I dont mean to be so off topic but does anybody know of a trick to log back into an Instagram account?? I was stupid lost my login password. I would love any tricks you can offer me
I have visited here 4 times but the place has something which keeps me attracting. Its so majestic when the Buddhists all over the world converge in winter.
.इस कें पिछें कीं लोगों कीं ए्क गहरी अंधश्रध्दा् हैं , लेकीन इस कें पिछें सायन्स् क्या हैं वह ढूंढनें कीं कोशिश करनीं चाहीए। बोधीवृक्ष जो एक पीपल का पेंड हैं और बोधगया स्थित महाबोधीविहार में ऐसी जगह हैं जीस जगह ( only place on planet earth ) पर वैश्विक तरंग ( cosmic rays ) पृथ्वी द्वारा रिसीव्ह् किये जातें हैं और इसी जगह सें पृथ्वी पर अस्तित्व में रहनें वालीं तीन जीवसृष्टीयोंमें यह तरंग भेजें जातें हैं, जिस कें कारण तीनों जीवसृष्टीयों ( पृथ्वी का गर्भ , समुंदर का तल और पृथ्वी का पृष्ठभाग -surface ) में रहने वालों जीवों का संचलन -संतुलन -संरक्षण हो जाता हैं !आजतक पिछलें ७२,००० वर्षों में २,५२५ वर्षों कें अंतराल सें इस धरती पर २९ तथागत बुध्दों का अवतरण हुआ हैं ! और इन सभीं तथागत बुद्धों कों इसीं बोधगया कें पीपल कें वृक्ष कें नीचें वैशाख पौर्णीमा कें दिन सिर्फ़ वज्रासन में बैठनें सें हीं ‘ज्ञानप्राप्तीं ‘ मतलब ‘ enlightenment ‘ हुआ हैं । वज्रासन में तथागतों कें दोनों हाथों कें तलवें आकाश कीं तरफ़ खुलें हुए थें ( upright facing towards sky to receive the cosmic rays and get enlightened ) जींस कें कारण वश उन्हें ‘ज्ञानप्राप्ती ‘ मतलब ‘एनलाईटनमेंट ‘ हुआ हैं !
.इस कें पिछें कीं लोगों कीं ए्क गहरी अंधश्रध्दा् हैं , लेकीन इस कें पिछें सायन्स् क्या हैं वह ढूंढनें कीं कोशिश करनीं चाहीए। बोधीवृक्ष जो एक पीपल का पेंड हैं और बोधगया स्थित महाबोधीविहार में ऐसी जगह हैं जीस जगह ( only place on planet earth ) पर वैश्विक तरंग ( cosmic rays ) पृथ्वी द्वारा रिसीव्ह् किये जातें हैं और इसी जगह सें पृथ्वी पर अस्तित्व में रहनें वालीं तीन जीवसृष्टीयोंमें यह तरंग भेजें जातें हैं, जिस कें कारण तीनों जीवसृष्टीयों ( पृथ्वी का गर्भ , समुंदर का तल और पृथ्वी का पृष्ठभाग -surface ) में रहने वालों जीवों का संचलन -संतुलन -संरक्षण हो जाता हैं !आजतक पिछलें ७२,००० वर्षों में २,५२५ वर्षों कें अंतराल सें इस धरती पर २९ तथागत बुध्दों का अवतरण हुआ हैं ! और इन सभीं तथागत बुद्धों कों इसीं बोधगया कें पीपल कें वृक्ष कें नीचें वैशाख पौर्णीमा कें दिन सिर्फ़ वज्रासन में बैठनें सें हीं ‘ज्ञानप्राप्तीं ‘ मतलब ‘ enlightenment ‘ हुआ हैं । वज्रासन में तथागतों कें दोनों हाथों कें तलवें आकाश कीं तरफ़ खुलें हुए थें ( upright facing towards sky to receive the cosmic rays and get enlightened ) जींस कें कारण वश उन्हें ‘ज्ञानप्राप्ती ‘ मतलब ‘एनलाईटनमेंट ‘ हुआ हैं !
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कोनसा ज्ञान उड़कर स्वर्ग जाने का वापस संकिसा में सोने की सीढ़ी से उतरने का , स्त्रियों को विषैली धोखेबाज बताने का, सांप के काटने पर राख मिट्टी मानव मल व मूत्र मिलाकर चाटने का ज्ञान कोनसा वाला ज्ञान😂😂😂😂
मै बुध के बिचारों के आगे नतमस्तक हूँ मुझे उन्के बिचारो के अलवा दूनियाँ मे कुछ भी आछा नही लगता है मेरे जिवन का सिर्फ यही लक्षय है की मै बुध के विचारो को दूनियाँ मे फैलौंगा & mathematcs subjects का एक आदर्श शिक्षक बनूँगा Jay budhha🙏🙏🙏
World's best motivator is Bhagwan Buddha🙏 we can live our life very peacefully and happily if we followed his Nobel eightfold path. I feel very peacefully when I listened his thoughts.
