Imran Pratapgarhi Bengluru/Banglore Mushayra 2017 HD || Part 4

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  • Опубліковано 1 сер 2017
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КОМЕНТАРІ • 4,2 тис.

  • @ramrakeshyadav1071
    @ramrakeshyadav1071 4 роки тому +45

    भाई इमरान तुम बहुत अच्छी बोल रहे हो राष्ट्रीय एकता पर बोलने के लिए हमारी तरफ से धन्यवाद बहुत-बहुत धन्यवाद

  • @ajayrawat962
    @ajayrawat962 3 роки тому +20

    Wah imran bhai wah is najm ko jitani baar bhi sunu dil nahi bharta! I salute you ❤❤❤sir!!!

  • @vishalyadav4904
    @vishalyadav4904 3 роки тому +132

    आरती और अज़ान से मिलकर बना है हिंदुस्तान..
    जिंदाबाद इमरान सर❤️

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому +3

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

    • @sayeedfarooqui3472
      @sayeedfarooqui3472 Рік тому

      ​@@Itzarif1729 66qwqqqu😢

    • @SartajZayn-mv9of
      @SartajZayn-mv9of 10 місяців тому

      Nmskarasalamalykomsskalkisanaktazindhbadkoghraspathizindhbadokadharothitabamybizypigayhaoamyatochlyzagitanysashiabtoazchydinaygiainshalhokzyhin86
      😅

    • @user-lm6vo6pw5r
      @user-lm6vo6pw5r 2 місяці тому

      Wah wah wah

    • @thomaspriya3329
      @thomaspriya3329 2 місяці тому

      ​@@Itzarif1729❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

  • @naseerahmad3532
    @naseerahmad3532 4 роки тому +202

    अज़ान वह आवाज है जो कायनात में हर पल गूंजती रहती है।

  • @user-xw4is2xd1i
    @user-xw4is2xd1i 5 років тому +333

    इंसानियत का जीता जागता वजूद जियो हजारों साल इमरान प्रतापगढ़ी,,, आंसू निकल आए भाई जान 👌👌👌👌🇮🇳🇮🇳

    • @SameerKhan-dm3mc
      @SameerKhan-dm3mc 3 роки тому +3

      Aap jesea agar hazaro log ho to pori donyan me a hindustan awwal bomber par yoga ,,,,😍😍😍😍😍😍😍,11111nomber imran sahab

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому +1

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому

      *मरने के बाद अगर पता चला अल्लाह है तो क्या होगा*
      *हरीश कुमार*
      ये इंसान फिजिक्स में PHD के बाद भारत की एक महत्वपूर्ण यूनिवर्सिटी में लेक्चरर पोस्ट हुआ।
      हिन्दू_धर्म से पहले से ही ये असन्तुष्ट हो गया था।
      सन् 1986 में लन्दन में दौरान ए तालीम स्टीफन_हाकिन्स के लेक्चरस और किताबो से ऐसा परिचित हुआ कि खुदा का मुनकिर हो गया। और ऐसा मुनकिर हुआ कि बड़े बड़े मुस्लिम,`क्रिश्चियन॔,और यहूदी उलेमा से भरपूर बहसें करता। यहाँ तक कि *डाॅ ज़ाकिर नाइक* भी इसे प्रभावित न कर सके।
      डाॅ हरीश कुमार बताते हैं कि सन् 2005 की छुट्टी के एक दिन की सुबह मुस्लिम सब्जी फरोश ने घन्टी बजाई। हम पिछले बीस सालों से सब्जी इसी से खरीद रहे थे। उस दिन मैंने उसे चाय की आॉफर की तो उसने कुबूल कर ली और आदत के मुताबिक मैने खुदा के वजूद पर बहस शुरू कर दी। आधा घंटा की बातचीत से मालूम हुआ कि वो एक सीधा साधा मुसलमान है, जो पांच टाइम नमाज़ पढ़ता है.और सौदे में साफगौ और ईमानदार था।मुनासिब दामों में सौदा बेचता था।
      आखिर में जाते समय उसने एक ऐसी बात कही जिसने मेरी जिंदगी ही बदल दी थी। बोला
      डाॅ जी तुम ने खुद बोला कि लगभग 6000 से 10000 साल से मानव इतिहास में पैगम्बरो की कहानियां चल रही हैं और सब के सब एक अल्लाह और जन्नत_दोज़ख की बात करते हैं
      और आपकी #साइंस मरने के बाद के हालात का जवाब ही नहीं दे सकती।
      तो अब 2 ही सम्भावनाएं हैं _
      1_*अल्लाह का वजूद नहीं है*
      2_*अल्लाह का वजूद है*
      अगर तो अल्लाह का वजूद ना हुआ तो मरने के बाद हम दोनों बराबर होंगे लेकिन अगर अल्लाह मौजूद हुआ तो फिर आप तो पकड़े जायेंगे।
      दोनों सूरतों में फायदे में कौन हुआ,आप खुद फैसला कर लेना।
      इस लिए बेहतर ये है कि अल्लाह को मान ले।और उसके कहने पर चलें।उस का कलाम तो इनसान को सीधे रास्ते पर चलने को कहता है।
      मैने सारी जिंदगी probability के लेक्चरस दिये, लेकिन उसके जाने के बाद सोचा कि इस probability की तरफ तो मेरा कभी ध्यान ही नहीं गया कि दोनों सूरतों में अल्लाह को मानने वाला ही फायदे में है।
      किस्सा मुख्तसर ये कि अब इस सोच के बाद ख्याल आया कि कोनसा आसमानी मज़हब बेहतर है। धर्मो का अध्ययन तो मुझे पहले ही काफी था।डाॅ जाकिर नाइक के एक लेक्चर में 1400 साल से कुरआन मजीद का एक एक शब्द एक होने का सुना था, तो इग्लैंड में क्रिश्चियन मिशनरी इन्स्टीट्यूट से इसकी हकीकत मालूम की तो सबने इस बात की पुष्टि की।
      अलहमदुलिल्लाह आज मुझे और मेरे सारे घर को मुसलमान हुए पन्द्रह साल हो गये।
      मै इस्लामी शिक्षाओ के लिए केरला शिफ्ट हो गया।
      अब मेरी तीन बेटियां हैं जो हाफिज़_ए_कुरआन है। और उस करीम ने मेरी जिंदगी ही बदल दी।लेकिन उस सब्जी वाले अब्दुल अहद से दोबारा मेरी मुलाकात न हो सकी, लेकिन मैंने इसलाम कुबूल करने के बाद अपना नाम भी अहद रखा क्योंकि वह सब्ज़ी वाला एक सच्चा मुसलमान था।
      Islam darshan Kendra 18002000787

