Kedarnath Dham Yatra 2024 | Chardham Yatra Record Tourist | NO One Cares About Himalayas Uttarakhand
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- Опубліковано 12 тра 2024
- उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरु हो चुकी है। और शुरुआती तीन दिनों ने बता दिया है कि इस बार फिर यात्रियों का रिकॉर्ड टूटने वाला है। लेकिन सवाल केदारनाथ धाम के महत्व, हिमालय की चुनौतियों और यात्रा की व्यवस्थाओं का है। क्या सोशल मीडिया का रील कल्चर तीर्थ यात्राओं के महत्व और पवित्रता पर ग्रहण लगा रहा है.. कौन बचाएगा तीर्थ की आत्मा को... देखिए आंखे खोल देने वाला वीडियो।
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केदारनाथ धाम के महत्व और सुरक्षा पर हमारे पुराने वीडियो देखें यहां-- • KEDARNATH DHAM YATRA 2...
• Kedarnath में भव्यता क...
• Kedarnath Dham Closed ...
• Joshimath Sinking: धार...
सिर्फ मोबाइल बैन कर दीजिए पहाड़ों पर फिर देखिए कितने श्रद्धालु है😂
Only Keypad phone allow hona chahiye
इस बार मोदी जी को वोट सिर्फ वोट ही नहीं है, एक सच्ची श्रद्धांजलि है उन राम भक्त बलिदानी को 🙏🙏🙏🙏🌹🙏🌹🙏🙏🙏🙏
@@Minakshi_saini385absolutely phone jaruri hai pr keypad wala ok
Jai shree kedarnath 🙏🚩
Kartik...sahi farmaya aapne..half public gayab ho jayegi..aur shivbaba aapko thank you pakka kahenge..sach mein ye karna chahiye hi..
बिल्कुल सही बात कही मीनाक्षी।इतनी सारी भीड़ और सड़क पर चलती अंधाधुन्द भीड़ ने उत्तराखंड की शांत वादियों को असांत कर दिया।
Good job
इस बार मोदी जी को वोट सिर्फ वोट ही नहीं है, एक सच्ची श्रद्धांजलि है उन राम भक्त बलिदानी को 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🙏🙏🙏
Jab bhid ko niyantrit karne ka govt pryas kiya to vaha ke logo ne hadtal saru mrdi tab aap logo ne Rona dhona chalu kiya tha ki govt Galt Kar rahi he govt covta sistam lagu Karna chahti he or aap log hi hadtal ki repoting kr ke hala ma cha rahe the 10 din pahele
Agree 100% 🙏
Delhi me bhi behaut bheed kar di hai
आपने बहुत ही सुन्दर और सटीक मुद्दा उठाया है. लोगों ने धार्मिक स्थलों और आस्था को दिखावे का साधन बना लिया है.
आस्था और धर्म ने अब दिखावे का रूप धारण कर लिया है
बहुत सही , रोंगटे खड़े करने वाला सच, बाबा केदार इन लोगों को सद बुद्धि दें
१००% सत्य ! मैं वृंदावन गया था , ब्लैक एंड व्हाइट फोन लेकर, मैं उस तीर्थ स्थान को जीना चाहता था ! भक्ति सिर्फ मोबाइल पर ही सीमित रह गई है ! ईश्वर हृदय का विषय है प्रदर्शन का नहीं ! राधे राधे 🙏
Akshardham jao bhai❤
इस बार मोदी जी को वोट सिर्फ वोट ही नहीं है, एक सच्ची श्रद्धांजलि है उन राम भक्त बलिदानी को 🙏🙏🙏🙏🌹🙏🌹🙏🙏🙏🙏🙏
भक्ति का महत्व अब बदल गया है। तीर्थ का अर्थ अब पिकनिक रह गया है। सोशल मीडिया में लाइक पाने का साधन बन गया है।
अब तो श्रद्धालु बोलना भी गलत लग रहा है। टूरिस्ट ही बोलना पड़ेगा।
Right bro
Kuoki bhalat ke pas jyada paise bhi ni rahte ye blogger jyada paisa dekar enjoy karte h
Yahi fashion ho gya h tilak .....gerua vastra .....bhakt ki trah dikhna.....
