जब भागवन ने दर्शन चरम चक्षु का दर्शन छोड़ा और चक्षु, अचक्षु, अवधि को छोड़ा और तीन दर्शन को माटी में मिला दिये दर्शनावरणी कर्म के क्षय होने पर अनंत दर्शन हुआ रिमी जैन जतारा
ये दर्शन चरम चक्षु का दर्शन भी छोड़ा और चक्षु, अचक्षु, अवधि को छोड़ा और तीन दर्शन को माटी में मिला दिया तब जाकर के केवल दर्शन प्रकट हुआ दर्शनावरणी कर्म के क्षय होने पर अनंत दर्शन हुआ भूमि जैन Mungaoli
चर्म चक्षु का दर्शन छोड़ा,चक्षु अचक्षु अवधि इन तीनों दर्शन को माटी में मिला दिया तब केवल दर्शन प्राप्त हुआ जिसे अनंत दर्शन कहते हैं। 🙏🙏🙏
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जब भागवन ने दर्शन चरम चक्षु का दर्शन छोड़ा और चक्षु, अचक्षु, अवधि को छोड़ा और तीन दर्शन को माटी में मिला दिये दर्शनावरणी कर्म के क्षय होने पर अनंत दर्शन हुआ
रिमी जैन जतारा
दर्शन वर्णी कर्म के कसने से या क्षय होने से अनंत दर्शन की प्राप्ति होती है श्रीमती साक्षीजैन मुंगावली
6:25 sushama sukesh jain
ये दर्शन चरम चक्षु का दर्शन भी छोड़ा और चक्षु, अचक्षु, अवधि को छोड़ा और तीन दर्शन को माटी में मिला दिया तब जाकर के केवल दर्शन प्रकट हुआ दर्शनावरणी कर्म के क्षय होने पर अनंत दर्शन हुआ
भूमि जैन Mungaoli
, darshna varani. Karam ke ksnay se anant darshan ki prapti hoti hai
darshna. Varni karam ke kshay sea.nant darshan ki prapti hoti hai. Sushama sukesh jain