    • @mauladdinali9182
      @mauladdinali9182 2 роки тому +2

      Theks

    • @sahilahamad2453
      @sahilahamad2453 2 роки тому +1

      Abhi bhi insaniyat h bhai Desh me lag raha h sukriya pyare bhai

  • @buntyverma2911
    @buntyverma2911 5 років тому +395

    Bhai aaj first time apko suna or Ahsas hua ki aap Allah k nek bande ho😌

  • @yusufqureshi7512
    @yusufqureshi7512 2 роки тому +13

    कभी ना होगी बंद अज़ान,, कभी ना होंगी बंद अज़ान,, इंशाह अल्लाह

  • @mohammadshahid4310
    @mohammadshahid4310 3 роки тому +24

    Bhai ISLAM ki shaan hain aap..
    Sher dil hai, sahab aap.....
    Allah aapko hamesha khush Rakhe..

  • @sadankamble1438
    @sadankamble1438 5 років тому +141

    बहोत खूब..........
    इमरान भाई आपकी बात में जादू है।आपकी आवाज हमारे मुल्क को आज़ाद करा सकती है इन बेईमानो से,जो हमारे ऊपर जुल्म कर रहे है।👌👌👌👌👌👌👍👍👍👍

  • @balveerkamal2352
    @balveerkamal2352 5 років тому +334

    बहुत बहुत धन्यवाद आपका ।।।।
    राष्ट्र एकता पर बोलने के लिए। ।।।।

  • @sanjaybabu8863
    @sanjaybabu8863 4 роки тому +42

    Aap rula dete hai..Imran bhai..Such me...
    Love you bhaiya......

  • @mohdnaushad1328
    @mohdnaushad1328 4 роки тому +77

    इमरान खान प्रतापगढ़ी ज़िंदाबाद
    तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं

  • @PankajKrChauhan
    @PankajKrChauhan 5 років тому +311

    Allah kare app jaise, hazaroo bande de humare mulk me. Wahh.. Arti aur Azan se banna hai Hindustan

    • @AbidKhan-hr9sl
      @AbidKhan-hr9sl 4 роки тому +4

      Masa Alla👌👌👌💝

    • @gulfaampoultryfarm8582
      @gulfaampoultryfarm8582 4 роки тому +4

      Very very good

    • @syedtaskeenahmed
      @syedtaskeenahmed 4 роки тому +2

      Mashallaha good thoughts

    • @abhimanmohapatra3759
      @abhimanmohapatra3759 4 роки тому +1

      Shukriya ,Pankaj ki,Dil jit liye Apne.

