में बहुत अच्छी हैं। आपकी टीम को मेरी ओर से बहुत सारी शुभकामनाएं । इसी तरह आप बहुत सारी अच्छी विडियों बनाते रहे।
My favourite history teacher, Mr Praveen, can you please add English subtitles. I'm a english speaking Greek man in love with ancient India. Please don't leave me out of your work. I would learn Hindu to watch yr vids that's how much you have taught me👍
Thank you for your kind words. Please do share this video with others.
The channel is already available in english.
See Praveen Mohan English
He has sperate channel for english with 1M subscriber's
जो भी सवाल प्रविन मोहन जी ने हमारे सामने रखे है उनका पूख्ता सबूतो के साथ जवाब देना सच में काफी कठीन है 🙏 फिर भी उनका जवाब कल्पना से परे होगा👍🏻😲
आप के बोलने का अनाज बहुत सुंदर है,
भाषा की अदायगी लाजवाब है,
जय सनातन,
शुभ कामनाएं।
Srivastava Baaham
हिंदी के जगह जो अंग्रेजी को महत्व देते हैं उनकी मां अंग्रेजों के साथ सोती होगी
@@prakashcswain5679 ओर हिंदी बोलने वालो की अम्मा मोगलो ओर फारसी के साथ. Dual धमाका.
मुझे तो आश्चर्य जनक लगता है या इतने उन्नत संस्कृति की आज भी परिकल्पना नही की जा सकती
सीगीरीया बहुत ही अदभुद किलें का निर्माण हैं उस समय का, प्राचीन काल के निर्माण तकनीक का बहुत ही शानदार अदभुद निर्माण, बहुत ही बढ़िया वीडियो 👌👌
शानदार ।आप पर हमें गर्व है ।आपका हिन्दी में प्रस्तुतीकरण भी इंगलिश की तरह ही प्रभावी है ।
धन्यवाद
Bhai dubbing hai.
@@jayendratiwari6936 इसीलिए तो हैम जैसे कई लोगों की उत्सुकता का शमन हो रहा है ।
अच्छा हिंदी डबिंग है ।
@@PraveenMohanHindi Bhaiyo agar ye sach ne ravan se related hai to yad hai na ramayan ke anusar ravan ki puri नगरी विश्वकर्मा ji ne banai thi to unnat तकनीक to hogi hi na... Isiliye ye itna advanced hai
हमारी प्राचीन बौद्धिक संपदा खो गई या फिर जानबूझकर नष्ट कर दी गई ।
Janbujhkar
Jai shre raam walo ne kiya sab
@@VarinderSingh-if6rc चल निकल
@@VarinderSingh-if6rc नालंदा विश्वविद्यालय जलाने वाले कौन थे
भाई लोग क्यों व्यर्थ बहस कर रहे हो।
आप जिसे अपनी बौद्धिक संपदा कह रहे हैं मेरे विचार से दूसरे ग्रहों से आई अति उन्नत परजीवियों द्वारा प्रदान की गई।
पूरी दुनिया विस्मित करने वाली चीजों से भरी पड़ी है। जैसे मिस्र के पिरामिड, nazca lines, H blocks mystrey, Baghdad battery, Konark temple, stone henge
आप की हर खोज विस्मित करती है तथा आपकी दी गई जानकारी भी हमारा ज्ञान बढाती है ।👌धन्यवाद प्रवीणभाई 🙏
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद
Ji hn sr.
आपने हमारे लिए कितनी अच्छी वीडियो बनाई है जो हमें मालूम ही नहीं थी आपने रावण के ऊपर इतनी अच्छी जानकारियां दी मैं आपको धन्यवाद करती हूं आपके माध्यम से यह सब देखने को मिला
पहली नज़र में ये चट्टान ऐसे प्रतीत होती है जैसे किसीने एक जगह से इसे उठा कर इस जगह पर रखा हो....
ताकि दूसरे लोग इसे देख सके या दूसरों पर नज़र रखी जा सके....