Duniya kaa sabse bada satay buddh or unka dhamm hai yeh duniya ka pehla dharam hai jo khoj karke or manav kalyan ke liye banaya yesaa asadharan hai NAMO BUDDHAI JAI BHEEM
@@parasbaghele9177 bhaii thik hai hindu they acchi baat hai magr ye bata pushyamitra sung ne sadhu ku marwaya Sare budha stup tod diye aisa ku kiya usne akhir dono hindu they na isse ye pata chalta hai kitni nafrat hai tumhare andr buddha k liye
Wow buddha was peaceful maker and born in🇳🇵🇳🇵 nepal 🇳🇵🇳🇵and success to bring peacefulness in all over the world. so every should Visit to see such a amazing place
.इस कें पिछें कीं लोगों कीं ए्क गहरी अंधश्रध्दा् हैं , लेकीन इस कें पिछें सायन्स् क्या हैं वह ढूंढनें कीं कोशिश करनीं चाहीए। बोधीवृक्ष जो एक पीपल का पेंड हैं और बोधगया स्थित महाबोधीविहार में ऐसी जगह हैं जीस जगह ( only place on planet earth ) पर वैश्विक तरंग ( cosmic rays ) पृथ्वी द्वारा रिसीव्ह् किये जातें हैं और इसी जगह सें पृथ्वी पर अस्तित्व में रहनें वालीं तीन जीवसृष्टीयोंमें यह तरंग भेजें जातें हैं, जिस कें कारण तीनों जीवसृष्टीयों ( पृथ्वी का गर्भ , समुंदर का तल और पृथ्वी का पृष्ठभाग -surface ) में रहने वालों जीवों का संचलन -संतुलन -संरक्षण हो जाता हैं !आजतक पिछलें ७२,००० वर्षों में २,५२५ वर्षों कें अंतराल सें इस धरती पर २९ तथागत बुध्दों का अवतरण हुआ हैं ! और इन सभीं तथागत बुद्धों कों इसीं बोधगया कें पीपल कें वृक्ष कें नीचें वैशाख पौर्णीमा कें दिन सिर्फ़ वज्रासन में बैठनें सें हीं ‘ज्ञानप्राप्तीं ‘ मतलब ‘ enlightenment ‘ हुआ हैं । वज्रासन में तथागतों कें दोनों हाथों कें तलवें आकाश कीं तरफ़ खुलें हुए थें ( upright facing towards sky to receive the cosmic rays and get enlightened ) जींस कें कारण वश उन्हें ‘ज्ञानप्राप्ती ‘ मतलब ‘एनलाईटनमेंट ‘ हुआ हैं !
परिवर्तन संसार का नियम है। निश्चिय ही यह सोचने वाली बात है, कि कुदरत की सबसे अद्बभुत रचना 'मनुष्य' है। हर बीतते युग के साथ मनुष्य की बुद्धि का विकास हुआ है। क्या दुःख, अशान्ति व चिंता भोगने ही मनुष्य संसार में आता है? महामानव बुद्ध एवं महामानव डॉ. आंबेडकर के जीवनदर्शन से मुझे प्रेरणा मिली है, कि "बुद्धिज्म महान सामाजिक दर्शन है, जो कही भी तथा प्रत्येक जगह पर अपनाया जा सकता है"। महामानव डॉ. आंबेडकर के "कई कानून और कई समाधान" मुझे स्वीकार है, सोच मेरी निरंतर सकारात्मक है सत्य, अहिंसा और शांति मेरी दुनिया है। The Indian Constitution will be adopted and the nation will be liberated. 'भारतीय संविधान' आधुनिक महाशक्ति के साथ - साथ राष्ट्र का जीवन खून है। डॉ. आंबेडकर सृष्टि व सत्य का वो सूर्य है, जिसने 'भारतीय संविधान' में मानवीय जीवन के साथ - साथ जीवजंतु, पेड़ - पौधों को भी जीवन जीने का अधिकार दिया है। 'डॉ. आंबेडकरवाद' प्यार - पढ़ाई से भी अत्यधिक आवश्यक व महत्वपूर्ण "जीवनजीने--जीवनमरण" का प्रकृतिवादी, मानवतावादी, विज्ञानवादी महानतम रिसर्च है, जो दृढ़ संकल्प है। आंबेडकरिज्म अपनाएंगे - मानव विज्ञान पाएंगे ! संविधान अपनाएंगे - राष्ट्र की मुक्ति पाएंगे !! बुद्धिज्म अपनाएंगे - मानव मुक्ति पाएंगे !!! बुद्धआंबेडकरवादी एक चिंतनशील लेखक -- रबुआ अंबेडकर
My father was a army service man posted in budgaya living close to the buniyan tree where lord budha was known to have meditated as a child living in army barracks i would wander around this buniyan tree.
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Om Buddhaya Namah! May all beings be happy! Thank you for this excellant video of the place where the Blessed Lord Buddha engaged in Yogic practices and attain Divine Illumination. Subham!!!!
WOW, ,, WOW, ,, ,, WOW, ,, ,, ,, WHAT A BEAUTIFUL NEWS NEWS JOURNAL O THE BUDDHA BUDHISMMM,, ,, " " "THE SCIENCE THE SCIENCE MATTER MATTERS,, ,, " " " A BIOLOGIST, ,,
साधू साधू साधू नागपूर का नाम वैसा भी world famous हैं डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर जी ने दिक्षा भी नागपूर में दीं हमारे नागपूर वासियों के लिए बहुत बहुत गर्व महसूस करते हैं।
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नमो बुद्धाय।अतिउत्तम जानकारी मिली।बौद्धधर्म दुनिया का सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक धर्म है।इसमें,बुद्धि की,तर्क की,सद्विचारों की और श्रेष्ठ आचरण की प्रधानता है।
@@surajkumbhar6228 mag aamhi kuthla religion laavaychaa hindu .tula hindu ya shabdach arth tari maahir aahe ka hindu ya shabdachi utpati koni keli kashi keli kaa keli aani hindu dharmat jaatpat jaatiywaad bhedbhaav aahe .buddha dharm nave tar dhamm aahe .ya jagaat jevdhehi dharm aahe tyaachi utpati maansaane keli aahe. Tathaatgat buddhane ya jagaat donach jaati saangitle aahe ek baai aani purush aani maanvtaa ha dharm aahe. Tar hindu dharmat jaatpaat jatiywaad aahe tar to tumachaa dhamm dharm zaala .aamhaala buddha dhammaat adhikaar aani maanuski aani samaanta milaali je aamhalaa hindu dharmat naahi milaal .tar hindu nave tar jaat aani dharm buddha lihito tar aamhi buddha ha aamchaa religion kela aahe aani religion aahe. Tar aamchaa religion hindu nave .tar buddha ha maanataavaadi religion aahe. Hindu nave .my religion buddhist ✋😊☺🙏🌺🌹🌷🌼🔹🔷🔸🔶🔶
@@ajaychabukswar1923 भावा मला नको शिकऊ धर्माचा उगम कसा आणि कुठं झाला no offence तुझ्यापेशा जास्त वाचलंय धर्मावर आणि मी जरी हिंदू असलो तरी buddhism principles मला लोभतात आणि वरच ते statement माझं नाही खुद्द बुद्धांनी केलय जर थोडपर वाचलं असशील तर तुला ते समजलं अजून सांगायचं झालं परत एकदा no offence बुद्ध असे हे म्हंटले होते Do not worship idols worship what is within us! पण आज जरा कुठं तरी ते उलट दिसतंय असं नाही का वाटत तुला
God's own 🌲 just like a temple it has peace and tranquility around it. May this eternal holy faith live forever. I prostrate to LORD BUDDHA with innermost devotion. NAMO BUDDHAYE SHAKYAMUNAYE SVAHA.
