Utare mujhme adiyogi (दूर उस आकाश की गहराइयों में, एक नदी से बह रहे हैं आदियोगी)song ||Kailash Kher

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  • Опубліковано 11 вер 2024
  • Adiyogi: The Source Of Yoga song
    दूर उस आकाश की गहराइयों में,
    एक नदी से बह रहे हैं आदियोगी,
    शून्य सन्नाटे टपकते जा रहे हैं,
    मौन से सब कह रहे हैं आदियोगी,
    योग के स्पर्श से अब योगमय करना है तन-मन,
    साँस सास्वत सनन सनननन,
    प्राण गुंजन धनन धन-धन,
    उतरे मुझमे आदियोगी,
    योग धारा चलत छण छण,
    साँस सास्वत सनन सनननन,
    प्राण गुंजन धनन धन-धन,
    उतरे मुझमे आदियोगी,
    उतरे मुझमे आदियोगी..

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