तन की ताकत और मन की अद्भुत अद्वितीय शक्तियों के समिश्रण से यह विशालकाय निर्माण बना हुआ लगता है, उस समय की परिकल्पना के हिसाब से उस समय की आधुनिकतम निर्माण प्रणाली थी।।
अद्भुत अकल्पनीय है यह सब आपका बहुत-बहुत धन्यवाद यह सब बताने के लिए
Hi neelam
आप पर हमें गर्व है ।आपकी हिन्दी प्रस्तुति अंग्रेजी से भी श्रेष्ठ है। भाषा पर आपकी पकड़ शानदार है।
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय 🚩🚩🚩
फिर से एक बार धन्यवाद,हिंदी में जानकारी देने के लिए।
Congratulations Praveen Ji, you are a genius.. and a gem for our cultural renaissance...🙏🙏
सराहनीय संकलन के लिए आपकी मेहनत व सोच बहुत प्रशंशनीय है।
हिन्दी में दी गई जानकारी के लिए बधाई । आपके द्वारा दी जाने वाली जानकारी हमारी उन्नत सभ्यताओं की विज्ञान में विषेज्ञता पर जानकारी प्रदान करती है ।
धन्यवाद
O have already watched all the videos in English also.....really india and our ancestors are great....🙏
मुझे लगता है यहाँ Lift जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया था इसे बनाने में। प्रवीण जी का विश्लेषण बहुत ही आकर्षक है। एक अच्छा प्रयास।
अलौकिक शक्ति द्वारा निर्मित।🙏👍
प्रवीण जी आपको भारतीय इतिहास और भूगोल और पर्यावरण की पुस्तके लिखनी चाहिये जिससे भारतीय एजुकेशन सिस्टम विकास कर सके।
इसमेें कोई संदेह नहीं कि प्राचीन काल में आज से भी उन्नत तकनीक थी।
मगर आज के समय सिगीरिया को तकनीक रहित निर्माण शिद्ध करने के लिए यह विचार किया जा सकता है कि पहले वहां विशाल पर्वत रहा होगा जिस पर लंबे ढलान पर रास्ता होगा कालांतर में धीरे धीरे मिट्टी के कटाव से उक्त चट्टान बाहर आती गई जो आज अविश्वसनीय संरचना बन गई। मैंने यह जबरन शिद्ध करने की कोशिश की है वास्तव में इस कल्पना का कोई आधार नहीं है। नमस्ते 🙏
बहुत सुंदर खोज है। ☝☝🙏
Aap sahi hai
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद प्रवीण मोहन जी जो कि आपने यह वीडियो हिंदी में बनाया उन दर्शकों के लिए जिनको सिर्फ हिंदी ही समझ में आती है उनमें से मैं भी एक हूं मैं आशा करता हूं कि आप आने वाली वीडियो ऐसे ही हिंदी में बनाएंगे और आप की बहुत सारी वीडियो जो भी इंग्लिश में है कृपया कर उसे आप हिंदी में कन्वर्ट करें ताकि हम उसको भी अच्छी तरीके से समझ सके आपका बहुत-बहुत धन्यवाद प्रवीण मोहन जी
अद्भुत करीगरी है सर पहले के लोगों के काम आज के ईंसानों के लिए आश्चर्य का विषम है। 👍👍👍👍👍👍👌👌👌👌👌👌🙏🙂 बढिया विडियो
Radhe Radhe💖
Radhe Radhe
🙏🙏🙏🙏🙏 अद्भुत अविश्वसनीय
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद 🙏🏻 कृपया इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में मेरी मदद करें और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस परिवार से जोड़ें।
You are the real jewel of this country!! praveen. 🙏🚩
अदभुत और बेजोड़ कारीगरी के विसमय कर देने वाले अजूबे दिखाने हेतु प्रवीण जी का शुक्रिया 🙏
The history of our ancestors is still unknown for us... it's really complicated to understand them and there technology ....hope we will understand it soon....
ॐ 🙏 Jay shree ram ⛳ jay jay hanumaan...⛳
हिंदी प्रसतूतिकरण के लिए धन्यवाद आम आदमी भी पढकर समझ सकता है
ये तो अद्भुत पौराणिक ठिकान हैं। आपने जो विस्तृत जानकारी हिंदी मे ,और अग्रेजी मे भी अछि देते हैं। धन्यवाद.
Jai Jai Shree Ram. 🙏🙏
Jai Shree Ram
Good that you started in Hindi too🙏
शानदार और दमदार वीडियो है । धन्यवाद प्रवीण मोहन जी , दुनिया को इतना अद्भुत ज्ञान देने के लिये ।
Why it is named ravan Mahal? Is this place anyway associated with that ancient personality?then how come Praveen yo are dating it about 1400years of age. Very contradictory
Praveen ji aap kamaaaal ka kam kr rahe hai...ye anokhi etihasik jaghe dikhane k liye dhanyavad... thank you so much 🙏 you are outstanding
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद
my favourite channel and I never miss any episode. This is very interesting about the ancient builders of India. There is no answer about their creation . This channel gives us a lots of information about them .I am very much thankful to you Praveen ji🙏🙏🙏
Pravin Mohan Sir thank you
विलक्षण आहे. 👍ग्रेट जॉब प्रवीण
Thanks🤝
प्राचीनकाल के तकनिकी इंजीनियर बहुत बडे वास्तुशिल्प विशेष्यगय महान होते थे बर्हमाण्ड का रिसर्च कर कार्य किया था पुरात्त्रववेदाओ का कहना है धन्यवाद
Magical creatures!
