Braj ki Holi 2024 || Barsana || Gokul || Nandgoan || Govardhan Parikrama ||Vrindavan ||

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  • Опубліковано 11 вер 2024
  • Braj ki Holi 2024 || Barsana || Gokul || Nandgoan || Govardhan Parikrama ||Vrindavan ||
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    ब्रज की विश्‍व प्रसिद्ध होली (Holi 2023) करीब सवा महीने तक चलती है. जितनी तरह से ब्रज में होली (Braj Mai Holi) मनाई जाती है, उतने प्रकार से विश्‍व में कहीं नहीं मनाई जाती. यहां रंगों की होली, गुलाल की होली, लठ्ठमार होली (Latthamar Holi), लड्डू होली, फूलों की होली, हुरंगा (Huranga), होलिका दहन (Holika Dahan), कीचड़ की होली, धुलेंडी (Dhulendi) पर दही और हल्‍दी की होली, मंदिरों में फाग और समाज गायन, फालैन में होली से पंडा (Falain ka mela) का गुजरना सहित दर्जनभर तरीकों से होली मनाई जाती है. ब्रज में खासतौर से वृंदावन (Vrindavan), बरसाना (Barsana), नंदगांव, दाऊजी की होली देखने लोग आते हैं.
    यहां रंगों की होली, गुलाल की होली, लठ्ठमार होली, लड्डू होली, फूलों की होली, हुरंगा, होलिका दहन, कीचड़ की होली, धुलेंडी पर वृंदावन के राधावल्‍लभ मंदिर में दही और हल्‍दी की होली, मंदिरों में फाग और समाज गायन, फालैन में होली से पंडा का गुजरना सहित दर्जनभर तरीकों से होली मनाई जाती है. वृंदावन, बरसाना, नंदगांव, गोकुल, रावल, बादग्राम, मथुरा, दाऊजी सहित सभी जगहों के मंदिरों में होली की धूम मची हुई है.
    ब्रज के मंदिरों में प्रिया-प्रियतम यानि राधा-कृष्‍ण तो होली खेलते ही हैं, इस रंग और गुलाल में भक्‍त भी सराबोर होकर आते हैं. खासतौर पर बरसाना, वृंदावन, मथुरा, नंदगांव और दाऊजी के मंदिरों में अलग-अलग दिनों में होली धूमधाम से मनाई जाती है. यहां टेसू और गुलाब के फूलों से बने रंगों की फुहारें भक्‍तों को भिगोती रहती हैं.
    होलिका दहन के अगले दिन धुलेंडी होती है. इस दिन पूरे ब्रज में सभी ब्रजवासी एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाते हैं व गले मिलते हैं. सभी मंदिरों में होली होती रहती है. इस बार 7 मार्च को धुलेंडी है. मथुरा के द्वारकाधीश मंदिर में भी इसी दिन होली का विशेष आयोजन होता है. खास बात है‍ कि इस दिन वृंदावन में परंपरा है कि दोपहर 2 बजे तक ही होली होती है, उसके बाद लोग नए-नए कपड़े पहनकर मंदिर जाते हैं और बाहर निकलते हैं और कोई भी उनपर रंग या गुलाल नहीं डालता है. इस परंपरा का आज भी सख्‍ती से पालन होता है.
    कहा जाता है कि जिसने जीवन में एक बार ब्रज की होली नहीं देखी उसने कुछ नहीं देखा. इसलिए इस बार होली पर एक बार जरूर ब्रज के रंगों में सरोबोर होकर आइए, निश्चित ही इस अनुभव को जीवन भर भूलना मुश्किल होगा.
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