पहाड़ी ब्लॉगर cool pahadi Preeti Rana पता नहीं कितने पहाड़ी ब्लॉगर की वजह से हुआ है जो देव भूमि से ही है
भाई तीर्थ धर्म यात्रा को पिकनिक तरह नहीं लेना चाहिए यह बात बिल्कुल सही है पर एक पंथ दो काज करने में क्या गलत है बच्चों में धर्म यात्रा के जरिये हमारे कल्चर का यथार्थ ज्ञान होने के साथ साथ उनमें आध्यात्मिक गुण शक्ति का संचार होने की प्रबल संभावना होती है अब बच्चों का या जो किशोरावस्था में जो होंगे उनकी मनोदशा इस उम्र में साधुओं जैसी हो इसकी सम्भावना बहुत कम होती है इसलिए वो स्पेशली सिर्फ़ धर्म यात्रा पर जाने के लिए उत्सुक हो यह मुश्किल है इसलिए अगर उन्हें उनके अभिभावक धुमाने के नाम से वेकेशन ट्रिप के नाम से धर्म यात्रा पर ले जाते हैं तो यह किसी भी तरह से अनुचित नहीं है एक समय था कि आमतौर पर मई जून में सबसे ज्यादा भीड़ सिर्फ गोवा मनाली नैनीताल दार्जलिंग जैसे जगहों पर ही होती थी अभी भी होती है पर अब धार्मिक स्थलों पर स्पेशली जो प्राकृतिक सौंदर्य से भी परिपूर्ण हैं उन पवित्र स्थलों की तरफ अब लोग ज्यादा आकर्षित हो रहे क्योंकि वो इसे एक पंथ दो काज की तरह ले रहे
एक आपदा देख चुके हैं,, अब दूसरी की त्यारी है,,, ठीक कहा बेटी,,,,,,, सतीश कुमार आर्य,,,,,, वैदिक पथ
बहुत सुंदर
"उत्तराखंड की बेटी की अपील "
हमारे (उत्तराखंड के मूल निवासियों ) के मनोभावों को आवाज देने के लिए धन्यवाद
आशीर्वाद !
मीनाक्षी कंडवाल मैम का हिमालय की पीड़ा को झकझोर देने वाला विवेचन , पहाड़ की बिटिया को सैल्यूट । हर हर महादेव ।🙏🙏🙏❤❤❤
बाबा केदारनाथ जी के दर्शन के लिये सरकार कोई ऐसा नियम बनाये की सोनप्रयाग से ऊपर किसी को भी मोबाइल और कैमरे ले जाने की परमिशन ना हो ..... जय बाबा केदारनाथ ❤❤❤
Fir to adhi bheed waise hi kam ho jayegi😂😂
Sahi pakde hain😂😂😂😂😂
तब केवल सर्धालु ही जायेंगे जै बाबा केदार 🙏🌿
Jiy kedAr baba
@@HardeepSingh-dg1up Aacha hai Bhakti me phone ka kya kaam.
आप ने एक बहुत ही संवेदनशील और सही बिषय पर चिंता व्यक्त की है...धामों में हर प्रकार का प्रदूषण बढा है...अत: नियंत्रण अति आवश्यकीय है...मीनाक्षी जी को साधुवाद...धन्यवाद...👍👍👍
मीनाक्षी बहन जी
सच्चाई को सामने लाने के लिए आपके जज़्बात को सादर नमन।
राजनीतिज्ञ और प्रशासन ने तो उत्तराखंड को बर्बाद और बदनाम करने में कोई कसर नही छोड़ी है।
बाबा केदानाथ जी ही हमें और हमारी संस्कृति को बचा सकते हैं।
जय श्री केदारनाथ जी।
आपकी बात 16 आने सही है,ये कटु सत्य है के मात्र,1% ही लोग तीर्थ करने जाते हैं बाकी छपरी हैं। बाबा इन्हें सद्बुद्धि दे।🙏🙏🙏🙏
बहन जी बहुत सुंदर विश्लेषण।आपकी कोशिश को सादर वंदन ।
में 2009 से 2023 तक 21 बार राजस्थान से चार धाम यात्रा कर चुका हूं। ओर जो प्रकृति का अनुभव 2009 में था 2023 तक वो सब खो गया है। विकास के नाम पे प्रकृति को रौंद दिया गया है। 2013 का हाल हम सब ने देखा के खुद आपदा के बाद 20 जून को राहत सामग्री सहित वहां पहुचा था और प्रकृति का तांडव आंखों से देखा था। बावजूद इसके न सरकार और न ही लोग इसके लिए संवेदनशील है।