JAI MAHA MAHA MAHATAM BUDH BHAGWAN 😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍
When i was a child of about 5 years my father was a army service man who was posted in budhgaya i remember living in a barack house close to the buniyan tree where lord budha once meditated as i young todler i w
Brahmano ko hamesha se ye dar bana raha hai ki yadi buddh ke vichar sare sansar me phailne lage to unke karam kand ki dukan par tala lag jayega... inke karam kand ke raste par chal kar manushy barbad hota ja raha hai... karam kando me kahi v parmatma nahi hai. Param satya parmatma to ye pura vishal astitva hai ham savi praniyo me parmatma hai. Buddh ne yahi samjhaya hai ki ham sab paraspar ek dusre se jude hue hai kyoki ek hi param chetna ki urja hum sab me pravahit ho rahi hai... buddham sarnam gachchhami ❤🙏🙏🙏❤
.इस कें पिछें कीं लोगों कीं ए्क गहरी अंधश्रध्दा् हैं , लेकीन इस कें पिछें सायन्स् क्या हैं वह ढूंढनें कीं कोशिश करनीं चाहीए। बोधीवृक्ष जो एक पीपल का पेंड हैं और बोधगया स्थित महाबोधीविहार में ऐसी जगह हैं जीस जगह ( only place on planet earth ) पर वैश्विक तरंग ( cosmic rays ) पृथ्वी द्वारा रिसीव्ह् किये जातें हैं और इसी जगह सें पृथ्वी पर अस्तित्व में रहनें वालीं तीन जीवसृष्टीयोंमें यह तरंग भेजें जातें हैं, जिस कें कारण तीनों जीवसृष्टीयों ( पृथ्वी का गर्भ , समुंदर का तल और पृथ्वी का पृष्ठभाग -surface ) में रहने वालों जीवों का संचलन -संतुलन -संरक्षण हो जाता हैं !आजतक पिछलें ७२,००० वर्षों में २,५२५ वर्षों कें अंतराल सें इस धरती पर २९ तथागत बुध्दों का अवतरण हुआ हैं ! और इन सभीं तथागत बुद्धों कों इसीं बोधगया कें पीपल कें वृक्ष कें नीचें वैशाख पौर्णीमा कें दिन सिर्फ़ वज्रासन में बैठनें सें हीं ‘ज्ञानप्राप्तीं ‘ मतलब ‘ enlightenment ‘ हुआ हैं । वज्रासन में तथागतों कें दोनों हाथों कें तलवें आकाश कीं तरफ़ खुलें हुए थें ( upright facing towards sky to receive the cosmic rays and get enlightened ) जींस कें कारण वश उन्हें ‘ज्ञानप्राप्ती ‘ मतलब ‘एनलाईटनमेंट ‘ हुआ हैं !
बुद्ध से संबंधित वीडियो देखने से मेरा जीवन धन्य हो जाता है हमारी कामना है ऐसी विडियो के माध्यम से नई जानकारी मिलती रहे
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ua-cam.com/video/iUs-wMSaRqc/v-deo.html
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हजारों साल पहले की बौद्ध लोगो की एतिहासिक विश्व स्तरीय बौद्ध विरासत
#जयभीम
सारे विश्व को बुद्ध चाहिए (सार्या विश्वाला बुद्ध हवा) पूरे विश्व में शांति का प्रतिक है बौद्ध धम्म
🙏🏼🙏🏼🙏🏼
बोधि वृक्ष की शाखाएं भारत के हर प्रांत एवं जिले में ज्ञान के प्रतीक के रूप में लगाई जानी चाहिए
.इस कें पिछें कीं लोगों कीं ए्क गहरी अंधश्रध्दा् हैं , लेकीन इस कें पिछें सायन्स् क्या हैं वह ढूंढनें कीं कोशिश करनीं चाहीए। बोधीवृक्ष जो एक पीपल का पेंड हैं और बोधगया स्थित महाबोधीविहार में ऐसी जगह हैं जीस जगह ( only place on planet earth ) पर वैश्विक तरंग ( cosmic rays ) पृथ्वी द्वारा रिसीव्ह् किये जातें हैं और इसी जगह सें पृथ्वी पर अस्तित्व में रहनें वालीं तीन जीवसृष्टीयोंमें यह तरंग भेजें जातें हैं, जिस कें कारण तीनों जीवसृष्टीयों ( पृथ्वी का गर्भ , समुंदर का तल और पृथ्वी का पृष्ठभाग -surface ) में रहने वालों जीवों का संचलन -संतुलन -संरक्षण हो जाता हैं !आजतक पिछलें ७२,००० वर्षों में २,५२५ वर्षों कें अंतराल सें इस धरती पर २९ तथागत बुध्दों का अवतरण हुआ हैं ! और इन सभीं तथागत बुद्धों कों इसीं बोधगया कें पीपल कें वृक्ष कें नीचें वैशाख पौर्णीमा कें दिन सिर्फ़ वज्रासन में बैठनें सें हीं ‘ज्ञानप्राप्तीं ‘ मतलब ‘ enlightenment ‘ हुआ हैं । वज्रासन में तथागतों कें दोनों हाथों कें तलवें आकाश कीं तरफ़ खुलें हुए थें ( upright facing towards sky to receive the cosmic rays and get enlightened ) जींस कें कारण वश उन्हें ‘ज्ञानप्राप्ती ‘ मतलब ‘एनलाईटनमेंट ‘ हुआ हैं !