At Sigiriya, natural beauty of plateau and Architectural splendor of ancient fortress, reflects it's outstanding beauty, whatever the historical background attach to it.
Thanks for watching the video
प्रवीण जी आपका खास कर पुरातन अभ्यास
सराहनीय हैं !
कहते हैं
हिंदुस्थान में सोने का चलन लगभग
प्रथम शतक में शुरु हुवा था
फिर ईस पूर्व का सोना /gold का नमुना हमें
क्यों नहीं देखने मिलता ! 👀 🇮🇳 🦚
समझ नही आता की आपका धन्यवाद कैसे करूँ
इतनी मेहनत करके आप ये तथ्य खोजते है सोचने का एक नया आयाम देते है आपका बहोत बोहोत धन्यवाद प्रवीन मोहन जी 🙏
Praveen mohan is great man👍🏻🙏
एक ही नारा एक ही नाम जय श्री राम
शानदार प्रस्तुति । प्राचीन सभ्यताका गौरवान्वित करनेवाला धरोहर ।
I m proud of hindunism . because hindunism is prime.
Great Research ,How is it possible, i think Dev Shilpi Vishwakarma Helped Build This Structure For Ravna🙏❤️🙏
बहुत शानदार मेहनत से अर्जित कीगई जानकारी। वाह !👍
धन्यवाद
हमारी जड़े बहुत ही ज्यादा मजबूत थी ,लेकिन हमे तो ये सब कुछ बताया ही नहीं गया।गर्व की बात है कि हम भारत में जन्मे है।जय जय श्री राधे।🙏🙏🙏🙏हमे इतनी अद्भुत जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
ये रावण का महल है।
⚔️⚔️⚔️
You are adding new curiosity in life,Shortly I will visit Sri Lanka.
Thanks Pravin Mohan ji for telling us in hindi language.
धन्यवाद जी, रावण आलौकिक शक्तियों का मालिक था, पुष्पक विमान जैसे... कुछ विशेष ..रावण के लिए आम थे....अत्यंत अविश्वसनीय तकनीक के इस्तेमाल का प्रयोग किया जाता था...संपूर्ण शक्तियों का होना सभी कार्यों की निपुणता हासिल ... रावण के पास असंख्य मानवों/असुरों का होना इस के लिए अभिन्न अंग कहा जा सकता था....एक अलग महल ....जहां केवल विशेष असुर ही आ सके हो.....हमारे विचार में.....
I am your biggest fan. You have glorify our snatan culture.
Those people who build this must have been Giants.
U r right 👍
Correct, those times manushya were so giant and asuras were more huge n giant creatures.
नही उनमे अद्वितीय शक्ति होती थी ।
सुपर शानदार आप से ऐसे और वीडियो की आप से उम्मीद है सर जी
धन्यवाद
अगर आप भारतीय पौराणिक कथाओं को सुनेंगे तो आप पाएंगे कि विश्वकर्मा नामक देवता का वर्णन बहुत जगह है जो अपनी असीम शक्तियों से कहीं पर भी हो किसी स्थान पर भी तुरंत निर्माण कर देते थे यह संभवत किसी दूसरे ग्रह से आए हुए लोग होंगे जो मनुष्य के साथ अपने संबंध रखते थे
Jai ravan ji ki 🙏
👺Lov de ki😝😝
really amazing..... how it was made by whom it was made ancient science was much developed resulting such achivements
Thank you praven mohan i hope you keep your vids on inglish also
Prachin log bohot hi hoshiyaar aur taakatwaan the... Hum unke barabar 10% bhi nahi
Duniya me bahut aisi jagah he jo rahasy se bhari hui he ye jagah bhi vesi hi he bahut khub video he apki👍👍👍👍
Beautiful video thank for sharing
Thanks for visiting😊
बहुत ही सुन्दर और ज्ञानवर्धक प्रस्तुतीकरण।
वैसे हम आपके अंग्रेजी चैनल को भी देखते आये हैं।
सचमुच यह सब बेहद आकर्षक और आश्चर्यजनक है और इस पर अत्यंत गौरतलब चिन्तन के लिए समय मांगता है
इन सभी का निर्माण केवल मनुष्य सभ्यताओं को इस धरती पर ही रहने के लिए बनाया गया हैं ।
जिससे वे (मानव सभ्यता) इन्ही भूल भूलईया हमेशा के लिए पड़े रहे । ताकि यह मानव उस तकनीक को प्राप्त न कर सके । यह अति दुर्लभ ज्ञान है । पर ना मुमकिन भी नही हैं ।।
इसे और इन जैसे निर्माणों को कर के हमारे पूर्वज यह संदेश दिए हैं कि ज्यादा बिज्ञान मनुष्य सभ्यता और दूसरे प्राणियों के लिए हानिकारक हैं । जिसका कुछ लाभ भी हैं तो नुकसान भी हैं ।।
और ज्यादा समझने के लिए आपकों हमसे सीधे संपर्क करनी पड़ेगी ।। श्रीमान प्रवीण मोहन जी ।।
Har Har Mahadev jay siya ram
🙏🏻🙏🏻
Amazing Sir. Thanks
Almost similar fort is located in Sonbhadra district, uttar pradesh, India. No authentic history of this fort is available.