सरकार के साथ स्थानीय लोगो को इसके लिए संवेदनशील होना होगा। फैसला सब को करना है कि रोज़ सोने का अंडा चाहिए या एक दिन में।
आपको कोशिश के लिए पुनः सादर वंदन।
🙏
आपकी बात बहुत सही है और सुंदर है आपकी बातों ने सब सब्जेक्ट सब आदमी की आंख खुलना चाहिए और मां आपकी बातों का कहीं भी का समर्थन करता हूं 100%
आपकी पूरी बात सही है भक्ति के नाम पर दिखावा है कि हमने चारधाम यात्रा किये ।उत्तराखंड के कण कण में भक्ति की धारा बहती है इसलिए तो देवभूमी है 🙏🙏💐मैं छ. ग. से आई हू बच्चों के साथ अपने भाई के पास जो कि बी एस एफ में डोईवाला में है हमलोग भी बद्रीनाथ दर्शन पर जाने वाले थे पर न्यूज पर हालात देखकर हमने अपना फैसला बदल लिया। नवंबर में भगवान के दर्शन करने जरूर आयेंगे। आपका बहुत बहुत धन्यवाद। 🙏🙏💐💐
बिल्कुल सही बोला mam आपने लोगों ने उत्तराखंड का विनाश कर दिया 😢😢😢😢 दर्शन के नाम पे 😢😢😢
उत्तराखंड के लोगों को तो चार धाम यात्रा बमुश्किल नसीब होती है । ये वे लोग हैं जो उत्तराखंड राज्य से बाहर के हैं। मैं उत्तराखंडी नहीं हूँ परंतु मेरे in laws उत्तराखंड से हैं । मैं अपने In Laws को लेकर पहली बार सन २००३ में बद्रीनाथ मंदिर के दर्शन करवाने लेकर गया था । ध्यान देने वाली बात यह है कि मेरे ससुर जी जो कि १९८१ (1981) में ही स्वर्ग सिधार चुके हैं बद्रीनाथ धाम में business किया करते थे परंतु उनके परिवार ने कभी भी बद्रीनाथ के दर्शन तक नहीं किए थे ।
केदारनाथ मंदिर जाने के लिए कुछ नियम बना देना चाहिए, जैसे मोबाइल फोन, कैमरा नही लेकर जाना है, यात्रा में घोड़े और पिट्ठू पर नही जाना है, पूरे रास्ते नन्गे पाँव जाना है बगैर जूते चप्पल के,इन नियमों के लगने से बहुत हद तक छपरी लोग नही जाएंगे, इनलोगो के कृत्यों को देखकर मैं पिछले चार साल से इस आध्यात्मिक यात्रा को टाल दे रहा हूँ, पता नहीं इस जीवन में बाबा केदारनाथ के दर्शन होंगे भी की नही,जैसे कांवड़ यात्रा में यात्री नँगे पैर रहते हैं उसी प्रकार का नियम लगाना चाहिए।
Niyan banana chati thi govt but yahi log hala ma cha rakha tha 10 din pahele ki sthani logo ki aay band Karna chahti he govt covta sistam chalu krke
सही बात
Helicopter bhi nahin Chalna chahie vahan per Jay Baba Kedar
@@kunwarsoniyalofficial4234 जी बिल्कुल सही
मैं आपकी बातों से बिल्कुल सहमत हूं.. पहले लोग जिंदगी के सारे महत्वपूर्ण कार्य करने के बाद तीर्थ यात्रा पर जाते थे लेकिन आज के युवा अपने बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड के साथ पिकनिक मनाने पहाड़ों के धार्मिक स्थलों पर जा रहे है 👍
शिव आपका, भी, कल्याण करो,,करे,, बेटा,❤❤ आपने बहुत अच्छी तरह से समझाया है लोगों, को,,,, जय भोलेनाथ श्री केदारनाथ की जय,,,🇮🇳🙏🙏
आप जैसे व्यक्तियों की जरूरत है हमारे देव भूमि के लिए। जो बात आपने बोला वो बहुत सत्य है। ये सत्यता बोलने के लिए हर कोई बोल नहीं सकता। आपके बातो से मेरे आंखों में आंसू आ जाते है। दीदी मेरी सोच भी यही है जो अपने बोला। पर लोग मुझे बोलते है में हिंदू विरोधी हु। पर में भी लोगों को इसका मुंह तोड़ ज़बाब देता हु।