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Sahi kaha
ua-cam.com/video/iUs-wMSaRqc/v-deo.html
कोनसा ज्ञान उड़कर स्वर्ग जाने का वापस संकिसा में सोने की सीढ़ी से उतरने का , स्त्रियों को विषैली धोखेबाज बताने का, सांप के काटने पर राख मिट्टी मानव मल व मूत्र मिलाकर चाटने का ज्ञान कोनसा वाला ज्ञान😂😂😂😂
मै बुध के बिचारों के आगे नतमस्तक हूँ
मुझे उन्के बिचारो के अलवा दूनियाँ मे कुछ भी आछा नही लगता है
मेरे जिवन का सिर्फ यही लक्षय है की मै बुध के विचारो को दूनियाँ मे फैलौंगा & mathematcs subjects का एक आदर्श शिक्षक बनूँगा
Jay budhha🙏🙏🙏
हा बुद्ध के विचार है ही ऐसे की कोई भी उनके समक्ष नतमस्तक होजये। कई राजओने बुद्ध के विचारो से प्रभावीत होकार अपना साम्राज्य छोडकर बुद्ध को स्वीकारा।
@@asmitaraut106 ji bilkul
ua-cam.com/video/iUs-wMSaRqc/v-deo.html
तथागत भगवान बुद्ध एवं बोधी वृक्ष को कोटि कोटि नमन । नमो बुद्धाय जय भीम जय भारत ।
तथागत गौतम बुद्ध अमर रहें उनके जैसे विचार और शिक्षाऐं और कहां। इस संसार में बुद्ध धर्म सदा अमर रहे।
NAMO Buddha
और
श
@@sunitagajbhiye5342 ..
Namo buddhay jai bhim
Buddha ki Karuna hoti hai amar nhi kaha jata hai
World's best motivator is Bhagwan Buddha🙏 we can live our life very peacefully and happily if we followed his Nobel eightfold path.
I feel very peacefully when I listened his thoughts.
Hii
Light of Asia🌏
Lord Buddha
Duniya kaa sabse bada satay buddh or unka dhamm hai yeh duniya ka pehla dharam hai jo khoj karke or manav kalyan ke liye banaya yesaa asadharan hai
NAMO BUDDHAI JAI BHEEM
Bhai duniya ka pehle dhrm nhi hai plzz Sach bolo
Phehla Dhram nahi hai Buddh jutty
धर्म तो सिर्फ सनातन संस्कृति हैं
बुद्ध ने कब कहा कि मै नया धर्म बना रहा हूं
ओ खुद हिन्दू है ओर हिन्दू रहेंगे
@@AnkitAdhikari Pakhand Dharm ni..
Thaghat Buddha Ka DHAMM hai.
Means A way.
A spiritual Scientific way. 🙏
@@parasbaghele9177 bhaii thik hai hindu they acchi baat hai magr ye bata pushyamitra sung ne sadhu ku marwaya Sare budha stup tod diye aisa ku kiya usne akhir dono hindu they na isse ye pata chalta hai kitni nafrat hai tumhare andr buddha k liye
Wow buddha was peaceful maker and born in🇳🇵🇳🇵 nepal 🇳🇵🇳🇵and success to bring peacefulness in all over the world. so every should
Visit to see such a amazing place
Buddh was born in Jambudeep. Nepal is a medieval times country.
He was son of ancient India 🇮🇳
Tum nepali pagal ho chuke ho ,na tmhe buddha ki shiksha se koi matlab hai na unke dhamma se ,bas tumhe unpe apna copyright chaiye
@@NishantSingh-qe7vv sahi bola bhai budha je ne bola tha ki hume kabhi bhi tu tu mai mai nhi krna chaheyi
@@chanakkumar6533 chup ambedkar ka copy right hey kya pagal ambedkar ka.Neo buddhist ne dhamma ko ghrinit kiya hey
Thank you for valuable historical about Gotama Buddha.
Buddha is the symbol of selfless love and great compassion.
Homage to the perfectly enlightened Buddha!
Homage to the Holy Bodhi Tree!
Namo budhdhay
ua-cam.com/video/s3b5YtZjcP0/v-deo.html
🇱🇰
.इस कें पिछें कीं लोगों कीं ए्क गहरी अंधश्रध्दा् हैं , लेकीन इस कें पिछें सायन्स् क्या हैं वह ढूंढनें कीं कोशिश करनीं चाहीए। बोधीवृक्ष जो एक पीपल का पेंड हैं और बोधगया स्थित महाबोधीविहार में ऐसी जगह हैं जीस जगह ( only place on planet earth ) पर वैश्विक तरंग ( cosmic rays ) पृथ्वी द्वारा रिसीव्ह् किये जातें हैं और इसी जगह सें पृथ्वी पर अस्तित्व में रहनें वालीं तीन जीवसृष्टीयोंमें यह तरंग भेजें जातें हैं, जिस कें कारण तीनों जीवसृष्टीयों ( पृथ्वी का गर्भ , समुंदर का तल और पृथ्वी का पृष्ठभाग -surface ) में रहने वालों जीवों का संचलन -संतुलन -संरक्षण हो जाता हैं !आजतक पिछलें ७२,००० वर्षों में २,५२५ वर्षों कें अंतराल सें इस धरती पर २९ तथागत बुध्दों का अवतरण हुआ हैं ! और इन सभीं तथागत बुद्धों कों इसीं बोधगया कें पीपल कें वृक्ष कें नीचें वैशाख पौर्णीमा कें दिन सिर्फ़ वज्रासन में बैठनें सें हीं ‘ज्ञानप्राप्तीं ‘ मतलब ‘ enlightenment ‘ हुआ हैं । वज्रासन में तथागतों कें दोनों हाथों कें तलवें आकाश कीं तरफ़ खुलें हुए थें ( upright facing towards sky to receive the cosmic rays and get enlightened ) जींस कें कारण वश उन्हें ‘ज्ञानप्राप्ती ‘ मतलब ‘एनलाईटनमेंट ‘ हुआ हैं !