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому +1

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

  • @user-rx4wj4kf8d
    @user-rx4wj4kf8d 5 років тому +24

    जागरूक कविवर को सलाम।

  • @Lokeshbandala-bt5nz
    @Lokeshbandala-bt5nz 4 роки тому +181

    सच्ची कंडीसन की जिक्र करने वाला एक इंसान है

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому

      *मरने के बाद अगर पता चला अल्लाह है तो क्या होगा*
      *हरीश कुमार*
      ये इंसान फिजिक्स में PHD के बाद भारत की एक महत्वपूर्ण यूनिवर्सिटी में लेक्चरर पोस्ट हुआ।
      हिन्दू_धर्म से पहले से ही ये असन्तुष्ट हो गया था।
      सन् 1986 में लन्दन में दौरान ए तालीम स्टीफन_हाकिन्स के लेक्चरस और किताबो से ऐसा परिचित हुआ कि खुदा का मुनकिर हो गया। और ऐसा मुनकिर हुआ कि बड़े बड़े मुस्लिम,`क्रिश्चियन॔,और यहूदी उलेमा से भरपूर बहसें करता। यहाँ तक कि *डाॅ ज़ाकिर नाइक* भी इसे प्रभावित न कर सके।
      डाॅ हरीश कुमार बताते हैं कि सन् 2005 की छुट्टी के एक दिन की सुबह मुस्लिम सब्जी फरोश ने घन्टी बजाई। हम पिछले बीस सालों से सब्जी इसी से खरीद रहे थे। उस दिन मैंने उसे चाय की आॉफर की तो उसने कुबूल कर ली और आदत के मुताबिक मैने खुदा के वजूद पर बहस शुरू कर दी। आधा घंटा की बातचीत से मालूम हुआ कि वो एक सीधा साधा मुसलमान है, जो पांच टाइम नमाज़ पढ़ता है.और सौदे में साफगौ और ईमानदार था।मुनासिब दामों में सौदा बेचता था।
      आखिर में जाते समय उसने एक ऐसी बात कही जिसने मेरी जिंदगी ही बदल दी थी। बोला
      डाॅ जी तुम ने खुद बोला कि लगभग 6000 से 10000 साल से मानव इतिहास में पैगम्बरो की कहानियां चल रही हैं और सब के सब एक अल्लाह और जन्नत_दोज़ख की बात करते हैं
      और आपकी #साइंस मरने के बाद के हालात का जवाब ही नहीं दे सकती।
      तो अब 2 ही सम्भावनाएं हैं _
      1_*अल्लाह का वजूद नहीं है*
      2_*अल्लाह का वजूद है*
      अगर तो अल्लाह का वजूद ना हुआ तो मरने के बाद हम दोनों बराबर होंगे लेकिन अगर अल्लाह मौजूद हुआ तो फिर आप तो पकड़े जायेंगे।
      दोनों सूरतों में फायदे में कौन हुआ,आप खुद फैसला कर लेना।
      इस लिए बेहतर ये है कि अल्लाह को मान ले।और उसके कहने पर चलें।उस का कलाम तो इनसान को सीधे रास्ते पर चलने को कहता है।
      मैने सारी जिंदगी probability के लेक्चरस दिये, लेकिन उसके जाने के बाद सोचा कि इस probability की तरफ तो मेरा कभी ध्यान ही नहीं गया कि दोनों सूरतों में अल्लाह को मानने वाला ही फायदे में है।
      किस्सा मुख्तसर ये कि अब इस सोच के बाद ख्याल आया कि कोनसा आसमानी मज़हब बेहतर है। धर्मो का अध्ययन तो मुझे पहले ही काफी था।डाॅ जाकिर नाइक के एक लेक्चर में 1400 साल से कुरआन मजीद का एक एक शब्द एक होने का सुना था, तो इग्लैंड में क्रिश्चियन मिशनरी इन्स्टीट्यूट से इसकी हकीकत मालूम की तो सबने इस बात की पुष्टि की।
      अलहमदुलिल्लाह आज मुझे और मेरे सारे घर को मुसलमान हुए पन्द्रह साल हो गये।
      मै इस्लामी शिक्षाओ के लिए केरला शिफ्ट हो गया।
      अब मेरी तीन बेटियां हैं जो हाफिज़_ए_कुरआन है। और उस करीम ने मेरी जिंदगी ही बदल दी।लेकिन उस सब्जी वाले अब्दुल अहद से दोबारा मेरी मुलाकात न हो सकी, लेकिन मैंने इसलाम कुबूल करने के बाद अपना नाम भी अहद रखा क्योंकि वह सब्ज़ी वाला एक सच्चा मुसलमान था।
      Islam darshan Kendra 18002000787

    • @anwarahamd3319
      @anwarahamd3319 3 роки тому

      @@Itzarif1729 p

  • @spmeena2186
    @spmeena2186 2 роки тому +15

    नमन आप की कलाकारी को🙏🙏🙏🙏

  • @komaldasathawale9558
    @komaldasathawale9558 5 років тому +257

    ईमरान भाई रुलादीया आपने , आप ईस देश की ऐसेही सेवा करते रहना आपको उपरवाला लंबी उम्र दे .......

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

  • @rowsnikhatun7974
    @rowsnikhatun7974 5 років тому +24

    Jis din is duniya mei Azan ki Sada nahi aayegi, Raat hei reh jayegi subha nahi aayegi. 👌👍👌👌👌

  • @surindermodgill8634
    @surindermodgill8634 2 роки тому +10

    प्यार सांसे है,अपनी मर्जी नहीं...
    खुदा का नाम है,खुदगर्जी नहीं...
    S❤️s
    Surinder,, bismill,,...
    🙏❤️🙏
    🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @somnathram6647
    @somnathram6647 Рік тому +9

    Hats off to you Imaran Pratapgarhi ! Excellent, Heart Touching

  • @SumanKumar-sn4eh
    @SumanKumar-sn4eh 5 років тому +84

    Good gift hi Imran bhi Jo apkay dil se itna dard bhara speach daytay hi,jay hind

  • @effort403
    @effort403 5 років тому +364

    कभी ना होगी बन्द अज़ान.👍अल्हमदुलीलाह.....
    आरती और अज़ान से मिलके बना है हिंदुस्तान💪माशाअल्लाह