मुझे तो बहुत फर्क पड़ता है। क्योंकि मैं गढ़वाली हू पौड़ी के खिर्षु विलोक से।लोग पागल हो गए हैं पहाड़ों का विकास नहीं विनाश हो रहा है। प्लास्टिक से पहाड़ पटे पड़े हैं।सब दिखावा है मैम मै आपसे पूर्ण रूप से सहमत हूं।मेरा मायका खिर्षु के कठूलस्यूं कठूली में है हमारे गांव में स्वयंभू लिंग है भगवान का जो केदार बाबा जैसे है और हम अपने केदार बाबा के दर्शन अपने जटेश्वर बाबा में करते हैं अपनी मां प्रकृति को कष्ट पहुंचाये बग़ैर। जय शिव शम्भू ।🕉️🕉️🙏🙏🙏🚩🚩 जय मां भवानी जय मां नंदा जय हिमाल🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🕉️🕉️
Dear, several years back, after our visit to Rohtang pass, and a visit to Uttrakhand, I tweeted several times to CM of both states, Registrar of Himachal High Court about the mad rush of people, make shift stalls and vehicles, and about possible illegal encroachment by Muslims( in Uttarakhand). No one gave any response and we are facing the biggest crisis in the Himalayas. Last year the same observation in J&K, particularly known areas of Chandanwari, Gulmarg and hills around Srinagar.
Main bhi pahadi hoon
इस बार मोदी जी को वोट सिर्फ वोट ही नहीं है, एक सच्ची श्रद्धांजलि है उन राम भक्त बलिदानी को 🙏🙏🙏🙏🌹🙏🌹🙏🙏🙏🌹🙏🙏🙏
Bahut Sundar
Jai Kedar...Jai Mahadev....Jai Ma Bharadi Devi
Har Har Mahadev, jai kedarnath ji ki jai, proud to be sanatani, Satya sanatan Vedic dharma ki jai, jai hind vandematram bharat mata ki jai 🇮🇳🚩🙏🙏🙏
Sensitive topic
इतनी भारी भीड़ हिमालय का सीना कुचल रही है। शायद आगे प्रकृति पिछली बार से ज्यादा क्रोध दिखाये। पैसा कमाने का जरिया बन गया है ये तीर्थस्थल।
बहुत सटीक व्याख्या।तीर्थ को पर्यटन बना दिया गया और ब्रांडिंग की जाएगी तो यही हालत होंगे।और प्रकृति,पर्यावरण की चिंता किसे है ये कथित श्रद्धालु हजारों टन कचरा पहाड़ों पर छोड़ कर आएंगे
Nice video madam
शानदार, आपकी एक एक बात से सहमत हूँ, वाकई लोग भक्त बनकर नहीं पर्यटक बन कर भोलेनाथ के मन्दिर जा रहे हैं जो बहुत ही दुःखद है।
मैं पिश्ले कुश दिन से केदारनाथ यात्रा की वीडियो देख रहा हूं क्योंकि मैं भी सोच रहा हूं चार धाम यात्रा करने के लिए। लेकिन मैं कभी भी ऐसी भीड़ में भगवान के दर्शन नहीं करना चाहूं गा। हो सकता है भोलेनाथ अक्टूबर में भुला लें। मैं ने कभी किसी ब्लॉगर को सब्सक्राइव नहीं किया लेकिन आप की वीडियो मुझे बिलकुल मेरी सोच जैसी लगी। आप जैसे जागरूक मीडिया रिपोर्टर्स का बहुत बहुत धन्यवाद ऐसी रिर्पोटिंग के लिए। ना जाने हम कब समझ पाएं गै।
Yes . I am also planning to visit in october . Last year i did yamunotri and gangotri dham in October with my family. This time Kedarnath and Badrinath
100% right 👍👍👌👌very nice information di 🙏💐💐
100% correct bola apne. I really agree with you . I visited Kedarnath some 15 years back. Then the crowd were real bhaks , tears flowing, people sitting there and doing meditation. Now where ever you turn your face people are taking selfies or you tubers making videos.
