संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें: acharyaprashant.org/enquiry?formid=209 जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों के समाधान हेतु: solutions.acharyaprashant.org
आचार्य जी के मेरे सबसे पसंदिदा video's मैं से यह एक video ❤. इसमे आचार्य जी ने झूठ मूठ के ध्यान की पोल खोल कर रख दी हैं 😮. इस मे से मुझे यह समझ आया है की ध्यान कोई एक आधे घंटे की विधी नहीं हैं. ध्यान निरंतर होना चाहिए.
Acharia ji jina maja osho nu Sun ke ayia si us ton bi jiada maja tuhanu sun ke ayia. Pata ni aih kidan hoyia. Main tan samajda si ke osho is great. But you are also great
Guru acharay ji prem purvak dhanyavad aap vishanu ka awtar ho aap sapse Mahan ho prem purvak na man aapne manki paribhasha samji he iske liye prem purvak dhanayvad
रिया जो शांति थोड़ी देर बाद अशांति में परिणीत हो जाए वो शांति थोड़ी , जिस ध्यान से तुम उठ जाओ वो ध्यान है क्या जिस जीवन से त्रस्त होकर ध्यान लगाते वो जीवन ही क्यों नहीं बदल देते 🙏🙏🙏🙏
ऐसा ध्यान करना व्यर्थ जाएगा.विचारक बदल गया तो विचार बदल गऐ.छुप के देखने को साक्षीत्व कैहते है.साक्षी भाव कैसे पाया जाऐ उसका क्या रास्ता साक्षीत्व कोई भाव नही होता.हमारा जो मै है वो बडा तडपता है हर चीज से नाता बनाने को.विचार मन को आऐ विचार भाव मै पर न छा जाऐ.मै विचार का विषय न बने.मै को मन से मत जोडीये साक्षी से जोडीए
ओशो महासागर है मछली को पकडने के लिए जैसे आटा लगाते है वैसे ही ओशो बहलाते फुसलाते है शुरू शुरू मे कहते है क्या तुम इतने निर्धन हो 24 घंटे मे से बस एक घंटा भि ध्यान के लिए नही निकाल सकते ..... फिर कहेंगे ध्यान कोई एक घंटे करने की बात है तुम्हे तो 24 घंटे ध्यान मे ही रहना पडेगा ... 🙏🙏🙏🌹🙏🙏🙏 ओशो महासागर है ओशो की सभी ध्यान विधीया बस यह बताने के लिए है या महसूस कराने के लिए है की एक घंटे ध्यान के बाद मन की जो भावदशा या मनोदशा 2-120 मिनट तक रहती है ( समय : ध्यान कि विधी पर कितनी गहनता व सजगता से अमल किया है उस पर निर्भर करेगा ) वो 24 घंटे भी रखी जा सकती है एक तरह से ईसे ध्यान का नशा भी कहते है जिन्हे लत लगी तो लगी फिर लोग 20-20 साल तक लगे रहते है ध्यान करने मे लेकीन जैसे ही वो उस माहोल से बाहर निकलते है ऊनके भीतर ,काम ,क्रोध , लालच ,ईर्षा , महत्वाकांक्षा ,बनावटीपन जन्म लेने लग जाते है .... वैसे लोग फिर आश्रम कि और भागते है ध्यान करने के लिए... और यह चक्र चलता ही जा रहा है सजगता और होश ही महत्वपूर्ण है 24 घंटे शुरू शुरू मे 15 मिनट से स्टार्ट कर सकते है ओशो ने बाद के प्रवचनो मे यही कहा है होश और सजगता विचारो के प्रति बुध्द ने भी यही कहा है अंतिम समय मे अपो: दिपो भवो: 🙏🙏🙏🌹🙏🙏🙏
Aaachrya Ji Parnaam Dhyaan m baith k ye katayi mumkin nahi reha mere expeirnce m ki Sab vichar aache ho gaye, 1 ghante evening m agar baitha hu to vichar ussi trah k aate h jaisi din m bhavana rehi h, Sab aache hi vichar aa jayenge jab vichar dekhne baithe h to ye baat bilkul samjh nahi aa rehi Aachrye ji...Please explain a bit further on it
Advait Boadh Shivir Kab aur Kitne din Ka Hota Hai ? Aur Uska Kharcha Kitna Hota Hai. I am 67 and habitual of Mumbai Environment, Whether a Person like me can attend it successfully. ?
