श्री माता पिता जी के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम जो पुत्र पुत्र वधू में नव दुर्गा व्रत रहती हैं वह मूर्ख हैं जबकि अपने सास-ससुर को भोजन नहीं देती है बे महामूर्ख हूं यह सत्य वचन
जैसे जीवात्मा शरीर में बालपन जवानी और वृद्धावस्था होती है वैसे ही अन्य शरीर की प्राप्ति होती है उस विषय में धीर पुरुष मोहित नहीं होता है वह जानता है मनुष्य जीवन एक पानी के बुलबुले के समान क्षणिक है जैसे प्रभात होते ही तारे स्वत छिप जाते हैं वैसे ही क्षण मात्र में जीवन का अंत हो सकता है
दुनिया में कोई ऐसा धर्म नहीं है जिसमें मृत्यु नहीं है मृत्यु लोक में मृत्यु के शासन के सिवा कुछ भी नहीं है मृत्यु कोई ऐसी वस्तु नहीं जो औरों पर ना आई हो और केवल मात्र पाखंडवाद पर ही आने वाली हो वैद्य रोगी यति ज्ञानी महात्मा विद्वान मूर्ख सभी मृत्यु के मार्ग से गए हैं जो धन-संपत्ति अर्जित किए थे वह भी साथ नहीं गया जब मृत्यु का बुलावा आता है तब कोई भी उसे नहीं रोक सकता है
अनिवार्यता को समझते हुए जो जो महत्वपूर्ण कार्य आपको करने हैं शीघ्र ही कर लेने चाहिए क्योंकि हम इंसान की औलाद है हमारे अंदर इंसानियत का गुण तो होना चाहिए इंसानियत से बड़ा दुनिया में कुछ भी है
बहुत सुन्दर प्रवचन 👌 साध्वी जी के लिये एक लाइक तोह बनता है
नमो बुद्धाय जय भीम बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तुत किया और ग्यान वर्धक वर्णन किया शाहब बंदगी
Saheb bandagi saheb
अति उत्तम स्वथ्य शिक्षित प्रवचन हैं ।
नमो नमः
बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तुत किया और ग्यान वर्धक वर्णन किया हैशाहब बंदगी
Ese hi prabachan kahate hai vichar sunder hai 🙏
पुजनीय श्री शिखा साहेब जी को कोटि कोटि साहेब बंदगी❤😂 तारा दास महाराज गंज
Saheb bandagi
श्री माता पिता जी के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम जो पुत्र पुत्र वधू में नव दुर्गा व्रत रहती हैं वह मूर्ख हैं जबकि अपने सास-ससुर को भोजन नहीं देती है बे महामूर्ख हूं यह सत्य वचन
बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तूत किया हैऔर ग्यान वर्धक वर्णन किया है, शाहब बंदगी
बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तूत किया है और ग्यान वर्धक वर्णन किया है आपको,शाहब बंदगी
Shat guru ji ke Charno me pran🙏🙏
बहुत बहुत आभार अभिनन्दन
पूजनिय श्री शीरवा साहेब जी को कोटि कोटि प्रणाम🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
Bhut.achchha.lga.parnam.jay.guru
Very good sandesh
Very nice 🙏🙏🙏
Wav satsahib didi
धन्यवाद साध्वी जी आपके प्रेरणादायक प्रवशन से जीवन जीने में मदद एवं प्रेरणा दायक है और जीवन में खुशियों से भरा ज्ञान वर्धक हैं
Thank you
बहुत सुंदर और ज्ञानबर्धक सह अनुकरणीय प्रबचन । प्रातः नमन ,सप्रेम साहेब बन्दगी ,बिहार ,गया ।
Bahut hi shandar prabachan hai
@@RamSingh-kc9vw lol
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब जी 🙏🙏🙏🌹
जैसे जीवात्मा शरीर में बालपन जवानी और वृद्धावस्था होती है वैसे ही अन्य शरीर की प्राप्ति होती है उस विषय में धीर पुरुष मोहित नहीं होता है वह जानता है मनुष्य जीवन एक पानी के बुलबुले के समान क्षणिक है जैसे प्रभात होते ही तारे स्वत छिप जाते हैं वैसे ही क्षण मात्र में जीवन का अंत हो सकता है
आज हमारे देश में धर्म के नाम पर पाखण्ड और अंधविश्वास है। हर घर परिवार में सत्यसंग से ही सुधार होगा ।
दुनिया में कोई ऐसा धर्म नहीं है जिसमें मृत्यु नहीं है मृत्यु लोक में मृत्यु के शासन के सिवा कुछ भी नहीं है मृत्यु कोई ऐसी वस्तु नहीं जो औरों पर ना आई हो और केवल मात्र पाखंडवाद पर ही आने वाली हो वैद्य रोगी यति ज्ञानी महात्मा विद्वान मूर्ख सभी मृत्यु के मार्ग से गए हैं जो धन-संपत्ति अर्जित किए थे वह भी साथ नहीं गया जब मृत्यु का बुलावा आता है तब कोई भी उसे नहीं रोक सकता है
Sachchi bat ahi hai
Saheb bandgi saheb bandgi saheb bandgi saheb bandgi saheb🙏🙏
साहेब बन्दगी
🌼👌👌👌👌🌼
जिस घर के लोग अगर धारमिक हो तो वह घर ही मंदिर है आप भग
वान राम या संत कबीर जी की पुजा करे सबसे पहले इंसान बने
Saheb badgi saheb ji
बहुत ही सुन्दर ढंग से रचना
SAT SAHEB JI ❤ AAPNE TO ❤ EKDAM ❤SACHHAI SE ❤RUBRU KARWA DIYA ❤AAP ❤AISE HI ❤ ACHHE VICHAR ❤DETE RAHEN ❤ DIL SE❤ SAHEB BANDGI ❤ SWEEKAR KAREN ❤
बहुत बहुत धन्यवाद साध्वी ज्ञान और विज्ञान चेतना और आपके परिवार को भी इस बात पर ध्यान से सुनो और समझो 🙏🙏
जिस घर परिवार के लोग धामिर्क हो वह घर ही मंदिर है ।आप भगवान राम की या संत कबीर की पुजा करें सबसे पहले हम इंसान बने ।
O
O;😊
अनिवार्यता को समझते हुए जो जो महत्वपूर्ण कार्य आपको करने हैं शीघ्र ही कर लेने चाहिए क्योंकि हम इंसान की औलाद है हमारे अंदर इंसानियत का गुण तो होना चाहिए इंसानियत से बड़ा दुनिया में कुछ भी है
प्रल्हाद पाटकर जय श्री कृष्ण धन्यवाद साधी जी हाती जय जय जय हो दूध कासार है मलाई अर जीवन का सारा करो दिन दुःख कि भलाई जय श्री कृष्ण
Beautiful
The following
Massaaaaallllaaaaahhhh
आपको मालूम ही नहीं है की प्रवचन किस बात पर होना चाहिए