भगवान केवल मंदिरों में ही नहीं बल्कि हम सब के मन में भी बसे हैं....सच्चे दिल से भगवान पर आस्था बनाये रखें और अच्छे कर्म कीजिए यही सच्ची भक्ति है..........जय भोलेनाथ🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
तुम मन्दिर जाना बंद कर दो दूसरों को सलाह मत दो
Sahi kaha
आपने बहुत सही कंटेंट बनाया है मैडम , मेरा भी यही कहना है कि देश में 12 ज्योतिर्लिंग हैं पर फिर भी लोग सिर्फ श्री केदारनाथ महादेव में ही भीड़ कर रहे हैं ,लोगो को श्री नागेश्वर श्री घृष्णेश्वर भी जाना चाहिए
Mai mam ke saath hu jo appeal ki hai thik hai par kya apne dekha hai dusro jyoturlingo mai bhi kitne bhid hai bhai mai last 6 months me mera panchwa jyotirlinga hoga kedarnath...shardhalu aur bhakt bhi badh rahe hain pehle se bahut jyada logo me bhakti jag rahi hai hn ye bhi sahi hai ki blogging wagera ke liye ye jagah overcrowded ho rahi but usme se 99% dikhawe ke liye bolna pura galat hai
मान्ये ! नमः शिवाय।
आपने आंखें खोलने में पर्याप्त विवेचना को प्रस्तुत किया है। आप सचमुच आभार की पात्र हैं।
यदि संभव हो तो यह यज्ञ अनवरत रखिएगा।
साभार --
नेमीचंद शाण्डिल्य ग्राम बासदूदा जिला -रेवाड़ी हरियाणा भारत।
आप सही हैं । सोशल मीडिया भी जरूरी है। सभी लोग खुद नहीं जा पाते इसीलिए वे वीडियो में देख लेते हैं।
एक उपाय हो सकता है कैमरा परमिट न करें ।
गवर्नमेंट या मंदिर ट्रस्ट के ऑफिसियल चैनल हो, जिस पर daily आरती और दर्शन का वीडियो अपलोड हो जिस पर लोग घर से ही अच्छे से दर्शन कर सकें । इससे सोशल मीडिया पर कंटेंट की होड़ खत्म हो जाएगी।
जय बाबा भोलेनाथ 🙏🙏
Jai devbhumi सत्य कहा आपने..1%भक्त, 99% छपरी हैं.. परन्तु दुःखद हमारी सरकार इसे अपनी सफलता मानती है.. पर्यावरण का असंतुलन. सोचनीय है. पहाड़ों पर..
आपने 100%सत्य विश्लेषण किया है, बाबा केदार धाम को आध्यात्म से ही जोडें, न की पर्यटन की दृष्टि से?हमें 2013-16 की आपदा को नहीं भूलना चाहिए, शासन को ध्यान अवश्य देना होगा?आपको नमन् ❤❤❤❤❤
बहुत सही और दिल को छूने वाली बात कही आपने! लोग बहुत जल्दी 2013 की आपदा भूल गए हैं
प्रणाम मीनाक्षी जी। आपका उत्तराखंड के प्रति इस तरह का प्रेम बिल्कुल स्वाभाविक है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहती हूं की हम सभी को यह सोचने और जागरूक होने की जरूरत है कि चारधाम यात्रा कोई पिकनिक स्पॉट्स नहीं हैं जो कि हमने बना दिए हैं। शासन प्रशासन को भी कुछ नियम बहुत सख्त करने चाहिए खासतौर पर ज्यादा भीड़ और गंदगी के प्रति। हम तो आज चारधाम यात्रा कर लेंगे। पर जिस दिन प्रकृति और हिमालय ही नहीं बचेगा उस दिन हमारी आने वाली पीढकौन सी यात्रा करेंगी। ईश्वर का घर है मैं भी चाहती हूं कि अपने जीवनकाल मे, मैं भी चार धाम यात्रा करूं।
आप की बात दिल को छू लेने वाली है
मै मन्दिर पहुँच कर अपने आंसू नही रोंक पा रहा था और कुछ लोग वहा इंजॉय कर रहे
मैंने एक दिन खाना नही खाया पानी भी सिर्फ उतना पिया की बॉडी मे absorb हो जाए 😢😢😢😢😢
The Uttarakhand government has banned the use of mobile phones within a 200-meter radius of the Kedarnath temple during the ongoing Chardham Yatra 2024 to ensure a smooth darshan experience. I could see the anger on your face and personally resonate with it. Aapki mehnat rang laayee. Good work Meenakshi ji. Love from Pauri
You have said hard truth. Salute for this fantastic presentation.