madhav pande नमस्कार, माधव जी 💐 67 की उम्र में भी इतनी तीव्र मुमुक्षा! साधुवाद है आपको। सद्गुरु-दर्शन हेतु भेजी गई आपकी इस अर्जी को अंजाम देना मेरा दायित्व है। मैं प्रशांतअद्वैत फाउंडेशन का स्वयंसेवी अंशु शर्मा हूँ। आप कृपया अपना फ़ोन नंबर या तो यहां साँझा करें, अपितु मुझसे +91-8376055661 पर संपर्क करें। आपको अद्वैत बोध शिविर एवं सभी और कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी। 💐
AVINASH PARMAR Ji - बिलकुल ग़लत नहीं ठहरा रहे आचार्य जी किसी बुद्धपुरूष को। अपितु जान पड़ता है कि आप वही सुन रहे हैं जो सुनना चाहते हैं, कृपया आचार्य जी को सिर्फ़ सुने अर्थात पूर्वनिर्धारित मन बनाकर नहीं फिर जो सवाल उठेगा उसकी गरिमा कुछ अलग होगी । क्या आपने आचार्य जी की अन्य videos देखीं हैं? कृपया जुड़े रहिए, अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा 👍
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जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों के समाधान हेतु: solutions.acharyaprashant.org
Pranam
Gurudev apka bohot abhar , dhanyawad shabdo mein vyakt nhi kr skte❤ apne bahut asan kr diya ☺️
आचार्य जी के मेरे सबसे पसंदिदा video's मैं से यह एक video ❤.
इसमे आचार्य जी ने झूठ मूठ के ध्यान की पोल खोल कर रख दी हैं 😮. इस मे से मुझे यह समझ आया है की ध्यान कोई एक आधे घंटे की विधी नहीं हैं. ध्यान निरंतर होना चाहिए.
*_जब तमाशा हो रहा हो तब आँखें खोलो, इसका नाम है ध्यान। ~ आचार्य जी_*
*_योग का अर्थ होता है कि तुम मिटे। योग का अर्थ वास्तव में जुड़ना नहीं मिटना है। मिटो, बेहतर मत बनो। ~ आचार्य जी_* 🌿
Dhyaan ki vidhiyon ke upar itni spasht baat ki...Bahut kuch spasht hua, purani dhool udi...
Acharaya ji full of Depth, Maturity, knowledge and ultimate in delivering the message. 🙏🙏🙏
जो चल रहा है वो चल रहा है, अंदर बाहर हमको फर्क नहीं पड़ता, 🙏🙏🙏
Acharia ji jina maja osho nu Sun ke ayia si us ton bi jiada maja tuhanu sun ke ayia. Pata ni aih kidan hoyia. Main tan samajda si ke osho is great. But you are also great
*_तुम गलत जीवन जी रहे हो, उसी की सजा है तनाव। ~ आचार्य जी_* 🌿
dobara fir dekha
...kmaaal Guru dev kmaaal...
..