    • @laxmikantgupta9228
      @laxmikantgupta9228 3 роки тому +2

      फिर बकवास करने से कुछ नहीं होता है वही होता है जो मंजूरे खुदा होता है फिर मुफ्त में क्यों तू प्रियंका के आगे होता है प्रियंका कोई खुदा नहीं है वह तेरे से जुदा नहीं है ना तुझसे ज्यादा कल बंद है ना ही ज्यादा हुनरमंद है क्यों पंप दे रहा है और उसे से रहा है तेरे लिए वह 72 हूरों से अधिक नहीं है और उसके लिए तू वोटों से अधिक नहीं है

    • @kulsumshaikh881
      @kulsumshaikh881 3 роки тому +2

      💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪

    • @hashim3753
      @hashim3753 2 роки тому +2

      @@laxmikantgupta9228 aap kiya bakwaas kar rahe ho aapto manota ke dushman ho aap kiya samazhte ho hamesha aap hi ki satta rahegi ,,,yah soch aapki nadaani ko darshata hai aapko maaloom hona chahiye ki . Kufr se sarkar to chal sakti hai aur chal bhi rahi hai magar zulm se sarkar kabhi nahi chal sakti hai ,,chahe wah zalim koi bhi ho

    • @sdaatif6665
      @sdaatif6665 2 роки тому +1

      @@laxmikantgupta9228 /

    • @AsadRehanOfficial
      @AsadRehanOfficial Рік тому

      Kaash ki ye baat sach hoti 😢
      Aao uttarpradesh ke Noida me....aake dekho 😭😭😭😭😭😭😭😭

  • @ambarfatma1683
    @ambarfatma1683 4 роки тому +9

    Kitni baar dekhu dil bharta hi nhi hai... Anmol ho aap sir allah apko apni hifazat me rakhe

  • @surindermodgill8634
    @surindermodgill8634 2 роки тому +31

    ना दैर-ओ-हरम हौते, ना नाम-ए-,खुदा हौता...
    इमान हर किसी का, जो लफ्जे़-बफा हौता...
    S❤️s
    Surinder,, bismill,,...
    🙏❤️🙏
    🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @HK.Rathore
    @HK.Rathore 5 років тому +161

    बेहतरीन जानदार शानदार और प्रेरणा-दायक, इमरान भाई

  • @ANILKUMAR-is7ln
    @ANILKUMAR-is7ln 5 років тому +147

    Imaran partapgadi baijan aap ko salam

  • @surabkhanrahmdiya4107
    @surabkhanrahmdiya4107 3 роки тому +10

    बेशक
    भाई अल्लाह ताला आपको लंबी उम्र दें और खुश रखें

  • @rizwanhashmi3828
    @rizwanhashmi3828 4 роки тому +3

    Kabhi na hogi band azan
    Kabhi na hogi band azan
    Aarti or azan se milkar
    Bane hain hindustan
    Kabhi na hogi band azan❤❤
    Bohot khub imran bhai

  • @m.s.sisodiya8455
    @m.s.sisodiya8455 5 років тому +409

    बेहतरीन कलाकार, भगवान आपको लंबी आयु और हिम्मत दे ।

    • @farhanjami9250
      @farhanjami9250 5 років тому

      Nice

    • @shoaibalvi2167
      @shoaibalvi2167 5 років тому +1

      Nice

    • @mohammadtauwab4814
      @mohammadtauwab4814 5 років тому

      Nice

    • @ranaasofficial1941
      @ranaasofficial1941 5 років тому +2

      अबे सिसोदिये मा के लौडे,मैं सिसोदिया तू साले दोगला इस भड्वे का फैन,,,,इसने साबित कर दीया की ये देशद्रोही हैं,congres में सामिल हो के,,,,,,,

    • @irshadkhanirshadkhan2699
      @irshadkhanirshadkhan2699 5 років тому

      Hi

  • @RAVIKUMAR-wm4hj
    @RAVIKUMAR-wm4hj 5 років тому +186

    Very good Imran Bhai...
    Khuda aapko neki aur barakkat de...