बहुत अच्छी बात कहीं आपने कोई सीमा नहीं है बस लोगों जहां भीड़ दिखाई दी उधर सभी दोडने लग जाते हैं आपदा को भी भूल गए लोग
Absolutely right. I have been to Gangotri (2005), Yamunotri (2006), Kedarnath ( twice in yr 2007 & 2009). Never seen such a huge crowd. Let’s see how many take your appeal seriously. Hope for the best.
Ganda hai par dhanda hai. Dharam ke naam par har dharam me dhanda kiya ja raha hai.
Same I visited charo dham in 2008 and 2009...only religious persons visited. Vibes were so pious and pure. no overcrowded. Sirf seedha bhakti.
आपके द्वारा सांस्कृतिक, सामाजिक, ऐतिहासिक, धार्मिक, विश्लेषण अति सुन्दर मार्मिक वर्णन किया गया है अकल्पनीय बातों को संजोया गया है💐💐🙏🙏
बिल्कुल सही कहा आपने। मै आपकी एक एक कही बात से सहमत हूं। अगर ऐसा ही हाल रहा तो वो दिन दूर नहीं जब 2013 की तरह त्रासदी आने मे देर नहीं लगेगी।
आपकी बात बिल्कुल सही है... विचार करने योग्य है.. हर जगह कचरा कर दिया है इन लोगों ने.... आवश्यकता है आत्मा की शुद्धि की.. सच्चे कर्म की.. झूठ से दूर रहने की.. मानव मात्र की सेवा की.. और इसके लिये कही नही जाना पड़ता, अन्तःकरण से ही ये हौ सकता है.. 🙏🏻
उत्तराखंड के लोगों को जागरूक होना पड़ेगा अपनी विरासत और उसकी पवित्रता को बचाए रखने के लिए।
आप की बात 100% सही है मुख्य तीर्च स्थल को पिकनिक स्पॉट बनाया जा रहा है जिसका अन्त भयानक होगा ।🙏
Bilkul sahi bola apne sister..❤❤
बहुत सुन्दर! सनातनी तीर्थमर्यादाओं के प्रति जागरूक करने का अद्भुत ढंग। नारायण!
100% सत्य।। शर्म आनी चाहिए उत्तराखंड सरकार को।।
केदार नाथ मै सच्चे भक्त से ज्यादातर यूट्यूब चैनल वाले है जो भगवान की डोली से ज्यादा अपने कैमरे को देख रहै है कि कल. View ठीक मिल जाये,,महादेव सेउनका लेना देना ही नही है,, हकीकत यही है
बहुत सुंदर तर्क साक्ष्यों के साथ विश्लेषण अगर सुधार नही हुआ आगे तो समस्या आएगी
Beautifully describe the importance of sanatana journey from outside to inside...
बहुत अच्छा विश्लेषण किया है आपने तीर्थों की स्थिति देखकर मन बहुत द्रवित होता है
अगर हिमालय को, यहाँ की पारीरिस्थतिकी को बचाना है तो सुप्रीम कोर्ट में या तो जनहित याचिका दायर करनी पड़ेगी या फिर सुप्रीम कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए। सरकार तो कुछ करने से रही। हिमालय है तो देश है।
Bahut sahi samasya ko lekar aayi ho logon ko apne dharm ka. Samman to khud hi karna chahiye or ak nishchit sankhya men hi logon ko Jane ki anumati milni chahiye shabash apni aawaz buland karne ke liye 👍👍
बहुत सोची समझी बात की है!सरकार का कंट्रोल होना जरूरी है! धन्यवाद!!!