रिया धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Guru acharay ji prem purvak dhanyavad aap vishanu ka awtar ho aap sapse Mahan ho prem purvak na man aapne manki paribhasha samji he iske liye prem purvak dhanayvad
रिया जो शांति थोड़ी देर बाद अशांति में परिणीत हो जाए वो शांति थोड़ी , जिस ध्यान से तुम उठ जाओ वो ध्यान है क्या जिस जीवन से त्रस्त होकर ध्यान लगाते वो जीवन ही क्यों नहीं बदल देते 🙏🙏🙏🙏
I just love this man!❤
Pranam Acharya Jee 🙏🙏🙏🙏🙏
चरण स्पर्श, आचार्य जी...🙏🏻🙇🏻
100% सत्य साक्षी की तरफ यात्रा को एक नए तरीके से बोध कराने के लिए धन्यवाद आभार 🙏🙏🙏🙏🙏
Key - action mode of camera...kya andaaz hai samjhaane ka ...Dhanyavaad Acharya ji
आप जो अनुभव प्राप्त किए हैं यह जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है धन्यवाद
खेल रुकवा के तुम कह रहे हो हम खेल देखने जा रहे हो ❤.9:05
true
Pranam acharya ji
Right guru ji
I think this will be the second stage of dhyan
This is true and only stage of Dhyan. Be here, be graced. 🌿🌺
Great sir mera faltu time pass chal raha tha ab dhyan se karunga
ऐसा ध्यान करना व्यर्थ जाएगा.विचारक बदल गया तो विचार बदल गऐ.छुप के देखने को साक्षीत्व कैहते है.साक्षी भाव कैसे पाया जाऐ उसका क्या रास्ता साक्षीत्व कोई भाव नही होता.हमारा जो मै है वो बडा तडपता है हर चीज से नाता बनाने को.विचार मन को आऐ विचार भाव मै पर न छा जाऐ.मै विचार का विषय न बने.मै को मन से मत जोडीये साक्षी से जोडीए
Acharay g apka spich bhutacha or sundar ha
बहुत उपयोगी जानकारी
Unke. Mil. Jana. Prabhu Guno.man.aur.prabhu.angikar.ho.jana.sakshat.hona.sakshi.hai
Dhanyavaad Acharya ji,
Bhram toda aapne!
प्रणाम आचार्य जी।
गुरु को सर पर राखिये चलिये आज्ञा माहि।
कहैं कबीर ता दास को, तीन लोक भय नाहीं।।
-संत कबीर दास
Love you Acharya g 😍
Amazing teaching ❤ 😊
Excellent 💖
Pranam guruji
Best. 👌👌
Good ❤️🌹❤️🌹🌹❤️🌹🌹
Supar
Beautiful
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
👌👌👌🙏😔😔
🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💘💘💘💘💘💘💘
ओशो महासागर है
मछली को पकडने के लिए जैसे आटा लगाते है
वैसे ही ओशो बहलाते फुसलाते है
शुरू शुरू मे कहते है क्या तुम इतने निर्धन हो
24 घंटे मे से बस एक घंटा भि ध्यान के लिए नही
निकाल सकते .....
फिर कहेंगे ध्यान कोई एक घंटे करने की बात है
तुम्हे तो 24 घंटे ध्यान मे ही रहना पडेगा ...
🙏🙏🙏🌹🙏🙏🙏
ओशो महासागर है
ओशो की सभी ध्यान विधीया
बस यह बताने के लिए है या महसूस कराने के लिए है
की
एक घंटे ध्यान के बाद
मन की जो भावदशा या मनोदशा 2-120 मिनट तक रहती है ( समय : ध्यान कि विधी पर कितनी गहनता व सजगता से अमल किया है उस पर निर्भर करेगा ) वो 24 घंटे भी रखी जा सकती है
एक तरह से ईसे ध्यान का नशा भी कहते है जिन्हे लत लगी तो लगी फिर लोग 20-20 साल तक लगे रहते है ध्यान करने मे
लेकीन जैसे ही वो उस माहोल से बाहर निकलते है ऊनके भीतर ,काम ,क्रोध , लालच ,ईर्षा , महत्वाकांक्षा ,बनावटीपन जन्म लेने लग जाते है ....
वैसे लोग फिर आश्रम कि और भागते है
ध्यान करने के लिए...