  • @PankajKumar-pb5hb
    @PankajKumar-pb5hb 4 роки тому +217

    आप जिंदा दिल इंशान हो इमरान भाई

    • @akibahmadahmad4251
      @akibahmadahmad4251 3 роки тому +1

      Super

    • @skhan1174
      @skhan1174 3 роки тому +2

      You are right

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому +1

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому

      *मरने के बाद अगर पता चला अल्लाह है तो क्या होगा*
      *हरीश कुमार*
      ये इंसान फिजिक्स में PHD के बाद भारत की एक महत्वपूर्ण यूनिवर्सिटी में लेक्चरर पोस्ट हुआ।
      हिन्दू_धर्म से पहले से ही ये असन्तुष्ट हो गया था।
      सन् 1986 में लन्दन में दौरान ए तालीम स्टीफन_हाकिन्स के लेक्चरस और किताबो से ऐसा परिचित हुआ कि खुदा का मुनकिर हो गया। और ऐसा मुनकिर हुआ कि बड़े बड़े मुस्लिम,`क्रिश्चियन॔,और यहूदी उलेमा से भरपूर बहसें करता। यहाँ तक कि *डाॅ ज़ाकिर नाइक* भी इसे प्रभावित न कर सके।
      डाॅ हरीश कुमार बताते हैं कि सन् 2005 की छुट्टी के एक दिन की सुबह मुस्लिम सब्जी फरोश ने घन्टी बजाई। हम पिछले बीस सालों से सब्जी इसी से खरीद रहे थे। उस दिन मैंने उसे चाय की आॉफर की तो उसने कुबूल कर ली और आदत के मुताबिक मैने खुदा के वजूद पर बहस शुरू कर दी। आधा घंटा की बातचीत से मालूम हुआ कि वो एक सीधा साधा मुसलमान है, जो पांच टाइम नमाज़ पढ़ता है.और सौदे में साफगौ और ईमानदार था।मुनासिब दामों में सौदा बेचता था।
      आखिर में जाते समय उसने एक ऐसी बात कही जिसने मेरी जिंदगी ही बदल दी थी। बोला
      डाॅ जी तुम ने खुद बोला कि लगभग 6000 से 10000 साल से मानव इतिहास में पैगम्बरो की कहानियां चल रही हैं और सब के सब एक अल्लाह और जन्नत_दोज़ख की बात करते हैं
      और आपकी #साइंस मरने के बाद के हालात का जवाब ही नहीं दे सकती।
      तो अब 2 ही सम्भावनाएं हैं _
      1_*अल्लाह का वजूद नहीं है*
      2_*अल्लाह का वजूद है*
      अगर तो अल्लाह का वजूद ना हुआ तो मरने के बाद हम दोनों बराबर होंगे लेकिन अगर अल्लाह मौजूद हुआ तो फिर आप तो पकड़े जायेंगे।
      दोनों सूरतों में फायदे में कौन हुआ,आप खुद फैसला कर लेना।
      इस लिए बेहतर ये है कि अल्लाह को मान ले।और उसके कहने पर चलें।उस का कलाम तो इनसान को सीधे रास्ते पर चलने को कहता है।
      मैने सारी जिंदगी probability के लेक्चरस दिये, लेकिन उसके जाने के बाद सोचा कि इस probability की तरफ तो मेरा कभी ध्यान ही नहीं गया कि दोनों सूरतों में अल्लाह को मानने वाला ही फायदे में है।
      किस्सा मुख्तसर ये कि अब इस सोच के बाद ख्याल आया कि कोनसा आसमानी मज़हब बेहतर है। धर्मो का अध्ययन तो मुझे पहले ही काफी था।डाॅ जाकिर नाइक के एक लेक्चर में 1400 साल से कुरआन मजीद का एक एक शब्द एक होने का सुना था, तो इग्लैंड में क्रिश्चियन मिशनरी इन्स्टीट्यूट से इसकी हकीकत मालूम की तो सबने इस बात की पुष्टि की।
      अलहमदुलिल्लाह आज मुझे और मेरे सारे घर को मुसलमान हुए पन्द्रह साल हो गये।
      मै इस्लामी शिक्षाओ के लिए केरला शिफ्ट हो गया।
      अब मेरी तीन बेटियां हैं जो हाफिज़_ए_कुरआन है। और उस करीम ने मेरी जिंदगी ही बदल दी।लेकिन उस सब्जी वाले अब्दुल अहद से दोबारा मेरी मुलाकात न हो सकी, लेकिन मैंने इसलाम कुबूल करने के बाद अपना नाम भी अहद रखा क्योंकि वह सब्ज़ी वाला एक सच्चा मुसलमान था।
      Islam darshan Kendra 18002000787

  • @shahnawazahmad360
    @shahnawazahmad360 3 роки тому +2

    Masha Allah Aap ne Bahuthi achi moshyra padhi hai. imran bhai
    Aap to Lajawab hai aapka koi jawaab nahi

  • @jisaratali9060
    @jisaratali9060 5 років тому +31

    Jis din duniya me azan ki awaz nahi ayegi , raat hi rah jayegi subha nahi aayegi ,.,ye Allah ka Farman hai

    • @Ashusingh-yn9up
      @Ashusingh-yn9up 4 роки тому

      Band kar trail kar hi le .hm bhi dekhte Hai .1400 year phle na allah word tha na Islam .phir bhi din tha raat tha

  • @mlgurjarjaipur8855
    @mlgurjarjaipur8855 5 років тому +257

    इमरान भाई आपमे और कुमार विश्वास मे बहुत कुछ समानताएं है ।
    काबिलेतारीफ 👌👌👌👌👌

  • @mdmd.shahbuddin1386
    @mdmd.shahbuddin1386 4 роки тому +3

    इमरान भाई सुनकर मेरे को बहुत अच्छा लगा इसी बनाते रहना कोड भाई बहुत अच्छा आपको जरूर अच्छा ही मिलेगा 10 लोगों को किया कि आपको भी मिलेगा अल्लाह आप को जन्नत

  • @BashirAhmed-id7cb
    @BashirAhmed-id7cb 4 роки тому +2

    Imran pertabgari tumhari himmat or jurrat ko Salam Bashir Ahmed from Karachi Pakistan.

