*💐 प्रासांगिक चर्चा ; -- स्वाधीनता संग्राम में एक धरा अंग्रेजों के ही मातहत और पिट्ठू थे और वैसी विचार वाले ही आजकल सत्ता में हैं और उन्हीं की लाइन पर चलते भी हैं !!* *फर्क बश इतना भर है कि वो गोरे थे लेकिन ये काले वाले हैं !! *💐 जहांतक वाजपेयी जी के गिरफ्तार होने की बात है वह बचकानी सहज कौतूहल बश हो गयी थी , भीड़ को देखने की उत्कण्ठा में !! , समूह के साथ एक संयोग बश हो गया !! वे तब सिर्फ 16 वर्ष के थे !! यह बात और है कि बाद में वाजपेयी जी पार्टी लाइन से अलग मानवता के ही पक्षधर रहे !!* *💐उस आंदोलन के सूत्रधार , कर्ताधर्ता , अगुवा गांधी जी , सुभाष चन्द्र बोस , नेहरू जी , चन्द्रशेखर आज़ाद , भगत सिंह , राजगुरु , सुखदेव , ऊधम सिंह , लाला लाजपत राय , जैसे अनेकानेक देशप्रेमी और स्वाभिमानी क्रांतिकारी सक्रिय थे !! प्रथमतः आदरणीय मङ्गल पांडे जी से विद्रोह आरम्भ हुआ था !! बाद में क्रांतिकारियों में भी दो फार हो गया था , गरम दल व नरम दल !! गरम दल वालों की धारणा और मान्यता थी कि उग्र प्रतिरोध एवं हिंसा से ही फिरंगियों को भगाया जा सकता है !!* *💐उधर गांधी जी के सत्य और अहिंसा के साथ भी अपार जनसैलाब था भरोसे के साथ !! वे बेहद लोकप्रिय थे !!* *गांधीजी का यह सत्य कि भारत देश को अंग्रेज छोड़े क्योंकि यह उनका नहीं है ! उन्होंने सविनय अवज्ञा का सूत्र दिये जो काफी कारगर रहा !! महानुभाव आज भी उसी की जरूरत है क्योंकि सब अपने ही हैं , वहिष्कार हो !!* *💐संक्षेप में कुल मिलाकर दोनों धरों के प्रयास, प्रभाव व पहल से अंग्रेज भयभीत हो गए , दबाव में आ गए और भारत छोड़ने का फैसला लिये !!* *💐गौर करें कि बिना मीडिया तथा संसाधनों के उन दृढ़ निश्चयी थोड़े से अग्रणी नागरिक जनजागृति लाने में सफल हुए थे ,, उन्हें कोटिशः नमन है !! देश उनसबों का ऋणी है ! उनके त्याग और बलिदान से ही भारत आज आज़ाद है !! लेकिन उनके उनके सारे सपने तारतार हो गये हैं !!* *💐राजनीति व सत्ता का वीभत्स तथा विकृत रूप सामने है और विडम्बना है कि इसे ही समाजसेवा और देशप्रेम मान लिया गया है !! इसके लिये व्यवस्थागत दोष ही जिम्मेदार है !! हमें आत्म-कुण्ठाओं से मुक्त होना होगा , हिम्मत करना होगा !! परिवर्तन लाना बहुत कठिन नहीं है क्योंकि फॉर्मूला या चाभी मिला हुआ है !!* *💐 आमजन स्वाधीनता के स्वाद से वंचित है और हमेशा ही रहेगा क्योंकि सिस्टम ही अनर्गल है ! अतएव चीजों को सही पटरी पर लाने के लिये बहुत ईमानदार चेष्टाएँ करने की आवश्यकता है " विशुद्ध देशभक्ति और मानवीय* *संवेदनाओं से युक्त , जनमत के अनुसार नीतियां व नई ढर्रा बननी चाहिए जो कि सम्भव है !! हमसभी को नये सिरे से सोचने की जरूरत है जिससे दशा और दिशा उत्तम तथा सुनिश्चित हो जाए !! जाति , धर्म , क्षेत्र आदि के घेरे से खुद को आज़ाद करें , सब मुछ नष्ट हो जाने वाला है !! वर्तमान में यही सर्वाधिक महत्व की जरूरत है और साथ ही नागरिक कर्त्तव्य भी !!* *💐ऐसा सुखद बदलाव तभी सम्भव होगा जब ज़मीनी सतह से तटस्थ और ईमानदार सोच हो , हवाहवाई नहीं !! अतः "वैचारिक क्रांति" को फालतू या अन्यथा ना समझें !!,,* *💐 -- विनीत भवदीय डी0 नारायण ,, प्रस्तावक ; अनोखा व पारदर्शी पद्धति -- "स्वदेशी शासन-प्रणाली" ,, देश की एक आदर्श मानवतावादी चिंतन धारा !! कायाकल्प के लिये समर्पित !! 7979818385 ,,* 💐💐💐💐💐💐💐
Je AK Soul Journey Thi❤🎉❤
हर हर महादेव ओम् नमो भगवते रुद्राय नमः ॐ नमः शिवाय ॐ ❤❤❤🎉🎉🎉
बहुत ही सुंदर और बेहतरीन कहानी है
Real story 🎉
❤❤❤❤❤❤❤❤ NICE STORY VAI ..KAHA SE LATE HO ITNI VAYANAK VAYANAK KAHANI YAAR DILL KHUSH HO GAYA ..MIND BLWOING STORY YAAR ...
