गायत्री महायज्ञ ||gaytri mahayagya|| अपनी इंद्रियों का सदुपयोग कर महत्वपूर्ण कार्य में नियोजन हो ..
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- Опубліковано 5 лют 2025
- #gayatripariwar #gayatrimata #shantikunj #गायत्री #wearegayatripariwar #gayatrishorts #yagya #आध्यात्मिकज्ञान24 #pragya परमात्मा ने मनुष्य को अनमोल उपहार दिए गए जिसे हम सही नियोजन करें जिसमें हमारी इंद्रिय महत्वपूर्ण होती है इंद्रियों में दो प्रमुख है स्वाद इंद्री और जनइंद्री जिनके हम सदुपयोग करें दुरुपयोग करने पर नाना प्रकार के कष्ट,परेशानी सामना करना होता और रोगों से ग्रसित होकर आए दिन मृत्यु के दिन गिनता रहता है ,यदि हम से सही उपयोग करेंगे तो जीव,मानव,कल्याण, लोक कल्याण जैसे महत्वपूर्ण कार्य में नियोजन कर सकते हैं। अपने जीवन को धन्यवाद बना सकताहै परमात्मा के उपहार का भी सदुपयोग हो सके परमात्मा के दिए गए उपहारों को आध्यात्मिक उपहार या पवित्र आत्मा के उपहार कहते हैं. ये उपहार, परमेश्वर की शक्ति से मिलते हैं. इन उपहारों का मकसद दूसरों को परमेश्वर का प्यार दिखाना होता है.
आध्यात्मिक उपहारों के बारे में कुछ और बातें:
ये उपहार कई तरह के होते हैं.
इन उपहारों को पाने के लिए, परमेश्वर की शक्ति पर भरोसा करना होता है.
इन उपहारों को पाने के लिए, परमेश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए.
इन उपहारों का इस्तेमाल दूसरों की भलाई के लिए करना चाहिए.
इन उपहारों को पाने के बाद, उनका इस्तेमाल परमेश्वर की महिमा के लिए करना चाहिए.
आध्यात्मिक उपहारों के कुछ उदाहरण:
भविष्यवाणी
ज्ञान
विश्वास में वृद्धि
उपचार
चमत्कार
आत्माओं की पहचान
अन्य भाषाओं में बोलना
इन उपहारों का वर्णन नए नियम में किया गया है.
अध्यात्म और विज्ञान का अनूठा संगम।
अखिल विश्व गायत्री परिवार के द्वारा।