  • @rohankumarthakur2884
    @rohankumarthakur2884 5 років тому +91

    Sonu Nigam ko achha jawab diya... Kashmir pr aapka nazm aaj desh ko sunnane ki bht zaroorat hai...Hope Congress comes back in power and u represent people in parliament 💙❤️

  • @rajukc8627
    @rajukc8627 5 років тому +18

    I am from Nepal.. I am a hindu..but religious a way of heaven..whatever whoever I believe..just believe...just being human everyone...all gods are saying same....we love each other & respect as well....God ye duniya ko santi banaye rakhe...hum sab vai vai...banke rahe..yahi meri puja..aur koi nahi duja😥😥😥

  • @mdsohailsohail517
    @mdsohailsohail517 2 роки тому +4

    Mashallah great imran bhai sahab

  • @ashrafkhan1925
    @ashrafkhan1925 4 роки тому +5

    dil jeet lete ho pratapgarhe bhai
    aap jaise logo ke zarurat h hindustan ko

  • @Aditya_vairagi
    @Aditya_vairagi 5 років тому +438

    Aarti aur aajan se milkar bna hai Hindustan 👌👌🙏🙏

  • @muhammadzakirhussain144
    @muhammadzakirhussain144 5 років тому +47

    Allahhuakber 🌹 SubhaanAllah Allahhuakber 🌹 SubhaanAllah Allahhuakber 🌹 SubhaanAllah Allahhuakber 🌹 SubhaanAllah Allahhuakber 🌹 SubhaanAllah Allahhuakber 🌹 SubhaanAllah Allahhuakber 🥀 SubhaanAllah SubhaanAllah 🌼 SubhaanAllah 🥀

  • @indianfarmers5570
    @indianfarmers5570 2 роки тому +2

    जो लोग इस कमेंट को पढ़ रहे हैं अल्लाह उनकी मेहनत को सफलता दे। हिम्मत रखिए एक दिन आप जरूर कामयाब होगे।।❤️❤️🙏🙏

  • @vishalgarg8006
    @vishalgarg8006 4 роки тому +2

    Imran Bhai you are great person

  • @razaakhtar7086
    @razaakhtar7086 5 років тому +209

    उन हिंदू भाई अभी भी देश को एकता के लिए दुआ मांग रहे उन पर गर्व होना चाहिए

  • @vinoddungdung7414
    @vinoddungdung7414 5 років тому +79

    Aapko Allah Hamesha Kushi de aapko Allah hajaron umate aur logo ko acche se Yeh Mohabbatein ka najme logo ko Sunate Rahe dhanyavad

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому +1

      Aameen summa aameen

    • @shafeequeahmad7161
      @shafeequeahmad7161 2 роки тому

      @@Itzarif1729 khj

  • @hafeezahmad6465
    @hafeezahmad6465 4 роки тому +6

    हा मै कश्मीर हूं, हा मै कश्मीर हूं ।।
    ❤️❤️❤️❤️❤️❤️😪😥

  • @tousifahmed4457
    @tousifahmed4457 4 роки тому +7

    Dard bhara ek dum reality! Love from Bangalore

  • @Drmanishnirala
    @Drmanishnirala 5 років тому +529

    नजर वाले को हिन्दू और मुसलमान दिखता
    मैं अँधा हूँ साहब मुझे तो हर शख्स में इन्सान दिखता है।।।।।👍👍

  • @rockymeena4932
    @rockymeena4932 5 років тому +267

    Wah ! Aarti OR Ajaan se Milkar Bana h 🇮🇳Hindusthan..... 🇮🇳🙏🙏🙏🙏

  • @qarifazlurrahmanroghani
    @qarifazlurrahmanroghani 3 роки тому +30

    Love❤ From Pakistan🇵🇰🇵🇰

  • @shivanandyadav9634
    @shivanandyadav9634 2 роки тому +25

    We are proud of you❤️👍

  • @RiyaSharma-qy7uj
    @RiyaSharma-qy7uj 5 років тому +100

    Imran ji aapk hr lafz dil me utar gai aankhe nam h aapki voise masha-allha

  • @yogendrakumarram8331
    @yogendrakumarram8331 5 років тому +286

    Aarti aur aajan se milke banta hai Hindustan ye line mughe achha laga super bhai aap ki tarah agar pure Hindustan ke yuvao ka shoch ho to

    • @arshadansari3900
      @arshadansari3900 5 років тому +7

      thanks bade bhai

    • @markiqureshi6381
      @markiqureshi6381 5 років тому +1

      👍👍👍👍👌👌👌

    • @rehmanshah1913
      @rehmanshah1913 5 років тому +3

      Aap KI Tarah Sab Ki Sonch Nahi HOTI Bhai

    • @sadathsayed689
      @sadathsayed689 3 роки тому +1

      super

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому +1

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

  • @merajuddin6577
    @merajuddin6577 4 роки тому +2

    Super se bhi upar h aapki abaj aur jis lahje me aap gate h bhakto ki Watt lag gayee h

  • @zeeaarifzee8532
    @zeeaarifzee8532 4 роки тому +51

    सुपर इमरान भाई

  • @kaushalpanditsharma2011
    @kaushalpanditsharma2011 5 років тому +112

    हम तो बस इस देश में शान्ति चाहते हैं जो सभी मजहब बालो को मिलकर करना हैं ये देश हमारा हैं ये समझना होगा ।

  • @maqboolalam6819
    @maqboolalam6819 5 років тому +15

    A beautiful voice which is show our condition in own country. May you live long IMRAN bhai.