👌👌
Is lok ke bare mai pehli bar suna...14 lok ke bad ye khan se aa gya
कहानी अच्छा है
*💐 प्रासांगिक चर्चा ; -- स्वाधीनता संग्राम में एक धरा अंग्रेजों के ही मातहत और पिट्ठू थे और वैसी विचार वाले ही आजकल सत्ता में हैं और उन्हीं की लाइन पर चलते भी हैं !!* *फर्क बश इतना भर है कि वो गोरे थे लेकिन ये काले वाले हैं !!
*💐 जहांतक वाजपेयी जी के
गिरफ्तार होने की बात है वह बचकानी सहज कौतूहल बश हो गयी थी , भीड़ को देखने की उत्कण्ठा में !! , समूह के साथ एक संयोग बश हो गया !! वे तब सिर्फ 16 वर्ष के थे !! यह बात और है कि बाद में वाजपेयी जी पार्टी लाइन से अलग मानवता के ही पक्षधर रहे !!*
*💐उस आंदोलन के सूत्रधार , कर्ताधर्ता , अगुवा गांधी जी , सुभाष चन्द्र बोस , नेहरू जी , चन्द्रशेखर आज़ाद , भगत सिंह , राजगुरु , सुखदेव , ऊधम सिंह , लाला लाजपत राय , जैसे अनेकानेक देशप्रेमी और स्वाभिमानी क्रांतिकारी सक्रिय थे !! प्रथमतः आदरणीय मङ्गल पांडे जी से विद्रोह आरम्भ हुआ था !! बाद में क्रांतिकारियों में भी दो फार हो गया था , गरम दल व नरम दल !! गरम दल वालों की धारणा और मान्यता थी कि उग्र प्रतिरोध एवं हिंसा से ही फिरंगियों को भगाया जा सकता है !!*
*💐उधर गांधी जी के सत्य और अहिंसा के साथ भी अपार जनसैलाब था भरोसे के साथ !! वे बेहद लोकप्रिय थे !!* *गांधीजी का यह सत्य कि भारत देश को अंग्रेज छोड़े क्योंकि यह उनका नहीं है ! उन्होंने सविनय अवज्ञा का सूत्र दिये जो काफी कारगर रहा !! महानुभाव आज भी उसी की जरूरत है क्योंकि सब अपने ही हैं , वहिष्कार हो !!*
*💐संक्षेप में कुल मिलाकर दोनों धरों के प्रयास, प्रभाव व पहल से अंग्रेज भयभीत हो गए , दबाव में आ गए और भारत छोड़ने का फैसला लिये !!*
*💐गौर करें कि बिना मीडिया तथा संसाधनों के उन दृढ़ निश्चयी थोड़े से अग्रणी नागरिक जनजागृति लाने में सफल हुए थे ,, उन्हें कोटिशः नमन है !! देश उनसबों का ऋणी है ! उनके त्याग और बलिदान से ही भारत आज आज़ाद है !! लेकिन उनके उनके सारे सपने तारतार हो गये हैं !!*
*💐राजनीति व सत्ता का वीभत्स तथा विकृत रूप सामने है और विडम्बना है कि इसे ही समाजसेवा और देशप्रेम मान लिया गया है !! इसके लिये व्यवस्थागत दोष ही जिम्मेदार है !! हमें आत्म-कुण्ठाओं से मुक्त होना होगा , हिम्मत करना होगा !! परिवर्तन लाना बहुत कठिन नहीं है क्योंकि फॉर्मूला या चाभी मिला हुआ है !!*
*💐 आमजन स्वाधीनता के स्वाद से वंचित है और हमेशा ही रहेगा क्योंकि सिस्टम ही अनर्गल है ! अतएव चीजों को सही पटरी पर लाने के लिये बहुत ईमानदार चेष्टाएँ करने की आवश्यकता है " विशुद्ध देशभक्ति और मानवीय* *संवेदनाओं से युक्त , जनमत के अनुसार नीतियां व नई ढर्रा बननी चाहिए जो कि सम्भव है !! हमसभी को नये सिरे से सोचने की जरूरत है जिससे दशा और दिशा उत्तम तथा सुनिश्चित हो जाए !! जाति , धर्म , क्षेत्र आदि के घेरे से खुद को आज़ाद करें , सब मुछ नष्ट हो जाने वाला है !! वर्तमान में यही सर्वाधिक महत्व की जरूरत है और साथ ही नागरिक कर्त्तव्य भी !!*
*💐ऐसा सुखद बदलाव तभी सम्भव होगा जब ज़मीनी सतह से तटस्थ और ईमानदार सोच हो , हवाहवाई नहीं !! अतः "वैचारिक क्रांति" को फालतू या अन्यथा ना समझें !!,,*
*💐 -- विनीत भवदीय डी0 नारायण ,, प्रस्तावक ; अनोखा व पारदर्शी पद्धति -- "स्वदेशी शासन-प्रणाली" ,, देश की एक आदर्श मानवतावादी चिंतन धारा !! कायाकल्प के लिये समर्पित !! 7979818385 ,,* 💐💐💐💐💐💐💐
Sachhi stories hai ya kalpnik
काल्पनिक 🙏🙏
Es video se bahut badi milta hai
@@DharmAurKarm2024
Aa buddhu loko ne darav vaani kzlpznik kshsni chhe
Bhai aryan me eda kuch h jo wo nai krsakta mujai pegta gangadher hi aryan h
Bhai kuch or ker lo...
Thank You so much, मेरा अगला Video जरूर देखिये 🙏🙏🙏
Ulti pulti story aryan ko kya introduced
पिक्चर के लिये ये कहानी रामसे बंधु को देखो पिक्चर बहोत पैसा कमायेगा