मुझे चाहे जो दो इनको कोई रंज न दो !! जे पी मनचला जी जवाबी कीर्तन कन्नौज जरूर सुने इस मुकाबले को !!

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  • Опубліковано 12 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 3

  • @ramshankar5734
    @ramshankar5734 4 дні тому

    कलम के जादूगर बड़े भैया दादा श्री जेपी मनचला जी को सादर चरण वंदन जय श्री राम ❤❤

  • @MSmanchalaUNNAO
    @MSmanchalaUNNAO 17 днів тому

    आदरणीय गुरुदेव जी के श्री चरणों में बारंबार प्रणाम है

  • @bhanvarsingh3086
    @bhanvarsingh3086 17 днів тому

    बिनय प्रेम बस भईं भवानी |खसी माल मूरति मुसुकानी ||
    गुरुवर मनचला जी की ऐसी नि:स्वार्थ व सात्विक विनय और निष्छल प्रेम के वशीभूत क्यों न हों माँ? क्योंकि अन्य देवों को तो भांति-भांति के चढ़ावे से प्रसन्न किया जाता है जैसे-
    कोउ खुश होय फूल-फल पाए, कोउ खुश होय सुगंध बसाए | लेकिन
    गिरिजा योगिराज की रानी, सो, विनय प्रेम बस भईं भवानी ||