एक दम सही बात हमारे मां,पिता जी कहते थे जब अपनी सारी रिशपोसबलटी पूर्ण हो जाती तभी इन स्थानो पर जाना चाहिए लेकिन आज वहां पर ऐसे लोग कम होते और दूसरा वहा Vip दर्शन भगवान शिव के दरबार कोई Vip नही होता ठीक है इस से भीडं पर नियंत्रण होता है पर ऐसा नही होना चाहिए और कुछ लोग तो पैसे देकर दर्शन करते
वो इसलिए बोला जाता था कि क्या पता वहाँ से वापस ज़िंदगी में और परिवार में लौटना हो पाये या नहीं, तो अपनी सारी पारिवारिक ज़िम्मेदारियों को निभा कर ही इन दुर्ग़म तीर्थ स्थल पर जाना चाहिये। अब सुगमता बढ़ गई है , लोगों में भी नये-नये जगहों जिनको वो नहीं जा पाये हैं और केवल नानी- दादी से ही सुना था वो जाना चाहते हैं और जाते हैं
Bilkul satya vachan hai madom ji hum sab jarur dhyan rakhenge
Good work Meenakshi 🎉🎉 Whatever u said is absolutely true 🎉🎉
चार धाम यात्रा में हर एक धाम में एक दिन से ज्यादा रुकने की परमिशन न दे सरकार ,yoytuber तो कई दिन तक वही रहते है और जितने वहा रुकने की व्यवस्था है उतने ही लोगो को भेजना चाहिए
लोगों को पर्यावरण और धार्मिक मुद्दे के बारे में जागरूक करने की अत्यधिक सराहना करते हैं
Jordar Video Meenakshi...aapko mafi mangne ki jarurat nahi hai kisi se..aap ne sachchi baat kahi hai...itne sare mobile rays bhi himalay ko nukshaan pahuncha sakti hai..being Himalay lover ,muje video bahot achchhi lagi..2013 kahi repeat ho jaye to surprise nahi hoga ab..mere pahechan ne walo mein se 17 family ja rahi hai char dham June 25th tak..😢
आप बिलकुल सही बोल रही है एक एक आपका शब्द सच है ज्यादातर लोगों ने पिकनिक स्पॉट बना रखा है भोलेनाथ ही ऐसे लोगो को कभी माफ नहीं करेंगे
Thanks for talking about this Meenakshi.
हिमालय पर इतना बोझ डालना बिल्कुल सही नहीं है हेली सेवा एक तो यही सीना चीर रहा है और ऊपर से इतनी भीड़ कब जगेगी हमारे लोग
सही बोल रहे हैं आप मॅडम 🙏
जय भोलेनाथ 🙏
Very well articulated thoughts.. definitely such awareness needs to be spread..to save our ecology and pilgrimage sites from mad rush of tourism. Keep speaking and sharing.
सही बात कही मैम आपने
बहिन जी आपने बहुत सुंदर बात की है, पर आज लोग धर्म को केवल अपने मनोरंजन का आयाम बना रहे हैं
एकदम सही बोला दिदी आपने.. हिंदु धर्म मे फिरसे चिंतन होणे की जरूरत है.. अंधश्रद्धा मुक्त हिंदु धर्म होणे की जरूरत है
Good information for government 🎉
Very informative content. Jai uttarakhand 🙏🙏
100% true..... Sabko vlog bnana hai.... Darshan karna second priority hai.... Camera and phone ban kar do waha....
बहुत सुंदर ❤❤❤❤
मेरे दिल की बात ❤ केह दिया मॅडम जी ने...
❤❤bhut sunder pratuti ma'am ❤❤❤❤jai badri jai kedar ❤❤❤
बहुत सही बात कही है हमारी बेटी ने, भीड़ और व्यवस्था को देखकर हम लोग चाहते हुए भी बाबा के दर्शन के लिए जाने से डर रहे हैं, भगवान सबको सद्बुद्धि दे और केवल सच्चे भक्तों को ही श्रद्धापूर्वक दर्शन का लाभ मिले।ऊँ नमः शिवाय, जै बाबा केदार 🙏
Sahi kaha..Hmare Himachal mai bhi summers mai locals kahin esi jagah nhi jaate jahan tourists aate hain....Bahut bura haal hai sab jagah
बहुत ही सुंदर प्रेरणादायक व सजग विवेचना, इसे आमजन को समझना होगा और शासन को इसपर गंभीर विवेचना करनी होगी. 🙏
हर हर महादेव।❤जय पंचकेदार ।जय देव भूमि के चारों धामों को कोटिश: प्रणाम्।🎉🎉🎉🎉🎉❤
अति सर्वत्र वर्जयेत्।
उत्तराखंड सरकार एवं सभी श्रद्धालुओं को देवभूमि के चारों धामों की पवित्रता, दिव्यता को प्राथमिकता देते हुए, श्रद्धा एवं आस्था से देवदर्शन कर अपनी यात्रा सार्थक करने के साथ साथ विश्व को सनातन धर्म एवं भारत भूमि के प्रति सम्मान दिलाने में अपना अमूल्य योगदान देना चाहिए।
देवभूमि उत्तराखंड की बेटी , मातृशक्ति मीनाक्षी कंडवाल जी को बहुत बहुत धन्यवाद, हार्दिक अभिनन्दन।🎉❤
I’m from Bangalore, and regarding the need to travel without unnecessary social media, is simply outstanding!!!.. that’s how I was able to enjoy Rajasthan and Himachal… without social media everywhere….