Duniya me sabse bada bodhi vriksha hai video very good
With the bottom of my heart I praised LORD GAUTAM BUDDHA.......
Buddhism is very beutiful and loving religion
ua-cam.com/video/iUs-wMSaRqc/v-deo.html
परिवर्तन संसार का नियम है।
निश्चिय ही यह सोचने वाली बात है, कि कुदरत की सबसे अद्बभुत रचना 'मनुष्य' है।
हर बीतते युग के साथ मनुष्य की बुद्धि का विकास हुआ है।
क्या दुःख, अशान्ति व चिंता भोगने ही मनुष्य संसार में आता है?
महामानव बुद्ध एवं महामानव डॉ. आंबेडकर के जीवनदर्शन से मुझे प्रेरणा मिली है, कि "बुद्धिज्म महान सामाजिक दर्शन है, जो कही भी तथा प्रत्येक जगह पर अपनाया जा सकता है"।
महामानव डॉ. आंबेडकर के "कई कानून और कई समाधान" मुझे स्वीकार है, सोच मेरी निरंतर सकारात्मक है सत्य, अहिंसा और शांति मेरी दुनिया है।
The Indian Constitution will be adopted and the nation will be liberated.
'भारतीय संविधान' आधुनिक महाशक्ति के साथ - साथ राष्ट्र का जीवन खून है।
डॉ. आंबेडकर सृष्टि व सत्य का वो सूर्य है, जिसने 'भारतीय संविधान' में मानवीय जीवन के साथ - साथ जीवजंतु, पेड़ - पौधों को भी जीवन जीने का अधिकार दिया है।
'डॉ. आंबेडकरवाद' प्यार - पढ़ाई से भी अत्यधिक आवश्यक व महत्वपूर्ण "जीवनजीने--जीवनमरण" का प्रकृतिवादी, मानवतावादी, विज्ञानवादी महानतम रिसर्च है, जो दृढ़ संकल्प है।
आंबेडकरिज्म अपनाएंगे - मानव विज्ञान पाएंगे !
संविधान अपनाएंगे - राष्ट्र की मुक्ति पाएंगे !!
बुद्धिज्म अपनाएंगे - मानव मुक्ति पाएंगे !!!
बुद्धआंबेडकरवादी एक चिंतनशील लेखक -- रबुआ अंबेडकर
भगवान बुद्ध को नमन 🙏
बुद्ध सबकी रक्षा करें 🙏
Bo bhagban ni the or logo ko mana bhi krte the bhagban ko mane se
Vo kisi ki raksha nahi karte bas sabko sahi rah dikhate hai unake Dhamma se 🙏🙏🙏namo Buddhay 🙏 Jay bhim 🙏 Jay bharat 🙏
Glory to Lord Buddha
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My father was a army service man posted in budgaya living close to the buniyan tree where lord budha was known to have meditated as a child living in army barracks i would wander around this buniyan tree.
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real god lord buddha..🙏🙏
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I love buddha n n my God buddha 😍😍😍😍😍😍😍😍
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Visiting this place is my dream
I am from this place
The holy tree which reminds us the glory of the lord Buddha , The Light of Asia. 🙏🙏🙏🌹🌹🌹
Save trees.. Grow trees.. If you are real Buddhist
Namo budhay
Yeahh bro❤️
im a muslim and muslims grow trees to :)
@@shajninshaba628 We Are Humans. Don't Care If You Are Muslim, Hindu, Christian Or Buddhist We Are Humans
The Bodhi tree is a sacred tree in Sri Lanka. ❤🙏
.इस कें पिछें कीं लोगों कीं ए्क गहरी अंधश्रध्दा् हैं , लेकीन इस कें पिछें सायन्स् क्या हैं वह ढूंढनें कीं कोशिश करनीं चाहीए। बोधीवृक्ष जो एक पीपल का पेंड हैं और बोधगया स्थित महाबोधीविहार में ऐसी जगह हैं जीस जगह ( only place on planet earth ) पर वैश्विक तरंग ( cosmic rays ) पृथ्वी द्वारा रिसीव्ह् किये जातें हैं और इसी जगह सें पृथ्वी पर अस्तित्व में रहनें वालीं तीन जीवसृष्टीयोंमें यह तरंग भेजें जातें हैं, जिस कें कारण तीनों जीवसृष्टीयों ( पृथ्वी का गर्भ , समुंदर का तल और पृथ्वी का पृष्ठभाग -surface ) में रहने वालों जीवों का संचलन -संतुलन -संरक्षण हो जाता हैं !आजतक पिछलें ७२,००० वर्षों में २,५२५ वर्षों कें अंतराल सें इस धरती पर २९ तथागत बुध्दों का अवतरण हुआ हैं ! और इन सभीं तथागत बुद्धों कों इसीं बोधगया कें पीपल कें वृक्ष कें नीचें वैशाख पौर्णीमा कें दिन सिर्फ़ वज्रासन में बैठनें सें हीं ‘ज्ञानप्राप्तीं ‘ मतलब ‘ enlightenment ‘ हुआ हैं । वज्रासन में तथागतों कें दोनों हाथों कें तलवें आकाश कीं तरफ़ खुलें हुए थें ( upright facing towards sky to receive the cosmic rays and get enlightened ) जींस कें कारण वश उन्हें ‘ज्ञानप्राप्ती ‘ मतलब ‘एनलाईटनमेंट ‘ हुआ हैं !