  • @akramsameja6007
    @akramsameja6007 2 роки тому +4

    इमरान प्रतापगढि जिन्दा बाद ❤❤❤❤

  • @BilalAhmed-pq3rj
    @BilalAhmed-pq3rj 4 роки тому +3

    Jab tk dunya ha tb tk azan kbi band na ho ge

  • @chaudhryajeetsingh8804
    @chaudhryajeetsingh8804 5 років тому +97

    Real man who spoke about
    Dirty politics

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

  • @fznansari2914
    @fznansari2914 5 років тому +86

    इमरान भाई तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं

  • @hindustantvstar8991
    @hindustantvstar8991 3 роки тому +3

    Bahut achi awaz mere bhai aapi mohbbato ko salaam

  • @nishaagarwal6314
    @nishaagarwal6314 4 роки тому +3

    Imran Bhai aap ki nazam Han main Kashmir I like it

  • @RajkumarSharma-pb6tz
    @RajkumarSharma-pb6tz 5 років тому +238

    इमरान प्रतापगढी जय हो विजयी हो

  • @NavneetSingh-dz3ni
    @NavneetSingh-dz3ni 5 років тому +381

    sahi kaha hai bhai
    imran bhai maja a gaya

    • @bahdurkhan7912
      @bahdurkhan7912 5 років тому +3

      Gjb

    • @salmanmalik2024
      @salmanmalik2024 5 років тому +3

      Bhai Muslim kisi ka bura nhi chahte Jo hameri madat karte hai hmesha ham unko apna san mante hai

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

  • @zahidhussainsnabli142
    @zahidhussainsnabli142 4 роки тому +19

    Well done "kabhi na hogi band Azan inshaallah ,"

  • @Naeemkhan-nx3yghf
    @Naeemkhan-nx3yghf 4 роки тому +13

    Last few minutes will tear apart your hearts...Proud Muslims...

  • @dheersingh8896
    @dheersingh8896 5 років тому +136

    Bhai jan bhagwan aap ko bahut lambi umar de taki aap esi trah public ko jagruk karte rhe

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому +2

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

    • @khursheedkhan2268
      @khursheedkhan2268 3 роки тому

      Very nice👍

    • @AbdulSami-ul4ww
      @AbdulSami-ul4ww 2 роки тому

      @@Itzarif1729 on

    • @mdsaleemdevadeva2723
      @mdsaleemdevadeva2723 2 роки тому

      Suhanalla bahut acche Allah chodo Ko Duniya Mein aap ki jarurat hai bhai jaan Imran Pratapgarhi Asalam Walekum

    • @farhaanmohammed7747
      @farhaanmohammed7747 2 роки тому

      @@Itzarif1729 .

  • @saritanagendra4151
    @saritanagendra4151 5 років тому +31

    Shubhan allah ...Nice .

  • @learnwithsultanraj6767
    @learnwithsultanraj6767 3 роки тому +53

    "Apni sanso me Aabad rakhna "
    Very inspiring lines

  • @manarulsk740
    @manarulsk740 4 роки тому +8

    Masha Allah ...
    REVOLUTIONARY thinking ...
    You've nicely nailed the ISSUES, have been going on for few years in bjp raaj ...
    May Allah BLESS you so that you can be SUCCESSFUL in this LIFE and HEREAFTER ...

  • @chandbabababa3511
    @chandbabababa3511 6 років тому +144

    jitni भी तारीफ की जाये आप की कम है इमरान भाई

  • @aminkumar5644
    @aminkumar5644 5 років тому +581

    इमरान जी आप मुस्लिमो को मुस्लिम बना लो ये तोड़ने वाले यू ही मिट जायेगे।
    आपको मेरा प्यार भरा सलाम।

  • @motivationalquotesinhindi366
    @motivationalquotesinhindi366 4 роки тому +14

    Great bhai
    Aap k naam bhi history m zaroor aayga insha'Allah

  • @qarimasoom3229
    @qarimasoom3229 4 роки тому +9

    اے اللہ عمران بہائ کی ہر طرح حفاظت فرما

  • @mr_hariiom_17
    @mr_hariiom_17 6 років тому +61

    What a greatfool Mushyara Imraan bhai The power of UP

  • @fwcabcd2359
    @fwcabcd2359 5 років тому +23

    Aysi-aawaz-aur'aysa-dard-bahut-kam-sunai-deti-hai-salamat-raho-amin

  • @ChandKhan-bn6pi
    @ChandKhan-bn6pi 3 роки тому +4

    Thanks again for the first place and the rest is history tomorrow and will be able and willing I have been working

  • @sureshpal6742
    @sureshpal6742 4 роки тому +17

    IMRAN BRAVE YOUR OPENION SHOULD BE EXPENDED.