Bhot bhot shukriya pradeep ji aapka🙏
उस समय के निशाचर बहुत विशालकाय थे,जैसा कि कुम्भकर्ण आदि के बारे मे पढा सुना जाता है।रावण, जो कि स्वर्ग लोक तक जीतने की छमता थी उसके लिए कुछ भी असंभव नही ।
Excellent Praveen. Keep it up
Great coverage, Praveen ji
अतिशय उत्तम
7905572584
बहुत अद्भुत है देखकर आनन्द आ गया आपने विडियो बनाने में बहुत मेहनत की होगी
👍🙏
Main bhi bahut jaldi Srilanka jane wali hu, aur bahut khus hu ki ye sb etihaasik chize dekhne ko milengi aur apni sabhyata ko aur karib se janne ka mouka milega...
Is video k liye dhanywad apka 😊🙏
They done this, like a frame work.
भगवान विश्वकर्मा की कृपा है
Bhagwan vishvkarma ko Puja paath har saal aur bhoj Hawan India wale karenge. Aur duniya ki sabse badi building dusre Desh me sabse bada bridge har badi vastu dusre Desh me. Vishvkarma Bhagwan khate India Ka aur Kam karte dusre deshoka waah re vishvkarma Bhagwan.😃😃😃😃😃
हमसे उन्नत सभ्यता आ के निकल गई है ।हम अभी बहुत पिछे है।जय हिन्द।
🙏
Jai Shree Ganesh Jai Shree Ram Sabhi Bharat K Veero Ab Sab Ek Hoke Apne Hindu Dharm Or Bharat Ki Sanskriti Bachane k Liye AAge Bado Bharat mata ki jai ho
Incredible
Thank you so much!
Mara manana he ush samye insan ki aayu 1000 saal ki hogi aur unki hight 70 se 80 futt hogi.jay ho sanatan dharm ki 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
प्रवीण जी ने अब तक जो भी विचार रखे बहुत ही स्तुत्य आपको बहुत बहुत शुभकामना
इस प्रश्न का उत्तर मे देना चाहूंगा रामायण काल मे इंसान की हाईट 24 हाथ थी जिस वजहासे वह लोग नीचे खडे रहे कर काम कर सकते थे
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद
सर आपको हम मदत करना चाहते है मिलना चाहते हैं
अति सुंदर प्रकार से महत्वपूर्ण जानकारी दी नमन ह आपको
BLANK. JAB AAP NAHIN SAMZ PA RAHE HO TO HAM KAISE SAMZE.
PAR AAP MAHAN HO. DHANYAWAD.
HINDI ME CHANNEL KE LIYE DHANYAWAD. FAN OF YOURS.
Jai Shri Ram and Happy new year to all 🙏👌
Jai Shri Ram
Really shandar ha Yeh prachin sithal. Bahut adboot aur science and spirituality ke bich ka antar.
यह सब प्राचीन विद्या रही होगी जो आजकल के आधुनिक युग से कहीं ज्यादा विकसित थी
Ram Ram sir ji nice video
Jai Shree Ram
Really you are not only raising the questions also your points are surprisingly valued.
Wonderful?????
Amazing discovery 👌
Just Amazing.....!!!