Ekdum sahi baat boli hai Bahan ne. Aapko sadhuvaad..🙏
Very well said and thought provoking
जय बद्री केदार।। जय देवभूमि उत्तराखंड।। जब भी चारधाम यात्रा की शुरआत होती है तो अत्यधिक भीड़ को देखते हुए शासन प्रशासन, पुलिस और सरकारी तंत्र को एक सिस्टम के तहत रजिस्ट्रेशन के साथ व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि यदि तीर्थ यात्रियों को उत्तराखंड आने का आहवान किया जा रहा है तो उन तीर्थ यात्रियों की व्यवस्था पर कौन ध्यान देगा ये भी सोचने का विषय है ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े🎉🎉❤❤
बिल्कुल सही कहाँ मीनाक्षी जी ❤
आपको सैल्यूट है, आपने आंखे खोलने वाली बात उठाई है।
Very nice मिनाक्षी 😊
बहुत अच्छा,मार्मिक, तथ्यात्मक और परफेक्ट वीडियो। Very nice
Mere maan ki baat boli apne.. Mai 2022 me 1st and 2nd day gaya tha.. 1km lambi line thi mandir ki.. mahadev ne chaha isliye darshan ho gaye lekin management nahi tha waha.. local govt should do something seriously
I have been to Chardham 2023 with my Disable parents and family member during November. Kedarnath was too crowded and its too commercialize than other dham. I faced a lot of problem to my father because of his inability of walking. Management was poor.. and crowd was full of teens
जय माता की । जय उत्तराखंड। अगला चुनाव देव भूमि की मान मर्यादा की रक्षा पर होना चाहिए ।
आपने ये बिल्कुल सत्ये बोला हैँ जो भी जाते हैँ बस वीडियो और फोटो के लिए ही जाते हैं बस 🙏🏻
आपके बातों से पूरी तरह से सहमत हूँ,चारधाम पवित्र स्थान है इसको हमें बचा कर रखना जरुरी है. जय केदारनाथ जय बद्री विशाल
बहुत शानदार मेम, सीख बहुत उपयोगी हैं। पालन करना चाहिए।
Thank You Fir Update. Sahi hai Kisi ko far nahi parta.
मीनाक्षी जी आपने बहुत ही प्रासंगिक प्रश्न उठाया है। सरकार के स्तर पर तो पंजीकरण हो ही रहा है, साथ ही व्यवस्थाएं भी सुधारी जा रही हैं। किन्तु दर्शनार्थियो को भी स्वयं को व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। पंजीकरण समय से करवाएं, बिना पंजीकरण हरगिज न जाएं। जिस उद्येश्य को लेकर जारहे हैं, उसकी मर्यादा भी समझे व उसे अपने आचरण मे लाएं। यह स्थान, पिकनिक या मौज मस्ती के लिए नहीं है, अपितु अध्यात्मिक उत्कर्ष की एक यात्रा है, जिसमे आत्मशुद्धि व स्वानुशासन परम आवश्यक है।
Good one..i recently visited kedarnath Dham on 11-12 May 2024.
शिव पहाड़ों में ही नहीं है वह सभी
मनुष्यों के सत्य स्वरुप (आत्म स्वरुप )में स्थित है ,परन्तु सब शुद्ध व पवित्र नहीं है ,इसलिए लोंग प्रकृति में उन पवित्र जगहों पर जाते है जहां शिव तत्व
की कृपा अनुभव होती है परन्तु
अब इतनी भीड़ पहुच रही है ,क्या
उनकी इच्छा के बिना ये सम्भव है
अब क्या पता विनाश से पहले
ऐसा हो रहा हो ,उनकी लीला
कौन जाने ?🙏