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Bhiddhaगया के बोधी वृक्ष के बरे मे अछी जानकरी मिली अपने जो वीडियो पोस्ट किया very very thanks जय भीम 🙏
plzzzz keep making this type of vedios
very nice spelling
सम्राट अशोक द्वारा पुनःनिर्माण बौद्धी वृक्ष पीपल को शत शत प्रणाम नमन बुद्धाय जय सम्बुद्धसय अतो दीपो भवः ज्ञान वृक्ष ज्ञान अमृत सत्य बुद्धाय नमह
Greetings and blessings from sri lanka
Great information.
Namo buddhey
Namo _Budhy 🙏🙏🙏⚘⚘⚘
I love you
खूप छान माहिती दिलीत त्याबद्दल धनयवाद
@@chandraepur9381 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
Namo budhay vishaka mm
Jay bhim namo buddhay
I'm the best.
I can do it.
God is always with me.
I'm a winner.
Today is my day.
I pray to God with both hands folded for the wellbeing and happiness for everyone in the Global World based on Love Light Peace And Justice
तथागत भगवान बुद्ध और बोधीरुक्स को कोटी कोटी नमन.
बोद्धिवृक्ष को कितनी बार मारा गया परंतु बोद्धिवृक्ष सत्य का प्रतीक है। सत्य कभी नही मरता
.इस कें पिछें कीं लोगों कीं ए्क गहरी अंधश्रध्दा् हैं , लेकीन इस कें पिछें सायन्स् क्या हैं वह ढूंढनें कीं कोशिश करनीं चाहीए। बोधीवृक्ष जो एक पीपल का पेंड हैं और बोधगया स्थित महाबोधीविहार में ऐसी जगह हैं जीस जगह ( only place on planet earth ) पर वैश्विक तरंग ( cosmic rays ) पृथ्वी द्वारा रिसीव्ह् किये जातें हैं और इसी जगह सें पृथ्वी पर अस्तित्व में रहनें वालीं तीन जीवसृष्टीयोंमें यह तरंग भेजें जातें हैं, जिस कें कारण तीनों जीवसृष्टीयों ( पृथ्वी का गर्भ , समुंदर का तल और पृथ्वी का पृष्ठभाग -surface ) में रहने वालों जीवों का संचलन -संतुलन -संरक्षण हो जाता हैं !आजतक पिछलें ७२,००० वर्षों में २,५२५ वर्षों कें अंतराल सें इस धरती पर २९ तथागत बुध्दों का अवतरण हुआ हैं ! और इन सभीं तथागत बुद्धों कों इसीं बोधगया कें पीपल कें वृक्ष कें नीचें वैशाख पौर्णीमा कें दिन सिर्फ़ वज्रासन में बैठनें सें हीं ‘ज्ञानप्राप्तीं ‘ मतलब ‘ enlightenment ‘ हुआ हैं । वज्रासन में तथागतों कें दोनों हाथों कें तलवें आकाश कीं तरफ़ खुलें हुए थें ( upright facing towards sky to receive the cosmic rays and get enlightened ) जींस कें कारण वश उन्हें ‘ज्ञानप्राप्ती ‘ मतलब ‘एनलाईटनमेंट ‘ हुआ हैं !
I'm from gaya City wohh really Amazing story of Bodhitree 🙏🙏
Thank you ma'am for this video💙
Namo budhhaya🙏
ua-cam.com/video/iUs-wMSaRqc/v-deo.html
❤❤❤❤namaste 😮😢😢😊😊
Om Buddhaya Namah! May all beings be happy! Thank you for this excellant video of the place where the Blessed Lord Buddha engaged in Yogic practices and attain Divine Illumination. Subham!!!!
Buddhism and bramhinism ko mix mat karoooo 🙏🙏🙏🙏🙏 please
@@hope-1891 right
Me kuch din pehle hi ghumkr aayi hu bodhagaya. Bht hi sundar jgh h
बौद्ध धम ही सत्य है इसकी ऐतिहासिक जानकारी भारत के कण कण में बसी है । जय भीम नमो बुद्धा
जय भीम जय भारत नमो बुद्धाय
Thanks information dene ke liye
Buddham sharnam gachhaami
WOW, ,,
WOW, ,, ,,
WOW, ,, ,, ,,
WHAT A BEAUTIFUL NEWS NEWS JOURNAL O THE BUDDHA BUDHISMMM,, ,,
" " "THE SCIENCE THE SCIENCE MATTER MATTERS,, ,, " " "
A BIOLOGIST, ,,
साधू साधू साधू नागपूर का नाम वैसा भी world famous हैं डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर जी ने दिक्षा भी नागपूर में दीं हमारे नागपूर वासियों के लिए बहुत बहुत गर्व महसूस करते हैं।
कोटि कोटि नमन, बुद्ध की इस पवित्र भूमि को
दुनिया का सबसे पवित्र स्थल और सबसे पवित्र बोधि वृक्ष..
Namo buddhay 🙏🙏🙏🙏
Thanks for keeping history alive.