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 роки тому

      Bhai aap bhi prhte nbi s.a.w ki batein
      हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
      अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
      लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
      कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
      किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
      तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
      अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
      इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
      अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
      औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
      औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
      लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
      अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
      ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
      (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
      "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
      Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361

  • @vikramkashyap1975
    @vikramkashyap1975 6 років тому +108

    mashallah imran bhai allh aapko humesha aise hi himat de i love imran bhai

  • @sardaryusuf9220
    @sardaryusuf9220 5 років тому +107

    भाई. जान.आप.की..तकरीर. का. मजा. आगया.... हिंदूशतान. जिदाबाद..

  • @abdulhasib8251
    @abdulhasib8251 4 роки тому +16

    Allah app ko marte dam tak din ki khidmat karne ki toufik de

  • @mohammadsaghiruddin9515
    @mohammadsaghiruddin9515 4 роки тому +3

    Main tumhe salam karta hun mere chhote bhai Imran aor Allah Rabbul Izzat se dua karta hun k tumhari hifazat farmaye,Aameen

  • @BharatMauryaGkp
    @BharatMauryaGkp 5 років тому +418

    वाह। आरती और अजान से मिलकर बने है हिंदुस्तान। जय हो।

  • @raziaashrifsongs786
    @raziaashrifsongs786 5 років тому +22

    Masha Allah Imran pratabghari is my favourite poet and i always heard to him

  • @mohdrashid1622
    @mohdrashid1622 4 роки тому +3

    Wahhh wahhh Imran bhai Dil chu liya aapke sayer ne Mashallah 🤲 apne pratapgarh ka naam buland ho gye

  • @user-qj4bz9xn1o
    @user-qj4bz9xn1o 2 місяці тому +1

    ایسے ماں باپ کو لاکھوں سلام جس نے تم جیسے بیٹے کو پیدا کیا اللہ تعالی اپ کی عمر لمبی کر ے

  • @mohammedfirasathali6575
    @mohammedfirasathali6575 5 років тому +5

    The best heart touching shayeri of Imran which unites the people of all religions in his few lines of his poetry he teaches the lesson of humanity .

  • @musicalsam
    @musicalsam 5 років тому +316

    जिस दिन इस दुनिया मे अजां की, सदा नही आयेगी ।
    रात ही रह जायेगी उस दिन, सुबह नही आयेगी।

  • @mdmosaibkhanparvin1314
    @mdmosaibkhanparvin1314 4 роки тому +1

    Imran bhai jaan aapko ore aapki himmat ko mere taraf se salam solute 👌👌👌👌

  • @mohdwajidhashmi8038
    @mohdwajidhashmi8038 4 роки тому +2

    Kya baat hai.bhot khoob imran bhai...wa wa wa...allah aap ko salamat rkhe...or hamare mulk mein aman peace rahe..aameen

  • @diljanbatauwa3045
    @diljanbatauwa3045 5 років тому +24

    Wah kya Baat hai Imran bhai
    First time Apka suna hun
    Bahut hi lajawab

  • @zenkhan6074
    @zenkhan6074 5 років тому +115

    चाक है जिगर फिर भी आए हैं रफ़ू करके ,
    जाएँगे हक़ीक़त से तुमको रु बरु करके ,
    प्यार की बड़ी इससे ओर मिसाल क्या होगी ,
    हम नमाज़ पढ़ते हैं गंगा में वुज़ू करके ।
    इमरान प्रतापगढ़ी

  • @miclasses7754
    @miclasses7754 4 роки тому +23

    Inshallah I will full fill your wish. Onday I will become an IAS. Officer.

  • @uzairishaq6879
    @uzairishaq6879 4 роки тому +13

    As a Kashmiri it is actually correct..

  • @vishwajeetbhagat2412
    @vishwajeetbhagat2412 5 років тому +166

    Bhai Jan bohat khub

  • @vishnupurohit8303
    @vishnupurohit8303 5 років тому +180

    एकात्मवाद मे हिन्दु - मुस्लिम जैसा द्वन्द्व नही होता ! भारत माता के सब सन्तान समान है ! जब चोट मुस्लिम को लगती है तो दर्द हिन्दु को होता है ! हिन्दु को चोट लगती है तो पीडा मुस्लिम को होती है !अंततोगत्वा समगच्छध्वं सं वदध्वम् ...........

    • @FaisalAnsari-un7wv
      @FaisalAnsari-un7wv 5 років тому

      imranprtapgdspich

    • @maroofpasha9184
      @maroofpasha9184 4 роки тому +1

      Bhai aap jese logo ko dil se Salam h jo itna acha sochte h

    • @SaSa-sg7xv
      @SaSa-sg7xv 4 роки тому +1

      Good bro

    • @farooqahmad-xn9pp
      @farooqahmad-xn9pp 2 місяці тому +1

      Bhaijohn apki soch ko kardo bar naman salute hai❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤may you help god sirji. ❤

  • @mehboobraza9504
    @mehboobraza9504 4 роки тому +1

    Bahut khoob imran bhai

  • @physicsbyrasheedsir7456
    @physicsbyrasheedsir7456 4 роки тому +18

    I love you so much mere Bhai. It shows the true pain of a True Indian Muslims.