और यह चक्र चलता ही जा रहा है
सजगता और होश ही महत्वपूर्ण है 24 घंटे
शुरू शुरू मे 15 मिनट से स्टार्ट कर सकते है
ओशो ने बाद के प्रवचनो मे यही कहा है
होश और सजगता विचारो के प्रति
बुध्द ने भी यही कहा है अंतिम समय मे
अपो: दिपो भवो:
🙏🙏🙏🌹🙏🙏🙏
❤❤❤
🌹🌹🍁🍁
Yog. Mins. Pasar. Ko. Sametna.kabhi.fir.mat.pasarna.nahi.to.kya.hoga.jano.tute.se.jute.nahi.jute.to.ganth.per.jay.aage.badhne.ka.rastaabrudh.hota.jayega
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
Aaachrya Ji Parnaam
Dhyaan m baith k ye katayi mumkin nahi reha mere expeirnce m ki Sab vichar aache ho gaye, 1 ghante evening m agar baitha hu to vichar ussi trah k aate h jaisi din m bhavana rehi h, Sab aache hi vichar aa jayenge jab vichar dekhne baithe h to ye baat bilkul samjh nahi aa rehi Aachrye ji...Please explain a bit further on it
Acharya ji aap ka baat sahi lag raha h..lekin buddh, osho, jese mahapurush dhyan bidhi ko itni importance kyun dete h..jese buddh Vipasana ko dete the
dhyan to spirituality ka part h aur sadion se chali arahi
Acharya ji is not against dhyan, but is against wrong type of dhyan. I am also follower of Osho and Buddha.
Really ap ki batein sunn k lagta hai ki abi tk sbne kitna jhuth samjhaya or dikhaya hai
Subah. Sham. Dhyan. Ka. Birodhi. Bano. Nahi. 24.ghanton.dhyan.me.rahna.sikho.. Jaise. Police. Nissan. Dehi. Ko. Pakarne. Ke. Liye. Arm. Less. Rahte. Hai. Chor. Ko. SamneSe. Gujarna. Kya. Sambh. Hai. Ye. Hai. Chand. Sa may. Ka. Dhyan
🙏🪔🌹🪔🙏
"Daynemic" kya hota h ?
Joor.dar
Advait Boadh Shivir Kab aur Kitne din Ka Hota Hai ? Aur Uska Kharcha Kitna Hota Hai. I am 67 and habitual of Mumbai Environment, Whether a Person like me can attend it successfully. ?
madhav pande
नमस्कार, माधव जी 💐
67 की उम्र में भी इतनी तीव्र मुमुक्षा! साधुवाद है आपको।
सद्गुरु-दर्शन हेतु भेजी गई आपकी इस अर्जी को अंजाम देना मेरा दायित्व है। मैं प्रशांतअद्वैत फाउंडेशन का स्वयंसेवी अंशु शर्मा हूँ। आप कृपया अपना फ़ोन नंबर या तो यहां साँझा करें, अपितु मुझसे +91-8376055661 पर संपर्क करें।
आपको अद्वैत बोध शिविर एवं सभी और कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी। 💐
🙏🙏🙏 no words
Andha. Andhi.. Theliya
Dono. Koop.parant
To kya guruji app ramkrishna paramhansh aur swamivivekanada ji ko galat tharadrahey hai
AVINASH PARMAR Ji - बिलकुल ग़लत नहीं ठहरा रहे आचार्य जी किसी बुद्धपुरूष को। अपितु जान पड़ता है कि आप वही सुन रहे हैं जो सुनना चाहते हैं, कृपया आचार्य जी को सिर्फ़ सुने अर्थात पूर्वनिर्धारित मन बनाकर नहीं फिर जो सवाल उठेगा उसकी गरिमा कुछ अलग होगी । क्या आपने आचार्य जी की अन्य videos देखीं हैं? कृपया जुड़े रहिए, अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा 👍
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Aacharyaji Pranam !!!
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Aacharyaji Pranam !!!
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