.इस कें पिछें कीं लोगों कीं ए्क गहरी अंधश्रध्दा् हैं , लेकीन इस कें पिछें सायन्स् क्या हैं वह ढूंढनें कीं कोशिश करनीं चाहीए। बोधीवृक्ष जो एक पीपल का पेंड हैं और बोधगया स्थित महाबोधीविहार में ऐसी जगह हैं जीस जगह ( only place on planet earth ) पर वैश्विक तरंग ( cosmic rays ) पृथ्वी द्वारा रिसीव्ह् किये जातें हैं और इसी जगह सें पृथ्वी पर अस्तित्व में रहनें वालीं तीन जीवसृष्टीयोंमें यह तरंग भेजें जातें हैं, जिस कें कारण तीनों जीवसृष्टीयों ( पृथ्वी का गर्भ , समुंदर का तल और पृथ्वी का पृष्ठभाग -surface ) में रहने वालों जीवों का संचलन -संतुलन -संरक्षण हो जाता हैं !आजतक पिछलें ७२,००० वर्षों में २,५२५ वर्षों कें अंतराल सें इस धरती पर २९ तथागत बुध्दों का अवतरण हुआ हैं ! और इन सभीं तथागत बुद्धों कों इसीं बोधगया कें पीपल कें वृक्ष कें नीचें वैशाख पौर्णीमा कें दिन सिर्फ़ वज्रासन में बैठनें सें हीं ‘ज्ञानप्राप्तीं ‘ मतलब ‘ enlightenment ‘ हुआ हैं । वज्रासन में तथागतों कें दोनों हाथों कें तलवें आकाश कीं तरफ़ खुलें हुए थें ( upright facing towards sky to receive the cosmic rays and get enlightened ) जींस कें कारण वश उन्हें ‘ज्ञानप्राप्ती ‘ मतलब ‘एनलाईटनमेंट ‘ हुआ हैं !
विश्व गुरु शाक्य मुनी बुद्ध को कोटि कोटि प्रणाम जय सम्राट असोक जय भीम
Nice Information about Bodhivriksha (Bodhigaya)
Thank you Avaz India.
Thanks a Lot
Jay Bhim
Pl
नमो बुद्धाय।अतिउत्तम जानकारी मिली।बौद्धधर्म दुनिया का सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक धर्म है।इसमें,बुद्धि की,तर्क की,सद्विचारों की और श्रेष्ठ आचरण की प्रधानता है।
very nice and boddhi vriksha ke vishaye mai itni gahen jankari dene k liye sukriya.
बौद्ध धर्म जगात श्रेष्ट आहे
Buddhism is not a religion
Buddhism is a way of life!
भावा मी बुद्धिस्ट नसून मला हे माहितीय तुला कधी कळणार
@@surajkumbhar6228 veda aahe to
@@surajkumbhar6228 mag aamhi kuthla religion laavaychaa hindu .tula hindu ya shabdach arth tari maahir aahe ka hindu ya shabdachi utpati koni keli kashi keli kaa keli aani hindu dharmat jaatpat jaatiywaad bhedbhaav aahe .buddha dharm nave tar dhamm aahe .ya jagaat jevdhehi dharm aahe tyaachi utpati maansaane keli aahe. Tathaatgat buddhane ya jagaat donach jaati saangitle aahe ek baai aani purush aani maanvtaa ha dharm aahe. Tar hindu dharmat jaatpaat jatiywaad aahe tar to tumachaa dhamm dharm zaala .aamhaala buddha dhammaat adhikaar aani maanuski aani samaanta milaali je aamhalaa hindu dharmat naahi milaal .tar hindu nave tar jaat aani dharm buddha lihito tar aamhi buddha ha aamchaa religion kela aahe aani religion aahe. Tar aamchaa religion hindu nave .tar buddha ha maanataavaadi religion aahe. Hindu nave .my religion buddhist ✋😊☺🙏🌺🌹🌷🌼🔹🔷🔸🔶🔶
@@ajaychabukswar1923 भावा मला नको शिकऊ धर्माचा उगम कसा आणि कुठं झाला no offence तुझ्यापेशा जास्त वाचलंय धर्मावर आणि मी जरी हिंदू असलो तरी buddhism principles मला लोभतात आणि वरच ते statement माझं नाही खुद्द बुद्धांनी केलय जर थोडपर वाचलं असशील तर तुला ते समजलं
अजून सांगायचं झालं परत एकदा no offence बुद्ध असे हे म्हंटले होते Do not worship idols worship what is within us! पण आज जरा कुठं तरी ते उलट दिसतंय असं नाही का वाटत तुला
@@surajkumbhar6228 buddhisam ha religion kela .buddhisam ha way of life aahe .tar tyaat kaay tumhi objection gheta tar tyaat kaay tumhi comments kartaa .buddhisam religion ha maanataavaadi aahe .tar tyaat kaay vaait aahe .ha aamchaa religion aahe .jaat .dharm guru aamch sagla kaahi buddhach aahe tar tyaat kaay vaait aahe .evadh sagla kaahi maahit aahe tula tar tu swataalaa hindu nave tar buddhist mhanalaa asataa .tula kuthla kasa kuth dharmacha ugam zaala mhanto tar aamhi aamchaa buddhisam religion mhanto tar tyaat kaay vaait aahe. Aamchi olakh religion buddhist. Tuzhi olakh religion hindu .tula kaay dharm shikvaaylaa naahi saangitalaa .haa aamchaa religion. Jasa tu hindu olakh religion laavto
Namo Sakyamuni Buddha, Arhata, Samyaksambuddha!
Koti Koti Naman Mahamanav ko 🙏🙏🙏
Namo Buddhaya 👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽😇😇😇😇😇🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
Graet work of AWAZ INDIA TV.
Thanks a lot ...
I am from Bihar, Nalanda, and hate Naxalides (Lal salam brigade).
Namo bhudhay
नमो बुद्धाय जय भीम 🙏 बोधी वृक्ष के बारे जानकारी देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार। आपका मंगल हो। 🌿🌷🌹
आपको अंतरात्मा से प्रणाम।
Bahut hi bueatiful bodh Gaya vihar boddhi vruksha namo buddhay
God's own 🌲 just like a temple it has peace and tranquility around it.
May this eternal holy faith live forever.
I prostrate to LORD BUDDHA with innermost devotion.
NAMO BUDDHAYE SHAKYAMUNAYE SVAHA.
What's this????? Svaha????
Ye Buddhism me nahi chalta ,,,,,,, bramhinism aur Buddhism ko mix mat karo 🙏🙏🙏 please
नमो बैधदय जय भीम जय भारत जय संविधान बहुत अछे धन्यवाद देता हूँ
Good
Namo Buddhay
App ney jo jankari de uskaileay bahut bahut danyabat mam.
Om mane peme hu Baja guru Pema sidhi hu.
Great knowledge
He mere bhagwant....aapko bar bar mai naman karta hu....aapki charno me mai apna sisy jhukata hu
Salute to Sir Lord kaningham....
Very Super Next hystory Mamo budhai
Jaybhim namo budhhay the Great lord budhha the Great babasaheb ❤❤❤💙💙❤️💓💕
🌼🙏🌹🌺 जय श्री गौतम बुद्ध 🌼🌹🌺
जय भींंम जय भारत नोम बधुय सबिधान सथीयो हमे आप की बाते से समहत हे
duniya ka sabase pavitra virksh
I love you
Correct
दुनिया में पवित्र व अपवित्र भी कुछ होता है??? नास्तिकों के लिए???
@@devashishnegi2996 ha na tumhare kalpanik patharo se to acchha hi he
@@sym1004 good
🌷🌷भवतु सब्ब मंगलम। नमो बुद्धाय। 🙏🙏
Very good knowledge this video
JAI MAHA MAHA MAHATAM BUDH BHAGWAN 😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍💖😍
Nice information 👍👍👍
Very nice mem....namo buddhay🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
namo buddhaye jai bhim
Jaibhim 💐🌷🌹🌹💐🌷💐💐💐 dada 🌷💐💐🌷🌷
@@pawarlaxman1656
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.
@@pawarlaxman1656 😂😂
Namo Buddhay 🙏🙏 nice information 💐💐💐💐💐💐
Namo Buddhay Jay Bheem
🙏🙏🙏❤️💖❤️🙏🙏🙏
Bahut achhi jankari di. Sukriya
historical information
दुनिया में हर तरफ बुद्ध ही बुद्ध है। बुध्दमय दुनिया सुखमय दुनिया।।
bhoddha is great son of the earth
Yes , he told the world the Truth of life .We should be proud for him as he is from India.
When i was a child of about 5 years my father was a army service man who was posted in budhgaya i remember living in a barack house close to the buniyan tree where lord budha once meditated as i young todler i w
Compassion is greater than any traditional
ua-cam.com/video/iUs-wMSaRqc/v-deo.html
लाजवाब बौधगया ईतिहास और बौध वृक्ष। नमो बुधाय
Jai Bhim 🙏 🌹🌷🙏💫
Namo Buddha ji God bless you 🙏 ⚘️🌹🌷🙏💫
Namo Buddhay
Buddh Dharm hi Duniya Ka sarvshreshth Dharm hai
Nice video nammo bhudhay Jay bhim
I love Buddha i Proud i am buddha religion.. Namo buddhaya🙏🙏🙏
how could someone try to finish this majestic tree...doesn't it appeal to all to just sit beneath it and forget all the sorrows of thy life..
Namo buddhay jai bhim from jharkhand 🙏🏻
My place ✌🏻😍
Anamika kashyap beautiful place ❤️
WOW
आप सौभाग्यवती हैं
U r lucky
Brahmano ko hamesha se ye dar bana raha hai ki yadi buddh ke vichar sare sansar me phailne lage to unke karam kand ki dukan par tala lag jayega... inke karam kand ke raste par chal kar manushy barbad hota ja raha hai... karam kando me kahi v parmatma nahi hai. Param satya parmatma to ye pura vishal astitva hai ham savi praniyo me parmatma hai. Buddh ne yahi samjhaya hai ki ham sab paraspar ek dusre se jude hue hai kyoki ek hi param chetna ki urja hum sab me pravahit ho rahi hai... buddham sarnam gachchhami ❤🙏🙏🙏❤
Plant peeple trees as many as can ,saplings any where available. Once planted, hold roots can not be destroyed anywhere. This holly tree 👏👏
.इस कें पिछें कीं लोगों कीं ए्क गहरी अंधश्रध्दा् हैं , लेकीन इस कें पिछें सायन्स् क्या हैं वह ढूंढनें कीं कोशिश करनीं चाहीए। बोधीवृक्ष जो एक पीपल का पेंड हैं और बोधगया स्थित महाबोधीविहार में ऐसी जगह हैं जीस जगह ( only place on planet earth ) पर वैश्विक तरंग ( cosmic rays ) पृथ्वी द्वारा रिसीव्ह् किये जातें हैं और इसी जगह सें पृथ्वी पर अस्तित्व में रहनें वालीं तीन जीवसृष्टीयोंमें यह तरंग भेजें जातें हैं, जिस कें कारण तीनों जीवसृष्टीयों ( पृथ्वी का गर्भ , समुंदर का तल और पृथ्वी का पृष्ठभाग -surface ) में रहने वालों जीवों का संचलन -संतुलन -संरक्षण हो जाता हैं !आजतक पिछलें ७२,००० वर्षों में २,५२५ वर्षों कें अंतराल सें इस धरती पर २९ तथागत बुध्दों का अवतरण हुआ हैं ! और इन सभीं तथागत बुद्धों कों इसीं बोधगया कें पीपल कें वृक्ष कें नीचें वैशाख पौर्णीमा कें दिन सिर्फ़ वज्रासन में बैठनें सें हीं ‘ज्ञानप्राप्तीं ‘ मतलब ‘ enlightenment ‘ हुआ हैं । वज्रासन में तथागतों कें दोनों हाथों कें तलवें आकाश कीं तरफ़ खुलें हुए थें ( upright facing towards sky to receive the cosmic rays and get enlightened ) जींस कें कारण वश उन्हें ‘ज्ञानप्राप्ती ‘ मतलब ‘एनलाईटनमेंट ‘ हुआ हैं !
Thanks for information
Buddha Dhamma is the greatest and historical oldest Dhamma of India.
World
great job ।।।।